मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन को 'लुगू बुरु घांटा बाड़ी धोरोम गाढ़ राजकीय महोत्सव' में मुख्य अतिथि के लिए आमंत्रित किया गया


रांची (मुख्यमंत्री सचिवालय): मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से आज कांके रोड रांची स्थित उनके आवासीय कार्यालय में उपायुक्त (DC) अजय नाथ झा और पुलिस अधीक्षक (SP) हरविंदर सिंह, बोकारो ने शिष्टाचार मुलाकात की।

Image 2Image 3Image 4Image 5

इस अवसर पर, दोनों अधिकारियों ने मुख्यमंत्री सोरेन को बोकारो जिले के टी०टी०पी०एस० ललपनिया में आगामी 04 एवं 05 नवंबर को आयोजित होने वाले "लुगू बुरु घांटा बाड़ी धोरोम गाढ़ राजकीय महोत्सव-2025" में मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित होने हेतु सादर आमंत्रित किया।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आमंत्रण स्वीकार करते हुए उपायुक्त श्री अजय नाथ झा और पुलिस अधीक्षक श्री हरविंदर सिंह से महोत्सव की तैयारियों से संबंधित विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने आयोजन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को कई अहम निर्देश तथा सुझाव भी दिए। मुख्यमंत्री ने दोनों अधिकारियों को आयोजन की सफलता के लिए अपनी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं प्रेषित की।


झारखंड के जिलों को क्राइम डिस्ट्रिक्ट बनने से रोकें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन.....बाबूलाल मरांडी

Image 2Image 3Image 4Image 5

श्री मरांडी ने कहा कि पाकुड़ में कांग्रेस नेता बेलाल शेख और उसके साथी जियाउल पगला ने सोलागढ़िया गांव में पत्थर खदान के मुन्शी पर गोलीबारी की। सौभाग्य से मुन्शी की जान बच गई है। घायल मुन्शी ने बयान दिया है कि दो दिन पूर्व इन्हीं अपराधियों द्वारा उसे जान से मारने की धमकी भी दी गई थी।

कहा कि पुलिस ने दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी भी की लेकिन 'हाऊस' के दबाव में दोनों को छोड़ दिया। ऐसा प्रतीत होता है कि गिरफ्तारी का रिकॉर्ड भी गायब कर दिया गया है।

कहा कि हेमंत सोरेन जी 'हाऊस' के वे कौन लोग हैं, जो हत्या का प्रयास करने वाले आरोपियों को बचा रहे हैं? कांग्रेस के पूर्व मंत्री और उनके पुत्र से इन अपराधियों का क्या संबंध है? छठ पूजा के दिन हुई इस गोलीबारी की जवाबदेही कौन लेगा? क्या अब यह मान लिया जाये कि जो 'हाउस' के अनुसार माइनिंग नहीं करेगा, उसको दिनदहाड़े गोली मार दी जाएगी?

कहा कि हेमंत जी, झारखंड में सत्ता की सरपरस्ती में पल रहा अपराध खतरनाक संकेत है। झारखंड के जिलों को क्राइम डिस्ट्रिक्ट मत बनने दीजिए।

राष्ट्र की एकता और अखंडता को समर्पित रहा सरदार बल्लभ भाई पटेल का जीवन.....बाबूलाल मरांडी

Image 2Image 3Image 4Image 5

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने आज बिहार प्रवास के दौरान पटना भाजपा कार्यालय में सरदार बल्लभ भाई पटेल की 150 वीं जयंती वर्षगांठ पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

श्री मरांडी विधानसभा चुनाव के प्रचार अभियान में शामिल होने के लिए बिहार प्रवास पर हैं।

उन्होंने कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल अपने व्यक्तित्व एवं कृतित्व में सरदार होने का परिचय दिया। आजादी के बाद देश के 500 से अधिक रियासतों को एकजुट करते हुए सांस्कृतिक भारत को राजनीतिक भारत में बदलने का ऐतिहासिक कार्य किया। देश उनका युगों युगों तक आभारी रहेगा।

कहा कि सरदार बल्लभ भाई पटेल एक दूरदर्शी राजनेता थे। उन्होंने देश की शासन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने केलिए भारतीय प्रशासनिक सेवा की स्थापना की। सरदार पटेल एक किसान नेता भी थे जिन्होंने सहकारिता आंदोलन को बल दिया।सहकारी समिति के माध्यम से देश के विकास की पद्धति विकसित की। श्वेत क्रांति को बढ़ावा देने में सरदार पटेल का बड़ा योगदान रहा है।

श्री मरांडी ने कहा कि सरदार पटेल की दूरदर्शिता को कांग्रेस पार्टी द्वारा अनसुना किए जाने के कारण देश को बड़ी कीमत चुकानी पड़ी है।

उन्होंने नई पीढ़ी को सरदार पटेल के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

झारखंड के 48 मजदूर ट्यूनीशिया में फंसे, खाने के पड़े लाले, लगाई मदद की गुहार

#48jharkhandworkersstrandedintunisiawage_crisis

Image 2Image 3Image 4Image 5

राजी-रोटी की तलाश में हजारों किलोमिटर की खाक छानने के बाद भी भूखमरी की कगार पर हैं। विदेशी धरती पर फंसे इन भारतीय मजदूरों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। झारखंड के 48 मजदूर अफ्रीका के ट्यूनिशिया में फंस गए हैं। वहां फंसे मजदूरों ने वीडियो संदेश में अपना दर्द साझा करते हुए सरकार से सहायता मांगी है।

झारखंड के गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जिले के 48 प्रवासी मजदूर अफ्रीका के ट्यूनीशिया में फंसे हुए हैं। पिछले तीन माह से मजदूरों को कंपनी की ओर से मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। इस वजह से मजदूरों के सामने खाने-पीने का संकट खड़ा हो गया है।

खाने-खाने को हे मोहताज

वहां फंसे मजदूरों ने वीडियो संदेश में कहा है, हम यहां बहुत बुरी हालत में हैं। कंपनी ने हमारा वेतन रोक दिया है और हमारे पास खाने तक के पैसे नहीं बचे हैं। हम बस किसी तरह अपने घर वापस लौटना चाहते हैं। साथ ही उन्होंने बकाया वेतन के भुगतान की मांग भी की है।

सामाजिक कार्यकर्ता ने की केंद्र और राज्य सरकार से खास अपील

प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे पर काम करनेवाले सामाजिक कार्यकर्ता सिकन्दर अली ने केंद्र और राज्य सरकार से इन मजदूरों के सकुशल वतन वापसी के लिए पहल करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विदेशों में फंसने वाले मजदूरों का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई बार प्रवासी मजदूर ज्यादा पैसे कमाने की लालच में विदेश जाकर फंस चुके हैं। काफी मशक्कत के बाद उनकी वतन वापसी कराई गई। इसके बावजूद प्रवासी मजदूर पुरानी घटनाओं से सबक नहीं ले रहे हैं।

कई अगवा मजदूरों को अब तक सुराग नहीं

सामाजिक कार्यकर्ता सिकन्दर अली ने ये भी बताया है कि पिछले छः महीने पूर्व साउथ अफ्रीका के नाइजर से 25 अप्रैल 2025 को बगोदर के दोंदलो पंचायत के संजय महतो, चंद्रिका महतो, राजू महतो, फलजीत महतो एवं मुंडरो के उत्तम महतो का अपहरण कर लिया गया जिसका अभी तक कुछ भी पता नहीं चल सका है। ऐसे में सरकार को मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए रोजगार की व्यवस्था करने की जरूरत है।

रांची उपायुक्त ने 'पेंशन दरबार' में सेवानिवृत्त शिक्षकों को किया सम्मानित, रिटायरमेंट के दिन ही दिए सभी लाभ


Image 2Image 3Image 4Image 5

रांची: जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त, रांची, श्री मंजूनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में आज (दिनांक 31 अक्टूबर 2025) उनके कार्यालय कक्ष में एक विशेष "पेंशन दरबार-सह-सेवा निवृति विदाई सम्मान समारोह" का आयोजन किया गया।

इस अनूठे कार्यक्रम में सेवानिवृत्त हो रहे कुल 10 शिक्षकों को उपायुक्त द्वारा मोमेंटो और शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। यह रांची जिला प्रशासन की एक महत्वपूर्ण पहल है, जहाँ सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षकों को उनकी सेवानिवृत्ति के ही दिन उनके सारे सेवानिवृत्ति लाभ (Retirement Benefits) प्रदान कर दिए गए।

उपायुक्त ने किया सम्मानित

उपायुक्त श्री मंजूनाथ भजन्त्री ने सभी सेवानिवृत्त शिक्षकों को ढेर सारी शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि सेवानिवृत्ति के दिन ही रिटायरमेंट बेनिफिट का सारा लाभ दिया जाना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने सभी शिक्षकों को अपने आप को व्यस्त रखने और समाज सेवा के नए कार्यों में जुड़ने का आह्वान किया।

उपायुक्त ने शिक्षकों के अच्छे स्वास्थ्य और लंबी उम्र की कामना करते हुए उनके जीवन की अगली कड़ी के लिए उन्हें शुभकामनाएँ दीं।

सेवानिवृत्त होने वाले सम्मानित शिक्षक:

श्रीमती अलका रानी देमता (रा.उत्क्र.म.वि. जामचुआं, नामकुम)

श्रीमती अमृता सहाय (रा.प्रा.वि. हेहल राँची-1)

श्रीमती निर्मला एक्का (रा.उत्क्र.म.वि. सिसई)

जे.एस.पी.डी. मिंज (रा.प्रा.वि. बनहारा, कांके)

श्रीमती मुक्ता कुमारी एक्का (रा.उत्क्र.म.वि. सुतियाम्बे, कांके)

श्री सुरेन्द्र बारला (रा.प्रा.वि. मेरही, कांके)

श्रीमती सलोमी एक्का (रा.उत्क्र.म.वि. सुगनु, लालगंज, कांके)

श्रीमती सरोजनी एक्का (संत अलोईस मध्य विद्यालय राँची)

श्रीगती प्रभा कुजूर (संत तेरेसा बा.म.वि. माण्डर)

श्रीमती फुलकेरिया, भवरा (निर्मला मध्य विद्यालय सामलौंग, राँची)

PVUNL पतरातू में ‘Walk for Unity & Integrity’ का आयोजन; सीईओ सहगल ने एकता और नैतिक आचरण के मूल्यों पर दिया जोर


पतरातू: राष्ट्रीय एकता दिवस और सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2025 के उपलक्ष्य में, पतरातू विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (PVUNL) द्वारा टाउनशिप परिसर में ‘Walk for Unity & Integrity’ (एकता और सत्यनिष्ठा के लिए पैदल चाल) का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कर्मचारियों और उनके परिवारजनों के बीच राष्ट्रीय एकता, पारदर्शिता और नैतिक आचरण के मूल्यों को सुदृढ़ करना था।

सीईओ ने किया नेतृत्व

Image 2Image 3Image 4Image 5

कार्यक्रम का नेतृत्व PVUNL के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) श्री ए. के. सहगल ने किया। उनके साथ मुख्य महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट) श्री अनुपम मुखर्जी, महाप्रबंधक (प्रोजेक्ट) श्री विष्णु दत्ता दाश, महाप्रबंधक (मेंटेनेंस) श्री ओ. पी. सोलंकी, महाप्रबंधक (टीएस) श्रीमती संगीता दाश, स्वर्णरेखा महिला समिति की अध्यक्ष श्रीमती रेनू सहगल, विभिन्न विभागाध्यक्षगण, तथा सीआईएसएफ यूनिट PVUNL के कमांडेंट एवं जवान, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी एवं उनके परिवारजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

एकता प्रतिज्ञा के साथ शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत एकता प्रतिज्ञा के साथ हुई, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने जीवन और कार्य के प्रत्येक क्षेत्र में एकता, सत्यनिष्ठा और सतर्कता की भावना को बनाए रखने का संकल्प लिया।

इस अवसर पर श्री ए. के. सहगल ने अपने संबोधन में संगठन में सतर्कता, एकता और नैतिक जिम्मेदारी की संस्कृति को बढ़ावा देने के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा कि यही मूल्य एनटीपीसी की निरंतर प्रगति और सफलता की आधारशिला हैं।

रांची में दर्दनाक हादसा, NH-33 पर गाड़ी पलटने से 4 यात्रियों की मौत; 20 घायल

Image 2Image 3Image 4Image 5

झारखंड की राजधानी रांची के बुंडू थाना क्षेत्र अंतर्गत एनएच-33 पर एक भीषण सड़क हादसे में चार लोगों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं. यह दुर्घटना तब हुई जब यात्रियों से भरी एक सवारी वाहन ओवरटेक करने के प्रयास में अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे पलट गई. हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को अस्पताल ले जाया गया.

मिली जानकारी के अनुसार, खुटी जिले के अड़की स्थित बिरड़ीह गांव से लगभग दो दर्जन लोग एक सवारी वाहन पर सवार होकर रांची के बुंडू थाना क्षेत्र के ताऊ मैदान में आयोजित ‘आदिवासी जनाक्रोश रैली’ में शामिल होने जा रहे थे. नेशनल हाईवे 33 पर बुंडू थाना क्षेत्र के गोसाईंडीह के पास, तेज रफ्तार सवारी वाहन एक बस को ओवरटेक करने की कोशिश कर रहा था.

गाड़ी का टायर हुआ ब्लास्ट

इसी दौरान, वाहन का टायर ब्लास्ट कर गया, जिससे गाड़ी असंतुलित होकर आगे चल रही बस से टकराई और सड़क किनारे गड्ढे में जा पलटी. मामले में भीषण हादसे की सूचना मिलते ही बुंडू और तमाड़ थाना की पुलिस मौके पर पहुंची.

पुलिस ने तत्काल 15 से अधिक गंभीर रूप से घायल लोगों को एंबुलेंस की सहायता से बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल रेफर किया. कुछ घायलों का इलाज बुंडू के अनुमंडल अस्पताल में भी किया जा रहा है. दुर्घटना में मारे गए चारों मृतकों के शवों को पुलिस ने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है.

एसडीएम ने दी जानकारी

मौके पर पहुंचे बुंडू के एसडीएम किस्टो कुमार बेसरा और एसडीपीओ ओम प्रकाश ने दुर्घटना की पुष्टि की. एसडीएम किस्टो कुमार बेसरा ने बताया कि सवारी वाहन का टायर ब्लास्ट होने और बस से टकराने के बाद गाड़ी अनियंत्रित होकर पलटी. उन्होंने हादसे में चार लोगों की मृत्यु और 15 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि की. मामले में बुंडू के ताऊ मैदान में आयोजित होने वाली ‘आदिवासी जनाक्रोश रैली’ को इस भीषण हादसे और चार लोगों की मौत के बाद फिलहाल स्थगित कर दिया गया है

प्रदेश भाजपा ने मंडल अध्यक्ष घाटशिला को भी पार्टी से निकाला

Image 2Image 3Image 4Image 5

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार सिंह ने घाटशिला मंडल अध्यक्ष कौशिक कुमार को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित करने का पत्र जारी किया है।

श्री कौशिक कुमार घाटशिला उपचुनाव में पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी बाबूलाल सोरेन के खिलाफ प्रचार में शामिल पाए गए।

प्रदेश भाजपा ने 4 नेताओं को पार्टी से किया निष्कासित

Image 2Image 3Image 4Image 5

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के निर्देशानुसार प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार सिंह के हस्ताक्षर से जारी पत्र में प्रदेश भाजपा ने पूर्वी सिंहभूम जिला के चार पार्टी नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से निष्कासित किया है।

घाटशिला उपचुनाव प्रचार में इन नेताओं का आचरण पार्टी उम्मीदवार के खिलाफ पाया गया है ।

निष्कासित किए जाने वाले नेताओं में पूर्वी सिंहभूम जिला के पूर्व जिलाध्यक्ष सौरभ चक्रवर्ती, जिला परिषद उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा,पूर्व मंडल अध्यक्ष तुषारकांत और सक्रिय कार्यकर्ता सुरेश महली शामिल हैं।

यह आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है।

आदिवासी विरोधी कारनामों से भरा पड़ा है हेमंत सरकार का कार्यकाल.....आरती कुजूर

Image 2Image 3Image 4Image 5

भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष आरती कुजूर ने आज प्रदेश कार्यालय में प्रेसवार्ता कर हेमंत सरकार पर बड़ा निशाना साधा।

उन्होंने राज्य की ठगबंधन सरकार को घोर आदिवासी विरोधी बताया।

कहा कि झारखंड में पिछले 6 वर्षों से चल रही हेमंत सरकार पार्ट 1 और पार्ट 2 दोनों के कारनामों को जब हम देखते हैं तो इससे स्पष्ट होता है कि यह सरकार कहीं से भी आदिवासी समाज की हितैषी सरकार नहीं है।

कहा कि यह कहने को केवल अबुआ सरकार है लेकिन एक भी उदाहरण इस सरकार में नहीं है जिससे यह कहा जा सके कि इस सरकार में राज्य के आदिवासी,मूलवासी भाई बहनों के हित में काम हो रहा हो।उल्टे हम देख रहे हैं कि आए दिन राज्य के आदिवासी समाज को प्रताड़ित किया जा रहा है।

कहा कि विगत 25 अक्टूबर को चाईबासा सदर अस्पताल में थैलीसीमिया का इलाज करा रहे 5 आदिवासी बच्चों को सदर अस्पताल में एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ाने का मामला उजागर हुआ।अब इसी से अंदाज लगाया जा सकता है कि यह सरकार आदिवासी समाज के परिवार उनके बच्चों की कितनी चिंता कर रही है। यह पूरी तरह से इलाज के नाम पर मौत परोसने वाली हृदय विदारक घटना है।

कहा कि इससे भी दुखद यह है कि राज्य सरकार चंद लोगों को निलंबित करके इसे रफ़ा दफा कर देना चाहती है।स्वास्थ्य मंत्री विपक्ष और भाजपा पर राजनीतिक टिप्पणी कर गैर जिम्मेदाराना व्यवहार कर रहे।संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। और आदिवासी समाज का अगुआ बताने वाले मुख्यमंत्री मौन साधे बैठे हैं।

कहा कि इससे इस सरकार की आदिवासी समाज के प्रति क्या नजरिया है यह उजागर होता है।

कहा कि हेमंत सरकार आदिवासी विरोधी कारनामों से भरी पड़ी है।

उन्होंने कई उदाहरण देते हुए कहा कि विगत दिनों संथाल परगना क्षेत्र में सामाजिक राजनीतिक कार्यकर्ता सूर्या हांसदा की हत्या फर्जी इनकाउंटर दिखाकर कर दिया गया।इसके पहले भी कई आदिवासी समाज के उभरते युवाओं की हत्या हेमंत सरकार में हुई है। जिसमें सुभाष मुंडा, उमेश कच्छप आदि के नाम शामिल हैं।

कहा कि इस सरकार की शुरुआत ही आदिवासी समाज के लोगों की हत्या से हुई है। वर्ष 2020 की जनवरी में चाईबासा में ही 7 आदिवासी समाज के लोगों की गर्दन काटकर नृशंस हत्या कर दी गई थी।

कहा कि झारखंड की अस्मिता ,जल जंगल जमीन केलिए संघर्ष करते हुए बलिदान करने वाले योद्धा वीर सिदो कान्हो के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या हेमंत सरकार में हुई।

कहा कि इसी वर्ष हूल दिवस के दिन सिदो कान्हो के वंशजों को भोगनाडीह में उनके बलिदान स्थल पर श्रद्धांजलि देने,नमन करने से रोका गया। लाठियां बरसाई गई।

कहा कि इधर आदिवासी समाज की जमीन सरकार द्वारा और सरकार के संरक्षण में माफियाओं, दलाल बिचौलियों, घुसपैठियों द्वारा लूटी जा रही।नगड़ी में रिम्स 2 बनाने के नाम पर रैयतों के भारी विरोध के बावजूद राज्य सरकार जमीन को लूट रही है।संथाल परगना में घुसपैठिए आदिवासी समाज के लोगों की जमीन पर अवैध कब्जा कर रहे। न्यायालय से आदेश लेकर आने के बाद भी घुसपैठियों के कब्जे से आदिवासी जमीन की वापसी हेमंत सरकार नहीं करा पा रही। इसे केवल वोट बैंक की चिंता है।

कहा कि आदिवासी समाज की बहन बेटियां हेमंत सरकार में सबसे ज्यादा पीड़ित और असुरक्षित हैं।इसी सरकार में रुबिका पहाड़िया को 52 टुकड़ों में काटा गया। आदिवासी समाज की होनहार बेटी दारोगा रूपा तिर्की की हत्या हुई।रांची में गो तस्करों के द्वारा महिला एसआई संध्या टोपनो की वाहन से कुचलकर हत्या की गई।आदिवासी समाज की एक बेटी को दुष्कर्म के बाद पेड़ से लटकाया गया।

चलती कार में,गेस्ट हाउस में दुष्कर्म की घटनाएं हेमंत सरकार की देन है।

कहा कि अभी चाईबासा में नो इंट्री को लेकर जो आंदोलन हो रहे उसमें वाहनों की चपेट में 100 से ज्यादा मौत आदिवासी समाज के लोगों की हुई है।इस सरकार की मानसिकता इतनी आदिवासी विरोधी है कि एक समाज के अगुआ और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा सहित समाज के विभिन्न गणमान्य प्रतिनिधियों को राज्य का एक जिलाधिकारी अपने चैंबर में अपमानित करता है। यह आदिवासी समाज का घोर अपमान है।

कहा कि आज आदिवासी समाज से आने वाले गरीबों के अनाज की लूट हो रही। वृद्धा पेंशन,विधवा पेंशन , दिव्यांग पेंशन सभी महीनों से बंद हैं। बच्चों को छात्रवृति नहीं मिल रही। आदिवासी समाज के युवाओं ,बेरोजगारों को टेंडर , सरकारी कार्यों में प्राथमिकता मिले इस दिशा में कोई सार्थक पहल राज्य सरकार नहीं कर रही।पेसा कानून को हेमंत सरकार लागू नहीं करके आदिवासी समाज के संवैधानिक अधिकारों का गला घोंट रही है।

कहा कि मोदी सरकार द्वारा आदिवासी समाज के सर्वांगीण विकास केलिए घोषित पीएम जन मन योजना का कार्य ठंडे बस्ते में है।

जमीन का पट्टा दिलाने, लूटे गए जमीन को वापस दिलाने,लव जिहाद के नाम पर छीनी जा रही जमीन को बचाने ,धर्मांतरण पर रोक लगाने की दिशा में हेमंत सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।जिससे स्पष्ट है कि हेमंत सरकार अबुआ सरकार नहीं बल्कि आदिवासी विरोधी सरकार है।

कहा कि भाजपा आदिवासी समाज के हितों की लगातार चिंता करती है। एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने के मामले को भाजपा एक गंभीर अपराध मानती है।यह एक प्रकार से राज्य संपोषित हत्या का प्रयास है। भाजपा जनता के बीच जाकर इस घटना के खिलाफ आंदोलन करेगी।

उन्होंने कहा कि आगामी 3 नवंबर को भाजपा के कार्यकर्ता सभी जिलों में जिला अस्पताल सिविल सर्जन ऑफिस पर धरना देंगे। स्वास्थ्य मंत्री की बर्खास्तगी और दोषियों को कठोर सजा दिलाने की मांग करेंगे