*ड्रैगन फ्रूट की खेती से बदलेगी किसानों की किस्मत*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में अधिकांश किसान परंपरागत खेती को छोड़कर व्यवसायिक खेती की ओर कदम बढ़ा चुके हैं।
इससे उनकी आमदनी बढ़ी है। अब कालीन नगरी में पहली बार ड्रैगन फ्रूट की खेती की जा रही है। उद्यान विभाग की ओर से बढ़ावा भी दिया जा रहा है। विभाग की ओर से ड्रैगन फ्रूट की खेती करने वाले किसानों को प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये की अनुदान दिया जा रहा है।
विभाग का मानना है कि परंपरागत खेती से हटकर व्यावसायिक खेती से किसानों की आमदनी में व्यापक सुधार हो सकता है।
कोई किसान अगर ड्रैगन की खेती करता है तो उसकी आमदनी में अच्छा इजाफा हो सकता है, क्योंकि ड्रैगन फ्रूट 120 से 125 रुपये किलो तक बिकता है। कुछ किसान इसके प्रति आकर्षित भी हुए हैं। औराई ब्लाक के कुरौना गांव निवासी सिमांत मिश्र बीएसी एजी करने के बाद पहली बार आधे हेक्टेयर में ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं।
बताया कि बागवानी मिशन के तहत वे ड्रैगन फ्रूट की खेती कर रहे हैं। पिछले साल से ड्रैगन फ्रूट की खेती शुरु किया हूं। इस साल पाैधे में फल आने लगा है। इसमें आयरन, विटामिन, प्रोटीन सहित अन्य मात्रा मिलता है। इसका सेवन करने से इम्यूनिटी बूस्टर, डायबिटीज को कम करने के साथ कॉलेस्ट्रॉल के लिए भी लाभदायक है।
ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए किसानों को लकड़ी या क्रंकीट के पिलरों की जरूरत होती है। इन पिलरों से पौधों को वृद्धि में मदद मिलती है। इसका पौधा नुकीला होता है, इसके कारण इसे जानवर भी नहीं खाते हैं।
बंजर भूमि पर भी इसकी खेती आसानी से की जा सकती है। जिले में 300 हेक्टेयर भूमि बंजर है, यदि किसान यहां पर ड्रैगन फ्रूट की खेती करे तो अच्छा आमदनी कर सकते हैं।ड्रैगन फ्रूट की खेती कर किसान अच्छी आमदनी कर सकते हैं। इसके लिए सरकार 50 हजार रुपये का अनुदान भी दे रही है। किसानों को आगे आकर खेती करनी चाहिए।
-- ममता सिंह यादव, डीएचओ भदोही।
Aug 27 2023, 14:52