Sambhal में अवैध ई-रिक्शा संचालन पर बड़ी कार्रवाई, दस से अधिक ई-रिक्शा सीज, एक लाख रुपये का जुर्माना वसूला

संभल।जिले में अवैध रूप से संचालित ई-रिक्शाओं पर सख्त कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने सोमवार को बड़े अभियान को अंजाम दिया। सम्भल कोतवाली क्षेत्र के चौधरी सराय में एआरटीओ प्रशासन अमिताभ चतुर्वेदी और सीओ यातायात दीपक तिवारी के संयुक्त नेतृत्व में वाहनों की सघन चेकिंग की गई। इस दौरान दस से अधिक ई-रिक्शाओं को मौके पर ही सीज कर दिया गया, जबकि लगभग एक लाख रुपये का चालान वसूल किया गया।

जानकारी के अनुसार, कई ई-रिक्शा चालक बिना रजिस्ट्रेशन, बिना ड्राइविंग लाइसेंस, बिना परमिट और निर्धारित रूट का पालन किए बिना शहर में आवागमन कर रहे थे। शिकायतें मिलने के बाद विभागीय टीम ने अचानक चौधरी सराय क्षेत्र में अभियान चलाया। अधिकारियों ने नियमों का उल्लंघन करने वाले चालकों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की और उन्हें नियमों का पालन करने की चेतावनी भी दी। एआरटीओ अमिताभ चतुर्वेदी ने बताया कि अनियमित ई-रिक्शा संचालन से शहर में यातायात व्यवस्था बिगड़ती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। उन्होंने कहा कि बिना परमिट और नियमों के विपरीत वाहन चालकों को किसी भी कीमत पर छूट नहीं दी जाएगी।

वहीं, सीओ यातायात दीपक तिवारी ने बताया कि ई-रिक्शाओं की लगातार बढ़ती संख्या से सड़क सुरक्षा प्रभावित हो रही है, इसलिए ऐसे वाहनों पर सख्ती जरूरी है। अभियान के दौरान यातायात पुलिस और परिवहन विभाग की टीम ने पूरे क्षेत्र में निरीक्षण कर दस्तावेजों की जांच की। कई वाहन चालक दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए, जिसके बाद उनके वाहन सीज कर दिए गए।

अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान आगे भी समय-समय पर जारी रहेगा, ताकि अवैध ई-रिक्शा संचालन पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित किया जा सके। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन की कार्रवाई का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे यातायात व्यवस्था में सुधार होगा तथा अनियंत्रित ई-रिक्शा संचालन पर रोक लगेगी।

Sambhal भारत हिंदू राष्ट्र होगा संसद में 370 रामभक्त हिंदू चाहिए: रामभद्राचार्य

सम्भल। पह़ुंचे जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने बड़ बयान दिया है उन्होंने कहा है कि थोड़े दिन में भारत हिंदू राष्ट्र होगा संसद में 370 रामभक्त हिंदू चाहिए। जातीय आधार पर आरक्षण खत्म कर उन्होंने आर्थिक आधार पर आरक्षण का पक्ष रखा है वाइफ की परिभाषा को उन्होंने अंग्रेजों की परिभाषा बताया है भारत में नारी को मां बहन बेटी और देवी कहा है राममंदिर के ध्वजारोहण के मुहूर्त को उन्होंने सही मुहूर्त बताया है। नरेंद्र मोदी को उन्होंने फिर से सत्ता में आने की बात कही है वहीं धर्माचार्यों को संस्कृत का ज्ञान आवश्यक बताया है। उन पर दिए गए उदितराज के बयान पर उन्होंने हाथी चले बजार कुत्ता भौंके हजार कह कर खारिज कर दिया है।

सम्भल के ऐंचोड़ाकंबोह में कल्कि महोत्सव में कल्कि कथा सुनाने पहुंचे जगद्गुरू रामानंदाचार्य रामभद्राचार्य ने मीडिया से खुले मन से जमकर बात की। वाइफ की परिभाषा और भारत में नारी के स्थान पर उन्होंने चर्चा की। वाइफ को इंटरटेनमेंट की की वस्तु बताने की परिभाषा को उन्होंने अंग्रेजों की परिभाषा बताया है। उन्होंने भारत में नारी को बेबी बीबी नहीं देवी का स्वरूप बताया। उन्होंने कहा कि वे विवादित वक्तव्य नहीं देते किसी को मिर्ची लगे तो वे क्या करें।

सम्भल में कल्कि भगवान का अवतार होने तथा अयोध्या मथुरा काशी की तरह उन्होंने सम्भल का महत्व होने का दावा किया है।

Sambhal में सिटी मजिस्ट्रेट की छापेमारी में अवैध गैस रीफिलिंग का भंडाफोड़

सम्भल। में सोमवार को सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार के नेतृत्व में सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला नाला में अवैध गैस रीफिलिंग के बड़े कारोबार का पर्दाफाश हुआ। टीम के अचानक पहुंचते ही एक आवासीय मकान में बड़ी संख्या में घरेलू गैस सिलेंडर रखे मिले। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि इस मकान में लंबे समय से गैस सिलेंडरों की अवैध रीफिलिंग का काम किया जा रहा था।

कार्रवाई के दौरान टीम ने मौके से उवैस नामक युवक को हिरासत में ले लिया, जो सिलेंडरों में गैस भरने का काम कर रहा था। तलाशी में 26 गैस सिलेंडर बरामद हुए जिनमें 14 भरे हुए, 12 खाली सिलेंडर शामिल थे। इसके साथ ही तीन छोटे सिलेंडर भी मिले, जिनके वाहन उपयोग में लाए जाने की आशंका जताई गई है। मकान के अंदर छिपाकर रखी गई 10 से 12 मशीनें भी मिलीं, जिनमें से दो मशीनें पूरी तरह चालू हालत में पाई गईं, जबकि बाकी मशीनें पुरानी और खराब थीं।

सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि आवासीय क्षेत्र में इस तरह का खतरनाक कार्य किसी भी समय बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकता है। न तो मकान मालिक ने फायर विभाग की एनओसी ली थी और न ही गैस भंडारण या रीफिलिंग की कोई वैध अनुमति प्राप्त थी। पूरा संचालन अवैध होने के कारण तुरंत बंद करा दिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही आपूर्ति विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और सिलेंडरों व मशीनों का निरीक्षण करते हुए आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू की।

विभाग यह भी जांच कर रहा है कि सिलेंडर किस एजेंसी या स्रोत से लाए जा रहे थे। फिलहाल उवैस को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, जबकि मकान मालिक की तलाश जारी है। प्रशासन ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि इस खतरनाक और अवैध गतिविधि में शामिल सभी जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

Sambhal फतेहपुर में लेखपाल की आत्महत्या पर सम्भल में उबाल, तहसील पर लेखपालों का धरना

सम्भल। में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के नेतृत्व में सभी लेखपालों ने तहसील परिसर में जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन फतेहपुर जिले में तैनात लेखपाल सुधीर कुमार की आत्महत्या के खिलाफ आयोजित किया गया। लेखपालों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासनिक दबाव और गैर-जिम्मेदाराना रवैये ने उन्हें यह कदम उठाने को मजबूर किया है उन लोगो पर कार्यवाही होनी चाहिए।

संघ पदाधिकारियों ने बताया कि 2024 बैच के लेखपाल सुधीर कुमार की शादी 26 नवंबर 2025 को प्रस्तावित थी। शादी की तैयारियों के लिए वह कई दिनों से अवकाश मांग रहे थे, लेकिन तहसील प्रशासन ने एसआईआर ड्यूटी का हवाला देकर उनकी छुट्टी नामंजूर कर दी। बताया गया कि 22 नवंबर को वह एसआईआर संबंधी बैठक में शामिल नहीं हो सके, जिसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया।

इसी क्रम में छुट्टी न मिलने और निलंबन की कार्रवाई ने उन्हें गहरे तनाव में डाल दिया। मानसिक दबाव बढ़ने पर सुधीर कुमार ने आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठा लिया, जिससे उनके परिवार और विभागीय साथियों में भारी आक्रोश है। धरने में शामिल लेखपालों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और मृतक को न्याय दिलाने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। प्रदर्शन के दौरान प्रशासन के खिलाफ नाराजगी खुलकर सामने आई।

Sambhal में विकास की नई दिशा: मंडलायुक्त ने पांच महत्वपूर्ण परियोजनाओं का किया उद्घाटन

संभल।सम्भल जिले में शुक्रवार का दिन विकास कार्यों के नाम रहा, जब मंडल आयुक्त आंज्जेनय कुमार सिंह ने जिले में पांच अहम परियोजनाओं का शुभारंभ किया। ये सभी कार्य समाज के सबसे संवेदनशील तबकों—दिव्यांगजन, महिलाओं, सुरक्षा व्यवस्था और विरासत संरक्षण—से जुड़े हुए हैं। आयुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुसार सम्भल को एक नई विकास दिशा की ओर ले जाने के लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है।

आयुक्त ने कहा कि दिव्यांग बच्चों के लिए सम्भल में पहली बार दो सुगम पुस्तकालय स्थापित किए गए हैं। ये पुस्तकालय सम्भल मुख्यालय और सम्भल ब्लॉक में खोले गए हैं, जहां दिव्यांग बच्चों को पढ़ने-लिखने के साथ-साथ विशेष प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। उनका उद्देश्य है कि शारीरिक रूप से अक्षम बच्चों को आगे बढ़ने के अधिक अवसर मिलें और वे मुख्यधारा में शामिल हो सकें।

दूसरी ओर, शहर की सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में सत्यव्रत पुलिस चौकी पर इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (ICCC) का उद्घाटन किया गया। इस केंद्र में ढाई सौ अत्याधुनिक कैमरे लगाए गए हैं, जबकि शहर में कुल 1300 से अधिक कैमरे स्थापित किए जा चुके हैं। आयुक्त ने बताया कि इन कैमरों के माध्यम से पूरे शहर की निगरानी रियल टाइम में की जाएगी, जिससे कानून-व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन को मजबूती मिलेगी।

सम्भल की पहचान बने 101 फीट ऊंचे तिरंगे को चौधरी सराय चौराहे पर लहराया गया। यह तिरंगा नागरिकों में देशभक्ति और गौरव की भावना को और मजबूत करेगा। स्थानीय लोगों में इस क्षण को लेकर भारी उत्साह देखने को मिला।

इसके साथ ही सम्भल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोने के लिए दो साल पहले गिरे हुए चक्की के पाट का पुनरुद्धार भी पूरा किया गया और उसका लोकार्पण किया गया। यह पाट सम्भल की परंपरागत विरासत का हिस्सा रहा है और इसके पुनर्निर्माण से शहर के इतिहास को फिर से जीवंत बनाने का प्रयास किया गया है।

मंडलायुक्त आंज्जेनय कुमार सिंह ने कहा कि सम्भल की ऐतिहासिकता, उसकी विरासत और यहां की जनता की जरूरतों को ध्यान में रखकर जिले को नई दिशा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रशासन का लक्ष्य है कि सम्भल को न सिर्फ विकास की नई राह पर आगे बढ़ाया जाए, बल्कि इसे उत्तर प्रदेश के मॉडल जिलों में शामिल किया जा सके। जिले में आगे भी इसी प्रकार जनसुविधाओं को बढ़ाने और बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के प्रयास जारी रहेंगे।

Sambhal अवैध अस्पताल पर सिटी मजिस्ट्रेट का छापा, मेडिकल स्टोर की आड़ में चल रहा था पूरा हॉस्पिटल

सम्भल में स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर खुलेआम की जा रही मनमानी का बड़ा मामला गुरुवार को सामने आया, जब सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार ने बादल गुंबद स्थित लाइफ लाइन फार्मेसी पर अवैध तरीके से चल रहे अस्पताल का भंडाफोड़ किया। मेडिकल स्टोर की ओट में फार्मेसिस्ट द्वारा बिना किसी पंजीकरण और चिकित्सीय अनुमति के अस्पताल संचालित किया जा रहा था। जैसे ही सिटी मजिस्ट्रेट की टीम छापेमारी के लिए पहुंची, वहां भर्ती कई मरीज इलाज बीच में ही छोड़कर भागते नजर आए।

छापेमारी के दौरान टीम को फार्मेसी के पीछे संचालित एक पूरी यूनिट मिली, जिसमें ऑपरेशन थिएटर, लेबर रूम, कई बेड, और मरीजों के इलाज के उपकरण मौजूद थे। अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल न तो पंजीकृत था और न ही यहाँ किसी योग्य डॉक्टर की तैनाती पाई गई। फार्मेसिस्ट ही मरीजों का इलाज और ऑपरेशन की तैयारी जैसी गंभीर जिम्मेदारियाँ संभाल रहा था, जो कानूनन गंभीर अपराध है और सीधे तौर पर मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ है। सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार ने मौके से मिले दस्तावेजों की जांच कराई और पूरे अस्पताल को तुरंत सील करने के आदेश जारी किए। उन्होंने कहा कि ऐसे अवैध अस्पताल लोगों की जिंदगी के लिए बड़ा खतरा हैं और स्वास्थ्य विभाग तथा प्रशासन इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगा। छापेमारी के दौरान मिले उपकरणों और कमरे की बनावट से स्पष्ट है कि यहां लंबे समय से अवैध रूप से इलाज और डिलीवरी जैसी सेवाएं संचालित की जा रही थीं। कई स्थानीय लोगों ने भी शिकायत की थी कि फार्मेसी के पीछे कुछ संदिग्ध गतिविधियाँ चलती हैं, जिसके बाद प्रशासन ने जांच शुरू की थी। प्रशासन ने मामले में फार्मासिस्ट के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

Sambhal में मिला एक और प्राचीन बंद कुआं, प्रशासन ने शुरू कराई खुदाई

सम्भल के महमूदखां सराय क्षेत्र में एकता चौकी के पास एक और प्राचीन बंद कुएं के मिलने से इलाके में हलचल मच गई है। जिलाधिकारी के आदेश पर नगर पालिका प्रशासन ने बुधवार को कुएं की खुदाई का कार्य शुरू कराया। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार और अधिशासी अधिकारी मणिभूषण तिवारी स्वयं मौके पर पहुंचे और खुदाई की प्रगति की जानकारी ली। अधिकारियों ने संबंधित टीम को तेजी के साथ और सुरक्षित तरीके से कार्य करने के निर्देश दिए।

कुएं में वर्षों से उगा एक बड़ा पेड़ खुदाई में बाधा बन रहा था, जिसे हटाने के लिए अधिकारियों ने पेड़ काटने का आदेश भी दिया। स्थानीय लोगों के अनुसार यह कुआं कई दशकों से बंद था और उस पर मलबा व झाड़ियां जमा थीं, जिसके कारण इसकी जानकारी कम ही लोगों को थी। कुएं को लेकर एक पुराना आरोप भी सामने आता रहा है। बताया जाता है कि वर्ष 1978 के दंगों के दौरान एक व्यापारी की हत्या कर शव को इसी कुएं में फेंके जाने की चर्चाएं समय-समय पर उठती रही हैं। हालांकि उस समय आधिकारिक तौर पर कोई ठोस पुष्टि नहीं हो सकी थी। अब कुएं की दोबारा खुदाई शुरू होने के बाद लोग अतीत की उस घटना को फिर से याद कर रहे हैं। प्रशासन का कहना है कि खुदाई पूरी होने पर कुएं की वास्तविक स्थिति और अंदर मौजूद सामग्री स्पष्ट हो सकेगी। सुरक्षा के मद्देनजर आसपास के इलाके को घेराबंदी कर दिया गया है। फिलहाल नगर पालिका की टीम कुएं की सफाई और गहराई तक पहुंचने का कार्य तेजी से कर रही है।

Sambhal कोतवाली रोड पर नई ट्रैफिक व्यवस्था लागू, वन-वे सिस्टम से मिलेगी जाम से राहत

संभल।शहर की सबसे व्यस्त और भीड़भाड़ वाली सड़कों में शुमार कोतवाली रोड पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। सिटी मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार ने व्यापारियों से वार्ता कर नई ट्रैफिक प्रणाली लागू की है, जिसके तहत अब नगर पालिका से कोतवाली तक वन-वे ट्रैफिक चलेगा। वाहन वापसी के लिए चमन सराय मार्ग तय किया गया है, जिससे सड़क पर होने वाली अव्यवस्था पर रोक लग सकेगी।

ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के तहत टंडन तिराहा से पोस्ट ऑफिस तक ई-रिक्शा की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी गई है। प्रशासन का कहना है कि इस मार्ग पर लगातार बढ़ते ई-रिक्शा संचलन के कारण जाम की स्थिति बनती थी, जिससे आम जनता व दुकानदारों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था।

बैठक के दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने स्पष्ट निर्देश दिए कि नालियों पर अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ऐसे व्यापारियों पर चालान के साथ-साथ जब्तीकरण की कार्रवाई भी की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि सड़क किनारे अतिक्रमण ट्रैफिक जाम की सबसे बड़ी वजह है और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

नई व्यवस्था लागू करने के दौरान सदर कोतवाल गजेंद्र सिंह, अधिशासी अधिकारी मणिभूषण तिवारी सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर रास्तों का निरीक्षण किया और वन-वे सिस्टम के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।

प्रशासन का मानना है कि इस नई ट्रैफिक व्यवस्था से कोतवाली रोड पर जाम की समस्या में काफी हद तक कमी आएगी और लोगों को राहत मिलेगी। वहीं व्यापारियों ने भी ट्रैफिक सुधार के लिए प्रशासन के इस प्रयास का समर्थन किया है और सहयोग का आश्वासन दिया है।

Sambhal हसनपुर मुंजबता में आवासीय पट्टों को लेकर विवाद, ग्रामीण ट्रैक्टर से नई तहसील पहुंचे, तहसीलदार से कार्रवाई की मांग

ग्राम पंचायत हसनपुर मुंजबता में आवासीय पट्टों को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। इसी मुद्दे को लेकर गांव के दर्जनों ग्रामीण ट्रैक्टरों पर सवार होकर नई तहसील सम्भल पहुंचे और तहसीलदार को प्रार्थना पत्र सौंपकर तत्काल संज्ञान लेने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 1965, 1973, 1988 और 1990 में ग्राम समाज की भूमि पर तहसील प्रशासन द्वारा आवासीय पट्टे जारी किए गए थे, जिन पर लोग दशकों से बसे हुए हैं।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अब 40 वर्षों बाद कुछ लोग पुराने पट्टों पर आपत्ति उठाकर दलित एवं गरीब परिवारों को अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं। गाटा संख्या 313,356 से संबंधित पट्टों पर विवाद को लेकर प्रभावित परिवारों में भय और असुरक्षा की स्थिति बन गई है। ज्ञापन में यह भी कहा गया कि गांव का एक व्यक्ति, जिसकी राशन की दुकान पहले किसी अन्य सदस्य को आवंटित हो गई थी, दुश्मनी के चलते पट्टाधारकों को परेशान कर रहा है। ग्रामीणों ने तहसीलदार से मांग की कि सभी पुराने रिकॉर्ड की जांच कर, वैध पट्टाधारकों को संरक्षण दिया जाए और किसी भी प्रकार का भेदभाव न हो। उन्होंने कहा कि प्रशासन तत्काल हस्तक्षेप कर विवाद को शांत करे ताकि बेवजह परेशान किए जा रहे परिवारों को राहत मिल सके। तहसीलदार ने प्रार्थना पत्र प्राप्त कर कार्रवाई का आश्वासन दिया।

Sambhal आजाद समाज पार्टी में शामिल हुए तुर्तीपुर इलहा के प्रधान, करवा लगातार मजबूत, मुजफ्फरनगर में रैली में शामिल होने का आहवान

आजाद समाज पार्टी का जनाधार लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को पार्टी को उस समय और मजबूती मिली, जब तुर्तीपुर इलहा के वर्तमान प्रधान ने भाजपा छोड़कर आजाद समाज पार्टी का दामन थाम लिया। प्रधान के साथ गुफरान ने भी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। दोनों नेताओं को पार्टी में शामिल कराते हुए जिलाध्यक्ष शहजाद खां ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और पार्टी की नीतियों एवं मिशन को विस्तार से बताया।

सदस्यता ग्रहण कार्यक्रम के दौरान जिलाध्यक्ष शहजाद खां ने कहा कि आजाद समाज पार्टी समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान राजनीतिक माहौल में आम लोगों की समस्याओं को अनदेखा किया जा रहा है, इसलिए जनता विकल्प की तलाश में है और आजाद समाज पार्टी तेजी से लोगों की उम्मीद बन रही है। इस मौके पर आने वाले 26 नवंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली बड़ी रैली का भी आह्वान किया गया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि रैली पार्टी की शक्ति और एकजुटता का परिचय देगी। उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं और क्षेत्रवासियों से बड़ी संख्या में पहुँचकर रैली को सफल बनाने की अपील की। इस दौरान ग्राम प्रधान दाऊद खान ने भाजपा पर हमला बोला और आजाद समाज पार्टी से प्रभावित होकर पार्टी ज्वाइन करने की बात कही है। कार्यक्रम में मौजूद पदाधिकारियों ने नए सदस्यों के जुड़ने को पार्टी के लिए ऊर्जा बढ़ाने वाला कदम बताया। उनका कहना था कि आने वाले समय में पार्टी का संगठन और मजबूत होकर जनहित की लड़ाई को तेज करेगा।