साय कैबिनेट की बैठक: कई महत्वपूर्ण फैसलों पर लगी मुहर, जाने पूरी डिटेल…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ में 3 मार्च को बजट पेश होना है. इससे ठीक एक दिन पहले रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मंत्रालय महानदी भवन में मंत्री परिषद की बैठक ली. बैठक के बाद डिप्टी सीएम अरुण साव ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में आगामी बजट समेत कई अहम मुद्दों पर फैसले लिए गए हैं.

साय कैबिनेट की बैठक में लिए गए ये अहम फैसले:

- मंत्रिपरिषद की बैठक में छत्तीसगढ़ आबकारी नीति वित्तीय वर्ष 2025-26 का अनुमोदन किया गया।

वर्ष 2025-26 की आबकारी नीति वर्ष 2024-25 की भांति होगी। वित्तीय वर्ष 2025-26 में 674 मदिरा दुकानें तथा आवश्यकता अनुसार प्रीमियम मदिरा दुकानें संचालित करने का निर्णय भी यथावत् रखा गया है। देशी मदिरा की आपूर्ति पूर्ववत् रेट ऑफर प्रभावी रहेगा। विदेशी मदिरा थोक क्रय, वितरण छत्तीसगढ़ स्टेट बेवरेजेस कार्पाेरेशन लिमिटेड द्वारा होगा। मदिरा पर लागू अधोसंरचना विकास शुल्क यथावत् रहेगा। विदेशी मदिरा फुटकर दुकानों पर 9.5 प्रतिशत की दर से लगने वाला अतिरिक्त आबकारी शुल्क समाप्त होगा।

- मंत्रिपरिषद द्वारा छत्तीसगढ़ लोक परिसर (बेदखली) (संशोधन) विधेयक-2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।

- मंत्रिपरिषद द्वारा ईज ऑफ डुइंग बिजनेस के हित को देखते हुए ई-प्रोक्योरमेंट के लिए गठित सशक्त समिति को समाप्त करने का निर्णय लिया। चूंकि वर्तमान में पीएफआईसी द्वारा 100 करोड़ रूपए से उपर की परियोजनाएं स्वीकृत किए जा रहे हैं। बड़ी आईटी परियोजनाओं के संबंध में पहले से सशक्त समिति अनुमोदन की अनिवार्यता होने से अनुमोदन प्रक्रिया का डुप्लिकेशन होता है। इस कारण सशक्त समिति को समाप्त करने का निर्णय लिया।

- छत्तीसगढ़ राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग में लंबित प्रकरणों के त्वरित निराकरण और उपभोक्ता मामलों की समयबद्ध सुनवाई के लिए सदस्य का एक नवीन पद सृजित करने का निर्णय लिया गया।

- खरीफ विपणन वर्ष 2022-23, 2023-24 एवं 2024-25 के समर्थन मूल्य योजना में धान एवं चावल परिवहन की दर के लिए गठित राज्य स्तरीय समिति की अनुशंसा दर को स्वीकृत करने का निर्णय लिया गया।

- छत्तीसगढ़ श्रम विधियां संशोधन एवं विविध प्रकीर्ण उपबंध विधेयक-2025 के माध्यम से कारखाना अधिनियम-1948, औद्योगिक विवाद अधिनियम-1947 तथा ट्रेड यूनियन अधिनियम-1976 में संशोधन के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।

- रजिस्ट्रीकरण अधिनियम-1908 (छत्तीसगढ़ संशोधन) विधेयक-2025 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।

- रजिस्ट्री ऑफिसों के नियमित रूप से संचालन के लिए वाणिज्यिक कर (पंजीयन) विभाग में उप पंजीयक के पदोन्नति श्रेणी के रिक्त 9 पदों की पूर्ति के लिए पांच वर्ष की अर्हकारी सेवा में एक बार के लिए छूट प्रदान करने का निर्णय लिया गया।

- राज्य में 01 नवम्बर 2024 से औद्योगिक विकास नीति 2024-30 प्रभावशील है। इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए वाणिज्य एवं उद्योग विभाग द्वारा छत्तीसगढ़ शासन भण्डार क्रय नियम-2002 में प्रस्तावित संशोधन के प्रारूप का अनुमोदन किया गया।

- छत्तीसगढ़ सरकार एवं व्यक्ति विकास केन्द्र इंडिया (द आर्ट ऑफ लिविंग) के मध्य आजीविका सृजन एवं ग्रामीण छत्तीसगढ़ का कल्याण विषयक एमओयू के लिए राज्य सरकार के सुशासन एवं अभिसरण विभाग को अधिकृत किया गया।

गुंडराजगुडेम पुलिस-नक्सल मुठभेड़: मारे गए 2 नक्सलियों की हुई पहचान, 10 लाख रुपए ईनाम थे घोषित…

सुकमा-  छत्तीसगढ़ के गुंडराजगुडेम में बीते दिन पुलिस-नक्सल मुठभेड़ दो नक्सलि मारे गए, जिनकी आज पहचान हो गई है. इनमें से एक की पहचान पामेड़ एरिया कमेटी की सक्रिय महिला माओवादी सोड़ी लिंगे ACM और पुरुष माओवादी पोड़ियाम हड़मा ACM कैडर के रूप में हुई है. इन माओवादियों पर 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई थी. इसके साथ ही मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य, और अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद किए गए हैं।

बता दें, सुकमा पुलिस को 28 फरवरी 2025 को गुंडराजगुड़ेम क्षेत्र में शीर्ष माओवादियों के होने की सूचना मिली थी. सूचना मिलते ही सुकमा डीआरजी और 203 CoBRA की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी सर्च अभियान पर रवाना हुई. इसके बाद, 1 मार्च 2025 को सुबह लगभग 9 बजे जंगल के पहाड़ी इलाके में माओवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई, जो रुक-रुक कर चली. मुठभेड़ समाप्त होने के बाद, दोनों माओवादियों के शव और उनके पास से कई महत्वपूर्ण सामग्रियां बरामद की गईं.

मारे गए माओवादियों की पहचान

  1. सोड़ी लिंगे – एसीएम (एरिया पडियारो पोल्लो अध्यक्ष), निवासी पश्चिम बस्तर बीजापुर, ईनामी 5 लाख रुपये.
  2. पोड़ीआम हड़मा – एसीएम (जनताना सरकार अध्यक्ष), निवासी पश्चिम बस्तर बीजापुर, ईनामी 5 लाख रुपये.

बरामद सामग्री

  • 1 नग बीजीएल लांचर
  • 1 नग 12 बोर बंदूक
  • 5 नग बीजीएल सेल
  • 5 नग 12 बोर रायफल के जिंदा राउंड
  • 1 नग वायरलेस सेट
  • 4 नग बीजीएल कॉटीज
  • भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री और नक्सल साहित्य

नक्सलियों के खात्मे को लेकर पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने कहा कि “बस्तर पुलिस, DRG, STF, CAF और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों की टीमें लोकतंत्र की रक्षा और क्षेत्र की शांति बनाए रखने के लिए पूरी कर्तव्यनिष्ठा से काम कर रही हैं. आने वाले दिनों में हमारा संकल्प और प्रयास और भी मजबूत होगा.”

कांग्रेस-भाजपा पार्षदों ने शपथ ग्रहण कार्यक्रम का किया बहिष्कार, बागियों की पुनः वापसी से मचा घमासान

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही- पेंड्रा के असेम्बली हॉल हाई स्कूल में आज नवनिर्वाचित अध्यक्ष और पार्षदों का शपथ ग्रहण समरोह हुआ. इस कार्यक्रम में पूर्व कैबिनेट मंत्री जयसिंह अग्रवाल शामिल होने पहुंचे, लेकिन केवल नवनिर्वाचित निर्दलीय अध्यक्ष राकेश जालान और एक निर्दलीय पार्षद ने ही शपथ ली. वहीं भाजपा-कांग्रेस के 13 और एक निर्दलीय पार्षद ने शपथ ग्रहण समरोह का बहिष्कार करते हुए इससे दूरी बना रखी.

दरअसल, राकेश जालान नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस के ही सदस्य थे. उन्होंने चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़कर कांग्रेस प्रत्याशी को 199 वोटो के अंदर से हराया था. साथ ही सभी 15 वार्डों में कांग्रेस पार्टी के खिलाफ ही काम कर कांग्रेस प्रत्याशी को हराया था. जिसके बाद राकेश जालान सहित 13 कांग्रेसियों को निष्कासित किया गया था. 

नगरीय निकाय चुनाव के रिजल्ट आने के 14 दिन के अंदर इन बागी नेताओं को पुनः कांग्रेस में जगह दे दी गई. जिससे नाराज होकर पंकज कांग्रेस के 6 पार्षदों ने आज आयोजित शपथ ग्रहण कार्यक्रम का बहिष्कार किया. साथ ही 7 भाजपा के पार्षद और एक निर्दलीय पार्षद ने भी कार्यक्रम का बहिष्कार किया. वहीं भाजपा पार्षद विधायक अमर अग्रवाल के साथ नजर आए.

कार्यक्रम को लेकर पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि जो भी व्यक्ति किसी पद पर बैठता है, उसकी कार्य क्षमता पर काफी कुछ निर्भर करता है. राकेश जालान पहले भी निर्दलीय अध्यक्ष बने थे, और जब कांग्रेस में शामिल हुए थे तभी भी बहुत काम हुआ. आगे भी काम होगा, क्षमतावान है इसलिए बेहतर काम होंगे. कांग्रेस के जो अध्यक्ष और पदाधिकारी है, उन्हें मेरा खुला समर्थन है.

कांग्रेस के नाराज नवनिर्वाचित पार्षदों और कार्यकर्ताओं का कहना है कि नगर पालिका परिषद पेंड्रा में कांग्रेस विपक्ष में रहेगी. जो अध्यक्ष है, वह निर्दलीय है, वह हमारे पार्टी के नहीं हैं. आने वाले समय में यह मतभेद बढ़ते हुए नजर आ सकता है.

छत्तीसगढ़ का बजट कल होगा पेश, वित्त मंत्री ओपी चौधरी बोले- यह बजट प्रदेश को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा, PCC चीफ के बयान पर किया पलटवार

रायपुर- छत्तीसगढ़ में कल यानी सोमवार 3 मार्च को मुख्य बजट पेश होने से पहले वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने आज महत्वपूर्ण प्रेसवार्ता की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का दूसरा बजट छत्तीसगढ़ को नई ऊंचाइयों पर ले जाने वाला होगा। सरकार को लगभग सवा साल हो गया है, कल साय सरकार का दूसरा बजट पेश किया जाएगा, जो छत्तीसगढ़ के विकास को गति देने वाला होगा। पिछली बार की तुलना में इस बार बजट का आकार बड़ा होगा।

PCC चीफ के बयान पर किया पलटवार

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज द्वारा बजट को ‘बर्बादी का बजट’ बताए जाने पर वित्त मंत्री ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि “बजट आने से पहले ही विपक्ष आलोचना कर रहा है। कांग्रेस की सोच हमेशा नकारात्मक रही है।” वित्त मंत्री ने बताया कि जब छत्तीसगढ़ का गठन हुआ था, तब बजट मात्र 5000 करोड़ रुपये का था, जो अब कई गुना बढ़ चुका है। उन्होंने कहा कि इस बार भी बजट का आकार बढ़ेगा और यह प्रदेश को विकसित छत्तीसगढ़ की ओर ले जाने वाला होगा।

वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री साय की नीतियों का जिक्र करते हुए कहा कि पीएम मोदी भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए काम कर रहे हैं और मुख्यमंत्री साय भी उसी दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। इस साल छत्तीसगढ़ के गठन के 25 वर्ष पूरे हो रहे हैं और यह अटल जी की जन्मशताब्दी का वर्ष भी है, ऐसे में बजट विकासोन्मुखी होगा। उन्होंने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि किसानों को बोनस दिया गया, 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की गई और कई अन्य योजनाएं सफलतापूर्वक लागू की गईं। ओपी चौधरी ने कहा कि यह बजट पिछले बजट का अगला चरण होगा और विकसित भारत का मार्ग प्रशस्त करेगा।

वन्यजीव प्रेमी नितिन सिंघवी का दावा- बाइसन को बेहोशी से बाहर लाने दी गई 10 महीने पहले एक्सपायर हुआ इंजेक्शन, इसलिए हुई मौत

रायपुर- छत्तीसगढ़ में वन्यजीव संरक्षण पर गंभीर सवाल खड़ा करने वाला एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. 25 जनवरी को बरनावापारा अभ्यारण्य से गुरु घासीदास टाइगर रिजर्व भेजी गई मादा सब एडल्ट बाइसन की मौत 12 घंटे की ट्रक यात्रा के बाद हो गई थी. इस मामले में अब वन विभाग के ही दस्तावेज यह उजागर कर रहे हैं कि बाइसन की हत्या की गई थी.

बेहोशी से निकालने की दवा कालातीत थी

बड़े वन्य प्राणियों को ट्रांस्लोकेट करने के लिए पहले उन्हें पकड़ने (कैप्चर) करने के लिए बेहोश किया जाता है. बेहोशी से निकलने के लिए उसी बेहोश करने वाली दवा की एंटीडॉट (रेवेर्सल) का इंजेक्शन दिया जाता है. दुर्भाग्यपशाली मादा सब एडल्ट बाइसन को बेहोश करने की जो दवा दी गई थी वह कैपटीवान थी. कैपटीवान कितनी ताकतवार होती है इस बात का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह मोर्फिन से तीन से आठ हजार गुना ताकतवार होती है. मादा सब एडल्ट को कैपटीवान तो दी गई पर उसका असर पलटने के लिए जो एक्टिवोन का इंजेक्शन लगाया गया वह एक्टिवान 10 महीने पहले ही कालातीत (एक्सपार) हो गई थी, इसलिए वह एक्टिवोन असर नहीं कर पाई और मादा सब एडल्ट बाइसन की मौत ताकतवार कैपटीवान के असर में घंटो रहने के कारण हो गई।

तड़प-तड़प के मरी होगी


यदि बेहोशी से निकालने वाली एक्टिवोन का प्रयोग नहीं किया जाता है या वह कालातीत होने से अप्रभावी हो जाती है, तो बाइसन जैसे वन्यप्राणी को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं. जैसे लंम्बे समय तक बेहोश रहने से सांस लेने की दर धीमी हो जाती है जिससे मौत हो जाती है. हृदय संबंधी जटिलताएं पैदा होती है जैसे रक्तचाप और हृदय गति पर असर, हृदयघात से मौत. लम्बे समय तक बेहोश रहने से वन्यप्राणी अपने शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में असमर्थ हो जाते हैं ऐसी बहुत तकलीफों से मादा सब एडल्ट बाइसन की मौत हुई होगी.


क्या कहते हैं दस्तावेज

बेहोश करने वाली कैपटीवान और बेहोशी से निकालने वाली एक्टिवोन, दोनों दवाईयां साउथ अफ्रीका के वाइल्डलाइफ फार्मास्युटिकल्स से दिसम्बर 2022 में जंगल सफारी प्रबंधन ने बुलवाई थी. इसमें से बेहोशी से निकालने वाली दवा एक्टिवोन के बैच का नंबर 123040 था जिसकी चार शीशी (प्रत्येक 10 मिलीलीटर की) आई, जिनका सीरियल नंबर 12/283, 284, 285, 286 था. इनकी कालातीत होने का समय कंपनी ने मार्च 2024 बताया था. इनमे से बाइसन ट्रांसलोकेशन के लिए सीरियल नंबर 12/283 और 284 कालातीत होने के नौ माह बाद जंगल सफारी प्रबंधन ने 27 दिसम्बर 2024 को बलोदाबाजार वनमण्डल भेजी, जहां बारनावापारा अभ्यारण आता है. 25 जनवरी 2025 को बाइसन को बारनावापारा अभ्यारण में बेहोश करने के बाद बेहोशी से निकालने के लिए इनमें से कालातीत एक्टिवोन का प्रयोग किया गया.

वन्यजीव प्रेमी नितिन सिंघवी ने पूरे दस्तावेज शासन को भेजते हुए मृत बाइसन को न्याय दिलाने की मांग की है. सिंघवी ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) से आग्रह किया है कि वो जनता को बतायें कि कालातीत दवाई का उपयोग क्यों किया गया जिससे बाइसन मर गया? वो कौन था जिसने जंगल सफारी से कालातीत दवाई बलोदा बाज़ार वनमण्डल भेजी? वो डॉक्टर कौन था जिसने कालातीत दवाई बाइसन को लगाईं? सिंघवी ने यह भी पूछा कि बारनावापारा अभ्यारण से गुरु घासीदास नेशनल पार्क 40 बाइसन भेजने की अनुमति 2018 में मिली थी उसके बाद चार साल में कोई कार्यवाही नहीं हुई फिर जनवरी 2023 में किस अधिकारी ने इसे अपना ड्रीम प्रोजेक्ट बनाया जिसके कारण बाइसन की मौत हुई?

बजट को लेकर दीपक बैज का बीजेपी पर हमला, कहा-

रायपुर- छत्तीसगढ़ सरकार कल यानी 3 मार्च को अपना पूर्ण बजट पेश करेगी, इस पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार के पास न कोई नीति है न कोई विजन है. डेढ़ लाख करोड़ से ज्यादा का बजट लाने वाले हैं. डेढ़ साल में एक रुपए सरकार ने नहीं दिया. पिछले साल का जो काम था, वहीं रनिंग में चल रहा है. स्कूल और स्वास्थ्य के लिए कोई नई योजना नहीं है. इस सरकार में काम करने के लिए कोई काम है? हजारों करोड़ का कर्ज ले चुकी है वो पैसा कहां जा रहा है?

प्रवर्तन निदेशालय ने कल कांग्रेस महामंत्री मलकीत सिंह गेंदु को पूछताछ के लिए तलब किया है. इसे लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि ईडी ने हमारे महामंत्री से कुछ और जानकारियां मांगी है. जिस तरह से बेवजह परेशान किया जा रहा है और कांग्रेस के नेताओं को टारगेट किया जा रहा है. बीते दिनों पूरे प्रदेश में ED और भाजपा के खिलाफ पुतला दहन हुआ है. कल ED कार्यालय के सामने बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी पार्टी कर रही है. ये बदलापुर की जो राजनीति चल रही हैं ये ठीक नहीं है. 

दीपक बैज ने विजय बघेल द्वारा पूर्व सीएम भूपेश बघेल की तुलना किए जाने पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि कौन झूठ बोलता है, ये तो वो ख़ुद जानते हैं. विजय बघेल अपनी सरकार में झांक लें, कि कौन-कौन से मोदी की गारंटी को पूरी किए हैं. विजय बघेल ने ख़ुद अपनी सरकार पर सवाल उठाए हैं. 

मुख्यमंत्री साय एवं विस अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की उपस्थिति में नगर पालिक निगम अंबिकापुर के नवनिर्वाचित महापौर, पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह संपन्न

रायपुर-  नगर पालिक निगम अंबिकापुर के नवनिर्वाचित महापौर एवं पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह आज अंबिकापुर में पीजी कॉलेज हॉकी स्टेडियम में संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह की उपस्थिति में कलेक्टर विलास भोसकर ने महापौर मंजूषा भगत और पार्षदों को 8-8 के समूह में शपथ दिलाई।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि नगर निगम अंबिकापुर का यह शपथ ग्रहण समारोह जनता के विश्वास, लोकतांत्रिक मूल्यों और नगर के विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।नगर सरकार 'अटल विश्वास पत्र' में किए गए सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने कहा कि जनता ने जिस विश्वास के साथ महापौर और पार्षदों को चुना है, वे उस पर खरा उतरेंगे। उन्होंने कहा कि अंबिकापुर को स्वच्छ, स्मार्ट और समृद्ध नगर बनाने के लिए सभी को एकजुट होकर काम करना होगा।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने नव निर्वाचित जनप्रतिनिधियों को शुभकामनाएँ देते हुए नगर के विकास में पारदर्शिता और प्रभावी प्रशासन पर जोर दिया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री राम विचार नेताम, सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज, अंबिकापुर विधायक राजेश अग्रवाल, लुण्ड्रा विधायक प्रबोध मिंज, छत्तीसगढ़ राज्य युवा आयोग के अध्यक्ष विश्व विजय सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

भाजपा ने कांग्रेस को हिंदी सुधारने की दी नसीहत, पीसीसी चीफ बैज ने कहा- पहले अपने आप को झांक लें

रायपुर- प्रदेश में ED की कार्रवाई समेत अन्य मुद्दों पर भाजपा और कांग्रेस के बीच राजनीतिक टकराव जारी है. लेकिन इस बार बहस का मुद्दा कोई आरोप-प्रत्यारोप नहीं, बल्कि हिंदी की वर्तनी को लेकर है. सोशल मीडिया पर भाजपा ने कांग्रेस की एक पोस्ट में गलती निकालते हुए तंज कसा, तो कांग्रेस ने भी इसपर हमला बोला है.

भाजपा ने X पर कांग्रेस पर तंज कसते हुए लिखा, “प्रिय INC छत्तीसगढ़, एक पढ़ा-लिखा एक्स हैंडलर रखिये, जो कम से कम हिंदी सही सही लिख पढ़ ले, सही शब्द ‘कवयित्री’ है, ‘कवियित्री’ नहीं.

भाजपा के इस कटाक्ष पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा को ऐसा लगता है कि सबसे ज्यादा बुद्धिमान वही हैं, पूरे देश में और कोई नहीं. पहले अपने आप को झांक लें. अगर खुद को बुद्धिमान समझते हैं तो बधाई. लोगों के विकास और देश के आर्थिक विकास में कांग्रेस का जितना योगदान है, उतना भाजपा का नहीं.

खाना खाने के बाद परिजनों ने पिया मरी हुई छिपकली वाला पानी, सभी अस्पताल में भर्ती

कोरबा-  छत्तीसगढ़ के कोरबा में आज रसोई में लापरवाही के चलते एक ही परिवार के चार लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार हो गए. इनमें परिवार के पति-पत्नी और बेटी दामाद शामिल हैं. सभी को जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है. 

जानकारी के अनुसार, यह पूरी घटना कोरबा जिले के सीमावर्ती क्षेत्र बरपाली तुरिधाम नगरदा गांव की है. यहां 50 वर्षीय प्यारेलाल, उसकी पत्नी 48 वर्ष, उनकी 32 वर्षीय बेटी कलाबाई बाई और 35 वर्षीय दामाद रथराम एक साथ खाना खाए. खाना खाने के 1 घंटे बाद अचानक सभी की तबीयत बिगने लगी. चारों को तुरंत एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया.  

बताया जा रहा है कि पीने का पानी जिस टब में रखा गया था, उसमें छिपकली मरी हुई मिली. खाना खाने के दौरान इसी पानी के उपयोग करने से चारों की तबीयत बिगड़ गई. 

छत्तीसगढ़: नव उद्यमियों के लिए अपार संभावनाएं – मुख्यमंत्री विष्णदेव साय

रायपुर-  मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ औद्योगिक विकास और नव उद्यमिता के लिए अपार संभावनाओं से भरा राज्य है। यह राज्य वन, खनिज और ऊर्जा संसाधनों से समृद्ध है और बिजली उत्पादन में सरप्लस राज्यों में शामिल है। इन संसाधनों के चलते यहाँ उद्योगों की स्थापना के लिए अनुकूल वातावरण उपलब्ध है। सरकार निवेशकों और नव उद्यमियों को हरसंभव सहयोग प्रदान कर रही है, ताकि प्रदेश में आर्थिक विकास और रोजगार के नए अवसरों को प्रोत्साहित किया जा सके।

उन्होंने राजधानी स्थित अपने निवास कार्यालय में फार्मा, रियल एस्टेट और आईटी क्षेत्र के प्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान यह बात कही। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, सचिव डॉ. बसवराजू एस., पी. दयानंद, राहुल भगत, उद्योग सचिव रजत कुमार और प्रबंध संचालक विश्वेष झा उपस्थित थे।

नई औद्योगिक नीति 2024-30 से उद्योग स्थापना होगी आसान

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नई औद्योगिक विकास नीति 2024-30 लागू की गई है, जिससे निवेशकों के लिए उद्योग स्थापित करना पहले से अधिक सरल और सुविधाजनक हो गया है। इसके तहत ऑनलाइन आवेदन और त्वरित प्रोसेसिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे निवेश प्रक्रिया पारदर्शी और तेज़ बनी है। इसके अतिरिक्त, 'सिंगल विंडो 2.0' प्रणाली लागू की गई है, जिससे सभी आवश्यक स्वीकृतियाँ आसानी से मिल रही हैं और निवेशकों को किसी तरह की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ रहा है।

नए औद्योगिक पार्क से निवेश को मिलेगा बढ़ावा

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि राज्य सरकार नए औद्योगिक पार्कों की स्थापना कर रही है, जिससे उद्योगपतियों को आवश्यक बुनियादी ढाँचा और संसाधन उपलब्ध होंगे। इससे नव उद्यमियों को भी सशक्त वातावरण मिलेगा, जिससे वे अपनी व्यावसायिक यात्रा को मजबूती से आगे बढ़ा सकें। इस पहल से न केवल औद्योगिक इकाइयों की संख्या बढ़ेगी, बल्कि प्रदेश में रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

छत्तीसगढ़ में रिकॉर्ड निवेश प्रस्ताव, पहली बार सेमीकंडक्टर और एआई सेक्टर को बढ़ावा

मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि नई औद्योगिक नीति लागू होने के बाद अब तक छत्तीसगढ़ को 1.23 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। प्रदेश में एआई, आईटी, डाटा सेंटर, फार्मास्युटिकल, रियल एस्टेट और रोबोटिक्स जैसे सेक्टरों को विशेष प्रोत्साहन दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप, छत्तीसगढ़ में पहली बार सेमीकंडक्टर, डाटा सेंटर और एआई आधारित उद्योगों की स्थापना के लिए निवेश प्रस्ताव मिले हैं, जो प्रदेश के औद्योगिक विकास में एक बड़ा मील का पत्थर साबित होंगे।

औद्योगिक निवेश को लेकर सकारात्मक संवाद

मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक के दौरान उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि छत्तीसगढ़ सरकार उद्यमियों को हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश की औद्योगिक नीति स्पष्ट, पारदर्शी और निवेशक-अनुकूल हैं, जिससे देश-विदेश के उद्योगपतियों को छत्तीसगढ़ में व्यापार स्थापित करने के लिए आवश्यक सुविधाएं दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने निवेशकों को आमंत्रित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार उनके व्यापार को सफल बनाने में हरसंभव सहयोग देगी। राज्य की नई औद्योगिक पहल प्रदेश को आर्थिक प्रगति और नवाचार के नए दौर में ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

इस अवसर पर कई प्रतिष्ठित उद्यमियों और निवेशकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, जिनमें प्रमुख रूप से मैनकाइंड फार्मा से गौरव चौहान, एम्बेसी रीट के सीईओ विकास खडोलिया, यूअरस्टोरी की संस्थापक श्रद्धा शर्मा और मायट्री स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप के फाउंडर रोहित कश्यप शामिल थे।