प्रियंका गांधी को केरल हाई कोर्ट ने जारी किया नोटिस, वायनाड उपचुनाव में संपत्ति छिपाने का आरोप

#priyankagandhikeralahcsummon

केरल हाईकोर्ट ने मंगलवार को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा को नोटिस जारी किया है। यह नोटिस वायनाड लोकसभा उपचुनाव से उनके चुनाव को चुनौती देने वाली याचिका पर जवाब मांगने के लिए जारी किया गया है। दरअसल, उपचुनाव में उनको टक्कर देने वाली बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास ने कोर्ट में याचिका दायर की है। इस याचिका में हरिदास ने कांग्रेस सांसद पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने उपचुनाव के दौरान अपनी संपत्ति छिपाई। इसी के साथ हरिदास की मांग है कि प्रियंका गांधी की जीत को अवैध घोषित किया जाए।

Image 2Image 3Image 4Image 5

बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास ने दायर की याचिका

न्यायमूर्ति के बाबू की पीठ ने बीजेपी की उम्मीदवार नव्या हरिदास द्वारा दायर चुनाव याचिका को स्वीकार कर लिया है। इस मामले की अगली सुनवाई अगस्त में निर्धारित की है। केरल हाईकोर्ट ने हरिदास के वकील, अधिवक्ता हरि कुमार जी नायर की दलीलों पर विचार करने के बाद प्रियंका गांधी को नोटिस जारी किया।

याचिका में क्या कहा

नव्या हरिदास ने अपनी याचिका में आरोप लगाया है कि प्रियंका गांधी ने अपने नामांकन पत्र के साथ दाखिल हलफनामे में कई अचल संपत्तियों की जानकारी छुपाई या उन्हें उजागर नहीं किया, जो उनके और उनके पति रॉबर्ट वाड्रा के स्वामित्व में हैं।याचिका में कहा गया है कि प्रियंका ने मतदाताओं को गुमराह करने और उन्हें अधूरी जानकारी देकर प्रभावित करने का प्रयास किया, जो कि जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 के तहत 'भ्रष्ट आचरण' की श्रेणी में आता है। हरिदास ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रियंका गांधी द्वारा दाखिल नामांकन पत्र में चुनावी कानूनों और निर्वाचन नियमों का उल्लंघन किया गया है। उन्होंने मांग की है कि प्रियंका की चुनावी जीत को शून्य घोषित किया जाए।

कैटरीना बनीं मालदीव की ग्लोबल टूरिज्म एम्बेसडर, क्या भारतीय पर्यटकों को लुभाने की मुइज्‍जू की कोशिश होगी कामयाब?

#katrina_kaif_has_been_appointed_global_tourism_ambassador_of_maldives

Image 2Image 3Image 4Image 5

मालदीव ने बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ को अपना ग्लोबल टूरिज्म एम्बेसडर बन गई हैं। यह कोलेबोरेशन यह कोलेबोरेशन ऐसे वक्त में हुआ है जब भारत और मालदीव के रिश्तों में पिछले साल जनवरी के बाद से कुछ कड़वाहट देखी गई थी। दरअसल, मालदीव की मोहम्मद मुइज्जू की सरकार ने बीते साल कुछ ऐसे फैसले लिए थे, जिससे उनको भारतीयों के गुस्से का सामना करना पड़ा। इसका सीधा असर मालदीव की टूरिज्म इंडस्ट्री पर पड़ा है। अपने पर्यटन को बचाने के लिए अब मुइज्जू सरकार ने लोकप्रिय अभिनेत्री कैटरीना कैफ का सहारा लिया है।

मंगलवार को सोशल मीडिया पर विजिट मालदीव ने इस खबर को शेयर करते हुए कहा कि वे कैटरीना कैफ को अपने ग्लोबल ब्रांड एम्बेसडर के रूप में पाकर बेहद खुश हैं।

कैटरीना ने इस मौके पर कहा, मालदीव लग्जरी और नेचुरल ब्यूटी का शिखर है, ऐसी जगह जहां सादगी और शांति एक साथ मिलती है। 'सनी साइड ऑफ लाइफ' का फेस बनकर मुझे गर्व महसूस हो रहा है। इस कोलेबोरेशन के जरिए मैं दुनियाभर के लोगों को मालदीव की खासियत और बेहतरीन यात्रा अनुभव से परिचित कराने के लिए उत्साहित हूं।

कैटरीना कैफ के नाम की घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब भारत और मालदीव के संबंध एक नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। मालदीव में साल 2023 के आखिर में मोहम्मद मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद उन्होंने चीन समर्थन का रुख दिखाया। उन्होंने इंडिया आउट जैसे नारे दिए, जिससे उनके भारत से रिश्ते में खटास आना शुरू हो गई। बीते साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद मालदीव की ओर से कुछ ऐसे विवादित बयान आए, जिस पर भारतीयों ने गुस्सा दिखाते हुए मालदीव के बायकॉट की मुहिम छेड़ दी। इससे दोनों देशों के रिश्ते काफी ज्यादा खराब हो गए।

जी7 से पहले साइप्रस जाएंगे पीएम मोदी, पाकिस्तान और उसके दोस्त तुर्की को सीधा संदेश

#pmmodivisitcyprusgivediplomaticanswertopakistanallyturkey

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साइप्रस और क्रोएशिया के दौरे पर जाने वाले हैं। यह दौरा उनकी कनाडा में होने वाले G7 शिखर सम्मेलन यात्रा से पहले होगा। वह कनाडा के रास्ते में ही इन दोनों देशों का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री का यह साइप्रस दौरा भारत का तुर्की को जवाब माना जा रहा है। पीएम मोदी को पिछले महीने क्रोएशिया जाना था। इसके साथ वे नीदरलैंड और नॉर्वे भी जाने वाले थे। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के कारण यह दौरा रद्द हो गया था।

Image 2Image 3Image 4Image 5

साइप्रस और क्रोएशिया की यात्रा क्यों महत्वपूर्ण

जी7 शिखर सम्मेलन कनाडा के अल्बर्टा में 15 से 17 जून को होगा। प्रधानमंत्री इसके आखिरी दिन एक विशेष सत्र में भाग लेंगे। पीएम मोदी जी7 की मीटिंग के लिए कडाना जाने के क्रम में साइप्रस जाएंगे। साथ ही वापसी के क्रम में वह क्रोएशिया का दौरा भी करेंगे। भारत यूरोप में लगातार अपनी पैठ मजबूत कर रहा है। वह यूरोपीय संघ के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर भी बातचीत कर रहा है। साइप्रस और क्रोएशिया दोनों ही यूरोपीय संघ के सदस्य हैं। ऐसे में उनकी साइप्रस और क्रोएशिया की यात्रा बहुत ही महत्वपूर्ण है।

क्यों साइप्रस जा रहे प्रधानमंत्री मोदी?

पीएम मोदी के साइप्रस दौरे के कई कारण हैं। इसके अलावा भारत तुर्की को सा सन्देश देना चाहता है। तुर्की की साइप्रस से बिलकुल नहीं बनती। इसके अलावा साइप्रस ने हमेशा कश्मीर और पाकिस्तान से होने वाले सीमा-पार आतंकवाद पर भारत का समर्थन किया है। साइप्रस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सीट, न्यूक्लियर सप्लायर ग्रुप की सदस्यता और 1998 के परमाणु परीक्षणों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी भारत का साथ दिया है।

साइप्रस की यात्रा करने वाले तीसरे, क्रोएशिया जाने वाले पहले पीएम

नरेंद्र मोदी साइप्रस की यात्रा करने वाले तीसरे भारतीय प्रधानमंत्री होंगे। उनसे पहले साल 1983 में इंदिरा गांधी और साल 2002 में अटल बिहारी वाजयपेयी ने साइप्रस का दौरा किया था। वहीं, पीएम मोदी पहली बार क्रोएशिया जाने वाले पहले भारतीय पीएम बनेंगे। एस जयशंकर 2021 में दक्षिण-पूर्वी यूरोपीय देश का दौरा करने वाले पहले भारतीय विदेश मंत्री बने। जयशंकर के दौरे के बाद भारत और क्रोएशिया ने रक्षा सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए।

लालू यादव का नीतीश कुमार पर बड़ा आरोप, बोले-कानून व्यवस्था का किया अंतिम संस्कार

#laluyadavattacksnitishkumar_govt

राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने बिहार में बढ़ते अपराध पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तीखा वार किया है। लालू यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर नीतीश सरकार को आंकड़े दिखाकर घेरने की कोशिश की है।लालू यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये आंकड़ों का जिक्र करते हुए नीतीश सरकार पर सवाल उठाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि नीतीश कुमार और बीजेपी ने कानून व्यवस्था का अंतिम संस्कार कर दिया है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

नीतीश के शासनकाल में 65,000 हत्याएं ?

लालू यादव ने मंगलवार सुबह ट्वीट करते हुए लिखा, नीतीश बताएं कि शाम पांच बजे से पहले घर में घुसकर ही कितनी हत्याएं हो रही है? क्या नीतीश जानते, पहचानते व समझते हैं कि उनके शासनकाल में आधिकारिक आंकड़ों में 65,000 हत्याएं हुई हैं? नीतीश-बीजेपी ने विधि व्यवस्था का दम ही नहीं निकाला बल्कि उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया है। बिहार में इतनी भ्रष्ट, लापरवाह और कामचोर पुलिस कभी भी नहीं रही।

लालू का नीतीश सरकार पर जारी है हमला

इससे पहले भी लालू प्रसाद यादव ने नीतीश सरकार पर हमला बोला था। तीन दिन पहले सात जून को उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार में अपराधी बेलगाम हैं। अफसरशाही मदमस्त हैं। सरकार बेहोश है और महंगाई रिकॉर्डतोड़ है।राज्य गरीबी, बेरोजगारी, पलायन बढ़ गई है। 20 वर्षों की इस एनडीए सरकार ने बिहार का बंटाधार कर दिया है।

बिहार में आपराध के बढ़े मामले

दरअसल, बिहार में हाल की घटनाओं ने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं। हाल ही में मुजफ्फरपुर में एक दलित बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या, पटना सिटी में डबल मर्डर, आरा में ज्वेलरी लूटकांड समेत बिहार के अलग-अलग जिलों में अपराध के बढ़ते मामले लगातार बिहार में कानून व्यवस्था को चुनौती दे रहे हैं। बिहार की राजधानी पटना में बीते दिनों वीआईपी इलाके में खुलेआम हुई फायरिंग की घटना ने भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने का काम किया है।

सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से आज मिलेंगे पीएम मोदी, पहलगाम हमले के बाद 33 देशों में गए थे डेलिगेशन

#pmmetmembersofallpartydelegation 

प्रधानमंत्री मोदी आज ऑपरेशन सिंदूर के बाद विदेश गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी मंगलवार शाम 7 बजे अपने निवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर विदेश गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू के कार्यालय ने सभी डेलिगेशन मेंबर्स को इस बैठक की जानकारी दे दी है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

सूत्रों के मुताबिक,विदेश में गए प्रतिनिधिमंडल के सदस्य प्रधानमंत्री के साथ अपनी प्रतिक्रिया साझा करेंगे। पूर्व सांसद और पूर्व राजनयिक भी इन प्रतिनिधिमंडलों का हिस्सा थे, जिन्होंने 33 विदेशी राजधानियों और यूरोपीय संघ का दौरा किया। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के कुल 7 समूहों ने विभिन्न देशों की राजधानियों का दौरा किया और आतंकवाद के खिलाफ भारत की शून्य सहिष्णुता की नीति को सामने रखा। प्रतिनिधिमंडल में एनसीपी-एससीपी की सुप्रिया सुले, कांग्रेस के शशि थरूर, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी जैसे 50 से अधिक विपक्षी सांसद, नेता और पूर्व राजदूत शामिल थे। 

ऑपरेशन सिंदूर से बौखलाया पाक

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान गई थी। जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था। इस मिशन में पाकिस्तान और पीओजेके (पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर) में आतंकी ठिकानों पर निशाना साधते हुए 100 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया। इस वार से बौखलाए पाकिस्तान ने भी भारत पर हमला कर दिया था। हालांकि, पाकिस्तान को इसका मुंहतोड़ जवाब मिला था। जिसके बाद पाकिस्तान घुटनों पर आने को मजबूर हुआ था।

30 से ज्यादा देशों का दौरा

इसके बाद भारत ने दुनिया को बताने के लिए एक राजनयिक अभियान शुरू किया। सरकार ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में राष्ट्रीय एकता का संदेश देने के लिए बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजे। जिसमें 7 समूहों में बंटे 50 से ज्यादा सांसद, पूर्व राजदूत और सरकारी अधिकारी शामिल थे। इन दलों ने 30 से ज्यादा देशों का दौरा किया। बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में एक दल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन, अल्जीरिया गया। रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाला दल ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, ईयू, इटली और डेनमार्क गया। शशि थरूर के नेतृत्व में अमेरिका, ब्राज़ील, पनामा जैसे देशों में भारत का पक्ष रखा गया. बाकी समूहों ने अफ्रीका, एशिया और यूरोप के कई देशों में भारत की नीति को समझाया।

केरल तट पर मुंबई जा रही कार्गो शिप में हुआ धमाका, 4 लोग लापता, 18 को बचाया गया

#singaporecontainershipcatchesfire 

Image 2Image 3Image 4Image 5

केरल तट के पास जहाज में विस्फोट की खबर है। कोलंबो से न्हावा शेवा की ओर जा रहे कंटेनर जहाज में समुद्र में एक बड़ा धमाका हुआ है। जहाज के अंडर डेक (निचले हिस्से) में यह विस्फोट कोच्चि से लगभग 315 किलोमीटर पश्चिम में हुआ। हादसे के बाद से जहाज के 4 क्रू सदस्य लापता हैं, जबकि 5 लोग घायल हुए हैं।राहत व बचाव कार्य के लिए भारतीय नौसेना ने आईएनएस सूरत को डायवर्ट किया है।

18 कर्मियों को बचाया गया

तटरक्षक बल के अनुसार यह घटना सोमवार तड़के करीब 40 नॉटिकल मील की दूरी पर कोझीकोड तट से हुई। जहाज पर एक विदेशी ध्वज है। संभवतः वह सिंगापुर का ध्वज है। आग लगने के कारण कई कंटेनर समुद्र में गिर गए, जिससे पर्यावरणीय और मानवीय चिंताएं बढ़ गई हैं। तटरक्षक बल ने तुरंत बचाव जहाज और हेलीकॉप्टर तैनात किए और 18 कर्मियों को बचाव नावों में पहुंचाया गया है। शेष चार कर्मियों की तलाश और जहाज पर आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि आग और विस्फोटों के कारण जहाज का ढांचा क्षतिग्रस्त हुआ है, लेकिन यह अभी भी तैर रहा है।

50 कंटेनर समुद्र में गिरे

बताया जा रहा है कि जहाज पर रखे 50 कंटेनर समुद्र में गिर गए। जहाज पर 600 से ज्यादा कंटेनर रखे हुए हैं। नौसेना और तटरक्षक जहाज घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वहीं, धमाके की वजह अभी साफ नहीं है, लेकिन आशंका है कि यह किसी कंटेनर के अंदर से धमाका हुआ हो।

राहत और बचाव कार्य जारी

हादसे के बाद भारतीय तटरक्षक बल ने तुरंत राहत और बचाव कार्य के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया है। कोस्ट गार्ड की डोर्नियर विमान को मौके का जायजा लेने भेजा गया है। इसके साथ ही तीन तटरक्षक पोतों ICGS राजदूत (न्यू मैंगलोर से), ICGS अर्नवेष (कोच्चि से), ICGS सचेत (अगट्टी से) को भी तत्काल घटनास्थल की ओर रवाना कर दिया गया है।

आतंकी तहव्वुर राणा को बड़ी राहत, कोर्ट ने दी परिवार से फोन पर बात करने की इजाजत

#tahawwurranaallowedtotalktohis_family

मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा को कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। तहव्वुर राणा की याचिका पर आज दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई हुई। राणा ने कोर्ट से अपने परिवार से बात करने की परमीशन मांगी थी, जिसे कोर्ट ने मान लिया है। फिलहाल कोर्ट की तरफ से केवल एक बार ही बात करने की इजाजत दी गई है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

राणा को एनआईए ने हिरासत में लिया गया तब उसने परिवार से बात करने की इच्छा जताई थी। राणा के वकील की ओर से तर्क दिया गया था कि एक विदेशी नागरिक के तौर पर राणा का यह मौलिक अधिकार है कि वह अपने परिवार से बातचीत करे। राणा का परिवार उसकी भलाई को लेकर चिंतित है।

जेल नियमों के अनुसार होगी बातचीत

पटियाला हाउस कोर्ट ने बातचीत की अनुमति देते हुए कहा कि यह कॉल जेल नियमों के अनुसार और तिहाड़ जेल अधिकारी की निगरानी में होगी। कोर्ट ने राणा के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर 10 दिनों में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। जिसमें इस बात पर उनका रुख स्पष्ट किया गया है कि क्या जेल मैनुअल के अनुसार राणा को भविष्य में नियमित फोन कॉल की अनुमति दी जानी चाहिए।

पहले खारिज हो गई थी याचिका

इससे पहले 24 अप्रैल को विशेष न्यायाधीश चंदर जीत सिंह ने राणा की अपने परिवार से बात करने की अनुमति मांगने वाली याचिका को खारिज कर दिया था। एनआईए द्वारा उसकी याचिका का विरोध करने के बाद अदालत ने यह फैसला सुनाया था। सुनवाई के दौरान, एनआईए ने तर्क दिया कि अगर राणा को अपने परिवार के सदस्यों से बात करने की अनुमति दी जाती है, तो वह बातचीत के दौरान कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कर सकता है।

मुंबई आतंकी हमलों का आरोपी

तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है। 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली उर्फ दाऊद गिलानी का करीबी सहयोगी है। वह डेविड कोलमैन हेडली का करीबी साथी है, जिसने मुंबई हमले से पहले कई जगहों की रेकी की थी।जांचकर्ताओं का मानना है कि तहव्वुर राणा ने कंसल्टेंसी फर्म की आड़ में ही डेविड हेडली से रेकी का पूरा काम कराया। साल 2008 में मुंबई में पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने घुसकर शहरभर में हमले किए थे। इन बर्बर हमलों में छह अमेरिकी नागरिकों और कुछ यहूदियों समेत 166 लोग मारे गए थे।

बकरीद पर पीएम मोदी की चिट्ठी का बांग्लादेश सरकार ने दिया जवाब, युनूस के बदले सुर का क्या है राज?

#pm_modi_yunus_eid_exchange_strengthening

Image 2Image 3Image 4Image 5

बांग्लादेश के अंतरिम नेता मोहम्मद यूनुस के सुर बदले-बदले से लग रहे हैं। मोहम्मद यूनुस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बकरीद पर लिखे पत्र का जवाब दिया है। यूनुस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे पत्र में कहा है कि आपसी सम्मान और समझ की भावना लोगों के कल्याण के लिए काम करने में भारत और बांग्लादेश का मार्गदर्शन करती रहेगी। इससे पहले पीएम मोदी ने बांग्लादेश के लोगों और वहां के अंतरिम नेता यूनुस को ईद-उल-अजहा की शुभकामनाएं दी थीं।

पीएम मोदी ने भारत की जनता और सरकार की ओर से बकरीद की मुबारकबाद देते हुए 4 जून को एक पत्र लिखा था। मोहम्मद युनूस ने पीएम मोदी के पत्र का जवाब दिया है और पत्र को सोशल साइट एक्स पर रविवार को पोस्ट किया है। यूनुस ने रविवार को एक्स पर इस संबंध में दो पत्र पोस्ट किए। यूनुस ने जवाब देते हुए कहा, ईद-उल-अजहा चिंतन का समय है, जो समुदायों को एक साथ लाता है और हम सभी को दुनिया भर के लोगों के अधिक से अधिक लाभ के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रेरित करता है।

उन्होंने भारत और बांग्लादेश के बीच आपसी सम्मान और सहयोग की निरंतरता में विश्वास व्यक्त किया, और कहा, मैं आपके लिए, महामहिम, अच्छे स्वास्थ्य और खुशी की कामना करता हूं और भारत के लोगों के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि की कामना करता हूं।

इससे पहले पीएम मोदी ने मुहम्मद यूनुस को लिखे पत्र में कहा कि भारत के लोगों और सरकार की ओर से, मैं आपको और बांग्लादेश के लोगों को ईद-उल-अजहा के शुभ अवसर पर हार्दिक बधाई देता हूं। उन्होंने आगे कहा कि यह त्योहार भारत की संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह बलिदान, करुणा और भाईचारे के मूल्यों की याद दिलाता है। ये मूल्य एक शांतिपूर्ण दुनिया बनाने के लिए जरूरी हैं।

ईद पर शुभकामनाओं का आदान-प्रदान ऐसे समय में हुआ है जब बांग्लादेश राजनीतिक उथल-पुथल से जूझ रहा है। ढाका समेत कई शहरों में लोग आक्रोशित हैं। सरकार निवेशकों को बुला रही है, लेकिन कोई कामयाबी नहीं दिख रही। बांग्लादेश में सरकारी कामकाज से लेकर व्यापार तक हर ओर हाहाकार वाली स्थिति है।

मुंबई में बड़ा ट्रेन हादसा, चलती गाड़ी से गिरे 10 लोग, 3 की मौत की आशंका

#mumbai_train_accident_thane_10_to_12_people_fell

Image 2Image 3Image 4Image 5

महाराष्ट्र के ठाणे में लोकल ट्रेन में बड़ा हादसा हुआ है। ठाणे के मुंब्रा रेलवे स्टेशन के पास मुंब्रा-दिवा रेलवे लाइन पर सोमवार सुबह 9:30 बजे एक दुखद हादसा हुआ, जिसमें सीएसएमटी की ओर जा रही एक फास्ट लोकल ट्रेन से 10 से 12 यात्री ट्रैक पर गिर पड़े।खबरों की मानें तो इस घटना में 3 यात्रियों की मौत हो गई और कई लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी घायलों को नजदीकि अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार ट्रेन से गिरने की वजह से 3 यात्रियों की मौत की आशंका है। ठाणे जीआरपी की वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अर्चना दुसाने ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन को अलर्ट किया गया। उन्होंने कहा-ट्रेन में क्षमता से ज्यादा भीड़ थी, इसलिए ये हादसा हुआ। ट्रेन खचाचच भरी थी। ट्रेन में पैर रखने की जगह नहीं थी। यात्री दरवाजे पर लटककर सफर कर रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हुआ।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यह हादसा मुंब्रा और दीवा रेलवे स्टेशन के बीच हुआ। पुष्पक एक्सप्रेस और कसारा ट्रेन एक-दूसरे को क्रॉस कर रही थीं, तभी ट्रेन में सवार कुछ यात्री नीचे गिर गए। अधिकारियों के अनुसार, दोनों ट्रेनों के फुटबोर्ड पर 8 यात्री लटके हुए थे। जब दोनों ट्रेनें एक-दूसरे के बगल से गुजरीं तो यात्रियों की आपस में टक्कर हो गई और वो ट्रेन से नीचे गिर गए।

हादसे के कारण सेंट्रल रेलवे की लोकल ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं और मुंब्रा-दिवा खंड पर कुछ समय के लिए परिचालन धीमा रहा, जिससे यात्रियों को असुविधा हुई।

कनाडा जा रहे पीएम मोदी, क्या जी-7 शिखर सम्मेलन के बहाने कम होगी रिश्तों में आई खटास?

#pmmodicanada_visit

Image 2Image 3Image 4Image 5

कनाडा में होने वाले जी7 समिट के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को आमंत्रित किया गया है। भारत-कनाडा के बीच तल्ख रहे रिश्तों के बीच कनाडा के इस कदम की चर्च हर ओर हो रही है। करीब दस साल बाद प्रधानमंत्री मोदी कनाडा की यात्रा करेंगे। इससे पहले अप्रैल 2015 में पीएम मोदी ने कनाडा का दौरा किया था। उस समय स्टीफन हार्पर कनाडा के प्रधानमंत्री थे। 2023 में खालिस्तान समर्थक सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से ही भारत और कनाडा के संबंध अब तक के सबसे खराब दौर में हैं। ऐसे में पीएम मोदी की यात्रा पर दुनियाभर की नजर है।

पीएम मोदी और पीएम कार्नी की पहली मुलाकात

भारत-कनाडा रिश्तों में खटास के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली बार कनाडा जा रहे हैं। पहली बार पीएम मोदी और कनाडा के नवनिर्वाचित पीएम मार्क कार्नी आमने-सामने होंगे। पीएम मोदी और कनाडा के नए पीएम मार्क कार्नी के बीच यह पहली औपचारिक बैठक होगी। कार्नी ने चुनाव प्रचार के दौरान बार-बार भारत को एक ‘महत्वपूर्ण साझेदार’ बताया था। मोदी और कार्नी की ये मुलाकात न सिर्फ दो देशों के रिश्तों की दिशा तय करेगी बल्कि वैश्विक कूटनीति में भी एक नया अध्याय जोड़ सकती है।

भारत को लेकर क्या बोले कार्नी

कार्नी ने कहा कि भारत विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और सबसे ज्यादा आबादी वाला देश भी है, इसलिए उसको इस जगह पर जरूर होना चाहिए। उन्होंने कहा, इस संदर्भ में दो पहलुओं को बताता हूं। पहला ये कि हम भूमिका में हैं, कनाडा जी-7 के अध्यक्ष की भूमिका में है और हमारे जी-7 सहयोगियों के साथ हुई चर्चाओं में ऊर्जा, सुरक्षा, डिजिटल फ्यूचर, महत्वपूर्ण खनिजों समेत अन्य मुद्दों महत्वपूर्ण चर्चाएं शामिल हैं। साथ ही उभरते और विकासशील देशों में बुनियादी ढांचे के निर्माण में साझेदारी शामिल है।

निज्जर हत्या के बाद बिगड़े संबंध

बता दें कि प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के कार्यकाल में कनाडा के साथ भारत के संबंध बहुत ही खराब हो गए थे। ट्रूडो ने सितंबर 2023 में कनाडाई संसद में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संभावित संलिप्तता का आरोप लगाया था। भारत ने इस आरोप को राजनीति से प्रेरित बताकर खारिज कर दिया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया। इस घटना ने दोनों देशों के कूटनीतिक संबंधों को गंभीर रूप से प्रभावित किया था। इसका प्रभाव नई दिल्ली में हुए जी-20 सम्मेलन में औपचारिक अभिवादन में और फिर ट्रूडो के विमान में आई ख़राबी के बाद विमान की पेशकश पर भी दिखाई दिया।