ग्राम पंचायत लालपुर टीकर में सीडीओ की ग्राम चौपाल

गोरखपुर। ग्राम पंचायत लालपुर टीकर में शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) शाश्वत त्रिपुरारी की अध्यक्षता में ग्राम चौपाल का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने अपनी-अपनी समस्याएँ रखीं। सीडीओ ने सभी शिकायतों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को मौके पर ही कार्यवाही के निर्देश दिए।

चौपाल में पेंशन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, जल जीवन मिशन, पानी की टंकी निर्माण, व्यक्तिगत शौचालय, और राशन कार्ड जैसी समस्याएँ प्रमुख रहीं।

पेंशन न मिलने पर तुरंत बनाओ सूची: सीडीओ

ग्राम के श्रीराम, रामवृक्ष, भग्गन सहित अन्य ग्रामीणों ने शिकायत की कि अभी तक उन्हें वृद्धावस्था/विधवा/दिव्यांग पेंशन नहीं मिल रही है। इस पर सीडीओ ने समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों को मौके पर ही व्यक्तिगत रूप से पात्रता सूची तैयार करने और लंबित मामलों का निस्तारण करने के निर्देश दिए।

व्यक्तिगत शौचालय की माँग

सीमा व माला द्वारा व्यक्तिगत शौचालय न मिलने की शिकायत पर सीडीओ ने पंचायत सचिव को तुरंत प्रक्रिया पूर्ण कर लाभ दिलाने को कहा।

राशन कार्ड न मिलने की शिकायत

धानी, छोटेलाल सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि अभी तक उनका राशन कार्ड जारी नहीं हुआ है। इस पर सीडीओ ने खाद्य एवं रसद विभाग के कर्मचारी को तत्काल जाँच कर उचित कार्रवाई करने के निर्देश दिए।

पानी की टंकी निर्माण अधूरा — जलकल विभाग को नोटिस जैसे निर्देश

कुछ ग्रामीणों ने जल जीवन मिशन के अंतर्गत पानी की टंकी का निर्माण अधूरा होने और केवल पिलर तक ही कार्य रुका रहने की शिकायत की। इसे गंभीर मानते हुए सीडीओ ने जलकल विभाग को कार्य में तेजी लाने तथा देरी का कारण बताने का निर्देश दिया।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति की भी शिकायत

ग्रामवासियों ने प्राथमिक स्वास्थ्य उपकेंद्र में व्यवस्थाओं की कमी और अनियमितता की बात भी उठाई, जिस पर स्वास्थ्य विभाग को सुधार हेतु निर्देश दिए गए।

अन्नप्राशन व गोदभराई कार्यक्रम भी संपन्न

चौपाल के दौरान सीडीओ द्वारा नवजात शिशुओं का अन्नप्राशन तथा गर्भवती महिलाओं का गोदभराई कार्यक्रम भी कराया गया।

इसके साथ ही उन्होंने विकास खण्ड खोराबार के विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण भी किया। कार्यक्रम में निकाय, खण्ड एवं जिला स्तर के अधिकारी और कर्मचारी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

नागरिक सुरक्षा गोरखपुर द्वारा सप्त दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का जिलाधिकारी ने किया शुभारंभ

भारत सरकार गृहमंत्रालय के संयोजन में नागरिक सुरक्षा गोरखपुर द्वारा सप्त दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शुभारम्भ नागरिक सुरक्षा बहुउद्देशीय सभागार, कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी/नियंत्रक दीपक मीणा द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया।

शुभारम्भ के पश्चात वार्डेनों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहाकि “आपदा की स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सिविल डिफेंस वार्डेन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। वार्डेन शासन-प्रशासन के साथ मिलकर समन्वय स्थापित करते हुए समाज के प्रति सेवा एवं सुरक्षा की भावना को साकार करते हैं। उन्होंने नागरिक सुरक्षा की कार्यप्रणाली की सराहना करते हुए कहाकि यह सामाजिक सुरक्षा का अभिन्न अंग है। इसीक्रम में उपनियंत्रक नागरिक सुरक्षा सत्य प्रकाश सिंह ने प्रशिक्षण के उद्देश्य, वार्डेन के दायित्वों एवं नागरिक सुरक्षा संगठन की कार्यप्रणाली पर विस्तृत जानकारी प्रदान किया। फ्लाइट लेफ्टिनेंट अविनाश नायर एवं वारंट ऑफिसर रंजय कुमार ने “हवाई हमलों से बचाव एवं सुरक्षा उपायों” पर जानकारी दी। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से गौतम गुप्ता ने आपदा प्रबंधन के चरणों, तैयारी और प्रतिक्रिया प्रणाली पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन चीफ वार्डेन डॉ.संजीव गुलाटी नें किया। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह, वरिष्ठ सहायक उप नियंत्रक वेद प्रकाश यादव, नीरज श्रीवास्तव, चीफ वार्डेन डॉ.संजीव गुलाटी, डिप्टी चीफ वार्डेन डॉ.शरद श्रीवास्तव, स्टॉफ ऑफिसर सुरेश गुप्ता, डिवीजनल वार्डेन विकास जालान, अखिलेश ओझा, राजेश चंद्र चौधरी सहित अनेकों अधिकारी एवं प्रशिक्षु वार्डेन उपस्थित रहे।

विश्व हिंदू महासंघ के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का हुआ शुभारंभ

गोरखपुर।नेपाल और भारत के बीच रोटी -बेटी का संबंध है। दोनों की साझी संस्कृति है। नेपाल का दर्द भारत के हृदय में महसूस होता है।

उक्त बातें काठमांडू नेपाल से पधारीं विश्व हिंदू महासंघ की अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष अस्मिता भंडारी ने अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर व्यक्त कीं । योगीराज गंभीर नाथ प्रेक्षागृह में आज से प्रारंभ हो रहे तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सम्मेलन व प्रांतीय अधिवेशन को संबोधित करती हुईं , भंडारी ने कहा कि, योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में देश दुनिया का बृहद हिंदू समाज एक जुट हो रहा है।

उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता कर रहे , प्रदेश अध्यक्ष भिखारी प्रजापति ने कहा कि, हिंदुत्व पुनर्जागरण अभियान के महानायक योगी आदित्यनाथ जी के हिंदुत्व व विकास के मुद्दे पर देश -दुनिया के हिंदुओं को एकजुट करना ही अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य है। प्रजापति ने कहा कि, आगामी 14 से 16 नवंबर तक योगिराज गंभीरनाथ प्रेक्षागृह , तारामंडल, गोरखपुर में होने वाला अंतर्राष्ट्रीय हिंदू सम्मेलन एक नई इबारत लिखेगा। नेपाल चैप्टर से आए अरुण कुमार पांडे, अमर केसर सिंम्हा , राधेश्याम थापा , थाईलैंड से शांतनु कुमार , ऑस्ट्रेलिया से लेखनाथ बस्तोला , यूनाइटेड किंगडम से श्रीमती राजू मल्ल इत्यादि देश के लोगों ने भी अपनी बातें रखीं ।

उद्घाटन समारोह के बाद श्री कृष्ण जन्मभूमि व काशी विश्वनाथ को अतिक्रमण मुक्त करने, अयोध्या में राष्ट्र संत अवेद्यनाथ जी की प्रतिमा लगाने व सामाजिक समरसता हेतु भारत रत्न से सम्मानित करने, सामाजिक समरसता हिंदुत्व का प्राण है , जैसे प्रस्ताव लाए गए।

राष्ट्रीय महामंत्री विक्रम गोस्वामी, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री योगी तेजपाल सिंह, गोरक्षा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ सुरेश दक्ष, किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

कार्यक्रम का संचालन प्रदेश महामंत्री दिग्विजय सिंह राणा क्षेत्रीय महामंत्री श्याम बाबू शर्मा, शरद परमार , दीपक त्रिपाठी व संगीता मिश्र ने किया। सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने ध्वज गान व स्वागत गीत प्रस्तुत किया। प्रकोष्ठों के अध्यक्ष गण गंगा शर्मा कौशिक , गंगा धाकड़, रुद्र कुमार पाठक, हरि नारायण महाराज, महंत सुखराम दास व प्रदेश उपाध्यक्ष गण अखंड प्रताप सिंह , सरजू प्रसाद शुक्ल, दिग्विजय किशोर शाही, राजेश्वरी प्रसाद विश्वकर्मा, दीपक त्रिपाठी, उपेंद्र सिंह, दीपक शुक्ल, पप्पू पहलवान, मनोज प्रजापति , कमलेश शाही, बृजेश तिवारी, सत्येंद्र सिंह, आशा शर्मा, लीला श्रीवास्तव, कुमारी सपना श्रीवास्तव, डॉ गिरीश चंद्र द्विवेदी, वी के मल्ल , संजय तिवारी ,सुभाष तिवारी , दीप माला शर्मा, दिनेश चौबे, संजय चौहान, सोनू गुप्ता ने विदेश से आए हुए प्रतिनिधियों का स्वागत किया।

डी.डी.यू.जी.यू. में जेंडर सेंसिटाइजेशन पर केंद्रित 14-दिवसीय बहुविषयक रिफ्रेशर कोर्स का हुआ समापन


दीनदयाल उपाध्याय, गोरखपुर। विश्वविद्यालय के मदन मोहन मालवीय टीचर ट्रेनिंग सेंटर (MMTTC) एवं समाजशास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में 14-दिवसीय बहुविषयक रिफ्रेशर कोर्स ;(पुनश्चर्या पाठ्यक्रम) का समापन सत्र आयोजित किया गया।

समापन सत्र को संबोधित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के समाजशास्त्र विभाग की पूर्व प्रोफ़ेसर एवं बार काउंसलिंग ऑफ़ पंजाब एवं हरियाणा की सीनियर एडवोकेट प्रो. राजेश गिल ने कहा कि जेंडर के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने के लिए स्वयं से शुरुआत करनी होगी।

जेंडर संबंधी भूमिकाओं में आवश्यक परिवर्तन लाने होंगे, तभी स्त्री और पुरुष के बीच बना भेद मिटेगा. जेंडर को बाइनरी (स्त्री-पुरुष) तक सीमित कर देखने के बजाय उसे एक बहुविध (multiple gender) रूप में समझने की आवश्यकता है, क्योंकि विविध लैंगिक पहचानों को स्वीकार किए बिना वास्तविक समानता संभव नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि बचपन से ही बच्चों में लिंग के प्रति संवेदनशीलता विकसित करना अत्यंत आवश्यक है, ताकि वे समानता, सम्मान और न्यायपूर्ण दृष्टिकोण के साथ समाज में योगदान दे सकें।

कार्यक्रम में स्वागत भाषण एम.एम.टी.टी.सी. के निदेशक प्रोफेसर चंद्रशेखर ने दिया। उन्होंने कहा कि जेंडर सेंसिटाइजेशन आज के समय का अत्यंत प्रासंगिक विषय है, जिस पर इस पुनश्चर्या पाठ्य में सतत संवाद और विमर्श हुआ है.

कार्यक्रम में रिपोर्ट प्रस्तुतिकरण कोर्स समन्वयक एवं समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष प्रो. अनुराग द्विवेदी ने किया। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो पूनम टंडन जी के मार्गदर्शन में पिछले चौदह दिनों की इस अकादमिक यात्रा में देश के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों से जुड़े विषय-विशेषज्ञों के लगभग चालीस व्याख्यान आयोजित किए गए। इन व्याख्यानों में जेंडर के विविध सामाजिक, सांस्कृतिक, मनोवैज्ञानिक तथा नीतिगत परिप्रेक्ष्यों पर गंभीर और सारगर्भित चर्चा हुई।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कला संकाय की अधिष्ठाता प्रो. कीर्ति पांडेय ने आयोजकों को बधाई दिया और कहा कि लिंग-परक संवेदनशीलता समाज में समान अधिकार, सम्मानजनक व्यवहार और सहयोगी वातावरण के निर्माण की मूल आवश्यकता है.

कार्यक्रम के सह समन्वयक डॉ. मनीष पाण्डेय ने आभार ज्ञापन दिया और कहा शिक्षकों और शोधार्थियों की यह जिम्मेदारी है कि वे कक्षा, अनुसंधान और नीति-निर्माण के प्रत्येक स्तर पर इस विमर्श को सशक्त बनाएं.

कार्यक्रम का संचालन डॉ तूलिका सिन्हा ने किया. डॉ. जूही देशमुख एवं डॉ शगुफ्ता अफरोज ने प्रतिभागी के रूप में अपने विचार साँझा किए.

कार्यक्रम में प्रो.संगीता पांडेय, प्रो.सुभी धुसिया, प्रो अंजू डॉ पवन कुमार, डॉ प्रकाश प्रियदर्शी एवं डॉ.दीपेंद्र मोहन सिंह समेत विभिन्न राज्यों के अनेक महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय से डेढ़ सौ से अधिक प्रतिभागी उपस्थित रहे.

बिहार में विकास व सुशासन की प्रचंड जीत: सहजानंद राय

गोरखपुर। बिहार में राजग की प्रचंड जीत के बाद भाजपा के क्षेत्रीय कार्यालय पर जश्न का माहौल दिखा। बड़ी संख्या में जुटे भाजपा नेताओं ने क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय की अगुवाई में पटाखा फोड़ा और एक दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया।

बिहार का चुनाव परिणाम राजग के पक्ष में आने के साथ ही क्षेत्रीय कार्यालय पर भाजपा नेताओं का जमावड़ा होने लगा। क्षेत्रीय अध्यक्ष सहजानंद राय और जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी ने सर्वप्रथम खुशी से लवरेज भाजपा नेताओं का मुंह मीठा कर बधाई दी। फिर शुरू हुआ पटाखा फोड़ने का सिलसिला और क्षेत्रीय कार्यालय आवाज से गूंज उठा। इस दौरान भाजपा नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा का उदघोष किया।

इस मौके पर पत्रकारों से मुखातिब क्षेत्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में राजग की प्रचंड जीत विकास और सुशासन की जीत है। बिहार की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन को सराहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता की ओर से बिहार के मतदाताओं को आभार जताते हुए कहा कि यहां लोगों ने कांग्रेस और राजद द्वारा एसआईआर को लेकर उड़ाई गई अफवाह का भी करार जवाब दिया है। क्षेत्रीय अध्यक्ष ने कहा है जिस तरह से बिहार में वहां की जनता का अपार स्नेह राजग को मिला है, उसी तरह 2027 में उत्तर प्रदेश में यहां के लोगों का मिलेगा और भाजपा की लगातार तीसरी बार प्रचंड बहुमत से सरकार बनेगी।

क्षेत्रीय कार्यालय पर जश्न मनाने वालों में पूर्व महानगर अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य राहुल श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष महराजगंज संजय पांडेय, जिला महामंत्री डॉ आरडी सिंह, क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी डॉ बच्चा पाण्डेय नवीन, क्षेत्रीय संयोजक मीडिया संपर्क विभाग सिद्धार्थ शंकर पांडेय, ब्लाक प्रमुख दिलीप कुमार यादव, छोटेलाल मौर्य, संजय सिंह, राजाराम कन्नौजिया, हरिनारायण सिंह, धर्मेन्द्र कुमार मिश्रा, कृष्णपाल सिंह, के एम मझवार, अजय श्रीवास्तव, रमेश कुमार, रामप्रवेश तिवारी, प्रमोद त्रिपाठी, अखिलेश सिंह सर्वदीप सिंह सनी, अरुण पाण्डेय, राहुल त्रिपाठी, सह मीडिया प्रभारी राहुल तिवारी, मधुसूदन पाण्डेय, अखिलानंद त्रिपाठी,राजेश पाल, सुधाकर यादव,दिनेश सिंह, राहुल गिरी, गणेश जायसवाल, विशाल पाण्डेय, संदीप पाण्डेय , पवन चतुर्वेदी, हरिनारायण सिंह, रामप्रवेश तिवारी समेत बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

स्पेस दर्शन प्राइवेट लिमिटेड को मिला इसरो से ‘सर्टिफाइड स्पेस ट्यूटर’ का गौरव—अंतरिक्ष शिक्षा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि


गोरखपुर।अंतरिक्ष विज्ञान शिक्षा एवं अंतरिक्षीय अन्वेषण के क्षेत्र में लंबे समय से निरंतर उत्कृष्ट कार्य कर रही ए० एस० स्पेस दर्शन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ने एक और अहम उपलब्धि हासिल की है। कंपनी को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की ओर से ‘इसरो प्रमाणित स्पेस ट्यूटर’ का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया है।इसरो के सी० वी० पी० ओ० के डायरेक्टर हरि कृष्णन द्वारा यह प्रमाण पत्र जारी करते हुए कंपनी को बधाई और शुभकामनाएं दी गईं।कंपनी के फाउंडर रघुवीर गुप्ता ने बताया कि यह सम्मान टीम ए० एस० स्पेस दर्शन की वर्षों की अथक मेहनत, समर्पण और अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति जुनून का परिणाम है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि कंपनी को अंतरिक्ष शिक्षा के नए आयामों को छूने हेतु और अधिक प्रेरित करेगी तथा इसरो के मार्गदर्शन में उन्हें नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर होने का अवसर प्रदान करेगी।

रघुवीर गुप्ता ने कहा कि कंपनी का मुख्य मंत्र है— “अंतरिक्ष विज्ञान सभी के लिए।” इसी उद्देश्य के तहत टीम लगातार छात्रों से लेकर आम जनमानस तक अंतरिक्ष से संबंधित नवीनतम जानकारियां पहुंचाने के लिए दिन-रात कार्यरत है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि उनके प्रयासों से भारत में भावी वैज्ञानिकों की एक मजबूत पीढ़ी तैयार होगी, जो विक्रम साराभाई, डॉ० ए०पी०जे० अब्दुल कलाम, सतीश धवन जैसे महान वैज्ञानिकों के सपनों को आगे बढ़ा सकेगी।

टीम को मिली शुभकामनाएं

इस उपलब्धि पर वैज्ञानिक समुदाय, शिक्षाविदों, जनप्रतिनिधियों तथा आम जनमानस ने ए० एस० स्पेस दर्शन प्राइवेट लिमिटेड की पूरी टीम को बधाई दी।बधाई देने वालों में टीम के आकाश, सिकंदर, मनोज, अमित, शिवम, विकास, रिसर्चर हरी शंकर व रत्नेश सहित कई लोगों ने इसे टीम की कड़ी मेहनत का परिणाम बताया।इसके अलावा इंजीनियर सरवन निषाद (एम०एल०ए० चौरी चौरा), विधान परिषद सदस्य विशाल सिंह उर्फ़ चंचल,कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर,कृष्ण निषाद,बृजेश यादव,चौरी चौरा के लोकप्रिय नेता अजय सिंह उर्फ़ टप्पू,महादेव पाण्डेय,

वैज्ञानिक अधिकारी वीर बहादुर सिंह नक्षत्रशाला (तारामंडल) गोरखपुर,खगोलविद अमर पाल सिंह,नीतीश शुक्ला इंचार्ज, भौतिक विज्ञान विभाग, दिग्विजयनाथ पी०जी० कॉलेज),

डॉ० अंकुश कुशवाह, वेद पाण्डे, गिरिजेश कुमार राय,राजन शर्मा, नेता जी गौरव सिंह वनारस आदि ने भी पूरी टीम को हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए सराहना की।सभी ने उम्मीद जताई कि ए० एस० स्पेस दर्शन प्राइवेट लिमिटेड भविष्य में भी अंतरिक्ष अन्वेषण और शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देता रहेगा।

*गोरखपुर का चिड़ियाघर बना जानवरों का कब्रगाह, लगातार हो रही मौतों पर उठे रहे सवाल*

गोरखपुर। गोरखपुर का चिड़ियाघर अब जानवरों के लिए कब्रगाह बनता जा रहा है। बीते कुछ महीनों में यहां सात बड़े जानवरों की मौत हो चुकी है, जिससे चिड़ियाघर प्रबंधन की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।

बुधवार को बाघिन मेलानी की मौत के बाद चिड़ियाघर के कर्मचारियों ने शोकसभा कर श्रद्धांजलि दी, लेकिन यह कोई पहली मौत नहीं थी। जानकारी के अनुसार, इस साल अब तक सात बड़े जानवरों की जान जा चुकी है। मार्च में पीलीभीत से रेस्क्यू कर लाए गए बाघ केसरी की मौत सबसे पहले हुई थी। इसके बाद 5 मई को मादा भेड़िया भैरवी, 7 मई को बाघिन शक्ति और 8 मई को तेंदुआ मोना की मौत हुई।

23 मई को एक कॉकटेल पक्षी ने दम तोड़ दिया, वहीं 5 अक्टूबर को इटावा लायन सफारी से लाए गए शेर भरत की भी मौत हो गई। अब बाघिन मेलानी की मौत ने चिड़ियाघर प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

लगातार हो रही इन मौतों से यह सवाल उठ रहा है कि क्या चिड़ियाघर में जानवरों की देखभाल और स्वास्थ्य जांच के प्रति लापरवाही बरती जा रही है? विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी कम अवधि में इतने जानवरों की मौत सामान्य बात नहीं हो सकती।

स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों ने मांग की है कि चिड़ियाघर में हो रही लगातार मौतों की उच्च स्तरीय जांच कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके और आगे ऐसी घटनाएं न दोहराई जाएं।

गोरखपुर में शुरू हुआ विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) अभियान

गोरखपुर।जिलाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी दीपक मीणा ने कलेक्ट्रेट स्थित पर्यटन भवन सभागार में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जनपद गोरखपुर में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Intensive Revision - SIR) अभियान शुरू हो गया है। यह अभियान 4 नवंबर 2025 से 4 दिसंबर 2025 तक चलेगा, जिसके तहत जिले की सभी नौ विधानसभाओं में मतदाता सूची का घर-घर जाकर सत्यापन किया जाएगा।

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि सन् 2003 के बाद यह पहला अवसर है जब निर्वाचन आयोग इस स्तर पर गहन पुनरीक्षण करा रहा है। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना है ताकि कोई पात्र मतदाता सूची से वंचित न रहे और कोई अपात्र नाम उसमें शामिल न हो।

मतदाता सूची सत्यापन की प्रक्रिया

डीएम ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर तैनात बीएलओ (Booth Level Officer) घर-घर जाकर मतदाताओं से विवरण एकत्र करेंगे और गणना प्रपत्र (Enumeration Form) भरवाएंगे। हर बीएलओ को प्रतिदिन कम से कम 50 प्रपत्र भरने का लक्ष्य दिया गया है।

उन्होंने बताया कि यदि किसी परिवार के सदस्य बाहर नौकरी या पढ़ाई के लिए रहते हैं तो घर पर मौजूद परिजन उनके स्थान पर भी फॉर्म भर सकते हैं। यह जानकारी सही और पूर्ण होनी चाहिए ताकि उन मतदाताओं के नाम अंतिम सूची में सम्मिलित किए जा सकें “जो लोग गणना प्रपत्र भर चुके हैं, उनका नाम अंतिम मतदाता सूची में स्वतः शामिल किया जाएगा और उनका नाम सूची से नहीं काटा जाएगा,

यदि किसी मतदाता के फॉर्म में त्रुटि रह जाती है या किसी कारणवश उसका नाम सूची में नहीं आता है, तो वह ईआरओ (Electoral Registration Officer) के समक्ष आपत्ति दाखिल कर अपना नाम पुनः जोड़ सकता है।

एक मतदाता – एक ही जगह नाम

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि एक व्यक्ति केवल एक ही विधानसभा क्षेत्र में मतदाता रह सकता है। यदि किसी का नाम दो स्थानों पर पाया जाता है, तो उसे अपने प्रपत्र में यह उल्लेख करना आवश्यक है ताकि पुराने स्थान से नाम हटाया जा सके। “एक व्यक्ति भारतवर्ष में केवल एक ही स्थान पर मतदाता हो सकता है। यदि नाम दो जगह दर्ज है, तो यह नियमों के विरुद्ध है। फॉर्म में पुराने पते का जिक्र कर दें, जिससे नाम वहां से काटा जा सके।”

विशेष पुनरीक्षण कार्यक्रम की प्रमुख तिथियाँ

गणना कार्य की अवधि 04 नवम्बर – 04 दिसम्बर 2025

ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन 09 दिसम्बर 2025

दावे एवं आपत्तियों की अवधि 09 दिसम्बर 2025 – 08 जनवरी 2026 सुनवाई व निस्तारण की अवधि 09 दिसम्बर 2025 – 31 जनवरी 2026

अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन 07 फरवरी 2026

गोरखपुर में मतदाताओं की स्थिति

डीएम दीपक मीणा ने बताया कि वर्ष 2003 में जिले में कुल 26,68,592 मतदाता थे — पुरुष 14,87,545, महिलाएं 11,81,047।

वर्ष 2025 में मतदाताओं की संख्या बढ़कर 36,66,533 हो गई है, जिनमें पुरुष 19,72,109, महिलाएं 16,94,178 और अन्य 246 हैं। “लगभग 10 लाख नए मतदाताओं का जुड़ना लोकतंत्र के प्रति गोरखपुरवासियों की जागरूकता का प्रमाण है।”

जिले की निर्वाचन व्यवस्था

गोरखपुर जिले में कुल 9 विधानसभा क्षेत्र हैं —

कैम्पियरगंज (320), पिपराइच (321), गोरखपुर शहर (322), गोरखपुर ग्रामीण (323), सहजनवा (324), खजनी (325), चौरीचौरा (326), बांसगांव (327) और चिल्लूपार (328)।

इन विधानसभा क्षेत्रों में कुल 9 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (EROs), 45 सहायक अधिकारी (AEROs), 3,679 बीएलओ, 440 सुपरवाइजर, 3,679 मतदेय स्थल और 2,063 मतदान केंद्र बनाए गए हैं।

डीएम ने बताया कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर अधिकतम 1200 मतदाता होंगे। यदि किसी अपार्टमेंट या कॉलोनी में 1200 से अधिक मतदाता हैं, तो वहां भी नया मतदान केंद्र स्थापित किया जा सकता है।

त्रुटियों के सुधार पर विशेष ध्यान

डीएम दीपक मीणा ने कहा कि प्रवासन, मृत्यु, विवाह या दोहरे नाम जैसी त्रुटियों को सुधारने के लिए यह अभियान महत्वपूर्ण है। कोई भी जीवित पात्र मतदाता सूची से वंचित नहीं रहेगा और कोई मृत या दोहरा नाम सूची में नहीं रहेगा।”

बीएलओ घर-घर जाकर पहचान पत्र जैसे आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस या अन्य सरकारी प्रमाण पत्र देखकर पहचान सत्यापित करेंगे कोई पहचान पत्र नहीं देना है।

राजनीतिक दलों और नागरिकों से अपील

डीएम दीपक मीणा ने सभी राजनीतिक दलों, जनप्रतिनिधियों और नागरिकों से अपील की कि वे इस अभियान में बढ़-चढ़कर सहयोग करें। “यह केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र की नींव को मजबूत करने का कार्य है। हर पात्र नागरिक का नाम सूची में शामिल करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

प्रेस वार्ता में उप जिला निर्वाचन अधिकारी/एडीएम वित्त विनीत कुमार सिंह,

सहायक निर्वाचन अधिकारी शंकर मिश्रा,

सहायक सूचना निदेशक प्रशांत श्रीवास्तव सहित सभी तहसीलों के एसडीएम और निर्वाचन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

डीएम का संदेश ने कि “विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि यह लोकतांत्रिक सहभागिता का आधार है। हर पात्र मतदाता का नाम सूची में जुड़ना उसका अधिकार है और इस अधिकार को सुनिश्चित करना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

पीसीएस प्री परीक्षा के लिए पहुंचे अभ्यर्थियों को सघन जांच के बाद मिली इंट्री

खजनी गोरखपुर।कस्बे के समीप गणेश पाण्डेय इंटरकाॅलेज कटघर में रविवार 12 अक्टूबर को प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा में दो पालियों में कुल 505 अभ्यर्थी ने परीक्षा दी। सबेरे 8 बजे के बाद सरकारी इंटरकाॅलेज में पीसीएस प्री-एग्जाम(परीक्षा) देने के लिए पहुंचे सभी अभ्यर्थियों को सघन जांच के बाद परीक्षा केंद्र में जाने की अनुमति दी गई, जांच में महिलाओं से उनके कानों में पहने कुंडल-अंगूठी आदि आभूषण उतरवा लिए गए, आंखों की रेटिना स्कैनिंग के बाद मोबाइल ब्लूटूथ,इलेक्ट्रॉनिक घड़ी तथा अन्य उपकरणों को परीक्षा केंद्र में साथ ले जाने की अनुमति नहीं दी गई।

दो पालियों में आयोजित इस परीक्षा में पहली पाली में सुबह 09.30 बजे से 11.30 बजे तक कुल 255 अभ्यर्थी तथा दूसरी पाली में दोपहर 02.30 बजे से 04.30 बजे तक 250 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए।

नियत कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा केंद्र पर सबेरे 8 बजे से ही अभ्यर्थियों का पहुंचना शुरू हो गया। परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए स्थानीय प्रशासन में सेक्टर मजिस्ट्रेट तहसीलदार खजनी ध्रुवेश कुमार सिंह थानाध्यक्ष खजनी अनूप सिंह सब इंस्पेक्टर शुभम सिंह रीता यादव महिला कांस्टेबल नेहा, मंजुला सहित पुलिस टीम मौजूद रही।

विकसित भारत 2047 अभियान में गोरखपुर टॉप टेन में, छठवें स्थान पर पहुंचा जिला

गोरखपुर। विकसित भारत-2047 के सपने को साकार करने की दिशा में गोरखपुर जिले ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। सीडीओ शाश्वत त्रिपुरारी ने बताया कि विकसित उत्तर प्रदेश 2047 अभियान के तहत आम जनमानस से क्यूआर कोड के माध्यम से सुझाव प्राप्त किए जा रहे हैं। इस पहल में गोरखपुर ने प्रदेश के टॉप टेन जिलों में जगह बनाते हुए छठवां स्थान प्राप्त किया है।

सीडीओ ने बताया कि 5 अक्टूबर 2025 तक गोरखपुर जिले के 81,750 नागरिकों ने अपने बहुमूल्य सुझाव साझा किए हैं। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों से 66,525 और शहरी क्षेत्रों से 15,225 लोगों ने विभिन्न विषयों पर अपने विचार भेजे हैं। उन्होंने कहा कि यह सहभागिता इस बात का प्रमाण है कि गोरखपुर के लोग विकास की दिशा में जागरूक और संकल्पित हैं।

शाश्वत त्रिपुरारी ने बताया कि आम जनता ने शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण, कृषि, बुनियादी ढांचा और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर अपने सुझाव दिए हैं। उन्होंने कहा कि “गोरखपुर का टॉप टेन में आना यहां के नागरिकों की जागरूकता और विकास के प्रति सकारात्मक सोच का परिणाम है।”

सीडीओ ने सभी नागरिकों को धन्यवाद देते हुए कहा कि जिले के लोग जिस उत्साह से अभियान में भाग ले रहे हैं, उससे गोरखपुर निश्चित रूप से प्रदेश के अग्रणी जिलों में शामिल होगा। उन्होंने यह भी अपील की कि जो लोग अभी तक अपने सुझाव नहीं दे पाए हैं, वे क्यूआर कोड स्कैन कर अपनी राय अवश्य साझा करें ताकि गोरखपुर के विकास मॉडल को और मजबूत बनाया जा सके।

इस उपलब्धि से जिले में उत्साह का माहौल है और प्रशासन ने इसे जनसहभागिता की बड़ी सफलता माना है।