धनबाद: झरिया में सनसनीखेज वारदात, पेट्रोल पंप के पास युवक को सिर में मारी गोली; अज्ञात बाइक सवार तीन बदमाश फरार, इलाके में हड़कंप

Image 2Image 3Image 4Image 5

धनबाद: जिले के झरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत रत्नजी इलाके में मंगलवार दोपहर एक सनसनीखेज हत्या की घटना सामने आई है। पेट्रोल पंप के पास बाइक सवार तीन अज्ञात बदमाशों ने एक युवक को बेहद करीब से सिर में गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

मौके पर ही मौत, दहशत का माहौल

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तीन बाइक सवार हमलावर अचानक आए, युवक को गोली मारी और तेजी के साथ मौके से फरार हो गए। गोली लगते ही युवक सड़क पर गिर पड़ा। स्थानीय लोगों ने तुरंत झरिया थाना पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को तत्काल अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने जाँच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।

तीन थानों की पुलिस जांच में जुटी

घटना की सूचना मिलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन थानों की पुलिस टीमें तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और जाँच पड़ताल में जुट गईं। सिंदरी एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम और लॉ एंड ऑर्डर के डीएसपी नौशाद आलम भी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।

पुलिस ने अपराधियों की पहचान करने के लिए आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है। घटनास्थल से युवक का मोबाइल फोन, चप्पल और एक खोखा बरामद किया गया है।

मृतक की पहचान नहीं

सिंदरी एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम ने बताया कि मृत युवक की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है और न ही इस हमले के पीछे के कारणों का खुलासा हो सका है।

"सीसीटीवी फुटेज में पूरी घटना कैद है और उसके आधार पर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है। जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर मामले का खुलासा किया जाएगा।"

पीवीयूएनएल में 'मास सेफ्टी पेप टॉक' का आयोजन; सीईओ ने 'ज़ीरो हार्म' लक्ष्य के लिए किया आह्वान, 26 श्रमिकों को मिला उत्कृष्ट सुरक्षा व्यवहार के


Image 2Image 3Image 4Image 5

पीवीयूएनएल: 18 नवंबर 2025 को पीवीयूएनएल (PVUNL) में कार्यस्थल पर सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक मास सेफ्टी पेप टॉक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सीईओ श्री अशोक सेहगल के नेतृत्व में सेफ्टी प्रतिज्ञा के साथ हुई।

सीईओ का संबोधन और 'ज़ीरो हार्म' लक्ष्य

सीईओ श्री अशोक सेहगल ने अपने संबोधन में व्यक्तिगत सुरक्षा, सामूहिक उत्तरदायित्व और बेहतर हाउसकीपिंग मानकों के महत्व पर ज़ोर दिया। उन्होंने संगठन के "ज़ीरो हार्म" (Zero Harm) लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी श्रमिकों और अधिकारियों से सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में श्री अनुपम मुखर्जी, सीजीएम (प्रोजेक्ट), श्री बिष्णु दत्ता दास, जीएम (प्रोजेक्ट) सहित पीवीयूएनएल और बीएचईएल (BHEL) के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। सहयोगी गतिविधियों से जुड़े अनेक श्रमिकों ने भी इस अवसर पर सहभागिता निभाई।

जागरूकता गतिविधियाँ और सम्मान

सुरक्षित कार्य व्यवहार के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कई रचनात्मक गतिविधियाँ आयोजित की गईं:

  • सहकर्मियों द्वारा सेफ्टी गीत की प्रस्तुति की गई।
  • ऊँचाई पर कार्य सुरक्षा पर आधारित एक प्रभावी नुक्कड़ नाटक का मंचन हुआ।

साइट पर उत्कृष्ट सुरक्षा व्यवहार अपनाने के लिए 26 श्रमिकों को उपयुक्त रूप से सम्मानित भी किया गया।


IITF 2025: "मिनरल कैपिटल" झारखंड ने दिखाया खनिज व कृषि शक्ति का अनूठा संगम; रागी से लेकर यूरेनियम तक, पवेलियन बढ़ा रहा निवेशकों का भरोसा


प्रगति मैदान में आयोजित 44वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला (IITF) 2025 के पाँचवें दिन, झारखंड पवेलियन अपने खनन क्षेत्र की मजबूती और कृषि विविधता, विशेषकर रागी (पोषक अनाज) के प्रभावी प्रदर्शन के कारण आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इस वर्ष राज्य सरकार ने झारखंड की खनिज संपदा के साथ-साथ उसकी समृद्ध कृषि परंपरा को भी राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत किया है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

खनिज शक्ति: देश की औद्योगिक रीढ़

झारखंड को देश की "मिनरल कैपिटल" के रूप में जाना जाता है। पवेलियन में इस पहचान को मजबूती से दर्शाते हुए राज्य के प्रमुख खनिजों का विस्तृत प्रदर्शन किया गया है:

प्रमुख खनिज: लौह अयस्क, कोयला, अभ्रक, तांबा, यूरेनियम, बॉक्साइट, चूना पत्थर, सोना और ग्रेनाइट।

महत्व: ये खनिज भारत की औद्योगिक वृद्धि की रीढ़ हैं और ऊर्जा, आधारभूत संरचना, विनिर्माण और रक्षा जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों को गति प्रदान करते हैं।

संदेश: प्रदर्शनी के माध्यम से राज्य यह संदेश दे रहा है कि झारखंड का खनन क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था, रोजगार सृजन और निवेश आकर्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

कृषि विविधता: टिकाऊ फसल रागी

खनिज संपदा के साथ-साथ, झारखंड ने इस बार अपनी रागी (मिलेट) फसल को भी विशेष रूप से प्रदर्शित किया है। रागी को ग्रामीण और आदिवासी समुदायों के लिए एक टिकाऊ व उच्च पोषण वाली फसल माना जाता है।

रागी उत्पाद: पवेलियन में रागी आधारित उत्पाद जैसे रागी आटा, बिस्किट, स्नैक्स और हेल्थ फूड ने दर्शकों का विशेष ध्यान आकर्षित किया।

सरकारी पहल: राज्य सरकार रागी की खेती को बढ़ावा देकर किसानों की आय बढ़ाने, जलवायु-सहिष्णु खेती को प्रोत्साहित करने और बाज़ार से जोड़ने के लिए सक्रिय पहल कर रही है।

निवेशकों को संदेश

झारखंड पवेलियन का यह संतुलित प्रदर्शन स्पष्ट करता है कि राज्य केवल प्राकृतिक संसाधनों का उत्पादक केंद्र ही नहीं है, बल्कि खाद्य सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण, ग्रामीण विकास और सतत आर्थिक वृद्धि का भी एक मजबूत मॉडल प्रस्तुत कर रहा है।

आईआईटीएफ 2025 में पवेलियन देश-विदेश के निवेशकों, व्यापारियों और दर्शकों को यह संदेश दे रहा है कि "झारखण्ड एक उभरती हुई आर्थिक शक्ति है", जो खनिज, कृषि और उद्योग तीनों में अपार संभावनाएँ रखता है।

अवैध डीजीपी अनुराग गुप्ता को बनाने के पीछे वसूली,तस्करी,अवैध उत्खनन,रंगदारी ,भयादोहन..... बाबूलाल मरांडी

Image 2Image 3Image 4Image 5

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पहले किया विरोध,फिर सस्पेंड, फिर सेवा विस्तार, और त्यागपत्र लेने की कहानी

अनुराग गुप्ता के कार्यकाल की जांच नहीं ,मतलब अवैध कमाई की हिस्सेदारी

मुख्यमंत्री को मुफ्त सलाह...अनुराग गुप्ता को बना लें सलाहकार

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज फिर एकबार अवैध रूप से नियुक्त पूर्व डीजीपी अनुराग गुप्ता को लेकर हेमंत सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

श्री मरांडी ने कहा कि पूर्व आईपीएस अधिकारी अनुराग गुप्ता को 2 वर्षों तक निलंबित रखने,फिर उन्हें डीजीपी बनाने, रिटायरमेंट के बाद भी सेवा विस्तार देने और अंत में इस्तीफा लेने के पीछे के रहस्य को राज्य की जनता जानना चाहती है।आखिर इसके पीछे कारण क्या है?

उन्होंने कहा कि आज तक जो बातें सामने आ रही है उसके पीछे अवैध वसूली,तस्करी,अवैध उत्खनन,रंगदारी और भयादोहन है।

कहा कि अनुराग गुप्ता ने मुख्यमंत्री के संरक्षण में वसूली केलिए इंस्पेक्टर गणेश सिंह,सिपाही रंजीत राणा,बिचौलिया मनोज गुप्ता, हरियाणा के किशन जी जैसे लोगों को कलैक्टर बहाल किया था।और ये इतने प्रभावी हो गए हैं कि इन लोगों पर भी आजतक कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई। हेमंत सरकार भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों की संरक्षक बनी हुई है।

उन्होंने कहा कि उन्होंने शराब घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र के माध्यम से आगाह किया था लेकिन मुख्यमंत्री ने जानबूझकर अनसुना किया। और बाद में सीबीआई ने छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड पहुंच गई,वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय चौबे की गिरफ्तारी हुई।

कहा कि यहां भी राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया,90 दिनों तक चार्जशीट दाखिल नहीं कर जमानत का रास्ता प्रशस्त किया। आज तक घोटाले से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारी नहीं हुई।

कहा कि हेमंत सरकार भ्रष्टाचार को रोकना नहीं चाहती।यदि ऐसा नहीं होता तो बिहार की तर्ज पर झारखंड में भी कानून बनाते,अवैध संपत्ति जब्त की जाती।

कहा कि अवैध कफ सिरप को बढ़ावा देकर राज्य सरकार बच्चों के जान से भी खिलवाड़ करने में नहीं चुकी।जब गुजरात की टीम कार्रवाई करती है तो वही अवैध डीजीपी ने सीआईडी जांच कराने वीके बहाने अपराधियों को छोड़ने केलिए टेलीफोन किया।

कहा कि अवैध डीजीपी के कारनामे एक नहीं अनेक हैं।जब उन्हें सीआईडी,एसआईटी के डीजी से हटाया गया तो वे अपने ऑफिस से रातों रात कागजात हटाते रहे,,पेनड्राइव में सेव किया और सीएम को मामला उजागर करने केलिए धमका भी रहे।

कहा कि अवैध डीजीपी का कार्यालय लूट का अड्डा बना हुआ था,आज सूचना मिल रही है कि वे ।दिल्ली,हरियाणा से मुख्यमंत्री को धमका रहे हैं।

कहा कि आम तौर पर कुख्यात अपराधी को उसके गृह जिला से बाहर की जेलों में रखा जाता है लेकिन अनुराग गुप्ता ने सुजीत सिन्हा को पलामू की जेल में रखा, राजेश राम जैसे अपराधी की बैठकी अनुराग गुप्ता की गोपनीय शाखा में होती थी,मिलकर वसूली करते थे,झारखंड को लगातार लूट रहे थे।

कहा कि यह सब मुख्यमंत्री के संरक्षण में राज्य में पल बढ़ रहे भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों के संरक्षण, पालन पोषण की सच्चाई है।

उन्होंने कहा कि इतना के बावजूद मुख्यमंत्री ने अबतक कोई जांच नहीं बैठाया। इसका सीधा अर्थ मामला लेन देन का है। मुख्यमंत्री को हिस्सेदारी नहीं मिलने की लड़ाई है अवैध डीजीपी का इस्तीफा।और जांच नहीं होना।

श्री मरांडी ने कहा कि राज्य के कुछ अधिकारी आज हेमंत सरकार के टूल किट बन रहे।

उन्होंने कहा कि अधिकारियों को कानून के आधार पर जनहित में कार्य करना चाहिए।नहीं तो जांच होने पर वे भी कभी मुश्किल में पड़ सकते हैं।

श्री मरांडी ने कहा कि भस्मासुर को वरदान देना महंगा पड़ता है। अच्छा होगा मुख्यमंत्री उन्हें अपना सलाहकार बना लें ताकि सुरक्षित रहें।

प्रेसवार्ता में सह मीडिया प्रभारी योगेंद्र प्रताप सिंह,प्रवक्ता प्रतुल शाह देव भी उपस्थित थे।

रांची उपायुक्त का औचक निरीक्षण: सामान्य शाखा से लिपिक प्रणय प्रतीक अनुपस्थित, डीसी मंजुनाथ भजन्त्री ने तत्काल 'शो-कॉज' नोटिस जारी किया

रांची: उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी, रांची श्री मंजुनाथ भजन्त्री ने आज दिनांक 18 नवंबर 2025 को समाहरणालय ब्लॉक-ए स्थित सामान्य शाखा कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।

Image 2Image 3Image 4Image 5

निरीक्षण के दौरान, सामान्य शाखा में पदस्थापित निम्न वर्गीय लिपिक प्रणय प्रतीक को बिना किसी पूर्व सूचना या अनुमति के कार्यालय से अनुपस्थित पाया गया। उपायुक्त ने अनुशासनहीनता एवं कर्तव्य के प्रति लापरवाही बरतने के लिए उन्हें तत्काल कारण बताओ नोटिस (शो-कॉज) जारी किया।

कड़ी कार्रवाई की चेतावनी

उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि सरकारी कार्यालयों में अनुशासन, समयबद्धता एवं जनता के प्रति जवाबदेही सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता है।

उन्होंने स्पष्ट किया कि:

"भविष्य में सभी कार्यालयों एवं शाखाओं का इसी प्रकार औचक निरीक्षण लगातार किया जाता रहेगा तथा किसी भी प्रकार की अनियमितता पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।"

रामगढ़: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद तौफीकुल हसन का अधिवक्ता संघ ने किया स्वागत; बोले- बेंच और बार साइकिल के दो पहिए हैं, संतुलन जरूरी

रामगढ़: जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष आनंद अग्रवाल की अध्यक्षता में संघ के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज व्यवहार न्यायालय रामगढ़ में नव पदस्थापित प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद तौफीकुल हसन से शिष्टाचार मुलाकात की। संघ की ओर से उन्हें बुके देकर स्वागत किया गया।

Image 2Image 3Image 4Image 5

न्यायिक प्रक्रिया में सहयोग का भरोसा

मुलाकात के दौरान, जिला अधिवक्ता संघ ने व्यवहार न्यायालय की न्यायिक प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग का भरोसा न्यायाधीश को दिलाया।

इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश मोहम्मद तौफीकुल हसन ने अधिवक्ताओं से कहा कि:

"बेंच और बार एक साइकिल के दो पहिए हैं, जिनमें संतुलन बनाकर चलने से ही आम जनों को न्याय मिल पाएगा।"

उन्होंने कहा कि उनका प्रयास होगा कि लंबित मामलों का त्वरित निष्पादन किया जाए ताकि आम जनों को समय पर न्याय मिल सके। उन्होंने बार (अधिवक्ता) और बेंच (न्यायाधीश) को न्यायिक प्रक्रिया में एक दूसरे का सहयोग करते हुए कार्य करने का आह्वान किया।

इस अवसर पर संघ के महासचिव सीताराम, कार्यकारिणी सदस्य सुबोध पांडे, अधिवक्ता ओमचंद्र नारायण, अभिषेक दराद एवं अन्य उपस्थित थे।

भाजपा के आरोप हताशा की उपज, झारखंड की प्रगति को पचा नहीं पा रही भाजपा – विनोद पांडेय

झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय ने भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों को झारखंड की बदली हुई ज़मीनी हकीकत और हेमंत सरकार की बढ़ती लोकप्रियता से उपजी घबराहट बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने डेढ़ दशक के शासन के दौरान झारखंड को जिस बदहाल स्थिति में छोड़कर गई, वही आज उनके आरोपों की असल वजह है। दूसरी तरफ माननीय हेमंत सोरेन के नेतृत्व में झारखंड विकास से समृद्धि की राह पर चल पड़ा है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

महासचिव पांडेय ने कहा कि भाजपा नेताओं को हेमंत सरकार की उपलब्धियाँ दिख ही नहीं सकतीं, क्योंकि उनकी राजनीति आदिवासी, मूलवासी, गरीब विरोधी है। भाजपा की नीति झूठ और भ्रम फैलाने पर टिकी है।

“अरुण सिंह जी बताएं, क्या भाजपा के डेढ़ दशक के शासन में आदिवासी–मूलवासी समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, जमीन–जंगल–जल पर अधिकार मिला? क्या पूरे राज्य में अधूरे पुल, रुकी सड़कें और बंद फैक्टरियाँ झूठ थीं? हेमंत सरकार ने 5 साल में जितना काम किया है, उतना भाजपा डेढ़ दशक में नहीं कर पाई न ही कभी कर पाएगी।

महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि

1. भ्रष्टाचार का आरोप भाजपा को शोभा नहीं देता

“जिस पार्टी ने पूरे देश में भ्रष्टाचार का नया इकोसिस्टम खड़ा किया—ईडीराज और नोटबंदी से लेकर सरकारी उपक्रमों की बिक्री तक—वह झारखंड पर आरोप लगाने से पहले आईने में खुद को देखे। हेमंत सरकार ने पारदर्शिता बढ़ाई, निरीक्षण मजबूत किया।

2. शिक्षा–स्वास्थ्य पर भाजपा का ज्ञान हास्यास्पद

“शिक्षक बहाली, स्कूलों का नवीनीकरण, 400 से ज्यादा उच्च विद्यालयों का उन्नयन, जिलों में सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सुविधाएँ—ये सब हेमंत सरकार की उपलब्धियाँ हैं। भाजपा नेता एक आदिवासी नेता की उपलब्धियों को स्वीकार ही नहीं कर सकते, ये उनके DNA में ही नहीं है।

3. केंद्र का सहयोग अधिकार है, उपकार नहीं

महासचिव पांडेय ने कहा कि मोदी सरकार का बजट बताना उपकार नहीं है।

“झारखंड भी कर देता है, खनिज देता है, ऊर्जा देता है। यह केंद्र की जिम्मेदारी है, दया नहीं। अपने काम को ‘मोदी की देन’ बताना संघी मानसिकता है, लोकतांत्रिक नहीं।” कोयला रॉयल्टी 1.36 लाख करोड़ के बारे में भाजपा नेता क्यूं नहीं कुछ बोल पाते ? क्यूं 1932 खातियान, सरना धर्म कोड और पिछड़ों के आरक्षण पर भाजपा को सांप सूंघ गया है।

4. घाटशिला उपचुनाव पर भाजपा का बयान हार की कुंठा

“घाटशिला की जनता ने झामुमो को चुना क्योंकि उन्होंने विकास देखा, भरोसा किया। भाजपा अपनी करारी हार को सहानुभूति बताकर जनता का अपमान कर रही है।”

महासचिव पांडेय ने कहा भाजपा झूठ बोलते–बोलते थक गई है, लेकिन झारखंड की जनता हेमंत सरकार पर भरोसा करती है। अरुण सिंह जैसे नेताओं का बयान सिर्फ उनकी बौखलाहट का प्रमाण है।

झारखंड CEO का निर्देश: 2003 की मतदाता सूची से वर्तमान सूची की 'पैतृक मैपिंग' में लाएं तेजी; कहा- कोताही बर्दाश्त नहीं, वोटर आउटरीच प्रोग्राम चला


Image 2Image 3Image 4Image 5

रांची: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) श्री के. रवि कुमार ने आज निर्वाचन सदन से सभी जिलों के ईआरओ (ERO) एवं उप निर्वाचन पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। बैठक में उन्होंने वर्तमान मतदाता सूची के मतदाताओं का 2003 की मतदाता सूची से पैतृक मैपिंग कार्य प्राथमिकता के आधार पर यथाशीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया।

पैतृक मैपिंग में तेजी का निर्देश

श्री रवि कुमार ने बताया कि कुछ विधानसभा क्षेत्रों में यह मैपिंग कार्य 70% तक पूरा हो चुका है, जिससे आगामी मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के दौरान एन्यूम्यूरेशन फॉर्म भरने में अधिक आसानी होगी।

उन्होंने उन विधानसभा क्षेत्रों को सख्त निर्देश दिए जहाँ मैपिंग का कार्य अभी भी कम है। उन्होंने कहा:

"वोटर आउटरीच प्रोग्राम चलाते हुए... पैतृक मैपिंग में तेजी लाएं। मैपिंग के कार्य में किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। इसे ससमय पूरा करना अनिवार्य है।"

राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील

CEO ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि वे राजनीतिक दलों के साथ बैठक करें और उनसे बूथ लेवल एजेंट (BLA) की नियुक्ति में तेजी लाने का आग्रह करें। इससे भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राज्य में आगामी मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम में और अधिक निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सकेगी।

बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री सुबोध कुमार और उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री धीरज कुमार ठाकुर सहित सभी जिलों के ईआरओ एवं उप निर्वाचन पदाधिकारी उपस्थित थे।

रांची: रायसा मोड़ के पास दर्दनाक हादसा, अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार दो युवकों की मौत; फुटबॉल मैच देखकर लौट रहे थे मृतक जीजा-साला

रांची: नामकुम थाना क्षेत्र स्थित रायसा मोड़ के पास रविवार देर रात हुए एक भीषण सड़क हादसे में बाइक सवार दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान संजय मुंडा (25), हरबुल, नामकुम निवासी, और सुकरा मुंडा, लुदुंगबेडा, बुढ़मू निवासी, के रूप में की गई है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

फुटबॉल मैच देखकर लौट रहे थे

मिली जानकारी के अनुसार, संजय मुंडा और सुकरा मुंडा ब्यांगडीह गांव में आयोजित एक फुटबॉल मैच देखने गए थे। रात में वापस अपने घर लौटते समय, रायसा मोड़ के पास पीछे से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने उनकी बाइक में जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि दोनों युवक सड़क पर दूर जा गिरे और गंभीर चोटों के कारण मौके पर ही दम तोड़ दिया।

हादसे के तुरंत बाद वाहन चालक मौके से फरार हो गया।

रिश्ते में थे जीजा-साला

मृतक संजय के पिता गंगाराम मुंडा ने बताया कि दोनों युवक खेती-बाड़ी का काम करते थे और रिश्ते में जीजा–साला थे। संजय के चचेरे भाई की शादी सुकरा की बहन से हुई थी। सुकरा हाल ही में हरबुल में मेहमानी आया था और संजय के साथ ही रह रहा था।

स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना पुलिस और पूर्व मुखिया महादेव मुंडा को दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अब फरार वाहन चालक को जल्द पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज और अन्य सुरागों की जांच कर रही है।

धनबाद: 8 दिन बाद भी कांड का खुलासा नहीं; व्यापारियों ने 3-दिवसीय आंदोलन की घोषणा की

धनबाद: बाजार समिति प्रांगण में सोमवार को हुई बैठक में, व्यवसायी समुदाय ने एक गंभीर आपराधिक घटना के आठ दिन बाद भी पुलिस की विफलता के खिलाफ तीन दिवसीय आंदोलन की घोषणा की। जिला चेंबर अध्यक्ष चेतन गोयनका ने कहा कि घटना के उद्भेदन (खुलासा) में पुलिस विफल रही है, इसलिए व्यवसायियों के पास आंदोलन के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

तीन दिवसीय आंदोलन का कार्यक्रम

मंगलवार: जिले के सभी व्यवसायी काला बिल्ला लगाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।

बुधवार: बाजार समिति परिसर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा।

गुरुवार: दोपहर 12 बजे तक सभी प्रतिष्ठान बंद रखकर रणधीर वर्मा चौक पर महाधरना दिया जाएगा।

चेतन गोयनका ने चेतावनी दी कि यदि इस तीन दिवसीय आंदोलन के बाद भी घटना का खुलासा नहीं होता है, तो धनबाद बंद की घोषणा की जाएगी।

सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल

चेंबर के पदाधिकारियों ने जिले की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की:

महासचिव अजय नारायण लाल ने कहा कि अपराधियों में पुलिस का डर नहीं रह गया है।

बाजार समिति चेंबर अध्यक्ष जितेंद्र अग्रवाल ने घटना को सुरक्षा व्यवस्था की पूर्ण विफलता बताया।

जिला खाद्यान्न व्यवसायी संघ अध्यक्ष विनोद गुप्ता ने कहा कि धनबाद में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है।

महासचिव विकास कंधवे ने मांग की कि थाना को जीटी रोड शिफ्ट करने के बाद बाजार समिति परिसर में टीओपी (थाना आउट पोस्ट) की व्यवस्था आवश्यक थी, जिसे आज तक नहीं किया गया।

बैठक में चेंबर के प्रदीप सिंह, पप्पू सिंह, संतोष अग्रवाल, मनोरंजन सिंह, पंकज गुप्ता, श्रवण सिन्हा, अशोक सर्राफ, प्रांजल साव, बबलू गुप्ता, रणजीत साव, श्याम भीमसरिया, शैलेश सिंह आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।