Sambhal भीम आर्मी व आज़ाद समाज पार्टी ने मनाया बाबा साहब का परिनिर्वाण दिवस, संविधान बचाने का लिया संकल्प

संभल।सोतीपुरा स्थित अंबेडकर पार्क में शनिवार को भीम आर्मी और आज़ाद समाज पार्टी (आसपा) के कार्यकर्ताओं ने भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर का परिनिर्वाण दिवस श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर की गई। इस दौरान बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे और सभी ने संविधान की रक्षा करने का संकल्प दोहराया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भीम आर्मी मंडल सचिव सुधीर कुमार सागर ने कहा कि 6 दिसंबर भारतीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण दिन है। आज ही के दिन हमने संविधान निर्माता बाबा साहब को खो दिया था, इसलिए यह दिन हमारे लिए काला दिवस है। दुनिया में भारत का संविधान सबसे मजबूत और सर्वोत्तम है, जिसे बचाना हर नागरिक की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि आज के दिन बाबरी मस्जिद को ढहा कर समाज में विभाजन पैदा करने की कोशिश की गई थी।

मनुवादी सोच दलित और मुस्लिम समाज को आपस में लड़वाना चाहती है, लेकिन जब तक दलित और मुस्लिम समाज एकजुट नहीं होगा, उन्हें सफलता नहीं मिलेगी। भीम आर्मी के अन्य पदाधिकारियों ने भी बाबा साहब को नमन करते हुए उनके मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि आज़ाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर अज़ाद वही अधूरा मिशन पूरा कर रहे हैं, जिसे बाबा साहब ने समाज के उत्थान के लिए शुरू किया था।

आज़ाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष शहजाद खां ने कहा कि परिनिर्वाण दिवस समाज को एकजुट होकर अपने अधिकारों और संविधान की रक्षा के लिए जागरूक होने का संदेश देता है। कार्यक्रम में दो मिनट का मौन रखकर बाबा साहब को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस मौके पर राजीव कुमार, संजय कुमार, भारतीय, विपिन कुमार सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे। कार्यक्रम शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ।

Sambhal चौधरी सराय में रज़ा-ए-मुस्तफा कॉन्फ्रेंस और जश्ने दस्तार, दस हाफ़िज़-ए-किराम की दस्तारबंदी


संभल।चौधरी सराय स्थित मदरसा अहले सुन्नत रज़ा-ए-मुस्तफा अजमल उलूम में रविवार को रज़ा-ए-मुस्तफा कॉन्फ्रेंस एवं जश्ने दस्तार हाफ़िज़-ए-किराम का एक भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में उलेमा-ए-किराम, बड़ी संख्या में स्थानीय लोग, अभिभावक और मदरसे के छात्र मौजूद रहे। मदरसे को आकर्षक रोशनी और सजावट से दुल्हन की तरह सजाया गया था। महफ़िल की शुरुआत मौलाना कारी लईक की तिलावत-ए-कुरआन से हुई, जिसके बाद उत्तराखंड से तशरीफ लाए कारी नावेद और मदीना मस्जिद के इमाम मौलाना जुनैद ने नात-ए-पाक पेश कर माहौल को रूहानी रंगों से भर दिया जलसे में मोहम्मद तालिब मिस्बाही बरकती ने भी खिताब किया।

मुख्य अतिथि हजरत मौलाना मुफ़्ती जलीस अहमद ने अपने खिताब में इस्लामी तालीम की अहमियत पर विस्तार से बात करते हुए बताया कि जीवन की कामयाबी नेक रास्ते पर चलने और बुराई से दूर रहने में है। उन्होंने बच्चों को दीनी और दुनियावी दोनों तालीम में उत्कृष्टता हासिल करने की नसीहत की। उन्होंने कहा कि हिफ़्ज़-ए-कुरआन एक बड़ी नेमत है और मुस्लिम समाज की असली पहचान भी। मुफ़्ती जलीस अहमद ने अभिभावकों और उस्तादों की मेहनत की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे बच्चे पूरी कौम का सर फख्र से ऊँचा करते हैं। वहीं मौलाना तौसीफ रज़ा मिस्बाही बरकाती ने भी अल्लाह और उसके रसूल के बताए रास्ते पर चलने का आह्वान किया।

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण वह पल रहा जब दस बच्चों की दस्तारबंदी की गई, जिन्होंने कुरआन-ए-पाक का हिफ़्ज़ मुकम्मल किया। दस्तारबंदी पाने वाले बच्चों में हाफिज मोहम्मद फ़रमान, हाफिज मोहम्मद जैद, हाफिज मोहम्मद जमाल अशरफ, हाफिज मोहम्मद रेहान, हाफिज अब्दुल मन्नान, हाफिज अब्दुल मालिक, हाफिज मोहम्मद गुफ़रान, हाफिज मोहम्मद शाहनवाज़, हाफिज मोहम्मद शाहबाज़ और हाफिज मोहम्मद फ़हीम शामिल रहे। मंच से इन बच्चों की मेहनत और लगन की सराहना की गई। उलेमा-ए-किराम ने उनके उज्ज्वल भविष्य और दीनी व सामाजिक सेवाओं में आगे बढ़ने की दुआ दी।विशेष तौर पर बताया गया कि चार बच्चों ने एक ही कमरे में एक साथ हिफ़्ज़-ए-कुरआन मुकम्मल किया, जो कार्यक्रम का गौरवपूर्ण क्षण रहा।

दस्तारबंदी के बाद मदरसे के नातख्वानों ने अपनी मधुर आवाज़ों से महफ़िल को चार चांद लगा दिए। अभिभावकों ने बच्चों की इस बड़ी कामयाबी पर खुशी का इज़हार किया। मदरसे के जिम्मेदारों ने बताया कि शिक्षा का बेहतर माहौल, योग्य उस्ताद और अनुशासन के साथ बच्चों की हिफ़्ज़ व दीनी तालीम को आगे भी बढ़ाया जाएगा।

अंत में मुल्क और कौम की तरक्की, अमन-ओ-चैन और भाईचारे के लिए दुआ की गई। कार्यक्रम में शहर मुफ्ती कारी अलाउद्दीन, हाजी मुख्तार, कारी दानिश सहित सैकड़ों अकीदमंद मौजूद रहे। कॉन्फ्रेंस दुआओं के साथ सफलतापूर्वक संपन्न हुई।

अनुष्का फाउंडेशन के माध्यम से जिला अस्पताल संभल में सहायक पर्यवेक्षक का आयोजन किया गया

संभल । अनुष्का फाउंडेशन के मास्टर ट्रेनर डॉक्टर डॉक्टर संजीव मोहन गुप्ता ने डॉक्टर अज़फर कमाल के साथ मिलकर सहायक पर्यवेक्षक में 30 क्लब्फूट के मरीजो का इलाज किया। अनुष्का फाउंडेशन अपने सभी दानदाताओं और समर्थकों का आभारी है जो यह सुनिश्चित करने के हमारे उद्देश्य में हमारा समर्थन करते हैं कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के परिणामस्वरूप कोई भी बच्चा बड़ा होकर विकलांग न हो।

अनुष्का फाउंडेशन, एक गैर-लाभकारी संगठन जो भारत में क्लबफुट को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिला अस्पताल में प्रत्येक मंगलवार को कमरा नंबर 38 में क्लब्फूट क्लिनिक में बच्चो का निशुल्क इलाज किया जाता है।

अनुष्का फाउंडेशन के साथ साझेदारी में, यहां आर्थोपेडिक डॉक्टरों द्वारा इलाज किया जाता है।

क्लबफुट एक जन्मजात विकृति है जो भारत में 800 नवजात शिशुओं में से 1 को प्रभावित करता है। इलाज न किए जाने या अधूरा इलाज दिए जाने से बच्चे गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं और उन्हें आजीवन विकलांगता का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, उचित उपचार से क्लबफुट का पूरी तरह से इलाज संभव है और आजीवन विकलांगता से आसानी से बचा जा सकता है।

हालाँकि, क्लबफुट का इलाज किया जा सकता है, और इस तरह बाद में होने वाली विकलांगता को रोका जा सकता है, और प्रभावित लोगों के जीवन को बदलने में मदद मिल सकती है। क्लबफुट को खत्म करने के लिए अनुष्का फाउंडेशन ने अपने क्लबफुट कार्यक्रम को लागू करने के लिए उत्तर प्रदेश राज्य सरकार के साथ साझेदारी की , क्लबफुट और उनके उपचार कार्यक्रम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) योजना, आशा कार्यकर्ताओं, स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों और अन्य चिकित्सा कर्मचारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।अनुष्का फाउंडेशन के

कार्यक्रम मॉडल में प्रमुख हस्तक्षेप बिंदुओं में से एक क्लबफुट उपचार की पोंसेटी पद्धति में आर्थोपेडिक डॉक्टरों और कास्टिंग तकनीशियनों के लिए आयोजित चिकित्सा प्रशिक्षण है। इसमें प्रथम चरण में कास्टिंग दूसरे चरण में टेनोटॉमी और तीसरे चरण में बच्चो को पांच साल तक जूते और बार दिए जाते है।

अनुष्का फाउंडेशन एवं एसoबीo आईo फाउंडेशन देश के हर जिले में क्लबफुट कार्यक्रम लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि हर बच्चे को इलाज तक पहुंच मिल सके। अनुष्का फाउंडेशन एवं एसo बीo आईo फाउंडेशन जैसे सरकारी हितधारकों और भागीदारों के साथ हाथ मिलाकर, उनका लक्ष्य अपने कार्यक्रम को कुशलतापूर्वक लागू करना और यह सुनिश्चित करना है कि क्लबफुट के साथ पैदा होने के कारण कोई भी बच्चा विकलांग न रहे। ऐसा ही एक क्लीनिक जिला संभल में एसबीआई फाउंडेशन के माध्यम से चलाया जा रहा हे।

आज सहायक पर्यवेक्षक में टेक्नीशियन जावेद अली और अनुष्का फाउंडेशन से ब्रांच मैनेजर विशाल सक्सेना प्रोग्राम एग्जुकेटिव नाजिम अली मौजूद रहे।

Sambhal में विश्व दिव्यांग दिवस पर भव्य रैली, 22 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा

संभल। संभल में विश्व दिव्यांग दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय दिव्यांग महिला सशक्तिकरण विकास फाउंडेशन के तत्वाधान में बुधवार को एक विशाल रैली का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम के नेतृत्व में निकली यह रैली नई तहसील परिसर से प्रारंभ हुई, जो चंदौसी चौराहा, यशोदा चौराहा और चौधरी सराय चौराहा होते हुए पुनः नई तहसील पर पहुंचकर संपन्न हुई। रैली में बड़ी संख्या में दिव्यांग पुरुष-महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और समाज में अपनी आवाज बुलंद की।

रैली के दौरान सभी दिव्यांगजन हाथों में तिरंगा थामे देशभक्ति का संदेश देते हुए आगे बढ़ते रहे। प्रतिभागियों का कहना था कि आज भी दिव्यांगजन कई बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं और सरकार को उनकी जरूरतों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस मौके पर फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मोहम्मद कासिम ने कहा कि दिव्यांगों को बराबरी का अधिकार और सुविधाएं दिलाने के लिए संगठन लगातार प्रयासरत है, लेकिन अभी भी कई महत्वपूर्ण मांगें अधूरी हैं।

फाउंडेशन की ओर से तैयार किए गए 22 सूत्रीय मांगपत्र को तहसील प्रशासन को सौंपा गया। इसमें दिव्यांग पेंशन में बढ़ोतरी, रोजगार और स्व-रोजगार के नए अवसर, शिक्षा में विशेष छूट, ट्राईसाइकिल और व्हीलचेयर जैसी सहायक उपकरणों की उपलब्धता, आवास योजनाओं में प्राथमिकता, चिकित्सा सुविधाओं में सुधार और दिव्यांग मैत्री वातावरण बनाने जैसी प्रमुख मांगें शामिल थीं। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि दिव्यांगजन समाज की धुरी हैं और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकारी स्तर पर ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। रैली शांतिपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुई। कार्यक्रम में फाउंडेशन के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं और विभिन्न सामाजिक संगठनों ने सहयोग किया। रैली के माध्यम से दिव्यांगजनों ने स्पष्ट संदेश दिया कि वे अपने अधिकारों को लेकर जागरूक हैं और अपनी समस्याओं के समाधान होने तक अपनी आवाज उठाते रहेंगे।

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष के जन्मदिन पर बोले जिला अध्यक्ष एससी एसटी एक्ट के लिए दे देंगे जान की कुर्बानी

आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष व सांसद चंद्रशेखर का 39वां जन्मदिन संभल में उत्साह और जोश के साथ मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने नदीम कुरैशी के फार्म हाउस पर पहुंचकर धूमधाम से केक काटा और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी। कार्यकर्ताओं ने कहा कि चंद्रशेखर युवाओं की उम्मीद हैं और उनके नेतृत्व में पार्टी लगातार मजबूत हो रही है। इसी संकल्प के साथ कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर पार्टी के संगठन को मजबूत करने का निर्णय लिया।

जन्मदिन समारोह के दौरान पार्टी जिला अध्यक्ष शहजाद ने भाजपा सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि आरक्षण और एससी-एसटी एक्ट कमजोर करने की साजिश चल रही है, लेकिन आजाद समाज पार्टी इसका कड़ा विरोध करेगी। उन्होंने ऐलान किया कि आरक्षण एवं एससी-एसटी एक्ट को खत्म करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सड़कों पर संघर्ष छेड़ा जाएगा। शहजाद ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो इन संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए कार्यकर्ता जान की कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर का नेतृत्व दलित, वंचित और शोषित समाज के हक की लड़ाई लड़ने के लिए समर्पित है। इसी विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए पार्टी कार्यकर्ता बूथ स्तर तक संगठन विस्तार करेंगे। इधर सम्भल स्थित आजाद समाज पार्टी कार्यालय पर भी कार्यकर्ताओं ने अलग से जन्मदिन कार्यक्रम आयोजित किया। यहां कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर की फोटो रखकर केक काटा और उनके लंबे राजनीतिक जीवन की कामना की। पूरे दिन पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं का आना-जाना लगा रहा। जन्मदिन के मौके पर कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला, वहीं नेताओं का कहना है कि चंद्रशेखर का बढ़ता कद व संघर्षशील छवि पार्टी को नई दिशा देने का काम कर रही है।

सपा समीक्षा बैठक में विधायक कमाल अख़्तर का भाजपा पर बड़ा हमला, एसआईआर, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप पर साधा निशाना

सम्भल में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी की समीक्षा बैठक में कांठ विधायक कमाल अख़्तर ने भाजपा सरकार और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर तीखे सवाल खड़े किए। बैठक में उन्होंने चल रहे एसआईआर अभियान, दिल्ली एमसीडी उपचुनाव, वन नेशन वन इलेक्शन और संचार साथी ऐप के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी।

विधायक ने कहा कि यूपी में एसआईआर का पहला बड़ा अभियान चल रहा है, लेकिन सम्भल की चार विधानसभा क्षेत्रों में इसके क्रियान्वयन को लेकर कई गंभीर समस्याएं सामने आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना पर्याप्त प्रशिक्षण के उन कर्मचारियों से फीडिंग कराई जा रही है जिन्होंने कभी लैपटॉप तक नहीं देखा। दस्तावेज़ सत्यापन के लिए लोगों को मात्र 15 दिन का समय देना बेहद अनुचित है, जबकि एक प्रमाण पत्र बनाने में पटवारी महीनों लगाता है।

दिल्ली एमसीडी उपचुनाव में भाजपा को लगी चोट पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यदि चुनाव बैलट पेपर से हों तो भाजपा को और बड़ा नुकसान होगा।

उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा कि 16 करोड़ मतदाताओं वाले यूपी में चुनाव आठ चरणों में इसीलिए कराए जाते हैं कि मशीनरी और कर्मचारियों की कमी का बहाना बनाया जाता है, जबकि डेढ़ साल पहले से ही एसआईआर जैसे भारी-भरकम काम शुरू कर दिए जाते हैं।

वन नेशन वन इलेक्शन को भी उन्होंने ‘दोहरे मापदंड’ बताया। कमाल अख़्तर ने कहा कि यदि सरकार एक देश—एक चुनाव चाहती है तो फिर एक वोटर लिस्ट क्यों नहीं? एसआईआर के बाद जब मतदाता सूची एकदम क्लियर बता रहे हैं, तो प्रधानी, जिला पंचायत, बीडीसी और विधानसभा–सांसद के चुनाव अलग सूचियों से क्यों कराए जाते हैं?

संसद में प्रधानमंत्री मोदी द्वारा विपक्ष पर ड्रामा करने के बयान पर विधायक ने कहा कि असल में जनता जानती है कि ड्रामा कौन कर रहा है। विपक्ष एसआईआर, बेरोजगारी, शिक्षा और बीएलओ की मौत पर बहस चाहता है। यह कोई ड्रामा नहीं है।

संचार साथी ऐप पर उन्होंने कहा कि यह लोगों की निजी जिंदगी में दखल देता है। हर आदमी अपने घर में दरवाजा इसलिए लगाता है कि उसकी प्राइवेसी बनी रहे। सरकार इस ऐप के जरिए हर नागरिक की सूचना अपने पास रखना चाहती है, जो बिल्कुल गलत है।

मौलाना तौकीर रजा के करीबियों पर बुलडोज़र एक्शन को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी—सरकार है, कैमरा उधर घुमा दे तो बुलडोज़र किसी पर भी चल सकता है।

सपा समीक्षा बैठक चुनावी तेवरों और सरकारी नीतियों पर सख्त सवालों के साथ संपन्न रही।

Sambhal इंडियन फ्रोजन फूड के अकाउंटेंट के घर आईटी की छापेमारी, लैपटॉप और दस्तावेज खंगाल रही टीम

संभल। इंडियन फ्रोजन फूड से जुड़े एक बड़े मामले में मंगलवार को आयकर विभाग की टीम ने शहर के चमन सराय क्षेत्र में रहने वाले अकाउंटेंट गुफरान पुत्र अरकान के आवास पर छापेमारी की। आईटी टीम ने घर को अपने कब्जे में लेकर अंदर मौजूद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी। बताया जा रहा है कि गुफरान सम्भल स्थित इंडियन फ्रोजन फूड फैक्ट्री में अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत है और लंबे समय से वित्तीय व्यवस्थाओं से जुड़ा हुआ है।

सूत्रों के अनुसार, आईटी टीम सबसे पहले घर में रखे गए लैपटॉप और कंप्यूटर सिस्टम को खंगालने में जुट गई। टीम डिजिटल फाइलों, लेनदेन के रिकॉर्ड तथा अकाउंट से जुड़े संभावित डेटा की गहन जांच कर रही है। अधिकारियों का शक है कि फर्म से जुड़े कुछ वित्तीय लेनदेन संदेह के घेरे में हैं, जिनकी कड़ियां अकाउंटेंट के निजी रिकॉर्ड से जुड़ सकती हैं। छापेमारी के दौरान घर के बाहर पुलिस बल भी तैनात किया गया ताकि भीड़ न जुटे और कार्रवाई सुगमता से पूरी की जा सके। इस छापे की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में हलचल बढ़ गई और कई लोग मौके पर हालात देखने जुटने लगे, मगर सुरक्षा बल ने किसी को भी आवास के करीब जाने की अनुमति नहीं दी। आईटी विभाग की यह कार्रवाई इंडियन फ्रोजन फूड से जुड़े संभावित कर चोरी और आर्थिक अनियमितताओं की जांच के हिस्से के रूप में देखी जा रही है। फिलहाल विभाग की ओर से आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन जांच पूरी होने तक टीम मौके पर डटी हुई है।

संभल–गजरौला रेल लाइन विस्तारीकरण की मांग को लेकर जागरूकता अभियान, प्रधानमंत्री को पत्र भेजने की पहल

संभल। संभल–गजरौला रेल लाइन के विस्तारीकरण की लगभग 50 वर्ष पुरानी मांग को लेकर अधिवक्ता एवं समाजसेवी चौ. रविराज चाहल द्वारा चलाए जा रहे जागरूकता अभियान के अंतर्गत आज मोहल्ला कोट पूर्वी में भाजपा नेता और पूर्व ब्लॉक प्रमुख विलेश यादव से पत्र लिखने का अनुरोध किया गया।

इस अवसर पर वार्ड 12 की जिला पंचायत सदस्य और विलेश यादव की पत्नी श्रीमती सुरभि यादव ने प्रधानमंत्री महोदय को संबोधित पत्र तैयार कर रेल बजट में संभल–गजरौला रेल लाइन के विस्तारीकरण की स्वीकृति देने की मांग की।

भाजपा नेता विलेश यादव ने कहा कि रेल लाइन के विस्तारीकरण से संभल और भूड़ क्षेत्र का समग्र विकास होगा। इससे रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और क्षेत्र में स्थापित औद्योगिक क्षेत्र का विकास भी गति पकड़ेगा।

जिला पंचायत सदस्य सुरभि यादव ने कहा कि क्षेत्र की यह पुरानी मांग अब पूरी होने की उम्मीद है। विस्तारित रेल लाइन से क्षेत्र में नए स्कूल, कॉलेज और अन्य विकासात्मक परियोजनाएँ भी शुरू होंगी।

समाजसेवी और अधिवक्ता चौ. रविराज चाहल ने कहा कि यह मांग जनहित में है और इसे प्रधानमंत्री महोदय तक पहुंचाना हमारा उद्देश्य है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि अधिक से अधिक पत्र प्रधानमंत्री को भेजें, ताकि सरकार इस पर संज्ञान लेकर रेल बजट में आवश्यक प्रावधान कर सके।

इस अवसर पर सुरभि यादव, विलेश यादव, चौ. रविराज चाहल, राजीव यादव, नईम एडवोकेट, सोनू स्वामी उर्फ महेंद्र स्वामी, जगपाल यादव, राकेश यादव और आदेश ठाकुर सहित कई लोग उपस्थित रहे।

Sambhal में अवैध ई-रिक्शा संचालन पर बड़ी कार्रवाई, दस से अधिक ई-रिक्शा सीज, एक लाख रुपये का जुर्माना वसूला

संभल।जिले में अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शाओं पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सोमवार को बड़े अभियान को अंजाम दिया। सम्भल कोतवाली क्षेत्र के चौधरी सराय में एआरटीओ प्रशासन अमिताभ चतुर्वेदी और सीओ यातायात दीपक तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में वाहनों की सघन चेकिंग की गई। इस दौरान दस से अधिक ई-रिक्शाओं को मौके पर ही सीज कर दिया गया, जबकि लगभग एक लाख रुपये का चालान वसूल किया गया।

जानकारी के अनुसार, कई ई-रिक्शा चालक बिना रजिस्ट्रेशन, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बिना परमिट और निर्धारित रूट का पालन किए बिना शहर में आवागमन कर रहे थे। शिकायतें मिलने के बाद विभागीय टीम ने अचानक चौधरी सराय क्षेत्र में अभियान चलाया। अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की और उन्हें नियमों का पालन करने की चेतावनी भी दी। एआरटीओ अमिताभ चतुर्वेदी ने बताया कि अनियमित ई-रिक्शा संचालन से शहर में यातायात व्यवस्था बिगड़ती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि बिना परमिट और नियमों के विपरीत वाहन चालकों को किसी भी कीमत पर छूट नहीं दी जाएगी।

वहीं, सीओ यातायात दीपक तिवारी ने बताया कि ई-रिक्शाओं की लगातार बढ़ती संख्या से सड़क सुरक्षा प्रभावित हो रही है, इसलिए ऐसे वाहनों पर सख्ती जरूरी है। अभियान के दौरान यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की टीम ने पूरे क्षेत्र में निरीक्षण कर दस्तावेजों की जांच की। कई वाहन चालक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए, जिसके बाद उनके वाहन सीज कर दिए गए।

अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी समय-समय पर जारी रहेगा, ताकि अवैध ई-रिक्शा संचालन पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित किया जा सके। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे यातायात व्यवस्था में सुधार होगा तथा अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगेगी।

Sambhal भारत हिंदू राष्ट्र होगा संसद में 370 रामभक्त हिंदू चाहिए: रामभद्राचार्य

सम्भल। पह़ुंचे जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बड़ बयान दिया है उन्होंने कहा है कि थोड़े दिन में भारत हिंदू राष्ट्र होगा संसद में 370 रामभक्त हिंदू चाहिए। जातीय आधार पर आरक्षण खत्म कर उन्होंने आर्थिक आधार पर आरक्षण का पक्ष रखा है वाइफ की परिभाषा को उन्होंने अंग्रेजों की परिभाषा बताया है भारत में नारी को मां बहन बेटी और देवी कहा है राममंदिर के ध्वजारोहण के मुहूर्त को उन्होंने सही मुहूर्त बताया है। नरेंद्र मोदी को उन्होंने फिर से सत्ता में आने की बात कही है वहीं धर्माचार्यों को संस्कृत का ज्ञान आवश्यक बताया है। उन पर दिए गए उदितराज के बयान पर उन्होंने हाथी चले बजार कुत्ता भौंके हजार कह कर खारिज कर दिया है।

सम्भल के ऐंचोड़ाकंबोह में कल्कि महोत्सव में कल्कि कथा सुनाने पहुंचे जगद्गुरू रामानंदाचार्य रामभद्राचार्य ने मीडिया से खुले मन से जमकर बात की। वाइफ की परिभाषा और भारत में नारी के स्थान पर उन्होंने चर्चा की। वाइफ को इंटरटेनमेंट की की वस्तु बताने की परिभाषा को उन्होंने अंग्रेजों की परिभाषा बताया है। उन्होंने भारत में नारी को बेबी बीबी नहीं देवी का स्वरूप बताया। उन्होंने कहा कि वे विवादित वक्तव्य नहीं देते किसी को मिर्ची लगे तो वे क्या करें।

सम्भल में कल्कि भगवान का अवतार होने तथा अयोध्या मथुरा काशी की तरह उन्होंने सम्भल का महत्व होने का दावा किया है।