Muzaffarpur

Apr 29 2024, 16:18

वैशाली लोकसभा चुनाव के वीणा देवी ने अपनी उम्मीदवार का किया नामांकन पत्र दाखिल,नामांकन से पहले एक विशाल आशीर्वाद सभा का किया गया आयोजन

6 चरण में होने वाले वैशाली लोकसभा चुनाव के नामांकन पत्र दाखिल करने के पहले दिन NDA समर्थित लोजपा के उम्मीदवार वीणा देवी ने अपनी उम्मीदवारी का नामांकन पत्र दाखिल किया 

 नामांकन से पहले एक विशाल आशीर्वाद सभा का आयोजन किया गया जिसमें NDA के सभी घटक दल के बड़े नेताओं ने इस आशीर्वाद सभा में हिस्सा लेकर खुद भी वीणा देवी बड़े वोटों के मार्जिन से जीत दिलाने और जनता से दिलवाने की अपील मंच से करते नजर आए 

बड़े नेताओं का जिक्र करें तो पूर्व मंत्री व BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन , लोजपा रामविलास प्रमुख चिराग़ पासवान, BJP के दोनों उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, बृषन पटेल , बिहार सरकार के मंत्री व कुढ़नी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता , साहेबगंज विधायक राजू कुमार सिंह " राजू" पारू विधायक अशोक JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित कई नेताओं का नामांकन से पहले NDA समर्थित लोजपा रामविलास के उम्मीदवार वीणा देवी को आशीर्वाद दिया और जनता से NDA के पक्ष में वोट कर भारी मतो से जीत दिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए आह्वान किया... पूर्व मंत्री व BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हेलीकॉप्टर छाप का बटन दबाए और BJP का मजबूत सरकार बनाए . 

इस आशीर्वाद सभा में उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लालू राज के फ्लैश बैक के कहानी को बोल कर खूब तालियां बटोरी और विपक्ष के इंडिया गठबंधन के नेताओं को चुनचुनकर हमला बोला और NDA के समर्थन वोट मांगे जनता से

 उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी अपने भाषण के दौरान राजद सहित इंडी गठबंधन के नेताओ पर निशाना साधा

 इस मंच लोजपा रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान ने जमकर निशाना साधा और राजद कॉंग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं पर हमला बोला और मोदी के नेतृत्व में देश के गौरवशाली बढ़ती हुई ताकत को बताया जो पूरे विश्व स्तर पर कैसे मान सम्मान बढ़ा है इसका जिक्र कर मोदी सरकार के दस साल के उपलब्धियों को बताया और हेलीकॉप्टर छाप का बटन दबाकर विजयी बनाने की अपील किया ...

India

Apr 28 2024, 20:05

क्या आरक्षण का विरोध करता है RSS? मोहन भागवत ने हैदराबाद में कही ये बात

डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर आरक्षण को लेकर लगातार आरोप लगते रहे हैं। इस बीच एक बार फिर विपक्ष आरक्षण के मुद्दे को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा है। तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने आरक्षण को लेकर कहा है कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। वहीं उनके इस बयान का आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हैदराबाद में ही आकर दिया है। विपक्ष के हमले के बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि संगठन ने हमेशा संविधान के अनुसार आरक्षण का समर्थन किया है। 

वीडियो में किया गया झूठा दावा

बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हैदराबाद में एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वीडियो में झूठा दावा किया गया है कि आरएसएस आरक्षण का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि जब से आरक्षण अस्तित्व में आया है, संघ ने संविधान के अनुसार आरक्षण का पूरी तरह समर्थन किया है। आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच छिड़े बयानबाजी के बाद मोहन भागवत ने यह टिप्पणी की है। 

कांग्रेस और भाजपा में चल रही बयानबाजी

बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। दरअसल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखायी नहीं देता हो। 

इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी आरक्षण को लेकर जमकर बयानबाजी हो रही है। एक तरफ जहां विपक्ष का कहना है कि सरकार बनने के बाद एनडीए आरक्षण को समाप्त कर देगी और संविधान को बदल देगी। वहीं बीजेपी के नेता और खुद पीएम मोदी जनसभाओं में कहते नजर आ रहे हैं कि खुद बाबा साहब भी संविधान को नहीं बदल सकते।

India

Apr 26 2024, 16:13

NOTA से जुड़ी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जारी किया नोटिस, जानें क्या है मामला

#supremecourtissuesnoticetoecion_nota

लोकसभा चुनाव 2024 के बीच NOTA ( (None Of The Above) का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। सुप्रीम कोर्ट ने NOTA से जुड़ी एक याचिका पर चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है। याचिका मोटिवेशनल स्पीकर और You Can Win के लेखक शिव खेड़ा ने लगाई है। इसमें चुनाव आयोग को निर्देश देने की मांग की गई है। ख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली बेंच ने यह फैसला सुनाया।

याचिका शिव खेड़ा ने आयोग को यह निर्देश देने की मांग की गई है कि यदि NOTA को किसी कैंडिडेट से ज्यादा वोट मिलते हैं, तो उस सीट पर हुए चुनाव को रद्द कर दिया जाए, साथ ही नए सिरे से चुनाव कराए जाएं। याचिका में यह नियम बनाने की भी मांग की गई है कि NOTA से कम वोट पाने वाले उम्मीदवारों को 5 साल के लिए सभी चुनाव लड़ने से बैन कर दिया जाए। साथ ही NOTA को एक काल्पनिक उम्मीदवार के तौर पर देखा जाए। 

याचिका सूरत में 22 अप्रैल को बीजेपी कैंडिडेट मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत के संदर्भ में दायर की गई है। बता दें कि यहां से कांग्रेस कैंडिडेट नीलेश कुंभाणी का पर्चा रद्द हो गया था। दरअसल, उनके पर्चे में गवाहों के नाम और हस्ताक्षर में गड़बड़ी थी। इस सीट पर BJP और कांग्रेस समेत 10 प्रत्याशी मैदान में थे। साथ ही 21 अप्रैल को 7 निर्दलीय कैंडिडेट्स ने अपना नामांकन वापस ले लिया। वहीं सोमवार 22 अप्रैल को बीएसपी कैंडिडेट प्यारे लाल भारती ने भी पर्चा वापस ले लिया। इस तरह मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए।

याचिका में ये 4 दलीलें भी दी गईं

• याचिकाकर्ता के मुताबिक NOTA के स्वरूप में सबसे अहम बदलाव महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और पुडुचेरी में देखा गया। इन राज्यों के चुनाव आयोगों (SEC) ने ऐलान किया कि यदि किसी चुनाव में NOTA को सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं तो वहां दोबारा वोटिंग होगी। NOTA की शुरुआत के बाद से चुनावी प्रक्रिया में यह पहला बड़ा बदलाव था।

• राज्य चुनाव आयोगों ने नोटिफिकेशन जारी किया, जिनमें NOTA को एक काल्पनिक उम्मीदवार बताया। इसमें साफतौर पर कहा गया- अगर NOTA को सबसे ज्यादा वोट मिले तो दूसरे नंबर के उम्मीदवार को विजेता घोषित करना NOTA के सिद्धांत और उद्देश्य का उल्लंघन है।

• सुप्रीम कोर्ट का NOTA लाने का मकसद यह उम्मीद करना था कि इससे चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ेगी, लेकिन ऐसा लगता है कि ऐसा नहीं हुआ। ऐसा तभी हो सकता है जब राज्य और केंद्र चुनाव आयोग महाराष्ट्र, दिल्ली, पुडुचेरी और हरियाणा की तरह NOTA को भी अधिकार दें।

• महाराष्ट्र, दिल्ली, पुडुचेरी और हरियाणा में पंचायत और नगरपालिका चुनावों से NOTA के लिए जो प्रयास शुरू हुआ है, उसे सभी स्तरों पर समान रूप से लागू किया जाना चाहिए।

क्या है नन ऑफ द अबव (NOTA)

NOTA एक वोटिंग ऑप्शन है, जिसे वोटिंग सिस्टम में सभी उम्मीदवारों के लिए असहमति दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे भारत में पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (PUCL) बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के फैसले में 2013 के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद EVM में जोड़ा गया था। हालांकि, भारत में NOTA राइट टू रिजेक्ट के लिए नहीं दिया गया है।

मौजूदा कानून के मुताबिक, NOTA को ज्यादा वोट मिलते हैं तो इसका कोई कानूनी नतीजा नहीं होता। ऐसी स्थिति में अगले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाएगा।

Chhattisgarh

Apr 26 2024, 12:15

बाबा साहब को अपमानित करने वाली कांग्रेस के मुंह से संविधान की बाते शोभा नहीं देती : शिवरतन शर्मा

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाले और संविधान में करीब 80 बार संशोधन करने वाली कांग्रेस को अब संविधान को लेकर चिंता हो रही है. अब भाजपा पर संविधान बदल देने का आरोप लगा रही है. बाबा साहब को अपमानित करने वाली कांग्रेस के मुंह से संविधान की बाते शोभा नहीं देती. 

शिवरतन शर्मा ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को चुनाव में पराजित करने स्वयं पं. जवाहर लाल नेहरू आमसभा चुनाव करने गए थे. कांग्रेसी लोकतंत्र की हत्या की बात करते हैं. देश में आपातकाल लगाने का काम कांग्रेस ने किया. इसके साथ-साथ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासन काल में एक व्यक्ति थाने में खड़े होकर बोलता है कि धर्मांतरण करना हमारा मूलभूत अधिकार है और अगर जरूरत पड़ी तो इसके लिए संविधान को जलाने की तो हम संविधान को भी जला देंगे और उस पर कांग्रेस की सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. ये संविधान बदलने की बात करते हैं. सर्वाधिक संविधान बदलने का काम कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ है. हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संविधान की शपथ लेकर दूसरी बार चुनकर आए तो सबसे पहले संविधान की पुस्तक के सामने अपना माथा टेका. भाजपा संविधान की रक्षा करने संकल्पित है. लोकतंत्र की रक्षा करने संकल्पित है.

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि जब संविधान बन रहा था तब उस समय यह तय किया गया था कि आरक्षण होगा तो दलित, आदिवासियों के नाम पर होगा, लेकिन वोट बैंक की भूखी कांग्रेस ने इन महापुरुषों की परवाह नहीं की. बाबा साहब अंबेडकर के शब्दों की परवाह नहीं की. कांग्रेस ने बहुत पहले आंध्र प्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया. इन लोगों ने धर्म के आधार पर 15 प्रतिशत आरक्षण की बात कही और ये भी कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी का जो कोटा है, उसी में से कम करके धर्म के आधार पर कुछ लोगों को आरक्षण दिया जाए. 2009 में कांग्रेस ने यही इरादा भी जताया. 2014 के घोषणापत्र में भी कहा कि इसे नहीं छोड़ेंगे. देश के संविधान में करीब 80 बार संशोधन करने वाली कांग्रेस अब देश के PM नरेन्द्र मोदी पर तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर देश का संविधान बदलने की बात कहते देश की जनता को गुमराह कर रही है.

शिवरतन शर्मा ने बताया कि कई साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू किया था. जब BJP की सरकार आई तो उसने संविधान और बाबा साहेब की भावना के विरुद्ध कांग्रेस ने जो निर्णय लिया था, उसे उखाड़ फेंका. दलितों, आदिवासियों का आरक्षण वापस किया. कर्नाटक की सरकार ने मुस्लिम समुदाय की जातियों को ओबीसी बना दिया. ऐसा कर कांग्रेस ने सामाजिक न्याय, भारत के सेक्यूलरजियम की हत्या की.

Jharkhand

Apr 24 2024, 15:34

29 अप्रैल को कल्पना सोरेन गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए करेगी नामांकन

वहीं दो मई को कोडरमा लोकसभा सीट के लिए केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी करेगी नामांकन

झारखंड डेस्क

झारखंड में चौथे चरण के चुनाव के लिए 26 अप्रैल को अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन भी शुरू हो जायेगा।

29 अप्रैल को गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए ‘INDIA’ गठबंधन की प्रत्याशी कल्पना सोरेन नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।

इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और राज्य सरकार के कई मंत्रियों समेत JMM के राज्यसभा सदस्य सरफराज अहमद, गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी मौजूद रहेंगे।

कल्पना सोरेन के पर्चा दाखिल करने के बाद गांडेय विधानसभा क्षेत्र के पपरवाटांड़ में चम्पाई सोरेन की जनसभा भी होगी।

जानकारी के अनुसार के प्रस्तावक गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के बनने की बात कही जा रही है जबकि दूसरे प्रस्तावक का नाम फिलहाल सामने नहीं आया है।

इनके अलावा दो मई को कोडरमा लोकसभा सीट के लिए ही केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी नामांकन का पर्चा दाखिल करेंगी।

अन्नपूर्णा देवी के नामांकन में प्रदेश BJP अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी सहित कई बड़े नेता शामिल होंगे। इसके बाद एक जनसभा का भी आयोजन होगा। गांडेय उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी दिलीप वर्मा तीन मई को पर्चा दाखिल करेंगे।

India

Apr 24 2024, 12:02

सैम पित्रोदा के “विरासत टैक्स” वाले बयान पर छिड़ी बहस, बीजेपी ने खोला मोर्चा, कांग्रेस ने दिया जवाब

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भारत में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है। मंगलसूत्र और संपत्ति बंटवारे को लेकर वार-पलटवार जारी है। अब कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के अमेरिका के विरासत टैक्स पर दिए बयान पर बहस छिड़ गई। उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को घेरा है तो कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया है। दरअसल सैम पित्रोदा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अमेरिका के विरासत टैक्स का जिक्र कर रहे हैं।इस पर बीजेपी ने उन्हें घेरते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीतियां देश को बर्बाद करने वाली है। इस बीच कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनका निजी बयान बताया है।

दरअसल, सैम पित्रोदा ने कहा, अमेरिका में विरासत कर लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45% अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55% सरकार ले लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है। इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है।

उन्होंने आगे कहा, हालांकि, भारत में आपके पास ऐसा नहीं है। अगर किसी की संपत्ति 10 अरब है और वह मर जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता। इसलिए लोगों को इस तरह के मुद्दों पर बहस और चर्चा करनी होगी। मुझे नहीं पता कि आखिर में निष्कर्ष क्या निकलेगा, लेकिन जब हम धन के पुनर्वितरण की बात करते हैं, तो हम नई नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात करते हैं, जो लोगों के हित में हैं न कि केवल अति-अमीरों के हित में। पित्रोदा ने कहा, यह एक नीतिगत मुद्दा है। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी नीति बनाएगी, जिसके माध्यम से धन का बांटना बेहतर होगा।

कांग्रेस का फैसला देश को बर्बाद करने वाला- अमित मालवीय

सैम पित्रोदा के इस बयान पर भाजपा हमलावर है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय बुधवार को कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को बर्बाद करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने का फैसला किया है। अब, सैम पित्रोदा धन पुनर्वितरण के लिए 50 फीसदी विरासत कर की पैरवी करते हैं। इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका आधा हिस्सा छीन लिया जाएगा। 50 फीसदी हमारे द्वारा भुगतान किए जाने वाले सभी कर भी बढ़ जाएंगे, अगर कांग्रेस जीतती है।'

जयराम बोले- यह पार्टी का विचार नहीं

वहीं, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की तरफ से भारत में 'विरासत टैक्स' लगाए जाने की मांग वाले बयान से पार्टी ने ही पल्ला झाड़ लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि सैम पित्रोदा को खुलकर और आजादी से अपने विचार रखने का अधिकार है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि पित्रोदा के विचार किसी मुद्दे पर कांग्रेस का पक्ष हों। कई बार वे नहीं होते। जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट में कहा, "वे मेरे और दुनिया में कई लोगों के अच्छे मेंटर, दोस्त और मार्गदर्शक रहे हैं। पित्रोदा किसी भी मुद्दे पर अपनी राय को स्वतंत्रता के साथ रख सकते हैं। जाहिर तौर पर एक लोकतंत्र में लोगों को अपने निजी विचारों पर चर्चा करने और उन्हें रखने का अधिकार है। इसका यह मतलब नहीं कि उनका विचार हमेशा कांग्रेस का विचार दर्शाता हो। कई बार ऐसा नहीं होता है। उनके बयान को इस वक्त सनसनीखेज बनाकर चलाना और इसे परिप्रेक्ष्य से बाहर ले जाना पीएम मोदी के दुर्भावनापूर्ण चुनावी अभियान से ध्यान बंटाने की कोशिश है।"

पवन खेड़ा ने पूछा ये सवाल

इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने फटकार लगाते हुए सवाल किया, ‘क्या उन्होंने (पित्रोदा) कहा है कि कांग्रेस यह नीति लाएगी? क्या कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ऐसा कहा है? क्या शास्त्रार्थ की इस प्राचीन भूमि में विभिन्न विचारों पर चर्चा और बहस करने की अनुमति नहीं है?’

Muzaffarpur

Apr 23 2024, 21:01

BJP प्रत्याशी वीणा देवी की जनसंपर्क अभियान तेज,कहा विकास के मुद्दे पर वोट पड़ेंगे

वैशाली लोकसभा क्षेत्र से NDA के BJP प्रत्याशी वीणा देवी अपने जनसंपर्क अभियान को तेज कर दी है

जनसंपर्क अभियान के दौरान जब उनसे पत्रकारों ने पूछा कि किन मुद्दों पर वोट पड़ेंगे और क्या माहौल लग रहा है तो वीणा देवी ने मुद्दों की झड़ी लगाते हुए कहा कि बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है माहौल अच्छा है उन्होंने बताया कि विकास के मुद्दे पर वोट पड़ेंगे 

 मोदी के नाम वोट पड़ेंगे .. मोदी के 10 सालों के उपलब्धियों को गिनाते हुए NDA के सभी वरीय नेताओं का नाम भी बताने लगी.. उन्होंने कहा कि यहाँ कोई लड़ाई नही है .

 BJP प्रत्याशी वीणा देवी ने दावा किया कि बेदाग छवि के वे खुद है और वे अपने क्षेत्र में बेईमानी, खून खराबा ये सब किसी तरह का आरोप नही है.. उन्होंने दावा किया कि अब ये मत समझियेगा की अहंकार से बोल रहे है मैं यहाँ की स्थानीय हूँ.. बहु हूँ , बहु का कैसे मान सम्मान हो यह सब लोग जानते है.

 इतना ही नही उन्होंने क्षेत्र के मतदाओं से अपील किया कि मोदी जी के गले मे जो देश का माला हो उस माला के धागे में एक वैशाली का भी फूल हो .. उम्मीदवारों के अपने दावे और अपनी अपील होती है .

. वोटिंग तो जनता करती हैं जिसके नतीजे सामने आने के बाद पता चलता है.

India

Apr 22 2024, 19:48

एक बार फिर देश के सामने आई ‘तानाशाह‘ की असली सूरत, बीजेपी प्रत्याशी के निर्विरोध जीत पर राहुल गांधी का तंज

#rahul_gandhi_slams_bjp_and_pm_narendra_modi 

लोकसभा चुनाव 2024 के तहत 7 मई को सूरत में वोटिंग होनी है। हालांकि कांग्रेस प्रत्‍याशी की एक चूक के चलते पार्टी ने बिना लड़े ही यह सीट गंवा दी। वहीं, बीजेपी के मुकेश दलाल इस सीट से निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इस नतीजे के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा प्रत्याशी की जीत पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस जीत को “तानाशाही” बताते हुए तंज कसा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, ''तानाशाह की असली 'सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है। जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है। मैं एक बार फिर कह रहा हूं- यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है।''

वहीं, कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए सूरत में बीजेपी उम्मीदवार की निर्विरोध जीत के पीछे का क्रोनोलॉजी समझाया है। रमेश ने कहा है कि पहले सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी के नामांकन में खामियां गिनाते हुए उसे रद्द कर दिया। अधिकारी ने तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी बताया। कुछ इसी तरह से कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला के नामांकन को भी खारिज कर दिया गया। दो नामांकन खारिज होने के बाद कांग्रेस पार्टी यहां बिना उम्मीदवार के रह गई।

जयराम रमेश ने आगे कहा कि बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। 7 मई को होने वाले मतदान से करीब दो सप्ताह पहले ही बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध जिता दिया गया।उन्होंने कहा कि MSME मालिकों और व्यवसायियों की परेशानियों एवं गुस्से को देखते हुए बीजेपी इतनी डर गई है कि वह सूरत लोकसभा के मैच को फिक्स करने का प्रयास कर रही है।उन्होंने कहा कि सूरत की सीट बीजेपी 1984 के लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार जीतते आ रही है। मौजूदा वक्त में हमारे चुनाव, हमारा लोकतंत्र, बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान सब कुछ खतरे में हैं। इस बात को दोहरा रहा हूं कि यह हमारे जीवन काल का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है।

अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर कांग्रेस के उम्‍मीदवार ने ऐसी क्‍या गलती कर दी जो बीजेपी के मुकेश दलाल की झोली में यह सीट बिना कुछ करे ही आ गई। दरअसल, गुजरात में सूरत सीट के लिए कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी की दावेदारी रद्द कर दी गई है। ऐसा इसलिए किया गया क्‍योंकि जिला रिटर्निंग अधिकारी ने उनके नामांकन पर प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में कथित विसंगतियां पाई। इस निर्णय के कारण उसी सीट के लिए कांग्रेस के सब्स्टीट्यूट उम्‍मीदवार (स्थानापन्न) सुरेश पडसाला का नामांकन फॉर्म भी खारिज हो गया है।

खासबात यह है कि नीलेश कुंभानी के चुनावी दौड़ से बाहर होने के बाद चुनाव लड़ रहे अन्‍य विरोधी दल के उम्‍मीदवारों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया। ऐसे में अब बीजेपी के मुकेश दलाल के खिलाफ एक भी ऐसा प्रत्‍याशी नहीं है जो चुनाव लड़ रहा है। यही वजह है कि उनका चुनाव जीतना तय हो गया है। जब उनके विरोध में कोई दूसरा प्रत्‍याशी है ही नहीं तो ऐसे में सात जून को वोटिंग की प्रक्रिया को अंजाम नहीं दिया जाएगा।

India

Apr 22 2024, 16:18

मतदान से पहले बीजेपी के लिए आई अच्छी खबर, सूरत सीट पर मुकेश दलाल निर्विरोध जीते

#lok_sabha_election_2024_bjp_won_surat_lok_sabha_seat_before_voting

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से पहले ही भाजपा ने एक सीट जीत ली है। वोटिंग से पहले ही इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं।नामांकन पत्र वापसी के अंतिम दिन सभी आठ उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी पीछे खींच ली। इसके बाद बीजेपी के कैंडिडेट मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित हो गए। चुनाव आयोग की तरफ इसका ऐलान किया जाएगा।

पिछले दो-तीन दिनों से सूरत लोकसभा सीट पर हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी के फॉर्म को लेकर बीजेपी की ओर से आपत्ति दर्ज करायी गयी थी। कल रविवार को सुनवाई हुई और कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा अमान्य कर रद्द कर दिया गया।जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रथम दृष्टया प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में विसंगतियां पायीं। सूरत से कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन पत्र भी अमान्य करार दिया गया, जिससे विपक्षी पार्टी इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव मैदान से बाहर हो गई। निर्वाचन अधिकारी सौरभ पारधी ने अपने आदेश में कहा कि कुंभाणी और पडसाला द्वारा सौंपे गए चार नामांकन फॉर्म को प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में प्रथम दृष्टया विसंगतियां पाए जाने के बाद खारिज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि ये हस्ताक्षर असली नहीं लग रहे हैं।

सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार का फॉर्म रद्द होने के बाद कुल 9 उम्मीदवार मैदान में थे। जिनमें से निर्दलीय समेत 7 उम्मीदवारों ने अपना फॉर्म वापस ले लिया है। अब केवल एक ही उम्मीदवार बचा था। इस बीएसपी उम्मीदवार प्यारेलाल ने सूरत कलेक्टोरेट पहुंचकर अपना नामांकन वापस ले लिया।बीएसपी के कैंडिडेट प्यारे लाल भारती से सबसे आखिरी में पर्चा वापस लिया।

सूरत लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में सिर्फ मुकेश दलाल के रह जाने पर वे निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। चुनाव आयोग की तरफ से दलाल की जीत की औपचारिक घोषणा की जाएगी। अब गुजरात की 25 सीटों के आगामी सात मई को वोट डाले जाएंगे।

Chhattisgarh

Apr 22 2024, 16:09

लोरमी में कांग्रेस पर बरसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा, कहा- कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति चलाई

लोरमी- लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के स्टार प्रचारक लगातार प्रदेश का दौरा कर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इसी कड़ी में बिलासपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी तोखन साहू के प्रचार में BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा आज मुंगेली जिले के लोरमी पहुंचे हैं. इस दौरान उन्हाेंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और केंद्र की माेदी सरकार की तरीफ की. जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति चलाई और नरेंद्र मोदी ने विकास की सरकार चलाई है. 

लोरमी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, आज छत्तीसगढ़ की मां कौशिल्या की भूमि में मेरा आगमन हुआ है. जम्मू कश्मीर में दो विधान और दो झंडे थे, जबकि भारत में एक विधान एक झंडा होना चाहिए. पीएम मोदी ने सरकार में आने के बाद 6 अगस्त 2019 को धारा 370 को धरासाई किया. राम मंदिर बनाने का मजबूत फैसला लिया गया और भव्य राम मंदिर का निर्माण भी हो गया.

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि मुश्लिम देश ईरान, इराक और पाकिस्तान में तीन तलाक लागू नहीं था, जबकि भारत में लागू था. पीएम मोदी के नेतृत्व में तीन तलाक कानून को हटाया गया. कांग्रेस और बीजेपी की तुलना पर उन्होंने कहा, कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति चलाई और नरेंद्र मोदी ने विकास की सरकार चलाई है.

BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि बिलासपुर में नल जल योजना के तहत ढाई लाख कनेक्शन दिया गया है. PM मोदी ने 12 करोड़ शौचालय बनवाकर महिलाओं को इज्जत से जीने का रास्ता दिया. उन्होंने कहा कि 70 साल तक के लोगों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक की स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी. आवास योजना में तीन करोड़ घर बनेंगे. साथ ही अब घर सूर्य योजना के तहत सौर ऊर्जा से घर में रौशनी होगी.

वहीं कार्यक्रम की शुरुआत में उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, सुबह से बारिश हो रही है, लेकिन कार्यकर्ताओ में जोरदार उत्साह है. इस बार भी विधानसभा चुनाव की तरह ही लोगों से आशीर्वाद देने की अपील की.

इस दौरान भाजपा प्रत्याशी तोखन साहू ने कहा कि मैं लोरमी का सेवक और बेटा हूं. 7 मई को एकतरफा मतदान होना चाहिए. इस बार भी आप सबके चरणों में बैठकर काम करूंगा.

Muzaffarpur

Apr 29 2024, 16:18

वैशाली लोकसभा चुनाव के वीणा देवी ने अपनी उम्मीदवार का किया नामांकन पत्र दाखिल,नामांकन से पहले एक विशाल आशीर्वाद सभा का किया गया आयोजन

6 चरण में होने वाले वैशाली लोकसभा चुनाव के नामांकन पत्र दाखिल करने के पहले दिन NDA समर्थित लोजपा के उम्मीदवार वीणा देवी ने अपनी उम्मीदवारी का नामांकन पत्र दाखिल किया 

 नामांकन से पहले एक विशाल आशीर्वाद सभा का आयोजन किया गया जिसमें NDA के सभी घटक दल के बड़े नेताओं ने इस आशीर्वाद सभा में हिस्सा लेकर खुद भी वीणा देवी बड़े वोटों के मार्जिन से जीत दिलाने और जनता से दिलवाने की अपील मंच से करते नजर आए 

बड़े नेताओं का जिक्र करें तो पूर्व मंत्री व BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन , लोजपा रामविलास प्रमुख चिराग़ पासवान, BJP के दोनों उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा, बृषन पटेल , बिहार सरकार के मंत्री व कुढ़नी विधायक केदार प्रसाद गुप्ता , साहेबगंज विधायक राजू कुमार सिंह " राजू" पारू विधायक अशोक JDU के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा सहित कई नेताओं का नामांकन से पहले NDA समर्थित लोजपा रामविलास के उम्मीदवार वीणा देवी को आशीर्वाद दिया और जनता से NDA के पक्ष में वोट कर भारी मतो से जीत दिलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों को मजबूत करने के लिए आह्वान किया... पूर्व मंत्री व BJP के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हेलीकॉप्टर छाप का बटन दबाए और BJP का मजबूत सरकार बनाए . 

इस आशीर्वाद सभा में उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने लालू राज के फ्लैश बैक के कहानी को बोल कर खूब तालियां बटोरी और विपक्ष के इंडिया गठबंधन के नेताओं को चुनचुनकर हमला बोला और NDA के समर्थन वोट मांगे जनता से

 उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी अपने भाषण के दौरान राजद सहित इंडी गठबंधन के नेताओ पर निशाना साधा

 इस मंच लोजपा रामविलास के प्रमुख चिराग पासवान ने जमकर निशाना साधा और राजद कॉंग्रेस सहित इंडिया गठबंधन के सभी नेताओं पर हमला बोला और मोदी के नेतृत्व में देश के गौरवशाली बढ़ती हुई ताकत को बताया जो पूरे विश्व स्तर पर कैसे मान सम्मान बढ़ा है इसका जिक्र कर मोदी सरकार के दस साल के उपलब्धियों को बताया और हेलीकॉप्टर छाप का बटन दबाकर विजयी बनाने की अपील किया ...

India

Apr 28 2024, 20:05

क्या आरक्षण का विरोध करता है RSS? मोहन भागवत ने हैदराबाद में कही ये बात

डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर आरक्षण को लेकर लगातार आरोप लगते रहे हैं। इस बीच एक बार फिर विपक्ष आरक्षण के मुद्दे को लेकर आरएसएस पर निशाना साधा है। तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने आरक्षण को लेकर कहा है कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। वहीं उनके इस बयान का आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने हैदराबाद में ही आकर दिया है। विपक्ष के हमले के बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि संगठन ने हमेशा संविधान के अनुसार आरक्षण का समर्थन किया है। 

वीडियो में किया गया झूठा दावा

बता दें कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत हैदराबाद में एक शैक्षणिक संस्थान में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वीडियो में झूठा दावा किया गया है कि आरएसएस आरक्षण का विरोध करता है। उन्होंने कहा कि जब से आरक्षण अस्तित्व में आया है, संघ ने संविधान के अनुसार आरक्षण का पूरी तरह समर्थन किया है। आरक्षण को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच छिड़े बयानबाजी के बाद मोहन भागवत ने यह टिप्पणी की है। 

कांग्रेस और भाजपा में चल रही बयानबाजी

बता दें कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने शनिवार को आरोप लगाया था कि आरएसएस-भाजपा आरक्षण का विरोध करते हैं। दरअसल, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पिछले साल नागपुर में कहा था कि जब तक समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा था कि भेदभाव समाज में व्याप्त है, भले ही यह दिखायी नहीं देता हो। 

इसके अलावा लोकसभा चुनाव में भी आरक्षण को लेकर जमकर बयानबाजी हो रही है। एक तरफ जहां विपक्ष का कहना है कि सरकार बनने के बाद एनडीए आरक्षण को समाप्त कर देगी और संविधान को बदल देगी। वहीं बीजेपी के नेता और खुद पीएम मोदी जनसभाओं में कहते नजर आ रहे हैं कि खुद बाबा साहब भी संविधान को नहीं बदल सकते।

India

Apr 26 2024, 16:13

NOTA से जुड़ी एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को जारी किया नोटिस, जानें क्या है मामला

#supremecourtissuesnoticetoecion_nota

लोकसभा चुनाव 2024 के बीच NOTA ( (None Of The Above) का मुद्दा एक बार फिर चर्चा में है। सुप्रीम कोर्ट ने NOTA से जुड़ी एक याचिका पर चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है। याचिका मोटिवेशनल स्पीकर और You Can Win के लेखक शिव खेड़ा ने लगाई है। इसमें चुनाव आयोग को निर्देश देने की मांग की गई है। ख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अगुआई वाली बेंच ने यह फैसला सुनाया।

याचिका शिव खेड़ा ने आयोग को यह निर्देश देने की मांग की गई है कि यदि NOTA को किसी कैंडिडेट से ज्यादा वोट मिलते हैं, तो उस सीट पर हुए चुनाव को रद्द कर दिया जाए, साथ ही नए सिरे से चुनाव कराए जाएं। याचिका में यह नियम बनाने की भी मांग की गई है कि NOTA से कम वोट पाने वाले उम्मीदवारों को 5 साल के लिए सभी चुनाव लड़ने से बैन कर दिया जाए। साथ ही NOTA को एक काल्पनिक उम्मीदवार के तौर पर देखा जाए। 

याचिका सूरत में 22 अप्रैल को बीजेपी कैंडिडेट मुकेश दलाल की निर्विरोध जीत के संदर्भ में दायर की गई है। बता दें कि यहां से कांग्रेस कैंडिडेट नीलेश कुंभाणी का पर्चा रद्द हो गया था। दरअसल, उनके पर्चे में गवाहों के नाम और हस्ताक्षर में गड़बड़ी थी। इस सीट पर BJP और कांग्रेस समेत 10 प्रत्याशी मैदान में थे। साथ ही 21 अप्रैल को 7 निर्दलीय कैंडिडेट्स ने अपना नामांकन वापस ले लिया। वहीं सोमवार 22 अप्रैल को बीएसपी कैंडिडेट प्यारे लाल भारती ने भी पर्चा वापस ले लिया। इस तरह मुकेश दलाल निर्विरोध चुन लिए गए।

याचिका में ये 4 दलीलें भी दी गईं

• याचिकाकर्ता के मुताबिक NOTA के स्वरूप में सबसे अहम बदलाव महाराष्ट्र, हरियाणा, दिल्ली और पुडुचेरी में देखा गया। इन राज्यों के चुनाव आयोगों (SEC) ने ऐलान किया कि यदि किसी चुनाव में NOTA को सबसे ज्यादा वोट मिलते हैं तो वहां दोबारा वोटिंग होगी। NOTA की शुरुआत के बाद से चुनावी प्रक्रिया में यह पहला बड़ा बदलाव था।

• राज्य चुनाव आयोगों ने नोटिफिकेशन जारी किया, जिनमें NOTA को एक काल्पनिक उम्मीदवार बताया। इसमें साफतौर पर कहा गया- अगर NOTA को सबसे ज्यादा वोट मिले तो दूसरे नंबर के उम्मीदवार को विजेता घोषित करना NOTA के सिद्धांत और उद्देश्य का उल्लंघन है।

• सुप्रीम कोर्ट का NOTA लाने का मकसद यह उम्मीद करना था कि इससे चुनावों में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ेगी, लेकिन ऐसा लगता है कि ऐसा नहीं हुआ। ऐसा तभी हो सकता है जब राज्य और केंद्र चुनाव आयोग महाराष्ट्र, दिल्ली, पुडुचेरी और हरियाणा की तरह NOTA को भी अधिकार दें।

• महाराष्ट्र, दिल्ली, पुडुचेरी और हरियाणा में पंचायत और नगरपालिका चुनावों से NOTA के लिए जो प्रयास शुरू हुआ है, उसे सभी स्तरों पर समान रूप से लागू किया जाना चाहिए।

क्या है नन ऑफ द अबव (NOTA)

NOTA एक वोटिंग ऑप्शन है, जिसे वोटिंग सिस्टम में सभी उम्मीदवारों के लिए असहमति दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे भारत में पीपुल्स यूनियन फॉर सिविल लिबर्टीज (PUCL) बनाम यूनियन ऑफ इंडिया के फैसले में 2013 के सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद EVM में जोड़ा गया था। हालांकि, भारत में NOTA राइट टू रिजेक्ट के लिए नहीं दिया गया है।

मौजूदा कानून के मुताबिक, NOTA को ज्यादा वोट मिलते हैं तो इसका कोई कानूनी नतीजा नहीं होता। ऐसी स्थिति में अगले उम्मीदवार को विजेता घोषित किया जाएगा।

Chhattisgarh

Apr 26 2024, 12:15

बाबा साहब को अपमानित करने वाली कांग्रेस के मुंह से संविधान की बाते शोभा नहीं देती : शिवरतन शर्मा

रायपुर- भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष और लोकसभा चुनाव प्रबंधन समिति के प्रदेश संयोजक शिवरतन शर्मा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाले और संविधान में करीब 80 बार संशोधन करने वाली कांग्रेस को अब संविधान को लेकर चिंता हो रही है. अब भाजपा पर संविधान बदल देने का आरोप लगा रही है. बाबा साहब को अपमानित करने वाली कांग्रेस के मुंह से संविधान की बाते शोभा नहीं देती. 

शिवरतन शर्मा ने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को चुनाव में पराजित करने स्वयं पं. जवाहर लाल नेहरू आमसभा चुनाव करने गए थे. कांग्रेसी लोकतंत्र की हत्या की बात करते हैं. देश में आपातकाल लगाने का काम कांग्रेस ने किया. इसके साथ-साथ छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासन काल में एक व्यक्ति थाने में खड़े होकर बोलता है कि धर्मांतरण करना हमारा मूलभूत अधिकार है और अगर जरूरत पड़ी तो इसके लिए संविधान को जलाने की तो हम संविधान को भी जला देंगे और उस पर कांग्रेस की सरकार ने कोई कार्रवाई नहीं की. ये संविधान बदलने की बात करते हैं. सर्वाधिक संविधान बदलने का काम कांग्रेस के कार्यकाल में हुआ है. हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संविधान की शपथ लेकर दूसरी बार चुनकर आए तो सबसे पहले संविधान की पुस्तक के सामने अपना माथा टेका. भाजपा संविधान की रक्षा करने संकल्पित है. लोकतंत्र की रक्षा करने संकल्पित है.

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष शर्मा ने कहा कि जब संविधान बन रहा था तब उस समय यह तय किया गया था कि आरक्षण होगा तो दलित, आदिवासियों के नाम पर होगा, लेकिन वोट बैंक की भूखी कांग्रेस ने इन महापुरुषों की परवाह नहीं की. बाबा साहब अंबेडकर के शब्दों की परवाह नहीं की. कांग्रेस ने बहुत पहले आंध्र प्रदेश में धर्म के आधार पर आरक्षण देने का प्रयास किया. इन लोगों ने धर्म के आधार पर 15 प्रतिशत आरक्षण की बात कही और ये भी कहा कि एससी, एसटी और ओबीसी का जो कोटा है, उसी में से कम करके धर्म के आधार पर कुछ लोगों को आरक्षण दिया जाए. 2009 में कांग्रेस ने यही इरादा भी जताया. 2014 के घोषणापत्र में भी कहा कि इसे नहीं छोड़ेंगे. देश के संविधान में करीब 80 बार संशोधन करने वाली कांग्रेस अब देश के PM नरेन्द्र मोदी पर तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर देश का संविधान बदलने की बात कहते देश की जनता को गुमराह कर रही है.

शिवरतन शर्मा ने बताया कि कई साल पहले कांग्रेस ने कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण लागू किया था. जब BJP की सरकार आई तो उसने संविधान और बाबा साहेब की भावना के विरुद्ध कांग्रेस ने जो निर्णय लिया था, उसे उखाड़ फेंका. दलितों, आदिवासियों का आरक्षण वापस किया. कर्नाटक की सरकार ने मुस्लिम समुदाय की जातियों को ओबीसी बना दिया. ऐसा कर कांग्रेस ने सामाजिक न्याय, भारत के सेक्यूलरजियम की हत्या की.

Jharkhand

Apr 24 2024, 15:34

29 अप्रैल को कल्पना सोरेन गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए करेगी नामांकन

वहीं दो मई को कोडरमा लोकसभा सीट के लिए केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी करेगी नामांकन

झारखंड डेस्क

झारखंड में चौथे चरण के चुनाव के लिए 26 अप्रैल को अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन भी शुरू हो जायेगा।

29 अप्रैल को गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए ‘INDIA’ गठबंधन की प्रत्याशी कल्पना सोरेन नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।

इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और राज्य सरकार के कई मंत्रियों समेत JMM के राज्यसभा सदस्य सरफराज अहमद, गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू भी मौजूद रहेंगे।

कल्पना सोरेन के पर्चा दाखिल करने के बाद गांडेय विधानसभा क्षेत्र के पपरवाटांड़ में चम्पाई सोरेन की जनसभा भी होगी।

जानकारी के अनुसार के प्रस्तावक गिरिडीह के सदर विधायक सुदिव्य कुमार सोनू के बनने की बात कही जा रही है जबकि दूसरे प्रस्तावक का नाम फिलहाल सामने नहीं आया है।

इनके अलावा दो मई को कोडरमा लोकसभा सीट के लिए ही केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी नामांकन का पर्चा दाखिल करेंगी।

अन्नपूर्णा देवी के नामांकन में प्रदेश BJP अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी सहित कई बड़े नेता शामिल होंगे। इसके बाद एक जनसभा का भी आयोजन होगा। गांडेय उपचुनाव के लिए भाजपा प्रत्याशी दिलीप वर्मा तीन मई को पर्चा दाखिल करेंगे।

India

Apr 24 2024, 12:02

सैम पित्रोदा के “विरासत टैक्स” वाले बयान पर छिड़ी बहस, बीजेपी ने खोला मोर्चा, कांग्रेस ने दिया जवाब

#propertydistributioninheritancetaxrowbjpslamscongresssayshispersonal_views 

भारत में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी माहौल गर्म है। मंगलसूत्र और संपत्ति बंटवारे को लेकर वार-पलटवार जारी है। अब कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के अमेरिका के विरासत टैक्स पर दिए बयान पर बहस छिड़ गई। उनके इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस को घेरा है तो कांग्रेस ने सैम पित्रोदा के बयान से किनारा कर लिया है। दरअसल सैम पित्रोदा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह अमेरिका के विरासत टैक्स का जिक्र कर रहे हैं।इस पर बीजेपी ने उन्हें घेरते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस की नीतियां देश को बर्बाद करने वाली है। इस बीच कांग्रेस ने पित्रोदा के बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनका निजी बयान बताया है।

दरअसल, सैम पित्रोदा ने कहा, अमेरिका में विरासत कर लगता है। यदि किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है और जब वह मर जाता है तो वह केवल 45% अपने बच्चों को हस्तांतरित कर सकता है, 55% सरकार ले लेती है। यह एक दिलचस्प कानून है। इसमें कहा गया है कि आपने अपनी पीढ़ी में संपत्ति बनाई और अब जा रहे हैं, आपको अपनी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए, पूरी नहीं, आधी, जो मुझे उचित लगती है।

उन्होंने आगे कहा, हालांकि, भारत में आपके पास ऐसा नहीं है। अगर किसी की संपत्ति 10 अरब है और वह मर जाता है, तो उसके बच्चों को 10 अरब मिलते हैं और जनता को कुछ नहीं मिलता। इसलिए लोगों को इस तरह के मुद्दों पर बहस और चर्चा करनी होगी। मुझे नहीं पता कि आखिर में निष्कर्ष क्या निकलेगा, लेकिन जब हम धन के पुनर्वितरण की बात करते हैं, तो हम नई नीतियों और नए कार्यक्रमों के बारे में बात करते हैं, जो लोगों के हित में हैं न कि केवल अति-अमीरों के हित में। पित्रोदा ने कहा, यह एक नीतिगत मुद्दा है। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी नीति बनाएगी, जिसके माध्यम से धन का बांटना बेहतर होगा।

कांग्रेस का फैसला देश को बर्बाद करने वाला- अमित मालवीय

सैम पित्रोदा के इस बयान पर भाजपा हमलावर है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय बुधवार को कांग्रेस पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को बर्बाद करने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, 'कांग्रेस ने भारत को बर्बाद करने का फैसला किया है। अब, सैम पित्रोदा धन पुनर्वितरण के लिए 50 फीसदी विरासत कर की पैरवी करते हैं। इसका मतलब यह है कि हम अपनी सारी मेहनत और उद्यम से जो कुछ भी बनाएंगे, उसका आधा हिस्सा छीन लिया जाएगा। 50 फीसदी हमारे द्वारा भुगतान किए जाने वाले सभी कर भी बढ़ जाएंगे, अगर कांग्रेस जीतती है।'

जयराम बोले- यह पार्टी का विचार नहीं

वहीं, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की तरफ से भारत में 'विरासत टैक्स' लगाए जाने की मांग वाले बयान से पार्टी ने ही पल्ला झाड़ लिया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि सैम पित्रोदा को खुलकर और आजादी से अपने विचार रखने का अधिकार है। लेकिन यह जरूरी नहीं कि पित्रोदा के विचार किसी मुद्दे पर कांग्रेस का पक्ष हों। कई बार वे नहीं होते। जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट में कहा, "वे मेरे और दुनिया में कई लोगों के अच्छे मेंटर, दोस्त और मार्गदर्शक रहे हैं। पित्रोदा किसी भी मुद्दे पर अपनी राय को स्वतंत्रता के साथ रख सकते हैं। जाहिर तौर पर एक लोकतंत्र में लोगों को अपने निजी विचारों पर चर्चा करने और उन्हें रखने का अधिकार है। इसका यह मतलब नहीं कि उनका विचार हमेशा कांग्रेस का विचार दर्शाता हो। कई बार ऐसा नहीं होता है। उनके बयान को इस वक्त सनसनीखेज बनाकर चलाना और इसे परिप्रेक्ष्य से बाहर ले जाना पीएम मोदी के दुर्भावनापूर्ण चुनावी अभियान से ध्यान बंटाने की कोशिश है।"

पवन खेड़ा ने पूछा ये सवाल

इसके अलावा वरिष्ठ कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने फटकार लगाते हुए सवाल किया, ‘क्या उन्होंने (पित्रोदा) कहा है कि कांग्रेस यह नीति लाएगी? क्या कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में ऐसा कहा है? क्या शास्त्रार्थ की इस प्राचीन भूमि में विभिन्न विचारों पर चर्चा और बहस करने की अनुमति नहीं है?’

Muzaffarpur

Apr 23 2024, 21:01

BJP प्रत्याशी वीणा देवी की जनसंपर्क अभियान तेज,कहा विकास के मुद्दे पर वोट पड़ेंगे

वैशाली लोकसभा क्षेत्र से NDA के BJP प्रत्याशी वीणा देवी अपने जनसंपर्क अभियान को तेज कर दी है

जनसंपर्क अभियान के दौरान जब उनसे पत्रकारों ने पूछा कि किन मुद्दों पर वोट पड़ेंगे और क्या माहौल लग रहा है तो वीणा देवी ने मुद्दों की झड़ी लगाते हुए कहा कि बहुत अच्छा रिस्पांस मिल रहा है माहौल अच्छा है उन्होंने बताया कि विकास के मुद्दे पर वोट पड़ेंगे 

 मोदी के नाम वोट पड़ेंगे .. मोदी के 10 सालों के उपलब्धियों को गिनाते हुए NDA के सभी वरीय नेताओं का नाम भी बताने लगी.. उन्होंने कहा कि यहाँ कोई लड़ाई नही है .

 BJP प्रत्याशी वीणा देवी ने दावा किया कि बेदाग छवि के वे खुद है और वे अपने क्षेत्र में बेईमानी, खून खराबा ये सब किसी तरह का आरोप नही है.. उन्होंने दावा किया कि अब ये मत समझियेगा की अहंकार से बोल रहे है मैं यहाँ की स्थानीय हूँ.. बहु हूँ , बहु का कैसे मान सम्मान हो यह सब लोग जानते है.

 इतना ही नही उन्होंने क्षेत्र के मतदाओं से अपील किया कि मोदी जी के गले मे जो देश का माला हो उस माला के धागे में एक वैशाली का भी फूल हो .. उम्मीदवारों के अपने दावे और अपनी अपील होती है .

. वोटिंग तो जनता करती हैं जिसके नतीजे सामने आने के बाद पता चलता है.

India

Apr 22 2024, 19:48

एक बार फिर देश के सामने आई ‘तानाशाह‘ की असली सूरत, बीजेपी प्रत्याशी के निर्विरोध जीत पर राहुल गांधी का तंज

#rahul_gandhi_slams_bjp_and_pm_narendra_modi 

लोकसभा चुनाव 2024 के तहत 7 मई को सूरत में वोटिंग होनी है। हालांकि कांग्रेस प्रत्‍याशी की एक चूक के चलते पार्टी ने बिना लड़े ही यह सीट गंवा दी। वहीं, बीजेपी के मुकेश दलाल इस सीट से निर्विरोध चुन लिए गए हैं। इस नतीजे के बाद अब कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा प्रत्याशी की जीत पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस जीत को “तानाशाही” बताते हुए तंज कसा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा, ''तानाशाह की असली 'सूरत’ एक बार फिर देश के सामने है। जनता से अपना नेता चुनने का अधिकार छीन लेना बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान को खत्म करने की तरफ बढ़ाया एक और कदम है। मैं एक बार फिर कह रहा हूं- यह सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, यह देश को बचाने का चुनाव है, संविधान की रक्षा का चुनाव है।''

वहीं, कांग्रेस नेता और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट करते हुए सूरत में बीजेपी उम्मीदवार की निर्विरोध जीत के पीछे का क्रोनोलॉजी समझाया है। रमेश ने कहा है कि पहले सूरत जिला चुनाव अधिकारी ने कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभाणी के नामांकन में खामियां गिनाते हुए उसे रद्द कर दिया। अधिकारी ने तीन प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के सत्यापन में खामी बताया। कुछ इसी तरह से कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला के नामांकन को भी खारिज कर दिया गया। दो नामांकन खारिज होने के बाद कांग्रेस पार्टी यहां बिना उम्मीदवार के रह गई।

जयराम रमेश ने आगे कहा कि बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल को छोड़कर बाकी सभी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस ले लिया। 7 मई को होने वाले मतदान से करीब दो सप्ताह पहले ही बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध जिता दिया गया।उन्होंने कहा कि MSME मालिकों और व्यवसायियों की परेशानियों एवं गुस्से को देखते हुए बीजेपी इतनी डर गई है कि वह सूरत लोकसभा के मैच को फिक्स करने का प्रयास कर रही है।उन्होंने कहा कि सूरत की सीट बीजेपी 1984 के लोकसभा चुनाव के बाद से लगातार जीतते आ रही है। मौजूदा वक्त में हमारे चुनाव, हमारा लोकतंत्र, बाबासाहेब अंबेडकर का संविधान सब कुछ खतरे में हैं। इस बात को दोहरा रहा हूं कि यह हमारे जीवन काल का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है।

अब सवाल ये उठ रहा है कि आखिर कांग्रेस के उम्‍मीदवार ने ऐसी क्‍या गलती कर दी जो बीजेपी के मुकेश दलाल की झोली में यह सीट बिना कुछ करे ही आ गई। दरअसल, गुजरात में सूरत सीट के लिए कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी की दावेदारी रद्द कर दी गई है। ऐसा इसलिए किया गया क्‍योंकि जिला रिटर्निंग अधिकारी ने उनके नामांकन पर प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में कथित विसंगतियां पाई। इस निर्णय के कारण उसी सीट के लिए कांग्रेस के सब्स्टीट्यूट उम्‍मीदवार (स्थानापन्न) सुरेश पडसाला का नामांकन फॉर्म भी खारिज हो गया है।

खासबात यह है कि नीलेश कुंभानी के चुनावी दौड़ से बाहर होने के बाद चुनाव लड़ रहे अन्‍य विरोधी दल के उम्‍मीदवारों ने भी अपना नामांकन वापस ले लिया। ऐसे में अब बीजेपी के मुकेश दलाल के खिलाफ एक भी ऐसा प्रत्‍याशी नहीं है जो चुनाव लड़ रहा है। यही वजह है कि उनका चुनाव जीतना तय हो गया है। जब उनके विरोध में कोई दूसरा प्रत्‍याशी है ही नहीं तो ऐसे में सात जून को वोटिंग की प्रक्रिया को अंजाम नहीं दिया जाएगा।

India

Apr 22 2024, 16:18

मतदान से पहले बीजेपी के लिए आई अच्छी खबर, सूरत सीट पर मुकेश दलाल निर्विरोध जीते

#lok_sabha_election_2024_bjp_won_surat_lok_sabha_seat_before_voting

लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों से पहले ही भाजपा ने एक सीट जीत ली है। वोटिंग से पहले ही इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए हैं।नामांकन पत्र वापसी के अंतिम दिन सभी आठ उम्मीदवारों ने अपनी उम्मीदवारी पीछे खींच ली। इसके बाद बीजेपी के कैंडिडेट मुकेश दलाल निर्विरोध निर्वाचित हो गए। चुनाव आयोग की तरफ इसका ऐलान किया जाएगा।

पिछले दो-तीन दिनों से सूरत लोकसभा सीट पर हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी के फॉर्म को लेकर बीजेपी की ओर से आपत्ति दर्ज करायी गयी थी। कल रविवार को सुनवाई हुई और कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा अमान्य कर रद्द कर दिया गया।जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रथम दृष्टया प्रस्तावकों के हस्ताक्षर में विसंगतियां पायीं। सूरत से कांग्रेस के वैकल्पिक उम्मीदवार सुरेश पडसाला का नामांकन पत्र भी अमान्य करार दिया गया, जिससे विपक्षी पार्टी इस निर्वाचन क्षेत्र में चुनाव मैदान से बाहर हो गई। निर्वाचन अधिकारी सौरभ पारधी ने अपने आदेश में कहा कि कुंभाणी और पडसाला द्वारा सौंपे गए चार नामांकन फॉर्म को प्रस्तावकों के हस्ताक्षरों में प्रथम दृष्टया विसंगतियां पाए जाने के बाद खारिज कर दिया गया। उन्होंने कहा कि ये हस्ताक्षर असली नहीं लग रहे हैं।

सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार का फॉर्म रद्द होने के बाद कुल 9 उम्मीदवार मैदान में थे। जिनमें से निर्दलीय समेत 7 उम्मीदवारों ने अपना फॉर्म वापस ले लिया है। अब केवल एक ही उम्मीदवार बचा था। इस बीएसपी उम्मीदवार प्यारेलाल ने सूरत कलेक्टोरेट पहुंचकर अपना नामांकन वापस ले लिया।बीएसपी के कैंडिडेट प्यारे लाल भारती से सबसे आखिरी में पर्चा वापस लिया।

सूरत लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में सिर्फ मुकेश दलाल के रह जाने पर वे निर्विरोध निर्वाचित हो गए हैं। चुनाव आयोग की तरफ से दलाल की जीत की औपचारिक घोषणा की जाएगी। अब गुजरात की 25 सीटों के आगामी सात मई को वोट डाले जाएंगे।

Chhattisgarh

Apr 22 2024, 16:09

लोरमी में कांग्रेस पर बरसे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष JP नड्डा, कहा- कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति चलाई

लोरमी- लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के स्टार प्रचारक लगातार प्रदेश का दौरा कर चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इसी कड़ी में बिलासपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी तोखन साहू के प्रचार में BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रसाद नड्डा आज मुंगेली जिले के लोरमी पहुंचे हैं. इस दौरान उन्हाेंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा और केंद्र की माेदी सरकार की तरीफ की. जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति चलाई और नरेंद्र मोदी ने विकास की सरकार चलाई है. 

लोरमी में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा, आज छत्तीसगढ़ की मां कौशिल्या की भूमि में मेरा आगमन हुआ है. जम्मू कश्मीर में दो विधान और दो झंडे थे, जबकि भारत में एक विधान एक झंडा होना चाहिए. पीएम मोदी ने सरकार में आने के बाद 6 अगस्त 2019 को धारा 370 को धरासाई किया. राम मंदिर बनाने का मजबूत फैसला लिया गया और भव्य राम मंदिर का निर्माण भी हो गया.

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए नड्डा ने कहा कि मुश्लिम देश ईरान, इराक और पाकिस्तान में तीन तलाक लागू नहीं था, जबकि भारत में लागू था. पीएम मोदी के नेतृत्व में तीन तलाक कानून को हटाया गया. कांग्रेस और बीजेपी की तुलना पर उन्होंने कहा, कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति चलाई और नरेंद्र मोदी ने विकास की सरकार चलाई है.

BJP राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि बिलासपुर में नल जल योजना के तहत ढाई लाख कनेक्शन दिया गया है. PM मोदी ने 12 करोड़ शौचालय बनवाकर महिलाओं को इज्जत से जीने का रास्ता दिया. उन्होंने कहा कि 70 साल तक के लोगों को आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपए तक की स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी. आवास योजना में तीन करोड़ घर बनेंगे. साथ ही अब घर सूर्य योजना के तहत सौर ऊर्जा से घर में रौशनी होगी.

वहीं कार्यक्रम की शुरुआत में उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, सुबह से बारिश हो रही है, लेकिन कार्यकर्ताओ में जोरदार उत्साह है. इस बार भी विधानसभा चुनाव की तरह ही लोगों से आशीर्वाद देने की अपील की.

इस दौरान भाजपा प्रत्याशी तोखन साहू ने कहा कि मैं लोरमी का सेवक और बेटा हूं. 7 मई को एकतरफा मतदान होना चाहिए. इस बार भी आप सबके चरणों में बैठकर काम करूंगा.