बिहारशरीफ और सासाराम की घटना के बाद पटना जिला प्रशासन सतर्क, सभी मजिस्ट्रेट को अलर्ट रहने को कहा

डेस्क : रामनवमी के दौरान नालंदा के बिहारशरीफ और रोहतास के सासाराम में दो समुदायों के बीच हुए झड़प होने के बाद तनाव को देखते हुए पटना जिला प्रशासन ने भी सभी मजिस्ट्रेट को अलर्ट कर दिया है। असामाजिक तत्व अशांति नहीं फैलाए, इसके लिए सभी थानेदारों को नजर रखने को कहा गया है। यदि कोई ऐसा करता है तो उसकी पहचान कर कार्रवाई करने को कहा गया है। जो संवेदनशील इलाके हैं, वहां विशेष चौकसी बरती जा रही है। 

पटना प्रमंडल के दो शहरों में रामनवमी के दिन दो समुदायों में हिंसक झड़प हो गई थी। अफवाह इतनी तेजी से फैलायी जा रही थी कि इसका असर अन्य शहरों पर नहीं पड़े, इसके लिए प्रशासन अलर्ट हो गया है। 

पटना के डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि सासाराम और बिहारशरीफ की घटना का असर पटना जिले पर नहीं हो, इसीलिए सभी मजिस्ट्रेट को अलर्ट कर दिया गया है। जिला नियंत्रण कक्ष भी काफी सक्रिय है। हालाकि दोनों शहरों में अब स्थिति सामान्य हो गई है। इसके बावजूद भी विशेष चौकसी बरती जा रही है।

वहीं प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि ने पटना प्रमंडल के सभी छह जिलों के डीएम को अलर्ट रहने को कहा है। उन्होंने कहा है कि असामाजिक तत्वों की पहचान करें। सोशल साइट पर विशेष नजर रखी जाए। यदि कोई झूठा अफवाह फैलाता है तो उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें तथा ऐसे लोगों की सार्वजनिक पहचान भी बताएं ताकि समाज में ऐसे असामाजिक तत्वों पर हमेशा नजर रखी जा सके।

बिहार में बढ़ते कोरोना को लेकर राज्य सरकार सतर्क, जारी किया यह दिशा-निर्देश

डेस्क : पिछले कुछ दिनों से एकबार फिर प्रदेश में कोरोना के मामले सामने आ रही है। पटना, भागलपुर, गया जैसे शहरों में कोरोना के मामले मिलने के बाद राज्य सरकार ने सतर्कता बढ़ाने के लिए ऐहतियाती कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों और चिकित्सा संस्थानों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही, मास्क पहनने के लिए प्रचार-प्रसार करने को भी कहा गया है।

बिना मास्क सरकारी अस्पतालों में प्रवेश नहीं मिलेगा। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों से कोविड से बचने के सभी नियमों का पालन करने की अपील की है। विभाग ने कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पतालों में पूरी तैयारी रखने को भी कहा है। विशेषकर जांच में और तेजी लाने का निर्देश दिया गया है।

गौरतलब है कि बीते दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अफसरों के साथ कोरोना की समीक्षा की थी। उसी के मद्देनजर सोमवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत और स्वास्थ्य सचिव संजय सिंह ने सभी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक, सभी सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग से समीक्षा बैठक की और कई निर्देश दिए।

स्वास्थ्य विभाग का आदेश

बिना मास्क सरकारी अस्पतालों में प्रवेश नहीं

कोविड बचाव के सभी नियमों का पालन करें आमलोग

बेड व ऑक्सजीन प्लांट समेत पूरी तैयारी रखें अस्पताल

कोरोना की जांच में और तेजी लाने का निर्देश

राज्यपाल सह कुलाधिपति ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ की बैठक, दिए यह निर्देश

डेस्क : राज्यपाल सह कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होने कुलपतियों को परीक्षा का आयोजन एवं परीक्षाफल का प्रकाशन तय समय-सीमा के भीतर सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। 

उन्होंने कहा कि बिहार के सभी विश्वविद्यालयों में एक ही समय सारण के अनुरूप एक साथ परीक्षाओं के आयोजन एवं परीक्षाफल के प्रकाशन हेतु प्रयास करें। उन्होंने विश्वविद्यालयों में शोध को बढ़ावा देने पर जोर दिया और कहा कि शिक्षकों को शोध के प्रति अभिरुचि विकसित करनी चाहिए। सेवांत लाभ के लिए गठित कोषांग को कार्यशील करें तथा सेवानिवृत्त कर्मियों को इसका भुगतान तय समय-सीमा में करें। इसके लिए सभी आवश्यक तैयारी सेवानिवृत्ति के पूर्व ही कर ली जाए।

कुलाधिपति ने कुलपतियों को अंतर्विश्वविद्यालय खेलकूद प्रतियोगिता आयोजन प्रत्येक वर्ष बारी-बारी से प्रत्येक विश्वविद्यालय में आयोजित कराने का निर्देश दिया। कहा कि बिहार के सभी विश्वविद्यालय मिलकर देशभर के विश्वविद्यालयों की खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन भी कराएं। उन्होंने विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के शिक्षकों को शिक्षण की नई तकनीकों एवं विधियों से अवगत कराने तथा आपसी ज्ञान, समझ व अनुभवों को एक-दूसरे के साथ साझा कराने का निर्देश दिया। 

उन्होंने कहा कि प्रत्येक विवि का एक अच्छा वेबसाइट होना चाहिए। शिक्षकों को टेक्नोसेवी होने पर जोर देते हुए कहा कि उन्हें शिक्षण संबंधी विभिन्न जानकारियों तथा नियमों/ परिनियमों से अवगत होना चाहिए। कुलाधिपति ने कहा,शिक्षकों का कार्य अन्य पेशा से भिन्न है तथा उन्हें एक निश्चित समय-सीमा से बाहर आकर भी बच्चों को बढ़ाना चाहिए। 

पढ़ाई में कमजोर बच्चों पर विशेष ध्यान देने पर उन्होंने जोर दिया और कहा कि उनके लिए सुधारात्मक शिक्षण की व्यवस्था होनी चाहिए। बच्चों की व्यक्तिगत परेशानियों के कारण उनकी पढ़ाई में आ रही समस्याओं को जानकर उनके समाधान के लिए उनके काउंसिलिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। बेहतर शैक्षणिक वातावरण का निर्माण करते हुए बिहार की शैक्षणिक व्यवस्था को और भी सुदृढ़ करने की आवश्यकता है। 

राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव रॉबर्ट एल. चोग्थू, बिहार के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, राज्यपाल सचिवालय के पदाधिकारी व अन्य लोग उपस्थित थे।

*सासाराम और बिहारशरीफ की घटना से बिहार हुआ शर्मसार, नैतिकता के आधार पर सीएम दें इस्तीफा : नेता प्रतिपक्ष*


डेस्क : रामनवमी के दौरान नालंदा के बिहारशरीफ और रोहतास के सासाराम में दो समुदायों के बीच हुए झड़प को लेकर बिहार की राजनीति गरम है। विपक्ष इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर हमलावर है। बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे तक की मांग कर दी है। 

नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि सरकार नालन्दा और सासाराम के घटनाओं पर जो उदासीनता दिखा रही है वह निन्दनीय है। रामनवमी जुलूस से पूर्व थानों में पीस कमिटी की बैठक में रूट से लेकर सभी मुद्दों पर विचार विमर्श के बाद ही जुलूस निकाला गया। लेकिन प्रशासन एवं पुलिसकर्मियों की अकर्मण्यता कहें या साजिश कहें, जुलूस पर पत्थरबाजी कर आक्रमण किया गया। इस घटना के क्रम में हिंदुओं के घर को टारगेट करते हुए आगजनी की गई। व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया। 

सिन्हा ने कहा कि हमने सदन के अंदर पीस कमेटी की कार्यवाही को सार्वजनिक करने की मांग की। लेकिन सरकार ने अनसुना कर दिया। इस घटना पर हमने सरकार से सदन में भी वक्तव्य की मांग की। संसदीय कार्य मंत्री ने संभवत अध्यक्ष बिहार विधानसभा से पहले ही बात कर लिया था कि हम सदन में नालंदा सासाराम पर वक्तव्य की बात कहेंगे, लेकिन आप अनुमति नहीं दीजिएगा और सदन में बिल्कुल यही हुआ। अध्यक्ष ने सरकार का वक्तव्य की अनुमति दिए बिना सदन स्थगित कर दिये। 

नेता विरोधी दाल विजय कुमार सिन्हा ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमारी मांग है कि अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति के पूर्व इन दोनों जिलों में किस श्रेणी के कितने पुलिस बल प्रतिनियुक्त थे, सूची जारी की जाए। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों की सूची जारी की जाए। पीस कमेटी की कार्यवाही सार्वजनिक हो। 

विजय सिन्हा ने सरकार पर आरोप लगाते हुए आगे कहा कि ने पूरे देश में बिहार को शर्मसार कर दिया है। बिहार फिर 90 वाले दंगा राज में पहुंच गया है। लालू प्रसाद यादव, नीतीश कुमार, तेजस्वी यादव और मुख्य सचिव आमिर सुबहानी सहित चार-चार पावर सेंटर है। सरकार फेल कर गई है। हम नैतिकता के आधार पर मुख्यमंत्री से इस्तीफा की मांग करते हैं।

नालंदा में डीजीपी आर एस भट्टी ने पुलिस पदाधिकारियों के साथ की बैठक, उपद्रवियों से सख्ती से निपटने का दिया निर्देश

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा हाईलेवल मीटिंग के बाद बिहार के डीजीपी आर एस भट्ठी रविवार की देर शाम बिहारशरीफ पहुंचे। जहां गगन दीवान समेत अन्य मोहल्लों में जाकर ताजा हालात की जानकारी ली। इसके बाद उन्होंने आज समाहरणालय स्थित शहीद हरदेव भवन के सभागार में पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए।

इस मौके पर उन्होंने पुलिस पदाधिकारियों को उपद्रवियों से सख्ती से निपटने का आदेश दिया । उन्होंने कहा कि दोषी किसी भी कीमत पर बचना नहीं चाहिए। उन्होंने जिलेवासियों से किसी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए जिले में शांति बहाल करने में सहयोग करने की बात कही।

गौरतलब है कि धीरे-धीरे हालात सामान्य हो रहा है मोहल्लों में वार्ड पार्षदों द्वारा शांति समिति की बैठक की गई है, जिसमें लोगों को आपसी भाईचारा बनाए रखने की अपील की गई है। उपद्रवियों से निपटने के लिए पैरामिलिट्री फोर्स व दंगा नियंत्रण बल को भी बुलाया गया है सभी पुलिस वालों को संवेदनशील व अतिसंवेदनशील वाले इलाके में तैनाती की गई है।

नालंदा से राज

रामनवमी जुलूस के दौरान हुए दंगा को लेकर बिहार विधान सभा में भारी हंगामा, सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित

डेस्क : रामनवमी जुलूस के दौरान रोहतास और नालंदा में हुए हिंसक झड़प का मामले के लेकर आज बिहार विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनो के एक दूसरे से हुई भिड़ंत के बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 

आज सोमवार को बिहार विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद स्पीकर ने जैसे ही प्रश्नकाल की शुरूआत की तभी भाजपा नेताओं ने रामनवमी के मौके पर हुए उपद्रव का मामला उठाया। इसके बाद सत्ता पक्ष व विपक्ष आमने-सामने हो गए। भाजपा विधायक भी वेल में पहुंच गए और हंगामा करने लगे। बीजेपी के विधायक वेल में पोस्टर लहराने लगे। 

नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि यह घटना काफी दुखद है। सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है। हमलोग सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। ताजिया जुलूस निकलता है तो पत्थर नहीं बरसता है लेकिन रामनवमी जुलूस के दौरान पत्थर बरसाये जाते हैं। विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सासाराम में बम विस्फोट हो रहे। बिहारशरीफ में भारी उपद्रव हुआ है। नीतीश सरकार तुष्टीकरण की राजनीति की जा रही है। गैरजिम्मेदार थानेदारों और पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। सासाराम में थानाध्यक्ष द्वारा प्रचार किया गया कि धारा-144 लगाया गया है। दूसरी तरफ जिलाधिकारी ने कहा कि धारा-144 नहीं लगा गया है। यह भ्रम फैलाने वाली स्थिति है। 

वहीं, सत्ता पक्ष के विधायकों ने कहा कि कई जिलों में हुआ दंगा सुनियोजित साजिश है। भाजपा का इसमें हाथ है। माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि दंगा में बजरंग दल और आरएसएस का हाथ है। इस पर प्रतिबंध लगाया जाय। राजद-कांग्रेस-माले के कई विधायकों ने एक स्वर से कहा कि भाजपा दंगाई पार्टी है। ऐसे में सरकार जांच कर उचित कार्रवाई करे। 

बिहार विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान आज भारी हंगामा हुआ। कई जिलों में हुए दंगे को लेकर सत्ता पक्ष व विपक्ष के बीच तीखी नोकझोक हुई।इसके बाद दोनों तरफ के विधायक वेल में पहुंच गए। विवाद बढ़ता देख स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया।

बिहार के गोपालपुर के जदयू विधायक गोपाल मंडल ने फिर दिया विवादित बयान, कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का किसी ने विरोध किया तो गला उतार लेंगे


 अपने बयानों के कारण अक्सर विवादों में रहने वाले बिहार के जेडीयू के विधायक गोपाल मंडल एक बार फिर चर्चा में हैं। नवगछिया में आयोजित भीम संवाद कार्यक्रम में जेडीयू विधायक ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है।गोपाल मंडल ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विरोध करने वालों का गला काट लेंगे। इस बयान के बाद जेडीयू विधायक एक बार फिर विवादों से घिरते दिख रहे हैं।

नीतीश कुमार का विरोध हमारे सामने कोई नहीं करता

दरअसल, रविवार को नवगछिया के गोपाल गौशाला में भीम संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम में गोपालपुर के जेडीयू विधायक गोपाल मंडल के बोल अचानक बिगड़ गए। मंच से संबोधन के दौरान गोपाल मंडल ने कह दिया कि जो भी नीतीश कुमार का विरोध करेगा उसका गला काट लेंगे। कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विरोध हमारे सामने कोई नहीं करता है, अगर करेगा तो गर्दन उतार लेंगे। इस दौरान मंच पर बिहार सरकार के वित्त मंत्री अशोक चौधरी भी मौजूद थे।

विवादों से पुराना नाता

भागलपुर के गोपालपुर से जेडीयू विधायक गोपाल मंडल का विवादों से पुराना नाता रहा है। जेडीयू विधायक पर भागलपुर में जमीन कब्जा करने के कई बार आरोप लग चुके हैं। वहीं जेडीयू विधायक बार बालाओं के साथ अश्लील गीतों पर डांस करने के भी शौकीन रहे हैं।

ट्रेन की बोगी में अर्धनग्न होकर घूमने वाले गोपाल मंडल किसी न किसी कारण से सुर्खियों में बने रहते हैं। अब नीतीश के विरोधियों का गला काटने की बात कहकर एक बार फिर से वे विवादों में आ गए हैं।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार के नवादा में कहा-2024 में पीएम मोदी को बिहार की सभी 40 सीटों पर जिताएं, दंगा करने वाले लोगों को उल्टा लटका कर सीधा करेंगे


केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को बिहार में कहा- "आज समग्र बिहार नालंदा और सासाराम की स्थिति को देख कर चिंता कर रहा है। बिहारशरीफ में आग लगी है। 2024 में पीएम मोदी को बिहार की सभी 40 सीटों पर जिताएं और 2025 में बिहार में भाजपा की सरकार बनाएं। दंगा करने वाले लोगों को उल्टा लटका कर सीधा करेंगे।" गृह मंत्री नवादा जिले के हिसुआ इंटर विद्यालय के मैदान में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

नीतीश से किसी शर्त पर कभी समझौता नहीं 

गृह मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे बंद हैं। अब किसी भी कीमत पर समझाैता नहीं होगा। नीतीश ने कई लोगों को धोखा दिया है। अब भाजपा कभी भी नीतीश के साथ न जाएगी, न साथ लेगी। उन्होंने सासाराम नहीं जा पाने के लिए क्षमा मांगते हुए कहा था कि बिहार में जंगलराज लौट आया है। 

धारा 370 हटाने में भी जदयू साथ नहीं था

उन्होंने कहा कि भाजपा तुष्टिकरण में विश्वास नहीं करती है और और नीतीश कुमार क्या कर रहे हैं, यह जनता देख रही है। उन्होंने कहा- "सासाराम और नालंदा की बिगड़ी कानून-व्यवस्था को लेकर राज्यपाल से बात की तो ललन सिंह (जदयू अध्यक्ष) को आपत्ति हो गई। भला आपत्ति किस बात की! मैं भारत का गृह मंत्री हूं और बिहार इस देश का अहम हिस्सा है।"

नीतीश पीएम बनेंगे नहीं, तेजस्वी को कुर्सी देंगे नहीं

उन्होंने कहा कि जदयू के लिए सभी रास्ते बंद हो गए हैं। गृह मंत्री ने कहा कि यहां एक व्यक्ति पीएम बनना चाहता है और दूसरे की चाहत मुख्यमंत्री का पद है। नीतीश कुमार और लालू यादव गलतफहमी में हैं, लेकिन जनता किसी गलतफहमी में नहीं है। पीएम पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। लालू प्रसाद गलतफहमी दूर कर लें। नीतीश पीएम नहीं बनेंगे और आपके बेटे को मुख्यमंत्री भी नहीं बनने देंगे। 

अमित शाह ने जनसभा में लोगों से कई सवाल भी किए। 

धारा 370 हटाने लगे तो जदयू ने किया था विरोध

गृह मंत्री ने किउल-गया रेलवे के दोहरीकरण व विद्युतीकरण, नवादा से दिल्ली के लिए ट्रेन सेवा, पावापुरी रेलखंड के सर्वे, बिहार से नवादा फोर लेन समेत अन्य कार्यों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि मोदी ने देश को सुरक्षित किया। कश्मीर देश का हिस्सा है। उन्होंने नवादा वालों से पूछा- मुझे बताओ कश्मीर हमारा है या नहीं? जनसभा ने हां में जवाब दिया तो शाह ने कहा कि धारा 370 हटाने के लिए बिल लाया तो जदयू ने विरोध किया था। धारा 370 हटाकर कश्मीर को भारत से जोड़ दिया। फिर उन्होंने पूछा- धारा 370 हटनी चाहिए थी या नहीं? फिर जवाब में हां की गूंज सुनाई दी तो शाह ने कहा- अयोध्या में राम मंदिर बनाने का कांग्रेस, जदयू, राजद, टीएमसी विरोध करते थे। मैं पूछता हूं- अयोध्या में श्री राम जी का मंदिर बनना चाहिए या नहीं? तेज आवाज में जब लोगों ने इसमें भी हां कहा तो बात आगे बढ़ाते हुए गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस, जदयू, राजद, ममता...सब इसका विरोध करते थे। लेकिन, मोदी जी ने एक दिन सुबह श्रीराम मंदिर का शिलान्यास कर दिया

मोदीजी ने हमारी सांस्कृतिक धरोहर के पुनर्निर्माण का रास्ता बना दिया। 

उन्होंने कहा कि 2024 में हमें चालीस में चालीस सीटें जिताइए। फिर 2025 में बिहार में भी भाजपा की सरकार बनाइए। दंगा करने वालों को उल्टा कर सीधा करने का काम करेंगे। शाह ने आमजन की भीड़ से फिर सवाल किया- बिहार की चालीस में चालीस सीटें मोदी जी को देंगे क्या? हां में जवाब पर भी शाह संतुष्ट नहीं हुए। फिर कहा- मोदी जी को सुनाई नहीं पड़ा होगा, जोर से बोलिए। 2024 में मोदी जी की सरकार बनाएंगे? इस बार तेज आवाज आई, तो फिर अगला सवाल पूछा- 2025 में बिहार में भाजपा की सरकार बनाएंगे, मोदी जी को जिताएंगे? हां...हां... सुनने के बाद उत्साहित गृह मंत्री ने लोगों से अपील की कि वह उनके साथ नारा लगाएं- भारत माता की जय, वंदे मातरम!

सुमो बोले- नीतीश से सरकार संभल नहीं रही

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने रामनवमी में हिंसा पर कहा- “देश में ताजिया के जुलूस पर रोड़ेबाजी नहीं होती है, लेकिन रामनवमी के में टारगेट बनाकर पथराव किया जाता है।” पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा- "सासाराम-नालंदा में सुनियोजित तरीके से दंगा कराया गया है। बिहार की गद्दी पर बैठे नीतीश कुमार से सरकार नहीं संभल रही है। बिहार की स्थिति बदतर हो गई है।” पूर्व उप मुख्यमंत्री रेणु देवी ने कहा- "दलित महिलाओं को भाजपा ने ही जगह दी और उप मुख्यमंत्री बनाया। भाजपा के द्वारा ही हमें सम्मान दिया गया और दलितों के हित में भाजपा के द्वारा बेहतरीन कार्य किया गया है।” जमुई की विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा- "आज देश के पीएम नरेंद्र मोदी ने हम बेटियों के लिए बेहतरीन काम किया और हर जगह बेटी अपना नाम कमा रही है। भाजपा ने हमें सम्मान दिया और भाजपा के अंदर सबसे कम उम्र की विधायक मैं आपके सामने हूं।

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, मंत्री गिरिराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, पूर्व उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद, पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव, विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय कुमार सिन्हा, जीवेश मिश्रा, प्रदेश मंत्री डॉ. पूनम शर्मा के साथ अन्य ने संबोधित किया।

सासाराम और बिहारशरीफ में हुई घटना की सीएम-डीजीपी ने दी जानकारी, कहा-दोनो जगहों पर स्थिति नियंत्रण में, अबतक 109 लोगों को किया गया गिरफ्तार

डेस्क ; रामनवमी रामनवमी जुलूस के दौरान रोहतास जिला मुख्यायलय और नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में दो समुदायों के बीच हुई झड़प ने बाद में हिंसक रुप ले लिया। स्थिति यह हो गई कि दोनो जगहों पर कई इलाकों में कर्फ्यू और धारा 144 लगानी पड़ी। वहीं इस दौरान बिहारशरीफ में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि सासारा में बम फेंकने की खबर भी सामने आई थी। इस मामले को लेकर आज सीएम ने मुख्य सचिव और डीजीपी के बैठक कर सख्त आदेश दिए।  

इधर सीएम के साथ बैठक के बाद चीफ सेक्रेटकी आमिर सुबहानी और डीजीपी आर एस भट्टी ने पटना पुलिस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फेंस का आयोजन किया। जिसमें दोनो जगहों के मामले की जानकारी और अबतक की गई कार्रवाई की जानकारी दी।

मुख्य आमिर सुबहानी ने बताया कि रामनवमी के मौके पर सभी जिलों में सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। बिहारशरीफ और सासाराम में अशांति फैलाने की कोशिश की गई। लेकिन प्रशासन की तरफ से बहुत जल्दी स्थिति पर काबू पा लिया गया। उन्होंने कहा की राज्य में ऐसे तत्व हैं जिन्होंने शांति भंग करने की कोशिश की। उन पर कानूनी शिकंजा कसा जाएगा।

वहीँ डीजीपी आर एस भट्टी ने बताया कि बिहारशरीफ और सासाराम में स्थिति काबू में है। दोनों जगहों पर पुलिस ने कुल 109 लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा की किसी भी असामाजिक तत्व को छोड़ा नहीं जाएगा। 

उन्होंने कहा कि इस घटना में एक शख्स की मौत हुई है। सासाराम में बम फेंका नहीं गया था। बम बनाने के दौरान हादसा हुआ था। वहीं उन्होंने कहा कि आगे इस तरह की घटना अब नहीं होगी।

सासाराम और बिहारशरीफ में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक, दिए यह सख्त आदेश

डेस्क ; रामनवमी रामनवमी जुलूस के दौरान रोहतास जिला मुख्यायलय और नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में दो समुदायों के बीच हुई झड़प ने बाद में हिंसक रुप ले लिया। स्थिति यह हो गई कि दोनो जगहों पर कई इलाकों में कर्फ्यू और धारा 144 लगानी पड़ी। वहीं इस दौरान बिहारशरीफ में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि सासारा में बम फेंकने की खबर भी सामने आई थी। 

इधर इस घटना को लेकर बिहार की राजनीति भी गरम हो गई है। विपक्ष इसे मुद्दा बनाते हुए प्रदेश मे लॉ एंड ऑर्डर को पूरी तरह से विपल बताया है। इसी बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हुई घटना को लेकर आज उच्च उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस प्रशासन को पूरी तरीके से अलर्ट रहने को कहा है। साथ ही उपद्रवियों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में कोई गड़बड़ी न करें, इस पर नजर रखें। विधि व्यवस्था को पूरी तरीके से मेंटेन रखें, साथ ही अफवाह फैलाने वालों पर पैनी नजर रखें। 

उन्होंने आदेश दिया कि मुख्य सचिव और डीजीपी सभी जिलों के डीएम और एसपी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तुरंत बातचीत करें और स्थिति की जानकारी लें ।साथ ही प्रेस वार्ता कर मीडिया को वस्तुस्थिति की जानकारी दें, ताकि कोई अफवाह नहीं फैला सके। जिससे लोग भ्रमित न हों।

वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री ने रामनवमी जुलूस के दौरान बिहार शरीफ में हुई घटना में मृत व्यक्ति के पिता एवं भाई से फोन पर बात की और अपनी संवेदना प्रकट की। साथ ही घटना की पूरी जानकारी ली। इसके साथ ही मृतक के परिजन को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख अनुदान देने की घोषणा की है।