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अजीत डोभाल को यूएस कोर्ट के समन, जानें क्या है पूरा मामला?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से ठीक पहले एक नया विवाद खड़ा हो गया है। एक अमेरिकी अदालत ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल समेत कई मौजूदा व पूर्व टॉप खुफिया अफसरों को समन भेजा है। यह समन खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की तरफ से दाखिल सिविल केस में भेजा गया है, जिसमें खालिस्तानी आतंकी ने इन अधिकारियों पर अमेरिका में अपनी हत्या की कथित साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है।

न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले की अमेरिकी जिला कोर्ट ने भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पूर्व रॉ प्रमुख सामंत गोयल को समन में शामिल किया था। हत्या के मामले में आरोपी दो व्यक्तियों, निखिल गुप्ता और विक्रम यादव को भी समन भेजा गया है। निखिल गुप्ता को पिछले साल चेक गणराज्य में अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर न्यूयॉर्क में पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें इस साल जून में चेक गणराज्य से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था।

अमेरिकी कोर्ट के भारत सरकार और टॉप अफसरों को समन जारी करने पर केंद्र ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सख्त आपत्ति जताई है और मुकदमे को पूरी तरह से अनुचित करार दिया है। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा है कि जब ये मुद्दे पहली बार हमारे ध्यान में लाए गए, तो हमने कार्रवाई की। (इस मामले में) एक उच्च स्तरीय समिति लगी हुई है।

विदेश मंत्रालय की गुरुवार दोपहर की ब्रीफिंग में मीडिया ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि मैं यह केस दाखिल करने वाले व्यक्ति की तरफ आपका ध्यान खींचना चाहूंगा। पन्नू का इतिहास हर कोई जानता है। पन्नू एक कट्टरपंथी गैरकानूनी संगठन सिख फॉर जस्टिस का प्रमुख है, जिसे भारतीय नेताओं और संस्थानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने और धमकियां देने के लिए हर कोई जानता है। नई दिल्ली उसे 2020 में ही आतंकवादी घोषित कर चुकी है।

क्या है पन्नू की हत्या की साजिश का मामला

पिछले साल नवंबर में ब्रिटिश न्यूजपेपर फाइनेंशियल टाइम्स में एक रिपोर्ट छपी थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया है। पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। इस न्यूज रिपोर्ट की पुष्टि बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी की थी। इस मामले में भारतीय नागरिकों के नाम सामने आने और उनका लिंक भारतीय खुफिया एजेंसियों से जुड़ा होने का दावा किया गया था। इस जानकारी के सामने आने पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे चिंता की बात बताया था और भारत की तरफ से एक हाई-लेवल जांच शुरू करने की बात कही थी। इसके बाद से अमेरिका में इस मामले को लेकर जांच चल रही है।

मोबाइल डेटा की खपत को कम करने के आसान तरीके: 5 सेटिंग्स जो आपको डेटा बचाने में करेंगी मदद

आप भी अगर इस बात से परेशान रहते हैं कि दिन खत्म होने से पहले ही मोबाइल डाटा खत्म हो जाता है तो अब आप लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.

अक्सर Smartphone यूजर्स को इस बात की शिकायत रहती है कि हमने तो इतना कुछ यूज भी नहीं किया तो फिर मोबाइल डेटा इतनी जल्दी कैसे खत्म हो गया? दरअसल, हम लोग कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिस वजह से डेटा जल्दी खत्म होने लगता है

हम आज आप लोगों को 5 ऐसी सेटिंग बताएंगे जिन्हें अगर आपने कर लिया तो आपकी Mobile Data जल्दी खत्म होने की परेशानी दूर हो जाएगी. आइए जानते हैं कि कौन सी हैं वो सेटिंग्स?

डेटा खपत को करना है कम? नोट करें ये 5 सेटिंग

बैकग्राउंड ऐप्स बंद करें: कई बार फोन के बैकग्राउंड में ऐप्स चलते रहते हैं और हमें इस बात की जानकारी तक नहीं होती. बैकग्राउंड में चल रहे ये मोबाइल ऐप्स डेटा की खपत करते रहते हैं. ऐसे में डेटा बचाने के लिए फोन की सेटिंग में जाएं और ऐप्लिकेशन पर क्लिक करें, इसके बाद उस ऐप पर क्लिक करें जो आपके ज्यादा काम का नहीं है. ऐप पर क्लिक करने के बाद ऐप की सेटिंग को ध्यान से देखिए आपको बैकग्राउंड डेटा ऑप्शन मिलेगा जो बाय डिफॉल्ट ऑन होगा, इस ऑप्शन को बंद कर दें, ऐसा करने से आपका मोबाइल डेटा कम खर्च होगा.

ऑटो-अपडेट्स बंद करें: फोन के प्ले स्टोर या फिर ऐप स्टोर में जाएं और ऐप सेटिंग में जाकर चेक करें कि कहीं ऐप्स मोबाइल डेटा पर तो अपडेट नहीं हो रहे? अगर ऐसा है तो इस ऑप्शन को वाई-फाई पर सेट कर दें ताकि ऐप्स केवल वाई-फाई से कनेक्ट होने पर ही अपडेट हो. हम लोगों को ये ऑप्शन की जानकारी तो होती है लेकिन हम इस ऑप्शन का यूज नहीं करते जिस वजह से मोबाइल डेटा तेजी से खत्म होने लगता है.

WhatsApp Tips: व्हॉट्सऐप यूजर्स ऐप में दिए कॉलिंग फीचर का इस्तेमाल तो करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐप में एक ऐसा फीचर भी मिलता है जिसकी मदद से आप कॉलिंग के दौरान मोबाइल डेटा बचा सकते हैं? इस फीचर का नाम है Use Less Data For Calls, इस ऑप्शन को ऑन करने के लिए व्हॉट्सऐप सेटिंग में जाएं और स्टोरेज एंड डेटा ऑप्शन में जाएं. यहां आपको ये फीचर मिल जाएगा.

लोकेशन सर्विस को करें बंद: क्या आप जानते हैं कि हर वक्त अगर आपके फोन में लोकेशन सर्विस ऑन रहती है तो भी आपका मोबाइल डेटा तेजी से खत्म होने लगता है. अगर आप डेटा बचाना चाहते हैं तो फोन की सेटिंग में जाकर इस ऑप्शन को बंद करें.

वीडियो स्ट्रीमिंग सेटिंग: अगर आप मोबाइल डेटा पर यूट्यूब, अमेजन प्राइम वीडियो या फिर नेटफ्लिक्स देखते हैं तो वीडियो क्वालिटी को कम पर सेट करें, नहीं तो हाई क्वालिटी की वजह से मोबाइल डेटा तेजी से खत्म होने लगेगा.

बैकग्राउंड ऐप्स बंद करें:

कई बार फोन के बैकग्राउंड में ऐप्स चलते रहते हैं और हमें इस बात की जानकारी तक नहीं होती. बैकग्राउंड में चल रहे ये मोबाइल ऐप्स डेटा की खपत करते रहते हैं. ऐसे में डेटा बचाने के लिए फोन की सेटिंग में जाएं और ऐप्लिकेशन पर क्लिक करें, इसके बाद उस ऐप पर क्लिक करें जो आपके ज्यादा काम का नहीं है. ऐप पर क्लिक करने के बाद ऐप की सेटिंग को ध्यान से देखिए आपको बैकग्राउंड डेटा ऑप्शन मिलेगा जो बाय डिफॉल्ट ऑन होगा, इस ऑप्शन को बंद कर दें, ऐसा करने से आपका मोबाइल डेटा कम खर्च होगा.

हिंद महासागर में चीन के बढ़े प्रभाव ने भारत-अमेरिका चिंतित, ड्रैगन पर श‍िकंजा कसने की तैयारी में दोनों देश

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हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव से भारत ही नहीं अमेरिका भी चिंतित है। इन चिंताओं के बीच अमेरिका ने हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के साथ ज्यादा निकटता से सहयोग करने का फैसला लिया है। अमेरिका ने इस संबंध मे बयान जारी किया है। अमेरिकी उप विदेश मंत्री कर्ट एम कैंपबेल ने इस संबंध में अपने बयान में कहा, मैं आपको यह पहली बार बता सकता हूं कि अमेरिका और भारत हिंद महासागर पर एक सत्र आयोजित करने जा रहे हैं। हम इस बारे में बात करने जा रहे हैं कि हमारी आपसी चिंताएं क्या हैं, हम एक साथ कैसे काम कर सकते हैं। हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी रिपब्लिकन में बोलते हुए उन्होंने ये ऐलान किया है।

WION ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बाइडन के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी कैंपबेल ने कहा कि हिंद महासागर में भारत जैसे साझेदार के साथ अधिक निकटता से काम करने की ओर आशा से देख रहे हैं।

हिंद महासागर वैश्विक व्यापार के लिए सबसे महत्वपूर्ण जलमार्गों में से एक है, जहां से प्रतिदिन बड़ी मात्रा में शिपिंग यातायात गुजरता है। एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया का 60 प्रतिशत समुद्री व्यापार हिंद महासागर से होकर गुजरता है, जिसमें दुनिया के एक तिहाई कंटेनर कार्गो और दुनिया के दो-तिहाई तेल शिपमेंट शामिल हैं। इसके चोकपॉइंट्स से हर दिन करीब 36 मिलियन बैरल की आवाजाही होती है, जो दुनिया की लगभग 40 फीसदी तेल आपूर्ति और 64 फीसदी तेल व्यापार के बराबर है।

चीन बीते कुछ समय से इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है। उसका जिबूती में एक सैन्य अड्डा है जो 2017 में चालू हो गया। ग्वादर से चटगांव तक इसने चीन के लिए आसानी तकर दी है। माना जा रहा है कि अगले 4 वर्षों में चीन के पास इस क्षेत्र में एक स्थायी विमानवाहक पोत हो सकता है। इससे अमेरिका चिंतित है और भारत भी असहज है। ऐसे में भारत और अमेरिका साथ आकर इस क्षेत्र में काम करने के संकेत दे रहे हैं।

'मेड इन इंडिया' तोप के गोले कैसे पहुंचे यूक्रेन? जानें रूस का रूख़

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रूस और यूक्रेन दो साल से अधिक वक्त से एक दूसरे के खिलाफ युद्ध कर रहे हैं। इस बीच भारत दोनों देशों से लगातार शांति की अपील करता आ रहा है। पिछले दिनों भारत की लगातार अपील का असर भी देखा गया, जब रूस के राष्ट्रपति ने भारत, जीन और ब्राजील से शांति स्थापित करने की पहल करने की अपील की। पुतिन ने खासकर भारत पर भरोसा जताया। हालांकि, इस बीच एक ऐसी खबर आई है, जिससे भारत-रूस की दोस्ती पर असर पड़ सकता है। दरअसर, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि रूस के खिलाफ यूक्रेन युद्ध में भारतीय तोप के गोले का इस्तेमाल कर रहा है। भारतीय हथियार निर्माताओं की ओर से इन्हें यूरोप के देशों को बेचा गया था। बाद में इन्हें यूक्रेन भेज दिया गया। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यह खुलासा किया है।

कितनी संख्या में भारतीय गोला-बारूद यूक्रेन पहुंचे?

रिपोर्ट में कहा गया कि भारत के हथियार का इस्तेमाल यूक्रेन युद्ध में बेहद कम मात्रा में हुआ है। एक अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन ने जितने भी गोला-बारूद का आयात किया है, यह उसका एक प्रतिशत से भी कम होगा। हालांकि, अभी तक ये पता नहीं चला कि यूरोपीय देशों ने ये गोला-बारूद यूक्रेन को दान में दिया या दोबारा बेचा है। बताया जा रहा है कि ये हथियार यंत्र इंडिया नामक सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी ने बनाए हैं।

बीते एक साल से भेजे जा रहे हथियार

रिपोर्ट में सूत्रों और सीमा शुल्क के आंकड़ों के आधार पर कहा गया है कि रूस के खिलाफ यूक्रेन की रक्षा का समर्थन करने के लिए भारतीय हथियारों का हस्तांतरण एक साल से भी अधिक समय तक हो रहा है। बावजूद इसके कि ये नियमों के खिलाफ है। भारतीय हथियार निर्यात नियमों के मुताबिक, हथियारों का इस्तेमाल केवल खरीदने वाला ही कर सकता है। अगर हथियार दूसरे को हस्तांतरित किए जाते हैं तो भविष्य में बिक्री रोकी जा सकती है।

रूस ने जताई थी आपत्ति

रिपोर्ट में तीन भारतीय अधिकारियों के हवाले से कहा गया कि रूस ने कम से कम दो मौकों पर इस मुद्दे को उठाया है। इसमें रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और डॉ.एस जयशंकर के बीच जुलाई में हुई मीटिंग भी शामिल है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूस और भारत के रक्षा मंत्रालयों ने इससे जुड़े सवाल का जवाब नहीं दिया। जनवरी में भारीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि भारत ने यूक्रेन को तोपखाने के लिए गोले नहीं बेचे हैं।

मार्ग दुर्घटना में दो सगी बहनों की मौत
लहरपुर सीतापुर कोतवाली क्षेत्र की भदफर चौकी अंतर्गत नेशनल हाईवे 730 पर भदफर चौराहे के निकट स्थित आर्यावर्त बैंक के सामने गुरुवार की सुबह लगभग 4,30 बजे मॉर्निंग वाक पर निकली तीन बच्चियों को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, दुर्घटना में दो सगी बहनों की मौके पर ही  मौत , एक अन्य घायल किशोरी को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया । प्राप्त जानकारी के अनुसार
 भदफर चौराहा स्थित आर्यावर्त बैंक के सामने मॉर्निंग वॉक पर निकली खुशबू 14 वर्ष पुत्री मनोज कुमार,
आरती12 वर्ष व रंजना 10 वर्ष पुत्री रमा शंकर  निवासी भगहरपुरवा मजरा रुखारा को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी,जिससे आरती व रंजना की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंची भदफर पुलिस ने घायल खुशबू को आनन फानन में प्राथमिक स्वास्थ्यकेंद्र नकहा में भर्ती कराया, वहीं मृतक दोनों सगी बहनों के शव को पीएम के लिए  भेज दिया। दो सगी बहनों की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल”, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू का बड़ा आरोप

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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने चौंकाने वाला दावा किया है। इसके साथ ही उन्होंने नए विवाद को जन्म दे दिया है। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने वाईएसआरसीपी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पहले की सरकार में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होती थी।नायडू ने यह दावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक दल की एक बैठक को संबोधित करते हुए किया।

नायडू ने तेलुगु में कहा कि पिछले 5 सालों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमला की पवित्रता को कलंकित किया है। उन्होंने ‘अन्नदानम’ (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया और घी के बजाय पशुओं की चर्बी का उपयोग करके पवित्र तिरुमला लड्डू को भी दूषित कर दिया। इस खुलासे ने चिंता पैदा कर दी है। हालांकि, अब हम शुद्ध घी का इस्तेमाल कर रहे हैं।हम टीटीडी की पवित्रता की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं।”

सीएम नायडू के आरोपों पर वाईएसआर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने पलटवार किया है। उन्होंने नायडू पर तिरुमाला मंदिर की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। रेड्डी ने तेलुगु में एक्स पर लिखा, “चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। तिरुमला प्रसाद के बारे में उनकी टिप्पणी अत्यंत दुर्भावनापूर्ण है। कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलेगा या ऐसे आरोप नहीं लगाएगा।”

उन्होंने कहा, “यह फिर साबित हो गया है कि चंद्रबाबू नायडू राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। भक्तों की आस्था को मजबूत करने के लिए मैं अपने परिवार के साथ तिरुमला ‘प्रसाद’ के संबंध में भगवान के सामने शपथ लेने के लिए तैयार हूं। क्या चंद्रबाबू नायडू अपने परिवार के साथ भी ऐसा करने को तैयार हैं।”

स्वच्छ भारत मिशन थीम स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता के लिए जिलाधिकारी ने रथ को किया रवाना

स्वच्छता ही सेवा का आयोजन 14 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक निर्धारित है। इस कार्यक्रम का थीम "स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता" है। स्वच्छ भारत मिशन की स्थापना के 10 वर्ष पूरा होने पर स्वच्छता ही सेवा 2024 अंतर्गत एसबीएम के कारण स्वच्छता के क्षेत्र में आए बदलाव एवं उपलब्धियों को उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा अंतर्गत विभिन्न आई ई सी एवं बीसीसी गतिविधियों के माध्यम से शौचालय आच्छदान एवं व्यवहार परिवर्तन की कमियों (Gap)को दूर करने ODF plus के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए घरेलू स्तर पर कचरें का पृथक्करण, अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों में जन भागीदारी उपयोगिता शुल्क संग्रहण बढ़ाने ओडीएफ प्लस मॉडल गांवों की घोषणा इत्यादि पर बल दिया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को
          जिला पदाधिकारी श्री कुन्दन कुमार द्वारा जन जागरूकता राथ को समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह जन जागरूकता रथ 2 अक्टूबर 2024 तक जिले के महत्वपूर्ण स्थल,धरोहर स्थल, पर्यटन स्थल पर श्रमदान, स्वच्छता शपथ, सार्वजनिक स्थल,हाट, बाजार, धार्मिक स्थल बस स्टैंड, हाईवे,स्टेशन,रेलवे ट्रैक सामुदायिक स्वच्छता परिसर परिसंपत्तियों पर श्रमदान एक दीप स्वच्छता के नाम आदि कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों में स्वच्छता के प्रति यह रथ जागरूक करेगा। उक्त अभियान के सफल संचालन हेतु उप विकास आयुक्त सुश्री चन्द्रिमा अत्री द्वारा तिथि वार संबंधित पदाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मौके पर उप विकास आयुक्त, निदेशक डीआरडीए एवं लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के जिला स्तरीय कर्मिगण तथा पदाधिकारी मौजूद थे।
बैलून फिएस्टा 2024: दिल्ली में होने वाला भारत का पहला एयरो-स्पोर्ट्स इवेंट।

 

भारत मंच ट्रस्ट, पर्यटन मंत्रालय के एक अभियान - अतुल्य भारत के सहयोग से, एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित कर रहा है जो भारत के इतिहास में पहले एयरो-स्पोर्ट्स इवेंट के रूप में दर्ज होगा। यह कार्यक्रम अतुल्य भारत के विजन के तहत दिल्ली के आसमान में आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य देश में विभिन्न पर्यटन अनुभवों को बढ़ावा देना है। यह कार्यक्रम न केवल भारत को एयरो-स्पोर्ट्स के लिए विश्व मानचित्र पर स्थान दिलाएगा, बल्कि 2030 तक इसे ऐसे खेलों के लिए एक जीवंत केंद्र बनाने के लक्ष्य में भी योगदान देगा। जबकि विस्तृत कार्यक्रम अभी भी प्रतीक्षित है, यह कई दिनों तक भावना, उत्साह और खोज का वादा करता है क्योंकि देश और दुनिया भर से एयरो-स्पोर्ट्स के प्रति उत्साही एक साथ आते हैं।

भारत मंच ट्रस्ट द्वारा प्रस्तुत बैलून फिएस्टा 2024, इसके अध्यक्ष डॉ. प्रशांत द्विवेदी, एक बहुमुखी सांस्कृतिक दिग्गज, और मुख्य संरक्षक डॉ. ज्ञानेश्वर मनोहर मुले, जिन्हें भारत के पासपोर्ट मैन के रूप में जाना जाता है और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य हैं, के मार्गदर्शन में, भारत को एयरो-स्पोर्ट्स के लिए एक जीवंत वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। डॉ. द्विवेदी साहसिक पर्यटन के एक अंतर्निहित हिस्से के रूप में एयरो-स्पोर्ट्स को बढ़ावा देते हुए भारत की जीवंत विरासत को प्रदर्शित करने के लिए उत्साहित हैं। यह आयोजन युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगा, पर्यटन के इर्द-गिर्द व्यावसायिक अवसर पैदा करेगा और विभिन्न एयरो-स्पोर्ट्स क्षेत्रों में लोगों के लिए रोजगार प्रदान करेगा, जो एक सुरक्षित, किफायती और टिकाऊ एयरो-स्पोर्ट पारिस्थितिकी तंत्र के उच्च दृष्टिकोण के साथ संरेखित होगा।

बैलून फिएस्टा 2024 विजय रथ फाउंडेशन और उत्सव इवेंट्स के सहयोग से 18 से 24 अक्टूबर 2024 तक भलस्वा झील, आउटर रिंग रोड, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम को भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व उप महापौर और विजय रथ फाउंडेशन के वर्तमान अध्यक्ष विजय कुमार भगत और उत्सव इवेंट्स की निदेशक मनीषा धैया का समर्थन प्राप्त है।

भारत के पहले लाइसेंस प्राप्त हॉट एयर बैलून पायलट, कैप्टन इमो चाओबा द्वारा निर्देशित ये सवारी, बैलून फिएस्टा 2024 के दौरान प्रमुख आकर्षणों में से एक होगी। कैप्टन चाओबा और उनकी टीम ने भारतीय सेना के साथ बैलूनिंग का काफी अनुभव प्राप्त किया है, जो उपस्थित लोगों को एक अविस्मरणीय सवारी का आश्वासन देता है, जिसमें गुब्बारे दिल्ली के प्रतिष्ठित क्षितिज पर उड़ान भरते हैं। यह शहर और इसके आसपास के शानदार दृश्यों का वादा करता है। हर शाम, सूर्यास्त के समय, एक नाइट ग्लो स्पेक्टेकल होगा, जहाँ हॉट एयर बैलून संगीत की लय के साथ चमकेंगे, जो दर्शकों को एक सौंदर्य अपील प्रदान करेगा। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो प्रकाश और ध्वनि का एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला संयोजन प्रस्तुत करता है जो सभी आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देगा।

हॉट एयर बैलून राइड के साथ-साथ, बैलून फिएस्टा 2024 के लिए निर्धारित अन्य कार्यक्रमों में संगीत, फैशन, मौज-मस्ती, भोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से रोमांच चाहने वालों और जिज्ञासु शिक्षार्थियों के लिए गतिविधियाँ शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, बैलून फुलाना और बैलूनिंग, पैराग्लाइडिंग सिमुलेशन और ड्रोन रेसिंग प्रतियोगिताओं पर इंटरैक्टिव कार्यशालाएँ और शैक्षिक शो होंगे। युवाओं को जोड़ने के लिए सत्र एयरो-स्पोर्ट्स में पेशेवर सलाह प्रदान करेंगे, साथ ही पर्यटन और विमानन में कैरियर के अवसरों पर भी प्रकाश डालेंगे। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, और कैप्टन इमो चाओबा की सलाह के अनुसार सख्त उपाय किए जाएंगे। सभी गतिविधियाँ बेहद ज़िम्मेदारी भरे तरीके से की जाएँगी, जिसमें कार्यशालाओं में प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा पर ज़ोर दिया जाएगा।

इस कार्यक्रम में भारत और दुनिया भर के विभिन्न व्यंजनों को प्रदर्शित करने वाला एक खाद्य उत्सव बाज़ार होगा, साथ ही एक उत्सव खरीदारी बाज़ार भी होगा जिसमें स्मृति चिन्ह, हस्तशिल्प, जातीय लेबल और आभूषण वस्तुओं सहित सहायक उपकरण प्रदर्शित किए जाएँगे, ताकि आगंतुकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया जा सके।

भारत मंच ट्रस्ट बैलून फिएस्टा 2024 के साथ न केवल एक कार्यक्रम बल्कि एक आंदोलन बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। रोमांच, संस्कृति और सीखने के तत्वों से भरपूर यह कार्यक्रम अपने प्रतिभागियों पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ेगा। यह भारत के एयरो-स्पोर्ट्स में एक वैश्विक नेता के रूप में उभरने के लिए भी मंच तैयार करता है।

डोनाल्ड ट्रंप ने की पीएम मोदी की जमकर तारीफ, बताया-शानदार इंसान

#pm_modi_will_meet_donald_trump_during_his_usa_visit

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात हो सकती है। डोनाल्ड ट्रंप ने मिशिगन में एक रैली को संबोधित खुद इस बात का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।साथ ही ट्रंप ने पीएम मोदी को शानदार इंसान बताया।

डोनाल्ड ट्रंप 21 से 23 सितंबर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान मुलाकात कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी क्वाड समिट में भाग लेने अमेरिका के विलमिंगटन, डेलावेयर जा रहे हैं। यहीं पर क्वाड की मीटिंग भी प्रस्तावित है। इस सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन करेंगे। इस मीटिंग में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज और जापानी प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो भी शामिल होंगे। भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका क्वाड के सदस्य हैं। यह संगठन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते दखल को काउंटर करने के लिए गठित किया गया है।

ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी के साथ दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाया था। दोनों की व्यक्तिगत रिश्ते भी काफी मजबूत हुए थे। ह्यूस्टन में हाउडी मोदी और भारत में नमस्ते ट्रंप इसके उदाहरण हैं। दोनों देशों ने रक्षा और रणनीतिक सहयोग में इजाफा किया था। कई व्यापारिक विवादों के बावजूद उनकी साझेदारी मजबूत होती रही।

आंतो को स्वस्थ रखने के लिए इन फाइबर युक्त खाद्य पदार्थो का करे सेवन

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर अपनी डाइट का सही तरीके से ख्याल नहीं रख पाते हैं। इससे हमारी आंतों पर बुरा असर पड़ता है और पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। आंतों को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है कि हम अपने आहार में फाइबर युक्त चीजों को शामिल करें। फाइबर न केवल पाचन तंत्र को सही रखता है, बल्कि कई बीमारियों से बचाव में भी मदद करता है। आइए जानते हैं कुछ फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों के बारे में, जो आपकी आंतों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं:

1. ओट्स (Oats)

ओट्स में घुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन में सहायक है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने और आंतों की सफाई में मदद करता है। ओट्स को सुबह के नाश्ते में शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

2. फल और सब्जियाँ

ताजे फल जैसे सेब, नाशपाती, संतरा और सब्जियाँ जैसे ब्रोकोली, गाजर, शिमला मिर्च में अघुलनशील फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। ये आंतों की गतिशीलता को बढ़ावा देते हैं और कब्ज की समस्या को दूर करते हैं।

3. बीन्स और दालें

राजमा, छोले, मूंग, और अन्य दालें प्रोटीन और फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं। इनका नियमित सेवन न केवल पेट को साफ रखने में मदद करता है, बल्कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करता है।

4. अलसी के बीज (Flax Seeds)

अलसी के बीज फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत होते हैं। ये आंतों की सूजन को कम करते हैं और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मददगार होते हैं। आप इन्हें अपनी स्मूदी, दही या सलाद में मिला सकते हैं।

5. चिया बीज (Chia Seeds)

चिया बीज में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं, जो पेट की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। ये पेट में पानी को अवशोषित करते हैं, जिससे पेट की सफाई होती है और आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती।

6. नट्स और बीज (Nuts and Seeds)

बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज और कद्दू के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं। ये आंतों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ हृदय को भी मजबूती देते हैं। इनका सेवन स्नैक्स के रूप में कर सकते हैं।

7. ब्राउन राइस और साबुत अनाज

साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, जई, और क्विनोआ में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया को सही रखने में मदद करते हैं। ये पेट को हल्का महसूस कराते हैं और आंतों को अच्छे से काम करने में मदद करते हैं।

8. हरी पत्तेदार सब्जियाँ

पालक, मेथी और सरसों जैसी हरी पत्तेदार सब्जियाँ फाइबर और अन्य पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत होती हैं। इनका सेवन आंतों को मजबूती देता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

9. जई की भूसी (Psyllium Husk)

जई की भूसी या इसबगोल एक प्राकृतिक फाइबर है, जो कब्ज की समस्या को दूर करता है और आंतों को साफ रखता है। इसे पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।

10. बैरीज़ (Berries)

स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और रसभरी जैसे फलों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होते हैं, जो आंतों की सूजन को कम करते हैं और पाचन क्रिया को सुधारते हैं।

फाइबर के सेवन के फायदे

कब्ज से राहत: फाइबर का नियमित सेवन मल को नरम बनाता है और पेट की समस्या जैसे कब्ज से बचाता है।

वजन नियंत्रण: फाइबर युक्त भोजन खाने से पेट भरा रहता है, जिससे अधिक खाने की आदत कम हो जाती है और वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।

शुगर लेवल का नियंत्रण: फाइबर शुगर के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।

कोलेस्ट्रॉल कम करता है: फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

निष्कर्ष:

आंतों को स्वस्थ रखने के लिए फाइबर युक्त आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी आवश्यक है, ताकि फाइबर सही तरीके से काम कर सके। सही आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप अपनी आंतों को स्वस्थ रख सकते हैं और कई बीमारियों से बच सकते हैं।

अजीत डोभाल को यूएस कोर्ट के समन, जानें क्या है पूरा मामला?

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे से ठीक पहले एक नया विवाद खड़ा हो गया है। एक अमेरिकी अदालत ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल समेत कई मौजूदा व पूर्व टॉप खुफिया अफसरों को समन भेजा है। यह समन खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की तरफ से दाखिल सिविल केस में भेजा गया है, जिसमें खालिस्तानी आतंकी ने इन अधिकारियों पर अमेरिका में अपनी हत्या की कथित साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है।

न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले की अमेरिकी जिला कोर्ट ने भारत सरकार, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, पूर्व रॉ प्रमुख सामंत गोयल को समन में शामिल किया था। हत्या के मामले में आरोपी दो व्यक्तियों, निखिल गुप्ता और विक्रम यादव को भी समन भेजा गया है। निखिल गुप्ता को पिछले साल चेक गणराज्य में अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर न्यूयॉर्क में पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें इस साल जून में चेक गणराज्य से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था।

अमेरिकी कोर्ट के भारत सरकार और टॉप अफसरों को समन जारी करने पर केंद्र ने तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने सख्त आपत्ति जताई है और मुकदमे को पूरी तरह से अनुचित करार दिया है। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा है कि जब ये मुद्दे पहली बार हमारे ध्यान में लाए गए, तो हमने कार्रवाई की। (इस मामले में) एक उच्च स्तरीय समिति लगी हुई है।

विदेश मंत्रालय की गुरुवार दोपहर की ब्रीफिंग में मीडिया ने विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि मैं यह केस दाखिल करने वाले व्यक्ति की तरफ आपका ध्यान खींचना चाहूंगा। पन्नू का इतिहास हर कोई जानता है। पन्नू एक कट्टरपंथी गैरकानूनी संगठन सिख फॉर जस्टिस का प्रमुख है, जिसे भारतीय नेताओं और संस्थानों के खिलाफ भड़काऊ भाषण देने और धमकियां देने के लिए हर कोई जानता है। नई दिल्ली उसे 2020 में ही आतंकवादी घोषित कर चुकी है।

क्या है पन्नू की हत्या की साजिश का मामला

पिछले साल नवंबर में ब्रिटिश न्यूजपेपर फाइनेंशियल टाइम्स में एक रिपोर्ट छपी थी। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अमेरिका ने पन्नू की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया है। पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। इस न्यूज रिपोर्ट की पुष्टि बाद में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासनिक अधिकारियों ने भी की थी। इस मामले में भारतीय नागरिकों के नाम सामने आने और उनका लिंक भारतीय खुफिया एजेंसियों से जुड़ा होने का दावा किया गया था। इस जानकारी के सामने आने पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसे चिंता की बात बताया था और भारत की तरफ से एक हाई-लेवल जांच शुरू करने की बात कही थी। इसके बाद से अमेरिका में इस मामले को लेकर जांच चल रही है।

मोबाइल डेटा की खपत को कम करने के आसान तरीके: 5 सेटिंग्स जो आपको डेटा बचाने में करेंगी मदद

आप भी अगर इस बात से परेशान रहते हैं कि दिन खत्म होने से पहले ही मोबाइल डाटा खत्म हो जाता है तो अब आप लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है.

अक्सर Smartphone यूजर्स को इस बात की शिकायत रहती है कि हमने तो इतना कुछ यूज भी नहीं किया तो फिर मोबाइल डेटा इतनी जल्दी कैसे खत्म हो गया? दरअसल, हम लोग कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिस वजह से डेटा जल्दी खत्म होने लगता है

हम आज आप लोगों को 5 ऐसी सेटिंग बताएंगे जिन्हें अगर आपने कर लिया तो आपकी Mobile Data जल्दी खत्म होने की परेशानी दूर हो जाएगी. आइए जानते हैं कि कौन सी हैं वो सेटिंग्स?

डेटा खपत को करना है कम? नोट करें ये 5 सेटिंग

बैकग्राउंड ऐप्स बंद करें: कई बार फोन के बैकग्राउंड में ऐप्स चलते रहते हैं और हमें इस बात की जानकारी तक नहीं होती. बैकग्राउंड में चल रहे ये मोबाइल ऐप्स डेटा की खपत करते रहते हैं. ऐसे में डेटा बचाने के लिए फोन की सेटिंग में जाएं और ऐप्लिकेशन पर क्लिक करें, इसके बाद उस ऐप पर क्लिक करें जो आपके ज्यादा काम का नहीं है. ऐप पर क्लिक करने के बाद ऐप की सेटिंग को ध्यान से देखिए आपको बैकग्राउंड डेटा ऑप्शन मिलेगा जो बाय डिफॉल्ट ऑन होगा, इस ऑप्शन को बंद कर दें, ऐसा करने से आपका मोबाइल डेटा कम खर्च होगा.

ऑटो-अपडेट्स बंद करें: फोन के प्ले स्टोर या फिर ऐप स्टोर में जाएं और ऐप सेटिंग में जाकर चेक करें कि कहीं ऐप्स मोबाइल डेटा पर तो अपडेट नहीं हो रहे? अगर ऐसा है तो इस ऑप्शन को वाई-फाई पर सेट कर दें ताकि ऐप्स केवल वाई-फाई से कनेक्ट होने पर ही अपडेट हो. हम लोगों को ये ऑप्शन की जानकारी तो होती है लेकिन हम इस ऑप्शन का यूज नहीं करते जिस वजह से मोबाइल डेटा तेजी से खत्म होने लगता है.

WhatsApp Tips: व्हॉट्सऐप यूजर्स ऐप में दिए कॉलिंग फीचर का इस्तेमाल तो करते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐप में एक ऐसा फीचर भी मिलता है जिसकी मदद से आप कॉलिंग के दौरान मोबाइल डेटा बचा सकते हैं? इस फीचर का नाम है Use Less Data For Calls, इस ऑप्शन को ऑन करने के लिए व्हॉट्सऐप सेटिंग में जाएं और स्टोरेज एंड डेटा ऑप्शन में जाएं. यहां आपको ये फीचर मिल जाएगा.

लोकेशन सर्विस को करें बंद: क्या आप जानते हैं कि हर वक्त अगर आपके फोन में लोकेशन सर्विस ऑन रहती है तो भी आपका मोबाइल डेटा तेजी से खत्म होने लगता है. अगर आप डेटा बचाना चाहते हैं तो फोन की सेटिंग में जाकर इस ऑप्शन को बंद करें.

वीडियो स्ट्रीमिंग सेटिंग: अगर आप मोबाइल डेटा पर यूट्यूब, अमेजन प्राइम वीडियो या फिर नेटफ्लिक्स देखते हैं तो वीडियो क्वालिटी को कम पर सेट करें, नहीं तो हाई क्वालिटी की वजह से मोबाइल डेटा तेजी से खत्म होने लगेगा.

बैकग्राउंड ऐप्स बंद करें:

कई बार फोन के बैकग्राउंड में ऐप्स चलते रहते हैं और हमें इस बात की जानकारी तक नहीं होती. बैकग्राउंड में चल रहे ये मोबाइल ऐप्स डेटा की खपत करते रहते हैं. ऐसे में डेटा बचाने के लिए फोन की सेटिंग में जाएं और ऐप्लिकेशन पर क्लिक करें, इसके बाद उस ऐप पर क्लिक करें जो आपके ज्यादा काम का नहीं है. ऐप पर क्लिक करने के बाद ऐप की सेटिंग को ध्यान से देखिए आपको बैकग्राउंड डेटा ऑप्शन मिलेगा जो बाय डिफॉल्ट ऑन होगा, इस ऑप्शन को बंद कर दें, ऐसा करने से आपका मोबाइल डेटा कम खर्च होगा.

हिंद महासागर में चीन के बढ़े प्रभाव ने भारत-अमेरिका चिंतित, ड्रैगन पर श‍िकंजा कसने की तैयारी में दोनों देश

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हिंद महासागर क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव से भारत ही नहीं अमेरिका भी चिंतित है। इन चिंताओं के बीच अमेरिका ने हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के साथ ज्यादा निकटता से सहयोग करने का फैसला लिया है। अमेरिका ने इस संबंध मे बयान जारी किया है। अमेरिकी उप विदेश मंत्री कर्ट एम कैंपबेल ने इस संबंध में अपने बयान में कहा, मैं आपको यह पहली बार बता सकता हूं कि अमेरिका और भारत हिंद महासागर पर एक सत्र आयोजित करने जा रहे हैं। हम इस बारे में बात करने जा रहे हैं कि हमारी आपसी चिंताएं क्या हैं, हम एक साथ कैसे काम कर सकते हैं। हाउस फॉरेन अफेयर्स कमेटी रिपब्लिकन में बोलते हुए उन्होंने ये ऐलान किया है।

WION ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बाइडन के शीर्ष प्रशासनिक अधिकारी कैंपबेल ने कहा कि हिंद महासागर में भारत जैसे साझेदार के साथ अधिक निकटता से काम करने की ओर आशा से देख रहे हैं।

हिंद महासागर वैश्विक व्यापार के लिए सबसे महत्वपूर्ण जलमार्गों में से एक है, जहां से प्रतिदिन बड़ी मात्रा में शिपिंग यातायात गुजरता है। एक अनुमान के मुताबिक, दुनिया का 60 प्रतिशत समुद्री व्यापार हिंद महासागर से होकर गुजरता है, जिसमें दुनिया के एक तिहाई कंटेनर कार्गो और दुनिया के दो-तिहाई तेल शिपमेंट शामिल हैं। इसके चोकपॉइंट्स से हर दिन करीब 36 मिलियन बैरल की आवाजाही होती है, जो दुनिया की लगभग 40 फीसदी तेल आपूर्ति और 64 फीसदी तेल व्यापार के बराबर है।

चीन बीते कुछ समय से इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति बढ़ा रहा है। उसका जिबूती में एक सैन्य अड्डा है जो 2017 में चालू हो गया। ग्वादर से चटगांव तक इसने चीन के लिए आसानी तकर दी है। माना जा रहा है कि अगले 4 वर्षों में चीन के पास इस क्षेत्र में एक स्थायी विमानवाहक पोत हो सकता है। इससे अमेरिका चिंतित है और भारत भी असहज है। ऐसे में भारत और अमेरिका साथ आकर इस क्षेत्र में काम करने के संकेत दे रहे हैं।

'मेड इन इंडिया' तोप के गोले कैसे पहुंचे यूक्रेन? जानें रूस का रूख़

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रूस और यूक्रेन दो साल से अधिक वक्त से एक दूसरे के खिलाफ युद्ध कर रहे हैं। इस बीच भारत दोनों देशों से लगातार शांति की अपील करता आ रहा है। पिछले दिनों भारत की लगातार अपील का असर भी देखा गया, जब रूस के राष्ट्रपति ने भारत, जीन और ब्राजील से शांति स्थापित करने की पहल करने की अपील की। पुतिन ने खासकर भारत पर भरोसा जताया। हालांकि, इस बीच एक ऐसी खबर आई है, जिससे भारत-रूस की दोस्ती पर असर पड़ सकता है। दरअसर, मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि रूस के खिलाफ यूक्रेन युद्ध में भारतीय तोप के गोले का इस्तेमाल कर रहा है। भारतीय हथियार निर्माताओं की ओर से इन्हें यूरोप के देशों को बेचा गया था। बाद में इन्हें यूक्रेन भेज दिया गया। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने यह खुलासा किया है।

कितनी संख्या में भारतीय गोला-बारूद यूक्रेन पहुंचे?

रिपोर्ट में कहा गया कि भारत के हथियार का इस्तेमाल यूक्रेन युद्ध में बेहद कम मात्रा में हुआ है। एक अधिकारी ने कहा कि यूक्रेन ने जितने भी गोला-बारूद का आयात किया है, यह उसका एक प्रतिशत से भी कम होगा। हालांकि, अभी तक ये पता नहीं चला कि यूरोपीय देशों ने ये गोला-बारूद यूक्रेन को दान में दिया या दोबारा बेचा है। बताया जा रहा है कि ये हथियार यंत्र इंडिया नामक सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी ने बनाए हैं।

बीते एक साल से भेजे जा रहे हथियार

रिपोर्ट में सूत्रों और सीमा शुल्क के आंकड़ों के आधार पर कहा गया है कि रूस के खिलाफ यूक्रेन की रक्षा का समर्थन करने के लिए भारतीय हथियारों का हस्तांतरण एक साल से भी अधिक समय तक हो रहा है। बावजूद इसके कि ये नियमों के खिलाफ है। भारतीय हथियार निर्यात नियमों के मुताबिक, हथियारों का इस्तेमाल केवल खरीदने वाला ही कर सकता है। अगर हथियार दूसरे को हस्तांतरित किए जाते हैं तो भविष्य में बिक्री रोकी जा सकती है।

रूस ने जताई थी आपत्ति

रिपोर्ट में तीन भारतीय अधिकारियों के हवाले से कहा गया कि रूस ने कम से कम दो मौकों पर इस मुद्दे को उठाया है। इसमें रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और डॉ.एस जयशंकर के बीच जुलाई में हुई मीटिंग भी शामिल है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक रूस और भारत के रक्षा मंत्रालयों ने इससे जुड़े सवाल का जवाब नहीं दिया। जनवरी में भारीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा था कि भारत ने यूक्रेन को तोपखाने के लिए गोले नहीं बेचे हैं।

मार्ग दुर्घटना में दो सगी बहनों की मौत
लहरपुर सीतापुर कोतवाली क्षेत्र की भदफर चौकी अंतर्गत नेशनल हाईवे 730 पर भदफर चौराहे के निकट स्थित आर्यावर्त बैंक के सामने गुरुवार की सुबह लगभग 4,30 बजे मॉर्निंग वाक पर निकली तीन बच्चियों को अज्ञात वाहन ने मारी टक्कर, दुर्घटना में दो सगी बहनों की मौके पर ही  मौत , एक अन्य घायल किशोरी को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया । प्राप्त जानकारी के अनुसार
 भदफर चौराहा स्थित आर्यावर्त बैंक के सामने मॉर्निंग वॉक पर निकली खुशबू 14 वर्ष पुत्री मनोज कुमार,
आरती12 वर्ष व रंजना 10 वर्ष पुत्री रमा शंकर  निवासी भगहरपुरवा मजरा रुखारा को अज्ञात वाहन ने टक्कर मार दी,जिससे आरती व रंजना की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। घटना की सूचना पर तत्काल मौके पर पहुंची भदफर पुलिस ने घायल खुशबू को आनन फानन में प्राथमिक स्वास्थ्यकेंद्र नकहा में भर्ती कराया, वहीं मृतक दोनों सगी बहनों के शव को पीएम के लिए  भेज दिया। दो सगी बहनों की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल”, आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू का बड़ा आरोप

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आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने चौंकाने वाला दावा किया है। इसके साथ ही उन्होंने नए विवाद को जन्म दे दिया है। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने वाईएसआरसीपी सरकार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि पहले की सरकार में तिरुपति मंदिर के प्रसाद में जानवरों की चर्बी इस्तेमाल होती थी।नायडू ने यह दावा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक दल की एक बैठक को संबोधित करते हुए किया।

नायडू ने तेलुगु में कहा कि पिछले 5 सालों में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने तिरुमला की पवित्रता को कलंकित किया है। उन्होंने ‘अन्नदानम’ (मुफ्त भोजन) की गुणवत्ता से समझौता किया और घी के बजाय पशुओं की चर्बी का उपयोग करके पवित्र तिरुमला लड्डू को भी दूषित कर दिया। इस खुलासे ने चिंता पैदा कर दी है। हालांकि, अब हम शुद्ध घी का इस्तेमाल कर रहे हैं।हम टीटीडी की पवित्रता की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं।”

सीएम नायडू के आरोपों पर वाईएसआर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद वाईवी सुब्बा रेड्डी ने पलटवार किया है। उन्होंने नायडू पर तिरुमाला मंदिर की पवित्रता को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया। रेड्डी ने तेलुगु में एक्स पर लिखा, “चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमला की पवित्रता और करोड़ों हिंदुओं की आस्था को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है। तिरुमला प्रसाद के बारे में उनकी टिप्पणी अत्यंत दुर्भावनापूर्ण है। कोई भी व्यक्ति ऐसे शब्द नहीं बोलेगा या ऐसे आरोप नहीं लगाएगा।”

उन्होंने कहा, “यह फिर साबित हो गया है कि चंद्रबाबू नायडू राजनीतिक लाभ के लिए किसी भी स्तर तक गिर सकते हैं। भक्तों की आस्था को मजबूत करने के लिए मैं अपने परिवार के साथ तिरुमला ‘प्रसाद’ के संबंध में भगवान के सामने शपथ लेने के लिए तैयार हूं। क्या चंद्रबाबू नायडू अपने परिवार के साथ भी ऐसा करने को तैयार हैं।”

स्वच्छ भारत मिशन थीम स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता के लिए जिलाधिकारी ने रथ को किया रवाना

स्वच्छता ही सेवा का आयोजन 14 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक निर्धारित है। इस कार्यक्रम का थीम "स्वभाव स्वच्छता- संस्कार स्वच्छता" है। स्वच्छ भारत मिशन की स्थापना के 10 वर्ष पूरा होने पर स्वच्छता ही सेवा 2024 अंतर्गत एसबीएम के कारण स्वच्छता के क्षेत्र में आए बदलाव एवं उपलब्धियों को उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है। स्वच्छता ही सेवा अंतर्गत विभिन्न आई ई सी एवं बीसीसी गतिविधियों के माध्यम से शौचालय आच्छदान एवं व्यवहार परिवर्तन की कमियों (Gap)को दूर करने ODF plus के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए घरेलू स्तर पर कचरें का पृथक्करण, अपशिष्ट प्रबंधन के कार्यों में जन भागीदारी उपयोगिता शुल्क संग्रहण बढ़ाने ओडीएफ प्लस मॉडल गांवों की घोषणा इत्यादि पर बल दिया जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार को
          जिला पदाधिकारी श्री कुन्दन कुमार द्वारा जन जागरूकता राथ को समाहरणालय परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। यह जन जागरूकता रथ 2 अक्टूबर 2024 तक जिले के महत्वपूर्ण स्थल,धरोहर स्थल, पर्यटन स्थल पर श्रमदान, स्वच्छता शपथ, सार्वजनिक स्थल,हाट, बाजार, धार्मिक स्थल बस स्टैंड, हाईवे,स्टेशन,रेलवे ट्रैक सामुदायिक स्वच्छता परिसर परिसंपत्तियों पर श्रमदान एक दीप स्वच्छता के नाम आदि कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों में स्वच्छता के प्रति यह रथ जागरूक करेगा। उक्त अभियान के सफल संचालन हेतु उप विकास आयुक्त सुश्री चन्द्रिमा अत्री द्वारा तिथि वार संबंधित पदाधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी गई है। मौके पर उप विकास आयुक्त, निदेशक डीआरडीए एवं लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के जिला स्तरीय कर्मिगण तथा पदाधिकारी मौजूद थे।
बैलून फिएस्टा 2024: दिल्ली में होने वाला भारत का पहला एयरो-स्पोर्ट्स इवेंट।

 

भारत मंच ट्रस्ट, पर्यटन मंत्रालय के एक अभियान - अतुल्य भारत के सहयोग से, एक ऐसा कार्यक्रम आयोजित कर रहा है जो भारत के इतिहास में पहले एयरो-स्पोर्ट्स इवेंट के रूप में दर्ज होगा। यह कार्यक्रम अतुल्य भारत के विजन के तहत दिल्ली के आसमान में आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य देश में विभिन्न पर्यटन अनुभवों को बढ़ावा देना है। यह कार्यक्रम न केवल भारत को एयरो-स्पोर्ट्स के लिए विश्व मानचित्र पर स्थान दिलाएगा, बल्कि 2030 तक इसे ऐसे खेलों के लिए एक जीवंत केंद्र बनाने के लक्ष्य में भी योगदान देगा। जबकि विस्तृत कार्यक्रम अभी भी प्रतीक्षित है, यह कई दिनों तक भावना, उत्साह और खोज का वादा करता है क्योंकि देश और दुनिया भर से एयरो-स्पोर्ट्स के प्रति उत्साही एक साथ आते हैं।

भारत मंच ट्रस्ट द्वारा प्रस्तुत बैलून फिएस्टा 2024, इसके अध्यक्ष डॉ. प्रशांत द्विवेदी, एक बहुमुखी सांस्कृतिक दिग्गज, और मुख्य संरक्षक डॉ. ज्ञानेश्वर मनोहर मुले, जिन्हें भारत के पासपोर्ट मैन के रूप में जाना जाता है और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के सदस्य हैं, के मार्गदर्शन में, भारत को एयरो-स्पोर्ट्स के लिए एक जीवंत वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने का प्रयास कर रहा है। डॉ. द्विवेदी साहसिक पर्यटन के एक अंतर्निहित हिस्से के रूप में एयरो-स्पोर्ट्स को बढ़ावा देते हुए भारत की जीवंत विरासत को प्रदर्शित करने के लिए उत्साहित हैं। यह आयोजन युवा पीढ़ी को प्रेरित करेगा, पर्यटन के इर्द-गिर्द व्यावसायिक अवसर पैदा करेगा और विभिन्न एयरो-स्पोर्ट्स क्षेत्रों में लोगों के लिए रोजगार प्रदान करेगा, जो एक सुरक्षित, किफायती और टिकाऊ एयरो-स्पोर्ट पारिस्थितिकी तंत्र के उच्च दृष्टिकोण के साथ संरेखित होगा।

बैलून फिएस्टा 2024 विजय रथ फाउंडेशन और उत्सव इवेंट्स के सहयोग से 18 से 24 अक्टूबर 2024 तक भलस्वा झील, आउटर रिंग रोड, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम को भाजपा के वरिष्ठ नेता, पूर्व उप महापौर और विजय रथ फाउंडेशन के वर्तमान अध्यक्ष विजय कुमार भगत और उत्सव इवेंट्स की निदेशक मनीषा धैया का समर्थन प्राप्त है।

भारत के पहले लाइसेंस प्राप्त हॉट एयर बैलून पायलट, कैप्टन इमो चाओबा द्वारा निर्देशित ये सवारी, बैलून फिएस्टा 2024 के दौरान प्रमुख आकर्षणों में से एक होगी। कैप्टन चाओबा और उनकी टीम ने भारतीय सेना के साथ बैलूनिंग का काफी अनुभव प्राप्त किया है, जो उपस्थित लोगों को एक अविस्मरणीय सवारी का आश्वासन देता है, जिसमें गुब्बारे दिल्ली के प्रतिष्ठित क्षितिज पर उड़ान भरते हैं। यह शहर और इसके आसपास के शानदार दृश्यों का वादा करता है। हर शाम, सूर्यास्त के समय, एक नाइट ग्लो स्पेक्टेकल होगा, जहाँ हॉट एयर बैलून संगीत की लय के साथ चमकेंगे, जो दर्शकों को एक सौंदर्य अपील प्रदान करेगा। यह एक ऐसा कार्यक्रम है जो प्रकाश और ध्वनि का एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला संयोजन प्रस्तुत करता है जो सभी आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देगा।

हॉट एयर बैलून राइड के साथ-साथ, बैलून फिएस्टा 2024 के लिए निर्धारित अन्य कार्यक्रमों में संगीत, फैशन, मौज-मस्ती, भोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से रोमांच चाहने वालों और जिज्ञासु शिक्षार्थियों के लिए गतिविधियाँ शामिल हैं।

इसके अतिरिक्त, बैलून फुलाना और बैलूनिंग, पैराग्लाइडिंग सिमुलेशन और ड्रोन रेसिंग प्रतियोगिताओं पर इंटरैक्टिव कार्यशालाएँ और शैक्षिक शो होंगे। युवाओं को जोड़ने के लिए सत्र एयरो-स्पोर्ट्स में पेशेवर सलाह प्रदान करेंगे, साथ ही पर्यटन और विमानन में कैरियर के अवसरों पर भी प्रकाश डालेंगे। कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण है, और कैप्टन इमो चाओबा की सलाह के अनुसार सख्त उपाय किए जाएंगे। सभी गतिविधियाँ बेहद ज़िम्मेदारी भरे तरीके से की जाएँगी, जिसमें कार्यशालाओं में प्रतिभागियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा पर ज़ोर दिया जाएगा।

इस कार्यक्रम में भारत और दुनिया भर के विभिन्न व्यंजनों को प्रदर्शित करने वाला एक खाद्य उत्सव बाज़ार होगा, साथ ही एक उत्सव खरीदारी बाज़ार भी होगा जिसमें स्मृति चिन्ह, हस्तशिल्प, जातीय लेबल और आभूषण वस्तुओं सहित सहायक उपकरण प्रदर्शित किए जाएँगे, ताकि आगंतुकों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित कराया जा सके।

भारत मंच ट्रस्ट बैलून फिएस्टा 2024 के साथ न केवल एक कार्यक्रम बल्कि एक आंदोलन बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है। रोमांच, संस्कृति और सीखने के तत्वों से भरपूर यह कार्यक्रम अपने प्रतिभागियों पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ेगा। यह भारत के एयरो-स्पोर्ट्स में एक वैश्विक नेता के रूप में उभरने के लिए भी मंच तैयार करता है।

डोनाल्ड ट्रंप ने की पीएम मोदी की जमकर तारीफ, बताया-शानदार इंसान

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पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात हो सकती है। डोनाल्ड ट्रंप ने मिशिगन में एक रैली को संबोधित खुद इस बात का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगे।साथ ही ट्रंप ने पीएम मोदी को शानदार इंसान बताया।

डोनाल्ड ट्रंप 21 से 23 सितंबर के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान मुलाकात कर सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी क्वाड समिट में भाग लेने अमेरिका के विलमिंगटन, डेलावेयर जा रहे हैं। यहीं पर क्वाड की मीटिंग भी प्रस्तावित है। इस सम्मेलन की मेजबानी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन करेंगे। इस मीटिंग में ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथोनी अल्बानीज और जापानी प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो भी शामिल होंगे। भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका क्वाड के सदस्य हैं। यह संगठन इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में चीन के बढ़ते दखल को काउंटर करने के लिए गठित किया गया है।

ट्रंप ने अपने कार्यकाल के दौरान पीएम मोदी के साथ दोनों देशों के रिश्तों को और मजबूत बनाया था। दोनों की व्यक्तिगत रिश्ते भी काफी मजबूत हुए थे। ह्यूस्टन में हाउडी मोदी और भारत में नमस्ते ट्रंप इसके उदाहरण हैं। दोनों देशों ने रक्षा और रणनीतिक सहयोग में इजाफा किया था। कई व्यापारिक विवादों के बावजूद उनकी साझेदारी मजबूत होती रही।

आंतो को स्वस्थ रखने के लिए इन फाइबर युक्त खाद्य पदार्थो का करे सेवन

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अक्सर अपनी डाइट का सही तरीके से ख्याल नहीं रख पाते हैं। इससे हमारी आंतों पर बुरा असर पड़ता है और पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। आंतों को स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरूरी है कि हम अपने आहार में फाइबर युक्त चीजों को शामिल करें। फाइबर न केवल पाचन तंत्र को सही रखता है, बल्कि कई बीमारियों से बचाव में भी मदद करता है। आइए जानते हैं कुछ फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों के बारे में, जो आपकी आंतों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं:

1. ओट्स (Oats)

ओट्स में घुलनशील फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन में सहायक है। यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने और आंतों की सफाई में मदद करता है। ओट्स को सुबह के नाश्ते में शामिल करना एक अच्छा विकल्प हो सकता है।

2. फल और सब्जियाँ

ताजे फल जैसे सेब, नाशपाती, संतरा और सब्जियाँ जैसे ब्रोकोली, गाजर, शिमला मिर्च में अघुलनशील फाइबर भरपूर मात्रा में होता है। ये आंतों की गतिशीलता को बढ़ावा देते हैं और कब्ज की समस्या को दूर करते हैं।

3. बीन्स और दालें

राजमा, छोले, मूंग, और अन्य दालें प्रोटीन और फाइबर का बेहतरीन स्रोत हैं। इनका नियमित सेवन न केवल पेट को साफ रखने में मदद करता है, बल्कि शरीर में पोषक तत्वों की कमी को भी पूरा करता है।

4. अलसी के बीज (Flax Seeds)

अलसी के बीज फाइबर और ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्रोत होते हैं। ये आंतों की सूजन को कम करते हैं और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मददगार होते हैं। आप इन्हें अपनी स्मूदी, दही या सलाद में मिला सकते हैं।

5. चिया बीज (Chia Seeds)

चिया बीज में घुलनशील और अघुलनशील दोनों प्रकार के फाइबर होते हैं, जो पेट की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद हैं। ये पेट में पानी को अवशोषित करते हैं, जिससे पेट की सफाई होती है और आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती।

6. नट्स और बीज (Nuts and Seeds)

बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज और कद्दू के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं। ये आंतों को स्वस्थ रखने के साथ-साथ हृदय को भी मजबूती देते हैं। इनका सेवन स्नैक्स के रूप में कर सकते हैं।

7. ब्राउन राइस और साबुत अनाज

साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, जई, और क्विनोआ में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है, जो पाचन क्रिया को सही रखने में मदद करते हैं। ये पेट को हल्का महसूस कराते हैं और आंतों को अच्छे से काम करने में मदद करते हैं।

8. हरी पत्तेदार सब्जियाँ

पालक, मेथी और सरसों जैसी हरी पत्तेदार सब्जियाँ फाइबर और अन्य पोषक तत्वों का अच्छा स्रोत होती हैं। इनका सेवन आंतों को मजबूती देता है और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।

9. जई की भूसी (Psyllium Husk)

जई की भूसी या इसबगोल एक प्राकृतिक फाइबर है, जो कब्ज की समस्या को दूर करता है और आंतों को साफ रखता है। इसे पानी या दूध के साथ लिया जा सकता है।

10. बैरीज़ (Berries)

स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी और रसभरी जैसे फलों में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। ये एंटीऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर होते हैं, जो आंतों की सूजन को कम करते हैं और पाचन क्रिया को सुधारते हैं।

फाइबर के सेवन के फायदे

कब्ज से राहत: फाइबर का नियमित सेवन मल को नरम बनाता है और पेट की समस्या जैसे कब्ज से बचाता है।

वजन नियंत्रण: फाइबर युक्त भोजन खाने से पेट भरा रहता है, जिससे अधिक खाने की आदत कम हो जाती है और वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।

शुगर लेवल का नियंत्रण: फाइबर शुगर के अवशोषण को धीमा कर देता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।

कोलेस्ट्रॉल कम करता है: फाइबर कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, जिससे दिल की बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

निष्कर्ष:

आंतों को स्वस्थ रखने के लिए फाइबर युक्त आहार को अपनी दिनचर्या में शामिल करना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही, पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी आवश्यक है, ताकि फाइबर सही तरीके से काम कर सके। सही आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप अपनी आंतों को स्वस्थ रख सकते हैं और कई बीमारियों से बच सकते हैं।