एसटीएफ 45 लाख की अफीम के साथ तीन को किया गिरफ्तार
लखनऊ । यूपी एसटीएफ को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को दो किलो छह सौ ग्राम अफीम जिसकी कीमत करीब 45 लाख के साथ गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई है। गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम मनोज कुमार पुत्र नेमचंद्र, धीरज वर्मा पुत्र मुन्नालाल व विकास यादव पुत्र रामकुमार सिंह है। तीनों थाना भमौरा जिला बरेली के रहने वाले हैं। पूछताछ करने पर पता चला कि इनके द्वारा अफीम की सप्लाई पंजाब राज्य के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में बरेली के आसपास जिलों में पिछले दो साल से करते चले आ रहे थे।
एसटीएफ को काफी दिनों से अफीम तस्करी की मिल रही थी सूचना
एसटीएफ यूपी को काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ बेचने वाले गिरोह के बारे में सूचना मिल रही थी। ऐसे गिरोह को पकड़ने के लिए एसटीएफ की विभिन्न इकाईयां व टीमों को इनकी जानकारी एकत्र करने के लिए लगाया गया था। इसके लिए पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ फील्ड इकाई बरेली अब्दुल कादिर के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी। निर्देशानुसार टीम लगातार इनकी तलाश में जुटी थी। ताकि जल्द से जल्द मादक पदार्थो की तस्करी करने वालों को गिरफ्तार कर सके।
पिछले दो सालों से इसका कारोबार कर रहे थे अभियुक्त
बुधवार को एटीएफ टीम को सूत्रों से जानकारी मिली कि मारुती इको गाड़ी से तीन व्यक्ति वैष्णो धाम बीडीए कालोनी में आने वाले हैं। जिनके पास भारी मात्रा में अवैध मादक पदार्थ होने की संभावना है। मामले को गंभीरता से लेते हुए टीम ने बीडीए कालोनी पाल मेडिकल कालेज के पास से तीनों व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से दो किलो छह सौ ग्राम अफीम , एक कार, तीन मोबाइल फोन और 13 सौ रुपये नकद बरामद किया गया।
पंजाब के साथ-साथ बरेली के आसपास के जिलों में करते थे सप्लाई
गिरफ्तार अभियुक्तों ने पूछताछ में बताया कि ये अफीम हम झारखंड के जिला हजारीबाग के बड़कागांव के रहने वाले सुरेश नामक व्यक्ति से लाते है। मुनाफा प्राप्त करने के लिए इसे पंजाब राज्य के जीरकपुर निवासी हरप्रीत व बरेली के आसपास के लोगों को बेचते हैं। यह काम उनके द्वारा पिछले दो सालों से किया जा रहा है। गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ बरेली थाने में मुकदमा पंजीकृत कराने के बाद उन्हें सौंप दिया गया। अग्रिम कार्रवाई बरेली पुलिस द्वारा की जा रही है।
Nov 02 2023, 16:17