एसएसपी ने पितृपक्ष मेला का किया निरीक्षण, कहा-श्रद्धालुओं की सेवा में 24 घंटा जुटी है पुलिस

गया : बिहार के गया में इन दिनों पितृपक्ष मेला चल रहा है जिसमें देश-विदेश व अन्य राज्यों से प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु गया जी पहुंच रहे हैं और अपने पूर्वजों का पिंडदान एवं तर्पण कर रहे हैं। देश विदेश व अन्य राज्यो से आने वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षा के दृष्टि से गया पुलिस के द्वारा विभिन्न चौक चौराहे पर पुलिस बल की तैनाती की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी तरह की दिक्कतें व सामना नहीं करना पड़े। इसकी जानकारी गया के एसएसपी आशीष भारती ने विष्णुपद मंदिर के निरीक्षण के दौरान मीडिया से बात करते हुए कहीं। 

एसएसपी आशीष भारती ने निरीक्षण के बाद बताया कि गया जी प्रतिदिन 2 लाख से ऊपर श्रद्धालुओं का आगमन हो रहा है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टि से गया में व्यापक तरीके से पुलिस बल की तैनाती की गई है। अभी तक किसी प्रकार की कोई अप्रिय घटना नहीं घटित हुई है। 

भारी संख्या में श्रद्धालुओं की सेवा में पुलिस बल की तैनाती की गई है और पुलिस अपने कर्तव्यों का निष्ठा पूर्वक अनुपालन कर श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे हुए हैं। श्रद्धालुओं से चिंताई करने वाले कई महिला व पुरुष को गिरफ्तारी की गई है। ट्रैफिक व्यवस्था भी पूरी अच्छी तरीके से चल रही है।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर आयुक्त के निर्देश पर सभी वार्डो में फॉगिंग एवं एंटी लार्वा का किया गया छिड़काव

गया - गया नगर निगम के नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा के निर्देश पर डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सभी वार्डो में फॉगिंग एवं एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है। 

पितृपक्ष मेला में देश-विदेश से लाखों की संख्या में तीर्थ यात्रियों के आगमन को देखते हुए कुल 05 फॉगिंग मशीन से मेला क्षेत्र एवं आवासन स्थलों में फॉगिंग प्रतिदिन कराया जा रहा है।

पितृपक्ष मेला क्षेत्र के अतिरिक्त शहर के अन्य वार्डों में 10 फॉगिंग मशीन से फॉगिंग कराया जा रहा है। 

आई.एमए हॉल, गया म्यूजियम, शहीद आरक्षित विद्यालय, गया कॉलेज गया, डंकन स्कूल, जी.एस कन्या विद्यालय, संजय सिंह यादव कॉलेज, महेश सिंह यादव कॉलेज, महावीर स्कूल इत्यादि आवासन स्थलों एवं मेला क्षेत्र में नियमित रूप से फॉगिंग ब्लीचिंग एवं एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है।

गया से मनीष कुमार

बिहार के महामहिम राज्यपाल का कल गया में होगा आगमन, विष्णुपद में करेंगे तर्पण

गया - बिहार के महामहिम राज्यपाल का कल गया में आगमन होने जा रहा है जिसको लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है। 

बिहार के महामहिम राज्यपाल गया पहुंचने के बाद सीधे विष्णुपद जाएगे जहां तर्पण करेंगे। 

महामहिम राज्यपाल के आगमन को लेकर जिला प्रशासन ने आमजनों से अपील किया है कि कल सुबह 09:00 से 09.20 तक घुगड़ीताड़ बाईपास होते हुए नारायणी पूल- बंगाली आश्रम रोड उस अवधि तक अवरुद्ध रहेगी।

गया से मनीष कुमार

मेरा माटी मेरा देश, मिट्टी को नमन वीरों को बंदन कार्यक्रम के तहत घर-घर से सभी मुखिया एवं वार्ड सदस्यों द्वारा मिट्टी प्रखंड मुख्यालय में लाया गय

गया/शेरघाटी। आजादी के 75 वर्ष अमृत महोत्सव, मेरा माटी मेरा देश, मिट्टी को नमन वीरों को बंदन कार्यक्रम के तहत शेरघाटी प्रखंड के सभी पंचायतों के घर-घर से सभी मुखिया एवं वार्ड सदस्यों द्वारा मिट्टी प्रखंड मुख्यालय में लाया गया।

जहां से प्रखंड विकास पदाधिकारी स्नेहिल आनंद अंचल, अधिकारी सुधीर तिवारी, प्रमुख नरेश कुमार, मुखिया प्रतिनिधि जावेद खां, जितेंद्र प्रसाद यादव, सतीश भारती, मुखिया राजेश कुमार यादव, मो मुमताज अंसारी, संजय सिंह एवं अन्य गन्य मान्य लोगों ने सेना के जवानों को मिट्टी देकर सम्मान के साथ विदा किया।

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

रामपुर पंचायत में आम सभा का किया गया आयोजन, साफ सफाई पर हुई विचार विमर्श

गया/आमस। जिले के आमस प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों में आम सभा का आयोजन किया गया। जिसके तहत रामपुर पंचायत सरकार भवन में मुखिया अनुराग कुमार रंजन की अध्यक्षता में आम सभा का आयोजन किया गया।

इस सभा में विकास को लेकर चर्चा हुई।जिसमे इंद्रा आवास, मनरेगा, तथा साफ सफाई पर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान उप मुखिया ब्रजेश यादव, पंचायत सचिव, पीआरएस संतोष कुमार, वार्ड सदस्य रंजीत कुमार, राजेश प्रकाश, वीरेंद्र यादव सहित सैकड़ों आम जनता उपस्थित थें।

रिपोर्ट: धनंजय कुमार।

सुबेदार कुमार यादव ने किया 11वीं बार रक्तदान, आनन-फानन में अस्पताल पहुंच कर ब्लड देकर बचाई मरीज की जान

गया/डोभी। डोभी के पीपरघट्टी के रहने वाले दशरथ यादव के पुत्र मुकेश कुमार जिनकी किडनी की समस्या थी रक्त की जरूरत तो समाजसेवी आबिद ईमाम को सूचना मिलते सूबेदार यादव को फोन पर सूचना दी थी कि पॉजिटिव रक्त की जरूरत है वो खुद तैयार हो गए। मरीज की हालत देख खुद पहुंचे डा0 एस समर्दर्शी अस्पताल में मरीज के रिस्तेदार ब्लड जुगाड़ नही कर पा रहे थे। सूबेदार कुमार यादव आनन-फानन में अस्पताल पहुंचे और ब्लड देकर मरीज की जान बचाई।

इस मौके पर शेरघाटी के रक्तवीर और समाज सेवी आबिद इमाम ने कहा कि बडे भाई सुबेदार यादव को एक फोन किये और वे फौरन अस्पताल पहुचे और एक मरीज की जान बचाई इसके लिए इन्हें दिल से आभार प्रकट करता हु। दूसरी बात इन्होंने बताया कि वे शहीद भगत सिह यूथ बिग्रेड टीम के सक्रीय सदस्य है और वे इनकी 11वीं बार ब्लड दान किया गया।

वही, गुरुआ के रहने वाले अमित यादव के पिता रोहन यादव जी को भी ओ पॉजिटिव ब्लड उपलब्ध कराने का काम किए है मगध मेडिकल से शहीद भगत सिंह युथ बिग्रेड एक ऐसी संस्था है जो कईं लोगो को रक्त मुहैया कराने का काम करती हैं।

मोहब्बत का दुश्मन बना समाज: प्रेमी जोड़े का बाल काट कर गांव नही आने का सुनाया फरमान

गया/आमस। आमस प्रखंड क्षेत्र के झरी पंचायत अंतर्गत बेल बिगहा गांव में एक प्रेमी जोड़े के साथ अजीबो-गरीब मामला प्रकाश में आया है। गांव के मनचलों ने प्रेमी जोड़े को कानून को हाथ में लेकर समाज को कलंकित करने का काम किया है। उक्त गांव के कारू रिकियाशान के 19 वर्षीय पुत्री ललिता कुमारी को सलैया थाना के अररूआ गांव के रहने वाले 23 वर्षीय धर्मेंद्र रिकियासन पर दिल आ गया।

जिसके बाद दोनों प्रेमी जोड़े ने बलियारी देवी मंदिर में जाकर शादी रचा ली। लेकिन प्रेमी जोड़े की यह शादी गांव वाले को रास नहीं आया। शादी के सूचना मिलते ही दर्जनों की संख्या में लोग इकठ्ठा हो गए और इस पर एतराज जताया। इससे आहत होकर ललिता कुमारी ने स्थानीय थाने में आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगाई है।

प्रेमी जोड़े का बाल काट कर, गांव नही आने का सुनाया फरमान

मोहब्बत का दुश्मन बना समाज के लोग प्रेमी जोड़े के शादी पर एतराज नहीं जताया बल्कि प्रेमी जोड़े को सिर का बाल काट दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। वीडियो में साफ देखा जा सकता है की कुछ मनचले तालिबानी फरमान सुना रहा है।एक युवक जोर से आवाज लगाकर कहता है की सनलो भाइयों, इस लड़की को गांव आना चाहिए की नही तो सभी लोगो ने नही आने का हुकार भरते हैं।फिर युवक कहता है अगर लड़की गांव आ गई तो कारू भुईयां यानी लड़की के पिता को सजा मिलनी चाहिए या नहीं तो सभी लोगो ने हां की हुंकार भरते हैं।और सभी लोग ताली बजाकर सहमति भी जताते हैं।

पुलिस के तत्परता से लड़की की बची आबरू, तीन लोग गिरफ्तार

घटना से आहत होकर पीड़ित लड़की ललिता कुमारी ने पुलिस से लिखित शिकायत की है। जिसमे उसने गांव के ही महेंद्र मांझी, प्रकाश भुईयां, धनंजय कुमार पर गाली गलौज के साथ मारपीट करने तथा कपड़े फाड़ कर अर्धनग्न कर मंगल सूत्र व सोने का चैन छीनने और जन से मारने का आरोप लगाई है। इस घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने फैरान घटना स्थल पर पहुंच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और गुस्साए भीड़ से प्रेमी जोड़े को सुरक्षित थाना लाया।वहीं थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने बताया की दोषियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

रिपोर्ट : धनंजय कुमार।

पुलिस ने पशु तस्करी कर ले जा रहे एक 407 मिनी ट्रक के साथ एक युवक को किया गिरफ्तार

गया - जिले के मोहनपुर थाना क्षेत्र डंगरा क्वाटर के समीप मोहनपुर थाने की पुलिस ने पशु तस्करी कर ले जा रहे एक 407 मिनी ट्रक के साथ एक युवक को गिरफ्तार किया है। 

थाना प्रभारी अविनाश कुमार ने बताया कि मिली गुप्त सूचना के आधार पर बीत रात्रि मवेशियों ले जा एक 407 वाहन मिनी ट्रक के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया है। उ

न्होंने बताया आवश्यक कार्रवाई हेतू बाद युक्त तस्कर को जेल भेज दिया गया। श्री कुमार ने बताया कि युक्त सभी मवेशियों को सुरक्षित बोधगया स्थित खजवती मठ में भेजा गया।

रिपोर्ट: गणेश गुप्ता

उमरान ग्रीन पर्सपेक्टिव फाउंडेशन के बैनर तले पीस टॉक का आयोजन, ग्लोबल इंग्लिश सेंटर के छात्र-छात्राओं ने लिया हिस्सा

गया/शेरघाटी। गांधी जयंती के अवसर पर उमरान ग्रीन पर्सपेक्टिव फाउंडेशन के द्वारा एक इंटरनेशनल पीस टॉक का आयोजन किया गया।

जिसमे शेरघाटी शहर के ग्लोबल इंग्लिश सेंटर के छात्र छात्राओं ने हिस्सा लिया। जिसमें साजिया अंजुम,शाहीन अनवर, ईरम नाज, अरशद खान, अंजली गुप्ता एवम विभिन्न देशों से भी प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया जिसमें हलीमा मज़हर (पाकिस्तान), शायरा मनिहार (मुम्बई यूनिवर्सिटी), प्रकाश कुमार (इ ऍफ़ एल यूनिवर्सिटी), नरगीश राशिद (काश्मीर) के साथ-साथ भारत सहित दुनिया के अलग अलग देशों के छात्र छात्राओं ने शांति और सद्भाव के महत्व और उसकी जरूरत पर प्रकाश डाला।

संस्था के डायरेक्टर राजीव कुमार ने कहा कि प्रतिभागियों ने अपने अपने भाषण के माध्यम से विश्व को अमन और भाईचारा का पाठ पढ़ाया एवम पूरे विश्व के लोगों से आग्रह किया की हर मसले का हल हम शांति और सद्भाव के पथ पर चलकर कर दे सकते हैं।राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बताए हुए मार्ग पर चलकर हम वैश्विक अमन और शांति को कायम रख सकते हैं। वक्ताओं ने धर्म, संप्रदाय, रंग भेद, नस्ल और नागरिकता से परे शांति की मिशाल पूरी दुनिया में कायम करने की बात कही। भाषण प्रतियोगिता में जज की भूमिका निभा रहे डॉ. अमीना हुसैन, जामिया इस्लामिया दिल्ली, नाहिद असलम यूके, इज़हारुल हक वाणी, पैतरिसिया मैक्लीफ (अमेरिका) आदि शामिल थे। उन्होंने कहा कि जंग में सिर्फ बर्बादी है और हमें इसको रोकने और शांति वार्ता पर यकीन रखना चाहिए।

मुख्य अतिथि डॉक्टर एस के भँसल, न्यूरोलॉजिस्ट (चंडीगढ़) डॉक्टर शैलेजा (हिमाचल प्रदेश)डॉक्टर इंशा कय्यूम (रिसर्च स्कॉलर) आदि ने उमरान ग्रीन पर्सपेक्टिव फाउंडेशन संस्था की जमकर प्रशंसा की।वैश्विक शांति और आध्यात्मिकता पर चर्चा को सुविधाजनक बनाने के लिए उमरान ग्रीन पर्सपेक्टिव फाउंडेशन द्वारा आयोजित यह अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम। दुनिया के सभी कोनों से प्रतिभागियों, कनिष्ठों से लेकर वरिष्ठों तक, जिनमें प्रोफेसर, डॉक्टर, छात्र और जीवन के सभी क्षेत्रों के व्यक्ति शामिल हैं, को शांति और आध्यात्मिकता पर अपने दृष्टिकोण साझा करने के लिए आमंत्रित किया गया है। वे शांति-निर्माण में उनके योगदान और हमारी वैश्वीकृत दुनिया में इसकी तत्काल आवश्यकता पर चर्चा करेंगे। मानव और पर्यावरण दोनों के लिए शांति और समृद्धि के लिए और समाज में संचार विकसित करने के लिए वसुधैव कुटुंबकम (पूरी दुनिया एक परिवार है) और असबिया (समूह भावना) की अवधारणा के आधार पर उमरान की स्थापना 2020 में की गई थी। उमरान का अर्थ है समाज और हरे का अर्थ है समृद्धि और प्रकृति। उमरान विभिन्न कार्यक्रमों और पहलों के माध्यम से इन मुद्दों को सक्रिय रूप से संबोधित कर रहा है और सभी समाज के लोगो को इस मिशन में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता है। 

रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।

रानी दुर्गावती के शौर्य और पराक्रम की गाथाएं सदैव बेटियों को असंभव को संभव कर दिखाने का साहस देती रहेंगी: अभाविप

गया। अखिल भारतीय विधार्थी परिषद, गया महानगर इकाई द्वारा रानी दुर्गावती जी के 500वीं जयन्ती के मौके पर जगजीवन महाविद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस मौके पर अभाविप के गयाजी महानगर अध्यक्ष प्रियंका तिवारी ने कहा कि विश्व इतिहास में रानी दुर्गावती पहली महिला है जिसने समुचित युद्ध नीति बनाकर अपने विरूद्ध हो रहे अन्याय के विरोध मे मुगल साम्राज्य के विरूद्ध शस्त्र उठाकर सेना का नेतृत्व किया और युद्ध क्षेत्र मे ही आत्म बलिदान दिया . रानी दुर्गावती सोलहवीं शताब्दि की वीरांगना थीं, उनके समय तक गौंड़ सेना पैदल व उसके सेनापति हाथियो पर होते थे, जबकि मुगल सेना घोड़ो पर सवार सैनिको की सेना थी. हाथी धीमी गति से चलते थे और घोड़े तेजी से भागते थे, इसलिये जो मुगल सैनिक घोड़ो पर रहते थे वे तेज गति से पीछा भी कर सकते थे और जब खुद की जान बचाने की जरूरत होती तो वो तेजी से भाग भी जाते. किंतु पैदल गौंडी सेना धीमी गति से चलती और जल्दी भाग भी नही पाती थी.

विशाल, सुसंगठित, साधन सम्पन्न मुगल सेना जो घोड़ो पर थी उनसे जीतना संख्या में कम, गजारोही गौंड सेना के लिये कठिन था, फिर भी जिस तरह रानी दुर्गावती ने अकबर की दुश्मन से वीरता पूर्वक लोहा लिया, वह नारी सशक्तीकरण का अप्रतिम उदाहरण है . तीन बार तो रानी ने मुगल सेना को मात दे दी थी। हम बेटियों को भी मां रानी दुर्गावती जी की वीर गाथा पढ कर अपने सौर्य को पहचानना चाहिए एवं अपनी शक्ती से एक नया मुकाम हासिल करनी चाहिए. महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सत्येंद्र प्रजापति ने कहा कि बलिदान दिवस के रूप में रानी दुर्गावती की पुण्यतिथि मनाई जाती है। आज रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर देश उन्हें याद कर हम सभी श्रद्धांजलि दे रहे है।अपनी अंतिम सांस तक मुगलों को नाकों चने चबवाने वाली, अदम्य साहस और शौर्य की प्रतीक, स्वधर्म के लिए लड़ते हुए अपना बलिदान देने वाली वीरांगना रानी दुर्गावती जी का जीवन सदैव आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा। 

एबीवीपी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रिया सिंह ने बताया कि धर्म की रक्षा के लिए सर्वस्व अर्पित करने वाली महान वीरांगना, स्वाभिमान-पराक्रम व नारी शक्ति की प्रतीक रानी दुर्गावती जी को केवल मुगलों के खिलाफ वीरता के लिए ही नहीं, उनके जन कल्याणकारी कार्यों के लिए भी याद रखा जाएगा। अपनी वीरता के लिए जानी जाने वाली रानी दुर्गावती का युद्ध कौशल सराहनीय था। वहीं उनके शासन काल में मठ, मंदिर, कुएं, बाबड़ी, धर्मशाला सहित अनेक धार्मिक, सामाजिक संस्कारित कार्य हुए जो कि आज भी प्रेरणादायी हैं। रानी दुर्गावती जैसी वीरांगनायें आज की नारी का आदर्श होना चाहिए। उन्होंने बताया कि 5 अक्टूबर सन् 1524 को महोबा के राजा कीर्ति सिंह के घर जन्मीं उनकी एक मात्र संतान थीं। विवाह के चार वर्ष बाद पति की असमय मृत्यु होने पर तीन वर्षीय पुत्र वीर नारायण को सिंहासन पर बैठाकर संरक्षक के रूप में स्वयं शासन करना प्रारंभ किया।

उन्होंने कई बार दुष्टआतताई मुगल शासकों से युद्ध कर संपूर्ण क्षेत्र की रक्षा की। यहां तक कि उन्होंने अकबर, आशिफ खान राजबहादुर आदि को दांतों चने चवबा दिए। हम भारतीय नारी एक ओर शील, विनय, सौंदर्य एवं भक्ति की प्रतिमूर्ति है वहीं दूसरी ओर त्याग, बलिदान, शौर्य और साहस की परिचायक है। प्रत्येक नारी में ऐसे गुण विद्यमान होते हैं। बस उन्हें खोजने की जरूरत होती है। सभी नारी शक्ति को संकल्प लेना होगा कि किसी भी परिस्थिति में हम अपना सर किसी के समक्ष नही झुकने देगे। इस मौके पर गया महानगर अध्यक्ष प्रियंका तिवारी, प्रदेश कार्यकारणी सदस्य प्रिया सिंह, प्राचार्य सत्येंद्र प्रजापति, दीनानाथ जी, पूर्णेन्दु जी, रश्मि मैम, राजीव रंजन,अविनाश पांडे, सनी सिंह, सौरभ सिंह, आयुष कुमार आदि मौजूद रहे।