आजमगढ़:-प्रेमिका से मिलने भाई की ससुराल गए युवक की हत्या करने वाले मुठभेड़ में तीन आरोपी गिरफ्तार
वी कुमार यदुवंशी आजमगढ़। पवई थाना क्षेत्र के ओरिल गांव में गुरुवार को प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी की हत्या करने वाले तीन आरोपी पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार किए गए हैं। मुठभेड़ के दौरान प्रेमिका के भाई के दाहिने पैर में गोली लगी है। ओरिल केवटाना में हत्या करने वाले गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से एक देशी तमंचा 315 बोर, एक खोखा कारतूस 315 बोर,एक जिन्दा कारतूस 315 बोर, एक मोटर साइकिल पल्सर के साथ ही 640 रुपया नगद बरामद हुआ है। गुरुवार को रामकिशुन बिन्द पुत्र स्व रामलवट निवासी सुइथाकला (धमहकपुरा) थाना सरपतहाँ जनपद जौनपुर ने पवई थाने पर तहरीर दिया कि उसका बेटा नरेन्द्र बिन्द वर्ष घर से ननिहाल के लिए बुधवार को दोपहर लगभग 2 बजे निकला था। वह अपने मामा के यहाँ सरैया (आलमपुर का पुरवा) थाना अम्बारी फुलपुर रात भर रहा। गुरुवार को सुबह अपने ममेरे भाई राम अवतार के साथ निकला। रामअवतार को रास्ते में नहर के पास छोड़ दिया और ओरिल गांव की तरफ चला गया। जहा पर पहले से ही गाँव के खेत में चकरोड के पास नीरज एवं अनिल पुत्रगण कमलेश उर्फ बैल, प्रियंका पुत्री कमलेश उर्फ बैल, शंकर निवासी ओरिल केवटाना उपस्थित थे। एसओ प्रदीप कुमार मिश्रा ने बताया कि मुखबिर ने बताया कि ओरिल केवटाना में जो हत्या हुई थी और लाश मिली थी उस हत्या को कारित करने वाले अभियुक्तगण एक काले रंग की पल्सर मोटर साइकिल पर तीनो सवार होकर ओरिल की तरफ से सुम्हाडीह रोड की तरफ आ रहे है। मुखबिर की सूचना पर बताये गये स्थान ओरिल सुम्हाडीह रास्ते पर रसूलाबाद मोड़ पर पल्सर पर सवार होकर आने वाले वांछित अभियुक्तों का इंतजार करने लगा, तभी एक मोटर साइकिल पर सवार तीन व्यक्ति ओरिल की तरफ से आते दिखायी दिये जिसको देखते ही मुखबिर द्वारा बताया गया कि यह वही व्यक्ति है जो आपके मुकदमे मे वांछित हैं। रोकने का प्रयास किया गया तो तभी हम पुलिस वालो को देखकर मोटर साइकिल चलाते हुए मुड़ाकर भागना चाहे कि मोटर साइकिल असंतुलित होकर मोटर साइकिल सवार तीनो व्यक्ति वही गिर गये। हम पुलिस वाले मय फोर्स के साथ अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु उसको घेरने का प्रयास किया कि अपने आप को पुलिस से घिरता देखकर वह व्यक्ति हम पुलिस वालो को लक्ष्य बनाकर जान से मारने की नियत से एक फायर किया । आत्मसमर्पण करने की पर्याप्त चेतावनी के बाद पुलिस बल द्वारा आत्मरक्षार्थ नियन्त्रित फायरिंग की गयी जिसमें नीरज पुत्र कमलेश उर्फ बैल निवासी ओरिल केवटाना थाना पवई के पैर में गोली लगी। शिवशंकर उर्फ शंकर पुत्र रामआशीष उर्फ नग्गू निवासी पिलकिच्छा थाना खुटहन जनपद जौनपुर, सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना को गिरफ्तार किया गया। बहन से मिलता देख डंडे से पीटकर की हत्या आजमगढ़। नीरज पुत्र कमलेश उर्फ बैल द्वारा बताया गया कि नरेन्द्र बिन्द गुरुवार की सुबह करीब 4:30 बजे मेरी बहन प्रियंका से मिलने के लिए आया था। मैने प्रियंका व नरेन्द्र को मिलते हुए देख लिय़ा था। इस बात पर मुझे काफी गुस्सा आया तो मैने अपने दोस्त शिवशंकर उर्फ शंकर तथा सूरज उर्फ मंटू को फोन करके बुलाया और सारी बात बताया। हम लोग मिलकर नरेन्द्र को डण्डा डण्डा मारने लगे औऱ पास में मेरी बहन भी खड़ी थी, उससे भी मैने मारने के लिए कहा तो मेरी बहन उसको नही मार रही थी। फिर मैने उसको डाटा और मैने अपने हाथ में लिया हुआ डण्डा अपनी बहन प्रियंका को दिया तो मेरी बहन प्रियंका भी नरेन्द्र बिन्द को मारी तथा मैं तथा मेरी बहन प्रियंका , मेरा दोस्त सूरज उर्फ मन्टू तथा शिवशंकर उर्फ शंकर हम चारो लोग मिलकर नरेन्द्र को खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से सर पर तथा शरीर पर डण्डा डण्डा मारे। जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये । पास में बरामद डण्डे के बार में पूछा गया तो नीरज द्वारा बताया गया कि साहब यह वही डण्डा हैं जिससे मैने व मेरी बहन प्रियंका ने नरेन्द्र बिन्द को मारा था । जिसे मैं कहीं छुपाने जा रहा था। वहीं शिवशंकर उर्फ शंकर पुत्र रामआशीष उर्फ नग्गू निवासी पिलकिच्छा थाना खुटहन जनपद जौनपुर से घटना के बारे में पूछा गया तो बताया कि साहब नीरज मेरा दोस्त हैं उसने फोन करके बुलाया तो मैं तथा नीरज का दूसरा दोस्त सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना वहाँ गये। हम चारो लोग मिलकर नरेन्द्र बिन्द को खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से सर पर तथा शरीर पर डण्डा डण्डा मारे। जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये । शिवशंकर उर्फ शंकर के पास में मिले डण्डे के बारे में पूछा गया तो शिवशंकर उर्फ शंकर द्वारा बताया गया कि साहब यह वही डण्डा हैं जिससे नरेन्द्र बिन्द को मारे थे । जिसको कही छुपाने जा रहे थे। सूरज उर्फ मंटू पुत्र रामटहल निवासी ओरिल केवटाना से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि साहब नीरज मेरा दोस्त हैं नीरज की बहन प्रियंका का नरेन्द्र बिन्द से अवैध सम्बंध था। जिससे नीरज काफी परेशान रहता था। उसने मुझे सुबह गाँव के बाहर खेत के पास बुलाया। जब मैं वहाँ पहुँचा तो मैं , और नीरज तथा नीरज की बहन प्रिंयका , तथा शिवशंकर उर्फ शंकर नरेन्द्र बिन्द को सर पर तथा शरीर पर डण्डे डण्डे खूब बेरहमी से जान से मारने की नियत से डण्डा डण्डा मारे जब हम लोगो को लगा कि वह मर गया तो हम सभी लोग उसको वही खेत के बगल चकरोड पर छोड़कर मौके से भाग गये ।
आजमगढ़:-अनवार पब्लिक स्कूल, गोधना में विज्ञान प्रदर्शनी एवं बाल मेले का भव्य आयोजन

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। अनवार पब्लिक स्कूल, गोधना में गुरुवार को विज्ञान प्रदर्शनी एवं बाल मेले का आयोजन किया गग। इस अवसर पर विद्यालय परिसर में विज्ञान, नवाचार और आनंद का अनूठा संगम देखने को मिला। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के प्रबंधक डॉ शोहराब सिद्दीकी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में तहसीलदार फूलपुर राजीव कुमार, बीईओ पवई संतोष सिंह रहे। निर्णायक मंडल (ज्यूरी मेंबर्स) के रूप में राजेश मिश्रा, डॉ अफसाना परवीन रहे। छात्र छात्राओं द्वारा चंद्रयान एआई रोबोट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, स्मार्ट सिटी मॉडल, वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम, कार्बन एब्जॉर्प्शन मशीन आदि का प्रदर्शन किया। बाल मेले में बच्चों द्वारा लगाए गए फूड स्टॉल, बुक स्टॉल, खेल-कूद स्टॉल, जूस कॉर्नर, तथा मनोरंजक मैजिक शो ने पूरे वातावरण को उल्लास और उत्सव के रंगों से भर दिया। कार्यक्रम के समापन अवसर पर डॉ शोहराब सिद्दीकी ने सभी अतिथियों, शिक्षकों, अभिभावकों एवं विद्यार्थियों का हृदय से आभार व्यक्त करते हुए कहा कि “इस प्रकार के आयोजन बच्चों में विज्ञान, सृजनशीलता और सामाजिक चेतना को प्रोत्साहन देते हैं। अनवार पब्लिक स्कूल ऐसे आयोजनों के माध्यम से बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहेगा।
आजमगढ़:-डीएम ने गौशाला ने कान्हा गौशाला खांजहापुर का किया निरीक्षण -रसूलपुर और खांजहापुर गौशाला का किया निरीक्षण, दिया आवश्यक निर्देश
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार द्वितीय ने बुधवार को फूलपुर तहसील क्षेत्र के रसूलपुर और खांजहापुर गौशालाओं का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गोवंशों को गुड़ और केला खिलाया। इस मौके पर संबंधित अधिकरियों को आवश्यक निर्देश दिया। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार द्वितीय ने सबसे पहले फूलपुर तहसील क्षेत्र के रसूलपुर गांव में बने गौशाला का निरीक्षण किया। इसके बाद वे खांजहापुर गांव में बने नगर पंचायत माहुल के कान्हा गौशाला का निरीक्षण किया। डीएम पशुओं के लिए रखा गया भूषा, दाना का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने ने गौशाला में रखे गए पशुओं का भी निरीक्षण किया। पशुओं के निरीक्षण के दौरान उन्होंने पशुओं को गुड़ और केला खिलाया। उन्होंने पशुओं के लिए बनायी गयी नाद का भी बारीकी से निरीक्षण किया। नाद के पानी को चेक करने के लिए उन्होंने नाद के अपनी से अपना हाथ भी धोया। इसके बाद जिलाधिकारी द्वारा गौशाला के रजिस्टर का बारीकी से निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने पशुओं के समुचित रख रखाव के लिए आवश्यक निर्देश दिया। कहा कि पशुओं के लिए पर्याप्त मात्रा में भूषा और दाना की व्यवस्था होनी चाहिए। गोवंशों के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। निरीक्षण के दौरान दोनों गौशालाओं की व्यवस्था से जिलाधिकारी संतुष्ट नजर आए। इस मौके पर एडीएम सीआरओ संजीव ओझा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सीओ फूलपुर किरन पाल सिंह, कोतवाल सच्चिदानंद आदि रहे।
आजमगढ़:-नदी पार करते समय युवती की पानी में डूबने से मौत, धान का बोझ लेकर घर जाते समय हुआ हादसा, अहरौला थाना क्षेत्र के अतरडीहा गांव की घटना
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के अतरडीहा गांव की सीवान में मंगलवार दिन में 12 बजे धान का बोझ लेकर नदी पार कर रही 30 वर्षीय युवती डूब गई।जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।जिसके बाद स्वजनों और ग्रामवासियों में कोहराम मच गया ।सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी माहुल श्यामकुमार दुबे थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार पुलिस बल के साथ पहुंच कर शव का पंचनामा बनवाकर पोस्टमार्टम हेतु मंडलीय चिकित्सालय आजमगढ़ की मर्चरी में भेज दिया। मृतका रंजना राजभर(30)सुल्तानपुर जिले के अखंडनगर थाना क्षेत्र के मुरादाबाद सरहुरपुर गांव की निवासिनी थी और चार माह पहले से वह अपने पिता तीजू राजभर के घर रह रही थी।मंगलवार को वह अपनी भाभी पुष्पा के साथ वह ओंगरी नदी के दूसरे तट पर स्थित कटे धान के खेत में आई।लगभग 12 बजे वह अपने खेत से धान का बोझ सिर पर लाद कर घर के लिए नदी के रास्ते निकली।और नदी के पानी में से जाने लगी।पानी में इसका पैर फिसल गया।वह पानी में डूबने लगी।ननद को डूबता देख भाभी पुष्पा ने चिल्लाना शुरू कर दिया ।जिसको सुन आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीण पहुंच गए।जब तक वे रंजना को पानी से बाहर निकालते उसके प्राण पखेरू उड़ चुके थे।ग्रामीणों ने मुश्क मृत शरीर को पानी से निकालकर नदी के किनारे रखा और इसकी सूचना रंजना के ससुराल वालो को दिया और वे भी पहुंच गए । दोनों पक्षों की सहमति से पुलिस ने शव को शाम चार बजे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मृतका रंजना के पास एक चार वर्षीय पुत्र रियांश है। थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार का कहना है कि धान का बोझ लेकर आते समय ओंगरी नदी में डूबने से मौत हुई है । शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ।
आजमगढ़:-नदी पार करते समय युवती की पानी में डूबने से मौत,  धान का बोझ लेकर घर जाते समय हुआ हादसा, अहरौला थाना क्षेत्र के अतरडीहा गांव की घटना
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के अतरडीहा गांव की सीवान में मंगलवार दिन में 12 बजे धान का बोझ लेकर नदी पार कर रही 30 वर्षीय युवती डूब गई।जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई।जिसके बाद स्वजनों और ग्रामवासियों में कोहराम मच गया ।सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी माहुल श्यामकुमार दुबे थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार पुलिस बल के साथ पहुंच कर शव का पंचनामा बनवाकर पोस्टमार्टम हेतु मंडलीय चिकित्सालय आजमगढ़ की मर्चरी में भेज दिया। मृतका रंजना राजभर(30)सुल्तानपुर जिले के अखंडनगर थाना क्षेत्र के मुरादाबाद सरहुरपुर गांव की निवासिनी थी और चार माह पहले से वह अपने पिता तीजू राजभर के घर रह रही थी।मंगलवार को वह अपनी भाभी पुष्पा के साथ वह ओंगरी नदी के दूसरे तट पर स्थित कटे धान के खेत में आई।लगभग 12 बजे वह अपने खेत से धान का बोझ सिर पर लाद कर घर के लिए नदी के रास्ते निकली।और नदी के पानी में से जाने लगी।पानी में इसका पैर फिसल गया।वह पानी में डूबने लगी।ननद को डूबता देख भाभी पुष्पा ने चिल्लाना शुरू कर दिया ।जिसको सुन आसपास खेतों में काम कर रहे ग्रामीण पहुंच गए।जब तक वे रंजना को पानी से बाहर निकालते उसके प्राण पखेरू उड़ चुके थे।ग्रामीणों ने मुश्क मृत शरीर को पानी से निकालकर नदी के किनारे रखा और इसकी सूचना रंजना के ससुराल वालो को दिया और वे भी पहुंच गए । दोनों पक्षों की सहमति से पुलिस ने शव को शाम चार बजे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।मृतका रंजना के पास एक चार वर्षीय पुत्र रियांश है। थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार का कहना है कि धान का बोझ लेकर आते समय ओंगरी नदी में डूबने से मौत हुई है । शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है ।
आजमगढ़:-पंखे से दुपट्टे का फंदा लगाकर छात्रा ने की आत्महत्या, परिजनों ने रात में ही किया दफन

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के नगर पंचायत माहुल के वार्ड नं0 एक संत रविदास नगर में देर रात अपने दुपट्टे से पंखे से फंदा लगाकर 17 वर्षीय किशोरी ने आत्महत्या कर लिया। सूचना पर थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार और कार्यवाहक चौकी प्रभारी माहुल श्याम कुमार दुबे पुलिस फोर्स के साथ वहां पहुंचे और पोस्टमार्टम के लिए लाश को ले जाना चाहे पर स्वजनों ने इनकार कर दिया। उसके बाद पुलिस ने किशोरी के शव का पंचनामा बनवाकर उसके स्वजनों को अंतिम संस्कार हेतु सुपुर्द कर दिया। माहुल के वॉर्ड नं0 एक रविदास नगर निवासी इलियास रोजी रोटी के सिलसिले में बाहर रहते है। और घर पर उसका बेटा नसीम अपनी मां और छोटी बहन के साथ रहता है। नसीम माहुल में एक निजी चिकित्सक के यहां नौकरी करता है। शनिवार को उसकी मां अपने मायके चली गई थी घर पर सिर्फ उसकी17 वर्षीय बेटी अलमीन उर्फ मुस्कान और बेटा नसीम ही था। शाम को नसीम अपनी बहन को यह कह कर गया कि मैं बाजार में जा रहा और तुम दरवाजा बंद कर लेना। रात करीब नौ बजे जब नसीम आया तो उसकी बहन के कमरे का दरवाजा बंद था।काफी देर खटखटाने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो किसी तरह से उसे आसपास के लोगों द्वारा तोड़ा गया। तो लोग मुस्कान को पंखे से दुपट्टे के फंदे से लटकता पाया।और नीचे स्टूल रखा हुआ था। सूचना पर पहुंची पुलिस को पोस्टमार्टम हेतु शव देने से इनकार कर दिया। उसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा बनावाकर उसे अंतिम संस्कार हेतु सुपुर्द कर दिया। आत्म हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है आसपास के लोगों का कहना था कि मोबाइल के प्रयोग को लेकर घर में कभी कभी उसे उसकी मां डांटती फटकारती थी।।
आजमगढ़:-पंखे से दुपट्टे का फंदा लगाकर छात्रा ने की आत्महत्या,परिजनों ने रात में ही किया दफन
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के नगर पंचायत माहुल के वार्ड नं0 एक संत रविदास नगर में देर रात अपने दुपट्टे से पंखे से फंदा लगाकर 17 वर्षीय किशोरी ने आत्महत्या कर लिया। सूचना पर थानाध्यक्ष अहरौला प्रदीप कुमार और कार्यवाहक चौकी प्रभारी माहुल श्याम कुमार दुबे पुलिस फोर्स के साथ वहां पहुंचे और पोस्टमार्टम के लिए लाश को ले जाना चाहे पर स्वजनों ने इनकार कर दिया। उसके बाद पुलिस ने किशोरी के शव का पंचनामा बनवाकर उसके स्वजनों को अंतिम संस्कार हेतु सुपुर्द कर दिया। माहुल के वॉर्ड नं0 एक रविदास नगर निवासी इलियास रोजी रोटी के सिलसिले में बाहर रहते है। और घर पर उसका बेटा नसीम अपनी मां और छोटी बहन के साथ रहता है। नसीम माहुल में एक निजी चिकित्सक के यहां नौकरी करता है। शनिवार को उसकी मां अपने मायके चली गई थी घर पर सिर्फ उसकी17 वर्षीय बेटी अलमीन उर्फ मुस्कान और बेटा नसीम ही था। शाम को नसीम अपनी बहन को यह कह कर गया कि मैं बाजार में जा रहा और तुम दरवाजा बंद कर लेना। रात करीब नौ बजे जब नसीम आया तो उसकी बहन के कमरे का दरवाजा बंद था।काफी देर खटखटाने के बाद जब दरवाजा नहीं खुला तो किसी तरह से उसे आसपास के लोगों द्वारा तोड़ा गया। तो लोग मुस्कान को पंखे से दुपट्टे के फंदे से लटकता पाया।और नीचे स्टूल रखा हुआ था। सूचना पर पहुंची पुलिस को पोस्टमार्टम हेतु शव देने से इनकार कर दिया। उसके बाद पुलिस ने शव का पंचनामा बनावाकर उसे अंतिम संस्कार हेतु सुपुर्द कर दिया। आत्म हत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है आसपास के लोगों का कहना था कि मोबाइल के प्रयोग को लेकर घर में कभी कभी उसे उसकी मां डांटती फटकारती थी।।
आजमगढ़:- ब्रह्मांड में रामकथा ही एक मात्र सुखमय जीवन का साधन, माहुल में शुरू हुआ मानस महायज्ञ

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। नगर पंचायत माहुल के सिद्धपीठ कालीचौरा मंदिर प्रांगण में चल रही सप्तदिवसीय श्री शक्ति मानस महायज्ञ के प्रथम दिन कथा वाचक पंडित कौशल किशोर जी महाराज ने राम कथा के महत्व को विस्तार से बताया।जिसे सुन पांडाल में उपस्थित श्रद्धालु भाव विभोर हो गए। कथा वाचक पंडित कौशल किशोर जी महाराज ने कहा कि भगवान की कथा के श्रवण मात्र से ही संपूर्ण चराचर जगत में समृद्धि आती है।उन्होंने महर्षि ऋषि और भगवान शिव और माता सती के वृत्तांत को सुनाते हुए कहा कि त्रेता युग में महर्षि कुम्भज भगवान राम की कथा सुना रहे थे।जिसे सुनने के लिए भगवान शिव जी माता सती के साथ वहां गए।भगवान शिव और सती को देख कर व्यास गद्दी पर बैठ कर कथा सुना रहे महर्षि कुम्भज ने शिव जी और माता सती को प्रणाम किया और उनके पाव पखारे।जिसको देखकर माता सती के मन में संदेह उत्पन्न हो गया और वे सोचने लगी कि जो व्यक्ति कथा सुनने आए हमारे पति का पाव पखार रहा वह क्या कथा सुनाएगा।सती के मन में अहंकार उत्पन्न हो गया।और शिव जी ने तो कथा को एकाग्रचित होकर सुना पर सती जी ने कथा पर ध्यान नहीं दिया।आचार्य कौशल किशोर जी महाराज ने कथा में आगे यह कहा कि कथा के अनादर का प्रभाव यह हुआ कि माता सती को यज्ञ कुंड में कूद कर अपनी आहुति देनी पड़ी और पार्वती जी के रूप में जन्म लेने के बाद उन्हें शिव जी के लिए कठिन तप करना पड़ा।इस कथा को सुनने के लिए पूरा पांडाल भरा रहा और भगवान राम के जयकारे से पूरा क्षेत्र गुंजायमान रहा।कथा शाम सात बजे से शुरू होकर रात 11 बजे तक चली। इस अवसर पर पंडित घनश्याम पांडेय,अजय श्रीवास्तव, पंडित हरिकेश चौबे,अटल बिहारी पांडेय,धर्मशीला पांडेय,बबलू शुक्ला,रामेश्वरम पांडेय,संतोष मोदनवाल,संजय मोदनवाल,शंकर सेठ आदि रहे।
आजमगढ़:-दुर्वाषा धाम पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगायी आस्था की डुबकी, सुरक्षा के लिए भारी संख्या पर पुलिस बल मौजूद
-महर्षि दुर्वाषा की तपोस्थली पर प्रतिवर्ष लगता है तीन दिवसीय मेला

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  फूलपुर तहसील मुख्यालय से 7 किमी स्थित महर्षि दुर्वाषा की तपोस्थली दुर्वाषा धाम पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर बुधवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर अपने और परिवार की सुख संवृद्धि की कामना की। मेले में लोगों ने अपनी जरूरतों के हिसाब से खरीदारी किया। मेला परिसर में जरूरत के सामानों के साथ ही मनोरंज की भी व्यवस्था है। पुलिस प्रशासन मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए लगा रहा। 
इस पौराणिक स्थली पर महर्षि दुर्वाषा ने 88 हजार ऋषियों के साथ कठोर तपस्या की थी। लगभग 7 हजार साल तक चली कठोर तपस्या के बाद भगवान शिवजी प्रकट हुए थे। उनकी इसी तपोस्थली पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हजारों श्रद्धालुओं डुबकी लगाने पहुँचे। महिलाओं और बच्चों ने अपनी जरूरत के सामानों की खरीदारी किया। बच्चों और युवाओं के लिए मेला में लगाये गए झूले आकर्षण का केंद्र बने रहे। वहीं घरेलू समानों की जनकर खरीदारी भी हुई। गुब्बारे, चोटहिया जलेबी, पिपिहिरी, हाथा, फावड़ा, कुदार, शृंगार की वस्तुओं की भी खरीददारी हुई। तमसा मंजूषा के संगम पर महिलाओं के लिए समुचित व्यवस्था का अभाव दिखाई दिया। श्रद्धालुओं द्वारा महर्षि दुर्वाषा और शिवजी के दर्शन पूजन किए गए। मंदिरों में बज रहे घंटा घड़ियाल और भक्ति गीतों से पूरा परिसर भक्तिमय हो गया। सुरक्षा की दृष्टि से मेला परिसर से 2 किमी पहले ही पुलिस प्रशासन द्वारा वाहनों को रोका गया। फूलपुर कोतवाल सच्चिदानंद पूरी टीम के साथ मेले की सुरक्षा में लगे रहे। मंगलवार को मेले का आयोजन किया जाएगा। कई जगहों पर लोगों को भीड़ और जाम का भी सामना करना पड़ा।

आजमगढ़:-छठ के बाद अब दुर्वासा में पूर्णिमा स्नान की तैयारी में जुटा प्रशासन, डीएम और एसपी के निरीक्षण के बाद एसडीएम व सीओ ने की बैठक

-प्राप्त राजस्व को मंदिर के विकास के लिए अलग खाते में रखा जाएगा -मेला समिति में निजामाबाद व फूलपुर के तहसीलदार भी रहेंगे शामिल

वी कुमार यदुवंशी

आजमगढ़। छठ पूजा सकुशल संपन्न होने के बाद अब प्रशासन का ध्यान कार्तिक पूर्णिमा पर दुर्वासा धाम पर लगने वाले तीन दिवसीय मेले पर केंद्रित हो गया है। डीएम और एसपी ने छठ से पहले ही धाम के संगम स्थल का निरीक्षण कर हर स्तर पर सुरक्षात्मक व्यवस्था की बात कही थी, तो उसके बाद धाम स्थित शिव मंदिर परिसर में क्षेत्राधिकारी फूलपुर किरन पाल सिंह और उपजिलाधिकारी निजामाबाद चन्द्र प्रकाश सिंह ने बैठक कर मेले की तैयारी पर मंथन किया। इस दौरान क्षेत्रीय लोगों से जानकारी लेने के साथ ही आवश्यक निर्देश भी दिए। फूलपुर कोतवाली और निजामाबाद तहसील की सीमा पर स्थित पौराणिक स्थल दुर्वासा धाम के तमसा-मंजूषा नदियों के संगम तट पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर लगने वाले तीन दिवसीय मेले के लिए तैयारियां तेज हो गयी हैं। यहां पर दूर-दराज से हजारों श्रद्धालु कार्तिक पूर्णिमा के दिन आस्था की डुबकी लगाने पहुंचते हैं। इस साल 4 नवंबर को बटोर और 5 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर नहान होगा, जबकि 6 नवंबर को स्थानीय मेला रहेगा। पूर्वांचल के लिए महत्वपूर्ण धाम पर दूर-दराज से काफी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ अपनी दुकान लगाने के लिए व्यापारियों का आना होता है। ऋषि दुर्वासा, दत्तात्रेय, चंद्रमा ऋषि विकास समिति के व्यवस्थापक बलराम तिवारी ने प्रस्ताव रखा कि मेले का संचालन 2015 की तर्ज पर किया जाय, जिसमें समिति में तहसीलदार निजामाबाद, तहसीलदार फूलपुर, लेखपाल, राजस्व निरीक्षक और स्थानीय समितियों के लोग शामिल हों। तिवारी के प्रस्ताव को उपजिलाधिकारी ने तत्काल प्रभाव से मंजूर कर लिया। यह भी निर्णय लिया गया कि मेले से प्राप्त राजस्व को मंदिर के विकास के लिए अलग खाते में रखा जाएगा। इसके अतिरिक्त अमीन, राजस्व निरीक्षक, लेखपाल को तैनात किया जाएगा। डाक्टरों की टीम भी मेले में लगाई जाएगी। दुकानें सडक़ से 1 मीटर की दूरी पर लगाई जाएगी। अधिकारियों ने मेला के दौरान आने वाली छोटी-बड़ी समस्याओं की जानकारी ली और क्षेत्रीय लोगों से सुझाव मांगे। क्षेत्रवासियों ने शान्ति पूर्वक मेला सम्पन्न कराने के लिए पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया। अफसरों ने भी कहा कि प्रसिद्ध धार्मिक स्थली पर शान्ति पूर्वक स्नान मेला सम्पन्न कराने के लिए हर स्तर से मेरा प्रयास रहेगा। मेला क्षेत्र में भारी वाहनों को दो किलोमीटर पहले रोक दिया जाएगा। छोटे वाहनों के पार्किंग की व्यवस्था मेले से बाहर कराई जाएगी। सभी आने वाले मार्गों पर पुलिस का सख्त पहरा रखा जाएगा। पीएसी व महिला पुलिस सहित भारी सख्या में पुलिस बल तैनात किया जाएगा। दर्जनों लेखपालों की भी ड्यूटी लगायी जाएगी।