महुआ मोइत्रा ने माना हीरानंदानी को दिया था लॉग-इन पासवर्ड, जानें बाकी आरोपों पर क्या बोलीं

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पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के आरोप में पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा का बड़ा बयान सामने आया है। लोकसभा सांसद मोइत्रा ने शुक्रवार को दिए एक इंटरव्यू में कैश फॉर क्वेरी मामले में अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज कर दिया है। हां, मोइत्रा ने ये कबूल किया कि उन्होंने हीरानंदानी को अपना लॉगिन और पासवर्ड दिया था। हालांकि, उन्होंने कमेटी से यह भी कहा कि उन्होंने इसके लिए उनसे कैश या महंगे तोहफे नहीं लिए।

एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्होंने कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को अपना संसद लॉगिन और पासवर्ड दिया था क्योंकि ऐसा कोई नियम नहीं है कि किसके पास लॉगिन हो सकता है, कौन कर सकता है और कौन नहीं। उन्होंने आगे कहा कि कोई भी सांसद खुद सवाल नहीं पूछता है। लॉगिन और पासवर्ड उनकी टीम के पास रहते हैं। उन्होंने कहा कि लेकिन एक ओटीपी आता है, जो केवल मेरे फोन पर आता है। यह दर्शन के फोन पर नहीं जाता है। ऐसे में ये सवाल नहीं उठता कि दर्शन या फिर कोई और मेरी जानकारी के बिना सवाल अपलोड कर सकते थे।

हालांकि, इसका खंडन करते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एनआईसी द्वारा निर्दिष्ट नियम और एक फॉर्म पोस्ट किया, जिसे भरना प्रत्येक सांसद के लिए बाध्य है। इनमें क्रेडेंशियल्स को निजी और गोपनीय रखने और किसी भी वैकल्पिक उपयोगकर्ता के बारे में एनआईसी को सूचित करने के निर्देश शामिल हैं, क्योंकि किसी भी उल्लंघन से देश की सुरक्षा पर सवाल खड़े हो सकते हैं।

हीरानंदानी को अपना करीबी दोस्त मानती थीं

महुआ मोइत्रा ने कहा कि उन्‍होंने दर्शन हीरानंदानी से चीजें लीं, क्‍योंकि उन्‍हें वह अपना करीबी दोस्त मानती थीं। हीरानंदानी ने उन्‍हें उनके जन्मदिन के तोहफे के रूप में स्कार्फ, लिपस्टिक और मेकअप का सामान दिया था। उन्होंने बताया कि उनके लिए मेकअप प्रोडक्ट्स दुबई के ड्यूटी-फ्री स्टोर से लाए गए थे। महुआ यह भी कहा कि उन्होंने अपने घर के इंटीरियर को बदलने के लिए हीरानंदानी से सलाह ली थी और उन्होंने उन्हें नए प्‍लान और ड्राइंग दिए थे, लेकिन इसका खर्च सीपीडब्ल्यूडी द्वारा किया गया था जो सरकार के अंतर्गत आता है।

झारखंडी पिटबुल नहीं रोक सकते मुझे

महुआ मोइत्रा ने कहा, ‘उन्होंने धमकाने के लिए गलत व्यक्ति को चुना है। उन्होंने सच में ऐसा किया है। मैंने यहां बैठने के लिए अपने जीवन में सब कुछ छोड़ दिया है। कुछ छोटे झारखंडी पिटबुल सबकुछ खत्म नहीं कर सकते हैं। मैं सच के लिए लड़ना जारी रखूंगी और आप देखेंगे कि 2024 में क्या होता है।’

बता दें कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया कि हीरानंदानी समूह के सीईओ दर्शन हीरानंदानी से 'कैश और महंगे तोहफ़ों को लेकर' संसद में सवाल पूछती हैं।

उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला से महुआ मोइत्रा को निलंबित करने की मांग की। इस मामले को लेकर संसद की एथिक्स कमिटी जांच कर रही है।

इजरायल-हमास युद्ध पर संयुक्त राष्ट्र महासभा में मतदान, जानिए भारत ने वोटिंग से क्यों बनाई दूरी?

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संयुक्त राष्ट्र महासभा ने शुक्रवार को गाजा में इजरायली सेना और हमास आतंकवादियों के बीच संघर्ष पर एक प्रस्ताव पेश किया गया। इस प्रस्ताव का मकसद गाजा में "तत्काल, टिकाऊ और निरंतर मानवीय संघर्ष विराम" का आह्वान करना था। इस प्रस्ताव पर हुई वोटिंग में भारत ने हिस्सा नहीं लिया। लेकिन, चर्चा के दौरान भारत ने खुलकर इजरायल का पक्ष लिया और आतंकवाद की जमकर आलोचना की।

भारत, ब्रिटेन समेत 45 देशों ने वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया

इजराइल-हमास के बीच जारी जंग का आज 22वां दिन है। इजरायल ने गाजा में बमबारी तेज कर दी है। इजरायली सेना ने बताया कि उसकी एयर फोर्स और ग्राउंड फोर्स गाजा पट्टी में अपने ऑपरेशन को बढ़ा रही है। इधर, इजरायल-फिलिस्तीन संकट पर संयुक्त राष्ट्र महासभा का आपातकालीन विशेष सत्र बुलाया गया है। इसी सत्र में सीजफायर के लिए जॉर्डन की ओर से प्रस्ताव पेश किया गया था, जिसपर वोटिंग हुई। पक्ष में 120 वोट पड़े, जबकि विरोध में सिर्फ 14 वोट पड़े। ऐसे में इजरायल-हमास में सीजफायर का प्रस्ताव यूएन में पास हो गया। हालांकि, भारत, ब्रिटेन समेत 45 देशों ने वोटिंग में हिस्सा ही नहीं लिया। इस प्रस्ताव में हमास के हमले का जिक्र नहीं था। कनाडा ने प्रस्ताव संशोधित कर पास कराने की मांग की लेकिन ये प्रस्ताव पास नहीं हो सका।

भारत ने इजरायल के खिलाफ प्रस्ताव पर क्या कहा

भारत ने जॉर्डन के पेश किए गए इजरायल-फिलिस्तीन प्रस्ताव पर दूरी जरूर बनाए रखी पर आतंकवाद को लेकर हमास पर जमकर निशाना साधा। भारत ने कहा कि वह इजरायल फिलिस्तीन संघर्ष को दूर करने के लिए द्वि-राष्ट्र समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। संयुक्त राष्ट्र में भारत की उप दूत योजना पटेल ने इजरायल में हुए हमास के आतंकी हमले पर दुख जताया और इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने इजरायली बंधकों की तत्काल रिहाई का आह्वान किया और गाजा में चिंताजनक मानवीय स्थिति पर भी दुख जताया। उन्होंने कहा कि भारत तनाव कम करने के प्रयासों का समर्थन करता है और फिलिस्तीन की मदद के लिए हमेशा तैयार है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को मिली धमकी, ई-मेल पर कहा- 20 करोड़ नहीं देने पर जान से मार देंगे

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रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी को जान से मारने की धमकी मिली है। अंबानी को एक धमकी भरा ईमेल मिला है। इसमें 20 करोड़ रुपये की मांग की गई है। जिसमें कहा है कि कहा है कि पैसे नहीं देने पर जान से हाथ धोना पड़ेगा।

पुलिस के मुताबिक, मुकेश अंबानी की कंपनी की ईमेल आईडी पर एक अज्ञात शख्स ने धमकी भरा ईमेल भेजा है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 27 अक्टूबर को मुकेश अंबानी को उनकी ईमेल आईडी पर इनबॉक्स में एक ईमेल आया। इस ईमेल में इंग्लिश में लिखा था कि अगर मुकेश अंबानी उस अज्ञात शख्स को 20 करोड़ रुपये नहीं देंगे तो वह उन्हें जान से मार देगा। इमेल में यह भी लिखा है कि शख्स के पास भारत के सबसे बेस्ट शूटर्स हैं। 

इसकी सूचना मुकेश अंबानी के सिक्योरिटी इंचार्ज ने पुलिस से की है।न्यूज एजेंसी एएनआई ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया है कि इस मामले में गमदेवी पुलिस स्टेशन मुंबई में केस दर्ज किया गया है। सेक्शन 387 और सेक्शन 506 (2) के तहत केस दर्ज किया गया है।

पहले भी मिल चुकी है धमकी

बता दें कि इससे पहले भी मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी को जान से मारने की धमकियां मिल चुकी हैं। इससे पहले 6 अक्टूबर 2022 को उन्हें धमकी देने वाला एक शख्स बिहार से गिरफ्तार किया गया था। आरोपी की पहचान 30 साल के राकेश कुमार मिश्रा के रूप में हुई थी।

2021 में मिली थी विस्फोटकों से लदी एसयूवी

वहीं, साल 2021 के फरवरी महीने में मुकेश अंबानी के घर के पास एक लावारिस एसयूवी मिली थी। इस एसयूवी में करीब 20 जिलेटिन की छड़ें ओर एक चिट्ठी मिली थी।चिट्ठी में मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी को धमकी दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था।

पीएम मोदी को राम मंदिर उद्घाटन समारोह के लिए मिले न्योते से खुश नहीं हैं जमीयत, जानें मौलाना महमूद मदनी ने क्या कहा?

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जमीयत उलमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए मिले न्योते का विरोध जताया है।मदनी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या या किसी भी स्थान पर आयोजित होने वाले धार्मिक समारोह में शामिल नहीं होना चाहिए। बता दें कि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे राम मंदिर के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए निमंत्रित किया हा। जिसके बाद देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी का ये बयान आया है।

मौलाना महमूद मदनी ने बयान जारी कर कहा, ये बात कही जाती है कि अयोध्या में मस्जिद बनाई जा रही है, वहां हमारे प्रधानमंत्री जाकर उद्घाटन करेंगे। हम दो बातें कहना चाहते हैं। पहला कि हम अयोध्या पर जो कोर्ट का फैसला आया है उसे सही नहीं मानते हैं। हमारा मानना है कि वो फैसला गलत माहौल में, गलत तरीके से, गलत बुनियादों पर किया गया है।

उन्होंने कहा, दूसरी बात ये है कि मुल्क के वजीरे आजम को न किसी मंदिर... किसी इबादतगाह के बुनियाद के लिए बिल्कुल नहीं जाना चाहिए। इससे अपने आप को दूर रखना चाहिए। मजहब का मामला आवाम का मामला है। मैं जमीयत के लोगों से कहना चाहता हूं कि वो अगर इस तरह के कार्यक्रम में किसी भी तरह हिस्सा लेंगे, जुबानी ही क्यों नहीं हो... उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

मौलाना मदनी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कुछ मुस्लिम नेताओं की ओर से अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद की नींव रखने के लिए प्रधानमंत्री से अपील करने पर तीखी आलोचना की है। मौलाना मदनी ने अपने बयान में कहा कि हम स्पष्ट रूप से यह कहना चाहते हैं कि अयोध्या विवाद में सुप्रीम कोर्ट के जो निर्णय किया था, हम उसको सही नहीं मानते हैं। इसलिए मस्जिद बनाने के लिए खैरात में दी गई जमीन को भी कबूल नहीं किया जा सकता।

प्रियंका गांधी और हिमंत बिस्वा सरमा को चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस, जानें क्या है कारण

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चुनाव आयोग ने प्रियंका गांधी वाड्रा और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया है। दोनों नेताओं पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप है।अधिकारियों ने कहा कि दोनों नेताओं को 30 अक्टूबर शाम तक जवाब देने के लिए कहा गया है।

बता दें कि देश के 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाला है। 3 दिसंबर को चुनाव के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इस बीच चनाव आयोग ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को नोटिस भेजा है। चुनाव आयोग ने 26 अक्टूबर को प्रियंका गांधी को नोटिस भेजकर 30 अक्टूबर की शाम तक जवाब देने को कहा है। चुनाव आयोग ने इसके साथ-साथ चेतावनी दी है कि यदि दोनों नेता समय सीमा समाप्त होने से पहले जवाब नहीं देते हैं तो यह मान लिया जाएगा कि उनके पास जवाब देने के लिए कुछ नहीं है और उनसे दोबारा संपर्क किए बिना ‘उचित कार्रवाई’ की जाएगी।

क्या कहा था प्रियंका गांधी ने

प्रियंका गांधी ने राजस्थान के दौसा में सभा को संबोदित करते हुए कहा था कि आपने देखा ही होगा, मैंने टीवी पर देखा पता नहीं सच है कि नहीं। पीएम मोदी ने देवनारायण जी के मंदिर में शायद गए थे। यहां उन्होंने लिफाफा डाला। लिफाफा खोला गया तो इसमें 21 रुपये मिले। एक तरह से यही हो रहा है। देश में घोषणाएं मंच पर खड़े होकर कैसे-कैसे लिफाफे दिखाए जा रहे हैं। आपको और जब आप उन लिफाफे को खोलते हैं तो चुनाव खत्म हो जाता है। इसी बयान को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवालन ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया था, जिसपर अब चुनाव आयोग ने प्रियंका गांधी से जवाब मांगा है।

अकबर पर टिप्पणी कर फंसे सरमा

वहीं, कांग्रेस ने चुनाव आयोग को दी अपनी शिकायत में आरोप लगाया था कि सरमा ने बीते हफ्ते छत्तीसगढ़ में एक चुनाव प्रचार के दौरान एकमात्र मुस्लिम मंत्री मोहम्मद अकबर पर निशाना साधा था। 18 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कवर्धा में अपने भाषण के दौरान सरमा ने कथित तौर पर अकबर पर विवादास्पद टिप्पणी की थी।कांग्रेस के अनुसार अपने भाषण में सरमा ने कांग्रेस उम्मीदवार मोहम्मद अकबर के खिलाफ प्रचार करते हुए दावा किया कि, “यदि एक अकबर कहीं आता है, तो वह 100 अकबर को बुलाता है। इसलिए जितनी जल्दी हो सके उन्हें विदा करें, नहीं तो माता कौशल्या की धरती अपवित्र हो जाएगी

*महुआ मोइत्रा ने एथिक्स कमेटी के सामने पेश होने पर जताई असमर्थता, जानें क्या बताई वजह*

तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा 31 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी के सामने पेश नहीं हो पाएंगी।इसको लेकर महुआ मोइत्रा ने लोकसभा की आचार समिति को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने समिति को बताया कि वह 31 अक्तूबर को पूर्व व्यस्तताओं के कारण उपस्थित नहीं हो सकती।

लोकसभा की आचार समिति ने ‘कैश के बदले संसद में सवाल’ पूछने के गंभीर आरोप के मामले में तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा को 31 अक्टूबर को पूछताछ के लिए व्यक्तिगत रूप से पेश होने कहा है। इस दिन महुआ मोइत्रा ने बताया कि वह उस दिन हाजिर नहीं हो सकेंगी। उन्होंने कहा कि वह फिलहाल दुर्गा पूजा का विजया सम्मेलनी में बंगाल में व्यस्त हैं।इस कारण वह हाजिर नहीं पाएंगी। मोइत्रा ने कहा कि 31 अक्टूबर को दिल्ली में उपस्थित होना उनके लिए संभव नहीं है। उस दिन उनका पूर्व निर्धारित कार्यक्रम है। हालांकि, वह 5 नवंबर के बाद किसी भी दिन, किसी भी समय समिति के सामने उपस्थित हो सकती हैं।

महुआ ने कहा कि वह भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहद्राई द्वारा उन पर लगाए गए आरोपों पर खुद को निर्दोष साबित करने के लिए निष्पक्ष सुनवाई चाहती हैं, लेकिन कमेटी ने उन्हें अवैध तरीके से तलब किया और शिकायतकर्ताओं की बात पहले ही सुन ली।

वहीं, तृणमूल सांसद ने मांग की कि कारोबारी दर्शन हीरानंदानी को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी को भी समिति के सामने पेश होना चाहिए और उन विभिन्न महंगे उपहारों की एक विस्तृत सूची सौंपनी चाहिए।जो उन्होंने मुझे देने की मांग की है।

बता दें कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने टीएमसी सांसद मोइत्रा पर पैसे लेकर सवाल पूछने का आरोप लगाया है। उन्होंने स्पीकर और लोकपाल को पत्र देकर टीएमसी सांसद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी सांसद ने देश की सुरक्षा को खतरे में डाला है और क्रिमिनल काम किया है। जिसके बाद मामला लोकसभा की आचार समिति के पास पहुंचा है।

'MS धोनी गरीबों को 5 हजार रुपये और घर बांट रहे हैं' बोलकर किया मासूम का अपहरण, झारखंड में घटी चौंकाने वाली घटना

झारखंड से एक चौंकाने वाली घटना हुई है। शातिर अपराधियों ने स्टार क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के नाम पर झांसा देकर एक डेढ़ वर्षीय मासूम बच्चे का अपहरण कर लिया। बदमाशों के इस नए तरीके ने पुलिस को भी चौंका दिया है। रांची के जगन्नाथपुर निवासी मधु देवी अपने 2 बच्चों के साथ रांची के हिनू में एक स्टाल से बच्चे के लिए कुछ खरीद रही थी। तभी एक मोटरसाइकिल सवार एक महिला के साथ आया तथा कहा कि धोनी निर्धन लोगों को 5 हजार रुपये और घर बांट रहे हैं। मधु देवी उस शख्स के झांसे में आ गई। उसने लालच में आकर बोला कि क्या वे उसे भी वहां छोड़ देंगे, जहां धोनी पैसे बांट रहे हैं। 

मोटरसाइकिल सवार ने हामी भर दी। फिर मधु अपनी डेढ़ वर्षीय बच्ची समेत उस शख्स की मोटरसाइकिल पर सवार हो गई। जबकि मधु ने अपनी 8 वर्षीय बेटी को वहीं खाने पीने के स्टॉल पर छोड़ दिया। मोटरसाइकिल सवार लोगों ने मधु को हरमू के पास बिजली ऑफिस पर उतार दिया। फिर महिला से कहा कि इसी दफ्तर में निर्धन लोगों को पैसे बांटने के लिए बैठक चल रही है। मधु का ध्यान भटकते ही मोटरसाइकिल सवार शख्स और उसकी साथी महिला ने मधु के बच्चे को उठाया और मोटरसाइकिल लेकर फरार हो गए। हालांकि मधु ने दौड़कर उन दोनों को पकड़ने का प्रयास किया तथा शोर भी मचाया मगर तब तक वे दोनों बच्चे को लेकर भाग निकले। पीड़ित महिला मधु ने इस मामले की शिकायत थाने में कराई। 

थानेदार ने बताया कि घटनास्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। जल्द ही अपराधी पुलिस की गिरफ्त में होंगे। लेकिन तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली हैं। अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है। रांची के SSP चंदन सिन्हा ने मीडिया से कहा कि पुलिस सभी संभावित पहलुओं से मामले की तहकीकात कर रही है। पुलिस को जल्द ही बच्चे को बरामद कर लेगी। कहा कि शिकायतकर्ता भी अपनी बात पर कायम नहीं है। पहले उसने कहा कि किडनैपर्स ने उसे यह कहकर बहकाया था कि सरकार निर्धन लोगों को धन वितरित कर रही है। फिर कहा कि अपहरणकर्ताओं ने कहा कि MS धोनी निर्धन लोगों को फंड बांट रहे हैं। इसलिए शिकायतकर्ता के बयान की भी गहनता से तहकीकात की जा रही है।

उत्तराखंड के सीएम धामी ने चेन्नई में किया रोड शो, साइन किए 10150 करोड़ के एमओयू, अब बदलेगी प्रदेश की तस्वीर

उत्तराखंड सरकार को वैश्विक निवेशक सम्मेलन से पहले निवेशकों को आकर्षित करने में फिर बड़ी सफलता मिली है। चेन्नई रोड शो में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की उपस्थिति में विभिन्न औद्योगिक समूहों के साथ 10150 करोड़ के निवेश करार पर हस्ताक्षर किए गए।

इनमें प्रमुख रूप से स्वास्थ्य, सेवा, फार्मा व ऊर्जा क्षेत्र के उद्योगों के साथ हुए करार शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने सभी निवेशकों को आठ व नौ दिसंबर को आयोजित होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए आमंत्रित भी किया।

10150 करोड़ के निवेश का करार

गुरुवार को चेन्नई में हुए रोड शो में इंफिनिटी ग्लोबल के साथ 4000 करोड़, जुलाई वेंचर्स के साथ 1000 करोड़, क्षणा ग्रुप के साथ कैंसर अस्पताल के लिए 1000 करोड़, सर्वोदय ग्रुप आफ होटल्स के साथ 1000 करोड़, क्राफ्ट स्मिथ इंडिया के साथ 1000 करोड़, एसआरएम यूनिवर्सिटी के साथ 600 करोड़, रिफेक्स ग्रुप के साथ 500 करोड़, इंफला मोवी ग्रुप के साथ 250 करोड़ रुपये, अपोलो हास्पिटल के साथ 500 करोड़, टीपीसीआइ के साथ 200 करोड़ व मिलटेक्स ग्रुप के साथ 100 करोड़ रुपये के निवेश करार किए गए।

तमिलनाडु और उत्तराखंड का खास नाता

रोड शो को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि तमिलनाडु और उत्तराखंड का आध्यात्मिक रूप से संबंध है। भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु में रामेश्वरम और उत्तराखंड में केदारनाथ में विद्यमान हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और तमिल संगम को आगे बढ़ाया जाएगा।

उत्तराखंड की खूबियों से कराया अवगत

मुख्यमंत्री ने निवेशकों को उत्तराखंड की खूबियों की जानकारी देते हुए बताया कि यहां विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल होने के साथ ही खाद्य प्रसंस्करण, ऑटो कंपोनेंट विनिर्माण, शिक्षा एवं स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उत्तराखंड को पीस टू प्रोसपेरिटी के मूल मंत्र के साथ सक्रिय एवं निवेश अनुकूल बनाया जा रहा है। राज्य में पर्यटन, वेलनेस, आयुष, फार्मा के साथ ही वैकल्पिक ऊर्जा और सूचना एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्र को फोकस सेक्टर के रूप में शामिल किया गया है।

सीएम धामी ने कहा कि अब तक आयोजित रोड शो में देश व विदेश से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिल रही है। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज व सौरभ बहुगुणा ने भी निवेशक सम्मेलन को संबोधित किया। कार्यक्रम में सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम, सचिन कुर्वे, डा आर राजेश कुमार व महानिदेशक उद्योग रोहित मीणा भी उपस्थित थे।

अब तक 64,725 करोड़ के करार

ब्रिटेन दौरे में- 12,500 करोड़।

दिल्ली में रोड शो के दौरान – 19 हजार करोड़।

दिल्ली में निवेशक सम्मेलन के कर्टेन रेजर कार्यक्रम – 7,600 करोड़ के करार।

संयुक्त अरब अमीरात में दो दिन में 15,475 करोड़।

चेन्नई रोड शो में 10,150 करोड़

उत्तराखंड में आदि कैलाश और मुनस्यारी के बाद अब दारमा घाटी में खुले पर्यटन के द्वार, बेहद खूबसूरत इस जगह पर जाने के लिए पर्यटकों की लगी भीड़

दो माह मार्ग बंद होने से अलग-थलग पड़ी धारचूला की दारमा घाटी में अब पर्यटन के द्वार खुल चुके हैं। मार्ग खुलने के साथ ही पर्यटक दारमा जाकर पंचाचूली ग्लेशियर बेस कैंप तक पहुंचने लगे हैं। आदि कैलास और मुनस्यारी के बाद अब दारमा मार्ग पर भी पर्यटकों की चहल-पहल होने लगी है।

उच्च हिमालयी दारमा घाटी में पंचाचूली ग्लेशियर सर्वाधिक आकर्षक स्थल है। जहां पर जीरो प्वाइंट तक पर्यटक पहुंचते हैं। यहां तक पहुंचना बेहद रोमांचक माना जाता है और पंचाचूली की हिमरेखा तक पहुंचना अपने आप में एक अलौकिक आनंद की अनुभूति कराता है। पंचाचूली ग्लेशियर बेस कैंप तक पहुंचने के लिए इनर लाइन परमिट की औपचारिकता नहीं होने से यहां तक पहुंचना सबसे अधिक सरल है।

प्रकृति की गोद में बसे दारमा

का आकर्षण ऐसा है कि यहां तक मार्ग बनने के बाद सबसे अधिक पर्यटक यहां पहुंचने लगे थे। दारमा घाटी ही जिले की पहली उच्च हिमालयी घाटी है जो सड़क मार्ग से जुड़ी। सड़क मार्ग से जुड़ते ही यहां पर पर्यटकों की आवाजाही बढ़ने लगी।

बढ़ने लगी है पर्यटकों की भीड़

कोरोना काल से पूर्व पंचाचूली ग्लेशियर बेस कैंप तक पहुंचने वालों की प्रतिवर्ष आठ से 10 हजार तक पहुंचने लगी थी। मार्ग बनने से सुबह धारचूला से पंचाचूली बेस कैंप जाकर पर्यटक सायं को धारचूला भी लौट सकते हैं, लेकिन अति सुंदर दारमा वैली के सौंदर्य का आनंद उठाने के लिए पर्यटक बेस कैंप पर बनी आवासीय सुविधा में रहना पसंद करते हैं।

मुनस्यारी के बाद दारमा में होमस्टे की परंपरा

दारमा घाटी तक सड़क पहुंचने के बाद यहां आने वाले पर्यटकों के लिए स्थानीय लोगों ने होमस्टे का संचालन किया। दारमा के होमस्टे पर्यटकों को खासे पसंद हैं। कोरोना काल में भी दारमा में भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे थे। बीते वर्ष भी दारमा में पर्यटकों की संख्या अच्छी खासी रही।

इस वर्ष दारमा को जोड़ने वाली तवाघाट-सोबला-ढाकर मार्ग दो माह पूर्व ठाड़ी गाड़ पर बेली ब्रिज के तार टूटने से बंद हो गया। दर के पास मार्ग धंस गया। दो माह बाद बीते सप्ताह मार्ग खुल सका है लेकिन अभी भी मार्ग में कई स्थल खतरनाक बने हैं। इसके बावजूद भी पर्यटक दारमा पहुंचने लगे हैं। इन दिनों बंगाली पर्यटक दारमा पहुंचे हैं।

धारचूला से मात्र चार से पांच घंटे का लगता है समय

धारचूला से पंचाचूली बेस कैंप तक पहुंचने में वाहन से मात्र चार से पांच घंटे का समय लगता है। दुग्तू तक वाहन से जाने के बाद तीन से चार किमी की दूरी तय कर पर्यटक जीरो प्वाइंट पर पहुंचता है। इस वर्ष पर्यटन के पीक समय पर मार्ग बंद होने से दारमा के पर्यटन से जुड़े लोगों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है।

स्थानीय निवासी आन सिंह बताते हैं कि अब मुश्किल से दारमा आने-जाने का एक माह से भी कम समय बच चुका है। वह बताते हैं कि इस समय सात, आठ ही होमस्टे संचालित हो रहे हैं। यह समय अब माइग्रेशन का है।

'आप' सांसद संजय सिंह को कोर्ट से झटका, दिल्ली आबकारी नीति मामले में 10 नवंबर तक बढ़ाई गई न्यायिक हिरासत

#delhi_excise_case_court_extends_judicial_custody_of_sanjay_singh

दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह की न्यायिक हिरासत शुक्रवार को राउज एवेन्यू कोर्ट ने 10 नवंबर तक बढ़ा दी। उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद कोर्ट में पेश किया गया था।बता दें कि संजय सिंह की गिरफ्तारी ईडी ने 4 अक्टूबर को की थी। वहीं कोर्ट में सुनवाई से पहले संजय सिंह ने कहा कि सत्ता के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।

कोर्ट में सुनवाई के लिए पेश होने से पहले आप सांसद ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा ‘सत्ता में बैठे लोगों के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। वहीं आप आदमी पार्टी ने नेता का दावा है कि उन्हें भारतीय जनता पार्टी की साजिश के तहत गिरफ्तार कराया गया है। इससे पहले दिल्ली में केंद्र सरकार और बीजेपी के खिलाफ आम आदमी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का विरोध प्रदर्शन किया।

कोर्ट में हिरासत पर सुनवाई के दौरान विशेष न्यायाधीश एम के नागपाल ने सिंह को अपने पारिवारिक खर्चों और संसद सदस्य के रूप में क्षेत्र के कामों के लिए दो चेक पर हस्ताक्षर करने की अनुमति दी। जज ने संबंधित जेल अधिकारियों को संजय सिंह के लिए उनके निजी डॉक्टर सहित उचित इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश भी दिया।