रूक्मणी भगवान कृष्ण विवाह कथा श्रवण कर भाव विभोर हुए श्रोता
विश्वनाथ प्रताप सिंह,खीरी प्रयागराज।श्री मदभागवत कथा के छठवें दिन सुप्रसिद्ध भागवत प्रवक्ता राजन जी महाराज द्वारा पांडाल में उपस्थित परीक्षित स्वरूप मिश्रीलाल एवम् उपस्थित भक्तो को बतलाया की कंश का वध करके भगवान श्रीकृष्ण जी ने पाप का अंत किया और धर्म ध्वजा पताखा को एक बार से लहराया।
आगे गोपी ,यशोदा मैया और महाज्ञानी उद्धव जी के संवाद को बहुत ही मार्मिक ढंग सुनाया जिसे श्रवण कर उपस्थित सभी श्रोता भावविभोर हो गए और अश्रुधारा चल पड़ी। आगे की कथा में महाराश,द्वारिकापुरी स्थापना,रुक्मणि भगवान कृष्ण विवाह की कथा सुनाई। कथा आयोजक मंडल प्रमुख दशरथ केसरी और सहयोगियों द्वारा भगवान विवाह कथा के दौरान बारात आगमन के समय डीजे, बैंड की व्यवस्था की गई थी जहा पर सभी उपस्थित भक्तो द्वारा नृत्य कर विवाह प्रसंग का आनंद उठाया । कथा समाप्ति के उपरांत विशाल प्रसाद वितरण कार्यक्रम में सभी लोगो ने बड़ चढ़ के हिस्सा लिया।
कथावाचक राजन जी महाराज ने उपस्थित सभी भक्तो से अनुरोध किया कि कल कथा का सातवां दिन है और कल फूलों की होली खेली जाएगी। अतः सभी लोग ज्यादा से ज्यादा संख्या में उपष्ठित रहे। कथा पंडाल में मुख्य रूप से द्वारिका प्रसाद, श्री भगवान,शारदा प्रसाद,संतोष कुमार,पिंटू मोदनवाल,बबलू गुप्ता,चौधरी गुप्ता,संदीप चौरसिया,ओ.पी. पांडे,मिथिलेश शुक्ला,गुलाब केसरी,पिंटू केसरी,बृजेश शुक्ला,विजय केसरी,अनिल,सुनील,राकेश,जनक,गोपाल,लवकुश,राजू जायसवाल,आकाश,निखिल,संजीव,अमन,सोनू,मोनू,रामधनी,अनीश मोदनवाल,लाल जी केसरी,शिवांस,सत्यम,सुमित,शानू पांडे सहित हजारों की संख्या में पुरुष और महिलाएं उपस्थित रही।
Mar 21 2024, 17:57