क्या सुधरने लगे हैं भारत-अमेरिका के रिश्ते? पीएम मोदी के बाद आया जयशंकर का बयान

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोस्ती वाले बयान को लेकर पीएम मोदी के बाद अब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बड़ा बयान दिया है। पीएम मोदी के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी भारत-अमेरिका संबंधों पर बात की है। जयशंकर ने कहा है कि भारत और अमेरिका रिश्ते अब भी बने हुए हैं। दोनों देश लगातार बातचीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा है, पीएम मोदी अमेरिका के साथ दोस्ती को बहुत महत्व देते हैं। पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से प्रशंसा किए जाने पर आभार व्यक्त किया है।

पीएम मोदी और ट्रंप के बीच व्यक्तिगत संबंध हमेशा बेहतर-जयशंकर

अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से भारत-अमेरिका संबंधों पर सकारात्मक बात कहने को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, पीएम मोदी अमेरिका के साथ हमारी साझेदारी को बहुत महत्व देते हैं। जहां तक राष्ट्रपति ट्रंप का सवाल है, पीएम मोदी के राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हमेशा से बहुत अच्छे व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। हालांकि, यहां मुद्दा यह है कि हम अमेरिका के साथ जुड़े हुए हैं। हमारे संबंध बने हुए हैं। हम बातचीत कर रहे हैं। इस समय मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।'

भारत-अमेरिका रिश्तों की अहमियत

विदेश मंत्री के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत अमेरिका के साथ संबंधों को सिर्फ राजनीतिक दृष्टि से नहीं बल्कि रणनीतिक और आर्थिक सहयोग की दृष्टि से भी देखता है. रक्षा, व्यापार, ऊर्जा, टेक्नोलॉजी और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में भारत-अमेरिका साझेदारी पिछले कुछ वर्षों में मजबूत हुई है. विशेषकर इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में दोनों देशों का सहयोग चीन की बढ़ती सक्रियता को संतुलित करने के लिए भी अहम माना जाता है.

ट्रंप ने की पीएम मोदी की तारीफ

दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी को 'महान प्रधानमंत्री' कहा है। शुक्रवार को ओवल ऑफिस में मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप से सवाल किया गया कि क्या वे भारत के साथ संबंधों को फिर से सुधारने के लिए तैयार हैं? इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूंगा, वह एक महान प्रधानमंत्री हैं, लेकिन मुझे इस समय उनके काम पसंद नहीं आ रहे हैं। हालांकि, भारत और अमेरिका के बीच एक खास रिश्ता है। चिंता की कोई बात नहीं है। हमारे बीच ऐसे पल आते जाते हैं।

ट्रंप के बयान पर क्या बोले पीएम मोदी?

ट्रंप के बयान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट किया। इसमें ट्रंप के बयान वाले एएनआई के पोस्ट को साझा कर पीएम मोदी ने लिखा, 'राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे संबंधों के सकारात्मक मूल्यांकन की हम तहे दिल से सराहना करते हैं। हम उनका पूर्ण समर्थन करते हैं। भारत और अमेरिका के बीच बहुत ही सकारात्मक, दूरदर्शी, व्यापक, वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी है।'

ट्रंप के 'अच्छे दोस्त और ग्रेट प्राइम मिनिस्टर' वाले बयान पर पीएम मोदी ने दिया ये जवाब, रिश्तों में आई नई गर्माहट?

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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तल्ख तेवर ढीले पड़ने लगे हैं। टैरिफ और रूसी तेल खरीद को लेकर अमेरिका और भारत के रिश्तों में तनाव बना हुआ है। इसे लेकर डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत पर हमलावर थे। हालांकि, अब ट्रंप के सुर बदले- बदले नजर आ रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी को अपना अच्छा दोस्त बताया, तो वहीं भारतीय प्रधानमंत्री ने भी इस पर अब जवाब दिया है। पीएम मोदी ने ट्रंप की भारत-अमेरिका संबंधों पर सकारात्मक टिप्पणियों की सराहना की है।

अमेरिका और भारत के रिश्तों को 'बहुत ख़ास' बताते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'हमेशा दोस्त रहेंगे' और इसमें 'चिंता की कोई बात नहीं' है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप के बयान की सराहना की है।उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर पोस्ट में कहा, मैं राष्ट्रपति ट्रंप की भावनाओं और हमारे रिश्तों के बारे में उनके सकारात्मक विचारों की सराहना करता हूं। भारत और अमेरिका के बीच बेहद सकारात्मक और दूरदर्शी व्यापक एवं वैश्विक रणनीतिक साझेदारी है।

ट्रंप ने क्या कहा था?

इससे पहले शुक्रवार को ओवल ऑफिस में मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि 'मैं हमेशा मोदी का दोस्त रहूंगा, वह एक महान प्रधानमंत्री हैं। लेकिन मुझे इस समय उनके द्वारा किए जा रहे काम पसंद नहीं आ रहे हैं। लेकिन भारत और अमेरिका के बीच एक खास रिश्ता है। चिंता की कोई बात नहीं है। हमारे बीच ऐसे पल आ जाते हैं।'ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल पोस्ट पर ‘भारत को खोने’ वाली टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि ऐसा कुछ हुआ है।’ उन्होंने यह भी जोड़ा कि वे मोदी के साथ अच्छी तरह घुलमिल जाते हैं।

भारत-रूस को चीन के हाथ खोने की बात कही थी

शुक्रवार को ही ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर पीएम मोदी, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति पुतिन की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि भारत और रूस शायद चीन के साथ चले गए हैं। उन्होंने कहा था कि ऐसा लगता है कि हमने भारत और रूस को चीन के हाथों खो दिया है। अब वे साथ मिलकर लंबा और सुखद भविष्य बिताएं।

ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो का आक्रामक रुख

बता दें कि ट्रंप के प्रशासन और समर्थकों की ओर से हाल के दिनों में भारत के खिलाफ बयानबाजी बढ़ी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सबसे भरोसेमंद सलाहकारों में से एक पीटर नवारो पिछले कुछ समय से भारत और पीएम मोदी के बारे में बयान देते हुए आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं।शुक्रवार देर रात पीटर नवारो ने भारत को लेकर अपने एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट लिखी। इसमें उन्होंने लिखा, भारत की ऊंची टैरिफ दरें अमेरिकी नौकरियों पर असर डालती हैं। भारत सिर्फ़ मुनाफा कमाने के लिए रूस से तेल खरीदता है और यह पैसा रूस की जंग मशीन को जाता है। इसमें यूक्रेनी और रूसी लोग मारे जा रहे हैं। अमेरिकी टैक्स देने वालों को और ज़्यादा पैसा खर्च करना पड़ रहा है। भारत सच्चाई नहीं मानता और बस कहानी घुमाता है। इससे पहले नवारो रूस और यूक्रेन के टकराव को 'मोदी का युद्ध' बता चुके हैं। 29 अगस्त को उन्होंने एक्स पर लिखा कि रूसी तेल से होने वाली कमाई भारत के राजनीतिक तौर पर जुड़े ऊर्जा कारोबारियों तक पहुंचती है और सीधे पुतिन के युद्ध फ़ंड में भी जाती है।

राजद विधायक सुरेश पासवान की तबीयत बिगड़ी, दिल्ली के मैक्स अस्पताल में भर्ती

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झारखंड के देवघर से राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के विधायक सुरेश पासवान की तबीयत शुक्रवार को अचानक बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें दिल्ली के मैक्स अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें फिलहाल आईसीयू में भर्ती कर डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में रखा गया है।

विधायक सुरेश पासवान को गुर्दे और यकृत में संक्रमण का पता चलने के बाद शुक्रवार दोपहर अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनका ब्लडप्रेशर और शुगर का स्तर भी थोड़ा बढ़ा हुआ है। विधायक के करीबी सहयोगी और उनके साथ मौजूद आरजेडी नेता सुमन कुमार देव ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ पासवान पूरी मेडिकल जांच के लिए दिल्ली गए हैं। डॉक्टरों ने बताया कि उनकी हालत में सुधार के संकेत दिख रहे हैं और अगले कुछ दिनों में उनकी सेहत और बेहतर होने की उम्मीद है। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल सकती है।

सुरेश पासवान बोले- जल्द लौटूंगा देवघर

सुरेश पासवान ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के जरिए भी अपनी सेहत की जानकारी दी। विधायक ने एक्स हैंडल पर ट्वीट कर बताया कि मेरी तबीयत अस्वस्थ होने के कारण मेरा इलाज दिल्ली के मैक्स अस्पताल में चल रहा है, जहां कुछ समय के लिए भर्ती हूं। आप सभी से दुआओं की दरख़्वास्त है, ताकि जल्द ही स्वस्थ होकर फिर से आप सबके बीच लौट सकूं। बाबा धाम का आशीर्वाद मिलेगा और बहुत जल्द स्वस्थ होकर देवघर वापस लौटूंगा।

हाल में कई नेताओं की बिगड़ी सेहत

बता दें कि बीते कुछ दिनों में झारखंड के कई नेताओं की सेहत बिगड़ने की खबरें सामने आई हैं। लगभग एक सप्ताह पहले अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हफीजउल हसन अंसारी की तबीयत खराब हो गई थी। उन्हें पहले रांची के पारस अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन हालत में सुधार नहीं होने पर उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल शिफ्ट किया गया। वहां अभी भी उनका इलाज चल रहा है और उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है।

अगस्त में झारखंड के दो बड़े नेताओं का निधन

वहीं, पिछले महीने अगस्त में झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री का निधन हो गया था। उनका इलाज दिल्ली में चल रहा था। वहीं प्रदेश के शिक्षा मंत्री सोरेन की तबीयत खराब होने के चलते दिल्ली में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान अगस्त में उनकी भी मौत हो गई थी।

ट्रंप से टैरिफ वार के बीच संयुक्त राष्ट्र सत्र में शामिल नहीं होंगे पीएम मोदी, यूएनजीए में विदेश मंत्री जयशंकर करेंगे शिरकत

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस साल संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) के वार्षिक सत्र में शामिल नहीं होंगे। इस महीने के अंत में होने वाले यूएनजीए के वार्षिक सत्र में पीएम मोदी की जगह विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। शुक्रवार को जारी महासभा के 80वें सत्र की उच्च-स्तरीय आम बहस के लिए वक्ताओं की संशोधित अनंतिम सूची के अनुसारविदेश मंत्री एस. जयशंकर 27 सितंबर को सत्र को संबोधित करेंगे। इससे पहले जुलाई में जारी वक्ताओं की पिछली सूची में पीएम मोदी 26 सितंबर को आम बहस को संबोधित करने वाले थे। ये खबर ऐसे समय में आई है जब ट्रंप के साथ भारत का टैरिफ विवाद जारी है।

23 सितंबर को होगा ट्रंप का संबोधन

संयुक्त राष्ट्र महासभा का 80वां सत्र 9 सितंबर को शुरू हो रहा है। उच्च-स्तरीय आम बहस 23 से 29 सितंबर तक चलेगी, जिसमें ब्राजील पारंपरिक रूप से सत्र का पहला वक्ता होगा। उसके बाद अमेरिका का नंबर आएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 23 सितंबर को प्रतिष्ठित यूएनजीए मंच से विश्व नेताओं को संबोधित करेंगे। इस वर्ष यह सत्र इस्राइल-हमास युद्ध और यूक्रेन संघर्ष के बीच आयोजित हो रहा है। 80वें सत्र का विषय है 'एक साथ बेहतर: शांति, विकास और मानवाधिकारों के लिए 80 वर्ष और उससे भी अधिक'।

पीएम मोदी की जगह एस जयशंकर का संबोधन

शुक्रवार को जारी महासभा के 80 वें सत्र की उच्च-स्तरीय आम बहस के लिए वक्ताओं की संशोधित सूची के अनुसार, भारत का प्रतिनिधित्व ‘मंत्री’ करेंगे। विदेश मंत्री एस जयशंकर 27 सितंबर को सत्र को संबोधित करेंगे। इससे पहले जुलाई में जारी वक्ताओं की पिछली अनंतिम सूची के अनुसार, मोदी 26 सितंबर को आम बहस को संबोधित करने वाले थे। हालांकि अब इसमें बदलाव कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक को इस साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जगह विदेश मंत्री जयशंकर संबोधित करेंगे।

टैरिफ विवाद के बीच क्यों अहम है फैसला

अमेरिका के साथ टैरिफ विवाद के बीच बारत की ओर से ये फैसला लिया गया है। जानकारों की मानें तो अगर प्रधानमंत्री मोदी न्यूयॉर्क जाते हैं, तो वे निश्चित रूप से ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक करना चाहेंगे। लेकिन मौजूदा परिस्थितियों में, सरकार को लगता है कि दोनों नेताओं के बीच उच्च-स्तरीय बैठक से बचना ही बेहतर है। 

इस साल फरवरी में यूएस गए थे पीएम मोदी

बता दें कि पीएम मोदी इस साल फरवरी में व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए अमेरिका गए थे। इस बीच ट्रंप ने भारत पर कुल 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए हैं, जिसमें रूसी तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत टैरिफ भी शामिल है।

शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा की मुश्किल बढ़ी, लुकआउट नोटिस जारी, जानें पूरा मामला

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बॉलीवुड अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा एक बार फिर कानूनी मुश्किलों में फंसते नजर आ रहे हैं। मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया है। दोनों के खिलाफ 60 करोड़ रुपये के कथित फ्रॉड मामले में लुकआउट सर्कुलर जारी किया है। यह मामला उनकी अब बंद हो चुकी कंपनी बेस्ट डील टीवी प्राइवेट लिमिटेड से जुड़ा है।

लुक आउट सर्कुलर जारी

मामले में अधिक जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने यह लुक आउट सर्कुलर जारी किया है, क्योंकि यह दंपति अक्सर अंतरराष्ट्रीय यात्राएं करता रहता है। उन्होंने बताया कि अदाकारा और उनके पति के खिलाफ 14 अगस्त को जुहू पुलिस स्टेशन में एक कारोबारी से लोन कम निवेश सौदे में लगभग 60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज किया गया था।

देश छोड़कर नहीं जा सकते शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा

लुकआउट सर्कुलर जारी होने के बाद अब शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा देश छोड़कर नहीं जा सकते। फिलहाल दोनों की ओर से इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पुलिस जांच जारी है और आने वाले दिनों में दोनों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।

क्या है पूरा मामला?

दीपक कोठारी नाम के एक व्यापारी ने बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी और उनके पति राज कुंद्रा पर 2015 से 2023 के बीच 60 करोड़ रुपए से ज्यादा की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। कोठारी का दावा है कि यह पैसा उन्होंने कपल की कंपनी में बिजनेस बढ़ाने के सिलसिले में निवेश किया था, लेकिन शख्स का आरोप है कि उन पैसों का इस्तेमाल निजी खर्चों में किया गया है जो गलत है। रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2015 में कोठारी एक एजेंट के माध्यम से शिल्पा शेट्टी और राज कुंद्रा की कंपनी से जुड़े थे। ये कंपनी मुख्य तौर पर ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म चलाती थी।

60 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला

शिकायतकर्ता के मुताबिक जब इस कंपनी को 75 करोड़ रुपए की जरूरत पड़ी तो इसने टैक्स बचाने के वास्ते लोन को इनवेस्टमेंट का रूप दे दिया। इस दौरान कोठारी ने कंपनी में अलग-अलग किस्तों में 60 करोड़ 48 लाख रुपए का का निवेश कर डाला। शिकायतकर्ता का ये भी कहना है कि अप्रैल 2016 में खुद बॉलीवुड एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी ने पैसे वापिस करने की पर्सनल गारंटी दी थी। मगर सबकुछ ऐसा नहीं हुआ। कुछ समय के बाद शिल्पा शेट्टी ने इस कंपनी के डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया और कंपनी दिवालिया हो गई। मगर कोठारी को इस बारे में कोई भी जानकारी साझा करनी जरूरी नहीं समझी गई।

क्या नागरिकता मिलने से पहले वोटर लिस्ट में जुड़ गया था सोनिया गांधी का नाम? कोर्ट से एफआईआर की मांग

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कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के खिलाफ राउज एवेन्यू कोर्ट में एक आपराधिक शिकायत दायर की गई है, जिसमें उनके भारतीय नागरिक बनने से तीन साल पहले मतदाता सूची में नाम शामिल होने के आरोप में एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है। राउज एवेन्यू कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 10 सितंबर को इस मामले में सुनवाई की तारीख तय की है।

नागरिक बनने से पहले वोटर लिस्ट में नाम शामिल

वकील विकास त्रिपाठी ने यह शिकायत दर्ज कराई है। वकील विकास त्रिपाठी का कहना है कि सोनिया गांधी का नाम 1980 में नई दिल्ली की मतदाता सूची में था। जबकि उन्हें भारतीय नागरिकता 30 अप्रैल 1983 को मिली थी। त्रिपाठी ने आरोप लगाया है कि गांधी का नाम 1980 में मतदाता सूची में शामिल किया गया था, 1982 में हटाया गया और फिर 1983 में फिर से जोड़ा गया। त्रिपाठी के वकील ने कहा कि उनका भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी अप्रैल 1983 का है। 1980 में नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र की मतदाता सूची में उनका नाम कैसे शामिल हुआ, जिसे फिर 1982 में हटाया गया और 1983 में फिर से दर्ज किया गया।

जाली दस्तावेज के इस्तेमाल का गंभीर आरोप

वकील ने आरोप लगाया कि तीन साल पहले यानी 1980 में मतदाता सूची में सोनिया गांधी का नाम शामिल होने का मतलब है कि उनके द्वारा कुछ जाली डॉक्यूमेंट दिए गए होंगे। वकील ने कहा कि इस तरह से जाली डॉक्यूमेंट बनवाकर मतदाता सूची में अपना नाम शामिल करवाना एक संज्ञेय अपराध के बराबर है।

230 पेज की शिकायत, सुनवाई की तारीख तय

अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट वैभव चौरसिया ने 230 पेज की शिकायत देखने के बाद सुनवाई की तारीख तय की। शिकायत में सोनिया गांधी और आईपी एस्टेट पुलिस स्टेशन के एसएचओ को भी शामिल किया गया है। त्रिपाठी की तरफ से वकील ने दलीलें पूरी करने के बाद अदालत ने कहा कि मामले पर अगले सप्ताह फिर से विचार किया जाएगा। हालांकि, गांधी या दिल्ली पुलिस को अभी तक कोई औपचारिक नोटिस जारी नहीं किया गया है।

ट्रंप के टैरिफ वॉर के बीच भारत-सिंगापुर में 5 बड़ी डील, ग्रीन शिपिंग से लेकर स्पेस तक... अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई गति

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अमेरिका से टैरिफ को लेकर जारी विवाद के बीच भारत ने सिंगापुर के साथ कई अहम डील साइन की हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग की गुरुवार को नई दिल्ली में बैठक हुई। इस दौरान दोनों देशों के बीच 5 अहम डील्स साइन हुईं। दोनों देशों के बीच हुआ ये समझौता एशिया-प्रशांत क्षेत्र की राजनीति और अर्थव्यवस्था को नई गति देंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सिंगापुर समकक्ष लॉरेंस वोंग के साथ हैदाराबाद हाउस में बातचीत की। इसके बाद पीएम मोदी ने वोंग संग मीडिया से बातचीत में कहा, सिंगापुर हमारी एक्ट ईस्ट पॉलिसी का अहम स्तंभ है। यह सिर्फ आर्थिक साझेदारी ही नहीं बल्कि साझा मूल्यों और विश्वास पर टिकी गहरी दोस्ती है। मोदी ने सीमा पार आतंकवाद और पहलगाम हमले के मुद्दे पर भारत को समर्थन देने के लिए सिंगापुर का आभार जताया।

दोनों देशों ने भविष्य के लिए बनाई विस्तृत योजना

पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों ने भविष्य के लिए एक विस्तृत योजना बनाई है। उन्होंने कहा, हमारा सहयोग सिर्फ पुराने क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं रहेगा। बदलते समय की जरूरतों के अनुसार, उन्नत विनिर्माण, ग्रीन शिपिंग, कौशल विकास, सिविल न्यूक्लियर ऊर्जा और शहरी जल प्रबंधन भी हमारे सहयोग के मुख्य बिंदु होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि व्यापार को और बढ़ाने के लिए व्यापाक आर्थिक सहयोग समझौता (CECA) और आसियान के साथ मुक्त व्यापार समझौता(FTA) की समय-समय पर समीक्षा की जाएगी।

दोनों देशों ने पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए

1. डिजिटल एसेट इनोवेशन: आरबीआई और सिंगापुर की मॉनेटरी अथॉरिटी के बीच समझौता, जिससे क्रॉस-बॉर्डर पेमेंट्स और डिजिटल चैनल्स मजबूत होंगे।

2. एविएशन ट्रेनिंग और रिसर्च: एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया और सिंगापुर की सिविल एविएशन अथॉरिटी साथ मिलकर एविएशन सेक्टर में क्षमता बढ़ाएंगे।

3. ग्रीन एंड डिजिटल शिपिंग कॉरिडोर: जहाजरानी क्षेत्र में जीरो-एमिशन फ्यूल्स और स्मार्ट पोर्ट टेक्नोलॉजी के लिए साझा ढांचा खड़ा किया जाएगा।

4. स्किलिंग इन मैन्युफैक्चरिंग: चेन्नई में नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर स्किलिंग स्थापित होगा।

5. स्पेस कोलैबोरेशन: सिंगापुर और भारत के बीच स्पेस इंडस्ट्री में सहयोग बढ़ेगा। याद रहे, अब तक भारत ने लगभग 20 सिंगापुरी सैटेलाइट लॉन्च किए हैं।

पूर्व क्रिकेटर शिखर धवन से ईडी की पूछताछ, अवैध सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मामले में दर्ज कराया बयान

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पूर्व भारतीय क्रिकेटर शिखर धवन से एक कथित अवैध बेटिंग एप से जुड़े धन शोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूछताछ की। यह मामला वन-एक्स-बेट (1xBet) नामक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से जुड़ा है, जो अवैध सट्टेबाजी गतिविधियों में शामिल बताया जा रहा है। धवन इस मामले में ईडी की जांच का सामना करने वाले चौथे भारतीय क्रिकेटर हैं। इससे पहले सुरेश रैना, युवराज सिंह और हरभजन सिंह से भी ईडी पूछताछ कर चुकी है।

ईडी ने धवन को गुरुवार सुबह 11 बजे एजेंसी मुख्यालय में पेश होने के लिए तलब किया था ताकि उनके बयान दर्ज किए जा सकें और यह पता लगाया जा सके कि उनके इस एप से प्रमोशन और एंडोर्समेंट के जरिए क्या संबंध रहे हैं। धवन की पूछताछ मुख्यालय पहुंचने के तुरंत बाद शुरू हो गई और उन्होंने जांचकर्ताओं के सामने बयान दर्ज कराया।

क्या है पूरा मामला?

पूर्व क्रिकेटर का नाम इस एप से कुछ विज्ञापनों के जरिए जुड़ा बताया जा रहा है। ईडी पूछताछ के दौरान यह समझना चाहती है कि उनकी इस एप से क्या भूमिका या संबंध रहे हैं। ईडी यह जांच कर रही है कि क्या शिखर धवन ने इस बेटिंग एप के प्रचार में अपनी छवि का इस्तेमाल किया और इसके बदले कोई भुगतान लिया या नहीं। पूछताछ धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत की जा रही है और धवन का बयान भी इसी अधिनियम के तहत ही दर्ज की जाएगी। ईडी इस अवैध नेटवर्क में उनके किसी भी वित्तीय या गैर-वित्तीय साझेदारी का पता लगाने की कोशिश कर रही है। 

सुरेश रैना और हरभजन सिंह से की जा चुकी है पूछताछ

ईडी ने ऑनलाइन बेटिंग ऐप केस मामले में जून महीने में कई बड़े स्टार्स से पूछताछ की थी जिसमें सुरेश रैना और हरभजन सिंह का नाम भी शामिल है जिनके बयानों को केंद्रीय जांच एजेंसी ने रिकॉर्ड कर लिया है। इसके अलावा एक्ट्रेस अभिनेत्री उर्वशी रौतेला से भी पूछताछ की थी। वहीं मई में तेलंगाना पुलिस ने राणा दग्गुबाती और प्रकाश राज सहित 25 लोकप्रिय अभिनेताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए थे। हाल में ही केंद्र सरकार ने सभी तरह की ऑनलाइन रियल मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म को बंद करने के लिए नए कानून को भी पारित किया था।

झामुमो ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर ठोकी ताल, महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर जल्द होगी बात

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बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने भी ताल ठोक दी है। जेएमएम बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। झामुमो बिहार में विधानसभा चुनाव लड़ेगी और महागठबंधन की जीत सुनिश्चित करने में भूमिका निभाएगी। पार्टी ने अपनी इच्छा महागठबंधन के घटक दलों को बता दी है। यह जानकारी झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पार्टी बिहार में विधानसभावार चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। झारखंड में झामुमो कांग्रेस, राजद और माले के साथ गठबंधन में है। अब इन दलों के नेतृत्व को अंतिम फैसला करना है। भट्टाचार्य ने कहा कि औपचारिक घोषणा होने पर तस्वीर साफ हो जाएगी, लेकिन यह तय है कि झामुमो बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेगी और महागठबंधन की जीत में सहयोग करेगी।

जेएमएम ने 12 सीटों पर दावेदारी का प्रस्ताव रखा

बताया जा रहा है कि झामुमो ने इस बार बिहार में सक्रिय दावेदारी पेश करते हुए 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग रखी है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाल ही में अपने बिहार प्रवास के दौरान राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की थी। राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के समापन कार्यक्रम में झारखंड के मुख्यमंत्री और झामुमो के केंद्रीय अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने भी भाग लिया था। सीएम हेमंत सोरेन के पटना प्रवास के दौरान उन्होंने लालू यादव और तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने झामुमो की तैयारी और 12 सीटों पर दावेदारी का प्रस्ताव रखा।

सीट शेयरिंग पर बनी सहमति!

झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता और केंद्रीय समिति सदस्य मनोज पांडेय ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में हमारी हिस्सेदारी तय हो गई है। हमारी राजनीतिक क्षमता के अनुसार मान-सम्मान मिलेगा. हमने 12 सीटों की सूची सौंपी है, जिनमें से 8 पर हमारा मजबूत जनाधार है। सीट शेयरिंग पर सकारात्मक बातें हुई हैं, अब सिर्फ आधिकारिक घोषणा बाकी है।

जेएमएम को मिल सकेंगी इतनी सीटें

हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि महागठबंधन में पहले से मौजूद राजद और कांग्रेस जैसे मजबूत घटक दल अपने हिस्से की सीटें कम नहीं करेंगे। ऐसे में झामुमो को एक या दो से अधिक सीटें मिलना मुश्किल माना जा रहा है। पिछले चुनाव में तो झामुमो को गठबंधन में एक भी सीट नहीं दी गई थी। वजह यह बताई गई थी कि झामुमो का बिहार में मजबूत संगठन और वोट बैंक मौजूद नहीं है।

पलामू में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, दो जवान शहीद, एक जख्मी

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झारखंड के पलामू जिले में गुरुवार तड़के सुरक्षा बलों और नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति समिति (टीएसपीसी) के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में दो सुरक्षा कर्मी शहीद हो गए, जबकि एक जवान घायल हो गया। जख्मी जवान का मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। शहीद होने वाले जवानों में पलामू एएसपी अभियान का एक बॉडीगार्ड भी शामिल है। पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने इसकी पुष्टि की है।

10 लाख के इनामी नक्सली के गांव में होने की खबर

नक्सल-मुक्त झारखंड बनाने के उद्देश्य से सुरक्षा बलों द्वारा लगातार नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में झारखंड के पलामू पुलिस को एक गुप्त सूचना मिली। ये सूचना टीएसपीसी के 10 लाख के इनामी कमांडर शशिकांत गंझू को लेकर थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि टीएसपीसी जोनल कमांडर शशिकांत गंझू अपने गांव केदल करमा पर्व पर आ सकता है। इसी आधार पर पुलिस ने विशेष सर्च अभियान चलाया।

शशिकांत गंझू के गांव में पुलिस के साथ मुठभेड़

पुलिस टीम के गांव के करीब पहुंचने की नक्सलियों को खबर लग गई। जिसके बाद शशिकांत गंझू और उसके दस्ते ने अचानक गोलीबारी शुरू कर दी। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। सभी को तुरंत डालटनगंज के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया। यहां डॉक्टरों ने संतन कुमार और सुनील राम नामक दो जवानों को मृत घोषित कर दिया। इनमें से एक जवान पलामू एएसपी का अंगरक्षक था। तीसरे घायल जवान का इलाज जारी है और उसकी हालत गंभीर बताई जा रही है।

मुठभेड़ के बाद तलाशी अभियान तेज

पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा कि शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। उन्होंने बताया कि घायल जवान के इलाज की पूरी व्यवस्था की गई है। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया है और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। आसपास के गांवों में भी सख्त निगरानी रखी जा रही है।

नक्सल-मुक्त झारखंड का अभियान जारी

इससे पहले झारखंड के ही बोकारो जिले में 21 अप्रैल 2025 को लुगूबुरु पहाड़ में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 1 करोड़ के इनामी नक्सली कमांडर सहित कुल 8 नक्सलियों को ढेर किया था। इनमें 1 करोड़ रुपये का इनामी सेंट्रल कमेटी सदस्य प्रयाग मांझी उर्फ विवेक भी शामिल था। घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार और अन्य सामान बरामद किया गया है।