बिहार में हुए हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री ने बताया सोची समझी साजिश, बिना नाम लिए केन्द्रीय गृह मंत्री पर बोला हमला
डेस्क : रामनवमी जुलूस के दौरान सासाराम और बिहारशरीब में हुए हिंसा को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा है कि दोनो जगहीं पर हिंसा कराई गई। माहौल खराब करने करने की कोशिश की गई। वहीं उन्होंने इस मामले को लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री द्वारा राज्यपाल से मिलने पर भी सवाल खड़ा किया।
आज पूर्व डिप्टी पीएम स्वर्गीय जगजीवन राम की जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम मंे शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान सासाराम बिहारीशरीफ हिंसा पर पूछे गये प्रश्न को लेकर कहा कि बिहार में हिंसा कराई गई। माहौल खराब करने की कोशिश की गई। कभी यहां कुछ होता ही नहीं है सब लोग यहां अलर्ट रहते हैं। अगर अचानक कहीं कुछ किया गया है तो उसको लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। हमलोग भी पूरी नजर बनाए हुए हैं। प्रशासन ने सही तरीके से सबकुछ संभाला है। सब कुछ जानबूझकर कराया गया गया। हिंसा की जांच जारी है। जल्द ही हिंसा का सच सामने आएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दंगाइयों को उल्टा लटकाकर सीधा करने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आप भूल गए जब 2017 में फिर हम इन लोगों के साथ गए थे तो एक घटना हुई थी। उसमें एक नेता का बेटा शामिल था, तो उसको भी हम अरेस्ट करवाए थे। ये लोग कभी कुछ किए हैं। जो यहां हुआ है आप सभी लोगों को मालूम है। एक एक आदमी को पता है कि प्रारंभ से ही हमने क्या- क्या किया है।
उन्होंने कहा कि फेडरल सिस्टम में मुख्यमंत्री से बातचीत करने का प्रावधान होता है का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस देश के संविधान को जरा देख लीजिए। शुरु से बना है कि जो भी गवर्नर होते हैं तो क्या केवल उन्हीं से बात की जाती है? या सरकार से कोई बातचीत की जाती है। यह कानून बना हुआ है कि राज्य सरकार की सहमति से कुछ होता है जो लोग बोल रहे हैं वो कितना दिन से राजनीति में हैं और हमलोग कितना दिन से राजनीति में हैं। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में पार्टी थी वो कितना बढ़िया से काम करती थी। आजकल ये लोग कुछ काम नहीं कर रहे हैं सब चीज पर कब्जा कर लिए हैं, केवल अपना प्रचार कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां राज्यों में अच्छा काम होता है उसकी कहीं चर्चा नहीं है। हमलोग इतना काम करते हैं कहीं कोई चर्चा नहीं होती है। केवल बिहार के अखबारों में छप जाती है दो जगहों पर जो कुछ भी हुआ उसको लेकर एक-एक चीजों पर नजर है और पूरे बिहार पर नजर है। इस संदर्भ में हमने तत्काल मिटिंग की थी। सारे अधिकारियों को हमने कह दिया है कि जितने लोग इसमें संलिप्त हैं चाहे वो किसी भी कम्यूनिटी के हों, किसी भी जाति के हों उन पर उचित कार्रवाई की जाय।
वहीँ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा भाजपा का दरवाजा हमेशा के लिए बंद हो जाने वाले बयान पर पत्रकारों के पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी बातों का नोटिस नहीं लेते हैं। उनका कौन दरवाजा है? कोई दरवाजा है। उनका तो एकतरफा छपता ही है और हमलोगों की कोई बात नहीं छपेगी तो हमको क्या जरूरत है नोटिस लेने का। हम लोगों के बीच में हैं। मीडियाकर्मी बंधुओं से आग्रह करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आपसे हमें काफी उम्मीद है, आप जरा लोगों से अंदर से जाकर बात कीजिए, तब आपको सही बातों का पता चल जाएगा।
Apr 06 2023, 09:23