ऑक्सलेट और थायरॉइड की समस्या वाले लोग भूलकर भी न खाएं बथुआ, स्वास्थ्य पर पड़ सकता है असर।
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बथुआ सर्दियों में खाया जाने वाला पौष्टिक साग है, जो कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है। लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में इसे खाने से नुकसान हो सकता है। आइए जानें कि किन लोगों को बथुआ खाने से बचना चाहिए और क्यों।
1. ऑक्सलेट की उच्च मात्रा
बथुआ में ऑक्सलेट की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बाधित कर सकती है। इससे हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।
बचाव:
जो लोग पहले से ही कैल्शियम की कमी या हड्डियों से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे हैं, उन्हें बथुआ सीमित मात्रा में खाना चाहिए।
2. किडनी स्टोन (पथरी) वाले लोग
ऑक्सलेट किडनी स्टोन का एक मुख्य कारण है। यदि आपको पहले से किडनी स्टोन की समस्या है, तो बथुआ का सेवन नुकसानदायक हो सकता है।
बचाव:
पथरी के मरीज बथुआ खाने से बचें या डॉक्टर की सलाह लें।
3. थायरॉइड के मरीज
बथुआ में गोइट्रोजेनिक तत्व पाए जाते हैं, जो थायरॉइड ग्रंथि की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकते हैं।
बचाव:
थायरॉइड की समस्या वाले लोग बथुआ खाने से बचें या इसे पकाने के बाद ही खाएं।
4. गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं
बथुआ में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए हानिकारक हो सकते हैं। यह गर्भ में पल रहे बच्चे की हड्डियों के विकास को भी प्रभावित कर सकता है।
बचाव:
गर्भवती महिलाएं डॉक्टर की सलाह के बिना बथुआ का सेवन न करें।
5. अत्यधिक सेवन से बचें
बथुआ का अधिक सेवन शरीर में विषाक्तता पैदा कर सकता है, जिससे मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द हो सकता है।
संतुलित सेवन करें:
सप्ताह में 2-3 बार ही बथुआ खाएं और इसे अच्छी तरह पकाकर खाएं।
निष्कर्ष
बथुआ स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसे सीमित मात्रा में और सही तरीके से खाना चाहिए। जिन लोगों को हड्डियों, किडनी या थायरॉइड से जुड़ी समस्याएं हैं, वे डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इसका सेवन करें। स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें और संतुलित आहार अपनाएं।


Jan 10 2025, 10:03
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