नई शिक्षा नीति छात्रों में कम उम्र से ही वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने में करेगा मदद : प्राचार्य
नई शिक्षा नीति से एक शिक्षा प्रणाली तैयार करना है। इससे भारत के सभी बच्चे लाभान्वित होंगे। ये बातें नई शिक्षा नीति की सराहना करते हुए डीएवी पब्लिक स्कूल बिहार जोन-डी के निदेशक कमल किशोर सिन्हा ने कही। डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमिटी के तत्वावधान में डीएवी पब्लिक स्कूल एचएफसी बरौनी में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री सिन्हा ने कहा कि 21वीं सदी में पहली शिक्षा नीति शिक्षार्थियों की आवश्यकताओं और उनके विकास के विभिन्न चरणों में प्रासांगिक है।
वहीं डीएवी एचएफसी प्राचार्य सुमंत घोष ने कहा कि नई शिक्षा नीति भारत को एक जीवन ज्ञान केन्द्र में बदल देगी, जिससे आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार होगा।
उन्होंने नई शिक्षा नीति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नई शिक्षा नीति छात्रों में कम उम्र से ही वैज्ञानिक स्वभाव विकसित करने में मदद करेगा। प्राचार्य डीएवी पब्लिक स्कूल मोकामा दीपक कुमार ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा की शिक्षक हमेशा पाठक रुप में ही रहें, जिससे वर्तमान समय में हो रही तथा बदलती शिक्षा के बीच संतुलित संसाधन से रुबरु करा सकें। इसके पूर्व दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्घाटन संयुक्त रूप से ज्ञान दीप प्रज्ज्वलित कर के किया। वहीं इस संबंध में
जानकारी देते हुए विद्यालय मीडिया प्रभारी हेमंत कुमार मिश्रा ने बताया कि डीएवी एचएफसी बरौनी में डीएवी कॉलेज मैनेजिंग कमिटी के तत्वावधान में डीएवी सेन्टर एकेडमिक एक्सीलेंस से प्रशिक्षण प्राप्त 11 मास्टर ट्रेनरों द्वारा विज्ञान में प्राथमिक व माध्यमिक स्तर एवं गणित में प्राथमिक, उच्चतर प्राथमिक, माध्यमिक स्तर के शिक्षकों को दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित किया गया है।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Jun 17 2023, 20:16