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शिक्षको के लिए राहत भरी खबर योगी आदित्यनाथ ने टीईटी अनिवार्यता पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ रिवीजन याचिका दाखिल करने के निर्देश दिए

संजीव सिंह बलिया!लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग के सेवारत शिक्षकों के लिए टीईटी (TET) की अनिवार्यता को लेकर उच्चतम न्यायालय के ताजा आदेश पर विभाग को रिवीजन याचिका दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश के शिक्षक अत्यंत अनुभवी हैं और सरकार निरंतर उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करती रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों के अनुभव और योग्यता का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार समय-समय पर शिक्षकों के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाती रही है जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो। मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट किया कि शिक्षकों के हितों और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के बेहतर भविष्य के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान स्थिति में शिक्षकों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है और सरकार उनके विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने शिक्षकों से उम्मीद जताई कि वे अपने ज्ञान और अनुभव से बच्चों को बेहतर शिक्षा देंगे और प्रदेश का शैक्षिक स्तर ऊंचा करेंगे।

यह कदम प्रदेश सरकार की शिक्षा सुधार योजनाओं को मजबूती प्रदान करेगा और शिक्षकों के मनोबल को बढ़ाने में मदद करेगा।

नगरा में सार्वजनिक रामलीला समिति का भव्य भूमि पूजन और ध्वजारोहण समारोह, रामलीला महोत्सव की तैयारियों का हुआ शुभारंभ
रामेश्वर प्रजापति  तहसील रसड़ा( नगरा) ! नगरा में मंगलवार को सार्वजनिक रामलीला समिति के द्वारा एक भव्य और प्रतिष्ठित कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जनता इंटर कॉलेज परिसर में भूमि पूजन तथा ध्वजारोहण समारोह संपन्न हुआ। यह आयोजन रामलीला महोत्सव की तैयारियों का औपचारिक शुभारंभ था, जिसके लिए नगरवासी एवं आयोजन समिति दोनों ने विशेष उत्साह और श्रद्धा के साथ सहभागिता की। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पंडित संतोष कुमार द्विवेदी द्वारा विधिपूर्वक भूमि पूजन एवं पूजन-अर्चन से हुई, जिससे पूरे वातावरण में आध्यात्मिक उर्जा का संचार हो गया। इस अवसर पर प्रभु श्रीरामचंद्र और हनुमानजी की भक्तिपूर्ण स्तुति गूंज उठी, जिन्होंने समस्त उपस्थित जनों के हृदयों को भक्तिमय कर दिया। रामलीला समिति के अध्यक्ष राजेश गुप्ता दीपू ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक विश्वास को मजबूत करेगा, बल्कि हमारे सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने में भी सहायक होगा। चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर राम, पूर्व ब्लॉक प्रमुख निर्भय प्रकाश, महामंत्री आलोक शुक्ला, डॉ. समरजीत सिंह, राम दर्शन यादव, डॉ. शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर, शशि गुप्ता, उदय नारायण वर्मा, के.पी. यादव, प्रियांशु जायसवाल, जयप्रकाश जयसवाल, गणपति मुन्ना, रिंकू गुप्ता, बृजमोहन गुप्ता, राजू चौहान, अमरेंद्र सोनी और डॉ. डीएन प्रसाद सहित समिति के समस्त सदस्य इस भव्य आयोजन में मौजूद रहे। पूरे परिसर में "जय श्रीराम" और "जय हनुमान" के उद्घोषों से गूंज मची और माहौल भक्तिभाव से सराबोर हो गया। इस आयोजन ने न केवल नगरवासियों को आपस में जोड़ने का काम किया, बल्कि रामलीला के माध्यम से सामाजिक एकता और परंपराओं को सहेजने का संदेश भी दिया। रामलीला समिति का यह प्रयास नगरा के सांस्कृतिक जीवन को समृद्ध बनाने के साथ-साथ आगामी रामलीला महोत्सव के लिए मजबूत तैयारियों का संकेत है। समिति ने आशा व्यक्त की कि यह आयोजन नगरवासियों में धार्मिक एवं सामाजिक समरसता को और प्रगाढ़ करेगा तथा आने वाले समय में रामलीला महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा, जो सैकड़ों श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा। यह भूमि पूजन और ध्वजारोहण समारोह नगरा में आदर्श सांस्कृतिक परंपराओं को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा, जिससे रामलीला समिति की सक्रियता और नगर की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण को एक नई गति मिलेगी
Best Homeopathy Clinic in Hyderabad for Diabetes Care

Manage diabetes naturally at a trusted homeopathy clinic in Hyderabad. Personalized, holistic care for long-term wellness. Call 9030176176 today.

Understanding Diabetes

Diabetes is a common chronic condition that affects millions of people in Hyderabad. It occurs when the body cannot produce enough insulin or use it effectively, resulting in elevated blood sugar levels. Uncontrolled diabetes can lead to serious complications, including heart disease, kidney issues, nerve damage, and vision problems, significantly impacting daily life and overall health.

Modern urban lifestyles, stress, sedentary routines, unhealthy eating habits, and genetics contribute to the rising prevalence of diabetes. Early detection and consistent management are essential to prevent long-term health problems.

Symptoms and Causes

Watch for these common symptoms:

  • Frequent urination, especially at night
  • Excessive thirst and dry mouth
  • Sudden weight changes
  • Fatigue and lack of energy
  • Blurred vision
  • Slow-healing wounds
  • Tingling or numbness in hands and feet
  • Increased hunger after meals

Key risk factors include:

  • Family history of diabetes
  • Obesity and excess body fat
  • Sedentary lifestyle
  • Poor dietary habits
  • Chronic stress
  • Age-related risks
  • Other health conditions such as high blood pressure or hormonal imbalances

Awareness of these symptoms and causes is crucial for early diagnosis and effective management.

Homeopathy Approach for Diabetes

At our homeopathy clinic in Hyderabad, we take a holistic and personalized approach to managing diabetes. Homeopathy treats the person as a whole, rather than only focusing on symptoms.

Our treatment process involves:

  • Detailed evaluation of medical history, lifestyle, diet, and emotional health
  • Individualized treatment plans tailored to each patient
  • Support for regulating blood sugar and enhancing metabolism
  • Management of common complications like fatigue, nerve discomfort, and recurring infections
  • Encouragement of healthy lifestyle habits for long-term wellness

By addressing the root causes, homeopathy strengthens the body’s natural healing capacity, offering safe and effective long-term support for managing diabetes.

Why Spiritual Homeopathy

Spiritual Homeopathy is a trusted name in Hyderabad for diabetes care, with branches in KPHB, Dilsukhnagar, Chandanagar, and Nallagandla. Our experienced practitioners focus on patient-centered care, combining homeopathic treatments with guidance on lifestyle and diet. This holistic approach ensures better management of diabetes and improved overall health and vitality.

Take Action

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युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा की मुश्किलें बढ़ीं, ईडी ने भेजा नोटिस, सोनू सूद को भी पूछताछ के लिए बुलाया

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अवैध बेटिंग ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में कई नामचीन हस्तियों को पूछताछ के लिए तलब किया गया है। ईडी ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को पूछताछ के लिए तलब किया है। उथप्पा को 22 सितंबर और युवराज को 23 सितंबर को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। इस केस में क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन से भी पूछताछ हो चुकी है। इन दो भारतीय क्रिकेटरों के अलावा अभिनेता सोनू सूद के साथ भी 23 सितंबर को ईडी की पूछताछ होने की खबर है।

इन भारतीय क्रिकेटर्स से पहले हो चुकी है पूछताछ

इस मामले में ईडी पहले ही भारतीय क्रिकेटर्स शिखर धवन, सुरेश रैना और हरभजन सिंह से पूछताछ कर चुकी है। अब युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ऑनलाइन बेटिंग ऐप 1xBet के प्रचार से जुड़े आरोपों पर तलब किया गया है। इसके अलावा, कुछ अन्य कंपनियां और डिजिटल प्लेटफॉर्म भी जांच के दायरे में आ चुके हैं। पिछले महीने, ईडी ने एक अन्य ऑनलाइन बेटिंग एप परिमैच से जुड़े मामले में कई राज्यों में छापेमारी भी की थी।

अभिनेत्री उर्वशी रौतेला

इस केस में सोमवार को पूर्व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती का बयान भी दर्ज किया गया। मंगलवार को बंगाली अभिनेता अंकुश हाजरा ने इस मामले में ईडी के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज कराया। वहीं, अभिनेत्री उर्वशी रौतेला, जो 1xBet की इंडिया ब्रांड एंबेसडर हैं, अब तक अपने तय दिन पर पेश नहीं हुई हैं। एजेंसी फिलहाल उनके रुख का इंतजार कर रही है।

क्या है मामला?

ईडी पूछताछ के दौरान यह समझना चाहती है कि क्रिकेटरों की इस एप में क्या भूमिका रही है या संबंध रहे हैं। ईडी यह जांच कर रही है कि क्या युवराज या उथप्पा ने इस बेटिंग एप के प्रचार में अपनी छवि का इस्तेमाल किया और इसके बदले कोई भुगतान लिया या नहीं। पूछताछ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है और उथप्पा और युवराज के बयान भी इसी अधिनियम के तहत ही दर्ज किए जाएंगे। ईडी इस अवैध नेटवर्क में उनके किसी भी वित्तीय या गैर-वित्तीय साझेदारी का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

*EDEN GEARS UP FOR MEGA TEST*

Khabar kolkata sports Desk : With the preparations in full flow for the mega Test match between World Test Champions South Africa and India at the iconic Eden Gardens, the sole rights for the In-Stadia Advertisement has been bagged by Talent and Beyond Entertainment Pvt Ltd.

The mega deal for the biggest showdown in Test cricket, between two Champion teams, will add even more glamour to the action, which begins on November 14 to 18, 2025.

Pic Courtesy by: CAB

शिक्षा में बदलाव सिर्फ अच्छा नहीं, बल्कि बहुत जरूरी है" – राजनाथ सिंह

लखनऊ। 2025:- ग्लोबल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (GETI) ने 15 सितंबर 2025 को Ed Leadership International Roundtable के पहले दिन PATH मूवमेंट के शुभारंभ की घोषणा की। ‘PATH’ एक अभिनव ढांचा है, जिसका उद्देश्य भारतीय कक्षाओं में बदलाव लाना और देशभर के शिक्षकों, ख़ासकर जमीनी स्तर पर काम कर रहे सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को सशक्त बनाना है। GETI द्वारा आयोजित इस राउंडटेबल में शिक्षक, स्कूल लीडर और शिक्षा क्षेत्र के नवप्रवर्तक एक तीन-दिवसीय अनुभव का हिस्सा बनेंगे।

यह कार्यक्रम 15 से 17 सितम्बर तक सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, एलडीए कॉलोनी स्थित वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में होगा। इस तीन दिवसीय आयोजन में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से हज़ार से अधिक शिक्षकों के भाग लेने की संभावना है।भारत सरकार के केंद्रीय रक्षा मंत्री, राजनाथ सिंह ने एक वीडियो संदेश में PATH आंदोलन के शुभारंभ का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "शिक्षा में बदलाव सिर्फ जरूरी नहीं, बल्कि बहुत जरूरी है। हमें ऐसी प्रणाली चाहिए, जो छोटे-छोटे सुधारों से आगे बढ़कर असली बदलाव लाए।

हमारी शिक्षा प्रणाली को खुद को बेहतर बनाना होगा। बच्चों को सफल होने और खुशी से सीखने के अच्छे मौके मिलने चाहिए। GETI द्वारा PATH आंदोलन शुरू करने से यह सभी शिक्षकों, स्कूल के नेताओं और समाज को एक साथ मिलकर हमारे बच्चों के लिए बेहतर भविष्य बनाने की प्रेरणा देगा।"आज शुभारंभ किया गया PATH का अर्थ है।

Purposeful Learning (सार्थक सीख), Active Classrooms (सक्रिय कक्षाएँ), Tranformative Outcomes (परिवर्तनकारी परिणाम) और Holistic Growth (समग्र विकास)। PATH का उद्देश्य स्कूलों और शिक्षकों को, विशेषकर जमीनी स्तर पर काम करने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को, ऐसी छात्र-नेतृत्व वाली कक्षाएँ बनाने में मदद करना है, जहाँ आत्मविश्वास, आलोचनात्मक सोच और किसी विषय को सिर्फ़ सतही तौर पर नहीं, बल्कि उसकी गहराई में जाकर पूरी समझ विकसित करना, को बढ़ावा मिले। PATH एक बहु-विषयी दृष्टिकोण अपनाता है, जिसके तहत केजी से ग्रेड 8 तक के छात्र के लिए अंग्रेज़ी, गणित, हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाएँ शामिल की गई हैं।

Roundtable Conference की इस श्रृंखला में कई अहम विषयों पर चर्चा होगी, जैसे क्यों ‘PATH’, क्यों अभी; साक्षरता : दुनिया का सबसे अच्छा निवेश; वैकल्पिक प्रणालियों से सीखना; प्रारंभिक नींव और स्थायी लाभ और अन्य।

तीन दिवसीय इस आयोजन में कक्षा का सजीव अनुभव, व्यावहारिक प्रशिक्षण और सहभागी चर्चाएँ भी शामिल होंगी, जिससे प्रतिभागियों को उन शिक्षकों से सीधे सीखने का अवसर मिलेगा जो पहले से ही ‘PATH’ लागू कर रहे हैं। कार्यक्रम में हाई ‘PATH’ ऐप का भी शुभारंभ किया जाएगा, जो तुरंत topic-wise फ़ीडबैक और performance report उपलब्ध कराता है। इसके ज़रिए छात्र, शिक्षक और अभिभावक वास्तविक समय में प्रगति का आकलन कर पाएंगे और कमियों को दूर करने के उपाय कर सकेंगे।

मुख्य अतिथि ललिता प्रदीप, पूर्व अतिरिक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश ने आगे कहा, “उत्तर प्रदेश में हम ALfA कार्यक्रम को 4 जिलों में लागू कर चुके हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। परख 2024 में, उत्तर प्रदेश ने ग्रेड 3 रैंक हासिल की है। यह राज्य के लिए बहुत बड़ी प्रगति है, जो खासकर निचले स्तर की शिक्षा में पहले चुनौतियों का सामना कर रहा था। मेरा मानना है कि शिक्षकों को इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी उठानी चाहिए और उस पर भरोसा करना चाहिए, क्योंकि यह पूरे राज्य और देश के कुछ हिस्सों में लोकप्रिय होता जा रहा है। ALfA शिक्षकों के लिए एक बेहतरीन उपकरण है, जो सीखने की प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाने में मदद करेगा। PATH मूवमेंट की शुरुआत हमारे देश के लिए एक सही दिशा में कदम है, जिससे भारत 2041 तक एक विकसित और दक्ष राष्ट्र बनने की ओर तेजी से अग्रसर हो सकेगा।”GETI की संस्थापक डॉ. सुनीता गांधी ने कहा, “यह एक पूरी तरह से छात्र-केन्द्रित कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य छात्रों के पहले से मौजूद ज्ञान को आधार बनाकर उन्हें और बेहतर तरीके से सीखने में मदद करना है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छात्र अधिक सक्रिय रूप से हिस्सा लें, याद रखने की क्षमता बढ़े और असली समझ विकसित हो। छात्रों को समूहों या जोड़ों में मिलकर सीखने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी सीखने की प्रक्रिया और तेज होगी और वे अपने ज्ञान को गहराई से आत्मसात कर सकेंगे।

हमारा उद्देश्य यह है कि यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिक प्रक्रिया न बनकर, छात्रों के लिए एक व्यावहारिक और रोचक अनुभव बनकर उभरे।”

डॉ. सुनीता गांधी, PhD (कैम्ब्रिज), एक शिक्षाविद, शोधकर्ता और नवप्रवर्तक हैं, जिन्हें शिक्षा सुधार के क्षेत्र में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह GETI और डिग्निटी एजुकेशन विज़न इंटरनेशनल (देवी) की संस्थापक हैं और लखनऊ स्थित विश्व के सबसे बड़े स्कूल सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की चीफ़ अकैडमिक एडवाइज़र हैं।देशभर के शिक्षकों की भागीदारी के साथ यह राउंडटेबल GETI के उस मिशन को मज़बूती देता है, जिसका उद्देश्य भारत की शिक्षण समुदाय को सशक्त बनाना है।

यह मिशन साक्ष्य-आधारित और बड़े पैमाने पर लागू की जा सकने वाली प्रथाओं पर आधारित है, जो NEP 2020 और राष्ट्रीय शिक्षा सुधार के लक्ष्यों के अनुरूप हैं।GETI, जिसकी स्थापना डॉ. सुनीता गांधी ने की है, शिक्षक प्रशिक्षण और स्कूल परिवर्तन के लिए राष्ट्रीय केंद्र है। यह शोध-आधारित कार्यक्रमों के ज़रिए शिक्षकों को सशक्त बनाता है, जैसे ALfA शिक्षण शास्त्र, जिसमें छात्र एक-दूसरे को सिखाकर सीखते हैं और इससे बुनियादी कुशलताएं में तेज़ी से प्रगति होती है।GETI का दायरा हज़ारों स्कूलों तक फैला है, जिनमें सिटी मॉन्टेसरी स्कूल भी शामिल है। यहाँ प्री-सर्विस और इन-सर्विस टीचर ट्रेनिंग, लीडरशिप प्रोग्राम और फ़ेलोशिप्स की सुविधा दी जाती है। इसका काम NEP2020 के अनुरूप है और हार्वर्ड जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के द्वारा समर्थित है। GETI छात्रों और शिक्षकों को अपनी सीखने की प्रक्रिया को दिशा देने और आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाता है।

बलिया में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर शिक्षकों ने टीईटी अनिवार्यता के खिलाफ भरी हुंकार

संजीव सिंह बलिया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर देश के समस्त जनपदों में शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा की अनिवार्यता के खिलाफ आवाज उठाई। इसी क्रम में बलिया में भी राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में भारत सरकार से तत्काल इस निर्णय को वापस लेने और शिक्षकों की सेवा सुरक्षा एवं आजीविका संकट से राहत दिलाने हेतु जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि जब उनकी नियुक्ति हुई थी, तब सभी सरकारी नियमों का पालन करते हुए नियुक्ति हुई थी। शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के बाद वर्ष 2010 से टीईटी अनिवार्य किया गया था, लेकिन अब 20-25 वर्षों की सेवा के बाद नियम बदलकर शिक्षकों पर टीईटी परीक्षा थोपना न्यायालय का अन्यायपूर्ण निर्णय है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि शिक्षकों के सम्मान और उनके पवित्र शिक्षण कार्य का अपमान न हो, और तुरंत उनका गौरव वापस दिलाया जाए। जिला सहसंयोजक पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि आज के ज्ञापन में शिक्षक समुदाय की व्यथा और मांगों को पूरी निष्ठा के साथ शामिल किया गया है। उन्होंने सरकार से पुनः आग्रह किया कि शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और सम्मान को बनाए रखने के लिए इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर तुरंत सकारात्मक कदम उठाए जाएं। जिला सहसंयोजक प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि न्यायालय का यह फैसला शिक्षक विरोधी है और बिना शिक्षकों की बात सुने एकतरफा निर्णय है। अगर आवश्यकता पड़ी तो शिक्षक संघर्ष के लिए दिल्ली तक कूच करेंगे। शिक्षकों के सम्मान के साथ समझौता नहीं होने दिया जाएगा। सहसंयोजक ज्ञान प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने बिना नियमों को देखे मनमाना फैसला सुनाया है, जबकि भारत सरकार के राजपत्र में स्पष्ट है कि 2010 से पहले नियुक्त अध्यापकों के लिए टीईटी अनिवार्य नहीं था। इस फैसले से पूरे शिक्षक समाज में निराशा फैली है, जो शिक्षा कार्यों पर भी असर डालेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए ताकि शिक्षकों की निराशा खत्म हो सके। इस अवसर पर समीर कुमार पाण्डेय, अमरेंद्र सिंह, रामअशीष यादव, ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, संजीव कुमार सिंह, अकीलुर्रहमान खान, राजेश सिंह, विनय राय, राकेश कुमार मौर्य, धर्मेन्द्र गुप्ता, कृष्णानंद पाण्डेय, ओंकारनाथ सिंह, राजीव सिंह, उमेश राय, अभिषेक सिंह, गणेश यादव, मुकेश सिंह, संजीव रंजन, राघवेंद्र सिंह, अमरेश चतुर्वेदी, चंदन गुप्ता, दिग्विजय सिंह, राकेश गुप्ता, कर्ण प्रताप सिंह, अनिल सिंह, रजनीश चौबे, अमित नाथ तिवारी, सतीश कुशवाहा, शीतांशु वर्मा, सतीश त्रिपाठी, नीतीश राय, डॉ. विनय भारद्वाज, अभिषेक राय, अंगद वर्मा, अमित यादव, सुशील दुबे, बब्बन यादव, कुलभूषण त्रिपाठी, अभिषेक तिवारी, पुनीत सिसोदिया, सुदीप तिवारी, रामप्रवेश राम, संजय सिंह, शुभम सिंह, संतोष पाण्डेय, अजय वर्मा, अभय सिंह, अशोक सिंह, रवि यादव, विनोद यादव, राजकुमार यादव, अजय सिंह, धनजी प्रसाद, संजय कुमार, श्रीकांत मिश्रा, अशोक तिवारी, सत्येन्द्र चौबे, कविता सिंह समेत सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।
चोपन थाने की कमान नवागत थाना प्रभारी(SHO)' कुमुद शेखर के हाथ'मीडिया हब पत्रकार काउंसिल (MHC) ने किया स्वागत!

विकास कुमार सोनभद्र। चोपन थाने में नए थाना प्रभारी (एसएचओ) के रूप में कुमुद शेखर सिंह ने पदभार संभाला है। इससे पहले वे शक्तिनगर में तैनात थे। पदभार संभालते ही उन्होंने सबसे पहले थाने के सभी पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर उनका परिचय लिया और पूरे थाने का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अमन-चैन बनाए रखना, अपराधियों पर लगाम लगाना और कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी।

मीडिया हब पत्रकार काउंसिल ने किया स्वागत

चोपन में पदभार संभालने के बाद मीडिया हब पत्रकार काउंसिल के सभी सदस्यों और पदाधिकारियों ने कुमुद शेखर सिंह से एक शिष्टाचार मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान काउंसिल के सदस्यों ने उन्हें संस्था के उद्देश्यों और कार्यों के बारे में जानकारी दी।

काउंसिल के जिला उपाध्यक्ष विकास कुमार, मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार और कार्यवाहक अध्यक्ष लाल बहादुर सिंह ने एसएचओ कुमुद शेखर सिंह को भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंट की। वहीं, जिला अध्यक्ष कैलाश बिहारी ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया और शुभकामनाएं दीं।

जनसमस्याओं पर हुई चर्चा

मुलाकात के दौरान मीडिया हब पत्रकार काउंसिल के सदस्यों ने एसएचओ कुमुद शेखर सिंह को डाला चौकी क्षेत्र समेत आसपास के इलाकों में हो रही जनसमस्याओं और घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया। कुमुद शेखर सिंह ने सभी समस्याओं को ध्यान से सुना और काउंसिल के सदस्यों को एकजुट होकर काम करने की सलाह दी।

नए एसएचओ ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि गरीबों और कमजोर लोगों को न्याय मिले और सरकार के निर्देशों का पालन सुनिश्चित हो। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

CPR Technique में निपुण नहीं कई ई.एम.टी., तीन दिन में योग्यता जांच का आदेश

गोण्डा। 15 सितम्बर 2025 आयुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील ने जनपद गोण्डा में हाल ही में हुई भवन गिरने की घटना के बाद 108 एम्बुलेंस में ड्यूटी कर रहे ई.एम.टी. (Emergency Medical Technician) के साथ वार्ता की। इस दौरान स्पष्ट हुआ कि कई ई.एम.टी. CPR Technique के क्रियान्वयन में निपुण नहीं हैं।

आयुक्त ने इस पर गंभीरता जताते हुए निर्देश दिए कि मण्डल के सभी जनपदों में कार्यरत सभी ई.एम.टी. की Educational Qualification एवं Medical Qualification का सत्यापन किया जाए। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच एवं श्रावस्ती को पत्र भेजकर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

आयुक्त ने कहा कि प्रत्येक ई.एम.टी. का नाम, पदस्थापन स्थल, तैनाती की तिथि, शैक्षिक योग्यता, चिकित्सकीय योग्यता तथा सेवा में भर्ती होने का स्रोत निर्धारित प्रारूप पर तीन दिवस के भीतर उपलब्ध कराया जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि चिकित्सा सेवा से जुड़े सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों की नियुक्ति संबंधित योग्यता का परीक्षण भी अनिवार्य रूप से किया जाए।

आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि मरीजों की जान बचाने में तैनात ई.एम.टी. और चिकित्सा कर्मियों की दक्षता किसी भी स्थिति में समझौते योग्य नहीं है। अतः योग्य एवं प्रशिक्षित कर्मियों की ही नियुक्ति सुनिश्चित की जाए। यह कदम आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बलिया:शिक्षकों ने टेट अनिवार्यता के खिलाफ विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, समस्याओं के त्वरित समाधान की रखी मांग
संजीव सिंह बलिया। विशिष्ट बीटीसी/बीटीसी-टीईटी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के बैनर तले जनपद बलिया में  आज दिनांक सोमवार, 15 सितंबर 2025 को शिक्षकों ने अपनी समस्याओं को लेकर एक विशेष बैठक की। बैठक के उपरांत शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल ने जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी जायज़ मांगों के त्वरित समाधान की मांग की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षक प्रतिनिधि मौजूद रहे, जिनमें नगरा के अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप राही,  उपाध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा, मंत्री आशीष कुमार श्रीवास्तव, वीरेश राम, अनिल कुमार सिंह, अरविंद श्रीरश्मि, उपेंद्र कुमार सिंह, संजय सिंह, परशुराम यादव और ओंकार नाथ पांडे प्रमुख रूप से शामिल रहे। ज्ञापन में कहा गया है कि आरटीई एक्ट 2009 और टीईटी अनिवार्यता के नाम पर शिक्षकों को लगातार मानसिक एवं प्रशासनिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। इससे शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। जिला संयोजक डॉ. घनश्याम चौबे ने कहा कि सरकारों को मिलकर इस समस्या का समाधान करना होगा, अन्यथा शिक्षक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। शिक्षकों ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्ष 2010 से पूर्व चयनित व कार्यरत शिक्षकों पर आरटीई व एनसीटीई की नई व्यवस्थाओं को लागू करना अनुचित है। वर्षों से शिक्षा सेवा दे रहे शिक्षकों का भविष्य असुरक्षित करना न केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि शिक्षा व्यवस्था के लिए भी घातक सिद्ध होगा। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर समय रहते सकारात्मक पहल नहीं की गई तो राज्यभर में आंदोलन छेड़ा जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया कि जल्द ही मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजकर समस्या का समाधान कराने की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।
शिक्षको के लिए राहत भरी खबर योगी आदित्यनाथ ने टीईटी अनिवार्यता पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के खिलाफ रिवीजन याचिका दाखिल करने के निर्देश दिए

संजीव सिंह बलिया!लखनऊ: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग के सेवारत शिक्षकों के लिए टीईटी (TET) की अनिवार्यता को लेकर उच्चतम न्यायालय के ताजा आदेश पर विभाग को रिवीजन याचिका दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश के शिक्षक अत्यंत अनुभवी हैं और सरकार निरंतर उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करती रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षकों के अनुभव और योग्यता का सम्मान होना चाहिए। उन्होंने बताया कि सरकार समय-समय पर शिक्षकों के कौशल विकास के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाती रही है जिससे शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हो। मुख्यमंत्री योगी ने स्पष्ट किया कि शिक्षकों के हितों और प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था के बेहतर भविष्य के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्तमान स्थिति में शिक्षकों की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण है और सरकार उनके विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। उन्होंने शिक्षकों से उम्मीद जताई कि वे अपने ज्ञान और अनुभव से बच्चों को बेहतर शिक्षा देंगे और प्रदेश का शैक्षिक स्तर ऊंचा करेंगे।

यह कदम प्रदेश सरकार की शिक्षा सुधार योजनाओं को मजबूती प्रदान करेगा और शिक्षकों के मनोबल को बढ़ाने में मदद करेगा।

नगरा में सार्वजनिक रामलीला समिति का भव्य भूमि पूजन और ध्वजारोहण समारोह, रामलीला महोत्सव की तैयारियों का हुआ शुभारंभ
रामेश्वर प्रजापति  तहसील रसड़ा( नगरा) ! नगरा में मंगलवार को सार्वजनिक रामलीला समिति के द्वारा एक भव्य और प्रतिष्ठित कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जनता इंटर कॉलेज परिसर में भूमि पूजन तथा ध्वजारोहण समारोह संपन्न हुआ। यह आयोजन रामलीला महोत्सव की तैयारियों का औपचारिक शुभारंभ था, जिसके लिए नगरवासी एवं आयोजन समिति दोनों ने विशेष उत्साह और श्रद्धा के साथ सहभागिता की। कार्यक्रम की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच पंडित संतोष कुमार द्विवेदी द्वारा विधिपूर्वक भूमि पूजन एवं पूजन-अर्चन से हुई, जिससे पूरे वातावरण में आध्यात्मिक उर्जा का संचार हो गया। इस अवसर पर प्रभु श्रीरामचंद्र और हनुमानजी की भक्तिपूर्ण स्तुति गूंज उठी, जिन्होंने समस्त उपस्थित जनों के हृदयों को भक्तिमय कर दिया। रामलीला समिति के अध्यक्ष राजेश गुप्ता दीपू ने सभी श्रद्धालुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम न केवल धार्मिक विश्वास को मजबूत करेगा, बल्कि हमारे सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रखने में भी सहायक होगा। चेयरमैन प्रतिनिधि उमाशंकर राम, पूर्व ब्लॉक प्रमुख निर्भय प्रकाश, महामंत्री आलोक शुक्ला, डॉ. समरजीत सिंह, राम दर्शन यादव, डॉ. शशि प्रकाश कुशवाहा, रामायण ठाकुर, शशि गुप्ता, उदय नारायण वर्मा, के.पी. यादव, प्रियांशु जायसवाल, जयप्रकाश जयसवाल, गणपति मुन्ना, रिंकू गुप्ता, बृजमोहन गुप्ता, राजू चौहान, अमरेंद्र सोनी और डॉ. डीएन प्रसाद सहित समिति के समस्त सदस्य इस भव्य आयोजन में मौजूद रहे। पूरे परिसर में "जय श्रीराम" और "जय हनुमान" के उद्घोषों से गूंज मची और माहौल भक्तिभाव से सराबोर हो गया। इस आयोजन ने न केवल नगरवासियों को आपस में जोड़ने का काम किया, बल्कि रामलीला के माध्यम से सामाजिक एकता और परंपराओं को सहेजने का संदेश भी दिया। रामलीला समिति का यह प्रयास नगरा के सांस्कृतिक जीवन को समृद्ध बनाने के साथ-साथ आगामी रामलीला महोत्सव के लिए मजबूत तैयारियों का संकेत है। समिति ने आशा व्यक्त की कि यह आयोजन नगरवासियों में धार्मिक एवं सामाजिक समरसता को और प्रगाढ़ करेगा तथा आने वाले समय में रामलीला महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा, जो सैकड़ों श्रद्धालुओं को आकर्षित करेगा। यह भूमि पूजन और ध्वजारोहण समारोह नगरा में आदर्श सांस्कृतिक परंपराओं को आगे बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव साबित होगा, जिससे रामलीला समिति की सक्रियता और नगर की सांस्कृतिक धरोहर के संरक्षण को एक नई गति मिलेगी
Best Homeopathy Clinic in Hyderabad for Diabetes Care

Manage diabetes naturally at a trusted homeopathy clinic in Hyderabad. Personalized, holistic care for long-term wellness. Call 9030176176 today.

Understanding Diabetes

Diabetes is a common chronic condition that affects millions of people in Hyderabad. It occurs when the body cannot produce enough insulin or use it effectively, resulting in elevated blood sugar levels. Uncontrolled diabetes can lead to serious complications, including heart disease, kidney issues, nerve damage, and vision problems, significantly impacting daily life and overall health.

Modern urban lifestyles, stress, sedentary routines, unhealthy eating habits, and genetics contribute to the rising prevalence of diabetes. Early detection and consistent management are essential to prevent long-term health problems.

Symptoms and Causes

Watch for these common symptoms:

  • Frequent urination, especially at night
  • Excessive thirst and dry mouth
  • Sudden weight changes
  • Fatigue and lack of energy
  • Blurred vision
  • Slow-healing wounds
  • Tingling or numbness in hands and feet
  • Increased hunger after meals

Key risk factors include:

  • Family history of diabetes
  • Obesity and excess body fat
  • Sedentary lifestyle
  • Poor dietary habits
  • Chronic stress
  • Age-related risks
  • Other health conditions such as high blood pressure or hormonal imbalances

Awareness of these symptoms and causes is crucial for early diagnosis and effective management.

Homeopathy Approach for Diabetes

At our homeopathy clinic in Hyderabad, we take a holistic and personalized approach to managing diabetes. Homeopathy treats the person as a whole, rather than only focusing on symptoms.

Our treatment process involves:

  • Detailed evaluation of medical history, lifestyle, diet, and emotional health
  • Individualized treatment plans tailored to each patient
  • Support for regulating blood sugar and enhancing metabolism
  • Management of common complications like fatigue, nerve discomfort, and recurring infections
  • Encouragement of healthy lifestyle habits for long-term wellness

By addressing the root causes, homeopathy strengthens the body’s natural healing capacity, offering safe and effective long-term support for managing diabetes.

Why Spiritual Homeopathy

Spiritual Homeopathy is a trusted name in Hyderabad for diabetes care, with branches in KPHB, Dilsukhnagar, Chandanagar, and Nallagandla. Our experienced practitioners focus on patient-centered care, combining homeopathic treatments with guidance on lifestyle and diet. This holistic approach ensures better management of diabetes and improved overall health and vitality.

Take Action

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युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा की मुश्किलें बढ़ीं, ईडी ने भेजा नोटिस, सोनू सूद को भी पूछताछ के लिए बुलाया

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अवैध बेटिंग ऐप 1xBet से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में कई नामचीन हस्तियों को पूछताछ के लिए तलब किया गया है। ईडी ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को पूछताछ के लिए तलब किया है। उथप्पा को 22 सितंबर और युवराज को 23 सितंबर को दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय में पेश होने के लिए कहा गया है। इस केस में क्रिकेटर सुरेश रैना और शिखर धवन से भी पूछताछ हो चुकी है। इन दो भारतीय क्रिकेटरों के अलावा अभिनेता सोनू सूद के साथ भी 23 सितंबर को ईडी की पूछताछ होने की खबर है।

इन भारतीय क्रिकेटर्स से पहले हो चुकी है पूछताछ

इस मामले में ईडी पहले ही भारतीय क्रिकेटर्स शिखर धवन, सुरेश रैना और हरभजन सिंह से पूछताछ कर चुकी है। अब युवराज सिंह और रॉबिन उथप्पा को ऑनलाइन बेटिंग ऐप 1xBet के प्रचार से जुड़े आरोपों पर तलब किया गया है। इसके अलावा, कुछ अन्य कंपनियां और डिजिटल प्लेटफॉर्म भी जांच के दायरे में आ चुके हैं। पिछले महीने, ईडी ने एक अन्य ऑनलाइन बेटिंग एप परिमैच से जुड़े मामले में कई राज्यों में छापेमारी भी की थी।

अभिनेत्री उर्वशी रौतेला

इस केस में सोमवार को पूर्व तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती का बयान भी दर्ज किया गया। मंगलवार को बंगाली अभिनेता अंकुश हाजरा ने इस मामले में ईडी के सामने पेश होकर अपना बयान दर्ज कराया। वहीं, अभिनेत्री उर्वशी रौतेला, जो 1xBet की इंडिया ब्रांड एंबेसडर हैं, अब तक अपने तय दिन पर पेश नहीं हुई हैं। एजेंसी फिलहाल उनके रुख का इंतजार कर रही है।

क्या है मामला?

ईडी पूछताछ के दौरान यह समझना चाहती है कि क्रिकेटरों की इस एप में क्या भूमिका रही है या संबंध रहे हैं। ईडी यह जांच कर रही है कि क्या युवराज या उथप्पा ने इस बेटिंग एप के प्रचार में अपनी छवि का इस्तेमाल किया और इसके बदले कोई भुगतान लिया या नहीं। पूछताछ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है और उथप्पा और युवराज के बयान भी इसी अधिनियम के तहत ही दर्ज किए जाएंगे। ईडी इस अवैध नेटवर्क में उनके किसी भी वित्तीय या गैर-वित्तीय साझेदारी का पता लगाने की कोशिश कर रही है।

*EDEN GEARS UP FOR MEGA TEST*

Khabar kolkata sports Desk : With the preparations in full flow for the mega Test match between World Test Champions South Africa and India at the iconic Eden Gardens, the sole rights for the In-Stadia Advertisement has been bagged by Talent and Beyond Entertainment Pvt Ltd.

The mega deal for the biggest showdown in Test cricket, between two Champion teams, will add even more glamour to the action, which begins on November 14 to 18, 2025.

Pic Courtesy by: CAB

शिक्षा में बदलाव सिर्फ अच्छा नहीं, बल्कि बहुत जरूरी है" – राजनाथ सिंह

लखनऊ। 2025:- ग्लोबल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (GETI) ने 15 सितंबर 2025 को Ed Leadership International Roundtable के पहले दिन PATH मूवमेंट के शुभारंभ की घोषणा की। ‘PATH’ एक अभिनव ढांचा है, जिसका उद्देश्य भारतीय कक्षाओं में बदलाव लाना और देशभर के शिक्षकों, ख़ासकर जमीनी स्तर पर काम कर रहे सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को सशक्त बनाना है। GETI द्वारा आयोजित इस राउंडटेबल में शिक्षक, स्कूल लीडर और शिक्षा क्षेत्र के नवप्रवर्तक एक तीन-दिवसीय अनुभव का हिस्सा बनेंगे।

यह कार्यक्रम 15 से 17 सितम्बर तक सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, एलडीए कॉलोनी स्थित वर्ल्ड यूनिटी कन्वेंशन सेंटर में होगा। इस तीन दिवसीय आयोजन में उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली से हज़ार से अधिक शिक्षकों के भाग लेने की संभावना है।भारत सरकार के केंद्रीय रक्षा मंत्री, राजनाथ सिंह ने एक वीडियो संदेश में PATH आंदोलन के शुभारंभ का समर्थन किया। उन्होंने कहा, "शिक्षा में बदलाव सिर्फ जरूरी नहीं, बल्कि बहुत जरूरी है। हमें ऐसी प्रणाली चाहिए, जो छोटे-छोटे सुधारों से आगे बढ़कर असली बदलाव लाए।

हमारी शिक्षा प्रणाली को खुद को बेहतर बनाना होगा। बच्चों को सफल होने और खुशी से सीखने के अच्छे मौके मिलने चाहिए। GETI द्वारा PATH आंदोलन शुरू करने से यह सभी शिक्षकों, स्कूल के नेताओं और समाज को एक साथ मिलकर हमारे बच्चों के लिए बेहतर भविष्य बनाने की प्रेरणा देगा।"आज शुभारंभ किया गया PATH का अर्थ है।

Purposeful Learning (सार्थक सीख), Active Classrooms (सक्रिय कक्षाएँ), Tranformative Outcomes (परिवर्तनकारी परिणाम) और Holistic Growth (समग्र विकास)। PATH का उद्देश्य स्कूलों और शिक्षकों को, विशेषकर जमीनी स्तर पर काम करने वाले सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को, ऐसी छात्र-नेतृत्व वाली कक्षाएँ बनाने में मदद करना है, जहाँ आत्मविश्वास, आलोचनात्मक सोच और किसी विषय को सिर्फ़ सतही तौर पर नहीं, बल्कि उसकी गहराई में जाकर पूरी समझ विकसित करना, को बढ़ावा मिले। PATH एक बहु-विषयी दृष्टिकोण अपनाता है, जिसके तहत केजी से ग्रेड 8 तक के छात्र के लिए अंग्रेज़ी, गणित, हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाएँ शामिल की गई हैं।

Roundtable Conference की इस श्रृंखला में कई अहम विषयों पर चर्चा होगी, जैसे क्यों ‘PATH’, क्यों अभी; साक्षरता : दुनिया का सबसे अच्छा निवेश; वैकल्पिक प्रणालियों से सीखना; प्रारंभिक नींव और स्थायी लाभ और अन्य।

तीन दिवसीय इस आयोजन में कक्षा का सजीव अनुभव, व्यावहारिक प्रशिक्षण और सहभागी चर्चाएँ भी शामिल होंगी, जिससे प्रतिभागियों को उन शिक्षकों से सीधे सीखने का अवसर मिलेगा जो पहले से ही ‘PATH’ लागू कर रहे हैं। कार्यक्रम में हाई ‘PATH’ ऐप का भी शुभारंभ किया जाएगा, जो तुरंत topic-wise फ़ीडबैक और performance report उपलब्ध कराता है। इसके ज़रिए छात्र, शिक्षक और अभिभावक वास्तविक समय में प्रगति का आकलन कर पाएंगे और कमियों को दूर करने के उपाय कर सकेंगे।

मुख्य अतिथि ललिता प्रदीप, पूर्व अतिरिक्त निदेशक, स्कूल शिक्षा, उत्तर प्रदेश ने आगे कहा, “उत्तर प्रदेश में हम ALfA कार्यक्रम को 4 जिलों में लागू कर चुके हैं, जो एक बड़ी उपलब्धि है। परख 2024 में, उत्तर प्रदेश ने ग्रेड 3 रैंक हासिल की है। यह राज्य के लिए बहुत बड़ी प्रगति है, जो खासकर निचले स्तर की शिक्षा में पहले चुनौतियों का सामना कर रहा था। मेरा मानना है कि शिक्षकों को इस कार्यक्रम की जिम्मेदारी उठानी चाहिए और उस पर भरोसा करना चाहिए, क्योंकि यह पूरे राज्य और देश के कुछ हिस्सों में लोकप्रिय होता जा रहा है। ALfA शिक्षकों के लिए एक बेहतरीन उपकरण है, जो सीखने की प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाने में मदद करेगा। PATH मूवमेंट की शुरुआत हमारे देश के लिए एक सही दिशा में कदम है, जिससे भारत 2041 तक एक विकसित और दक्ष राष्ट्र बनने की ओर तेजी से अग्रसर हो सकेगा।”GETI की संस्थापक डॉ. सुनीता गांधी ने कहा, “यह एक पूरी तरह से छात्र-केन्द्रित कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य छात्रों के पहले से मौजूद ज्ञान को आधार बनाकर उन्हें और बेहतर तरीके से सीखने में मदद करना है।

इस कार्यक्रम के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि छात्र अधिक सक्रिय रूप से हिस्सा लें, याद रखने की क्षमता बढ़े और असली समझ विकसित हो। छात्रों को समूहों या जोड़ों में मिलकर सीखने का अवसर मिलेगा, जिससे उनकी सीखने की प्रक्रिया और तेज होगी और वे अपने ज्ञान को गहराई से आत्मसात कर सकेंगे।

हमारा उद्देश्य यह है कि यह कार्यक्रम केवल एक औपचारिक प्रक्रिया न बनकर, छात्रों के लिए एक व्यावहारिक और रोचक अनुभव बनकर उभरे।”

डॉ. सुनीता गांधी, PhD (कैम्ब्रिज), एक शिक्षाविद, शोधकर्ता और नवप्रवर्तक हैं, जिन्हें शिक्षा सुधार के क्षेत्र में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है। वह GETI और डिग्निटी एजुकेशन विज़न इंटरनेशनल (देवी) की संस्थापक हैं और लखनऊ स्थित विश्व के सबसे बड़े स्कूल सिटी मॉन्टेसरी स्कूल की चीफ़ अकैडमिक एडवाइज़र हैं।देशभर के शिक्षकों की भागीदारी के साथ यह राउंडटेबल GETI के उस मिशन को मज़बूती देता है, जिसका उद्देश्य भारत की शिक्षण समुदाय को सशक्त बनाना है।

यह मिशन साक्ष्य-आधारित और बड़े पैमाने पर लागू की जा सकने वाली प्रथाओं पर आधारित है, जो NEP 2020 और राष्ट्रीय शिक्षा सुधार के लक्ष्यों के अनुरूप हैं।GETI, जिसकी स्थापना डॉ. सुनीता गांधी ने की है, शिक्षक प्रशिक्षण और स्कूल परिवर्तन के लिए राष्ट्रीय केंद्र है। यह शोध-आधारित कार्यक्रमों के ज़रिए शिक्षकों को सशक्त बनाता है, जैसे ALfA शिक्षण शास्त्र, जिसमें छात्र एक-दूसरे को सिखाकर सीखते हैं और इससे बुनियादी कुशलताएं में तेज़ी से प्रगति होती है।GETI का दायरा हज़ारों स्कूलों तक फैला है, जिनमें सिटी मॉन्टेसरी स्कूल भी शामिल है। यहाँ प्री-सर्विस और इन-सर्विस टीचर ट्रेनिंग, लीडरशिप प्रोग्राम और फ़ेलोशिप्स की सुविधा दी जाती है। इसका काम NEP2020 के अनुरूप है और हार्वर्ड जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के द्वारा समर्थित है। GETI छात्रों और शिक्षकों को अपनी सीखने की प्रक्रिया को दिशा देने और आगे बढ़ाने के लिए सशक्त बनाता है।

बलिया में राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर शिक्षकों ने टीईटी अनिवार्यता के खिलाफ भरी हुंकार

संजीव सिंह बलिया। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के आह्वान पर देश के समस्त जनपदों में शिक्षकों ने टीईटी परीक्षा की अनिवार्यता के खिलाफ आवाज उठाई। इसी क्रम में बलिया में भी राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह के नेतृत्व में भारत सरकार से तत्काल इस निर्णय को वापस लेने और शिक्षकों की सेवा सुरक्षा एवं आजीविका संकट से राहत दिलाने हेतु जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया। जिला संयोजक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि जब उनकी नियुक्ति हुई थी, तब सभी सरकारी नियमों का पालन करते हुए नियुक्ति हुई थी। शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 के बाद वर्ष 2010 से टीईटी अनिवार्य किया गया था, लेकिन अब 20-25 वर्षों की सेवा के बाद नियम बदलकर शिक्षकों पर टीईटी परीक्षा थोपना न्यायालय का अन्यायपूर्ण निर्णय है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया कि शिक्षकों के सम्मान और उनके पवित्र शिक्षण कार्य का अपमान न हो, और तुरंत उनका गौरव वापस दिलाया जाए। जिला सहसंयोजक पुष्पेन्द्र सिंह ने कहा कि आज के ज्ञापन में शिक्षक समुदाय की व्यथा और मांगों को पूरी निष्ठा के साथ शामिल किया गया है। उन्होंने सरकार से पुनः आग्रह किया कि शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और सम्मान को बनाए रखने के लिए इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर तुरंत सकारात्मक कदम उठाए जाएं। जिला सहसंयोजक प्रमोद कुमार सिंह ने कहा कि न्यायालय का यह फैसला शिक्षक विरोधी है और बिना शिक्षकों की बात सुने एकतरफा निर्णय है। अगर आवश्यकता पड़ी तो शिक्षक संघर्ष के लिए दिल्ली तक कूच करेंगे। शिक्षकों के सम्मान के साथ समझौता नहीं होने दिया जाएगा। सहसंयोजक ज्ञान प्रकाश उपाध्याय ने बताया कि उच्चतम न्यायालय ने बिना नियमों को देखे मनमाना फैसला सुनाया है, जबकि भारत सरकार के राजपत्र में स्पष्ट है कि 2010 से पहले नियुक्त अध्यापकों के लिए टीईटी अनिवार्य नहीं था। इस फैसले से पूरे शिक्षक समाज में निराशा फैली है, जो शिक्षा कार्यों पर भी असर डालेगी। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया कि इस फैसले पर पुनर्विचार किया जाए ताकि शिक्षकों की निराशा खत्म हो सके। इस अवसर पर समीर कुमार पाण्डेय, अमरेंद्र सिंह, रामअशीष यादव, ज्ञान प्रकाश उपाध्याय, संजीव कुमार सिंह, अकीलुर्रहमान खान, राजेश सिंह, विनय राय, राकेश कुमार मौर्य, धर्मेन्द्र गुप्ता, कृष्णानंद पाण्डेय, ओंकारनाथ सिंह, राजीव सिंह, उमेश राय, अभिषेक सिंह, गणेश यादव, मुकेश सिंह, संजीव रंजन, राघवेंद्र सिंह, अमरेश चतुर्वेदी, चंदन गुप्ता, दिग्विजय सिंह, राकेश गुप्ता, कर्ण प्रताप सिंह, अनिल सिंह, रजनीश चौबे, अमित नाथ तिवारी, सतीश कुशवाहा, शीतांशु वर्मा, सतीश त्रिपाठी, नीतीश राय, डॉ. विनय भारद्वाज, अभिषेक राय, अंगद वर्मा, अमित यादव, सुशील दुबे, बब्बन यादव, कुलभूषण त्रिपाठी, अभिषेक तिवारी, पुनीत सिसोदिया, सुदीप तिवारी, रामप्रवेश राम, संजय सिंह, शुभम सिंह, संतोष पाण्डेय, अजय वर्मा, अभय सिंह, अशोक सिंह, रवि यादव, विनोद यादव, राजकुमार यादव, अजय सिंह, धनजी प्रसाद, संजय कुमार, श्रीकांत मिश्रा, अशोक तिवारी, सत्येन्द्र चौबे, कविता सिंह समेत सैकड़ों शिक्षक उपस्थित थे।
चोपन थाने की कमान नवागत थाना प्रभारी(SHO)' कुमुद शेखर के हाथ'मीडिया हब पत्रकार काउंसिल (MHC) ने किया स्वागत!

विकास कुमार सोनभद्र। चोपन थाने में नए थाना प्रभारी (एसएचओ) के रूप में कुमुद शेखर सिंह ने पदभार संभाला है। इससे पहले वे शक्तिनगर में तैनात थे। पदभार संभालते ही उन्होंने सबसे पहले थाने के सभी पुलिसकर्मियों से मुलाकात कर उनका परिचय लिया और पूरे थाने का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में अमन-चैन बनाए रखना, अपराधियों पर लगाम लगाना और कानून-व्यवस्था को बेहतर बनाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी।

मीडिया हब पत्रकार काउंसिल ने किया स्वागत

चोपन में पदभार संभालने के बाद मीडिया हब पत्रकार काउंसिल के सभी सदस्यों और पदाधिकारियों ने कुमुद शेखर सिंह से एक शिष्टाचार मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान काउंसिल के सदस्यों ने उन्हें संस्था के उद्देश्यों और कार्यों के बारे में जानकारी दी।

काउंसिल के जिला उपाध्यक्ष विकास कुमार, मीडिया प्रभारी मुकेश कुमार और कार्यवाहक अध्यक्ष लाल बहादुर सिंह ने एसएचओ कुमुद शेखर सिंह को भगवान बुद्ध की प्रतिमा भेंट की। वहीं, जिला अध्यक्ष कैलाश बिहारी ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया और शुभकामनाएं दीं।

जनसमस्याओं पर हुई चर्चा

मुलाकात के दौरान मीडिया हब पत्रकार काउंसिल के सदस्यों ने एसएचओ कुमुद शेखर सिंह को डाला चौकी क्षेत्र समेत आसपास के इलाकों में हो रही जनसमस्याओं और घटनाओं के बारे में विस्तार से बताया। कुमुद शेखर सिंह ने सभी समस्याओं को ध्यान से सुना और काउंसिल के सदस्यों को एकजुट होकर काम करने की सलाह दी।

नए एसएचओ ने कहा कि उनकी कोशिश रहेगी कि गरीबों और कमजोर लोगों को न्याय मिले और सरकार के निर्देशों का पालन सुनिश्चित हो। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।

CPR Technique में निपुण नहीं कई ई.एम.टी., तीन दिन में योग्यता जांच का आदेश

गोण्डा। 15 सितम्बर 2025 आयुक्त देवीपाटन मण्डल शशि भूषण लाल सुशील ने जनपद गोण्डा में हाल ही में हुई भवन गिरने की घटना के बाद 108 एम्बुलेंस में ड्यूटी कर रहे ई.एम.टी. (Emergency Medical Technician) के साथ वार्ता की। इस दौरान स्पष्ट हुआ कि कई ई.एम.टी. CPR Technique के क्रियान्वयन में निपुण नहीं हैं।

आयुक्त ने इस पर गंभीरता जताते हुए निर्देश दिए कि मण्डल के सभी जनपदों में कार्यरत सभी ई.एम.टी. की Educational Qualification एवं Medical Qualification का सत्यापन किया जाए। इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच एवं श्रावस्ती को पत्र भेजकर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

आयुक्त ने कहा कि प्रत्येक ई.एम.टी. का नाम, पदस्थापन स्थल, तैनाती की तिथि, शैक्षिक योग्यता, चिकित्सकीय योग्यता तथा सेवा में भर्ती होने का स्रोत निर्धारित प्रारूप पर तीन दिवस के भीतर उपलब्ध कराया जाए। साथ ही यह भी कहा गया है कि चिकित्सा सेवा से जुड़े सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों की नियुक्ति संबंधित योग्यता का परीक्षण भी अनिवार्य रूप से किया जाए।

आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि मरीजों की जान बचाने में तैनात ई.एम.टी. और चिकित्सा कर्मियों की दक्षता किसी भी स्थिति में समझौते योग्य नहीं है। अतः योग्य एवं प्रशिक्षित कर्मियों की ही नियुक्ति सुनिश्चित की जाए। यह कदम आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

बलिया:शिक्षकों ने टेट अनिवार्यता के खिलाफ विशिष्ट बीटीसी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, समस्याओं के त्वरित समाधान की रखी मांग
संजीव सिंह बलिया। विशिष्ट बीटीसी/बीटीसी-टीईटी शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के बैनर तले जनपद बलिया में  आज दिनांक सोमवार, 15 सितंबर 2025 को शिक्षकों ने अपनी समस्याओं को लेकर एक विशेष बैठक की। बैठक के उपरांत शिक्षकों के प्रतिनिधि मंडल ने जिला अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर अपनी जायज़ मांगों के त्वरित समाधान की मांग की। इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षक प्रतिनिधि मौजूद रहे, जिनमें नगरा के अध्यक्ष राघवेन्द्र प्रताप राही,  उपाध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा, मंत्री आशीष कुमार श्रीवास्तव, वीरेश राम, अनिल कुमार सिंह, अरविंद श्रीरश्मि, उपेंद्र कुमार सिंह, संजय सिंह, परशुराम यादव और ओंकार नाथ पांडे प्रमुख रूप से शामिल रहे। ज्ञापन में कहा गया है कि आरटीई एक्ट 2009 और टीईटी अनिवार्यता के नाम पर शिक्षकों को लगातार मानसिक एवं प्रशासनिक दबाव का सामना करना पड़ रहा है। इससे शिक्षकों की सेवा सुरक्षा और भविष्य पर संकट खड़ा हो गया है। जिला संयोजक डॉ. घनश्याम चौबे ने कहा कि सरकारों को मिलकर इस समस्या का समाधान करना होगा, अन्यथा शिक्षक आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। शिक्षकों ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्ष 2010 से पूर्व चयनित व कार्यरत शिक्षकों पर आरटीई व एनसीटीई की नई व्यवस्थाओं को लागू करना अनुचित है। वर्षों से शिक्षा सेवा दे रहे शिक्षकों का भविष्य असुरक्षित करना न केवल अन्यायपूर्ण है बल्कि शिक्षा व्यवस्था के लिए भी घातक सिद्ध होगा। शिक्षकों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर समय रहते सकारात्मक पहल नहीं की गई तो राज्यभर में आंदोलन छेड़ा जाएगा। साथ ही यह भी कहा गया कि जल्द ही मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और केंद्र सरकार को ज्ञापन भेजकर समस्या का समाधान कराने की दिशा में प्रयास जारी रहेंगे।