जहानाबाद के इतिहास में पहली बार—650 बेड वाला कुर्मा संस्कृति मेडिकल हॉस्पिटल 15 जनवरी से शुरू
जहानाबाद जिले के स्वास्थ्य क्षेत्र में एक नई और ऐतिहासिक शुरुआत होने जा रही है। कुर्मा संस्कृति मेडिकल कॉलेज एंड मेडिकल हॉस्पिटल के संचालन को लेकर आज एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जहानाबाद एवं अरवल जिले के मेडिकल प्रैक्टिशनर, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, मेडिकल स्टाफ समेत स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े विभिन्न वर्गों के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान कुर्मा संस्कृति स्कूल के अध्यक्ष ने जानकारी दी कि जहानाबाद में निर्मित अत्याधुनिक मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है और आगामी 15 जनवरी 2026 से इसे औपचारिक रूप से शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह अस्पताल निजी क्षेत्र में होने के बावजूद आम लोगों को सरकारी अस्पतालों से भी कम खर्च में उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराएगा।
उन्होंने बताया कि कुर्मा संस्कृति हॉस्पिटल में कुल 650 बेड की सुविधा होगी, जो अब तक जहानाबाद जिले में किसी भी अस्पताल में उपलब्ध नहीं है। इसके साथ ही यहां 250 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम 24×7 मरीजों की सेवा में तैनात रहेगी, जिससे गंभीर से गंभीर बीमारियों का इलाज अब जिले में ही संभव हो सकेगा।
अस्पताल की एक बड़ी विशेषता यह होगी कि जहानाबाद जिले के किसी भी गांव या क्षेत्र से आने वाले मरीजों के लिए निःशुल्क एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। वहीं सीटी स्कैन, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे, एमआरआई सहित सभी प्रकार की जांचें बाजार दर से कम से कम 50 प्रतिशत कम शुल्क पर की जाएंगी। इसके अलावा अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा भी उपलब्ध रहेगी।
सबसे अहम पहलू यह है कि जहानाबाद जिले में अब तक ट्रॉमा सेंटर की सुविधा नहीं थी, जिसके कारण सड़क दुर्घटनाओं या गंभीर मामलों में मरीजों को पटना रेफर करना पड़ता था। कुर्मा संस्कृति हॉस्पिटल में अत्याधुनिक ट्रॉमा सेंटर की व्यवस्था होगी, जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम दुर्घटनाग्रस्त मरीजों का त्वरित और समुचित इलाज करेगी। इससे जिले के मरीजों को अब बाहर जाने की मजबूरी नहीं रहेगी।
अस्पताल परिसर में ब्लड बैंक, डायलिसिस यूनिट, वेंटिलेटर सुविधा, दवा एवं मेडिकल स्टोर जैसी सभी आवश्यक सेवाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगी। अस्पताल की एक और बड़ी खासियत यह है कि यहां ओपीडी पूरी तरह निःशुल्क होगी। मरीजों को डॉक्टर से परामर्श के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं देना होगा।
कुर्मा संस्कृति हॉस्पिटल में विभिन्न रोगों के लिए अलग-अलग विशेषज्ञ विभाग बनाए गए हैं। इनमें सामान्य रोग, हृदय रोग, हड्डी एवं नस रोग, स्त्री एवं प्रसूति रोग, टीबी, शिशु रोग, नेफ्रोलॉजी, आंख, नाक-कान-गला, चर्म रोग, दंत रोग, मस्तिष्क रोग सहित कई विभाग शामिल हैं। इसके साथ ही सामान्य सर्जरी के अलावा लेप्रोस्कोपिक सर्जरी और प्लास्टिक सर्जरी की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी।
मीडिया से बातचीत में कुर्मा संस्कृति के डायरेक्टर ने कहा कि इस अस्पताल का मुख्य उद्देश्य मरीजों को ईमानदारी, पारदर्शिता और सस्ती दर पर बेहतर इलाज उपलब्ध कराना है। उन्होंने निजी अस्पतालों में गरीब और लाचार मरीजों के शोषण पर चिंता जताते हुए कहा कि कुर्मा संस्कृति हॉस्पिटल में किसी भी प्रकार की ठगी या अनावश्यक इलाज नहीं किया जाएगा। यहां न तो छोटी बीमारी को बड़ी बताकर डराया जाएगा और न ही जबरन भर्ती करने जैसी प्रवृत्ति को बढ़ावा दिया जाएगा।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि हमारा लक्ष्य मुनाफाखोरी नहीं, बल्कि मरीजों का सही और सुलभ इलाज है। कुर्मा संस्कृति मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल जहानाबाद सहित आसपास के जिलों के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में एक भरोसेमंद, सशक्त और ऐतिहासिक विकल्प बनकर उभरने जा रहा है।
2 hours and 28 min ago
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