रील बनाने की होड़ में महिला की जान पर बन आई, आखिर फेमस होने की चाह में लोग अपनी जान को खतरे में क्यों डालते हैं?

डेस्क:–आज कल लोगों के बीच रील बनाने की होड़ इस कदर है की उन्हें अपनी जान से खेलने में भी जरा हिचकिचाहट नहीं होती। ना दाएं देखते हैं ना बाएं बस फेमस होना है तो कहीं भी कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं, फिर चाहे जान ही क्यों ना चली जाए। सोशल मीडिया पर रील्स एंटरटेनमेंट का स्त्रोत बन चुकी हैं। लोगों को बस फेमस होना है, लाइक्स और व्यूज बटोरने हैं और इसके लिए वो किसी भी हद को पार करने के लिए तैयार रहते हैं। उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि उनकी इस हरकत से उनकी जान तक जा सकती है। हाल की वायरल हो रही वीडियो को ही देख लीजिए। एक महिला किसी जंगल में एक ब्रिज पर चढ़कर करतव करते दिखाई दे रही है। लेकिन इसके बाद महिला के साथ जो होता है वो देखकर आपकी भी रुह कांप जाएगी।

*खतरनाक स्टंट करना महिला को पड़ा भारी*

वायरल वीडियो में आप देख सकते हैं कि किसी जंगल के बीच में एक नदी बह रही है। नदी का बहाव काफी तेज दिखाई दे रहा है। नदी के ऊपर एक टूटे हुए पेड़ से बना ब्रिज भी दिख रहा है। वीडियो में एक महिला नदी पर पेड़ से बने ब्रिज के ऊपर करतव करते नजर आ रही है। महिला को योगा जैसा कुछ करते हुए देखा जा सकता है। लेकिन तभी अचानक से उसका बैलेंस बिगड़ता है और वो नदी में गिर जाती है। बहाव तेज होने के कारण महिला खुद को रोक भी नहीं पाती है। वीडियो में इस बात की कोई पुष्टि नहीं की गई है कि इस घटना के बाद महिला की जान बचती है या नहीं। फिलहाल वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

वायरल वीडियो को नाम के एक्स अकाउंट से शेयर किया गया है। वीडियो को पोस्ट करते हुए कैप्शन में लिखा गया है कि, “रील का ऐसा जूनून है कि अपनी जान की भी परवाह नहीं है।“ खबर लिखे जाने तक वीडियो को 5 हजार से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। इतना ही नहीं, लोग वीडियो को देखने के बाद जमकर कमेंट्स भी कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “सोशल मीडिया के जुनून में लोग कभी-कभी अपनी सुरक्षा भूल जाते हैं।” दूसरे ने लिखा, “रील के चक्कर में युवा वर्ग पागल हो गए हैं।“ एक अन्य ने लिखा, “पता नहीं क्या मिलता है रील बनाने में लोगो को।” वहीं कई लोगों ने महिला की इस हरकत को पागलपन का नाम दिया।

सोर्स ऑफ़ सोशल मीडिया
पाकिस्तान वालों के लिए नायक नहीं खलनायक हूं मैं, सचिन का यह रूप देख हैरान हुई सीमा हैदर

डेस्क:–भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई एयरस्ट्राइक के बाद सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। इनमें अधिकतर वीडियो पाकिस्तान से हैं, जिनमें वहां के लोग अपनी सरकार की आलोचना कर रहे हैं और आतंकियों के जनाजे निकलते दिख रहे हैं। इसी बीच भारत से भी कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें सीमा हैदर और उनके पति सचिन मीणा का नाम सामने आ रहा है। सचिन और सीमा देश के हर बड़े मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखते हैं। अब एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सचिन पाकिस्तान को चुनौती देता नजर आ रहा है। इस वीडियो में सचिन कहता है, "नायक नहीं, पाकिस्तान के लिए खलनायक हूं मैं... शेर, एक शेर का मुकाबला नहीं कर पा रहे हो?" यह वीडियो उन पाकिस्तानी लोगों को जवाब के रूप में देखा जा रहा है, जो सीमा हैदर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते हैं। भले ही वीडियो पुराना हो, लेकिन मौजूदा भारत-पाक तनाव के चलते इसे दोबारा शेयर किया जा रहा है।

*सीमा हैदर ने भी किया वीडियो पोस्ट*

‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद सीमा हैदर ने भी एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने कहा, "हिंदुस्तान जिंदाबाद, जय हिंद, जय भारत!" इस वीडियो में सीमा भारत की सेना और सरकार की सराहना करती दिखती हैं। इससे पहले भी वे कई बार ऐसे वीडियो पोस्ट कर चुकी हैं। सीमा का कहना है कि अब वे पाकिस्तान लौटना नहीं चाहतीं, क्योंकि अब सचिन ही उनके पति हैं।

*सचिन ने पाकिस्तान को दी खुली चुनौती*

सचिन और सीमा देश के हर बड़े मुद्दे पर खुलकर अपनी राय रखते हैं। अब एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सचिन पाकिस्तान को चुनौती देता नजर आ रहा है। इस वीडियो में सचिन कहता है, "नायक नहीं, पाकिस्तान के लिए खलनायक हूं मैं... शेर, एक शेर का मुकाबला नहीं कर पा रहे हो?" यह वीडियो उन पाकिस्तानी लोगों को जवाब के रूप में देखा जा रहा है, जो सीमा हैदर को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणियां करते हैं। भले ही वीडियो पुराना हो, लेकिन मौजूदा भारत-पाक तनाव के चलते इसे दोबारा शेयर किया जा रहा है।

ऑपरेशन सिंदूर के बाद चर्चा में आया यह श्लोक, 'धर्मो रक्षति रक्षितः' इस श्लोक का अर्थ समझे

डेस्क:–मंगलवार देर रात भारत ने Operation Sindoor के तहत पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर घुसकर हवाई हमला किया। इस ऑपरेशन के जरिए पाक के सभी आतंकी कैंप को नष्ट कर दिया और पहलगाम हमले का बदला ले लिया है। आप सोच भी नहीं सकते है कि उस वक्त हमला होता है जब पुरी दुनिया सो रही थी, आधी रात करीब 2 बजे भारतीय सेनाओं ने पाक के कई आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें बरसा दीं। इस बीच महाभारत का एक श्लोक सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है। हालांकि यह पूरा श्लोक नहीं है. धर्मो रक्षति रक्षितः एक लोकप्रिय संस्कृत वाक्यांश है, जिसका उल्लेख महाभारत और मनुस्मृति में देखने को मिलता है.

जानें श्लोक का अर्थ

तो चलिए जानते है इस श्लोक का अर्थ क्या है। श्लोक का अर्थ है, "धर्मो रक्षति रक्षितः एक लोकप्रिय संस्कृत वाक्यांश है, जिसका उल्लेख महाभारत और मनुस्मृति में देखने को मिलता है." पूरा श्लोक इस प्रकार है... धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यो मा नो धर्मो हतोऽवधीत्। अर्थात इस श्लोक का अर्थ है धर्म को नष्ट करने से वह नष्ट करने वालों का भी नाश कर देता है और रक्षित धर्म रक्षक की रक्षा करता है। इसलिए कभी भी धर्म का उल्लंघन नहीं करना चाहिए, ताकि नष्ट हुआ धर्म हमारा कभी नाश न कर सके।

पहलगाम आतंकी हमले पहलगाम आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे और ऑपरेशन सिंदूर आतंकियों की इस कायराना हरकत का कड़ा जवाब है। आतंकियों के इस हमले में माताओं-बहनों के सिंदूर को नष्ट किया गया था, इसलिए भारत की इस कार्रवाई को ऑपरेशन सिंदूर नाम दिया गया। इस ऑपरेशन के तहत पाकिस्तान में स्थित जैश, लश्कर, हिजबुल मुजाहिदीन के 9 आतंकी ठिकानों पर हमला किया गया और कम से कम 70 से ज्यादा आतंकियों को मार गिराया गया। इस ऑपरेशन के तहत माताओं-बहनों के सिंदूर का बदला लिया गया।
'आतंकवादी बहुत गंदे हैं मेरे पापा को मार दिया', ऑपरेशन सिंदूर के बाद मासूम बच्ची का  वीडियो वायरल

डेस्क:–जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने भारत के हर नागरिक का खून खौला दिया है। इस बीच भारत सरकार ने मंगलवार देर रात ऑपेरशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को मुहतोड़ जबाव दिया है। भारतीय सेनाओं ने पाक के कई ठिकानों पर हमला किया है। इस हमले में 100 से अधिक आतंकी के मारे जाने की खबर है। इस बीच सोशल मीडिया पर एक छोटी बच्ची का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो उस बच्ची का है जिसके पिता की हत्या बैसरन घाटी में हुई थी।

वायरल वीडियो में बच्ची की आवाज सुनकर आपके रूह कांप जाएंगे। इस वीडियो ने हर भारतीय की आंखों में आंसू ला दिए। इस हमले में आतंकियों ने क्रूरता की सारी 544 हदें पार करते हुए बच्ची के पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। कैमरे के सामने रोती मां और मासूम बच्ची का ये मंजर देख हर दिल दहल गया। ये मंजर सिर्फ एक परिवार की त्रासदी नहीं, बल्कि पूरे देश के सीने पर जख्म की तरह है।


सोर्स ऑफ़ सोशल मीडिया
सुहागरात पर दुल्हन लापता, दो दिन बाद मिली तो हालत देखर चौंक गए दूल्हा

डेस्क:–राजस्थान के पाली से हैरान कर देने वाली एक खबर सामने आई है। सुहागरात के दिन गायब हुई दुल्हन को पुलिस ने खोज निकाला है। लेकिन उसकी स्थिति देख दूल्हा चौंक गया। फिर जब मालुम हुआ कि उसके साथ क्या हुआ है, इसके बाद दूल्हा और पुलिस के ही होश उड़ गए। यह पूरी घटना रोहट थाना क्षेत्र की है।

बता दें कि यह पूरी घटना रोहट थाना क्षेत्र की है. जहां शादी के दूसरे दिन ही दुल्हन घर से अचानक गायब हो गई। इसके बाद से शादी वाले घर में हड़कंप मच गया। घर वाले दुल्हन की खोजबिन शुरू कर दी। हालांकि पुलिस ने 48 घंटे के अंदर ही नई दुल्हन को ढूंढ निकाला। पुलिस ने इस संबंध में बताया कि रोहट इलाके में रहने वाले एक युवक की शादी 19 अप्रैल को पास के ही क्षेत्र में रहने वाली युवती के साथ हुई थी। दुल्हन करीब 19 वर्ष की है। शादी के अगले दिन दुल्हन की विदाई के बाद घर में शादी के अन्य रीती रिवाज चल रहे थे। रात को दुल्हन-दूल्हे की सुहागरात थी, इससे पहले ही घर से दुल्हन गायब थी। पुलिस ने आगे बताया कि दुल्हन के माता-पिता के घर के पास रहने वाला एक युवक करीब दो साल से उसे परेशान कर रहा था और कई बार उसके साथ दुष्कर्म कर चुका था। वह लगातार उस पर दबाव बना रहा था। जैसे ही पुलिस को इसकी जानकारी मिली तो पुलिस ने आरोपी युवक के परिजनों से सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में पता चला कि लड़की को पाली के पास एक इलाके में बंधक बनाकर रखा गया है।

पुलिस वहां पहुंची और अगले दिन दुल्हन को वहां से बरामद कर लिया। इसके बाद आरोपी की तलाश शुरू की गई। पुलिस ने बताया कि आरोपी युवक लड़की से एकतरफा प्यार करता था। युवक ने लड़की से कहा था कि वह किसी और से शादी नहीं करेगी। हालांकि लड़की के घर वाले ने लड़की की शादी दूसरे जगह करा दी। इससे नाराज युवक ने दुल्हन के साथ ऐसा बर्ताव किया।
मगरमच्छ को बनाया अपना गुरू, मगरमच्छों से अनोखा ट्रेनिंग ले रहा है बिहार का ब्रूस ली


डेस्क:–सोशल मीडिया पर आज कल कई वीडियो ऐसे वायरल होते हैं जिनको देखकर कभी-कभी वाकई काफी हैरानी होती है। इन वीडियो में लोग कुछ न कुछ अजीबो-गरीब हरकत करते हुए अक्सर दिखाई देते हैं। इस तरह के कई वीडियो आए दिन सोशल मीडिया पर हर समय छाए रहते हैं। कुछ लोग सोशल मीडिया पर अपना अजीब टैलेंट दिखाते हुए नजर आते हैं तो कुछ लोग सोशल मीडिया कुछ वीडियो में एक दूसरे से लड़ते -झगड़ते हुए दिखाई देते हैं। तो वहीं कुछ लोग सोशल मीडिया पर हैरान कर देने वाले स्टंट करते हुए दिखाई देते हैं। लेकिन इस बार जो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है उसमें कुछ अलग ही नजारा देखने को मिला है। आपको अगर कुछ सीखना होता है तो आप अपने किसी बड़े को पास या किसी गुरू के पास जाते हैं। लेकिन क्या आपने कभी किसी जानवर को अपना गुरू बनाया है। दरअसल एक शख्स ने कुछ ऐसा ही किया है। शख्स मगरमच्छ को अपना गुरू बनाकर उससे अनोखी ट्रेनिंग ले रहा है। शख्स को मगरमच्छों से जरा भी डर या खौफ नहीं है और वह उनके बीच जाकर वहां जमकर फाइटिंग स्टाइल सीखने को कोशिश करता है।

*मगरमच्छ को बनाया अपना गुरू*

जानकारी के अनुसार शख्स का नाम 25 वर्षीय धर्मेंद्र कुमार है। धर्मेंद्र कुमार बिहार के बगहा के रहने वाले हैं। लेकिन अब बिहार के लाडले का नाम लोगों ने ब्रूस ली रख दिया है। इसके पीछे का कारण है कि धर्मेंद्र खूंखार जानवर से एक अनोखी ट्रेनिंग ले रहा है। दरअसल धर्मेंद्र मगरमच्छों के बीच में रहकर उनसे उनका हमला करने का स्टाइल सीख रहा है। एक तरफ जहां लोग जिम जाकर या कोच से फाइटिंग सीखने की कोशिश करते हैं। लेकिन धर्मेंद्र रोज सुबह बगहा-1 प्रखंड के छत्रौल गांव से 12 किलोमीटर दूर गोईती क्षेत्र में स्थित जंगल-नुमा इलाके पर जाकर वहां एक जलधारा के पास बैठकर कुल 100 से अधिक मगरमच्छों के बीच जाते हैं और उनसे अनोखी ट्रेनिंग लेते हैं। इस अनोखी ट्रेनिंग को लेकर धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि- मगरमच्छों की चाल कैसी होती है और वह हमला कैसे करते हैं वह इस चीज को ध्यान से देखते हैं और यह सब सीखने की कोशिश करते हैं। धर्मेंद्र उनके बगल में लेटते हैं और पुश-अप करते है, ध्यान लगाते है और फिर उनके मूवमेंट्स की नकल करने की कोशिश करते हैं।

*क्रोको स्टाइल सीख रहे धर्मेंद्र*

बता दें कि धर्मेंद्र स्टेट लेवल पर मार्शल आर्ट मुकाबला जीत चुकें हैं। अब धर्मेंद्र मगरमच्छ से कुछ अनोखा स्टाइल सीख रहे हैं। धर्मेंद्र एक नई फाइटिंग स्टाइल डेवलप कर रहे हैं जिसका नाम है- क्रोको स्टाइल। धर्मेंद्र का ऐसा मानना है कि- जिस तरह ब्रूसली ने सांप और बिल्ली की मूवमेंट सीखकर उनसे फाइटिंग स्टाइल सीखा था। ठीक उसी तरह वह भी मगरमच्छों से क्रोको स्टाइल सीखकर मगरमच्छों की ताकत, सटीकता और टैक्टिक्स को फाइटिंग में बदलना चाहते हैं। धर्मेंद्र पूरी तरह से नेचर और मगरमच्छों पर अपने आप को निर्भर कर चुके है। उनका कहना है कि-मगरमच्छ उनको देखकर उन पर हमला नहीं करते हैं वह उन्हें समझने लगें हैं, जब वह उनके पास जाते हैं तो वो आक्रामक नहीं होते है। धर्मेंद्र मगरमच्छों के बीच एक भरोसा कायम करने में कामयाब हो चुके हैं। धर्मेंद्र का मानना है कि-मगरमच्छ न शोर करते हैं, न डरते हैं. उनका हमला अचानक और सटीक होता है और मैं यही सीख रहा हूं।

*एक नई पहचान बनाने की कोशिश*

इस अनोखी तैयारी के पीछे धर्मेंद्र का मानना है कि वह सभी लोगों के सामने अपना एक अलग स्टाइल पेश करना चाहते हैं। धर्मेंद्र का इसको लेकर कहना है कि-वह चाहते हैं कि दुनिया उन्हें उस नजरिए से देखे जो लड़का अपना खुद का नया स्टाइल लेकर आया है। वह लड़का किताबों या किसी बड़े कोच से नहीं बल्कि मगरमच्छों को अपना गुरू बनाकर उनसे ट्रेनिंग लेकर आया है। धर्मेंद्र ने आगे कहा कि वह इंटरनेशनल लेवल पर फाइटिंग करना चाहते हैं, लेकिन इस फाइटिंग के लिए वह अपना अलग स्टाइल लोगों को दिखाना चाहते हैं। बता दें कि धर्मेंद्र का मगरमच्छों के साथ एक वीडियो भी इस समय सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। कई लोग धर्मेंद्र की इस वीडियो पर जमकर कमेंट कर रहे हैं। कुछ लोग इसे खतरनाक और अपनी जान को दांव पर लगाना मान रहे हैं तो वहीं कुछ लोग धर्मेंद्र की लगन और उनकी कोशिश की जमकर तारीफ कर रहे हैं।
पहलगाम अटैक से आहत मुस्लिम टीचर ने त्याग दिया इस्लाम, कह डाली ये बड़ी बात

डेस्क:–जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को जो कुछ भी हुआ, उससे शायद ही कोई कभी भुला पाएगा. 28 टूरिस्ट्स को आतंकियों ने निशाना बनाते हुए बेरहमी से मार डाला. कई अन्य टूरिस्ट इस हमले में घायल भी हुए. आए तो वो यहां अच्छी यादें संजोने के लिए थे, लेकिन न जाने कितने ही परिवारों ने यहां अपनों को हमेशा हमेशा के लिए खो दिया. पूरे देश में इस घटना को लेकर रोष व्याप्त है. वहीं, इस हमले से निराश होकर पश्चिम बंगाल के एक मुस्लिम टीचर साबिर हुसैन ने इस्लाम मजहब छोड़ने का फैसला लिया है.

जानकारी के मुताबिक, पहलगाम में आतंकियों ने लोगों को मारने से पहले यह भी सुनिश्चित किया कि वे किस धर्म के हैं. साबिर दक्षिण 24 परगना जिले के बादुरिया स्थित निर्माण आदर्श विद्यापीठ में विज्ञान के शिक्षक हैं. स्कूल टीचर साबिर हुसैन ने कहा है कि देश में आए दिन मजहब के नाम पर हिंसा की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे वो बेहद दुखी हैं. पहलगाम आतंकी हमले से आहत बदुरिया के साबिर हुसैन ने इस्लाम छोड़ने के लिए कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है.

‘धर्म का गलत इस्तेमाल’

एक न्यूज चैनल से बात करते हुए साबिर हुसैन ने कहा- हिंसा फैलाने के लिए बार-बार धर्म का गलत इस्तेमाल किया जाता है, जो सही नहीं है. उन्होंने अपने फैसले के बारे में बताते हुए कहा- मैं किसी धर्म का अनादर नहीं कर रहा हूं. यह मेरा निजी फैसला है. मैंने देखा है कि किस तरह हिंसा फैलाने के लिए एक हथियार के रूप में धर्म का इस्तेमाल किया जाता है. कश्मीर में ऐसा कई बार हुआ है. मैं अब इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता.

उन्होंने आगे कहा, ‘मैं सिर्फ एक इंसान के रूप में जाना जाना चाहता हूं, किसी धार्मिक पहचान की वजह से नहीं. इसलिए मैं कोर्ट में आवेदन करने आया हूं.’ साबिर ने आगे कहा- पहलगाम जैसी हिंसक घटनाओं में महजब का गलत इस्तेमाल किया जाता है. किसी को उसके धर्म की वजह से मारना कैसे ठीक है? ये मुझे बहुत आहत करता है.’

साबिर बोले- मौजूदा माहौल पर टिप्पणी करते हुए हुसैन ने कहा कि वह ऐसी दुनिया में नहीं रहना चाहते हैं, जहां सब कुछ मजहब के इर्द-गिर्द घूमता रहता है. उन्होंने कहा- आजकल सब कुछ धर्म के इर्द-गिर्द घूमता हुआ लगता है. मैं ऐसी दुनिया में नहीं रहना चाहता. साबिर हुसैन के मुताबिक उन्होंने यह फैसला स्वतंत्र रूप से लिया है और कहा है कि उनकी पत्नी और उनके बच्चे जो भी रास्ता चुने वह उन्हें पूरी आजादी देंगे.
35 वर्षों में पहली बार कश्मीर में आतंक के खिलाफ  ऐतिहासिक बंद

डेस्क:–जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के जवाब में बुधवार को पूरे कश्मीर में बंद और विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को श्रद्धांजलि देने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता का संदेश देने के लिए बंद बुलाया गया। यह पिछले 35 वर्षों में पहली बार हुआ, जब कश्मीर घाटी में आतंकवाद के खिलाफ इस प्रकार का एकजुट और शांतिपूर्ण बंद देखा गया। समाज के हर तबके, व्यापारी, छात्र, सामाजिक संगठन, आम नागरिक ने सड़कों पर उतरकर इस बर्बरता की निंदा की।

कश्मीर में पिछले कुछ वर्षों से जो पर्यटकीय रौनक लौटी थी, वह आज एकदम सन्नाटे में बदल गई। बंद दुकानों, खाली सड़कों और मातम में डूबी घाटी ने इस हमले की विभीषिका को बयां किया। यह हमला न केवल मानवीय त्रासदी है, बल्कि स्थानीय पर्यटन-आधारित अर्थव्यवस्था के लिए भी बड़ा झटका है, जो हाल के वर्षों में धीरे-धीरे गति पकड़ रही थी। हमले के बाद बड़ी संख्या में पर्यटक वापसी की राह पकड़ रहे हैं। उधमपुर स्थित शहीद कैप्टन तुषार महाजन रेलवे स्टेशन पर भी बड़ी संख्या में पर्यटक अपने घर लौटने की तैयारी में हैं। पर्यटकों का कहना है कि कश्मीर में डर का माहौल बना हुआ है, जिससे वे खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।

इस स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन और उधमपुर प्रशासन ने पर्यटकों के लिए भोजन, ठहरने और अन्य मूलभूत सुविधाओं का प्रबंध किया है। इसके अलावा, पर्यटकों की सुरक्षित वापसी के लिए विशेष ट्रेनों की व्यवस्था भी की गई है, जिनके माध्यम से उन्हें उनके गृह राज्यों की ओर रवाना किया जा रहा है। बता दें कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत हुई है और कई घायल हैं। घायलों का इलाज चल रहा है। मृतकों में एक विदेशी नागरिक भी शामिल है।
बीच सड़क पर लड़कियों का हाई वोल्टेज ड्रामा, खूब चलाए लात घूंसे, फिर एक ने किया कुछ ऐसा....

डेस्क:–सोशल मीडिया पर कब क्या वायरल हो जाए यह किसी को पता नहीं होता और न ही कोई शख्स इसका अंदाजा लगा सकता है। आज कल सोशल मीडिया पर कई अजीबो-गरीब वीडियो वायरल होते रहते हैं। इन वीडियो को देखकर कभी-कभी वाकई काफी हैरानी होती है। आपने सोशल मीडिया पर लोगों को अक्सर आपस में झगड़ते हुए देखा होगा। लोग एक दूसरे से आज कल कहीं भी झगड़ा करने लग जाते हैं। वह यह भी नहीं देखते हैं कि उनकी इस हरकत से आस-पास के लोगों को भी काफी परेशानी होती हैं। इस बार भी सोशल मीडिया पर कुछ इस तरह का एक वीडियो इस समय वायरल हो रहा है। इस वीडियो में कुछ लड़कियों का ग्रुप आपस में झगड़ा करता हुआ दिखाई दे रहा है। वीडियो में कुछ लड़कियां आपस में झगड़ा कर रही हैं और एक दूसके पर लात-घूंसों की बरसात कर रही हैं। इसके बाद वीडियो में कुछ ऐसा होता है जिसको देखकर आप काफी हैरान रह जाएंगे। वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।

बता दें कि सोशल मीडिया पर लोगों के आपस में झगड़े का यह कोई पहला वीडियो नहीं है, बल्कि इससे पहले भी इसी तरह के कई वीडियो सोशल मीडिया पर अक्सर वायरल होते रहते हैं। इस वीडियो में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है। वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि रोड के साइड में दो लड़कियों का ग्रुप खड़ा हुआ है। वह सभी आपस में वीडियो में झगड़ा करती हुई दिखाई दे रही हैं। वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि लड़कियों में से 2 लड़कियां बुरी तरह आपस में भिड़ जाती हैं और एक दूसरे पर लात-घूंसों की बरसात कर देती हैं। वह एक दूसरे को बाल पकड़कर जमीन पर गिराने की कोशिश करती हैं।

इसी दौरान कुछ ऐसा होता है जिसको देखकर वहां मौजूद सभी लोग काफी हैरान हो जाते हैं। वीडियो में आप साफ देख सकते हैं कि दोनों लड़कियां जब आपस में झगड़ा कर रही होती हैं तो उनमें से एक लड़की दूसरी लड़की को जोर से धक्का देती है। धक्का देने की वजह से पहली लड़की सीधा जाकर नाली में गिर जाती है। वहां मौजूद लोग इस तमाशे को पुतले बनकर देखते रह जाते हैं।

सोशल मीडिया पर यह वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो पर कई लोगों ने कमेंट करके अपनी-अपनी प्रतिक्रिया भी दी है। वीडियो को नाम के अकाउंट से सोशल मीडिया के एक्स पर शेयर किया गया है। वीडियो पर एक सोशल मीडिया यूजर ने कमेंट करके लिखा है कि-इस पूरे मामले में गलती वहां मौजूद लोगों की है, जो तमाशबीन बनकर ये सबकुछ देखें जा रहे हैं। दूसरे यूजर ने वीडियो पर कमेंट करके लिखा है कि-इस तरह से लड़ाई तो हम लड़के भी नहीं करते हैं। वहीं तीसरे यूजर ने वीडियो पर कमेंट किया है कि-इस वीडियो को देखने के बाद लिखा कि सारी दुनिया का बुरा हाल है, सब गुस्से से भरे हुए हैं, किसी में धैर्य नहीं है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखकर लोग काफी हैरान रह गए हैं।

source social media
पहलगाम पहुंचने के लिए आतंकियों ने एक खास ऐप का इस्तेमाल किया, आखिर कौन सा है ये ऐप और कैसे करता है काम? चलिए जानते हैं

डेस्क:–जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए ‘नरसंहार’ के तार पाकिस्तान से जुड़ते नजर आ रहे हैं, दहशत फैलाने के लिए आतंकियों ने 26 बेगुनाह लोगों को गोली का निशाना बनाते हुए मौत के घाट उतार दिया. अब पहलगाम अटैक से जुड़ी नई जानकारी सामने आई है जिससे इस बात का पता चला है कि बेगुनाह लोगों को मौत के घाट उतारने वाले ये आतंकी लोकेशन के लिए आखिर किस ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे?

अगर आपको भी ऐसा लगता है कि आतंकी लोकेशन और नेविगेशन के लिए गूगल मैप्स का इस्तेमाल करते होंगे तो ऐसा नहीं है, पहलगाम में मासूम लोगों को मौत के घाट उतारने वाले आतंकियों ने पहलगाम तक पहुंचने के लिए अल्पाइन क्वेस्ट एप्लीकेशन का इस्तेमाल किया है. क्या है ये ऐप और कैसे करता है काम? चलिए समझते हैं.

*Alpine Quest App बना आतंकियों का सहारा*

इस मोबाइल ऐप की खास बात यह है कि ये ऐप जीरो मोबाइल कनेक्टिविटी वाले एरिया में भी आतंकियों का सहारा बनता है. आतंकियों को इस बात का डर रहता है कि ओवरग्राउंड वर्कर्स जानकारी को लीक कर सकते हैं इसलिए आतंकी अब बिना ओवरग्राउंड वर्कर्स की मदद के नेविगेशन के लिए इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. कठुआ आतंकी हमला हो या फिर बाकी आतंकी हमले, आतंकियों ने इस ऐप को लोकेशन के लिए इस्तेमाल किया है.

आतंकियों को ISI की सरपरस्ती में इस ऐप की ट्रेनिंग पाकिस्तान में दी जाती है. इस ऐप के माध्यम से ही जंगल मे मौजूद आतंकी ग्रुप एक-दूसरे से संपर्क में रहते हैं. जांच एजेंसी ने 2024 में इस बात की जानकारी दी थी कि जम्मू में पिछले कुछ सालों में जितने भी आतंकी हमले हुए उस सभी में इसी ऐप का इस्तेमाल हुआ है. ये ऐप आंकियों को घने जंगलों में नदी-नाले और पहाड़ी गुफाओ की क्लियर लोकेशन बताता है.

अल्पाइन क्वेस्ट ऑस्ट्रेलियाई ऐप है जिसका इस्तेमाल ट्रेकर्स एक से दूसरी जगह जाने के लिए करते हैं. लेकिन आतंकियों को इस ऐप का ऑफलाइन वर्जन दिया जाता है जिसमें सीआरपीएफ कैंपों और बैरिकेड्स जैसी जगह पहले से ही ऐप में जोड़ी जाती है. इस ऐप का दो तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है, पहला तरीका तो ऐप में फीड डेटा के जरिए लोकेशन का पता लगाना और दूसरा तरीका आतंकियों द्वारा लोकेशन और डेटा फीड के जरिए दूसरे आतंकी नेविगेशन का इस्तेमाल करते हैं.