झारखंड में मुस्लिम समाज का ‘पहला प्रतिवाद मार्च’, JAC द्वारा आलिम-फाजिल की डिग्री रद्द करने समेत 4 प्रमुख मांगों को लेकर सड़कों पर उतरे युवा


रांची: झारखंड की राजधानी रांची में आज झारखंड मुस्लिम युवा मंच एवं अन्य सामाजिक संगठनों के बैनर तले मुस्लिम समाज के सैकड़ों युवाओं ने 'प्रतिवाद मार्च' निकाला। हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार के गठन के बाद अल्पसंख्यक समाज का यह पहला बड़ा प्रतिवाद मार्च है।

यह मार्च रांची के कांके स्थित लॉ यूनिवर्सिटी रिंग रोड से शुरू होकर कांके बाजारटांड़ चौक पर जाकर समाप्त हुआ। इसमें सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समाज के युवा शामिल हुए, जिन्होंने हाथों में तख्तियां लेकर अपनी मांगों को सरकार के सामने रखा।

प्रतिवाद मार्च की प्रमुख मांगें:

झारखंड मुस्लिम युवा मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद अय्यूबी और महासचिव समीर अली ने इस मार्च के माध्यम से सरकार के सामने चार प्रमुख मांगें रखीं:

आलिम-फाजिल डिग्री की मान्यता: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा आलिम-फाजिल की डिग्री को असंवैधानिक बताने और उनकी मान्यता रद्द करने के बाद सरकार डिग्री पर अपना रुख स्पष्ट करे, क्योंकि इससे मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थियों को नुकसान हो रहा है।

बोर्ड का गठन: झारखंड अलग राज्य बनने के 25 साल बाद भी मदरसा बोर्ड एवं उर्दू शिक्षा बोर्ड का गठन नहीं हुआ है, इनका अविलम्ब गठन किया जाए।

उर्दू स्कूलों का स्टेटस: 544 उर्दू स्कूलों का स्टेटस अविलम्ब बहाल किया जाए।

मॉब लिंचिंग कानून: झारखंड में एक खास मॉब लिंचिंग कानून लागू हो और ऐसी घटनाओं पर सख्त रोक लगे।

'100 फीसद योगदान' की याद दिलाई

झारखंड मुस्लिम युवा मंच के अध्यक्ष मोहम्मद शाहिद अय्यूबी और महासचिव समीर अली ने कहा कि इस सरकार के गठन में मुस्लिम समाज ने अपना 100 फीसद योगदान दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि राज्य सरकार अल्पसंख्यक समाज की जायज मांगों पर जल्द सकारात्मक निर्णय नहीं लेती है, तो राज्यव्यापी चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।

प्रतिवाद रैली के बाद झारखंड मुस्लिम युवा मंच के द्वारा अधिकारियों को इन चार बिंदुओं वाली मांग पत्र सौंपा गया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन बोकारो में ब्रह्मभोज कार्यक्रम में हुए सम्मिलित; दिवंगत नेमनारायण महतो को दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि

बोकारो: झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन आज, रविवार को पूर्व मंत्री स्वर्गीय जगरनाथ महतो के चंद्रपुरा प्रखंड के अलारगो गांव स्थित आवास पहुँचे।

मुख्यमंत्री यहाँ पूर्व मंत्री स्वर्गीय जगरनाथ महतो के पिता एवं मंत्री बेबी देवी के ससुर दिवंगत नेमनारायण महतो के ब्रह्मभोज कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। नेमनारायण महतो का निधन 21 अक्टूबर 2025 को हुआ था।

परिजनों को दी सांत्वना

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्मृति शेष नेमनारायण महतो की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने शोक संतप्त परिजनों से मुलाकात की और अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं।

मुख्यमंत्री ने मरांग बुरु से दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करने और शोकाकुल परिजनों को इस दुःख की घड़ी को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की। उन्होंने पूर्व मंत्री बेबी देवी और उनके परिवारजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।

रांची DC मंजूनाथ भजन्त्री ने किया बुंडू अनुमंडल का औचक निरीक्षण; बिचौलियों पर सख्ती, बिना सूचना अनुपस्थित कर्मी को शोकॉज का निर्देश

रांची: उपायुक्त (DC) सह जिला दण्डाधिकारी, रांची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने आज (दिनांक 01 नवंबर 2025) बुंडू अनुमंडल, प्रखण्ड और अंचल कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रशासनिक कार्यालयों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) और पुलिस थानों की व्यवस्था का जायजा लिया और अधिकारियों को कई अहम निर्देश दिए।

अनुशासन और बिचौलियों पर सख्ती

अनुशासन: निरीक्षण के दौरान अनुमंडल कार्यालय में एक कर्मचारी बिना सूचना के अनुपस्थित पाया गया। उपायुक्त ने तत्काल कारण बताओ नोटिस (शोकॉज) जारी करने का निर्देश दिया और स्पष्ट कहा कि "कार्यालय में समयपालन एवं अनुशासन सर्वाेपरि है।"

बिचौलियों पर सख्ती: उपायुक्त ने निर्देश दिया कि अनुमंडल, प्रखंड और अंचल कार्यालयों में बिचौलियों की कोई भूमिका नहीं होनी चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी दी कि किसी भी प्रकार की बिचौलिया गतिविधि पाए जाने पर कड़ी प्रशासनिक कार्रवाई की जाएगी।

जनता दरबार और राजस्व शिकायतें

उपायुक्त ने निर्देश दिया कि प्रत्येक मंगलवार को आयोजित जनता दरबार में सभी संबंधित अधिकारी और कर्मी अनिवार्य रूप से उपस्थित रहें। उन्होंने अंचल अधिकारी (CO) को निर्देशित किया कि वे अंचल निरीक्षक (CI) और संबंधित कर्मियों के साथ लोगों की राजस्व संबंधी शिकायतों का निष्पादन स्थल पर ही करें।

उपायुक्त ने जोर दिया: "कार्यालय में बिचौलिये नहीं दिखने चाहिए, लोगों से शालीनता से मिलें, समस्या लेकर आनेवाले लोगों को सही जानकारी दें।"

स्वास्थ्य और सुरक्षा सेवाओं का निरीक्षण

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC): उन्होंने CHC, बुंडू का भ्रमण कर दवा वितरण, आपातकालीन सेवाओं और साफ-सफाई की समीक्षा की। उन्होंने गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं और मरीजों को समय पर इलाज सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

थाना और महिला थाना: उपायुक्त ने बुंडू थाना और महिला थाना का भी निरीक्षण किया। उन्होंने थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि महिलाओं के प्रति संवेदनशील माहौल बनाया जाए ताकि वे बिना संकोच अपनी शिकायत लेकर थाना आ सकें।

सामाजिक योजना और शिकायत निवारण

उपायुक्त ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं (पेंशन आदि) का लाभ पात्र लाभुकों तक पहुंचाने पर विशेष जोर दिया। साथ ही, उन्होंने जिला स्तर पर बनाए गए 'अबुआ ग्रुप' (व्हाट्सएप नंबर: 9430328080) पर प्राप्त शिकायतों का त्वरित समाधान करने के निर्देश नोडल पदाधिकारी को दिए।

निरीक्षण के दौरान अपर समाहर्त्ता श्री रामनारायण सिंह, अनुमण्डल पदाधिकारी श्री किस्टो बेसरा, अंचल अधिकारी बुंडू तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।

घाटशिला चुनाव: AI जेनरेटेड फ़र्ज़ी पोस्ट पर FIR दर्ज, भाजपा का JMM पर हमला; "हार सामने देख अब फ़र्ज़ीवाड़े का सहारा"

घाटशिला: घाटशिला विधानसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के खिलाफ सोशल मीडिया पर जानबूझकर AI-जनित (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा निर्मित) फ़र्ज़ी पोस्ट वायरल करने के मामले में पुलिस ने संज्ञान लिया है। इस मामले में घाटशिला थाने में कांड संख्या 75/2025 के तहत विभिन्न गंभीर धाराओं में प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है।

छवि खराब करने की साजिश

बताया गया है कि इन फ़र्ज़ी पोस्ट्स के जरिए न केवल प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन की छवि को नुकसान पहुँचाने का प्रयास किया गया, बल्कि मतदाताओं को गुमराह कर चुनावी माहौल को भटकाने की भी साजिश रची गई। प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन ने इसे सोची-समझी चाल बताते हुए कहा कि यह जनता के बीच उनके बढ़ते समर्थन को रोकने के लिए किया जा रहा है।

भाजपा प्रवक्ता का कड़ा हमला

इस घटनाक्रम पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। भाजपा प्रवक्ता अजय साह ने सीधे JMM (झारखंड मुक्ति मोर्चा) पर हमला करते हुए कहा कि:

"घाटशिला में अपनी आने वाली हार को देखते हुए JMM अब राजनीति के सबसे निम्न स्तर पर उतर आई है। JMM अब फ़र्ज़ीवाड़े का सहारा ले रही है।"

उन्होंने आरोप लगाया कि JMM के आईटी सेल और उससे प्रायोजित फर्जी सोशल मीडिया हैंडल्स के जरिए निरंतर बाबूलाल सोरेन जी के खिलाफ दुष्प्रचार फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि JMM सरकार का पिछले छह वर्षों का प्रदर्शन जनता देख चुकी है, इसलिए वे विकास के मुद्दों पर चुनाव नहीं लड़ पा रहे और अब “AI जनरेटेड झूठ” को हथियार बनाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहे हैं।

निर्वाचन आयोग से मांग

भाजपा ने निर्वाचन आयोग और पुलिस प्रशासन से मांग की है कि:

फ़र्ज़ी कंटेंट बनाने और प्रसारित करने वालों की शीघ्र पहचान कर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए।

सभी आपत्तिजनक, भ्रामक और बदनाम करने वाले पोस्ट्स को तुरंत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से हटाया जाए।

चुनावी शुचिता के साथ खिलवाड़ करने वाले ऐसे साइबर अपराधों पर सख्ती से रोक लगाई जाए।

भाजपा ने स्पष्ट संदेश दिया कि सच्चाई और सेवा की राजनीति के आगे नकारात्मकता की कोई जगह नहीं है, और जनता बाबूलाल सोरेन के साथ मजबूती से खड़ी है।

झारखंड हुआ सम्मानित! भाजपा ने भगवान बिरसा मुंडा जयंती को जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाने की कार्यशाला की; मोदी सरकार के फैसलों की सराहना

रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव की अध्यक्षता में आज भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्षगांठ और जनजाति गौरव दिवस (15 नवंबर) पर आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के निमित्त एक महत्वपूर्ण कार्यशाला आयोजित हुई।

केंद्र सरकार ने बढ़ाया गौरव:

कार्यशाला को ऑनलाइन संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने 15 नवंबर को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस घोषित करके न केवल जनजाति समाज का, बल्कि पूरे झारखंड का सम्मान बढ़ाया है। उन्होंने याद दिलाया कि श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भी अलग झारखंड राज्य गठन की तिथि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर ही निर्धारित की थी।

जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम को जन-जन तक पहुंचाएं – कर्मवीर सिंह।

भगवान बिरसा मुंडा ने जल, जंगल, जमीन और सांस्कृतिक पहचान के लिए दी शहादत – समीर उरांव।

जनजाति समाज के लिए भाजपा के कार्य:

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा की अटल जी की सरकार ने ही अलग जनजाति कल्याण मंत्रालय का गठन किया।

कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 60 वर्षों तक आदिवासी महानायकों को सम्मानित नहीं किया गया, जबकि मोदी सरकार विकास और सम्मान दोनों दे रही है।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जो भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पर गए और वहाँ की पवित्र मिट्टी को माथे पर लगाया।

राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उरांव ने कार्यकर्ताओं से भगवान बिरसा मुंडा के प्रेरक प्रसंगों और धर्मांतरण के खिलाफ उनके संघर्ष को जन-जन तक पहुंचाने का आह्वान किया।

आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा:

मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर उरांव ने आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा रखी। उन्होंने कहा कि:

आगामी 4, 5 और 6 नवंबर को सभी जिलों में जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित होगी।

गौरव दिवस पर मोर्चा के कार्यकर्ता हर वर्ग और परिवार के बीच जाकर भगवान बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की चर्चा करेंगे।

जनजाति समाज के विशिष्ट जनों का सम्मान होगा, जनजाति स्वाभिमान सम्मेलन और शोभा यात्राएं निकाली जाएंगी।

कार्यशाला का संचालन राजेंद्र मुंडा ने किया, और इसमें प्रदेश पदाधिकारी, मोर्चा के जिला अध्यक्ष, महामंत्री एवं विभिन्न मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष गण, आयोजन समिति की जिला की टीम शामिल हुई।

झारखंड में आदिवासियों की जमीन असुरक्षित, डेमोग्राफी बदली: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन का आरोप; बोले- सरकार आदिवासी विरोधी


जमशेदपुर: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता चंपई सोरेन ने वर्तमान झारखंड सरकार पर आदिवासियों के हितों की अनदेखी करने का गंभीर आरोप लगाया है। कदमा स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में आदिवासियों की जमीन सुरक्षित नहीं है।

डेमोग्राफी पर गंभीर चिंता:

चंपई सोरेन ने आरोप लगाया कि विशेष समुदाय के लोग आदिवासियों की जमीन पर कब्ज़ा जमा रहे हैं और राज्य की पूरी डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) बदल कर रख दी है। उन्होंने कहा कि विशेष समुदाय की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है, जबकि आदिवासियों की संख्या घट रही है।

"यह झारखंड की सरकार आदिवासियों का नहीं, बल्कि आदिवासी विरोधी सरकार है।"

उन्होंने कहा कि साहिबगंज, दुमका, गोड्डा, और जामताड़ा जिलों में विशेष समुदाय के लोगों की जनसंख्या इतनी अधिक हो गई है कि आदिवासी लोग काफी परेशान हैं। यहाँ तक कि सिद्धू-कान्हू के स्थान भोगनाडीह में भी डेमोग्राफी बदल चुकी है।

शिक्षा व्यवस्था पर सवाल:

पूर्व मुख्यमंत्री ने शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि "सरकार नाम की झारखंड में कोई चीज है ही नहीं।" उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि घाटशिला में एक स्कूल है, जहाँ आठवीं तक की पढ़ाई होती है, लेकिन पढ़ाने के लिए केवल एक शिक्षक है। उन्होंने झांटी झरना का भी उदाहरण दिया, जहाँ एक से आठवीं तक की पढ़ाई के लिए मात्र एक शिक्षक तैनात है।

उन्होंने जोर दिया कि धर्मांतरण रोकने और डेमोग्राफी को नियंत्रित करने के लिए सभी को एकजुट होना होगा और यह कार्य केवल भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है। उन्होंने आरोप लगाया कि वर्तमान झारखंड सरकार बांग्लादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध एक शब्द भी नहीं कह रही है।

संथाल परगना से आवाज:

इस अवसर पर पाकुड़ के सामाजिक कार्यकर्ता सुरजू टुडू ने भी अपनी बात रखी। सुरजू टुडू, जिनके वंशज 1855 में अंग्रेजों से लड़े थे, उन्होंने बताया कि पाकुड़ से बांग्लादेश मात्र 60 किलोमीटर दूर है। उनके अनुसार, बांग्लादेशी घुसपैठिए पत्थर के कार्य में लग जाते हैं और अपना वोटर कार्ड, आधार कार्ड, लाइसेंस बनवाकर काम ले लेते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को चिट्ठी लिखी थी, जिसका आदेश कमिश्नर के पास आ चुका है।

जमाई टोला और अवैध गतिविधियां:

चंपई सोरेन ने आरोप लगाया कि बांग्लादेशियों का एकमात्र कार्य सरकारी जमीन को हड़पना और आदिवासी महिलाओं से शादी करके अपनी जनसंख्या बढ़ाना है, जिसके कारण 'जमाई टोला' के नाम से एक गांव ही बस गया है। उन्होंने लाल मटिया के सूर्य हांसदा की हत्या का भी जिक्र किया, जो इन गतिविधियों के खिलाफ बोलते थे।

बैठक के दौरान कई लोगों ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। चंपई सोरेन ने कहा कि पिछले छह वर्षों में वर्तमान सरकार ने न कोई बहाली की है, न सड़क बनी, और न ही किसी गांव में पानी की व्यवस्था की है, जिससे आदिवासी बहुत परेशान हैं।

राज्यपाल संतोष गंगवार को DC मंजूनाथ भजन्त्री और SSP राकेश रंजन ने दी जन्मदिवस की शुभकामनाएं

रांची: उपायुक्त (DC) सह जिला दंडाधिकारी, रांची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री एवं वरीय पुलिस अधीक्षक (SSP) रांची, श्री राकेश रंजन ने आज (दिनांक 01 नवम्बर 2025) राजभवन पहुँचकर माननीय राज्यपाल, झारखंड, श्री संतोष गंगवार जी को उनके जन्मदिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर उपायुक्त और वरीय पुलिस अधीक्षक ने माननीय राज्यपाल को पुष्पगुच्छ भेंट किया और उनके उत्तम स्वास्थ्य तथा दीर्घायु की कामना की।

सतर्कता जागरूकता सप्ताह: पीवीयूएनएल पतरातू में डीएवी छात्रों ने नुक्कड़ नाटक से दिया भ्रष्टाचार-मुक्त भारत का संदेश


पतरातू: सतर्कता जागरूकता सप्ताह के अवसर पर पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL) द्वारा एक प्रभावशाली नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस आयोजन में डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल, पतरातू, के विद्यार्थियों ने अपनी सशक्त प्रस्तुति से उपस्थित जनसमूह को भ्रष्टाचार-मुक्त भारत के संदेश से प्रेरित किया।

यह कार्यक्रम 'स्पर्श ई-वॉइस' के सहयोग से किया गया, जिसके तहत छात्रों ने प्रोजेक्ट ऑफिस परिसर और कटिया बाजार क्षेत्र में नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किए। नाटक के माध्यम से छात्रों ने ईमानदारी, पारदर्शिता और जिम्मेदार नागरिकता के महत्व को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया।

कार्यक्रम में लगभग 120 से अधिक लोगों की उपस्थिति रही, जिन्होंने विद्यार्थियों के अभिनय और उनके जागरूकता संदेश की सराहना की।

पीवीयूएनएल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्री ए. के. सेहगल ने विद्यार्थियों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज में नैतिकता और जागरूकता के प्रसार में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने सभी को अपने-अपने कार्यक्षेत्र में ईमानदारी और निष्ठा बनाए रखने का संदेश दिया। यह आयोजन पीवीयूएनएल की ‘सतर्क भारत, समृद्ध भारत’ की भावना को सशक्त रूप से प्रदर्शित करता है।

घाटशिला उपचुनाव की लड़ाई दिलचस्प, आखिरी वक्त में हेमंत सोरेन ने तोड़े BJP के 5 नेता, चंपई के लिए कितना बड़ा झटका?

झारखंड के घाटशिला में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव से पहले बड़ा खेल हो गया है. बीजेपी के पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र के 5 नेताओ नें झारखंड मुक्ति मोर्चा की सदस्यता ग्रहण कर ली है. वहीं, बीजेपी ने कहा है कि इन नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. घाटशिला उपचुनाव प्रचार में इन नेताओं का आचरण पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ पाया गया है.

निष्कासित किए जाने वाले नेताओं में पूर्वी सिंहभूम जिला के पूर्व जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती, जिला परिषद उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, पूर्व मंडल अध्यक्ष तुषारकांत और सक्रिय कार्यकर्ता सुरेश महली के अलावा घाटशिला मंडल अध्यक्ष कौशिक कुमार को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित करने का पत्र जारी किया है. कौशिक कुमार घाटशिला उपचुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के खिलाफ प्रचार में शामिल पाए गए.

बीजेपी को नहीं थी जानकारी

पांचों नेता गुरुवार की दोपहर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कांके रोड स्थित आवासीय कार्यालय पहुंचकर झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल सारंगी, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू की उपस्थिति में झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. भारतीय जनता पार्टी को इसका आभास भी नहीं था कि उसके पांच नेता बाकी हो चुके हैं.

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं के द्वारा सोशल मीडिया के माध्यम से बीजेपी के पांच नेताओं के झामुमो में शामिल होने की आधिकारिक पुष्टि की गई. इसके बाद आनन-फ़ानन में बीजेपी पार्टी विरोधी गतिविधि में शामिल होने के आरोप में पांचों नेताओं को निष्कासित करने का प्रेस नोट जारी कर डैमेज कंट्रोल में जुट गई.

घाटशिला उपचुनाव पर क्या प्रभाव पड़ेगा?

पांचों नेताओं का प्रभाव पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र में है. इन नेताओं में पूर्वी सिंहभूम जिला परिषद के उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा, बीजेपी के पूर्व जिला अध्यक्ष ग्रामीण और प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य सौरभ चक्रवर्ती के अलावा घाटशिला बीजेपी मंडल के अध्यक्ष कौशिक सिन्हा भी शामिल है.

यह नेता ऐसे थे जो घाटशिला में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी की जीत कैसे सुनिश्चित हो इसके रणनीतिकार थे. घाटशिला में आदिवासी और पिछड़ा वर्ग के वोटर्स निर्णायक भूमिका में हैं. ऐसे में इन नेताओं का झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल होना बीजेपी के बड़े वोट बैंक को प्रभावित कर सकता है.

वहीं राजनीतिक जानकारों की मानें तो प्रत्याशी चयन को लेकर भी अंदर खाने भारतीय जनता पार्टी में नाराजगी थी. इन कारणों से भी यह पांच पूर्वी सिंहभूम के मजबूत स्तंभ का बीजेपी से मोह भंग हो गया था और धीरे-धीरे यह झारखंड मुक्ति मोर्चा के संपर्क में आ गए थे.

भारतीय जनता पार्टी के अंदर हुई बगावत को जहां एक तरफ बीजेपी के नेता पार्टी विरोधी कार्यो में संलिप्त बता रहे हैं लेकिन अंदर खाने यह चर्चा है कि प्रत्याशी चयन में कार्यकर्ताओं की रायसुमारी नहीं की गई थी, जिसका यह बड़ा इंपैक्ट है और चुनाव को काफी हद तक प्रभावित करेगा.

बता दें कि घाटशिला उपचुनाव झारखंड मुक्ति मोर्चा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ ही साथ पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के लिए प्रतिष्ठा की सीट हो गई है. जहां भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के बेटे बाबूलाल सोरेन को उतारा है तो वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा से दिवंगत शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के बेटे सोमेश चंद्र सोरेन अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.

25वां झारखंड राज्य स्थापना दिवस: वृहत समारोह की तैयारियां जोरों पर, गृह सचिव वंदना दादेल ने Morabadi मैदान का किया निरीक्षण

रांची: झारखंड सरकार ने इस वर्ष 15 नवंबर को होने वाले 25वें राज्य स्थापना दिवस समारोह को वृहत पैमाने पर मनाने का निर्णय लिया है। राज्य गठन के 25 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में, गृह विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती वंदना दादेल ने आज उच्चाधिकारियों के साथ मोरहाबादी मैदान में होने वाले भव्य समारोह की तैयारियों का जायजा लिया।

श्रीमती दादेल ने कहा कि यह आयोजन झारखंड की गौरवशाली विरासत, संस्कृति एवं विकास यात्रा का प्रतीक होगा, जिसे भव्य एवं यादगार बनाने के लिए सभी तैयारियाँ की जा रही हैं।

कार्यक्रम का विवरण और निर्देश:

विस्तृत आयोजन: 15 नवंबर के मुख्य कार्यक्रम के अलावा, 11 नवंबर से ही सभी जिलों, प्रखंडों, पंचायतों, स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

योजनाओं का शिलान्यास: 15 नवंबर को स्थापना दिवस के अवसर पर विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया जाएगा।

कड़ी जिम्मेदारी: प्रधान सचिव ने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि मंच व्यवस्था, सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, स्वच्छता, अतिथि सत्कार, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रदर्शनी और आपातकालीन प्रबंधन सहित सभी तैयारियाँ समयबद्ध एवं सुनियोजित तरीक़े से पूरी की जाएं। उन्होंने किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त न करने की बात कही।

निरीक्षण के दौरान सचिव वाणिज्य कर श्री अमिताभ कौशल, कल्याण सचिव श्री कृपानंद झा, खान निदेशक श्री राहुल कुमार सिन्हा, आदिवासी कल्याण आयुक्त श्री कुलदीप चौधरी, निदेशक आईपीआरडी श्री राजीव लोचन बख्शी, उपायुक्त रांची श्री मंजू नाथ भजंत्री सहित रांची जिला प्रशासन के अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।