सासाराम और बिहारशरीफ में हुई घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ की बैठक, दिए यह सख्त आदेश

डेस्क ; रामनवमी रामनवमी जुलूस के दौरान रोहतास जिला मुख्यायलय और नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ में दो समुदायों के बीच हुई झड़प ने बाद में हिंसक रुप ले लिया। स्थिति यह हो गई कि दोनो जगहों पर कई इलाकों में कर्फ्यू और धारा 144 लगानी पड़ी। वहीं इस दौरान बिहारशरीफ में एक व्यक्ति की मौत हो गई। जबकि सासारा में बम फेंकने की खबर भी सामने आई थी। 

इधर इस घटना को लेकर बिहार की राजनीति भी गरम हो गई है। विपक्ष इसे मुद्दा बनाते हुए प्रदेश मे लॉ एंड ऑर्डर को पूरी तरह से विपल बताया है। इसी बीच आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हुई घटना को लेकर आज उच्च उच्च स्तरीय बैठक की और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुलिस प्रशासन को पूरी तरीके से अलर्ट रहने को कहा है। साथ ही उपद्रवियों की पहचान कर उन पर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया है।उन्होंने कहा कि किसी भी परिस्थिति में कोई गड़बड़ी न करें, इस पर नजर रखें। विधि व्यवस्था को पूरी तरीके से मेंटेन रखें, साथ ही अफवाह फैलाने वालों पर पैनी नजर रखें। 

उन्होंने आदेश दिया कि मुख्य सचिव और डीजीपी सभी जिलों के डीएम और एसपी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तुरंत बातचीत करें और स्थिति की जानकारी लें ।साथ ही प्रेस वार्ता कर मीडिया को वस्तुस्थिति की जानकारी दें, ताकि कोई अफवाह नहीं फैला सके। जिससे लोग भ्रमित न हों।

वहीं उन्होंने मुख्यमंत्री ने रामनवमी जुलूस के दौरान बिहार शरीफ में हुई घटना में मृत व्यक्ति के पिता एवं भाई से फोन पर बात की और अपनी संवेदना प्रकट की। साथ ही घटना की पूरी जानकारी ली। इसके साथ ही मृतक के परिजन को मुख्यमंत्री राहत कोष से 5 लाख अनुदान देने की घोषणा की है।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का बड़ा दावा : 2024 में गिर जायेगी बिहार की महागठबंधन सरकार, नीतीश के साथ अब किसी सूरत में नहीं होगा समझौता

डेस्क : दो दिवसीय बिहार दौरे पर आये केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 2024 में बिहार के महागठबंधन सरकार के गिर जाने का बड़ा दावा कर दिया है। अपने बिहार दौरे के आज दूसरे दिन नवादा के हिसुआ में लोकसभा प्रवास कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे देश के गृह सह सहकारिता मंत्री अमित शाह ने यह बड़ा दावा किया। साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश कुमार और राजद सुप्रीमों लालू यादव पर भी कई गंभीर सवाल दागे।

गृह मंत्री अमित शाह ने आज फिर से साफ कर दिया कि अब नीतीश कुमार के लिए हमारे दरवाजे सदा के लिए बंद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के मन से यह सवाल हमेशा के लिए खत्म कर दे रहे कि चुनाव बाद भी नीतीश बाबू के लिए भाजपा दरवाजे नहीं खुलेंगे। 

इसके साथ ही अमित शाह ने लॉ एंड ऑर्डर, दंगा,भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री को खूब खरी-खोटी सुनाई। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज समग्र बिहार चिंता है। बिहार शरीफ और सासाराम में आग लगी है। बिहार शरीफ तो नजदीक ही है। हमें चिंता हो रही है। 2024 में मोदी जी को पूर्ण बहुमत दीजिए। बिहार में 40 की 40 सीटें दीजिए। 2025 में भाजपा की सरकार बनी तो दंगा करने वालों को उल्टा करके सीधा करने का काम भाजपा की सरकार करेगी। हम वोट बैंक की राजनीति नहीं करते हैं। तुष्टिकरण की राजनीति नहीं करते हैं। हमारे शासन में दंगे नहीं होते हैं। साथ ही यह भी ऐलान कर दिया कि अगली दफे सासाराम जरूर जायेंगे। 

सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने आम जनता से पूछा कि कश्मीर हमारा है या नहीं? क्या धारा 370 हटनी नहीं चाहिए थी।।। जब मैं राज्यसभा में यह बिल लेकर गया तो लालू प्रसाद यादव की पार्टी और उस समय जेडीयू हमारे साथ थी, फिर भी उन्होंने विरोध किया।यह कहने लगे कि मत हटाइए धारा 370। उन्होंने नीतीश कुमार नीतियों को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि तुष्टीकरण की नीति के कारण आतंकवाद चलता था। मोदी जी ने 5 अगस्त 2019 को धारा 370 हटा कर कश्मीर को हमेशा के लिए भारत के साथ कर लिया। 

धारा-370 के बाद अमित शाह ने पूछा,''अयोध्या में श्रीराम का मंदिर बनन चाहिए या नहीं? जवाब मिला हां। इस पर उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस, आरजेडी, जेडीयू, ममता, डीएमके जैसी पार्टियां राममंदिर का विरोध कर रही थी। लेकिन मोदी जी ने 1 दिन सुबह राम मंदिर का शिलान्यास कर दिया। आसमान से ऊंचा राम मंदिर बनने की शुरुआत हो गई है।

बिहार से सबसे बड़े बेऊर जेल की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही उजागर, कचरे की गाड़ी में छिपकर बंदी फरार, बाद में पकड़ाया, छह सुरक्षाकर्मियों को किया गया निलंबित

बिहार से सबसे बड़े बेऊर जेल की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही उजागर हुई है। जेल में बंद एक कैदी फरार हो गया और पुलिस वालों को पता भी नहीं चला। जेल प्रशासन ने छह सुरक्षाकर्मियों को निलंबित कर दिया है। हालांकि, फरार कैदी को फिर से पकड़ लिया गया है।

शनिवार को बेऊर जेल में आयी कचरे की गाड़ी में छिपकर एक बंदी आसानी से भाग निकला और जेल में तैनात सुरक्षाकर्मियों को उसकी भनक तक नहीं लगी। यह घटना सुबह छह बजकर 40 मिनट की है। बंदी का नाम महेंद्र यादव (42) है। वह मूल रूप से मसौढ़ी का रहने वाला है। शराब के मामले में महेंद्र को बीते 13 मार्च को गिरफ्तार कर बेऊर जेल भेजा गया था।

इधर, बंदी के गायब होने के बाद पूरे जेल में हड़कंप मच गया। जेल प्रशासन ने काफी देर तक स्थानीय पुलिस को इसकी खबर नहीं दी। बंदी के भागने के बाद जेल कर्मियों ने खुद ही उसे ढूंढ़ना शुरू किया तो वह बेऊर जेल मेन रोड के पास स्थित बीएसएपी के क्वार्टर के समीप झाड़ी में छिपा मिला। सुबह के साढ़े नौ बजे उसे बरामद कर जेल प्रशासन की टीम वापस ले आयी। मामले में जेल अधीक्षक ने गेट वार्डर (गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी), तलाशी में लगे जवान, जेल इंचार्ज, जिस वार्ड में महेंद्र रहता था उसके प्रभारी समेत 5 को निलंबित कर दिया। जेल अधीक्षक जितेंद्र कुमार के मुताबिक जेलर, हवलदार, सहित चार से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।

पूरी रात वार्ड से गायब रहा

रात की गिनती के बाद महेंद्र वार्ड से चकमा देकर निकल गया। वह कचरे के ढेर के पास जाकर छिपा था। बदबू के कारण खड़े रहना जहां मुश्किल है वहां वह पूरी रात खड़ा रहा। सुबह में कचरा उठाने वाली गाड़ी में वह छिप गया। महेंद्र की हड़कतों की किसी भी सुरक्षाकर्मी को भनक तक नहीं लगी।

जेल की सुरक्षा पर सवाल

जेल की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। गिनती के बाद बंदी निकल गया और भनक तक नहीं लगी। इसका फायदा कोई कुख्यात भी उठा सकता है। ऐसी गाड़ियों में आपत्तिजनक सामान को जेल के भीतर पहुंचाया जा सकता है।

कचरे से खुद को ढंक लिया था, चालक पर भी केस

 रविवार को वरीय अधिकारी बेऊर जेल का निरीक्षण करने वाले हैं। इसे लेकर शनिवार की सुबह से ही जेल के भीतर तैयारी चल रही थी। नगर निगम की गाड़ी कचरा उठाने आयी थी। इसी बीच मौका देखकर महेंद्र गाड़ी के अंदर जा छिपा। इसपर किसी ने ध्यान नहीं दिया। बंदी ने खुद को कचरे से ढंक लिया था। कचरा भरने के बाद गाड़ी आसानी से बेऊर जेल गेट से निकल गई और किसी को भनक तक नहीं लगी। इस मामले में महेंद्र यादव के साथ ही नगर निगम गाड़ी के चालक दीपू राम पर भी केस दर्ज किया गया है।

सासाराम और बिहारशरीफ की घटना पर बोले सीएम नीतीश कुमार, कहा-जरूर कोई-न-कोई इसमें गड़बड़ किया है

डेस्क : रामनवमी के दौरान नालंदा जिले के बिहारशरीफ और रोहतास के सासाराम में दो समुदायों के बीच हुए हिसंक झड़प के बाद बवाल अब भी जारी है। दोनो जगहों पर व्याप्त तनाव और झड़प को देखते हुए प्रशासन की ओर से धारा 144 और कहीं-कहीं कफ्यू लगाया गया है। 

इधर इस मामले पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किसी के द्वारा गड़बड़ किये जाने का अंदेशा जताया है। शनिवार को सासाराम और बिहारशरीफ की घटना से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूर कोई-न-कोई इसमें गड़बड़ किया है। ऐसे लोगों पर सख्त सख्त कार्रवाई होगी। 

उन्होंने कहा कि हमने अधिकारियों को कहा है कि पता करें कि किसने गड़बड़ किया है? सबके बारे में ठीक से जानकारी लें। जैसे ही इसके बारे में पता चला तत्काल इसको कंट्रोल किया गया। पहले इस तरह की घटनाएं नहीं होती थीं। मुझे इस तरह की घटना से बहुत तकलीफ हुई है। 

वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के सासाराम में आयोजित कार्यक्रम के रद्द होने से संबंधित प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मुझे नहीं पता है। बिहार में विधि-व्यवस्था पर भाजपा द्वारा उठाए जा रहे सवाल पर कहा कि यहां कोई दिक्कत नहीं है।

सीएम नीतीश कुमार का बड़ा एलान, बीपीएससी से इसी वर्ष 45,892 पदों पर होंगी भर्तियां

डेस्क : बिहार के बेरोजगार युवक-युवतियों के लिए बड़ी खबर है। जल्द ही उन्हें सरकारी नौकरी का मौका मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) से इसी वर्ष 45,892 पदों पर भर्तियां होंगी। कार्रवाई चल रही है। 

मुख्यमंत्री शनिवार को अधिवेशन भवन में बीपीएससी की 75वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम में शामिल हुए। जहां उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) से इसी वर्ष 45,892 पदों पर भर्तियां होंगी। कार्रवाई चल रही है। उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि हमने राज्य में दस लाख युवाओं को नौकरी और दस लाख लोगों को रोजगार देने को कहा है, इसके लिए तेजी से काम करें। परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं हो, यह सुनिश्चित करें। इन कार्यों के लिये सरकार से जो भी मदद की जरूरत है, वह मिलेगी। 

उन्होंने कहा कि बीपीएससी को इतनी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और इसके छह में तीन सदस्यों के पद खाली क्यों हैं? उन्होंने निर्देश दिया कि पांच दिनों के अंदर इन पदों को भरें। साथ ही, उन्होंने घोषणा की कि बीपीएससी का दायरा बढ़ेगा, और अधिक पदों पर नियुक्ति की जिम्मेदारियां इसे दी जाएंगी। इसके लिए सदस्यों की संख्या बढ़ानी पड़े तो बढ़ाएं। इसके खाली पदों को भरें।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आयोग इस पर भी गौर करे कि मुख्य लिखित परीक्षा में अच्छा करने वाले विद्यार्थियों का साक्षात्कार में कम अंक कैसे आ जाता है? मुख्यमंत्री ने कहा कि जबसे हमको यहां काम करने का मौका मिला है, अनुभवी और रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों को बीपीएससी की जिम्मेवारी दी है। आयोग में किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं होती है इस बात की बहुत खुशी है। एक बार पेपर लीक का मामला सामने आया तो उस परीक्षा को कैंसिल करवाकर फिर से शीघ्र परीक्षा ली गई थी।

बिहार सरकार का बड़ा आरोप, विकास कार्यों के लिए केन्द्र सरकार से नहीं मिल रही अपेक्षित मदद

डेस्क : शानदार उपलब्धि के बावजूद जिस गति से राज्य सरकार बिहार की तरक्की चाहती है, केन्द्र सरकार से हमें अपेक्षित मदद नहीं मिलती। राज्य सरकार अपने कमाये पैसे को उनकी योजना में लगाती है और वाहवाही वह लूटेंगे। उक्त बातें बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कही है। 

सचिवालय सभागार में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्री चौधरी ने कहा कि शानदार उपलब्धि के बावजूद जिस गति से राज्य सरकार बिहार की तरक्की चाहती है, केन्द्र सरकार से हमें अपेक्षित मदद नहीं मिलती। बिहार के साथ चाहे-अनचाहे नाइंसाफी होती है। केन्द्र सरकार हमें न धन दे रही न ऋण लेने की अनुमति। ऊपर से केन्द्र प्रायोजित योजनाओं का राज्यों पर आर्थिक दबाब बनाने के लिए हथियार के रूप में इस्तेमाल हो रहा है। योजना केन्द्र बनाती है, नामाकरण, फार्मेटिंग, लागू करने का तरीका वह बनाती है। यह भी वही तय करती है कि कितना शेयर केन्द्र सरकार देगी, कितना राज्य सरकार। राज्य सरकार अपने कमाये पैसे को उनकी योजना में लगाती है और वाहवाही वह लूटेंगे। 

वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में दो लाख 35 हजार करोड़ के खर्च में केंद्रीय मदद सिर्फ 21 हजार 828 करोड़ की रही। यह राज्य के कुल व्यय का मात्र 9.29 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में केद्रांश में मद में राज्य को 24 हजार 319 करोड़ कम मिले। दूसरी तरफ राज्य सरकार ने केंद्रीय योजनाओं के राज्यांश मद में 31 हजार 551 करोड़ रुपया खर्च किया। इससे राज्य की अपनी योजनाएं प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को जितनी मदद करनी है सीधा दे। राज्य को अपनी राशि अपने तरीके से खर्च करने दें। 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, सचिव लोकेश कुमार सिंह, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के सचिव अनुपम कुमार, वाणिज्य-कर विभाग की सचिव -सह-राज्य-कर आयुक्त डॉ. प्रतिमा, सूचना एवं जन-संपर्क विभाग के निदेशक अमित कुमार सहित वित्त एवं वाणिज्य-कर विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

दो दिवसीय बिहार दौरे पर पहुंचे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज नवादा में रैली को करेंगे संबोधित, पार्टी की ओर से की गई है पूरी तैयारी

डेस्क : केन्द्रीय गृह मंत्री व बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह दो दिवसीय बिहार दौरे पर है। अपने इस दौरे के आज दूसरे दिन वे नवादा जाएंगे। जहां वे एक रैली को संबोधित करेंगे। 

बता दें गृह मंत्री के दो दिवसीय बिहार दौरे के दौरान पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज रविवार यानी दो अप्रैल को नवादा लोकसभा के हिसुआ में पार्टी की रैली होनी है। रैली को गृह मंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे। पार्टी ने रैली की पूरी तैयारी कर ली है। बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता इस रैली को सफल बनाने के लिए बीते कई दिनों से जी-जान से जुटे हुए हैं। दरअसल पार्टी ने लोकसभावार सम्मेलन करने का निर्णय लिया है।

बताते चले कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह बीते शनिवार की शाम पटना पहुंचे। पटना पहुंचने पर बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी व नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं ने उनका एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किया। एयरपोर्ट से सीधे गृह मंत्री शहर के एक होटल में चले गए।

देर शाम उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर बिहार की राजनीतिक गतिविधियों के बारे में जानकारी हासिल की।

बिहार विधान परिषद् के 5 सीटों पर हो रहे चुनाव में प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला ईवीएम में हुआ बंद, जानिए.. कहां कितना प्रतिशत हुआ मतदान

डेस्क : बिहार विधान परिषद् के स्नातक एवं शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के कुल पांच सीटों के लिए हो रहे चुनाव के लिए आज शुक्रवार 31 मार्च को वोटिंग का काम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। सुबह 8:00 बजे से शुरु हुआ मतदान शाम 4:00 बजे तक चला। वहीं पांच अप्रैल को वोटों की गिनती होगी।  

निर्वाचन विभाग की तरफ से जो जानकारी दी गई है उसके अनुसार गया स्नातक सीट पर 41.25 फ़ीसदी मतदान हुआ है। जबकि सारण स्नातक में 33.25 फीसदी, गया टीचर में 78.50 प्रतिशत, सारण शिक्षक में 68.70 और कोशी शिक्षक क्षेत्र में 80.24 फ़ीसदी मतदान हुआ है। 

निर्वाचन आयोग की तरफ से कहा गया है कि शाम 4:00 बजे तक कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाता कतार में थे। इस वजह से अंतिम मतदान प्रतिशत में थोड़ा बदलाव हो सकता है। वहीं अब 5 अप्रैल को सुबह 8:00 बजे से मतगणना शुरू होगी।   

बता दें शिक्षक एवं स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों के चुनाव के माध्यम से कई निर्वतमान विधान पार्षदों के भाग्य का फैसला होगा। इनमें विप के पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह, महाचंद्र प्रसाद सिंह, संजीव कुमार सिंह , संजीव श्याम सिंह, वीरेंद्र नारायण यादव सहित अन्य प्रमुख नेता शामिल हैं।

सारण शिक्षक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए 9 उम्मीदवारों में भाजपा के महाचंद्र प्रसाद सिंह व जदयू के डॉ। वीरेंद्र नारायण यादव शामिल हैं। सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के उपचुनाव को लेकर 12 उम्मीदवारों में भाकपा के आनंद पुष्कर व भाजपा के डॉ। धर्मेंद्र कुमार सिंह चुनाव लड़ रहे हैं।

गया स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से कुल 8 उम्मीदवारों में भाजपा से अवधेश नारायण सिंह व राजद से पुनीत कुमार सिंह शामिल हैं। गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से कुल 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनमें भाजपा के जीवन कुमार व जदयू के संजीव श्याम सिंह उम्मीदवार हैं।

कोशी शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से 7 उम्मीदवारों में भाजपा के रंजन कुमार व जदयू के संजीव कुमार सिंह और पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया (डेमोक्रेटिक) के ओम प्रकाश यादव चुनाव मैदान मं बने हुए हैं।

बिहार के बिजली उपभोक्ताओं के लिए राहत भरी खबर, राज्य सरकार ने लिया यह बड़ा फैसला

डेस्क : पिछले दिनों राज्य सरकार द्वारा बिजली के दर में बढ़ोत्तरी का एलान किया गया था। इसी बीच प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक राहत भरी खबर है। उन्हें इस बढ़े हुए दर का बोझ नहीं सहना पड़ेगा। 

दरअसल बिहार सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बिजली की दर में 24 फीसदी वृद्धि का जो फैसला लिया गया था, उसमें उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी गई है। इसके लिए सरकार ने 13 हजार करोड़ की सब्सिडी देने की घोषणा की है। बिहार कैबिनेट में इस पर निर्णय लिया गया।

छुट्टी के बाद आज बजट सत्र की फिर से शुरु हुई कार्यवाही के दौरान कैबिनेट में लिए गए निर्णय की जानकारी बिहार विधानसभा में दी गई। सरकार ने सदन में साफ कर दिया कि हम उपभोक्ताओं पर बोझ नहीं डालेंगे, बल्कि खुद ही बढ़े बिजली दर की बोझ को उठायेंगे। इसके लिए आज 13114 करोड़ की सब्सिडी जारी की गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन में जानकारी दी है कि पहले बिजली सब्सिडी में 8895 करोड़ रू दिए जाते थे। 2023-24 के लिए सब्सिडी के रूप में 13114 करोड़ की राशि जारी की गई है। 

विधानसभा में सरकार ने किया एलान

 

उर्जा मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव ने विधान सभा में इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि लगातार चार सालों से बिजली दलों में कोई वृद्धि नहीं गई थी। पांचवे साल विद्धुत विनियामक आयोग ने बिजली वृद्धि का फैसला दिया था। 1 अप्रैल से नई रेट हो जाती, इसके पहले ही आज सरकार ने बढ़े बिजली दर पर 13 हजार करोड़ की सब्सिडी देने का निर्णय लिया है। अब उपभोक्ताओं पर कोई बोझ नहीं होगा। उर्जा मंत्री ने कहा कि विपक्षी लोग हल्ला कर रहे थे कि सरकार ने बिजली की दरों में वृद्धि कर दी। लेकिन हमारे मुख्यमंत्री ने एक साथ 13 हजार करोड़ की सब्सिडी देने का फैसला लिया है। यह बहुत बड़ा निर्णय है।

वन नेशन वन टैरिफ की मांग

वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सदन मे कहा कि उपभोक्ताओं को अधिक पैसे नहीं लगेंगे। पहले जहां सब्सिडी पर 8895 करोड़ रू दिये जाते थे। लेकिन रेट बढ़ गया है तो अब सरकार सब्सिडी के रूप में 13114 करोड़ की राशि जारी किया है। लगे हाथ सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि वन नेशन वन रेट किया जाना चाहिए। विपक्ष की तरफ इशारा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आपलोग ऊपर वाले लोगों से कहिए।

बड़ी खबर ; बिहार बोर्ड दसवीं का रिजल्ट जारी, 81.04 प्रतिशत परीक्षार्थी हुए सफल, शेखरपुरा के छात्र ने किया टॉप

डेस्क : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा दसवीं का रिजल्ट जारी कर दिया गया है। इसबार 81.04 फीसदी स्टूडेंट इस बार सफल हुए हैं। इस बार बिहार बोर्ड की परीक्षा में शेखपुरा के छात्र ने टॉप किया है। इस्लामिया हाई स्कूल शेखपुरा के छात्र को 489 अंक प्राप्त हुआ है। यह शेखपुरा जिले की रहने वाले बताए जा रहे है। इनका नाम मोहमद युम्मान अशरफ है। वहीं दूसरे नंबर पर भोजपुर की नम्रता और औरंगाबाद की ज्ञानी अनुपमा रहीं है । 

बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर, बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर समेत कई पदाधिकारियों ने संयुक्त रूप से बिहार बोर्ड का रिजल्ट जारी किया है। इस बार की परीक्षा में कुल स्टूडेंट सफल हुए हैं। जिसमें प्रथम श्रेणी से पास हुए स्टूडेंटओं की संख्या 90 हजार 220 है। जबकि द्वितीय और तृतीय श्रेणी से पास स्टूडेंट हो की संख्या है।

रिजल्ट को आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in पर उपलब्ध करा दिए गए हैं। जिसके बाद छात्र अपने रोल नंबर एवं रोल कोड की मदद से उसे चेक कर सकते हैं। 

बता दें इस बार मैट्रिक परीक्षा में 16 लाख 37 हजार 414 परीक्षार्थियों ने फॉर्म भरा था। इसमें 8 लाख 31 हजार 213 छात्राएं और 8 लाख छह हजार 201 छात्र थे।