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*भाजपा नेता अनिल टाइगर के हत्या को लेकर आज भाजपा ने विधानसभा में जोड़दार हंगामा

अपराधियों के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन, BJP सहित अन्य दलों ने रांची बंद का समर्थन

रांची : भाजपा नेता और जिला परिषद के पूर्व सदस्य अनिल टाइगर की कल बुधवार को गोली मारने के विरोध में भाजपा सहित अन्य दलों ने आज शांतिपूर्ण बंद का आह्वान किया। इस बंद को समर्थन देने के लिए रांची के बाहरी इलाकों में कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए।

इधर झारखंड विधानसभा में अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर जाम कर विरोध करते नजर आए। हाथों में तख्ती लिए हेमंत सरकार और प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी करते रहे। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड में अपराधी बेलगाम हो गए है। प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है। आए दिन खुलेआम अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे है। भाजपा विधायक पूर्णिमा दास ने कहा कि राज्य में कानून का भय नहीं होने की वजह से अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कड़े कानून लागू करने की जरूरत है।

बता दे कि गोली मारने वाले शूटर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक की तलाश जारी है। सत्ता पक्ष के विधायकों ने कहा पुलिस अपना कार्य कर रही है। मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि प्रशासन त्वरित कार्रवाई करते हुए एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। जल्द ही मामले का उदभेदन कर लिया जाएगा। कांग्रेस विधायक सुरेश बैठा ने कहा दोषी को पकर लिया गया है। उन्होंने अनिल टाइगर के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। साथ ही शांतिपूर्ण बंद का समर्थन किया है।

रांची बंद को लेकर भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे है। बूटी मोड़, पिठोरियो, पिस्का मोड़, रातू रोड, कांके चौक समेत कई प्रमुख इलाकों की सड़कों को जाम कर दिया गया है। बीजेपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर राज्य की विधि व्यवस्था को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन भी बंद के मद्दे नजर विशेष इंतजाम की है। 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है। वहीं, विधि-व्यवस्था के लिए चार प्रशिक्षु डीएसपी सहित 12 डीएसपी और थाना प्रभारी समेत दो दर्जन से इंस्पेक्ट की तैनाती की गयी है।

रिपोर्टर जयंत कुमार

क्या भाजपा-अन्नाद्रमुक आएंगे साथ, जानें क्यों लग रही गठबंधन की अटकलें?

#bjpaiadmkalliance_rumours

तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले अटकलें लगाई जा रही हैं कि अन्नाद्रमुक राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के साथ दोबारा गठबंधन कर सकती है। अटकलों की वजह है पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक के महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी की अमित शाह से मुलाकात। पलानीस्वामी मंगलवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के घर पहुंचे थे।

हिंदी विवाद के बीच मुलाकात

सूत्रों के अनुसार, अन्नाद्रमुक के नेता ने शाह के साथ तमिलनाडु में हिंदी थोपे जाने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने इस पर अपनी पार्टी के विचारों को साझा किया। इस मुलाकात में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2026 के लिए दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा की गई। बैठक में करीब 2 घंटे तक दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई, जिसमें चुनावी गठबंधन के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया। हालांकि, यह दोनों नेताओं के बीच में शुरुआती बैठक है। सूत्रों के मुताबिक आगे चलकर दो से तीन दौर की बातचीत होगी।

इससे पहले अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। उन्हें भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख के अन्नामलाई की आक्रामक राजनीतिक शैली से उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया था। अन्नाद्रमुक नेताओं ने द्रविड़ नेता सीएन अन्नादुरई पर की गई टिप्पणी के लिए अन्नामलाई से माफी मांगने या उन्हें हटाने की मांग की थी।

सत्तारूढ़ गठबंधन की बढ़ सकती है परेशानी

तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में राजनीतिक दल अभी से सियासी समीकरण सेट करने में जुट गए हैं। यदि अन्नाद्रमुक और भाजपा में फिर से गठबंधन होता है तो वे राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक नीत आइएनडीआइए गठबंधन को कड़ी चुनौती देंगे। विगत कुछ वर्षों में राज्य में अन्नाद्रमुक के वोट शेयर में गिरावट आई है।

लोकसभा चुनाव के समय नहीं बन सकी बात

पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के समय भी दोनों दलों के बीच गठबंधन की चर्चा हुई थी, लेकिन उस समय बात नहीं बन पाई थी। चुनाव में बीजेपी अपने वोट प्रतिशत को बढ़ाने में सफल रही। हालांकि, बीजेपी तमिलनाडु में लोकसभा की एक भी सीट नहीं जीत पाई लेकिन वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी पार्टी के लिए अच्छे संकेत माने जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में एआईएडीएमके को भी अब लगने लगा है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव बीजेपी बड़ी भूमिका निभा सकती है। इन्हीं सब वजहों को देखते हुए अब दोनों दल एक बार फिर से करीब आ रहे हैं।

2023 में दोनों के बीच टूटा था गठबंधन

सितंबर 2023 में एआईएडीएमके ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था। एआईएडीएमके के नेता बीजेपी की तमिलनाडु में बढ़ती महत्वाकांक्षाओं और द्रविड़ आइकन पेरियार के बारे में बीजेपी नेताओं की विवादास्पद टिप्पणियों से परेशान थे। 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए, एआईएडीएमके ने अकेले जाने का फैसला किया। वे बीजेपी के प्रभाव के बिना अपनी राह बनाना चाहते थे। लेकिन यह पहली बार नहीं था जब उनका गठबंधन टूटा था।

बिहार दिवस को लेकर सियासत : प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने पूर्व सीएम बघेल पर कसा तंज, कहा-

रायपुर- भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन आज संगठन की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए रायपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदेश में बिहार दिवस को लेकर हो रही सियासत पर बड़ा बयान दिया है. नितिन नबीन ने पूर्व सीएम बघेल पर तंज कस्ते हुए कहा कि भूपेश बघेल की बेचैनी पर तरस आता है, हम (भाजपा) कुछ भी करते हैं तो वह बेचैन हो जाते हैं. इतनी बेचैनी है तो मैं तो अभी और गतिविधि करूंगा.

उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि इस बेचैनी में उनको छत्तीसगढ़ छोड़ना पड़े. कांग्रेस ने तो किनारा कर ही दिया है. भूपेश बघेल बहुत वरिष्ठ नेता हैं. इतना ध्यान रखिएगा कि छत्तीसगढ़ बिहार दोनों भारत के मूल भाग है. 

पंच से लेकर पार्लियामेंट तक लहराया BJP का भगवा : बीजेपी प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन 

प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने चुनाव में जीत दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई दी. उन्होंने कहा कि जो सपना हम लोगों ने देखा था, पंच से लेकर पार्लियामेंट तक भाजपा का भगवा लहराए. मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं ने पूरा मेहनत किया. जनता ने हम पर विश्वास किया. 80 प्रतिशत और कहीं कहीं 90 प्रतिशत सीटों पर भगवा लहराया है. इसके लिए छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई देता हूं. हम पर जो विश्वास किया है, उस पर भाजपा की सरकार खरा उतरेगी.

महिलाओं के खाते में कब आएंगे 2500 रुपये, आतिशी ने पूछे बीजेपी से सवाल

दिल्ली में चुनाव के समय जिस एक वोटबैंक पर सभी पार्टियों ने सबसे ज्यादा फोकस किया था वो महिला वोटबैंक था. साइलेंट वोटर्स को अपने पक्ष में करने के लिए पार्टियों ने उनके लिए कई योजनाएं शुरू करने का वादा किया और उन्हीं में से एक वादा था कि महिलाओं को हर महीने वित्तीय सहायता दी जाएगी

जहां आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा किया था. वहीं, सत्ता में मौजूद बीजेपी पार्टी ने भी 2500 रुपये देने का वादा किया था. सीएम रेखा गुप्ता ने जीत हासिल करने के बाद ऐलान किया था कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन महिलाओं के खाते में सहायता की पहली किस्त आएगी, लेकिन अब पूर्व सीएम आतिशी ने इस स्कीम को लेकर बीजेपी को घेरा है. साथ ही आतिशी ने पार्टी से सवाल पूछा है कि महिलाओं के खाते में पैसे कब आएंगे.

आतिशी ने BJP पर किया हमला

पूर्व सीएम आतिशी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, आज 20 मार्च है दिल्ली में बीजेपी की सरकार बने हुए एक महीना हो गया है, लेकिन एक महीने के बावजूद बीजेपी और प्रधानमंत्री ने जो वादा किया था कि दिल्ली की हर महिला के खाते में 2500 आएंगे वो नहीं आए.

आप नेता आतिशी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि पहली कैबिनेट बैठक में फैसला होगा और 8 मार्च को महिलाओं के खाते में 2500 रुपये आ जाएंगे लेकिन ये वादा झूठा निकला. पैसा तो छोड़िए रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ. बस एक झुनझुना दे दिया कि 4 मंत्रियों की कमेटी फैसला लेगी.

बीजेपी से पूछे 4 सवाल

महिला समृद्धि योजना को लेकर पूर्व सीएम आतिशी ने बीजेपी से 4 सवाल पूछे.

1,-क्या बीजेपी दिल्ली की हर महिला को 2500 देगी या फिर इतने शर्तें लगा देगी की 1% महिलाओं को भी पैसा नहीं मिलेगा. 48 लाख महिलाओं को पैसा मिलेगा या नहीं? मोदी जी ने सभी महिलाओं से वादा किया था.

2,-कमेटी बने 12 दिन हो गए लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया, बीजेपी के पास अरविंद केजरीवाल को गालियां देने का समय है.

3,-2500 रुपए के लिए रजिस्ट्रेशन कब शुरू होगा?

4- 2500 रुपए महिलाओं के खाते में कब आएंगे?

पूर्व सीएम आतिशी ने कहा, आज दिल्ली की सभी महिलाएं इन 4 सवालों के जवाब मांग रही है.

सीएम रेखा गुप्ता ने क्या ऐलान किया?

सीएम रेखा गुप्ता ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद इस बात का ऐलान किया था कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं के खाते में 2500 रुपये की पहली किस्त डाली जाएगी. हालांकि, 8 मार्च के दिन सीएम रेखा गुप्ता ने इस योजना को लेकर और भी जानकारी सामने रखी. सीएम ने बताया था कि पार्टी अपने इस वादे को पूरा करने जा रही है. दिल्ली कैबिनेट ने इस स्कीम को मंजूरी दे दी है. जिसके तहत आर्थिक तौर से कमजोर वर्ग की महिलाओं को 2,500 रुपए महीने भत्ता मिलेगा.

सीएम ने इस दौरान यह भी बताया था कि इस साल के लिए 5100 करोड़ रुपए इस योजना के लिए आवंटित किए गए हैं. साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया गया है. मंत्री प्रवेश वर्मा और मंत्री कपिल मिश्रा इस कमेटी में होंगे. सीएम ने जानकारी दी थी कि एक पोर्टल बनाया जाएगा. BPL कार्ड धारक महिलाओं को इस योजना का फायदा मिलेगा.

झारखंड के कार्यों पर उठ रहे सवाल, मंत्री ने कहा जनता संतुष्ट है, विपक्ष ने कहा सरकार सत्ता पक्ष के सवालों का ही जवाब दे

झारखंड विधानसभा बजट सत्र के दौरान  सदन में सत्ता पक्ष के विधायक ही सरकार के कार्यों पर सवाल खड़ा करते नजर आ रहे हैं। वही हेमंत सरकार के मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार अच्छा कार्य कर रही है। राज्य के सवा तीन करोड़ जनता संतुष्ट है। इस पर BJP विधायक नीरा यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार पहले अपने लोगों को संभाल ले। आज सदन के अंदर विपक्ष से ज्यादा सत्ता पक्ष के लोग ही सरकार के भ्रष्टाचार पर सवाल उठा रहे है। 

झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से चंपाई सोरेन से संबंधित सवाल पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जिस लोभ से भाजपा में शामिल हुए है आज उनकी स्थिति सही नहीं है। भाजपा में चंपाई सोरेन को वो सम्मान नहीं मिल पा रहा है। रामदास सोरेन ने कहा कि सही में भाजपा किसी आदिवासी नेता को सम्मान देना चाहती है उन्हें उड़ीसा का राज्यपाल बना देना चाहिए।

बीजेपी के नए अध्यक्ष का इंतजार बढ़ा, जानें कब होगा चुनाव

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बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कब मिलेगा? इसका काफी समय से इंतजार हो रहा है। अब जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव इस महीन के अंत या अगले महीने में होने की संभावना है। कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बेंगलुरु बैठक में जेपी नड्‌डा के उत्तराधिकारी का ऐलान हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, 18-20 अप्रैल को बेंगलुरु में बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हो सकती है, जिसमें नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगाई जाएगी।

बीजेपी के संगठन चुनावों में देरी के चलते अब नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के ऐलान में और देरी की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसकी वजह है कि बीजेपी चार बड़े राज्यों में संगठन चुनावों को पूरा नहीं कर पाई है। इनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश शामिल हैं। चारों बड़े राज्यों में संगठन चुनावों में देरी, जिला अध्यक्षों की सूची फंसने से राष्ट्रीय अध्यक्ष पर पेंच फंस हुआ है।

अभी 13 राज्यों में संगठन चुनाव हो चुके हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए 18 राज्यों में चुनाव संपन्न होना जरूरी है। अगले कुछ दिनों में पांच बड़े राज्यों- यूपी, एमपी, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में नए अध्यक्ष बना दिए जाएंगे। इनके अलावा ओडिशा, कर्नाटक, हरियाणा और तेलंगाना के अध्यक्षों के नाम भी करीब-करीब तय हो चुके हैं। पार्टी संविधान के अनुसार आधे राज्यों में संगठन चुनाव पूरे होने पर ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होता है। नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए बीजेपी और आरएसएस के बीच बातचीत जारी है। आरएसएस की राष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा की बैठक बेंगलुरु में हो रही है। उसके बाद नए अध्यक्ष को लेकर गतिविधि और तेज होगी।

बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए उत्तर से लेकर दक्षिण तक के करीब दर्जन भर नेताओं के नाम सुर्खियों में आ चुके हैं। बीच-बीच में भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र यादव के ही प्रबल दावेदार होने की रिपोर्ट सामने आई है लेकिन पिछले कुछ दिनों में संघ की तरफ से जो बातें सामने आई हैं। उनमें कहा गया है कि संघ ऐसे व्यक्ति को बीजेपी अध्यक्ष बनाना चाहता है जिसका जुड़ा आरएसएस से रह हो। आश्चर्यजनक तौर पर अब बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल और संगठन महामंत्री बीएल संतोष के नाम भी चर्चा में आया है। ये दोनों संघ से बीजेपी के आए हैं।

बता दें कि वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2020 में शुरू हुआ था और उनका मूल तीन साल का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो गया था। हालांकि, उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर एक्सटेंशन दिया गया था, जो अब समाप्ति की ओर है।

झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 18 मार्च से फिर से शुरू ,विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में


झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 18 मार्च से फिर से शुरू होगा और 27 मार्च तक चलेगा। होली की छुट्टी के बाद अब सत्र के दौरान सदन में गरमागरमी देखने को मिल सकती है।

विपक्ष, खासकर भारतीय जनता पार्टी (BJP), घोड़थम्भा में दो समुदायों के बीच हुई झड़प को लेकर सरकार पर हमला बोलने की तैयारी में है।

BJP ने सरकार को घेरने की बनाई रणनीति

नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। सोमवार को उन्होंने घटना स्थल का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और पूरी जानकारी ली।

माना जा रहा है कि BJP इस मुद्दे को विधानसभा में जोरशोर से उठाएगी और राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास करेगी।

बजट सत्र की अब तक की कार्यवाही

गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से जारी है। 3 मार्च को वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया गया था। अब जब सत्र दोबारा शुरू होगा, तो राजनीतिक गहमागहमी तेज होने के पूरे आसार हैं।

UP BJP में खत्म हुआ इंतजार, गोरखपुर-नोएडा समेत कई जिलाध्यक्षों का ऐलान, देखें लिस्ट

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव से पहले पार्टी संगठन में जिलास्तर पर भारी बदलाव कर दिया है. बीजेपी ने गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, आगरा, मथुरा, इटावा, अमेठी और आजमगढ़ समेत कई जिलों और महानगरों के अध्यक्षों का ऐलान कर दिया है. बीजेपी प्रदेश संगठन में 98 जिले हैं. आज रविवार को करीब 60 जिला और महानगर अध्यक्ष घोषित किए गए हैं. प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त जिलाध्यक्षों को शुभकामनाएं दी हैं.

हालांकि यूपी के 26 जिलों के अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष की चुनाव की प्रक्रिया रोक दी गई है. ज्यादा नामांकन और उम्मीदवारों की संख्या को देखते हुए 26 जिलों के जिलाध्यक्ष या तो महानगर अध्यक्ष के नामों का ऐलान नहीं किया गया है. अब प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद इन जिलों में अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के नामों का ऐलान किया जाएगा.

26 जिलों के नए अध्यक्षों का इंतजार बढ़ा

पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेताओं की गुटबाजी और सिफारिश वाले नामों से बचने के लिए बीजेपी ने इन 26 जिलों के अध्यक्षों के नामों का ऐलान फिलहाल नहीं करने का फैसला किया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने बधाई देते हुए कहा कि पार्टी के सभी नवनियुक्त जिला एवं महानगर अध्यक्ष गण को हार्दिक बधाई,

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सभी नवनियुक्त जिला एवं महानगर अध्यक्ष गण को हार्दिक बधाई!

पूर्ण विश्वास है कि आप सभी भाजपा की नीतियों और सिद्धांतों का पालन करते हुए संगठन को और अधिक मजबूत करेंगे और उ. प्र. में मा. प्रधानमंत्री जी के सुरक्षा एवं सुशासन के अभियान को आगे

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए 50 जिलों में अध्यक्षों का निर्वाचन होना जरूरी होता है. नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन का रास्ता साफ हो जाएगा. बीजेपी ने गौतमबुद्ध नगर के पार्टी अध्यक्षों का ऐलान कर दिया है. नोएडा के महेश चौहान को महानगर अध्यक्ष और ग्रेटर नोएडा से अभिषेक शर्मा को जिलाध्यक्ष बनाया गया है.

गोरखपुर-गाजियाबाद की कमान किसके हाथ

गाजियाबाद से चैनपाल सिंह गुर्जर को जिलाध्यक्ष बनाया गया है तो मयंक गोयल जिला महानगर अध्यक्ष बने हैं. मेरठ में विवेक रस्तोगी को मेरठ महानगर अध्यक्ष बनाया गया है. गोरखपुर में जनार्दन तिवारी को जिलाध्यक्ष बनाया गया है तो देवेश श्रीवास्तव को महानगर अध्यक्ष बनाया गया है.

हरदोई में बीजेपी के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन को बनाया गया है. अजीत सिंह दुबारा जिलाध्यक्ष बने हैं. यहां पर 17 लोगों ने जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन किया था. चुनाव अधिकारी नरेश वालिया ने पर्यवेक्षक एमएलसी सुभाष यदुवंश की मौजूदगी में जिलाध्यक्ष का ऐलान किया. इस दौरान उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी समेत सांसद और विधायक भी मौजूद रहे.

मैनपुरी से ममता राजपूत जिला अध्यक्ष बनीं. तो इटावा में अरुण कुमार गुप्ता नए जिलाध्यक्ष बनाए गए. इसी तरह बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष विकास चौहान बने.

निर्भय पांडे मथुरा में जिलाध्यक्ष बने तो महानगर अध्यक्ष राजू यादव को बनाया गया. बीजेपी के वरिष्ठ नेता अन्नू गुप्ता को इटावा का जिलाध्यक्ष घोषित किया गया है.

बहराइच और गोंडा जिले के प्रमुख का भी ऐलान

ललितपुर का नया जिलाध्यक्ष हरिश्चंद्र रावत को बनाया गया. जबकि रामपुर से हरीश गंगवार पार्टी के जिलाध्यक्ष बने. इसी तरह मुरादाबाद से आकाश पाल पार्टी के जिलाध्यक्ष बने.

ब्रजेश पांडेय को दूसरी बार बहराइच का जिलाध्यक्ष बनाया गया है. गोंडा जिले में अमर किशोर कश्यप “बमबम” जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं. फर्रुखाबाद में फतेह चंद्र वर्मा नए जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं.

ओम प्रकाश राय को गाजीपुर का जिलाध्यक्ष बनाया गया तो सुधांशु शुक्ला को अमेठी का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया. उन्नाव से अनुराग अवस्थी जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं.

आजमगढ़ से ध्रुव सिंह जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए तो लालगंज से विनोद राजभर जिलाध्यक्ष नियुक्त हुए हैं. जबकि हरदोई में बीजेपी के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन घोषित किए गए हैं.

बीजेपी की ओर से सुल्तानपुर से सुशील त्रिपाठी जिलाध्यक्ष बने हैं. औरैया से सर्वेश कठेरिया को जिलाध्यक्ष बनाया गया है. कन्नौज से वीर सिंह भदौरिया फिर से जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं.

विवेकानंद मिश्रा बस्ती जिले के फिर से जिलाध्यक्ष बने हैं. महराजगंज में एक बार फिर से अशोक पाण्डेय उर्फ संजय पाण्डेय को जिलाध्यक्ष घोषित किया गया है. जबकि श्रावस्ती जिले के नए जिलाध्यक्ष मिश्रीलाल वर्मा बनाए गए है.

मेरठ में विवेक रस्तोगी पार्टी के नए महानगर अध्यक्ष घोषित किए गए. सोनभद्र में नन्दलाल गुप्ता फिर से जिलाध्यक्ष बने हैं. महेंद्र कोटार्य चित्रकूट के जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं.

उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन को भाजपा ने जारी किया नोटिस, जानिए पूरा मामला

रायपुर- छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन को कोरबा नगर निगम सभापति पद पर भाजपा से बागी होकर चुने गए नूतन सिंह ठाकुर को बधाई देना भारी पड़ गया। भाजपा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंत्री देवांगन को नोटिस जारी किया है।

देखें नोटिस

मंत्री लखनलाल देवांगन ने दी थी बधाई

बता दें कि इससे पहले मंत्री लखनलाल देवांगन ने नूतन सिंह ठाकुर को कोरबा नगर निगम का सभापति चुने जाने पर बधाई दी और इसे बीजेपी की जीत बताया था। मंत्री देवांगन ने कहा था कि नूतन सिंह ठाकुर ने नगर पालिक निगम कोरबा के सभापति चुनाव में विजय हासिल की है। इस जीत पर मैं उन्हें बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि हितानंद अग्रवाल पार्टी के घोषित प्रत्याशी थे, लेकिन सभी निर्वाचित पार्षदों ने एकजुट होकर सर्वसम्मति से नूतन सिंह ठाकुर की जीत सुनिश्चित की है। यह निर्णय सभी को मान्य है।

उन्होंने कहा का कि निश्चित तौर पर अब नगर निगम में महापौर और सभापति दोनों पदों पर बीजेपी का कब्जा हो गया है, जिससे कोरबा के विकास को और गति मिलेगी। मंत्री देवांगन ने नवनिर्वाचित सभापति और महापौर को शुभकामनाएं देते हुए कहा था कि वे कोरबा के समग्र विकास के लिए मिलकर कार्य करेंगे और पार्टी का सहयोग हमेशा उनके साथ रहेगा।

BJP ने नूतन सिंह ठाकुर को 6 साल के लिए किया निष्कासित

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ भाजपा ने अनुशासनहीनता के मामले में कोरबा नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया है। जिसका आदेश आज ही पार्टी ने जारी किया था।

देखें आदेश

पूर्व CM भूपेश बघेल के घर ED छापा मामला: विधानसभा में विपक्ष का हंगामा, सदन की कार्यवाही बाधित, गर्भगृह में उतरा विपक्ष

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दसवें दिन की कार्यवाही विपक्ष के भारी विरोध और हंगामे के साथ शुरू हुई. कांग्रेस विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर ईडी की छापेमारी का मुद्दा उठाते हुए सदन में जोरदार नारेबाजी की. इस हंगामे के बाद स्पीकर ने विपक्ष के विधायकों को निलंबित कर दिया.

प्रश्नकाल से पहले ही विपक्ष ने इस मुद्दे को सदन में उठाया और सत्ता पक्ष पर ईडी के जरिए डराने-धमकाने का आरोप लगाया. कांग्रेस विधायकों ने ‘ईडी से डराना बंद करो’ जैसे नारे लगाकर विरोध जताया.

इस दौरान स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद आप (विपक्ष) शून्यकाल के दौरान उठाए, लेकिन विपक्ष ने सदन के भीतर तेज हंगामे के साथ नारे लगाए. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली. व्यवस्था के बाद भी लगातार विपक्ष सदन के भीतर नारेबाजी करते रहा.

नारेबाजी के दौरान विपक्षी विधायक गर्भगृह तक पहुंच गए, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया. निलंबन के बावजूद कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में ही धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन जारी रखा.

वहीं इस मामले में BJP के वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि विधानसभा में गैर-जिम्मेदारी से विपक्ष अपने दायित्व का निर्वहन कर रही है. विपक्ष अपनी बातों को नियमों के तहत उठा सकती है. सदन में छापे की बात कर कांग्रेस ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस को नियम, क़ायदा, क़ानून पर विश्वास नहीं है. नियमों का पालन करना कांग्रेस के सिद्धांतों में नहीं है.

*भाजपा नेता अनिल टाइगर के हत्या को लेकर आज भाजपा ने विधानसभा में जोड़दार हंगामा

अपराधियों के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन, BJP सहित अन्य दलों ने रांची बंद का समर्थन

रांची : भाजपा नेता और जिला परिषद के पूर्व सदस्य अनिल टाइगर की कल बुधवार को गोली मारने के विरोध में भाजपा सहित अन्य दलों ने आज शांतिपूर्ण बंद का आह्वान किया। इस बंद को समर्थन देने के लिए रांची के बाहरी इलाकों में कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए।

इधर झारखंड विधानसभा में अनिल टाइगर की हत्या के विरोध में भाजपा विधायकों ने सदन के बाहर जाम कर विरोध करते नजर आए। हाथों में तख्ती लिए हेमंत सरकार और प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी करते रहे। पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड में अपराधी बेलगाम हो गए है। प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है। आए दिन खुलेआम अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे है। भाजपा विधायक पूर्णिमा दास ने कहा कि राज्य में कानून का भय नहीं होने की वजह से अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कड़े कानून लागू करने की जरूरत है।

बता दे कि गोली मारने वाले शूटर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक की तलाश जारी है। सत्ता पक्ष के विधायकों ने कहा पुलिस अपना कार्य कर रही है। मंत्री इरफान अंसारी ने कहा कि प्रशासन त्वरित कार्रवाई करते हुए एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। जल्द ही मामले का उदभेदन कर लिया जाएगा। कांग्रेस विधायक सुरेश बैठा ने कहा दोषी को पकर लिया गया है। उन्होंने अनिल टाइगर के परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। साथ ही शांतिपूर्ण बंद का समर्थन किया है।

रांची बंद को लेकर भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे है। बूटी मोड़, पिठोरियो, पिस्का मोड़, रातू रोड, कांके चौक समेत कई प्रमुख इलाकों की सड़कों को जाम कर दिया गया है। बीजेपी के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर राज्य की विधि व्यवस्था को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन भी बंद के मद्दे नजर विशेष इंतजाम की है। 1000 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गयी है। वहीं, विधि-व्यवस्था के लिए चार प्रशिक्षु डीएसपी सहित 12 डीएसपी और थाना प्रभारी समेत दो दर्जन से इंस्पेक्ट की तैनाती की गयी है।

रिपोर्टर जयंत कुमार

क्या भाजपा-अन्नाद्रमुक आएंगे साथ, जानें क्यों लग रही गठबंधन की अटकलें?

#bjpaiadmkalliance_rumours

तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले अटकलें लगाई जा रही हैं कि अन्नाद्रमुक राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा के साथ दोबारा गठबंधन कर सकती है। अटकलों की वजह है पूर्व मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक के महासचिव एडप्पादी के पलानीस्वामी की अमित शाह से मुलाकात। पलानीस्वामी मंगलवार को दिल्ली में गृहमंत्री अमित शाह के घर पहुंचे थे।

हिंदी विवाद के बीच मुलाकात

सूत्रों के अनुसार, अन्नाद्रमुक के नेता ने शाह के साथ तमिलनाडु में हिंदी थोपे जाने समेत कई मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने इस पर अपनी पार्टी के विचारों को साझा किया। इस मुलाकात में तमिलनाडु विधानसभा चुनाव 2026 के लिए दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर चर्चा की गई। बैठक में करीब 2 घंटे तक दोनों नेताओं के बीच बातचीत हुई, जिसमें चुनावी गठबंधन के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया। हालांकि, यह दोनों नेताओं के बीच में शुरुआती बैठक है। सूत्रों के मुताबिक आगे चलकर दो से तीन दौर की बातचीत होगी।

इससे पहले अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा प्रमुख जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। उन्हें भाजपा की तमिलनाडु इकाई के प्रमुख के अन्नामलाई की आक्रामक राजनीतिक शैली से उत्पन्न स्थिति से अवगत कराया था। अन्नाद्रमुक नेताओं ने द्रविड़ नेता सीएन अन्नादुरई पर की गई टिप्पणी के लिए अन्नामलाई से माफी मांगने या उन्हें हटाने की मांग की थी।

सत्तारूढ़ गठबंधन की बढ़ सकती है परेशानी

तमिलनाडु में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में राजनीतिक दल अभी से सियासी समीकरण सेट करने में जुट गए हैं। यदि अन्नाद्रमुक और भाजपा में फिर से गठबंधन होता है तो वे राज्य में सत्तारूढ़ द्रमुक नीत आइएनडीआइए गठबंधन को कड़ी चुनौती देंगे। विगत कुछ वर्षों में राज्य में अन्नाद्रमुक के वोट शेयर में गिरावट आई है।

लोकसभा चुनाव के समय नहीं बन सकी बात

पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव के समय भी दोनों दलों के बीच गठबंधन की चर्चा हुई थी, लेकिन उस समय बात नहीं बन पाई थी। चुनाव में बीजेपी अपने वोट प्रतिशत को बढ़ाने में सफल रही। हालांकि, बीजेपी तमिलनाडु में लोकसभा की एक भी सीट नहीं जीत पाई लेकिन वोट प्रतिशत में बढ़ोतरी पार्टी के लिए अच्छे संकेत माने जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में एआईएडीएमके को भी अब लगने लगा है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव बीजेपी बड़ी भूमिका निभा सकती है। इन्हीं सब वजहों को देखते हुए अब दोनों दल एक बार फिर से करीब आ रहे हैं।

2023 में दोनों के बीच टूटा था गठबंधन

सितंबर 2023 में एआईएडीएमके ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था। एआईएडीएमके के नेता बीजेपी की तमिलनाडु में बढ़ती महत्वाकांक्षाओं और द्रविड़ आइकन पेरियार के बारे में बीजेपी नेताओं की विवादास्पद टिप्पणियों से परेशान थे। 2024 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए, एआईएडीएमके ने अकेले जाने का फैसला किया। वे बीजेपी के प्रभाव के बिना अपनी राह बनाना चाहते थे। लेकिन यह पहली बार नहीं था जब उनका गठबंधन टूटा था।

बिहार दिवस को लेकर सियासत : प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने पूर्व सीएम बघेल पर कसा तंज, कहा-

रायपुर- भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन आज संगठन की महत्वपूर्ण बैठक में शामिल होने के लिए रायपुर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए प्रदेश में बिहार दिवस को लेकर हो रही सियासत पर बड़ा बयान दिया है. नितिन नबीन ने पूर्व सीएम बघेल पर तंज कस्ते हुए कहा कि भूपेश बघेल की बेचैनी पर तरस आता है, हम (भाजपा) कुछ भी करते हैं तो वह बेचैन हो जाते हैं. इतनी बेचैनी है तो मैं तो अभी और गतिविधि करूंगा.

उन्होंने कहा कि कहीं ऐसा न हो कि इस बेचैनी में उनको छत्तीसगढ़ छोड़ना पड़े. कांग्रेस ने तो किनारा कर ही दिया है. भूपेश बघेल बहुत वरिष्ठ नेता हैं. इतना ध्यान रखिएगा कि छत्तीसगढ़ बिहार दोनों भारत के मूल भाग है. 

पंच से लेकर पार्लियामेंट तक लहराया BJP का भगवा : बीजेपी प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन 

प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन ने चुनाव में जीत दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई दी. उन्होंने कहा कि जो सपना हम लोगों ने देखा था, पंच से लेकर पार्लियामेंट तक भाजपा का भगवा लहराए. मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ के कार्यकर्ताओं ने पूरा मेहनत किया. जनता ने हम पर विश्वास किया. 80 प्रतिशत और कहीं कहीं 90 प्रतिशत सीटों पर भगवा लहराया है. इसके लिए छत्तीसगढ़ की जनता को बधाई देता हूं. हम पर जो विश्वास किया है, उस पर भाजपा की सरकार खरा उतरेगी.

महिलाओं के खाते में कब आएंगे 2500 रुपये, आतिशी ने पूछे बीजेपी से सवाल

दिल्ली में चुनाव के समय जिस एक वोटबैंक पर सभी पार्टियों ने सबसे ज्यादा फोकस किया था वो महिला वोटबैंक था. साइलेंट वोटर्स को अपने पक्ष में करने के लिए पार्टियों ने उनके लिए कई योजनाएं शुरू करने का वादा किया और उन्हीं में से एक वादा था कि महिलाओं को हर महीने वित्तीय सहायता दी जाएगी

जहां आम आदमी पार्टी ने महिलाओं को 2100 रुपये देने का वादा किया था. वहीं, सत्ता में मौजूद बीजेपी पार्टी ने भी 2500 रुपये देने का वादा किया था. सीएम रेखा गुप्ता ने जीत हासिल करने के बाद ऐलान किया था कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन महिलाओं के खाते में सहायता की पहली किस्त आएगी, लेकिन अब पूर्व सीएम आतिशी ने इस स्कीम को लेकर बीजेपी को घेरा है. साथ ही आतिशी ने पार्टी से सवाल पूछा है कि महिलाओं के खाते में पैसे कब आएंगे.

आतिशी ने BJP पर किया हमला

पूर्व सीएम आतिशी ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, आज 20 मार्च है दिल्ली में बीजेपी की सरकार बने हुए एक महीना हो गया है, लेकिन एक महीने के बावजूद बीजेपी और प्रधानमंत्री ने जो वादा किया था कि दिल्ली की हर महिला के खाते में 2500 आएंगे वो नहीं आए.

आप नेता आतिशी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि पहली कैबिनेट बैठक में फैसला होगा और 8 मार्च को महिलाओं के खाते में 2500 रुपये आ जाएंगे लेकिन ये वादा झूठा निकला. पैसा तो छोड़िए रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ. बस एक झुनझुना दे दिया कि 4 मंत्रियों की कमेटी फैसला लेगी.

बीजेपी से पूछे 4 सवाल

महिला समृद्धि योजना को लेकर पूर्व सीएम आतिशी ने बीजेपी से 4 सवाल पूछे.

1,-क्या बीजेपी दिल्ली की हर महिला को 2500 देगी या फिर इतने शर्तें लगा देगी की 1% महिलाओं को भी पैसा नहीं मिलेगा. 48 लाख महिलाओं को पैसा मिलेगा या नहीं? मोदी जी ने सभी महिलाओं से वादा किया था.

2,-कमेटी बने 12 दिन हो गए लेकिन कोई फैसला नहीं लिया गया, बीजेपी के पास अरविंद केजरीवाल को गालियां देने का समय है.

3,-2500 रुपए के लिए रजिस्ट्रेशन कब शुरू होगा?

4- 2500 रुपए महिलाओं के खाते में कब आएंगे?

पूर्व सीएम आतिशी ने कहा, आज दिल्ली की सभी महिलाएं इन 4 सवालों के जवाब मांग रही है.

सीएम रेखा गुप्ता ने क्या ऐलान किया?

सीएम रेखा गुप्ता ने शपथ ग्रहण समारोह के बाद इस बात का ऐलान किया था कि 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं के खाते में 2500 रुपये की पहली किस्त डाली जाएगी. हालांकि, 8 मार्च के दिन सीएम रेखा गुप्ता ने इस योजना को लेकर और भी जानकारी सामने रखी. सीएम ने बताया था कि पार्टी अपने इस वादे को पूरा करने जा रही है. दिल्ली कैबिनेट ने इस स्कीम को मंजूरी दे दी है. जिसके तहत आर्थिक तौर से कमजोर वर्ग की महिलाओं को 2,500 रुपए महीने भत्ता मिलेगा.

सीएम ने इस दौरान यह भी बताया था कि इस साल के लिए 5100 करोड़ रुपए इस योजना के लिए आवंटित किए गए हैं. साथ ही एक कमेटी का भी गठन किया गया है. मंत्री प्रवेश वर्मा और मंत्री कपिल मिश्रा इस कमेटी में होंगे. सीएम ने जानकारी दी थी कि एक पोर्टल बनाया जाएगा. BPL कार्ड धारक महिलाओं को इस योजना का फायदा मिलेगा.

झारखंड के कार्यों पर उठ रहे सवाल, मंत्री ने कहा जनता संतुष्ट है, विपक्ष ने कहा सरकार सत्ता पक्ष के सवालों का ही जवाब दे

झारखंड विधानसभा बजट सत्र के दौरान  सदन में सत्ता पक्ष के विधायक ही सरकार के कार्यों पर सवाल खड़ा करते नजर आ रहे हैं। वही हेमंत सरकार के मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार अच्छा कार्य कर रही है। राज्य के सवा तीन करोड़ जनता संतुष्ट है। इस पर BJP विधायक नीरा यादव ने कटाक्ष करते हुए कहा कि सरकार पहले अपने लोगों को संभाल ले। आज सदन के अंदर विपक्ष से ज्यादा सत्ता पक्ष के लोग ही सरकार के भ्रष्टाचार पर सवाल उठा रहे है। 

झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन से चंपाई सोरेन से संबंधित सवाल पर पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि जिस लोभ से भाजपा में शामिल हुए है आज उनकी स्थिति सही नहीं है। भाजपा में चंपाई सोरेन को वो सम्मान नहीं मिल पा रहा है। रामदास सोरेन ने कहा कि सही में भाजपा किसी आदिवासी नेता को सम्मान देना चाहती है उन्हें उड़ीसा का राज्यपाल बना देना चाहिए।

बीजेपी के नए अध्यक्ष का इंतजार बढ़ा, जानें कब होगा चुनाव

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बीजेपी को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष कब मिलेगा? इसका काफी समय से इंतजार हो रहा है। अब जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव इस महीन के अंत या अगले महीने में होने की संभावना है। कहा जा रहा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की बेंगलुरु बैठक में जेपी नड्‌डा के उत्तराधिकारी का ऐलान हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, 18-20 अप्रैल को बेंगलुरु में बीजेपी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक हो सकती है, जिसमें नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगाई जाएगी।

बीजेपी के संगठन चुनावों में देरी के चलते अब नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के ऐलान में और देरी की संभावना व्यक्त की जा रही है। इसकी वजह है कि बीजेपी चार बड़े राज्यों में संगठन चुनावों को पूरा नहीं कर पाई है। इनमें उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और मध्य प्रदेश शामिल हैं। चारों बड़े राज्यों में संगठन चुनावों में देरी, जिला अध्यक्षों की सूची फंसने से राष्ट्रीय अध्यक्ष पर पेंच फंस हुआ है।

अभी 13 राज्यों में संगठन चुनाव हो चुके हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए 18 राज्यों में चुनाव संपन्न होना जरूरी है। अगले कुछ दिनों में पांच बड़े राज्यों- यूपी, एमपी, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल में नए अध्यक्ष बना दिए जाएंगे। इनके अलावा ओडिशा, कर्नाटक, हरियाणा और तेलंगाना के अध्यक्षों के नाम भी करीब-करीब तय हो चुके हैं। पार्टी संविधान के अनुसार आधे राज्यों में संगठन चुनाव पूरे होने पर ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होता है। नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए बीजेपी और आरएसएस के बीच बातचीत जारी है। आरएसएस की राष्ट्रीय प्रतिनिधि सभा की बैठक बेंगलुरु में हो रही है। उसके बाद नए अध्यक्ष को लेकर गतिविधि और तेज होगी।

बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए उत्तर से लेकर दक्षिण तक के करीब दर्जन भर नेताओं के नाम सुर्खियों में आ चुके हैं। बीच-बीच में भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र यादव के ही प्रबल दावेदार होने की रिपोर्ट सामने आई है लेकिन पिछले कुछ दिनों में संघ की तरफ से जो बातें सामने आई हैं। उनमें कहा गया है कि संघ ऐसे व्यक्ति को बीजेपी अध्यक्ष बनाना चाहता है जिसका जुड़ा आरएसएस से रह हो। आश्चर्यजनक तौर पर अब बीजेपी के नए अध्यक्ष के लिए हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल और संगठन महामंत्री बीएल संतोष के नाम भी चर्चा में आया है। ये दोनों संघ से बीजेपी के आए हैं।

बता दें कि वर्तमान अध्यक्ष जेपी नड्डा का कार्यकाल जनवरी 2020 में शुरू हुआ था और उनका मूल तीन साल का कार्यकाल जनवरी 2023 में समाप्त हो गया था। हालांकि, उन्हें 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर एक्सटेंशन दिया गया था, जो अब समाप्ति की ओर है।

झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 18 मार्च से फिर से शुरू ,विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में


झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 18 मार्च से फिर से शुरू होगा और 27 मार्च तक चलेगा। होली की छुट्टी के बाद अब सत्र के दौरान सदन में गरमागरमी देखने को मिल सकती है।

विपक्ष, खासकर भारतीय जनता पार्टी (BJP), घोड़थम्भा में दो समुदायों के बीच हुई झड़प को लेकर सरकार पर हमला बोलने की तैयारी में है।

BJP ने सरकार को घेरने की बनाई रणनीति

नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। सोमवार को उन्होंने घटना स्थल का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और पूरी जानकारी ली।

माना जा रहा है कि BJP इस मुद्दे को विधानसभा में जोरशोर से उठाएगी और राज्य सरकार को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास करेगी।

बजट सत्र की अब तक की कार्यवाही

गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से जारी है। 3 मार्च को वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया गया था। अब जब सत्र दोबारा शुरू होगा, तो राजनीतिक गहमागहमी तेज होने के पूरे आसार हैं।

UP BJP में खत्म हुआ इंतजार, गोरखपुर-नोएडा समेत कई जिलाध्यक्षों का ऐलान, देखें लिस्ट

भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव से पहले पार्टी संगठन में जिलास्तर पर भारी बदलाव कर दिया है. बीजेपी ने गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गोरखपुर, आगरा, मथुरा, इटावा, अमेठी और आजमगढ़ समेत कई जिलों और महानगरों के अध्यक्षों का ऐलान कर दिया है. बीजेपी प्रदेश संगठन में 98 जिले हैं. आज रविवार को करीब 60 जिला और महानगर अध्यक्ष घोषित किए गए हैं. प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त जिलाध्यक्षों को शुभकामनाएं दी हैं.

हालांकि यूपी के 26 जिलों के अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष की चुनाव की प्रक्रिया रोक दी गई है. ज्यादा नामांकन और उम्मीदवारों की संख्या को देखते हुए 26 जिलों के जिलाध्यक्ष या तो महानगर अध्यक्ष के नामों का ऐलान नहीं किया गया है. अब प्रदेश अध्यक्ष के चयन के बाद इन जिलों में अध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष के नामों का ऐलान किया जाएगा.

26 जिलों के नए अध्यक्षों का इंतजार बढ़ा

पार्टी सूत्रों का कहना है कि नेताओं की गुटबाजी और सिफारिश वाले नामों से बचने के लिए बीजेपी ने इन 26 जिलों के अध्यक्षों के नामों का ऐलान फिलहाल नहीं करने का फैसला किया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने बधाई देते हुए कहा कि पार्टी के सभी नवनियुक्त जिला एवं महानगर अध्यक्ष गण को हार्दिक बधाई,

उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के सभी नवनियुक्त जिला एवं महानगर अध्यक्ष गण को हार्दिक बधाई!

पूर्ण विश्वास है कि आप सभी भाजपा की नीतियों और सिद्धांतों का पालन करते हुए संगठन को और अधिक मजबूत करेंगे और उ. प्र. में मा. प्रधानमंत्री जी के सुरक्षा एवं सुशासन के अभियान को आगे

पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए 50 जिलों में अध्यक्षों का निर्वाचन होना जरूरी होता है. नए जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन का रास्ता साफ हो जाएगा. बीजेपी ने गौतमबुद्ध नगर के पार्टी अध्यक्षों का ऐलान कर दिया है. नोएडा के महेश चौहान को महानगर अध्यक्ष और ग्रेटर नोएडा से अभिषेक शर्मा को जिलाध्यक्ष बनाया गया है.

गोरखपुर-गाजियाबाद की कमान किसके हाथ

गाजियाबाद से चैनपाल सिंह गुर्जर को जिलाध्यक्ष बनाया गया है तो मयंक गोयल जिला महानगर अध्यक्ष बने हैं. मेरठ में विवेक रस्तोगी को मेरठ महानगर अध्यक्ष बनाया गया है. गोरखपुर में जनार्दन तिवारी को जिलाध्यक्ष बनाया गया है तो देवेश श्रीवास्तव को महानगर अध्यक्ष बनाया गया है.

हरदोई में बीजेपी के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन को बनाया गया है. अजीत सिंह दुबारा जिलाध्यक्ष बने हैं. यहां पर 17 लोगों ने जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन किया था. चुनाव अधिकारी नरेश वालिया ने पर्यवेक्षक एमएलसी सुभाष यदुवंश की मौजूदगी में जिलाध्यक्ष का ऐलान किया. इस दौरान उच्च शिक्षा राज्यमंत्री रजनी तिवारी समेत सांसद और विधायक भी मौजूद रहे.

मैनपुरी से ममता राजपूत जिला अध्यक्ष बनीं. तो इटावा में अरुण कुमार गुप्ता नए जिलाध्यक्ष बनाए गए. इसी तरह बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष विकास चौहान बने.

निर्भय पांडे मथुरा में जिलाध्यक्ष बने तो महानगर अध्यक्ष राजू यादव को बनाया गया. बीजेपी के वरिष्ठ नेता अन्नू गुप्ता को इटावा का जिलाध्यक्ष घोषित किया गया है.

बहराइच और गोंडा जिले के प्रमुख का भी ऐलान

ललितपुर का नया जिलाध्यक्ष हरिश्चंद्र रावत को बनाया गया. जबकि रामपुर से हरीश गंगवार पार्टी के जिलाध्यक्ष बने. इसी तरह मुरादाबाद से आकाश पाल पार्टी के जिलाध्यक्ष बने.

ब्रजेश पांडेय को दूसरी बार बहराइच का जिलाध्यक्ष बनाया गया है. गोंडा जिले में अमर किशोर कश्यप “बमबम” जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं. फर्रुखाबाद में फतेह चंद्र वर्मा नए जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं.

ओम प्रकाश राय को गाजीपुर का जिलाध्यक्ष बनाया गया तो सुधांशु शुक्ला को अमेठी का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया. उन्नाव से अनुराग अवस्थी जिला अध्यक्ष बनाए गए हैं.

आजमगढ़ से ध्रुव सिंह जिलाध्यक्ष नियुक्त किए गए तो लालगंज से विनोद राजभर जिलाध्यक्ष नियुक्त हुए हैं. जबकि हरदोई में बीजेपी के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन घोषित किए गए हैं.

बीजेपी की ओर से सुल्तानपुर से सुशील त्रिपाठी जिलाध्यक्ष बने हैं. औरैया से सर्वेश कठेरिया को जिलाध्यक्ष बनाया गया है. कन्नौज से वीर सिंह भदौरिया फिर से जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं.

विवेकानंद मिश्रा बस्ती जिले के फिर से जिलाध्यक्ष बने हैं. महराजगंज में एक बार फिर से अशोक पाण्डेय उर्फ संजय पाण्डेय को जिलाध्यक्ष घोषित किया गया है. जबकि श्रावस्ती जिले के नए जिलाध्यक्ष मिश्रीलाल वर्मा बनाए गए है.

मेरठ में विवेक रस्तोगी पार्टी के नए महानगर अध्यक्ष घोषित किए गए. सोनभद्र में नन्दलाल गुप्ता फिर से जिलाध्यक्ष बने हैं. महेंद्र कोटार्य चित्रकूट के जिलाध्यक्ष बनाए गए हैं.

उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन को भाजपा ने जारी किया नोटिस, जानिए पूरा मामला

रायपुर- छत्तीसगढ़ के उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन को कोरबा नगर निगम सभापति पद पर भाजपा से बागी होकर चुने गए नूतन सिंह ठाकुर को बधाई देना भारी पड़ गया। भाजपा ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए मंत्री देवांगन को नोटिस जारी किया है।

देखें नोटिस

मंत्री लखनलाल देवांगन ने दी थी बधाई

बता दें कि इससे पहले मंत्री लखनलाल देवांगन ने नूतन सिंह ठाकुर को कोरबा नगर निगम का सभापति चुने जाने पर बधाई दी और इसे बीजेपी की जीत बताया था। मंत्री देवांगन ने कहा था कि नूतन सिंह ठाकुर ने नगर पालिक निगम कोरबा के सभापति चुनाव में विजय हासिल की है। इस जीत पर मैं उन्हें बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि हितानंद अग्रवाल पार्टी के घोषित प्रत्याशी थे, लेकिन सभी निर्वाचित पार्षदों ने एकजुट होकर सर्वसम्मति से नूतन सिंह ठाकुर की जीत सुनिश्चित की है। यह निर्णय सभी को मान्य है।

उन्होंने कहा का कि निश्चित तौर पर अब नगर निगम में महापौर और सभापति दोनों पदों पर बीजेपी का कब्जा हो गया है, जिससे कोरबा के विकास को और गति मिलेगी। मंत्री देवांगन ने नवनिर्वाचित सभापति और महापौर को शुभकामनाएं देते हुए कहा था कि वे कोरबा के समग्र विकास के लिए मिलकर कार्य करेंगे और पार्टी का सहयोग हमेशा उनके साथ रहेगा।

BJP ने नूतन सिंह ठाकुर को 6 साल के लिए किया निष्कासित

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ भाजपा ने अनुशासनहीनता के मामले में कोरबा नगर निगम के नवनिर्वाचित सभापति नूतन सिंह ठाकुर को पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया है। जिसका आदेश आज ही पार्टी ने जारी किया था।

देखें आदेश

पूर्व CM भूपेश बघेल के घर ED छापा मामला: विधानसभा में विपक्ष का हंगामा, सदन की कार्यवाही बाधित, गर्भगृह में उतरा विपक्ष

रायपुर-  छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दसवें दिन की कार्यवाही विपक्ष के भारी विरोध और हंगामे के साथ शुरू हुई. कांग्रेस विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर ईडी की छापेमारी का मुद्दा उठाते हुए सदन में जोरदार नारेबाजी की. इस हंगामे के बाद स्पीकर ने विपक्ष के विधायकों को निलंबित कर दिया.

प्रश्नकाल से पहले ही विपक्ष ने इस मुद्दे को सदन में उठाया और सत्ता पक्ष पर ईडी के जरिए डराने-धमकाने का आरोप लगाया. कांग्रेस विधायकों ने ‘ईडी से डराना बंद करो’ जैसे नारे लगाकर विरोध जताया.

इस दौरान स्पीकर ने कहा कि प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद आप (विपक्ष) शून्यकाल के दौरान उठाए, लेकिन विपक्ष ने सदन के भीतर तेज हंगामे के साथ नारे लगाए. इस दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस भी देखने को मिली. व्यवस्था के बाद भी लगातार विपक्ष सदन के भीतर नारेबाजी करते रहा.

नारेबाजी के दौरान विपक्षी विधायक गर्भगृह तक पहुंच गए, जिसके बाद स्पीकर ने उन्हें निलंबित कर दिया. निलंबन के बावजूद कांग्रेस विधायक सदन के गर्भगृह में ही धरने पर बैठ गए और प्रदर्शन जारी रखा.

वहीं इस मामले में BJP के वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि विधानसभा में गैर-जिम्मेदारी से विपक्ष अपने दायित्व का निर्वहन कर रही है. विपक्ष अपनी बातों को नियमों के तहत उठा सकती है. सदन में छापे की बात कर कांग्रेस ने हंगामा शुरू कर दिया. कांग्रेस को नियम, क़ायदा, क़ानून पर विश्वास नहीं है. नियमों का पालन करना कांग्रेस के सिद्धांतों में नहीं है.