भारत में कोरोना की रफ्तार ने बढ़ायी दहशत, 4000 के करीब सक्रिय मामले, अब तक 32 लोगों ने तोड़ा दम

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कोरोना वायरस एक बार फिर देश में तेजी से फैल रहा है। देश में एक्टिव कोविड-19 केस की संख्या करीब 4000 तक पहुंच गई है। 2 जून को सुबह 8:00 बजे तक देश में कोरोना के सक्रिय मामले 3961 हो गए हैं। इस साल संक्रमण की वजह से होने वाली कुल मौतों का आंकड़ा 32 हो गया है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के मुताबिक, बीते दिन के मुकाबले सक्रिय मरीजों की संख्या में 203 की बढ़ोतरी देखी गई, जबकि इस दौरान चार लोगों ने दम तोड़ा।

बीते 24 घंटे में दिल्ली में मिले सबसे अधिक मरीज

पिछले 24 घंटे की बात करें तो सबसे अधिक 47 मरीज दिल्ली में सामने आए हैं। उसके बाद 44 मरीज पश्चिम बंगाल में मिले हैं। केरल में 35, महाराष्ट्र में 21, गुजरात में 18 और कर्नाटक में 15 मरीज 24 घंटे में मिले हैं। उत्तर प्रदेश की बात करें तो यहां कल से अब तक आठ नए मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे ही राजस्थान में सात, मध्य प्रदेश में चार, बिहार में तीन और छत्तीसगढ़ में एक मामला सामने आया है। अभी तक केरल में सबसे अधिक 1,435 मरीज सामने आ चुके हैं। इसके बाद 506 मरीज महाराष्ट्र में, 483 दिल्ली में, 338 मरीज गुजरात में, 333 मरीज बंगाल में और 253 मरीज कर्नाटक में मिले हैं।

24 घंटे में दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक-एक मौतें

कोरोना वायरस के एक बार फिर पांव पसारने के बाद से अब तक 32 मरीजों की मौत हो चुकी है। इनमें सबसे अधिक मौत महाराष्ट्र और केरल में 8-8 हुई है। कोरोना से होने वाली मौतों की बात करें तो रविवार से अब तक दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक-एक संक्रमितों की मौत दर्ज की गई है। दिल्ली में 22 वर्षीय महिला की मौत हुई है। उसे पहले से ही फेफड़ों से संबंधित बीमारी थी। तमिलनाडु में 25 वर्षीय पुरुष को अस्थमा जैसी शिकायतें थी। ऐसे ही महाराष्ट्र में 44 वर्षीय पुरुष की जान गई है। उसे कोरोना के साथ अन्य बीमारी थी। केरल से विस्तृत जानकारी का इंतजार है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद अवैध बांग्लादेशी घुसपैठियों पर एक्शन, वापस भेजे गए 2000 से ज्यादा लोग

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ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद से 2000 से ज़्यादा अवैध प्रवासियों को बांग्लादेश वापस भेजा गया है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देश में छुपे बैठे अवैध प्रवासियों पर एक्शन शुरू हुआ। गुजरात, दिल्ली, हरियाणा, असम आदि राज्यों ने इस अभियान को आगे बढ़ाया और अप्रवासियों की पहचान कर वापस उनके देश भेजा गया। इस दौरान अब तक लगभग 2000 से अधिक अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को सीमा पार कर उनके देश भेज दिया गया है।

इन राज्यों से भेजे गए अवैध प्रवासी

भारत सरकार ने देश में रह रहे अवैध प्रवासियों को वापस बांग्लादेश भेजने का अभियान चलाया है। इस अभियान की शुरुआत गुजरात से हुई, जहां सबसे पहले बड़ी संख्या में अवैध बांग्लादेशियों की पहचान कर उन्हें वापस भेजा गया। इसके बाद दिल्ली, हरियाणा, असम, महाराष्ट्र और राजस्थान ने भी इस अभियान को आगे बढ़ाया। इन सभी राज्यों ने मिलकर बड़ी संख्या में अवैध प्रवासियों को वापस उनके देश भेजा।

'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद कार्यवाई में तेजी

रिपोर्ट के मुताबिक, संबंधित अधिकारियों का कहना है कि वैसे तो यह एक सतत प्रक्रिया है, लेकिन 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद इसमें तेजी दिखी है। इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, सीमा पार अपने देश वापस जाने वाले अधिकतर प्रवासियों ने खुद से ही यह फैसला लिया है, जिसका कारण कार्रवाई का डर बताया जा रहा है।अवैध बांग्लादेशियों को उनके दस्तावेजों के सत्यापन के बाद वापस भेजा गया है।

इस तरह बांग्लादेश भेजे जा रहे अवैध बांग्लादेशी

सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई देश की सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए ज़रूरी है। अवैध प्रवासियों की वजह से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, इसलिए उन्हें वापस भेजना ज़रूरी है। सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि इस प्रक्रिया में किसी के साथ भी गलत व्यवहार न हो। सभी नियमों और कानूनों का पालन किया जा रहा है।

अमेरिका के कोलोराडो में आतंकी हमला, यहूदी प्रदर्शनकारियों पर अटैक में छह जख्मी

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अमेरिका के कोलोराडो प्रांत के बोल्डर में रविवार को एक हमले में कम से कम छह लोग घायल हो गए। अमेरिकी अधिकारियों के अनुसार, एफबीआई इसे आतंकी हमला मानकर जांच कर रही है। संदिग्ध हमलावर ने 'फ्री फिलिस्तीन' का नारा लगाते हुए फ्लेमथ्रोवर (आग फेंकने वाली बोतलें) से हमला किया और प्रदर्शनकारियों के पास आग लगाने की कोशिश की। ये हमला तब हुआ, जब बोल्डर के एक मॉल में यहूदी प्रदर्शनकारी गाजा में इजरायली बंधकों की रिहाई की मांग कर रहे थे।

यहूदी प्रदर्शनकारियों को हमले में निशाना बनाया गया। लोग यहां हमास की ओर से बंधक बनाए गए यहूदी प्रदर्शनकारियों के रिहाई की मांग कर रहे थे। इस टार्गेट हमले को अंजाम देने वाला संदिग्ध फ्री फिलिस्तीन चिल्लाया और एक फ्लेम थ्रोवर से अटैक किया।संदिग्ध की पहचान 45 वर्षीय मोहम्मद सबरी सोलिमान के रूप में हुई, जिसे हिरासत में लिया गया।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि एक व्यक्ति ने प्रदर्शनकारियों पर मोलोटोव कॉकटेल जैसा दिखने वाला ज्वलनशील पदार्थ फेंका। ये प्रदर्शनकारी इजरायली बंधकों की रिहाई की मांग कर रहे थे, जिन्हें हमास ने गाजा में बंदी बना रखा है।समाचार एजेंसी पीटीआई की खबर के मुताबिक घटनास्थल से एक वीडियो भी सामने आया है। इसमें एक चश्मदीद को यह कहते हुए सुना गया कि वह मोलोटोव कॉकटेल फेंक रहा है। एक पुलिसकर्मी को हथियार दिखाते हुए उस व्यक्ति की तरफ जाते हुए भी देखा गया।

खरगे ने पीएम मोदी पर कसा तंज, बोले- खुद की तारीफ करना बंद करें, चुनाव प्रचार से दूर रहने की भी सलाह

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'ऑपरेशन सिंदूर' को लेकर कांग्रेस लगातार इस मिशन को लेकर सरकार पर हमलावर है। एक बार फिर कांग्रेस ने केंद्र सरकार से संसद का तत्काल विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन ने कहा कि देश को गुमराह किया जा रहा है, इसलिए संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। खरगे ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान के सिंगापुर में दिए इंटरव्यू के बाद यह मांग की गई है।

पीएम मोदी को चुनाव प्रचार से बचने की सलाह

बेंगलुरु में खरगे ने कहा, मैं उनके (मोदी के) सभी बयानों पर प्रतिक्रिया देना पसंद नहीं करता। लेकिन मेरा उनसे बस इतना अनुरोध है कि सत्ता में बैठे लोगों को कभी-कभी अपना मुंह बंद रखना चाहिए। खरगे ने प्रधानमंत्री के हालिया सार्वजनिक बयानों और राजनीतिक गतिविधियों पर सवाल उठाते हुए सुझाव दिया कि पीएम मोदी को अस्थायी तौर पर चुनाव प्रचार से दूर हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा, पीएम मोदी को खुद को चुनावों से अलग कर लेना चाहिए और देश पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्हें देश में जो कुछ भी हुआ है, उसे समझकर बोलना चाहिए।

पीएम मोदी से आत्म-प्रशंसा छोड़ने का आग्रह

कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने प्रधानमंत्री के उस बयान पर भी कटाक्ष किया जिसमें उन्होंने कहा था कि सेना को पूरी छूट दे दी गई है। उन्होंने कहा, जब पीएम मोदी ने कहा है कि उन्होंने सशस्त्र बलों को पूरा अधिकार दे दिया है, तो फिर वे यह दावा क्यों कर रहे हैं कि वह उन्होंने किया? खुद की बड़ाई करना अच्छी बात नहीं है। संवेदनशील समय में राजनीतिक संयम की आवश्यकता पर बल देते हुए खरगे ने कहा, हम कुछ नहीं कहेंगे, क्योंकि स्थिति सामान्य नहीं है।

राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर देश के सभी नेताओं को चुप रहना चाहिए-खरगे

खड़गे ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर सभी नेताओं को बोलने से पहले सोच समझकर बोलना चाहिए। खरगे ने कहा, हमें कब क्या बोलना है, यह पता होना चाहिए। राष्ट्रीय मामलों में एकता होनी चाहिए और हमारा ध्यान विरोधियों को हराने पर होना चाहिए। उन्होंने आगे कहा, राष्ट्रीय सुरक्षा के मामलों पर देश के सभी नेताओं को चुप रहना चाहिए। इसके बारे में बोलने से पहले यह समझना बेहतर है कि क्या हुआ है।

दरअसल, सीडीएस चौहान ने 31 मई को सिंगापुर में शांगरी-ला डायलॉग कार्यक्रम में ब्लूमबर्ग को इंटरव्यू में दिया। पाकिस्तान के भारतीय जेट को मार गिराने के दावों के सवाल पर उन्होंने कहा कि असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि वे क्यों गिरे?

लैंड फॉर जॉब' मामले में लालू यादव को झटका, दिल्ली हाई कोर्ट ने खारिज की याचिका

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राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को दिल्ली हाई कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। दिल्ली हाई कोर्ट ने 'लैंड फॉर जॉब' मामले में लालू यादव की याचिका खारिज कर दी है और ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही पर फिलहाल रोक से इनकार कर दिया है। यह याचिका उन्होंने सीबीआई की ओर से दर्ज केस को रद्द करने के लिए दायर की थी। यह मामला रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़ा है।

एफआईआर और चार्जशीट को रद्द करने की मांग

दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले में अंतरिम आदेश देते हुए लालू यादव की मुख्य याचिका पर नोटिस भी जारी किया है और 6 हफ्ते में इसका जवाब मांगा है। इस मामले की अगली सुनवाई 12 अगस्त को होगी। बता दें कि जस्टिस रविंदर दुदेजा की सिंगल बेंच ने यह अंतरिम आदेश दिया है। लालू प्रसाद यादव ने अपनी मुख्य याचिका में मांग की थी कि सीबीआई की एफआईआर और चार्जशीट को रद्द कर दिया जाए। इसके साथ ही चार्जशीट पर संज्ञान लेने के लिए ट्रायल कोर्ट के आदेश को भी रद्द करने की मांग की गई थी।

सिब्बल ने कोर्ट में दी ये दलीलें

इस मामले में लालू यादव की तरफ से वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कोर्ट में दलीलें पेश कीं। सिब्बल ने कहा कि सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट के नियमों को तोड़ा है। उन्होंने बिना जरूरी इजाजत के ही लालू यादव के खिलाफ जांच शुरू कर दी। लालू प्रसाद यादव ने 'नौकरी के बदले जमीन' घोटाले में राहत पाने के लिए दिल्ली हाई कोर्ट में अर्जी दी थी। उन्होंने सीबीआई की एफआईआर और चार्जशीट को रद्द करने की मांग की थी। उनका कहना था कि सीबीआई ने जांच शुरू करने से पहले जरूरी कानूनी अनुमति नहीं ली।

सीबीआई जारी रख सकती है अपनी जांच

याचिका खारिज होने का अर्थ यह है कि अब भी सीबीआई इस मामले में अपनी जांच जारी रख सकती है। दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा कि लालू यादव के खिलाफ मामला चलता रहेगा। कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा था कि सीबीआई ने बिना आवश्यक वैधानिक अनुमति लिए ही लालू यादव के खिलाफ जांच शुरू कर दी, जो सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देशों का उल्लंघन है। लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट ने अभी कपिल सिब्बल की दलील के बाद भी लालू यादव को राहत नहीं दी। अब इसकी सुनवाई आगामी 12 अगस्त को होगी।

हेट स्पीच मामले में अब्बास अंसारी को 2 साल की सजा, जाएगी विधायकी

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नफरती भाषण और चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन के मामले में माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे व मऊ सदर विधायक अब्बास अंसारी को दोषी करार दिया गया है। अब्बास अंसारी को 2 साल की सजा सुनाई गई है। कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि अब अब्बास अंसारी की विधायकी जाएगी। जज डॉ के पी सिंह मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, एमपी एमएलए कोट ने सजा सुनाई है। 

हेट स्पीच और आचार संहिता उल्लंघन का मामला

मऊ सदर से सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक अब्बास अंसारी के खिलाफ 2022 विधानसभा चुनाव के दौरान हेट स्पीच और आचार संहिता उल्लंघन के मामले में एमपी/एमएलए कोर्ट ने आज फैसला सुनाया। मंसूर अंसारी को 2 साल की सजा सुनाई है। साथ ही, 2 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। मऊ इस मामले में सह-आरोपी मंसूर अंसारी को अदालत ने केवल 120 बी के तहत षड्यंत्र रचने का दोषी पाया और 6 माह की सजा सुनाई है।

क्या है पूरा मामला?

विधायक अब्बास का ये मामला साल 2022 के विधानसभा चुनाव का है। चुनाव के दौरान मऊ के पहाड़पुरा इलाके में एक जनसभा आयोजित की गई थी। इसी दौरान उन्होंने कथित तौर पर विवादित बयाान दिया था. आरोप है कि उन्होंने अधिकारियों को सत्ता में आने के बाद हिसाब-किताब करने की धमकी दी, जिसे हेट स्पीच माना गया। इस भाषण को लेकर मऊ कोतवाली में सब इंस्पेक्टर गंगाराम बिंद ने एफआईआर दर्ज कराई थी। लगभग 3 साल चली सुनवाई के बाद आज इस मामले में फैसला आया है।

अब्बास 2 महीने पहले ही आए थे जमानत पर

मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास 2 महीने पहले ही जमानत पर जेल से छूटकर बाहर आए थे। सुप्रीम कोर्ट से गैंगस्टर एक्ट में अंतरिम जमानत मिलने के बाद उनकी रिहाई हुई थी। अब्बास अंसारी पर आपराधिक गतिविधियों और अवैध वित्तीय लेन-देन में संलिप्त रहने के आरोप थे। ईडी ने उनके खिलाफ जांच कर मनी लॉन्ड्रिंग और गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज किया था। इसी मामले में नवंबर 2022 से जेल में बंद थे। अब एक और मामले में फैसला आने के बाद उन्हें जेल जाना पड़ेगा।

गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा”, भोपाल में गरजे पीएम मोदी

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भोपाल में आज देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर एक भव्य महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आयोजन में शरीक हुए। भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित लोकमाता देवी अहिल्याबाई महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर पाकिस्तान पर कड़ा प्रहार किया। ऑपरेशन सिंदूर के बाद आयोजित इस महिला सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण और राष्ट्र निर्माण पर जोर दिया।

पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए कहा कि सबसे पहले मैं मां भारती को भारत की मातृशक्ति को प्रणाम करता हूं। आज यहां इतनी बड़ी संख्या में माताएं-बहनें-बेटियां हमें आशीर्वाद देने आई हैं। मैं आप सभी बहनों के दर्शन पाकर धन्य हो गया हूं। देवी अहिल्या के व्यक्तित्व के बारे में बोलने पीएम मोदी ने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई ने प्रभुसेवा और जनसेवा, इसे कभी अलग नहीं माना।माता ने अपने राज्य की समृद्धि को नई दिशा दी, गरीबों को सक्षम बनाने का काम किया। वे देश की विरासत थीं। जब देश की मंदिरों, तीर्थस्थलों पर हमले हो रहे थे, उन्होंने उन्हें संवारने का बीड़ा उठाया। हमारे तीर्थों का पुनर्निमाण किया और ये मेरा सौभाग्य है, जिस काशी में लोकमाता अहिल्या में विकास के इतने काम किया, उसी काशी ने मुझे भी सेवा का अवसर दिया। आज अगल आप काशी विश्वनाथ महादेल के दर्शन करने जाएंगे, वहां आपको देवी अहिल्या की मूर्ति भी मिलेगी। साथियों, माता अहिल्या ने गवर्नेंस का ऐसा उत्तम मॉडल अपनाया, जिसमें गरीबों और वंचितों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी। उन्होंने कृषि और वनउपज आधारित कुटीर, हस्त शिल्प को बढ़ाया। खेती को बढ़ावा देने के लिए छोटी-छोटी नहरों की जाल बिछाया। उस जमाने में जलसंरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कितने ही तालाब बनवाए। आज तो हम भी कह रहे हैं कि बारिश की एक-एक बूंद को बचाओ।

क्रॉप डायवर्सिटी को बताया जरूरी

मोदी ने कहा कि देवी अहिल्या ने 250-300 साल पहले हमें ये काम बताया था। किसानों की आय बढ़ाने के लिए उन्होंने मसालों और कपास की खेती को प्रोत्साहित किया। आज 300 साल बाद भी किसानों को कहना पड़ रहा है, क्रॉप डायवर्सिटी बहुत जरूरी है। हम सिर्फ धान की खेती करके, गन्ने की खेती अटक नहीं सकते। उन्होंने आदिवासी समाज के लिए, घुमंतू टोलियों के लिए खाली पड़ी जमीन पर खेती की योजना बनाई। मेरा सौभाग्य है कि मुझे एक आदिवासी बेटी, जो आज भारत के राष्ट्रपति के पद पर विराजमान है, उनके मार्गदर्शन में मेरे आदिवासियों भाई-बहनों की सेवा का मौका मिला है।

आतंक के खिलाफ लड़ाई जारी

पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर कहा कि पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ भारतीयों का खून ही नहीं बहाया, उन्होंने हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया है, उन्होंने हमारे समाज को बांटने की कोशिश की है। सबसे बड़ी बात आतंवादियों ने भारत की नारीशक्ति को चुनौती दी है। बस यही उनके लिए काल बन गई। हमारी सेना ने दुश्मन के घर में सैकड़ों किमी दूर घुसकर उनके आतंकी ठिकानों को तबाह किया। ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा सफल ऑपरेशन है।

गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोई गोली चलाएगा तो यकीनन उसे जवाब गोले दिया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि आतंकी को छोड़ेंगे नहीं। उन्‍होंने बीएसएफ की तारीफ की और कहा कि हमारी बेटियों ने मोर्चो पर जाकर अद्भुत शौर्य दिखाया है। बीएसएफ में बेटियों के शौर्य पर अभूतपूर्व यकीन कर रहा है. हमारी सरकार ने बेटियों पर विश्‍वास किया है. हमने एनसीसी में बेटियों का 50 प्रतिशत की संख्‍या किया है. आज सेना, नौसेना और एयर फोर्स में बेटियां हैं

सिंदूर हमारी परंपरा का प्रतीक- मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि भारत संस्कृति और संस्कारों का देश है। सिंदूर हमारी परंपरा में नारीशक्ति का प्रतीक है। रामभक्ति में रंगे हनुमानजी भी सिंदूर को ही धारण किए हुए हैं। शक्ति पूजा में हम सिंदूर का अर्पण करते हैं और यही सिंदूर अब भारत के शौर्य का प्रतीक बना है।

डराने लगी कोरोना की रफ्तार, सक्रिय मामले 2500 के पार, दिल्ली में पहली मौत के साथ 24 घंटे में 7 की गई जान

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देशभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते एक सप्ताह में पूरे देश में 2 हजार से ज्यादा एक्टिव मामले सामने आ चुके हैं। संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 2700 को पार कर गई है। केरल में सबसे अधिक मामले मिले हैं। यहां कुल संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 1147 हो गया है। महाराष्ट्र 424 केस के साथ दूसरे नंबर पर है. पिछले 24 घंटों 511 नए मामले दर्ज हुए हैं। इस बीच दिल्ली में कोरोना के नए वेरिएंट से पहली मौत का मामला सामने आया है। यहां 60 साल की महिला ने दम तोड़ दिया है।

कुल एक्टिव केस 2710

देश में कोरोना वायरस के कुल एक्टिव केस 2710 मामले हैं, पिछले 24 घंटों में 511 मामले सामने आए हैं। 255 लोग ठीक हुए हैं वहीं 7 लोगों की मौत हुई है। जनवरी 2025 से अब तक 1170 लोग कोरोना को हराकर ठीक हुए हैं। महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 84 नए मामले सामने आए, राजस्थान में 24 घंटों में 15 नए मामले सामने आए हैं। हालांकि ज्यादातर मरीजों में हल्के लक्षण पाए गए हैं।

मरने वालों की उम्र 40 से ज्यादा

पिछले 24 घंटों में 7 लोगों की मौत हुई है। महाराष्ट्र में 2, पंजाब, दिल्ली, तमिलनाडू, कर्नाटक, गुजरात में एक-एक लोगों की मौत की खबर आ रही है। दिल्ली में 60 साल की महिला की मौत हुई है। यह पहली मौत है। कर्नाटक में 70 साल के बुजुर्ग की कोरोना से मौत हुई। सांस की शिकायत के बाद उनको भर्ती कराया गया था। महाराष्ट्र में भी 67 साल के एक शख्स की न्यूमोनिया की शिकायत के बाद अस्पताल ले जाया गया था, जहां कोविड-19 से उनकी मौत हो गई। तामिलनाडु में एक 60 साल तो पंजाब में 39 साल के एक शख्स की मौत हो गई है।

दिल्ली में कोरोना ने लोगों को डराया

दिल्ली-एनसीआर में आंकड़ों के मुताबिक अबतक दिल्ली में 294 से ज्यादा संक्रमित मिल चुके हैं। गुरुग्राम में शुक्रवार को तीन नए मरीज मिले हैं। पिछले 10 दिन में शहर में 16 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बीते दिन बताया था कि दिल्ली में कोविड के 19 मरीज अस्पताल में भर्ती हैं। चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। लगातार बढ़ रहे मामले और पहली मौत के बाद प्रशासन अलर्ट मोड पर आ चुका है। यही कारण है कि अस्पतालों में टेस्टिंग बढ़ा दी गई है।

पाकिस्तान से लगे 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में आज फिर मॉक ड्रिल, ब्लैकआउट होगा, सायरन बजेंगे

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ऑपरेशन शील्ड के तहत आज देश के 5 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में मॉक ड्रिल होने जा रही है। इस अभ्यास में ब्लैकआउट और सायरन का उपयोग करके आपातकालीन स्थितियों के लिए तैयारियों का आकलन किया जाएगा।पाकिस्तान से जारी तनाव के बीच सीमावर्ती चार राज्यों जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के साथ हरियाणा तथा केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में फिर से शनिवार को मॉक ड्रिल होगी। ऑपरेशन शील्ड के तहत होने वाली इस ड्रिल में हवाई हमलों से बचने का अभ्यास किया जाएगा। साथ ही सुरक्षा और आपातकालीन व्यवस्थााओं को भी जांचा जाएगा। इसके बाद देर शाम को ब्लैकआउट भी किया जाएगा।

मॉक ड्रिलमें क्या होगा?

गृह मंत्रालय के निर्देश के बाद जम्मू-कश्मीर, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात में मॉक ड्रिल होने जा रही है। ऑपरेशन शील्ड के तहत होने वाली मॉक ड्रिल अमृतसर में रात 8 बजे से लेकर 8:30 बजे तक कराई जाएगी। चंडीगढ़ में भी रात 8 बजे से 8 बजकर 10 मिनट तक ब्लैकआउट रहेगा। हरियाणा सरकार ने कहा कि वह राज्य की आपातकालीन तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सभी 22 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करेगी।

अधिकारियों ने कहा कि अभ्यास शाम 5 बजे शुरू होगा। इसके अलावा हरियाणा सरकार ने कहा कि वह राज्य की आपातकालीन तैयारियों और प्रतिक्रिया क्षमताओं को बढ़ाने के लिए सभी 22 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित करेगी। अधिकारियों ने कहा कि अभ्यास शाम 5 बजे शुरू होगा। जम्मू-कश्मीर में प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मॉक ड्रिल के दौरान अस्पताल समेत सभी आपात सेवाएं पूरी तरह से सुचारू रहेंगी।

7 मई को देश के 244 शहरों में हुई थी मॉक ड्रिल

इससे पहले 7 मई को देश के 244 जिलों में मॉक ड्रिल हुई थी। 7 मई को 12 मिनट की ब्लैकआउट एक्सरसाइज की गई थी। गृह मंत्रालय ने इन शहरों को सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट के तौर पर लिस्ट किया था। ये सामान्य प्रशासनिक जिलों से अलग थे। इसमें लोगों, कर्मचारियों, स्टूडेंट्स को आपात स्थिति में बचाव और लोगों को निकालने के तरीके समझाए गए थे। इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी गई। यह इसलिए किया गया ताकि युद्ध की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

क्या है ऑपरेशन सिंदूर?

दरअसल, 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद 7 मई को भारत ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) और पाक में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। सेना ने 100 आतंकियों को मार गिराया था। इसे ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इसके बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष हुआ था। दोनों देशों के बीच 10 मई की शाम 5 बजे से सीजफायर पर सहमति बनी थी। हालांकि, इसके बाद से पाकिस्तान लगातार उकसावे वाले बयान दे रहा है।

थरूर ने लगाई फटकार तो बदले कोलंबिया के बोले, पाकिस्तान के समर्थन में दिया बयान लिया वापस

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कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को पाकिस्तान को कोलंबिया के सामने बेनकाब किया। जिसके बाद कोलंबिया ने आधिकारिक तौर पर अपना वह बयान वापस ले लिया है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और आतंक के गढ़ पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने बेनकाब करने के प्रयास में भारत को सफलता मिलती दिख रही है। बता दें कि कोलंबिया ने भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को ध्वस्त करने पर दुख प्रकट किया था।

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ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान की ओर से की गई हिमाकत के बाद भारत की ओर से सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल भेजे कर पड़ोसी देश की हरकतों की पोल खोली जा रही है। इसी क्रम में एक प्रतिनिधिमंडल जिसका नेतृत्व कांग्रेस सांसद शशि थरूर कर रहे हैं, ने इस मुद्दे को कोलंबियाई अधिकारियों के समक्ष उठाया। अमेरिका महाद्वीप के दौरे पर गए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कोलंबिया सरकार के रुख पर नाराजगी जताई थी।

भारत ने कोलंबिया के सामने उठाया मुद्दा

भारत के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद कोलंबिया की उप विदेश मंत्री रोसा योलांडा विलाविसेनियो ने कहा, हमें पूरा विश्वास है कि आज हमें जो स्पष्टीकरण मिला है और वास्तविक स्थिति, संघर्ष और कश्मीर में जो कुछ हुआ, उसके बारे में अब हमारे पास जो जानकारी है, उसके आधार पर हम बातचीत जारी रख सकते हैं।

कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कोलंबिया के बयान वापस लेने पर कहा कि उप मंत्री ने बहुत विनम्रता से जिक्र किया कि उन्होंने वह बयान वापस ले लिया है, जिस पर हमने चिंता व्यक्त की थी और वे इस मामले पर हमारी स्थिति को पूरी तरह समझते हैं, जो कि हमारे लिए बहुत मूल्यवान है।

थरूर ने क्या कहा था?

इससे पहले बोगोटा में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान थरूर ने कहा कि भारत को इस बात से निराशा हुई कि कोलंबियाई सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में हुई मौतों पर शोक व्यक्त किया, जबकि पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं जताई। थरूर ने कहा, हमें कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया से थोड़ी निराशा हुई, जिन्होंने भारत के हमलों के बाद पाकिस्तान में जान गंवाने वालों के लिए गहरी संवेदना व्यक्त की, लेकिन आतंकवाद के पीड़ितों के लिए नहीं। हम अपने कोलंबियाई मित्रों से कहना चाहेंगे कि आतंक फैलाने वालों और उसका मुकाबला करने वालों के बीच कोई तुलना नहीं हो सकती। जो हमला करते हैं और जो आत्मरक्षा करते हैं, उनके बीच कोई समानता नहीं हो सकती। अगर इस मुद्दे पर कोई गलतफहमी है, तो हम उसे दूर करने के लिए यहां हैं।

पहलगाम हमले के बाद भारत ने चलाया ऑपरेशन सिंदूर

दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया था, जिसमें पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था। बता दें कि इस अटैक के बाद कई बड़े आतंकियों की मौत हुई थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाफिज सईद के परिवार के लोगों की भी इसमें मौत हुई थी। इस पूरे घटनाक्रम में कोलंबिया ने भारतीय सैन्य कार्रवाइयों के बाद पाकिस्तान में हुई मौतों पर संवेदना व्यक्त की थी।