*मिर्ज़ापुर: जन औषधि केंद्र को मुख्य द्वार से हटाए जाने की साजिशों पर केंद्रीय राज्यमंत्री की दो टूक, जानें क्या कहा*
मिर्जापुर- केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने मेडिकल कॉलेज से संबद्ध मंडलीय अस्पताल में तीन सुविधाओं का लोकार्पण किया है। अस्पताल में आने वाले मरीज के लिए रैन बसेरा, रात में भी पैथोलॉजी की सुविधा और 45 बेड के वार्ड का उन्होंने लोकार्पण किया। सीटी स्कैन का अभाव, कार्डियोलॉजिस्ट की कमी पर उन्होंने कहा कि सरकार इस पर काम कर रही है। कोई आना नहीं चाहता, पकड़ कर थोड़ी ही लाया जाएगा।
मंडलीय अस्पताल पहुंची केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल का स्वागत मां विंध्यवासिनी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर संजीव कुमार सिंह ने किया। इसके बाद प्रथम तल पर बने पैथोलॉजी केंद्र का अनुप्रिया पटेल ने फीता काटकर उद्घाटन किया। इस लैब में अब रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक विभिन्न प्रकार के जांच की सुविधा मरीजों को मिल सकेगी। इसके पूर्व सुबह 8 बजे से 2 बजे तक की ही सुविधा मरीज को प्राप्त थी। केंद्रीय मंत्री ने 24 घंटे सुविधा मिलने का दावा किया। बताया कि अस्पताल में आने वाले मरीजों के तीमारदारों के लिए रैन बसेरा बनाया गया है। जिसमें पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था किया गया है। जहां वह रहते हुए अपने मरीजों की समुचित देखभाल कर सकेंगे। शीतलहरी और कुंभ मेला को देखते हुए 45 बेड का स्पेशल वार्ड बनाया गया है। जिसका उन्होंने निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि आने वाले मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो इसका ध्यान रखा जा रहा है।
प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र को हटाए जाने पर नाराजगी
इस दौरान जन औषधि केंद्र को हटाए जाने के दिये गए प्रश्न पर उन्होंने प्राचार्य से जवाब मांगा। कहा कि जन औषधि केंद्र जब दिखेगा तभी सामान बिकेगा और लोगों को लाभ मिलेगा।
वहीं दूसरी ओर मंडलीय अस्पताल एवं ट्रामा सेंटर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का संचालन करने वाले ऋषि त्रिपाठी ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि प्राइवेट मेडिकल स्टोर्स को लाभ देने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र को हटाने का दबाव बनाया जा रहा है। महिला चिकित्सालय के लिए एलॉट अस्थाई प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि केंद्र को मुख्य द्वार से हटाकर पीछे करने के लिए मेडिकल कालेज के सीएमएस व प्रधानाचार्य द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। अस्पताल के चिकित्सक प्राइवेट मेडिकल की दवा लिख कर लेते है लंबी कमीशन, जबकि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र पर बाजार से सस्ती दवाई मिलती है। केंद्र के संचालक ऋषि त्रिपाठी ने केंद्रीय मंत्री से की अपील करने के साथ ही इसकी शिकायत भी की है, जिस पर केंद्रीय राज्य मंत्री ने गहरी नाराजगी जताते हुए मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल सहित अन्य अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में निर्देशित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र को मुख्य दर से हटाए जाने की कोई भी कोशिश ना की जाए या प्रधानमंत्री की मंसा से जुड़ा हुआ केंद्र है। जहां सस्ती वह सर्व सुलभ दबाए उपलब्ध कराई जा रही हैं इसलिए इसे मुख्य द्वार के पास ही समुचित व्यवस्था दी जाए।
पीएम के हाथों हुआ है उद्घाटन
बताते चलें कि मिर्जापुर में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों ऑनलाइन किया गया है। मिर्जापुर के चंदईपुर में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने तत्कालीन समय में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र का उद्घाटन करते हुए इसकी उपयोगिता बताई थी कहा था कि सस्ते वसुलभ दामों पर जेनेरिक दवाएं यहां उपलब्ध कराई जाएंगे प्रधानमंत्री ने चिकित्सकों से भी अपील की थी कि वह गरीबों को सस्ते दर पर दबा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि का द्वार दिखाएं, लेकिन अत्यधिक कमीशनखोरी और बाहर के मेडिकल स्टोर्स संचालकों से सांठगांठ के परिणाम स्वरूप प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र की उपयोगिता पर पानी फेरने के साथ नित्य साजिशों का ताना-बाना बाना भी बुना जाता रहा है। ताजा हिस्सा ट्रामा सेंटर द्वार से पुलिस बूथ के नाम पर इसे हटाएं जाने से जोड़ कर देखा जा रहा है।
Jan 27 2025, 20:08