प्रशासनिक लापरवाही से बिहारी दंपती के नाम चढ़ीं 459 शासकीय और निजी जमीनें, असली मालिक लगा रहे सरकारी दफ्तरों के चक्कर…

महासमुन्द-  जमीनों के कार्यों को जल्दी और पारदर्शिता के साथ हो, जनता को सरकारी दफ्तरों के चक्कर ना काटने पड़े, इसके लिए सरकार ने सभी के रजिस्ट्री ऑनलाइन करने का निर्णय लिया. इसके लिए अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य करने के लिए निर्देशित भी किया गया. लेकिन इस बीच महासमुंद के पिथौरा से बड़ी प्रशासनिक लापरवाही का मामला सामने आया है. यहां 459 शासकीय और निजी जमीनें एक बिहार से आकर फुटपाथ पर फल बेंचने वाले साधारण दंपत्ती के नाम पर चढ़ा दी गईं हैं.

जानकारी के मुताबिक, बिहार से छत्तीसगढ़ आए आरती देवी गुप्ता और उनके पति मुकेश गुप्ता पिथौरा के ठेले पर फल बेंचते हैं और परिवार इसी से उनका परिवार चलता है. लेकिन 28 जनवरी 2024 को इनका जीवन अचानक चर्चा में आ गया, जब पता चला कि पिथौरा के करीब 459 अलग-अलग खसरा के बी1 रिकॉर्ड में करोड़ों की सरकारी व निजी जमीन आरती देवी गुप्ता के नाम दर्ज हो गई है. 

बिहारी दंपत्ती के घर रोज पहुंचते हैं जमीनों के असली मालिक

मुकेश गुप्ता ने बताया कि उनकी पत्नी के नाम पर केवल 3 डिसमिल आवासीय जमीन है. लेकिन अब उन्हें बताया जा रहा है कि उनके नाम पर करोड़ो के कई जमीनें चढ़ चुकी हैं. उन्होंने आगे कहा कि जमीनों के असली मालिक रोज हमें खोजते हुए घर आ जाते हैं. हमें सरकारी दफ्तरों में बार-बार बुलाया जा रहा है. हम खुद पटवारी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, ताकि ये खसरे हटवाए जा सकें.

जमीन के असली मालिक हो रहे परेशान

बता दें, इस गड़बड़ी का सबसे बड़ा खामियाजा जमीनों के असली मालिकों को भुगतना पड़ रहा है, जिनकी जमीनें बी1 में गलत नाम से दर्ज हो चुकी हैं. कई लोग अपनी जमीन पर लोन नहीं ले पा रहे हैं. खरीद-फरोख्त नहीं कर पा रहे हैं. दर्जनों की संख्या में प्रभावित परिवार अब राजस्व न्यायालय और पटवारी कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें समाधान नहीं मिल रहा है.

जानबूझकर करते हैं ऐसी गलती-

जमीन संबंधित कार्यों के जानकार का दावा है कि ऐसी गलती जानबूझकर की जाती है. पटवारी भोले-भाले लोगों के नाम पर जमीन चढ़ा देते हैं ताकि भविष्य में उससे पैसे वसूले जा सकें. जब असली मालिक दौड़-धूप करता है, तब उससे पैसे लेकर ‘सुधार’ किया जाता है. इस तरह के त्रुटि होना तत्कालीन पटवारी के कार्य प्रणाली संदेहास्पद है और प्रशासनिक कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करता है.

त्रुटि में किया जाएगा सुधार: SDM ओंकारेश्वर सिंह

पिथौरा एस डी एम ओंकारेश्वर सिंह ने इस मामले में कहा कि त्रुटी हुए समस्त दस्तावेजो की जांच कराई जाएगी. जांच के आधार पर धारा 115 के तहत कार्रवाई कर त्रुटी सुधार भी किया जायेगा.

‘सुशासन तिहार’ में शिक्षक की हुई शिकायत, रोज शराब पीकर आता था स्कूल, निलंबन की गिरी गाज

रायपुर- छत्तीसगढ़ में ‘सुशासन तिहार’ के तहत प्रशासन की कड़ी निगरानी का असर अब दिखाने लगा है। शिकायत सही पाए जाने के बाद शराबी शिक्षक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग रायपुर ने आदेश जारी किया है।

राकेश पांडेय (संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा, रायपुर ) ने बताया कि सुशासन तिहार में शिक्षक सेत कुमार देवांगन के खिलाफ छड़िया सरपंच ने शिकायत की थी। जिसमें बताया गया था कि शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला छड़िया, विकासखंड तिल्दा में पदस्थ शिक्षक सेत देवांगन रोज शराब पीकर स्कूल पहुंचता है। इस कारण छात्रों की पढ़ाई और स्कूल का कामकाज प्रभावित हो रही है। इसके बाद मामले की जांच रिपोर्ट में यह शिकायत सही पाई गई। इस अनुशासनहीन और गैर-जिम्मेदाराना आचरण के चलते उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।

शिक्षक को छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण व अपील) नियम 1966 के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा और उनका मुख्यालय अब विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, बसना (महासमुंद) निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में शिक्षक को नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्रदान किया जाएगा।


देखें आदेश की कॉपी :-

CG की कमला देवी ने दुबई में बजाया भारत का डंका : 67 साल की उम्र में बनी अंतरराष्ट्रीय गोल्ड मेडलिस्ट, वेटलिफ्टिंग में जीते तीन गोल्ड मेडल

मनेंद्रगढ़- उम्र सिर्फ एक संख्या है यह कहावत मनेन्द्रगढ़ की कमला देवी मंगतानी ने सच कर दिखाई है। 67 वर्ष की आयु में जब अधिकतर लोग अपने शरीर की सीमाओं को स्वीकार कर बैठते हैं, तब कमला देवी ने अपने अटूट संकल्प, अनुशासन और आत्मबल से न सिर्फ जीवन को चुनौती दी, बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय खेल जगत में अपने शहर, राज्य और देश का नाम भी रोशन किया। उन्होंने हाल ही में दुबई में आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय खेल समारोह में तीन गोल्ड मेडल हासिल की है.

कमला देवी मंगतानी पिछले 30 वर्षों से डायबिटीज जैसी जटिल बीमारी से जूझ रही हैं। एक समय था जब डॉक्टरों ने इलाज से जवाब दे दिया था और चलने-फिरने में असमर्थता के कारण उन्हें बैसाखी थमा दी गई थी, लेकिन जहां एक ओर शरीर जवाब दे रहा था, वहीं दूसरी ओर उनका मनोबल और आत्मविश्वास नई उड़ान भरने को तैयार था। उन्होंने न केवल बैसाखी को छोड़ा बल्कि अपने पैरों पर खड़ा होकर चलना शुरू किया। एक-एक कदम आगे बढ़ाते हुए उन्होंने जीवन के प्रति एक नया नजरिया अपनाया।

अब तक जीत चुकी 100 से अधिक गोल्ड मेडल

कुछ ही वर्षों में उन्होंने खुद को इतना सशक्त बना लिया कि स्थानीय जिम में जाना शुरू कर दिया। पिछले पाँच वर्षों से वे लगातार जिम में नियमित रूप से अभ्यास कर रही हैं। जहां उनके उम्र के लोग रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी जीते हैं, वहीं कमला देवी सुबह उठकर जिम में पसीना बहाने जाती हैं। जिम में उन्होंने खुद को न केवल फिट किया, बल्कि वजन उठाने (वेटलिफ्टिंग) जैसी कठिन कसरत में भी महारत हासिल कर ली। उनकी मेहनत और जज्बे का परिणाम यह रहा कि उन्होंने विभिन्न स्तरों पर आयोजित वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया। राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं से शुरू होकर वे धीरे-धीरे अंतरराष्ट्रीय मंच पर पहुंच गईं। अब तक वे 100 से अधिक गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। इन पुरस्कारों में राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं शामिल हैं।

अंतरराष्ट्रीय खेल समारोह में जीतीं तीन गोल्ड मेडल

सबसे हालिया और गौरवपूर्ण सफलता उन्हें दुबई में आयोजित 11वें अंतरराष्ट्रीय खेल समारोह में प्राप्त हुई। संयुक्त भारतीय खेल फाउंडेशन की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन दुबई स्पोर्ट्स काउंसिल के सानिध्य में 22 से 28 अप्रैल 2025 के बीच हुआ। इसमें दुनियाभर के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। कमला देवी ने भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए तीन गोल्ड मेडल और एक सिल्वर मेडल अपने नाम किए। उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि से न केवल भारत, बल्कि छत्तीसगढ़ राज्य और विशेष रूप से मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर (एमसीबी ) जिले का नाम रोशन किया। 

तेज आंधी-तूफान के बीच तांदुला डेम में मछली पकड़ने गया मछुआरा हुआ लापता, तलाश में जुटी गोताखोरों की टीम

बालोद- तांदुला डेम में मछली पकड़ने गया मछुआरा तेज आंधी-तूफान के बीच लापता हो गया। घटना शुक्रवार शाम की है, जब 48 वर्षीय सोमन निसाद मछली पकड़ते वक्त अचानक गायब हो गया। किनारे पर उसकी नाव और जाल लावारिस मिले, जिससे डेम में हादसे की आशंका गहरा गई है।

लापता सोमन निसाद बोरिद गांव का निवासी बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक, सोमन रोज की तरह मछली पकड़ने डेम में गया था, लेकिन तेज हवाओं और मौसम की खराबी के बाद वह लौटकर नहीं आया। जबकि अन्य मछुवारे वापस घर आ गए। स्थानीय ग्रामीणों को जब उसकी नाव और मछली पकड़ने का जाल किनारे पर लावारिस हालत में मिले, तो उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस और गोताखोरों की संयुक्त टीम को तैनात किया गया है। डेम में खोजबीन जारी है, लेकिन अब तक मछुआरे का कोई पता नहीं चला है। बताया जा रहा है कि नाव (डोंगा) डूबी थी। इस घटना ने क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।

बता दें कि प्रदेश के अन्य इलाकों के साथ-साथ शाम को बालोद में भी मौसम का मिजाज बदला। जिले के कई इलाकों में बारिश हुई और तेज आंधी-तूफान के कारण कहीं पेड़ गिरे तो कहीं टिन शेड उड़ गए। बिजली खंबों को भी नुकसान पहुंचा। डेम में मछली पकड़ने गया मछुआरा, आंधी-तूफान की चपेट में आकर पानी में डूबने की आशंका जताई जा रही है।

GST संग्रह में छत्तीसगढ़ देश में अव्वल : सीएम साय के नेतृत्व में किए गए सुधाराें का असर, केरल, पंजाब और बिहार जैसे राज्यों को छोड़ा पीछे

रायपुर- अप्रैल 2025 में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रहण में छत्तीसगढ़ ने उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। छत्तीसगढ़ ने 4,135 करोड़ का जीएसटी संग्रहण कर देश के शीर्ष 15 राज्यों की सूची में अपनी जगह बनाई है। जीएसटी संग्रहण के मामले में छत्तीसगढ़ ने केरल, पंजाब, बिहार और खनिज संसाधनों से भरपूर झारखंड जैसे राज्यों को भी पीछे छोड़ दिया है।

राज्य में इस आर्थिक प्रगति को लेकर विशेषज्ञों का मानना है कि यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा व्यापार और उद्योग क्षेत्र में किए गए सशक्त सुधारों का प्रतिफल है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में बीते 15 महीनों में राज्य सरकार ने ऐसे कई निर्णय लिए हैं, जिनसे निवेश और व्यापार को बढ़ावा मिला है ।

सरकार द्वारा किए गए प्रमुख सुधारों में उद्योग एवं व्यापार नियमों का सरलीकरण, गैर-जरूरी और बाधक कानूनों की समाप्ति,सभी जरूरी सेवाओं की ऑनलाइन उपलब्धता,पेट्रोल पंप खोलने के लिए लाइसेंस की बाध्यता को समाप्त करना और उद्योगों की स्थापना के लिए प्रक्रिया को सरल बनाना शामिल है।

इन सभी पहल से राज्य में उद्योग और व्यापारिक गतिविधियों को प्रोत्साहन मिला है, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली है और राजस्व संग्रह में निरंतर वृद्धि हो रही है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा है छत्तीसगढ़ को आत्मनिर्भर और समृद्ध राज्य बनाना हमारा लक्ष्य है। राज्य की आर्थिक स्थिति में यह वृद्धि जनता और उद्योग जगत के सहयोग से संभव हुई है।” यह प्रदर्शन छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था के लिए सकारात्मक संकेत है और यह दिखाता है कि राज्य संसाधन आधारित अर्थव्यवस्था से आगे बढ़कर अब एक सशक्त औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर रहा है।

शिक्षा के मंदिर में आस्था को ठेस: परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया पर शिक्षकों ने की शराब-मटन पार्टी…

पिथौरा- एक ओर जहां पूरा भारत भगवान परशुराम जयंती और अक्षय तृतीया का पर्व श्रद्धा, भक्ति और आस्था के साथ मना रहा था, वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले से आस्था को ठेस पहुंचाने वाली घटना सामने आई है. जिले के पिथौरा नगर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हिंदुओं के पावन पर्व के दिन ही स्कूल परिसर में बकरा पार्टी और ब्रांडेड शराब का सेवन किया गया. इस घटना से हिंदू समाज के लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं और स्कूल प्रशासन के लिए उनमें भारी नाराजगी देखने को मिल रही है।

जानकारी के मुताबिक, स्कूल में सेवारत शिक्षिका कमलजीत जोसेफ और लिपिक तनसिंह वर्मा का विदाई समारोह आयोजित किया गया था. इसमें शिक्षकों ने शिक्षा के मंदिर में ही पर्व के महत्व को अनदेखा करते हुए मर्यादा को भी तार-तार कर दिया. किसी भी स्कूल में जहां बच्चों को सही रास्ते पर चलने की सीख और नशे से दूर रहना सिखाया जाना चाहिए, वहां ऐसे आयोजन का होना बेहद निंदनीय है. ऐसी घटनाएं समाज में गलत संदेश देती हैं और बच्चों के लिए भी एक खराब वातावरण निर्मित करता है.

जानिए क्या कहते हैं जिम्मेदार

इस पूरे मामले में स्कूल के प्राचार्य आशाराम बरिहा का कहना है कि त्यौहार का ख्याल नहीं रहा और अनजाने में बकरे की सब्जी बना दी गई. इसके लिए खेद है. उन्होंने स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि बकरा स्कूल परिसर में नहीं पकाया गया था, बल्कि बाहर पकाकर सब्जी को स्कूल में लाया गया था. 

जिला शिक्षा अधिकारी मोहन राव सावंत ने कहा कि इस मामले की शिकायत मिली है. जांच के लिए कमेटी बनाई गई है, जिसमें सहायक संचालक, बिईओ, BRC को जांच कर रिपोर्ट सौपने को आदेश किया गया है. दोषी पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी.

नवरंग पब्लिक स्कूल की कोषाध्यक्ष समेत 5 के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर FIR दर्ज, ऑफिस का ताला तोड़कर पैसे चोरी करने का है आरोप

रायपुर- नवरंग पब्लिक स्कूल में ऑफिस का ताला तोड़कर चोरी से जुड़े मामले में कोर्ट ने पुलिस को एफआईआर के आदेश दिए. इस पर संज्ञान लेते हुए टिकरापारा थाना पुलिस ने नवरंग पब्लिक स्कूल की कोषाध्यक्ष समेत पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

स्कूल की कर्मचारी कनिज फातिमा असरफी के पक्ष में रायपुर कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. मामले में पुलिस ने नवरंग पब्लिक स्कूल संचालित करने वाली प्रियंवदा लोक कल्याण समिति की कोषाध्यक्ष शशि प्रभा पांडे (शासकीय शिक्षक बीरेंद्र पांडे की पत्नी), उसकी बेटी प्रियमदा पांडे, अर्पणा पांडे (प्रियंवदा लोक कल्याण समिति के सचिव दीपक पांडे की पत्नी), ड्रीम इंडिया स्कूल की प्रिंसिपल नेहा तोलवानी और रजनी दुबे के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है.

राजधानी में हिट एण्ड रन, तीन लोगों को ठोकर मारकर कार चालक हुआ फरार, एक महिला की मौत, CCTV फुटेज में नजर आया भयानक मंजर…

रायपुर- रिश्तेदार के घर आई प्रिया साहू को क्या मालूम था कि आज वह अंतिम बार मॉर्निंग वॉक पर निकलेगी. अज्ञात कार चालक ने प्रिया के साथ उसकी रिश्तेदार रिया साहू और एक अन्य ललिता बंजारे को सुबह-सुबह ठोकर मारकर फरार हो गया. हादसे में प्रिया की मौत हो गई, वहीं रिया और ललिता बंजारे गंभीर हालत में मेकाहारा में भर्ती हैं.

जानकारी के अनुसार, मुंगेली की रहने वाली प्रिया साहू सिंधी कालोनी निवासी रिया के घर आई थी. आज सुबह प्रिया और रिया के साथ ललिता बंजारे मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. इस दौरान अज्ञात कार चालक ने तीनों को चपेट में ले लिया. सीसीटीवी फुटेब में नजर आ रहा है कि कार की ठोकर से प्रिया कई फीट ऊछल कर सीधे सिर के बल सड़क पर जा गिरी, वहीं रिया और ललिता भी गंभीर रूप से घायल हो गईं. प्रिया की हादसे में जहां मौत हो गई, वहीं रिया और ललिता को गंभीर हालत में उपचार के लिए मेकाहारा में भर्ती कराया गया है.

राजधानी में हिट एण्ड रन के मामलों में लगातार इजाफा होता जा रहा है. करीबन महीने भर पहले पुरानी बस्ती थाने के सामने पैदल चल रहे व्यक्ति को तेज रफ्तार कार ने ठोकर मार दी थी. इस घटना में व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई, वहीं आरोपी कार चालक दुर्घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था.

इसके एक महीना पहले 5 फरवरी को रायपुर के VIP रोड पर आधी रात को नशे में धुत कार चालक ने एक्टिवा सवार तीन युवकों को टक्कर मारी थी. हादसे में गंभीर रूप से घायल तीनों युवकों को मेकाहारा में भर्ती कराया गया था, जिनमें से एक की उपचार के दौरान मौत हो गई थी. कार में डीआरआई के विशेष लोक अभियोजक भावेश आचार्य के साथ एक रशियन युवती (उज्बेकिस्तान) सवार थे.

आरक्षक ने आपदा को बनाया अवसर : खुद की कस्टडी से भागे आरोपी की तलाश करने पहुंचा दूसरा जिला, वहां टीआई बनकर करने लगा वसूली, ऐसे खुली पोल

सक्ती-  छत्तीसगढ़ के सक्ती के डभरा क्षेत्र में रात डेढ़ बजे वाहन चालकों से अवैध वसूली करने वाले आरक्षक को लेकर नया खुलासा हुआ है। पुलिस की जांच में पता चला कि आरक्षक रजनीश लहरें बिलासपुर पुलिस लाइन में पदस्थ है और उसकी ड्यूटी बिलासपुर के अस्पताल में भर्ती एक बंदी की सुरक्षा में लगाई गई थी। मगर आरक्षक की लापरवाही से बंदी अस्पताल से फरार हो गया। 

फरार बंदी की तलाश में आरक्षक रजनीश लहरे सक्ती जिले के हसौद क्षेत्र तक पहुंचा। मगर यहां फरार बंदी की तलाश करने के बजाय रात डेढ़ बजे डभरा चंद्रपुर मार्ग में वाहनों को रुकवाना शुरू कर दिया। फिर डभरा टीआई बनकर वाहन चालकों से वसूली शुरू कर दी। जब गश्त में निकले डभरा टीआई ने जब वाहनों की लंबी कतारें देखी तो पता करने पहुंच गए। जहां एक बोलेरो वाहन में तीन लोग बैठे हुए थे, जिसमें से आरक्षक रजनीश लहरें खुद को डभरा टीआई बताकर वाहन चालकों से गाड़ी के कागजात मांग रहा था।

पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मौके से रजनीश लहरे और उसके साथी विक्की उर्फ छोटू दास को गिरफ्तार कर लिया, जबकि एक अन्य आरोपी मौके से फरार हो गया। इनके कब्जे से अवैध वसूली में प्रयुक्त बोलेरो वाहन भी जब्त किया गया है।


ऐसे पकड़ाया आरक्षक

बलौदाबाजार निवासी ड्राइवर जीवन साहू ने पुलिस को बताया कि वह रायगढ़ पिकअप वाहन से सब्जी लेकर जा रहा था। पुटीडीह नाला के पास पुलिस सायरन बजाती एक बोलेरो ने उसे रोका और कागजात दिखाने को कहा। कार में बैठे युवक ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और कागजात की जांच के बहाने गाड़ी की एंट्री नहीं होने का हवाला देकर धमकाते हुए एक हजार रुपये ले लिए।

घटना की जानकारी डभरा पुलिस को मिलते ही उन्होंने वाहन का पीछा किया और मांड नदी के पास आरोपियों को अन्य वाहनों से भी वसूली करते रंगे हाथों पकड़ लिया।

आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज

डभरा टीआई की शिकायत पर रजनीश लहरे, विक्की उर्फ छोटू दास और एक फरार आरोपी के खिलाफ डराकर अवैध वसूली की धारा 308 (B), 3(5) दर्ज किया गया है। दो आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि तीसरे की तलाश जारी है।

अवैध खनिज उत्खनन और परिवहन पर माइनिंग विभाग की कार्रवाई, 4 ट्रैक्टरों को किया जब्त

बिलासपुर- जिले में खनिजों के अवैध उत्खनन और परिवहन पर खनिज विभाग की कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में कलेक्टर संजय अग्रवाल के निर्देश पर सिरगिट्टी, सिलपहरी, चकरभाटा, रहँगी, दगोरी, उड़नताल, मोहदा सहित अन्य क्षेत्रों में जांच अभियान चलाया गया। इस दौरान बिना वैध अभिवहन पास के रेत और पत्थर का उत्खनन एवं परिवहन करते हुए 4 ट्रैक्टरों को जब्त किया गया है।

खनिज विभाग की टीम द्वारा पकड़े गए सभी वाहनों को खनिज नियमों के अंतर्गत जप्त कर पुलिस थाना बिल्हा में रखा गया है। जिला प्रशासन अवैध खनन को रोकने के लिए लगातार अभियान चला रहा है और बिना अनुमति खनिजों की खुदाई, परिवहन और भंडारण करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है.

प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले में अवैध खनन गतिविधियों में शामिल और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ आगे भी कठोर कदम उठाए जाते रहेंगे।