कहने को सिंचाई विभाग पर किसानों के प्रवेश पर ही पाबन्दी
विश्वनाथ प्रताप सिंह,कोरांव/प्रयागराज। जमुनापार के दक्षिणांचल स्थित तहसील कोरांव में सिंचाई विभाग ब्लाक कोरांव के ठीक सामने स्थित है। जहां पर पाच जेई,एस डी ओ तथा पथरौल,अमीन व बाबूओं के रहने के लिए हाल ही में लाखों की लागत खर्च कर आवासों का सुन्दरी करण कराया गया।
किन्तु दुर्भाग्य यह है कि यहां पर दो बाबूओं व तीन चतुर्थ कर्मचारियों के भरोसे छोड़ दिया गया है। कभी-कभी यदा-कदा अफसर तहसील दिवस में आकर हाजिरी लगाकर कोरम पूरा करते हुए महीने भर घर बैठकर सरकारी वेतन का लाभ उठा रहे हैं। और जेई , जिलेदार तो नहीं कभी आवास पर रात्रि विश्राम करना मुनासिब नहीं समझते। जबकि वर्तमान सरकार का स्पष्ट आदेश है कि अफसर अपने क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें।
लेकिन सिंचाई विभाग पर माननीय मुख्यमंत्री जी का आदेश लागू नहीं होता।हद तो तब हो गई जब ए अफसर व जेई फोन नहीं उठाया करते, इतना ही नहीं कभी कोई अधिकारी औचक निरीक्षण न कर ले इसके लिए भी अफसरो ने काट निकाल लिया है और सिंचाई विभाग के मेन गेट पर हमेशा ताला जड़वा देते हैं, जिससे इनकी काली करतूतों का किसी को पता न चले।
जबकि सभी विभागों के गेट दस से पांच के बीच खुले रहते हैं, किन्तु इस विभाग का कुछ अलग ही दस्तूर है जिसकी सेवा के लिए नियुक्त हैं,उन्हीं के लिए दरवाजे बंद करवा रखें है। इस सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारी से बात करने का प्रयास किया गया किन्तु फोन नहीं उठाये जाने की प्रथा का ईमानदारी पूर्वक पालन करते हुए फोन बजने दिया गया।
Apr 05 2024, 15:35