झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नाम शानदार उपलब्धि20 साल में झारखंड की साक्षरता दर 53%से बढ़ कर 76 प्रतिशत हो गयी


रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सत्ता काल में कई उपलब्धि सामने आई जिसमे साक्षरता दर में लगातार सुधार हो रहा है। वर्ष 2000 में 53 प्रतिशत से बढ़कर 2023-24 में 76 प्रतिशत हो गई है। 

पुरुषों में साक्षरता दर 83 प्रतिशत और महिलाओं में 70 प्रतिशत है। साक्षरता में लैंगिंक अंतर भी घटकर 17.2 प्रतिशत हो गया है। राज्य में स्नातक छात्रों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

शिक्षा के क्षेत्र में शानदार उपलब्धि

झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने वह काम कर दिया जिसे 20 साल में किसी मुख्यमंत्री ने नहीं किया। दरअसल, झारखंड में अब तेजी से साक्षरता में सुधार होने लगा है। स्नातकों की संख्या में जबरदस्त तरीके से इजाफा हो रहा है।

वर्ष 2000 में झारखंड की साक्षरता दर 53 प्रतिशत थी जो वर्ष 2023-24 में बढ़कर 76 प्रतिशत हो गई है। वर्ष 2023-25 में पुरुषों में साक्षरता दर 83 प्रतिशत तथा महिला साक्षरता दर 70 प्रतिशत थी। हालांकि वर्ष 2019-20 की तुलना में साक्षरता में लैंगिंक अंतर 27 प्रतिशत था जो अब घटकर 17.2 प्रतिशत रह गया है।

राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में रखी गई झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण-2023-24 की रिपोर्ट में इसका उल्लेख करते हुए कहा गया कि राज्य में अशिक्षितों की संख्या तेजी घट रही है, वहीं स्नातकों की संख्या में सात प्रतिशत तथा स्नातकोत्तर की संख्या में एक प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

हालांकि, सर्वेक्षण में शिक्षा में ग्रामीण-शहरी समानता व उच्च शिक्षा तक पहुंच काे बड़ी चुनौती बताते हुए इसमें काम करने की आवश्यकता बताई है।

देश में सिंगल टीचर वाले स्कूलों की संख्या घटी

इधर, देश में सिंगल टीचर वाले स्कूलों की संख्या घटी है, लेकिन झारखंड में ऐसे स्कूलों की संख्या बढ़ गई है। झारखंड आर्थिक सर्वेक्षण-2024-25 की रिपोर्ट के अनुसार, देश में वर्ष 2022-23 में ऐसे स्कूलों की संख्या 8.06 प्रतिशत थी, जो वर्ष 2023-24 में घटकर 7.53 प्रतिशत हो गई है।

इसके उलट झारखंड में इस दौरान सिंगल टीचर वाले स्कूलों की संख्या 17.13 प्रतिशत से बढ़कर 18.78 प्रतिशत हो गई है। राज्य में ऐसे स्कूलों में नामांकन भी बढ़ा है। वर्तमान में इन विद्यालयों में 4.10,199 बच्चे नामांकित हैं। यह सर्वेक्षण यूडायस प्लस में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर किया गया है।

इस बीच, राहत की खबर यह है कि राज्य में ऐसे स्कूलों की संख्या में कमी आई है, जहां शून्य नामांकन होता है। ऐसे स्कूलों की संख्या उक्त अवधि के दौरान 370 से घटकर 199 हो गई है। रिपोर्ट के अनुसार, यह राज्य में शिक्षा में हुए सुधार को दर्शाता है।

शिक्षक और छात्र की संख्यां में सुधार

आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड में स्कूली शिक्षा में छात्र शिक्षक अनुपात (पीटीआर) में सभी स्तरों पर लगातार सुधार हुआ है। हालांकि राष्ट्रीय स्तर पर 25 छात्रों पर एक शिक्षक उपलब्ध हैं, जबकि झारखंड में 35 छात्रों पर एक शिक्षक उपलब्ध हैं।

दूसरी तरफ, उच्च कक्षाओं में शिक्षक-छात्र अनुपात बढ़ता जाता है। रिपोर्ट में शिक्षकों की नियुक्ति की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।

फ्राॅड : रांची के राज मोटर्स ने बेची चोरी की गाड़ी, फर्जीवाड़ा का ऐसे हुआ खुलासा!


हजारीबाग : जिला परिवहन कार्यालय इन दिनों पूरे राज्य भर में चर्चा में है. इस कार्यालय से दो गाड़ी को एक ही रजिस्ट्रेशन नंबर दिया गया. जिसका इंजन नंबर और चेचिस नंबर भी एक था.जांच में यह बात स्पष्ट हो गई है कि हजारीबाग में जो सेकंड हैंड गाड़ी का रजिस्ट्रेशन हुआ था वह चोरी की थी. 

आरसी बुक और रजिस्ट्रेशन नंबर फर्जीवाड़ा से निकलकर दूसरे व्यक्ति को नंबर उपलब्ध कराया गया था.हजारीबाग जिला परिवहन कार्यालय से फर्जीवाड़ा कर सत्येंद्रनाथ सिंह की वाहन बताकर सचिन दास को ट्रांसफर की गई स्कार्पियों बिहार के पूर्णिया से चोरी की गई थी.

 उसका असली नंबर बीआर 11 पीए - 8427 है. जांच के अनुसार दिसंबर 2022 में वाहन की चोरी हुई थी. इससे पूर्व स्कापिर्यो की बिक्री तीसरी बार हो चुकी थी. इसका अंतिम मालिक वैशाली जिला का अमरजीत कुमार पिता राम राज सिंगरा है. जांच में इस बात की पुष्टि हुई है कि 2022 तक महिंद्रा शोरूम में वाहन की अंतिम सर्विस की गई. 2017 मॉडल बीएस फोर स्कार्पियो है.

हजारीबाग सदर थाना में परिवहन कार्यालय द्वारा खरीददार सचिन दास सहित अन्य पर प्राथमिकी कराई गई है. परिवहन पदाधिकारी बैजनाथ कामती के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. सदर थाना को दिए गऐ आवेदन में इस बात की जानकारी दी गई है कि फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर परिवहन कार्यालय से वाहन को पंजीकृत कराया गया. शुक्रवार को प्राथमिकी दर्ज कराने की कवायद की जा रही थी. परिवहन कार्यालय के आवेदन पर मामला दर्ज होते ही एक बड़े वाहन चोर गिरोह का पर्दाफाश करने का जिम्मा सदर थाने की पुलिस पर आ जाएगी.जानकारी के अनुसार जब वाहन का दूसरे नाम से ट्रांसफर किया गया था, उस वक्त परिवहन कार्यालय हजारीबाग में मनोज एक्का नामक सहायक को इस कार्य का जिम्मा था. मनोज एक्का ने ही वाहन जांच को लेकर अपनी संस्वीकृति दी थी और नव नियुक्त पदाधिकारी को एमभी एक्ट के तहत बिना मालिक को बुलाए ट्रांसफर किए जाने की सूचना देकर अपने विश्वास में ले लिया और नाम स्थानातंरण करा दिए गए.

रांची के कांटाटोली चौक पर नए और पुराने वाहनों की खरीद-बिक्री का धंधा करने वाला राज मोटर्स ने चोरी के वाहन को खपाने के लिए जाली दस्तावेज तैयार किए थे. उसने ही सचिन दास को बेचे गए वाहन का नाम ट्रांसफर कराने का जिम्मा लिया था. परिवहन कार्यालय हजारीबाग से मिलीभगत कर सारा खेल को अंजाम दिया और बिना मालिक को बुलाए वाहन का नाम ट्रांसफर करा दिया था.यह सच परिवहन कार्यालय और वाहन के खरीददार सचिन दास की जांच और दी गई जानकारी के बाद सामने आया है. जांच में कई बड़े चौकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रहा है, परत दर परत सच्चाई सामने आ रही है. संभावना है कि राज मोटर्स से लेकर दलाल शशि, बब्लू और अन्य भी पुलिस के गिरफ्त में हैं.

अनुभूति एक एहसास ऑल इंडिया सांस्कृतिक कंपटीशन एंड फेस्टिवल का हुआ उद्घाटन

धनबाद :अनुभूति एक एहसास ऑल इंडिया सांस्कृतिक कंपटीशन एंड फेस्टिवल में डांस, सिंगिंग इंस्ट्रूमेंट्स एंड ड्राइंग कंपटीशन एंड फेस्टिवल में डांसिंग का दो दिवसीय आयोजन के प्रथम दिन शनिवार को बीसीसीएल सीएमडी की धर्मपत्नी मिली दत्ता, बीसीसीएल डायरेक्टर पर्सनल की धर्मपत्नी पूर्विता रमैया,कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वैभव सिन्हा, काला हीरा के डॉयरेक्टर राजेंद्र प्रसाद, एआईटीसी उपाध्यक्ष वशिष्ठ सिन्हा, क्लब इंडिया के संस्थापक संतोष रजक, समाजसेवी सुमित सवारियां, अनुभूति एक एहसास की सेक्रेटरी सारसी चंद्रा एवं आकाश सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।

मंच संचालन श्रुति चंद्रा और शिप्रा भट्ट ने किया। स्थानीय नन्हे कलाकारों ने एक से बढ़कर एक मनमोहक एवं शानदार प्रस्तुति दी।निर्णायक में सिमरन छाबड़ा ने बारीकी से प्रतियोगिता के प्रतिभागियों के प्रतिभाओं का आकलन कर उन्हें अंक दिए।

उसी आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेता घोषित किया गया जिन्हें अतिथियों के द्वारा मंच पर मेडल एवं प्रशस्ति पत्र दिया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में संजय चंद्रा श्यामल राय चौधरी, सम्पा राय चौधरी की सक्रिय भूमिका थी। अनुभूति एक एहसास की सचिव सारसी चंद्रा ने बताया इस आयोजन से बच्चों को अपनी प्रतिभाओं को प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण मंच मिलता है पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र से उनका मनोबल बढ़ता है और वह बड़े मंच की और अग्रसर होते है।

 बच्चों के प्रतिभाओं को निखारने के लिए बीसीसीएल, 99 ग्रुप ऑफ कंपनीज क्लब इंडिया में अपना सहयोग एवं समर्थन दिया है

नीतीश विचार मंच एवं जिला जदयू ने मनाया बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 74 वां जन्मदिन*

धनबाद :नीतीश विचार मंच एवं जिला जदयू ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का 74वां जन्मदिन धुमधाम से धनबाद सर्किट हाउस में मनाया गया।

 कार्यक्रम की अध्यक्षता नीतीश विचार मंच के प्रदेश अध्यक्ष सह धनबाद जिला जनता दल यू के अध्यक्ष पिन्टू कुमार सिंह ने किया। सर्वप्रथम सभी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने पार्टी के सर्वमान्य नेता नीतीश कुमार के जन्मदिन के अवसर पर केक काटकर जन्मदिन मनाया। उसके बाद एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर उनके जन्म दिवस पर बधाई दिए और नीतीश कुमार की दीर्घायु होने के लिए भगवान से कामना किए।

नीतीश विचार मंच के प्रदेश अध्यक्ष पिन्टू कुमार सिंह ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भारत रत्न के उपाधि से सम्मानित करने की मांग देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री से किया गया। इसके अलावा बिहार की राजनीत में राजनीतिक पारदर्शिता बने रहे इसके लिए नीतीश कुमार के पुत्र निशान्त कुमार को बिहार के सक्रिय राजनीत में लाने की मांग की गई।मौके पर पार्टी के प्रदेश महासचिव सुशील कुमार सिंह, उदय कुमार सिंह, ओबीसी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रामस्वरूप यादव, हाजी हसीब खान, प्रदेश सचिव राजु कुमार सिंह, मुन्ना सिन्हा, विजय सिंह कुशवाहा, धनबाद नगर अध्यक्ष धनलाल दुबे, युवा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष रूपेश पासवान, महिला प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष पुष्पा पांडेय आदि मौजूद थे।

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में सजा काट रहे पीएलएफआई उग्रवादी समीर तिर्की फरार,जेल प्रशासन पर उठे सवाल

रांची-होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में सजा काट रहा पीएलएफआई उग्रवादी समीर तिर्की फरार हो गया है. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बताया जाता है कि वह जेल के मुख्य गेट की ओर से शुक्रवार की अलसुबह फरार हुआ है.

 वह गुमला के वृंदा, भंडरा टोली का रहने वाला है. जेल प्रशासन की ओर से मामले में खेलगांव थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.

कैदियों की गिनती होने पर मिली गायब होने की जानकारी

प्राथमिकी में कहा गया है कि शुक्रवार की सुबह 5:30 बजे जब कैदियों की गिनती हो रही थी, तब पता चला कि समीर गायब है. उसके बाद जेल के अंदर सभी जगह उसकी तलाश की गयी. जेल आइजी सुदर्शन मंडल ने बताया कि उसके फरार होने के बाद रांची बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, गुमला स्थित उसके घर के अलावा उसके छिपने के संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. 

उन्होंने कहा कि अभी तक किसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी है. जानकारी के अनुसार, काफी दिनों से होटवार जेल में स्थायी अधीक्षक या स्थायी जेलर की पोस्टिंग नहीं की गयी है. दोनों पदों पर प्रभार से काम चलाया जा रहा है.

वर्ष 2018 से जेल में बंद था उग्रवादी समीर तिर्की

बताया जाता है कि गुमला में वर्ष 2013 में अपहरण के बाद हत्या के एक मामले में गिरफ्तार समीर तिर्की वर्ष 2018 से जेल में बंद था. वर्ष 2022 में उसे आजीवन कारावास की सजा हुई थी. समीर तिर्की पहले पहाड़ी चीता नामक उग्रवादी गिरोह में था. बाद में जोनल कमांडर परमेश्वर गोप तथा एरिया कमांडर बसंत तिर्की के साथ रहकर गुमला में उसने कई घटनाओं को अंजाम दिया. एक बार गुमला के एक गांव में बसंत तिर्की और समीर तिर्की किसी घटना को अंजाम देने गये थे. उसी दौरान बसंत तिर्की ग्रामीणों के हत्थे चढ़ गया और पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी गयी थी.

थ्री लेयर की सिक्योरिटी में कैसे सेंध लगा कर भागा कैदी?

बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा, होटवार के जेल में तीन लेयर में सुरक्षा के इंतजाम हैं. सारे सुरक्षाकर्मियों की आंखों में धूल झोंककर कैदी समीर तिर्की फरार हो गया. जेल के मुख्य गेट पर 10 सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होती है. उसमें चार-एक हथियार बंद तथा चार-एक के अन्य सुरक्षाकर्मियों की तैनाती होती है. जब कैदी कोर्ट अथवा अस्पताल से आते हैं, तो मुख्य गेट से अंदर आने पर उनकी पूरी तलाशी ली जाती है. उसके बाद उन्हें जेल के अंदर प्रवेश करने दिया जाता है.

झारखंड के 48 नगर निकायों में से 35 नगर निकायों के मतदाताओं का सर्वे पूरा, सर्वे का रिपोर्ट सौंपी गई राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को

रांची-झारखंड के कुल 48 नगर निकायों में 35 नगर निकायों ने 28 फरवरी तक ओबीसी सर्वेक्षण कर राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है. जबकि, 13 निकायों की रिपोर्ट आनी शेष है. 

वहीं, राज्य के 15 जिलों में 30 नगर निकायों ने ओबीसी सर्वेक्षण का कार्य पूरा कर लिया है. धनबाद, गुमला, लोहरदगा, सिमडेगा, लातेहार, चतरा, दुमका, पाकुड़, रामगढ़, जामताड़ा, पलामू, पूर्वी सिंहभूम, गिरिडीह, पश्चिम सिंहभूम व गढ़वा के नगर निकायों ने पिछड़ा वर्ग आयोग को रिपोर्ट सौंप दी है.

पांच निकायों ने सर्वे पूरा

तीन जिलों गोड्डा, साहेबगंज व सरायकेला-खरसावां के आठ में से पांच निकायों ने सर्वे पूरा कर आयोग को रिपोर्ट दे दी है. इन जिलों के तीन निकायों में ओबीसी सर्वेक्षण अभी जारी है. इन निकायों ने तीन मार्च तक आयोग को रिपोर्ट सौंपने की बात कही है, जबकि रांची, बोकारो, हजारीबाग, कोडरमा, देवघर व खूंटी समेत कुल छह जिलों ने एक भी नगर निकाय में सर्वे का कार्य पूरा नहीं किया है. इन निकायों ने आयोग को 10 मार्च तक रिपोर्ट देने को आश्वस्त किया है.

लोहरदगा नगर परिषदक्षेत्र में 41.32% हैं पिछड़े वर्ग के मतदाता

लोहरदगा नगर परिषद क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के 17,798 मतदाता हैं, जबकि निकाय में मतदाताओं की कुल संख्या 43,070 है. पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं का कुल प्रतिशत 41.32 है. वहीं, निकाय में अत्यंत पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की कुल संख्या 6,856 है. जो कुल मतदाताओं की संख्या का 15.92 प्रतिशत है.

झारखंड में मैट्रिक हिंदी और विज्ञान की परीक्षा दोबारा,इंटर की तिथि भी तय परीक्षा की तिथि हुई घोषित,


 

रांची: झारखंड में मैट्रिक की हिंदी और विज्ञान की पुनर्परीक्षा की तिथि घोषित कर दी गयी है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि हिंदी की परीक्षा सात मार्च को और विज्ञान की परीक्षा आठ मार्च को होगी. प्रश्न पत्र आउट (पेपर लीक) होने के बाद दोनों परीक्षाएं रद्द कर दी गयी थीं. इसके बाद अब इन परीक्षाओं के लिए नयी तारीख की घोषणा की गयी है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने दोबारा परीक्षा की तारीखों की घोषणा कर दी है. पेपर लीक केस में झारखंड की कोडरमा पुलिस ने गिरिडीह जिले से कई आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पिछले दिनों पेपर लीक की खबर सामने आने के बाद जैक बोर्ड ने दोनों परीक्षाओं को रद्द कर दिया था. इसके साथ ही कार्रवाई भी की गयी थी. गिरिडीह से पेपर लीक हुआ था. यहां मजदूर बनकर आरोपियों ने पेपर लीक किया था.

प्रैक्टिकल परीक्षाओं की तारीख भी घोषित

जैक बोर्ड ने मैट्रिक और इंटर की प्रायोगिक (प्रैक्टिकल) परीक्षा की तिथि भी घोषित कर दी है. मैट्रिक की प्रायोगिक परीक्षा 10 से 25 मार्च तक संबंधित विद्यालय में होगी. इंटर की प्रायोगिक परीक्षा भी 10 से 25 मार्च तक होगी. प्रायोगिक परीक्षाएं संबंधित स्कूल/कॉलेज द्वारा ली जायेंगी. स्कूल/कॉलेज प्रायोगिक परीक्षा और आंतरिक मूल्यांकन का अंक ऑनलाइन अपलोड करेंगे. परीक्षा का अंक 11 से 26 मार्च तक अपलोड होगा.

11वीं बोर्ड परीक्षा का फॉर्म भरने के लिए जैक ने दिया मौका

झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने 11वीं बोर्ड परीक्षा-2025 का फॉर्म भरने के लिए अभ्यर्थियों को एक और अवसर दिया है. अभ्यर्थी बिना विलंब शुल्क के सात मार्च तक फार्म भर सकेंगे, जबकि विलंब शुल्क के साथ आठ मार्च से लेकर 12 मार्च तक परीक्षा आवेदन जमा किया जा सकेगा. उल्लेखनीय है कि 11वीं परीक्षा के लिए जैक की ओर से पूर्व में भी अभ्यर्थियों से फार्म भरवाया गया है.

दुर्भाग्य :धनबाद भले एम्स और हवाईअड्डा से रहा मरहूम पर जमशेदपुर से रांची के बीच चलेगी 700 किलोमीटर प्रति घंटे वाली हाइपरलूप ट्रैन

धनबाद :धनबाद का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि हर सुविधाओं से यह जिला महफूज होता जा रहा है। एम्स और हवाई अड्डा हाथ से जाने के बाद भी यह शहर अभी तक उसकी बाट ही जोह रहा है। और तो और यहां से एक भी वंदे भारत ट्रेन की सीधी सेवा मयस्सर नहीं हो पायी है जबकि झारखंड के और जिले इसका लाभ ले रहे हैं। चालू विधानसभा सत्र में भी किसी भी विधायक द्वारा यहां एयरपोर्ट की जमीन के लिए आवाज नहीं उठाई जा रही है। धनबाद की भले हीं उपेक्षा हो रही है पर झारखंड के कुछ हिंस्सों पर सरकार मेहरबान है।

 इस बीच खबर मिली है कि आइआइटी मद्रास के सफल परीक्षण के बाद जमशेदपुर से रांची के बीच हाइपरलूप का सपना साकार होने के आसार बढ़ गये हैं. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इसका सपना देखा था.

सपना अब बनेगा हकीकत


टाटा से रांची के बीच हाई-स्पीड यात्रा का सपना जल्द ही हकीकत बन सकता है. भारतीय रेलवे के सहयोग से आइआइटी मद्रास द्वारा किये गये सफल हाइपरलूप परीक्षण के बाद इस प्रोजेक्ट की संभावनाएं और मजबूत हो गयी है. टाटा स्टील भी इस महत्वाकांक्षी परियोजना में सक्रिय रूप से शामिल है.

आइआइटी मद्रास ने किया सफल परीक्षण


आइआइटी मद्रास ने 422 मीटर लंबे हाइपरलूप ट्रैक पर पहली टेस्टिंग पूरी कर ली है. इस परीक्षण में 700 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पॉड्स को दौड़ाने की संभावना का अध्ययन किया गया. रेल मंत्रालय की आर्थिक मदद से विकसित इस प्रोटोटाइप को हाइपरलूप तकनीक की दिशा में मील का पत्थर माना जा रहा है.

टाटा स्टील भी कर रही है काम


हाइपरलूप प्रोजेक्ट में टाटा स्टील भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. 29 दिसंबर 2022 को टाटा स्टील और ट्यूटर हाइपरलूप ने मिलकर आइआइटी मद्रास के साथ एक समझौता किया था, जिसके तहत हाइपरलूप टेक्नोलॉजी को बड़े पैमाने पर विकसित किया जायेगा. टाटा स्टील, स्टील और कंपोजिट मैटेरियल के डिजाइन और विकास में अपनी विशेषज्ञता का उपयोग कर रहा है, ताकि हाइपरलूप को वास्तविकता में बदला जा सके.

पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दिया था प्रस्ताव


टाटा से रांची के बीच हाइपरलूप परियोजना की नींव 2017 में रखी गयी थी, जब तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ने इस हाई-स्पीड ट्रांसपोर्ट सिस्टम की घोषणा की थी. उनका लक्ष्य 2019 तक इस प्रोजेक्ट को पूरा करने का था, लेकिन यह संभव नहीं हो पाया. उन्होंने बेलारूस की एक कंपनी से हाईस्पीड ट्रेन टेक्नोलॉजी पर चर्चा करने की बात कही थी. हालांकि, सरकार बदलने के बाद इस योजना पर ज्यादा काम नहीं हो पाया, लेकिन अब रेलवे मंत्रालय और टाटा स्टील की सक्रिय भागीदारी से इस परियोजना के फिर से साकार होने की उम्मीद बढ़ गयी है.

क्या है हाइपरलूप...?


टाटा से रांची के बीच हाइपरलूप का सपना होगा साकार! आइआइटी मद्रास के सफल परीक्षण से बढ़ी उम्मीदें 2

हाइपरलूप एक बेलनाकार, खोखला ट्रैक होता है, जिसमें ऐरोडायनैमिक पॉड्स या कैप्स्यूल बेहद तेज गति से चलते हैं. यह तकनीक भविष्य के परिवहन साधनों में क्रांतिकारी बदलाव ला सकती है और यात्रा के समय को काफी कम कर सकती है.

झारखंड के लिए क्या होगा फायदा..?


यदि टाटा से रांची के बीच हाइपरलूप का प्रोजेक्ट साकार होता है, तो झारखंड में यातायात के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन आयेगा. इससे न सिर्फ लोगों का समय बचेगा, बल्कि उद्योगों और व्यापार को भी नई गति मिलेगी. साथ ही, यह प्रोजेक्ट झारखंड को आधुनिक परिवहन तकनीक में अग्रणी बना सकता है.

क्या होगा अगला कदम...?


आइआइटी मद्रास के परीक्षण के बाद अब हाइपरलूप पॉड्स की उच्च गति पर टेस्टिंग की जायेगी.उसके बाद, रेलवे मंत्रालय और टाटा स्टील इस तकनीक को व्यावहारिक बनाने की दिशा में आगे कदम बढ़ायेंगे. यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो आने वाले वर्षों में टाटा से रांची के बीच हाइपरलूप चलने का सपना सच हो सकता है.

राज्‍यपाल सह झारखंड विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष गंगवार ने किया कोल्‍हान और नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति नियुक्ति

डॉ. अंजिला गुप्ता बनी कोल्हान विश्वविद्यालय क़ी कुलपति



रांची। राज्‍यपाल सह झारखंड विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति संतोष गंगवार ने कोल्‍हान और नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति कर दी है। इसका आदेश राज्‍यपाल के प्रधान सचिव डॉ नि‍तिन मदन कुलकर्णी ने 28 फरवरी, 2025 को जारी कर दिया। उपरोक्त नियुक्ति अभ्यर्थी के मूल संगठन से सतर्कता मंजूरी के अधीन है।

जारी आदेश के मुताबिक वर्तमान में जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की कुलपति के रूप में कार्यरत डॉ. अंजिला गुप्ता को उनके कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से कोल्हान विश्वविद्यालय (चाईबासा) का कुलपति नियुक्त किया गया है। वे कुलाधिपति की इच्छानुसार तीन वर्षों से अनधिक अवधि के लिए पद पर रहेंगी।

डॉ. दिनेश कुमार सिंहनीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय के कुलपति बनाये गए

डॉ. दिनेश कुमार सिंह को नीलांबर-पीतांबर विश्वविद्यालय (मेदिनीनगर, पलामू) का कुलपति नियुक्त किया गया है। डॉ सिंह वर्तमान में जीबी पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (पंतनगर) में प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। वे पदभार ग्रहण करने की तिथि से तीन वर्षों से अनधिक अवधि के लिए पद पर बने रहेंगे।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बच्चों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने का लिए कुल 28,945 प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों के बीच टैब वितरण किया


मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को धुर्वा स्थित प्रोजेक्ट भवन सभागार में बच्चों को तकनीकी रूप से सशक्त बनाने का लिए टैब का वितरण किया. कुल 28,945 प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों के बीच टैब वितरण किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान विद्यालय रिपोर्ट कार्ड का ऑनलाइन शुभारंभ किया गया. इसके अलावा शिक्षकों के लिए सत्तत क्षमता विकास कार्यक्रम की भी शुरुआत हुई.

इस अवसर पर झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन ने मौके पर मौजूद सभी लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आज डिजिटलाइजेशन ने हर एक क्षेत्र को प्रभावित किया है. 

खेती-बाड़ी से लेकर हर व्यवसाय में लोग डिजिटल माध्यम से जुड़ रहे हैं. इस कारण शिक्षा के क्षेत्र में हमने भी कदम बढ़ाया है. स्मार्ट क्लास में स्मार्ट बोर्ड की सहायता से बच्चों को शिक्षा दी जाती है.

इसी कड़ी में आज स्कूलों में टैब का वितरण किया जा रहा है. शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन ने भी संबोधित किया. उन्होंने आज के दिन को अत्यंत खुशी का दिन बताया. साथ ही शिक्षकों और बच्चों के बीच सूचना के अदान-प्रदान के लिए टैब को आवश्यक बताया. उन्होंने कहा कि डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल कर बच्चे अपना भविष्य और बेहतरीन बनाएंगे. उन्होंने विद्यालय रिपोर्ट कार्ड को सरकार का बेहद महत्वपूर्ण कदम बताया.