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बसपा अब काफी सोच समझकर मुस्लिम समाज को देगी मौका : मायावती


लखनऊ। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने कहा कि उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद मुस्लिम समाज बसपा को ठीक ढंग से समझ नहीं पाया। ऐसी स्थिति में अब काफी सोच समझकर आगामी चुनाव में मुस्लिम समाज को मौका दिया जाएगा ताकि भविष्य में पार्टी को इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो।

मायावती ने सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक पत्र में लिखा है कि इस बार पार्टी अपने दम पर चुनाव मैदान में उतरी थी। उम्मीद यह थी कि ईमानदार कार्यकर्ता और पार्टी से जुड़े लोगों के बलबूते बेहतर परिणाम आएंगे। उनकी जाति के अधिकांश लोगों ने अपना वोट बसपा को दिया, जिसके लिए वे आभारी हैं। साथ ही पार्टी के खास अंग मुस्लिम समाज, जो पिछले चुनाव में व इस बार भी लोकसभा चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद भी बसपा को ठीक से नहीं पा रहा है। अब ऐसी स्थिति में आगे इनको काफी सोच समझकर चुनाव में मौका दिया जाएगा ताकि भविष्य में पार्टी को इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो।

मायावती ने कहा कि लोकसभा का यह चुनाव लगभग पूरे समय खासकर जोरदार गर्मी की तपिश से जनजीवन अस्तव्यस्त होने के कारण काफी प्रभावित रहा। विशेषकर गरीब तबकों व मेहनतकश लोगों के चुनावी उत्साह में भी काफी कुछ फर्क पड़ने के कारण उम्मीद के विपरीत, वोट प्रतिशत भी काफी प्रभावित हुआ है।

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी चुनाव आयोग से शुरू से ही यह मांग करती आ रही है कि चुनाव बहुत लम्बा नहीं खिंचना चाहिए बल्कि आम लोगों के हितों के साथ-साथ चुनाव ड्यूटी में लगने वाले लाखों सरकारी कर्मचारियों एवं सुरक्षाकर्मियों आदि के व्यापक हित व सुरक्षा आदि को ध्यान में रखक यह चुनाव अधिक से अधिक तीन या चार चरणों में ही कराया जाना चाहिए।
सपा की बड़ी जीत के बाद बोले अखिलेश- जनता की शक्ति से बड़ा न किसी का बल न किसी का छल
लखनऊ। देश में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) की बड़ी जीत के बाद उत्साहित अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के माध्यम से मतदाताओं का धन्यवाद किया है।

अखिलेश यादव ने कहा कि मतदाताओं आपने साबित कर दिया है कि जनता की शक्ति से बड़ा न किसी का बल होता है, न किसी का छल। इस बार जनता ही जीती है, शासक नहीं। आपने हममें जो विश्वास प्रकट किया है, हम उस भरोसे को पूरे दायित्व के साथ कायम रखेंगे और निभाएँगे भी, इसके लिए हार्दिक धन्यवाद, दिल से शुक्रिया और आने वाले नये सकारात्मक समय के लिए अनंत शुभकामनाएं है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह उस दलित बहुजन भरोसे की भी जीत है, जिसने अपने पिछड़े, अल्पसंख्यक, आदिवासी, आधी आबादी और अगड़ों में पिछड़े सभी उपेक्षित, शोषित, उत्पीड़ित समाज के साथ मिलकर उस संविधान को बचाने के लिए कंधे-से-कंधा मिलाकर संघर्ष किया है जो समता-समानता, सम्मान-स्वाभिमान, गरिमामय जीवन व आरक्षण का अधिकार देता है। ये पीडीए के रूप में पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यक-आदिवासी, आधी आबादी और अगड़ों में पिछड़े के उस मजबूत गठजोड़ की जीत है, जिसे हर समाज और वर्ग के अच्छे लोग अपने सहयोग व योगदान से और भी मजबूत बनाते हैं।

अखिलेश ने कहा कि ये नारी के मान और महिला सुरक्षा के भाव की जीत है। ये नव युवतियों-नव युवकों के सुनहरे भविष्य की जीत है। ये किसान, मज़दूर, कारोबारियों, व्यापारियों की नयी उम्मीदों की जीत है। सर्व समाज के सौहार्द प्रिय, समावेशी सोचवाले समता-समानतावादी सकारात्मक लोगों की सामूहिक जीत है।उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव में उप्र में सपा और कांग्रेस के साथ विपक्षी गठबंधन ने बीते कई चुनावों के बाद अब तक का सबसे अच्छा चुनावी प्रदर्शन किया है और बड़ी जीत हासिल की है। नतीजों आने के बाद सपा अध्यक्ष ने खुशी जाहिर की है और जनता का आभार प्रकट किया है।
पीएम और सीएम की कर्मभूमि होने के बावजूद पूर्वांचल में भाजपा को मिली हार, इसका यह रहा बड़ा कारण
लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा को पूर्वांचल में तगड़ा झटका लगा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि होने के बावजूद पूर्वांचल में भाजपा की हार के कई मायने हैं।पूर्वांचल भाजपा के लिए इस चुनाव में भी अहम माना जा रहा था। 2019 में वाराणसी के आसपास की सीटें गाजीपुर, घोसी और लालगंज को छोड़कर भाजपा ने अच्छी बढ़त ली थी। लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में जिस तरह भाजपा को पूर्वांचल में हार नसीब हुई थी, उसी तरह से 2024 लोकसभा चुनाव में भी पराजय मिली है।

प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से सटे चंदौली, राबर्ट्सगंज, गाजीपुर और जौनपुर से लेकर बलिया, घोसी, सलेमपुर, आजमगढ़ व लालगंज में भाजपा की बुरी तरह से हार हुई है। अलबत्ता भदोही में भाजपा और मिर्जापुर में अनुप्रिया पटेल की जीत ने थोड़ी बहुत लाॅज बचाई है। बलिया और सलेमपुर में तो भाजपा लगातार दो बार से अच्छे मार्जिन से जीत रही थी। बावजूद, इसके करारी हार मिली है। इस बार डा. संजय की निषाद पार्टी और ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा से गठबंधन काम न आया। दोनों के वोट भाजपा पर ट्रांसफर नहीं हो पाए।

राजनीतिक पंडितों की मानें तो प्रचार अभियान में आरएसएस और भाजपा के पुराने कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर सिर्फ युवाओं को तरजीह देना भी भूल साबित हुई। इसके अलावा पूर्वांचल में भाजपा की हार की सबसे बड़ी वजह उसके ही द्वारा दिए नारे अबकी बार चार सौ पार ने भी नुकसान किया है। क्योंकि इसी नारे की आड़ में विपक्षी गठबंधन ओबीसी खासकर दलितों को यह समझाने में कामयाब रहा कि प्रचंड बहुमत लेकर भाजपा संविधान बदल देगी। यह इससे भी तस्दीक होता है कि बसपा के वोट बड़े पैमाने पर इंडी गठबंधन के प्रत्याशियों को मिले हैं।

माना जा रहा है कि अग्निवीर योजना से युवाओं में आक्रोश और अफसरशाही का बेलगाम होना भी भाजपा के गले की हड्डी बन गया। जहां चेहरा बदल दिया गया, उन नए चेहरों ने भाजपा के स्थानीय संगठन से तालमेल नहीं बैठाया और जहां पुराने चेहरों पर भरोसा जताया गया, उन पुराने चेहरे ने मोदी के नाम पर चुनाव जीतने की आस में हाथ पर हाथ धरे रहने में ही अपनी कामयाबी खोजी। जो आखिरकार घातक सिद्ध हुई। केन्द्र और प्रदेश सरकार की विकास योजनाओं के बारे में लोगों को समझा भी नहीं पाए। वहीं, पूर्वांचल की जीत में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की रणनीति ने भी खासी सफलता हासिल की। जैसे बलिया में उन्होंने अपने पिछले चुनाव के प्रत्याशी को रिपीट कर ब्राह्मण कार्ड खेला जो सफल भी रहा। घोसी में उन्होंने राजीव राय को उतार कर भूमिहार मतों को अपने पाले में कर लिया। ऊपर से ओमप्रकाश राजभर और उनके बेटों के बड़बोलेपन ने भी नुकसान किया।
यूपी में भाजपा के डॉ.महेश शर्मा ने सबसे बड़ी जीत दर्ज की

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की वीआईपी सीटों में शामिल गौतमबुद्ध नगर से भारतीय जनता पार्टी के डॉ. महेश शर्मा ने जीत की हैट्रिक के साथ रिकार्ड तोड़ वोटों से जीत हासिल की है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, डॉ. महेश शर्मा ने अपने निकटमत प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (सपा) के डॉ. महेन्द्र सिंह नागर को साढ़े पांच लाख से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया है। बता दें, 2019 के चुनाव में गाजियाबाद से भाजपा प्रत्याशी वीके सिंह ने 501,500 वोटों के अंतर से प्रदेश में सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी।

2024 में बंपर 5.59 लाख वोटों के अंतर से जीते

भारत चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक भाजपा प्रत्याशी डॉ. महेश शर्मा को 8,57,829 वोट मिले। वहीं रनर रहे सपा के डॉ. महेन्द्र सिंह नागर को 2,51,615 वोट प्राप्त हुए। डॉ. शर्मा ने 5 लाख 59 हजार 472 वोटों के अंतर से बड़ी जीत हासिल की। प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में ये सबसे बड़ी जीत है। डॉ. शर्मा का वोट शेयर 59.69 फीसदी रहा। वहीं सपा प्रत्याशी का वोट शेयर 20.76 फीसदी रिकार्ड हुआ। दूसरे चरण में 26 अप्रैल को गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर वोट डाले गए। इस बार यहां पर 53.30 फीसदी वोटिंग हुई।

हर जीत के साथ बढ़ा वोटों का अंतर

2014 में डॉ. महेश शर्मा ने पहली बार गौतमबुद्ध नगर सीट से मैदान में उतरे थे। इस चुनाव में डॉ महेश शर्मा को 5,99,702 वोट मिले। वहीं सपा के नरेन्द्र भारती केा 3,19,490 वोट मिले थे। डॉ. शर्मा ने ये चुनाव 2 लाख 80 हजार 212 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी। चुनाव में डॉ. शर्मा का वोट शेयर 50 फीसदी था।वहीं 2019 में डॉ शर्मा ने दूसरी बार भाजपाा का कमल खिलाया। इस चुनाव में डॉ. शर्मा ने बसपा के सतवीर सिंह को 3 लाख 36 हजार 922 वोटों के अंतर से हराया था। डॉ. शर्मा को 8,30,812 वोट मिले, वहीं बसपा प्रत्याशी को 4,93,890 वोट मिले थे। चुनाव में डॉ. शर्मा का वोट शेयर 59.64 फीसदी था।
राजनाथ सिंह ने लखनऊ की जनता को बोला धन्यवाद



लखनऊ। लोकसभा चुनाव में लखनऊ सीट से तीसरी बार जीत हासिल करने वाले भाजपा के कद्दावर नेता राजनाथ सिंह ने लखनऊ की जनता धन्यवाद बोला है।उन्होंने एक्स पर लिखा कि लखनऊ की जनता ने मुझे लगातार तीसरी बार लोकसभा में प्रतिनिधित्व करने का अवसर दिया है। इसके लिए मैं सभी लखनऊ की जनता के प्रति हृदय की गहराइयों से धन्यवाद देता हूँ।

राजनाथ सिंह ने अपनी भावनाएं जाहिर करते हुए कहा कि जिन कार्यकर्ताओं ने इस तपती गर्मी में कठोर परिश्रम किया है, उनके प्रति मैं विशेष रूप से आभारी हूँ। मेरा प्रयास रहेगा की आने वाले वर्षों में लखनऊ, उत्तर प्रदेश और भारत में नहीं बल्कि पूरे विश्व में एक स्मार्ट और आधुनिक महानगर के रूप में पूरी तरह स्थापित हो।
घोसी से सपा के राजीव राय बने पहली बार सांसद,एनडीए प्रत्याशी को 162943 वोटों से हराया

लखनऊ । मऊ जिले की एकमात्र घोसी लोकसभा सीट पर इंडी गठबंधन के प्रत्याशी राजीव राय को बड़ी जीत हासिल हुई है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी एनडीए गठबंधन से सुभासपा प्रत्याशी डॉ अरविंद राजभर को 162943 मतों से हरा दिया। अरविंद राजभर को 340188 वोट मिले हैं। इस सीट पर बसपा से बालकृष्ण चौहान 294004 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे। इस लिहाज से देखा जाए तो सपा को इस सीट पर बड़ी जीत हासिल हुई है।


*एनडीए प्रत्याशी ने सपा प्रत्याशी को दी जीत की बधाई*

बड़ी जीत के बाद इंडी गठबंधन से सपा प्रत्याशी राजीव राय काफी गदगद दिखे उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होंने घोसी की जनता से जो वादा किया है वह उसे पूरा करेंगे यह अहंकार पर संस्कार की जीत है। यह जीत अहंकारियों के गाल पर तमाचा है। यह कार्यकर्ताओं की जीत है। यह घोसी की जनता की जीत है। मैं जो कहता रहा घोसी की जनता ने उसे साबित कर दिया।


लोकसभा चुनाव 2024 के घोसी लोकसभा सीट के परिणाम सामने आ गए हैं ।यहां से इंडिया गठबंधन से सपा प्रत्याशी राजीव राय को जीत हासिल हुई है।घोसी लोकसभा सीट पर एनडीए प्रत्याशी अरविंद राजभर ने सपा से विजई प्रत्याशी राजीव राय को जीत की बधाई देते हुए जनादेश का स्वागत किया है साथी उन्होंने उम्मीद जताई है कि राजीव राय कल्पनाथ राय के सपनों को साकार करेंगे।

*डॉ अरविंद राजभर ने कहा कि जनता को बहुत प्यार करता हूं*

मीडिया से बात करते हुए एनडीए प्रत्याशी और ओमप्रकाश राजभर के पुत्र डॉ अरविंद राजभर ने कहा कि मैं अपनी घोड़ी की जनता से प्यार करता हूं करता था और आगे भी करता रहूंगा। पक्ष विपक्ष जीत और हर लगी रहती है। एक बात लगातार मेरे कानों में गूंज रही है राजीव राय जब भी अपना स्टेटमेंट देते थे तो एक बात जरूर कहते थे कि मुझे एक बार मौका मिलना चाहिए अब जनता ने उन्हें मौका दे दिया है अब मैं उनसे यह उम्मीद करता हूं कि जैसे कल्पनाथ राय के समय में जनता का कल्याण हुआ था वैसे राजीव राय भी जनता का कल्याण करेंगे। यहां वह सारी व्यवस्थाएं आए हैं जिसकी घोसी की जनता को दरकार है।

*धूप में जो लोग भी मतदान करने निकले थे मैं उनको धन्यवाद देता हूं*

उन्होंने जनता का धन्यवाद देते हुए कहा कि इस चिलचिलाती धूप में जो लोग भी मतदान करने निकले थे मैं उनको धन्यवाद देता हूं साधुवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि मैं रैलियों में जितना भी वादा किया है मैं पूरी ताकत लगा दूंगा कि मऊ के सर्वांगीण विकास के लिए जितना कदम राजीव राय चलेंगे मैं उसका चार कदम आगे चलकर उनका साथ दूंगा।
लोकसभा चुनाव परिणाम : यूपी में सपा-कांग्रेस गठबंधन को 43, भाजपा के खाते में आई 33 सीटें
लखनऊ। देश में हुए लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे बेहद चौकाने वाले आए हैं। नतीजों में उत्तर प्रदेश के नतीजों में सपा सबसे बड़ी पार्टी उभर कर सामने आई है। उप्र में सपा ने 37 सीटों पर जीत हासिल की है। वहीं विपक्षी गठबंधन में सपा के कांग्रेस को भी बढ़त मिली है और छह सीटों पर विजयी परचम लहराया है। जबकि 33 सीटों पर भाजपा का कमल खिला है।इसके अलावा रालोद के खाते में 2, अपना दल (सोने लाल) और आजाद समाज पार्टी ने एक-एक सीट जीती।वहीं शिवपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने जो कहा वो और नेताजी के सपने को हमने सच करके दिखाया। उन्होंने जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं की मेहनत को जीत की बधाई दी।


2004 के 35 सीटों के रिकार्ड को तोड़ते हुए सपा ने 37 सीटों पर किया कब्जा

लोकसभा 2024 के चुनाव में मंगलवार को देर रात तक हुई मतगणना के बाद परिणाम में भाजपा को तीसरी बार जनाधार मिलने की तस्वीर साफ हो गई है। चुनाव नतीजों के बाद तीसरी बार भाजपा केन्द्र में मोदी के नेतृत्व में सरकार बनाने जा रही है। इस परिणाम में उप्र राज्य से भाजपा को भारी क्षति उठानी पड़ी है। यहां पर कई चुनावों में हार का मुहं देख रही सपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। सपा को 37 सीटों पर विजयी मिली है। जबकि गठबंधन में कांग्रेस पार्टी को बड़ी बढ़त मिली और रायबरेली और अमेठी समेत छह सीटों पर कब्जा करने में सफल हुई है।

भाजपा के लिए उप्र का चुनाव परिणाम बेहद निराशाजनक रहा

भाजपा के लिए उप्र का चुनाव परिणाम बेहद निराशाजनक रहा और 33 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है। वहीं एनडीए के सहयोगी दलों में रालोद के खाते में दो और अपना दल (एस) ने एक सीट पर जीत दर्ज की है। वहीं एक सीट पर भीम आर्मी ने जीत दर्ज कर चौंकाने का काम किया है। चुनाव आयोग द्वारा कई सीटों के नतीजों को घोषित न किए जाने से एक-दो सीटों के जीत के आंकड़ों के बदलाव होने की संभवाना है।

यादव परिवार ने सभी सीटों पर जीत की दर्ज

लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के परिवार से पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज, डिंपल यादव मैनपुरी, आजमगढ़ से धर्मेन्द्र यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव, बदायूं से आदित्य यादव ने जीत दर्ज की है।

अखिलेश ने कहा, जनता को प्रणाम, जनमत को सलाम

चुनाव परिणाम को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि उप्र की जागरूक जनता ने देश को एक बार फिर से नयी राह दिखायी है, नयी आस जगायी है। ये संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण बचाने की और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करवाने की जीत है। उप्र की प्रगतिशील जनता के विचार ही वोट के रूप में हमें मिले हैं। ये बंटवारे की नकारात्मक राजनीति के ख़िलाफ़, सौहार्द-भाईचारे और सकारात्मक राजनीति की जीत है। ये इंडिया गठबंधन और पीडीए की एकता की जीत है। सबको हृदय से धन्यवाद, दिल से शुक्रिया।



उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के नतीजे निर्वाचन आयोग ने जारी किए

यूपी की 80 में से 37सीटों पर सपा ने दर्ज की जीत।

यूपी की 80 में से 33 सीटों पर भाजपा ने दर्ज की जीत।

कांग्रेस ने 6 सीट पर जीत दर्ज की।

RLD ने 2 सीट पर जीत दर्ज की ।

वहीं 1 सीट आजाद समाज पार्टी ने जीती,

1 सीट पर अपना दल ने जीत दर्ज की।




उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने 33 लोकसभा सीटें जीती

अमरोहा से कंवर सिंह तंवर 28670 वोट से जीते

मेरठ से अरुण गोविल 10585 वोटों से जीते

गाजियाबाद से अतुल गर्ग 336965 वोट से जीते

मथुरा से हेमामालिनी 293407 वोटों से जीतीं

गौतमबुद्धनगर से महेश शर्मा 559472 वोट से जीते

हाथरस से अनूप वाल्मीकि 247318 वोट से जीते

बुलंदशहर से भोला सिंह 275134 वोटों से जीते

आगरा से एसपी सिंह बघेल 271294 वोट से जीते

फतेहपुर सिकरी से राजकुमार चाहर 43405 वोट से जीते

बरेली से छत्रपाल सिंह गंगवार 34804 वोटों से जीते

पीलीभीत से जितिन प्रसाद 164935 वोटों से जीते

हरदोई से जयप्रकाश रावत 27856 वोटों से जीते

उन्नाव से साक्षी महाराज 35818 वोटों से जीते

लखनऊ से राजनाथ सिंह 135159 वोट से जीते

फर्रुखाबाद से मुकेश राजपूत 2678 वोटों से जीते

कानपुर से रमेश अवस्थी 20968 वोटों से जीते

अकबरपुर से देवेंद्र सिंह 44345 वोटों से जीते

झांसी से अनुराग शर्मा 102614 वोटों से जीते

वाराणसी से पीएम मोदी 152513 वोटों से जीते

कैसरगंज से करण भूषण 148843 वोट से जीते

डुमरियागंज से जगदंबिका पाल 42728 वोट से जीते

बहराइच से आनंद कुमार 64227 वोटों से जीते

महराजगंज से पंकज चौधरी 35451 वोट से जीते

गोरखपुर से रवि किशन 103626 वोट से जीते

कुशीनगर से विजय कुमार 81790 वोट से जीते

देवरिया से शशांकमणि त्रिपाठी 34842 वोट से जीते

बांसगांव से कमलेश पासवान 3150 वोटों से जीते

गोंडा से कीर्तिवर्धन सिंह 46224 वोटों से जीते

फूलपुर से प्रवीण पटेल 4332 वोटों से जीते

भदोही से विनोद बिंद 44072 वोटों से जीते

अलीगढ़ से सतीश गौतम 15647 वोटों से जीते

शाहजहांपुर से अरुण सागर 55379 वोट से जीते

मिश्रिख से अशोक रावत 33406 वोटों से जीते.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 37 सीटों पर सपा ने जीत दर्ज की

कन्नौज से अखिलेश यादव 170922 वोटों से जीते

मैनपुरी से डिंपल यादव 221639 वोट से जीतीं

आजमगढ़ से धर्मेंद्र यादव 161035 वोटों से जीते

गाजीपुर से अफजाल अंसारी 124861 वोटों से जीते

कैराना से इकरा हसन 69116 वोटों से जीतीं

मुजफ्फरनगर से हरेंद्र मलिक 24672 वोटों से जीते

रामपुर से मुहिबुल्ला 87434 वोटों से जीते

मुरादाबाद से रुचिवीरा 105762 वोटों से जीतीं

संभल से जियाउर्रहमान बर्क 121494 वोट से जीते

फिरोजाबाद से अक्षय यादव 89312 वोट से जीते

आंवला से नीरज मौर्य 15969 वोटों से जीते

खीरी से उत्कर्ष वर्मा 34329 वोटों से जीते

बदायूं से आदित्य यादव 34991 वोटों से जीते

धौरहरा से आनंद भदौरिया 4449 वोटों से जीते

मोहनलालगंज से आरके चौधरी 70292 वोट से जीते

सुल्तानपुर से रामभुआल निषाद 43174 वोट से जीते

प्रतापगढ़ से शिवपाल सिंह पटेल 66206 वोट से जीते

इटावा से जितेंद्र कुमार दोहरे 58419 वोट से जीते

जालौन से नारायण अहिरवार 53898 वोट से जीते

बांदा से कृष्णा पटेल 71210 वोटों से जीतीं

फतेहपुर से नरेश उत्तम पटेल 33199 वोटों से जीते

कौशांबी से पुष्पेंद्र सरोज 103944 वोटों से जीते

बस्ती से राम प्रसाद चौधरी 100993 वोट से जीते

फैजाबाद से अवधेश प्रसाद 54567 वोट से जीते

अंबेडकरनगर से लालजी वर्मा 137247 वोट से जीते

श्रावस्ती से रामशिरोमणि वर्मा 76673 वोट से जीते

लालगंज से दारोगा प्रसाद सरोज 115023 वोट से जीते

संतकबीरनगर से पप्पू निषाद 92170 वोट से जीते

घोसी लोकसभा से राजीव राय 162943 वोट से जीते

बलिया से सनातन पांडेय 43384 वोटों से जीते

जौनपुर से बाबूसिंह कुशवाहा 99335 वोटों से जीते

मछलीशहर से प्रिया सरोज 35850 वोटों से जीतीं

चंदौली से चौधरी बिरेंद्र सिंह 21565 वोटों से जीते

रॉबर्ट्सगंज से छोटे लाल 129234 वोटों से जीते

एटा लोकसभा से देवेश शाक्य 28052 वोटों से जीते

सलेमपुर से रमाशंकर राजभर 3573 वोटों से जीते।


लखनऊ: उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने 33 लोकसभा सीटें जीती


अमरोहा से कंवर सिंह तंवर 28670 वोट से जीते

मेरठ से अरुण गोविल 10585 वोटों से जीते

गाजियाबाद से अतुल गर्ग 336965 वोट से जीते

मथुरा से हेमामालिनी 293407 वोटों से जीतीं

गौतमबुद्धनगर से महेश शर्मा 559472 वोट से जीते

हाथरस से अनूप वाल्मीकि 247318 वोट से जीते

बुलंदशहर से भोला सिंह 275134 वोटों से जीते

आगरा से एसपी सिंह बघेल 271294 वोट से जीते

फतेहपुर सिकरी से राजकुमार चाहर 43405 वोट से जीते

बरेली से छत्रपाल सिंह गंगवार 34804 वोटों से जीते

पीलीभीत से जितिन प्रसाद 164935 वोटों से जीते

हरदोई से जयप्रकाश रावत 27856 वोटों से जीते

उन्नाव से साक्षी महाराज 35818 वोटों से जीते

लखनऊ से राजनाथ सिंह 135159 वोट से जीते

फर्रुखाबाद से मुकेश राजपूत 2678 वोटों से जीते

कानपुर से रमेश अवस्थी 20968 वोटों से जीते

अकबरपुर से देवेंद्र सिंह 44345 वोटों से जीते

झांसी से अनुराग शर्मा 102614 वोटों से जीते

वाराणसी से पीएम मोदी 152513 वोटों से जीते

कैसरगंज से करण भूषण 148843 वोट से जीते

डुमरियागंज से जगदंबिका पाल 42728 वोट से जीते

बहराइच से आनंद कुमार 64227 वोटों से जीते

महराजगंज से पंकज चौधरी 35451 वोट से जीते

गोरखपुर से रवि किशन 103626 वोट से जीते

कुशीनगर से विजय कुमार 81790 वोट से जीते

देवरिया से शशांकमणि त्रिपाठी 34842 वोट से जीते

बांसगांव से कमलेश पासवान 3150 वोटों से जीते

गोंडा से कीर्तिवर्धन सिंह 46224 वोटों से जीते

फूलपुर से प्रवीण पटेल 4332 वोटों से जीते

भदोही से विनोद बिंद 44072 वोटों से जीते

अलीगढ़ से सतीश गौतम 15647 वोटों से जीते

शाहजहांपुर से अरुण सागर 55379 वोट से जीते

मिश्रिख से अशोक रावत 33406 वोटों से जीते।

यूपी में 6 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस जीती

 
सहारनपुर से इमरान मसूद 64542 वोट से जीते 

सीतापुर से राकेश राठौर 89641 वोट से जीते 

रायबरेली से राहुल गांधी 390030 वोट से जीते 

अमेठी से केएल शर्मा 167196 वोट से जीते 

इलाहाबाद से उज्ज्वल रमण 58795 वोट से जीते 

बाराबंकी से तनुज पुनिया 215704 वोट से जीते
नगीना से भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर जीते, मिला प्रमाणपत्र

लखनऊ। लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में बड़ा सियासी उलटफेर चुनाव परिणाम सामने आया है। यहां पर समाजवादी पार्टी(सपा) लोकसभा चुनाव में लीड रोल में उभर कर आई है। इस उलटफेर के बीच पश्चिम की नगीना सीट पर नतीजे ने चौकाया है। इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी को मात देते हुए भीम आर्मी चीफ चन्द्रशेखर आजाद रावण ने जीत दर्ज की है।

नगीना सीट पर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर लोकसभा 2024 के चुनाव मैदान में उतरे थे। इस सीट से पहली बार सक्रिय राजनीति में उतरे चन्द्रशेखर के लिए चुनावी राह आसान नहीं थी। यह इसलिए कि चुनाव में उन्हें विपक्षी गठबंधन में जगह नहीं मिली थी और वह अकेले की चुनाव लड़ रहे थे। सत्ता दल भाजपा ने ओम प्रकाश को प्रत्याशी बनाया था। वहीं सपा के मनोज कुमार को टिकट दिया था। इस तरह से नगीना लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला चुनाव में था। लेकिन इस त्रिकोणीय तिलस्म को तोड़ने और जीत दर्ज करने में चन्द्रशेखर कामयाब रहे और उन्होंने 151473 मतों से निकटम प्रतिद्विदी भाजपा उम्मीदवार ओम प्रकाश को मात दी है। जबकि सपा के मनोज कुमार तीसरे नम्बर पर रहे।



पहली बार चुनाव मैदान में उतरकर चन्द्रशेखर आजाद रावण ने डेढ़ लाख से अधिक मतों की जीत दर्ज करने पर भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं को भारी उत्साह है। रिटर्निंग ऑफिसर अंकित अग्रवाल द्वारा उन्हें जीत का प्रमाण पत्र दिया गया है। चन्द्रशेखर की इस जीत पर उन्हें बधाई देने वालों की होड़ मच गई है।
वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगाई जीत की हैट्रिक ,जीत का अंतर कम
लखनऊ। देश की सबसे हाई प्रोफाइल वाराणसी लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लगातार तीसरी बार जीत हासिल की है। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी अजय राय को 1,52,513 मतों से पराजित कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी की जीत का अंतर 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव के मुकाबले जहां काफी कम रहा, वहीं लोकसभा चुनाव 2019 के मुकाबले उन्हें मत भी कम मिले।


प्रधानमंत्री की हैट्रिक जीत की घोषणा होते ही जश्न मनाने के लिए भाजपा कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए । कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर एक दूसरे को मिष्ठान्न खिलाकर खुशी जताई। हालांकि जीत का अंतर बड़ा न होने पर पार्टी के बड़े नेता क्लास लगने के डर से मायूस भी दिखे। इसके पहले पहड़िया स्थित मतगणना स्थल पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे से शुरू हुई मतगणना में पोस्टल बैलेट की गिनती के शुरुआती रुझान में प्रधानमंत्री आगे रहे, लेकिन पोस्टल बैलेट की गिनती के बाद ईवीएम के वोटों की गिनती के प्रथम चरण में इंडी गठबंधन के प्रत्याशी अजय राय से 6000 से अधिक मतों से पिछड़ गए। दूसरे राउंड में उन्होंने मामूली अंतर से बढ़त बनाई तो यह सिलसिला 30वें राउंड तक चलता रहा। चक्रवार गणना के दौरान इंडी गठबंधन के अजय राय हर राउंड में मजबूती से लड़ते दिखे। यह सिलसिला हर चक्र में बना रहा। 30वें और अन्तिम राउंड में भाजपा के प्रत्याशी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को 612970,इंडी गंठबंधन के अजय राय को 460457 और बसपा के अतहर जमाल लारी को 33766 मत मिले।

गौरतलब है कि वर्ष 2014 के चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तब भाजपा के प्रत्याशी को कुल 581022 मत और दूसरे स्थान पर रहे आम आदमी पार्टी के अरविन्द केजरीवाल को 209238 मत मिले थे। चुनाव में कांग्रेस के अजय राय को 75614,बसपा के सीए विजय प्रकाश को 60579 तथा सपा के कैलाश चौरसिया को 45291 मत मिले थे। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री मोदी को काशी के मतदाताओं ने प्रचंड बहुमत दिया। उन्हें कुल 6,74,664 मत मिले थे । समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी शालिनी यादव दूसरे नंबर पर रहीं । शालिनी यादव को 1,95,159 वोट मिले थे।

शालिनी यादव अब भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। 2019 में अजय राय लगातार तीसरी बार तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 1,52,548 वोट मिले थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूसरी बार 4,79,505 मतों के अंतर से बड़ी जीत हासिल की थी। तब भी वाराणसी में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में मतदान हुआ था। प्रधानमंत्री मोदी ने 56.37 प्रतिशत मत हासिल किया था। पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक से भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता का इसमें बड़ा योगदान था।
मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से डिंपल यादव जीतीं
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र से समाजवादी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव चुनाव जीत गई हैं। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जयवीर सिंह को 2,21,639 मतों के अंतर से हराया। डिंपल को कुल 5,98,526 और जयवीर सिंह को 3,76,887 मत मिले।