केन्द्र सरकार के खिलाफ विभिन्न राजनीतिक दल द्वारा निकाला गया प्रतिरोध मार्च, नेताओं ने कहा-देश में अघोषित आपातकाल जैसी स्थिति, विपक्ष की आवाज दबा रही है सरकार
बेगूसराय : विभिन्न राजनीतिक दल के नेताओं ने शनिवार को सीपीआई नेता प्रहलाद सिंह के नेतृत्व में केंद्र सरकार के गलत नीति के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला। कार्यक्रम में शामिल नेताओं ने वीरपुर पंचमुखी पुल चौक से वीरपुर बाजार होते हुये प्रखंड कार्यालय चौक तक प्रतिरोध मार्च निकाला। इस दौरान नेताओं ने केन्द्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।
प्रतिरोध मार्च का नेतृत्व भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी बरौनी के अंचल मंत्री अरविंद सिंह, बेगूसराय एटक महासचिव प्रहलाद सिंह, कांग्रेस के महासचिव बद्री सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता नंदकिशोर सिंह, दिनेश सिंह, मिनहाज उल हक, सीपीआई के पूर्व मंत्री नूर आलम, अशोक रजक, भैरव पासवान, बरौनी के सहायक मंत्री नवीन सिंह, श्याम बाबू चौधरी, रामाधार सिंह, योगेंद्र सिंह, हरेराम सिंह, वकील रजक ने किया। इस प्रदर्शन में आम जनता भी शामिल हुई। यह प्रतिरोध मार्च बीहट बाजार होते हुए चांदनी चौक तक प्रतिरोध मार्च निकाला गया।
इस अवसर पर सभा की अध्यक्षता करते हुए अंचल मंत्री अरविंद सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने और देश के अंदर लोकतंत्र को खत्म करने की साजिश की जा रही है। उनकी इस साजिश के खिलाफ़ अब आर पार की लड़ाई अभी है। भारत की सरकार विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है।
आज लोकतंत्र पर हमला हो रहा है
कहा कि आज लोकतंत्र पर हमला हो रहा है, इतिहास के साथ छेड़छाड़ किया जा रहा है। महंगाई बेलगाम है, गैस के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। बेरोजगारों की फौज लंबी है, इन तमाम बिंदुओं से ध्यान हटाने के लिए विपक्ष की आवाज को दबाने का काम मोदी सरकार कर रही है। जिसके खिलाफ आज तमाम विपक्ष हम एक साथ खड़ा है।
एटक महासचिव प्रहलाद सिंह ने कहा कि पहले लड़े थे गोरों से अब लड़ेंगे चोरों से। शहीद परिवारों का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान। नीरव मोदी की पक्षधर भारत की मोदी सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने का काम किया है। जिसके खिलाफ नीचे स्तर से लेकर देश के स्तर तक विपक्ष एकजुट होकर लड़ाई को अंजाम देगा। वही सभा के बाद तमाम साथियों ने विचार-विमर्श कर आगे की रणनीति को तैयार करने के लिए बैठक किया है।
अति पिछड़ी जाति को राजनीतिक हिस्सेदारी देने का मामला सदन में उठाने की मांग की
बखरी विधायक सूर्यकांत पासवान से मिलकर योगाचार्य गुड़ाकेश ने अत्यंत पिछड़ी जाति को राजनीतिक हिस्सेदारी देने का मामला सदन में उठाने की मांग को लेकर मांगपत्र सौंपा।जिसमें कहा गया है कि कानू, बढ़ई, नाई और कुम्हार जैसी जाति राजनीतिक उपेक्षा का शिकार हो रहे हैं।जिस कारण यह समाज आज भी विकास से वंचित हो रहा है।इन जातियों का प्रतिनिधित्व करने वाला सदन में कोई नही है। जिस कारण इन जातियों की आवाज दब जाती है।साथ ही कंसारन को दस लाख रुपये का आर्थिक पैकेज देने की मांग का मुद्दा भी सदन में उठाने की मांग विधायक से की गई है। ताकि विलुप्त हो रहे कंसार को आधुनिक कंसार बनाकर गरीब गुरबे अपनी रोजी रोटी का जुगाड़ कर सकें।विधायक से कमजोर वर्ग के लोगों का आवाज बनकर लड़ाई में साथ देने का अनुरोध किया है।
मौके पर सीपीआई अंचल मंत्री सुरेश पासवान, पूर्व अंचल मंत्री मो. खालिद, अजय झा, पूर्व मुखिया राम प्रवेश सिंह, उमेश साह, पूर्व कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष डॉ गीता प्रसाद सिंह, संजीव सिंह, संजीव कुमार, पंसस रीता मौजूद रहे।
राहुल गांधी की सांसदी समाप्त करने का विरोध
इस मौके पर राजद जिलाध्यक्ष मोहित यादव ने कहा कि देश का संविधान खतरे में है देश के संसाधनों को लूटा जा रहा है और जब उसका विरोध किया जाता है तो विपक्ष की आवाज को कुचलने की हर साजिश रची जा रही है। वहीं सीबीआई, ईडी के माध्यम से प्रताड़ित करना यह संपूर्ण लोकतंत्र के लिए कलंक है।
आरएसएस और भाजपा द्वारा व्यापक पैमाने पर छल किया गया आम नागरिकों को धार्मिक उन्माद में उलझा कर देश की सत्ता पर ऐन केन प्रकार से काबिज हो गए और देश के महान विभूतियों के द्वारा बनाया हुआ भारत देश ,को वर्तमान फिरंगियों द्वारा बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ चुका है जब जनविरोधी सरकार को सत्ता से बेदखल करने के लिए देश में तीसरी आजादी की लड़ाई की जरूरत है। इसके लिए देश के नौजवानों, किसानों को आगे आना होगा। साथ ही सभी विपक्षी पार्टियों को अपना स्वार्थ त्याग कर सड़कों पर उतर कर संघर्ष करना होगा। इस मौके पर कई राजद नेता मौजूद थे।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Mar 28 2023, 11:16