Sambhal जामा मस्जिद को लेकर उगला विवादित ज़हर, सम्भल में अयोध्या जैसी ‘चढ़ाई’ की चेतावनी, कांग्रेस ने जताई कड़ी आपत्ति
संभल।कैलादेवी धाम में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष ने मंच से अत्यंत विवादित बयान देकर माहौल गरमा दिया। उन्होंने कहा कि यह पहली लड़ाई है और पहली बार इतनी बड़ी संख्या में लोग एकजुट हुए हैं। अपने भड़काऊ संबोधन में उन्होंने आगे कहा कि अभी तो यात्रा की शुरुआत कैलादेवी धाम से हुई है, आने वाले समय में सम्भल की जामा मस्जिद पर उसी प्रकार “चढ़ाई” की जाएगी, जैसे अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन के समय की गई थी। उन्होंने दावा किया कि भविष्य में सम्भल के हजारों गांवों के लोग चारों ओर से कूच करेंगे और जामा मस्जिद की एक-एक ईंट उखाड़ ले जाने का काम करेंगे।
उन्होंने चेतावनी भरे अंदाज़ में कहा कि यदि सरकार और न्यायालय ने हरिहर मंदिर का “कब्ज़ा” उन्हें नहीं दिलाया, तो हालात अयोध्या जैसे हो सकते हैं। उनका कहना था कि न्यायपालिका और सरकार या तो सच्चाई का साथ दें, वरना साधु-संतों के नेतृत्व में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने इसे “सोए हुए हिंदू समाज को जगाने” की मुहिम बताया।
इस भड़काऊ बयान पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष आरिफ तुर्की ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि राजेश सिंघल की भाषा देशहित के अनुकूल नहीं है और इस तरह के भड़काऊ भाषण किसी भी रूप में जायज़ नहीं ठहराए जा सकते। उन्होंने कहा कि देश संविधान से चलता है और सभी को संविधान व न्यायपालिका पर भरोसा रखना चाहिए, लेकिन जिस तरह से उन्होंने मंच से न्यायपालिका को भी दरकिनार कर बयान दिया, वह अत्यंत अनुचित है। आरिफ तुर्की ने प्रशासन से मांग की कि ऐसे बयानों पर तुरंत संज्ञान लिया जाए, क्योंकि न्यायपालिका सर्वोपरी है और संविधान के तहत संचालित होती है। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे भाषणों पर अंकुश लगाना चाहिए ताकि समाज में अनावश्यक तनाव न बढ़े। विवादित बयान ने क्षेत्र की राजनीतिक व सामजिक हलचल को तेज कर दिया है।














8 hours ago
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