*पूर्व मंत्री विनोद सिंह के नेतृत्व में निकली एकता यात्रा बनी मिसाल*
*सरदार पटेल के सपने को साकार कर रहे प्रधानमंत्री-अशोक बाजपेई*

*एक भारत-श्रेष्ठ भारत की संकल्पना से भारत बनेगा विश्वगुरु-अशोक बाजपेई*

*सरदार पटेल की 150 वीं जयंती पर निकली एकता यात्रा का माहौल देशभक्ति से रहा सराबोर* सुलतानपुर,लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की 150 वीं जयंती पर सोमवार को सुलतानपुर विधानसभा क्षेत्र में एकता और राष्ट्रप्रेम का ऐसा अद्भुत संगम देखा,जो इतिहास बन गया।सैकड़ों कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों और स्थानीय लोगों के कदम जब तिरंगे के साथ आगे बढ़े, तो पूरा क्षेत्र “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम्” के नारों से गूंज उठा पूर्व मंत्री व शहर विधायक विनोद सिंह के नेतृत्व एवं भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी की अध्यक्षता में निकली भव्य एकता यात्रा में राज्यसभा के पूर्व सांसद डॉ.अशोक वाजपेई मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। भाजपा के पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष डॉ एमपी सिंह,पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ सीताशरण त्रिपाठी, करूणा शंकर द्विवेदी, जगजीत सिंह छंगू, पुलकित सिंह सहित अनेक वरिष्ठ भाजपा नेताओं की उपस्थिति ने कार्यक्रम की गरिमा को और बढ़ा दिया।सुबह 10 बजे जमोली बॉर्डर स्थित कार्तिक मैरिज लॉन से आरंभ हुई यह यात्रा पूरे मार्ग में देशभक्ति के नारों और तिरंगे की लहरों के बीच आगे बढ़ी।एकता यात्रा का माहौल पूरी तरह देशभक्ति से सराबोर रहा।8 किमी लम्बी यात्रा का समापन पटना सैदख़ानपुर स्थित महात्मा गांधी स्मारक महाविद्यालय में हुआ,जहाँ विशाल सभा का आयोजन किया गया।सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. अशोक वाजपेई ने कहा देश को अखंड और शक्तिशाली बनाने का जो सपना लौहपुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने देखा था, उसी दिशा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार कार्य कर रही है।यह भी कहा ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ की संकल्पना से भारत एक बार फिर विश्व गुरु बनेगा। भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी ने कहा यह यात्रा लोगों को एकता और एकजुटता का संदेश देती है।एकता यात्रा का नेतृत्व कर रहे पूर्व मंत्री व विधायक विनोद सिंह ने बड़ी संख्या में आएं कार्यकर्ताओं,पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों व स्थानीय लोगों का धन्यवाद देते हुए सभी का आभार प्रकट किया।कार्यक्रम का संचालन नगर पालिकाध्यक्ष प्रवीन कुमार अग्रवाल ने किया।इस अवसर पर भाजपा जिला उपाध्यक्ष आनन्द द्विवेदी,महामंत्री विजय त्रिपाठी, धर्मेन्द्र कुमार, डॉ डीएस मिश्रा, रूपेश सिंह,पूर्व जिला महामंत्री कृपा शंकर मिश्रा, श्याम बहादुर पाण्डेय, आलोक आर्या,सुनील वर्मा, आशीष सिंह रानू, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष चन्दन नारायन सिंह, पूजा कसौधन, त्रिनेत्र पाण्डेय, नवनीत सिंह सोनू, विनोद कुमार पांडेय,मण्डल अध्यक्ष प्रदीप शर्मा, संतोष सिंह,रीना जायसवाल, सूर्य नारायन पाण्डेय, संदीप तिवारी, मंजू तिवारी, दिनेश चौरसिया, अरुण सिंह,नीरज सिंह,रमेश चंद्र वर्मा, समेत कार्यकर्ताओं,महिला मोर्चा,युवा मोर्चा एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लेकर एकता और अखंडता का सशक्त संदेश दिया।
*यातयात माह के तहत अयोध्या प्रयागराज राजमार्ग स्थित टाटियानगर बाजार में स्थिति ब्रेकर कि पेंटिंग की गई*
सुल्तानपुर कटका क्लब सामाजिक संस्था के द्वारा यातयात माह के तहत अयोध्या प्रयागराज राजमार्ग स्थित टाटियानगर बाजार में स्थिति ब्रेकर कि पेंटिंग की गई। इस मौके पर कटका क्लब के अध्यक्ष सौरभ मिश्र विनम्र ने बताया कि हाइवे पर स्थित ब्रेकर बड़ी दुर्घटना को दावत देते हैं यात्री तेज स्पीड से गाड़ी चलाते समय हाइवे पर ब्रेकर नहीं देखते जिससे कभी कभी बड़ी दुर्घटना हो जाती है जिसके चलते संस्था के साथियों के द्वारा रोड पर स्थित ब्रेकर की पेंटिंग की गई। इस मौके पर कथा वाचक शनि मिश्र ने बताया कि आने जाने वाले यात्रियों से संस्था के साथियों के द्वारा निवेदन किया गया कि रोड पर चलते समय इमरजेंसी गाड़ियों को रास्ता जरूर दें खास तौर पर एंबुलेंस को रास्ता दें। कटका क्लब के आई टी सेल प्रभारी बृजेंद्र मिश्र ने बताया कि कटका क्लब पूरे माह यातयात से जुड़े अभियान जनपद में चलाएगा जिसमें ब्रेकर पेंटिंग और एम्बुलेंस को रास्ता दें, रेडियम बेल्ट लगाने का कार्य करेंगे। आने जाने वाले यात्रियों ने संस्था के अभियान कि सराहना कि।
*25 सालों में विधानसभा चुनाव का टूटा रिकॉर्ड,पहली बार 64.5% हुआ मतदान, 2000 के बाद पहली बार मतदान*
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण की वोटिंग जहां गुरुवार 6 नवंबर 2025 को संपन्न हुई। वही जहां पहले चरण में राज्य की 121 सीटों पर मतदान हुआ,वही इस बार बिहार के लोगों ने बंपर वोटिंग की है। शाम 6 बजे के बाद पहले चरण में लोगों ने बताया कि पहले चरण में 64.5% वोटिंग हुई है। अभी राज्य में दूसरे चरण की वोटिंग होनी बाकी है,शेष दूसरे चरण में राज्य की 122 सीटों पर 11 नवंबर 2025 को वोटिंग देना होगा। लेकिन पहले चरण की वोटिंग के आंकड़े को देखते हुए यह साफ हो गया है कि बिहार में अभी तक की सबसे ज्यादा वोटिंग हुई है। बिहार में सन 2000 के चुनाव में सबसे ज्यादा हुआ ठा मतदान बिहार में सबसे ज्यादा 2000 सन के चुनाव में मतदान हुए थे, जहां इससे पहले बिहार में सबसे अधिक वोटिंग का आंकड़ा साल 2000 के चुनाव में सामने आया था। तब पूरे बिहार में सर्वाधिक 62.57% वोटिंग हुई थी,
इस बार पहले चरण में शाम 6 बजे तक 64% वोटिंग हो चुकी थी। आजादी के बाद से साल 2000 तक केवल 60% तक 62% तक ही रहा साल 1951-52 से 2000 तक हुए विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत केवल तीन बार ही 60% से अधिक रहा 1990 में 62.004 प्रतिशत मतदान हुआ था वही 1995 और 2000 में क्रमशः 61.79 वह 62.57 प्रतिशत मतदान दर्ज हुआ था,लेकिन इस बार 2025 विधानसभा चुनाव के पहले चरण में बिहार की 243 विधानसभा सीटों में 18 जिलों की 121 सीटों पर 3 करोड़ 75 लाख मतदाताओं ने 64.66% मतदान किया है।
*सभ्यता तलवार बनाना सिखाती है तो संस्कृति चलाना-प्रोफेसर राधेश्याम सिंह-राण प्रताप पीजी कालेज में राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन*
सुलतानपुर,रील बनाने वाली पीढ़ी अपने रोल के बारे में नहीं सोच रही है यह दुर्भाग्यपूर्ण है।सभ्यता तलवार बनाना सिखा सकती है लेकिन तलवार चलाना किस पर है यह संस्कृति सिखाती है। इतिहास हमें यह सिखाता है कि हमसे पहले भी मनुष्य थे हमारे बाद भी मनुष्य रहेंगे। बीच की कड़ी में मनुष्यता कायम रख सकें यह हमारा काम है। यह बातें के एन आई पी एस एस के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर राधेश्याम सिंह ने कहीं। वह राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय के पुस्तकालय कक्ष में महाविद्यालय व उत्तर प्रदेश अभिलेखागार एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में भारत की सांस्कृतिक धरोहर और अभिलेख संरक्षण की चुनौतियां विषय पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए भाजपा नेता पूर्व समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ एम पी सिंह ने कहा प्राचीन धरोहर स्थलों को आकर्षक बनाने की जरूरत है। धरोहर स्थलों को पर्यटन से जोड़ने पर इन्हें सहेजने में मदद मिलेगी। केंद्र सरकार को चाहिए कि वह कम्पनियों के सीएसआर फंड को सांस्कृतिक धरोहरों के संरक्षण से जोड़ दें। विशिष्ट वक्ता राजा राम मोहन गर्ल्स पीजी कालेज अयोध्या की प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर प्रज्ञा मिश्र ने कहा जब साहित्य और पुरातत्व एक ही बात करते हैं तब वह इतिहास बनता है। पुरातत्व से प्रमाणित हुये बिना किसी भी साहित्य को इतिहास नहीं कहा जा सकता। संत तुलसीदास पीजी कालेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. सतीश सिंह ने कहा कि धरोहरों के संरक्षण में जनसहभागिता को जोड़ना होगा। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अजय कुमार ने कहा कि पत्थर की प्राचीन मूर्तियों पर सिंदूर का प्रयोग करके हमने उन्हें नष्ट कर दिया। उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार एवं संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक विजय श्रीवास्तव ने कहा कि प्राचीन काल से लेकर आज तक के अभिलेखों का संरक्षण करना हमारा काम है। पीवी कालेज प्रतापगढ़ के पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर बृजभान सिंह ने कहा कि ऋग्वेद में लिखा है कि जो कुछ हो रहा है केवल यज्ञ हो रहा है यज्ञ के सिवा कुछ नहीं है। लेकिन हमने इसके गूढ़ रहस्य को समझा ही नहीं । संत तुलसीदास पीजी कालेज के प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर जीतेन्द्र तिवारी ने कहा कि हमें जागरुक होकर अपने आसपास के पुरातात्विक वस्तुओं और सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने के लिए काम करना चाहिए। दिन भर चली संगोष्ठी के विभिन्न तकनीकी सत्रों में विद्वानों ने अपने विचार व्यक्त किए। समापन सत्र का संचालन हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर इन्द्रमणि कुमार ने किया। स्वागत आयोजन सचिव डॉ प्रभात कुमार श्रीवास्तव व आभार ज्ञापन सह संयोजक प्राचीन इतिहास विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शैलेन्द्र प्रताप सिंह ने किया। इस अवसर पर गनपत सहाय पीजी कालेज के समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शक्ति सिंह , आयोजन सचिव विनय कुमार विश्वकर्मा , समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह व असिस्टेंट प्रोफेसर ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि समेत अनेक प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
*अपनी विरासत सहेज कर अगली पीढ़ी को सौंपना हम सबका दायित्व-प्रोफेसर अनिल कुमार-राणा प्रताप पीजी कालेज में राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन*
सुलतानपुर,सभ्यतायें नष्ट होती रहती हैं लेकिन संस्कृति के तत्व कभी समाप्त नहीं होते। अपनी विरासत को सहेज कर उसे अगली पीढ़ी को सौंपना हम सबका उत्तरदायित्व है। संयुक्त परिवार और उत्सव नई पीढ़ी को पुरानी परम्पराओं से जोड़ते हैं। इसलिए इन्हें सहेजने की आवश्यकता है। यह बातें लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास एवं पुरातत्व विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अनिल कुमार ने कहीं। वह राणा प्रताप स्नातकोत्तर महाविद्यालय व उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वावधान में भारत की सांस्कृतिक धरोहर और अभिलेख संरक्षण की चुनौतियां विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वैदिक काल में एक परिवार में एक ही रक्त से जुड़े लोग अलग अलग वर्ण के होते थे। कालांतर में आई विकृतियों के कारण वर्ण व्यवस्था का अर्थ ही बदल दिया गया। भारत की आश्रम व्यवस्था और संस्कार पद्धति पूरी तरह से वैज्ञानिक है। इसको ठीक तरह से समझे बिना ही खारिज करना गलत है। इस कारण समाज में अनेक कुरीतियां पैदा हो रही हैं। अध्यक्षता करते हुए मुम्बई विश्वविद्यालय के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर रामजी तिवारी ने कहा कि आज की पीढ़ी को अपनी सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ने की जरूरत है।सुलतानपुर की सबसे बड़ी ऐतिहासिक धरोहर कुड़वार का गढ़ा धाम यहां के लोगों की उदासीनता के कारण नष्ट हो गया। महात्मा बुद्ध ने गढ़ा आकर यहां के क्षत्रियों को दीक्षा दी थी। हम अपनी सांस्कृतिक धरोहरों को संरक्षित ही नहीं रख पाए इसके लिए कोई बाहरी ताकत या विदेशी दोषी नहीं हैं। विशिष्ट वक्ता भीमराव अम्बेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ सुशील कुमार पाण्डेय ने कहा सुलतानपुर की धरती ऐतिहासिक धरती है । यहां के वीरों ने अंग्रेजों को सवा महीने तक अपने इलाके में नहीं घुसने दिया। कादू नाला में अनाम स्वतंत्रता सेनानियों की शहादत जलियांवाला बाग से बड़ा हत्याकांड है । अंग्रेजो ने बिना किसी स्रोत के भारत का इतिहास लिखा। अपने स्वाभिमान के साथ प्राचीन मूल स्रोतों का हमें अध्ययन करना चाहिए। उत्तर प्रदेश राजकीय अभिलेखागार एवं संस्कृति विभाग के नोडल अधिकारी अमिताभ पाण्डेय ने कहा कि सुलतानपुर की ऐतिहासिक धरती पर कार्यक्रम आयोजित करना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। प्रबंधक एडवोकेट बालचंद्र सिंह ने संगोष्ठी आयोजन को उपयोगी बताया। संचालन संस्कृत विभागाध्यक्ष डॉ अमित तिवारी स्वागत प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश कुमार त्रिपाठी व आभार ज्ञापन क्षत्रिय शिक्षा समिति के अध्यक्ष एडवोकेट संजय सिंह ने किया। पंजाब केंद्रीय विश्वविद्यालय के अभिषेक गुप्त व दिल्ली विश्वविद्यालय की शिखा यादव ने शोध पत्र प्रस्तुत किया। इस अवसर पर क्षत्रिय शिक्षा समिति के सचिव रमेश सिंह टिन्नू, पूर्व प्राचार्य डॉ एस बी सिंह, डॉ एम पी सिंह विसेन , पूर्व समाजशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ एम पी सिंह आदि उपस्थित रहे।
*किसी भी पीड़ित को निराश नहीं होने देंगे-सुशील त्रिपाठी*
नई पहल के तहत हर दिन जिला पदाधिकारी कर रहे जनसुनवाई।

सुलतानपुर,बीजेपी जिला मुख्यालयपर जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी की अगुवाई में हर दिन दोपहर 11 बजे से तीन बजे तक जनसुनवाई का क्रम जारी है।शनिवार को भाजपा जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी के नेतृत्व में भाजपा जिला मीडिया प्रमुख विजय रघुवंशी,जिला मंत्री आशीष सिंह रानू एवं पिछड़ावर्ग मोर्चा के जिला महामंत्री वीरेंद्र भार्गव जनसुनवाई कार्यक्रम में मौजूद रहे। जिलाध्यक्ष सुशील त्रिपाठी ने लोगों का आह्वान किया कि वह अपनी शिकायतें लिखित प्रार्थना पत्र में लेकर किसी भी दिवस आए।किसी भी पीड़ित को निराश नहीं होने देंगे,सभी समस्याओं का निस्तारण जनप्रतिनिधियों व सीधे प्रशासन से वार्ता कर कराया जाएगा। इस दौरान लोगों की पुलिस,बिजली व राजस्व आदि से जुड़ी समस्याओं के निस्तारण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से वार्ता की गई। और समस्या को गुणवत्तापूर्ण निस्तारित करने के लिए कहा गया।इस दौरान पिछड़ावर्ग आयोग के सदस्य घनश्याम चौहान,आनन्द द्विवेदी, सुनील वर्मा, चन्दन नारायन सिंह,मनोज श्रीवास्तव, आकाश जायसवाल आदि मौजूद रहे।
*जिला ओलंपिक संघ सुल्तानपुर की मांग पर नगर पालिका अध्यक्ष प्रवीन कुमार अग्रवाल द्वारा दिए गए लाइट से जगमग होगा पंत स्टेडियम पार्क*
सुल्तानपुर,जिला ओलंपिक संघ सुल्तानपुर की मांग पर नगर पालिका अध्यक्ष श्री प्रवीन कुमार अग्रवाल जी के द्वारा दिए गए लाइट से सुल्तानपुर स्टेडियम में टहलने वालों के लिए जगमगाहट दिखाई देने लगा है इसके लिए जिला ओलंपिक संघ की सचिव पंकज दुबे के द्वारा मांग किया गया था। कि स्टेडियम के चारों तरफ नगर पालिका के द्वारा लाइट लगवा दिया जाए जिसको आज नगर पालिका ने पूरा करके स्टेडियम को जगमगाया कर दिया इसके लिए जिला ओलंपिक संघ सुल्तानपुर प्रवीन अग्रवाल जी का आभार व्यक्त करती है।
*भरत यात्रा पहुंची सीताकुंड धाम भक्त हुए भाव विभोर किया भव्य स्वागत,भरत चले चित्रकूट प्रभु राम को मनाने*
सुल्तानपुर,विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी अयोध्या से चलकर चित्रकूट को जाने वाली भरत यात्रा का सीताकुंड धाम पर भव्य स्वागत किया गया,53 वर्ष पूर्व प्रभुदत्त ब्रह्मचारी श्री महाराज द्वारा शुरू की गई यह यात्रा अब श्री मणीराम दास छावनी के महंत गोपाल दास महाराज के उत्तराधिकारी शिष्य महंत कमलनयन दास महाराज के नेतृत्व में पंचमुखी हनुमान मंदिर गुप्तार घाट के महंत विमलदास की व्यवस्था में हर वर्ष निकाली जाती है। यात्रा शुक्रवार देर शाम सीताकुण्ड धाम पहुंची व शनिवार प्रातः गाजे-बाजे व भजन-कीर्तन के साथ अपने गंतव्य के लिये विदा की गयी। गोमती मित्र मण्डल के मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी ने बताया की सुल्तानपुर में पिछले 24 वर्षों से दयानंद कसौधन यात्रा की सेवा करते आ रहे हैं जिसमें रात्रि विश्राम के साथ-साथ यात्रा में शामिल सभी साधु संतों के भोजन प्रसाद की व्यवस्था शामिल है। गोमती मित्र मण्डल परिवार का भी पूरा सहयोग यात्रा की व्यवस्था में रहता है। यात्रा का स्वागत करने वालों में नपाप अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, गोमती मित्र मण्डल के प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह,वरिष्ठ भाजपा नेता व सभासद रमेश सिंह टिन्नू,राधारमण,बालमुकुंद, सारथी कसौधन,माधव कसौधन, सेनजीत कसौधन दाऊ,डॉ.कुंवर दिनकर प्रताप सिंह,मोनू,शंकर कैलाशी,मुन्ना पाठक,ध्रुव,शिवम आदि शामिल रहे।
*विपक्ष ने उठाए सवाल सपा प्रवक्ता अनूप संडा ने बताया 'वोट काटने की साजिश'*
उत्तर प्रदेश में SIR शुरू, विपक्ष ने उठाए सवाल सपा प्रवक्ता अनूप संडा ने बताया 'वोट काटने की साजिश'।
उत्तर प्रदेश में 'सर्वेक्षण' (SIR) प्रक्रिया शुरू होने के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। बिहार के बाद अब यूपी में शुरू हुई इस प्रक्रिया को लेकर जहां सरकार इसके लाभ गिना रही है, वहीं विपक्ष इसे लेकर गंभीर सवाल उठा रहा है। समाजवादी पार्टी (सपा) ने इस प्रक्रिया को 'वोट काटने की साजिश' करार दिया है। शनिवार को सपा प्रवक्ता और पूर्व विधायक अनूप संडा ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि SIR के माध्यम से 'पीडी समाज' के वोटों को काटने की साजिश हो सकती है। संडा ने SIR के लिए आवश्यक दस्तावेजों की औपचारिकता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ऐसे समाज के लोग जिनके पास पक्का घर नहीं है, जो टूटे-फूटे घरों में रहते हैं और जिनके पास कपड़े रखने के लिए भी सुरक्षित स्थान नहीं है, वे 40-50 साल पुराने दस्तावेज कैसे उपलब्ध करा पाएंगे? उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से अपील की कि वे इस प्रक्रिया को बहुत संवेदनशीलता से अपनाएं और लोगों की परिस्थितियों को समझते हुए आगे बढ़ें। संडा ने चेतावनी दी कि अन्यथा, गरीब आदमी को वोट देने का जो लोकतांत्रिक मकसद था, वह अधूरा रह जाएगा। सपा प्रवक्ता ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का काम भाजपा कर रही है, और जब लगातार सवाल उठ रहे हैं, तो चुनाव आयोग बार-बार आपत्ति दर्ज कराने के लिए हलफनामा देने की बात कहता है, जिससे उसकी नीयत समझी जा सकती है। संडा ने बताया कि समाजवादी पार्टी लगातार सक्रिय और सचेत है ताकि उनके एक भी मतदाता का नाम वोटर लिस्ट में आने से न छूटे। पार्टी यह सुनिश्चित कर रही है कि किसी भी मतदाता को कानूनी जटिलताओं में उलझाकर उसका नाम मतदाता सूची से बाहर न किया जाए, जिसके लिए बूथ स्तर तक के प्रभारियों को सचेत किया गया है और पार्टी बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) भी बना रही है।
*गन्दा नाला रोड के नाम बदलने पर राजनीति गरमाई,सपा प्रवक्ता ने नगर पालिका के फैसले पर उठाए सवाल*
सुलतानपुर शहर में एक सड़क का नाम बदलने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। नगरपालिका अध्यक्ष प्रवीन अग्रवाल के इस कदम पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनूप संडा ने कड़ी आपत्ति जताई है। उन्होंने इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति का स्पष्ट उदाहरण बताया। दरअसल,रविवार को लाला मकदूम (गन्दा नाला रोड) राम मार्ग का नाम बदलकर 'श्री गुरु नानक देव मार्ग' (जीएनडी रोड) कर दिया गया। इस फैसले के बाद भाजपा के अपने ही वैश्य समाज के वोट बैंक ने भी नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ आवाज उठाई है। मीडिया से बात करते हुए सपा प्रवक्ता अनूप संडा ने कहा,"यह भाजपा की राजनीति का स्पष्ट उदाहरण है,जो लोगों का इस्तेमाल करके उन्हें छोड़ देती है। मेरा मानना है कि किसी को सम्मान देने के लिए किसी का अपमान करना आवश्यक नहीं होता।" पूर्व विधायक एवं सपा प्रवक्ता अनूप संडा ने नगर पालिका को एक जिम्मेदार प्रशासनिक संस्था बताते हुए कहा, "2011 में जिस नगर पालिका परिषद ने एक विभूति के नाम पर मार्ग के पत्थर का नवीकरण कराया था,वही नगर पालिका 14 साल बाद उसी पत्थर के आगे दूसरा बोर्ड लगाती है। मेरी दृष्टि में यह एक अक्षम्य अपराध है।" उन्होंने आगे कहा कि स्वर्गीय गुरु नानक देव जी एक महान संत थे और देश के सामाजिक जीवन में उनके योगदान को नकारा नहीं जा सकता। श्री संडा के अनुसार,किसी वैश्य समाज के व्यक्ति के नाम को हटाकर दूसरे मार्ग का नवीकरण करना गुरु नानक देव जी का अपमान है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह गुरु नानक देव जी का 'स्थापन' नहीं है। सपा प्रवक्ता ने अध्यक्ष नगर पालिका परिषद के इस कदम की कड़ी निंदा की और मांग की कि नगर पालिका परिषद को इस संबंध में पूरी सफाई जारी करनी चाहिए और बताना चाहिए कि यह फैसला किन परिस्थितियों में लिया गया।