जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी के खिलाफ आयोग दफ्तर के बाहर अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन


जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी के खिलाफ आयोग के दफ्तर के बाहर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया.

अभ्यर्थियों का धैर्य टूट रहा है और इसकी बानगी दिखी जब प्रदर्शनकारी छात्रों ने आयोग की शवयात्रा निकाली और मुंडन कराया. यह स्थिति क्यों आई है, समझाने की जरूरत नहीं है.

जेपीएससी अध्यक्ष का पद खाली होने से वैसे तो 1700 से ज्यादा सरकारी पदों पर नियुक्तियां लंबित है लेकिन एक ऐसी भी भर्ती है जो सीधे जनहित से जुड़ी है. लोगों के भोजन की आवश्यकता से जुड़ी है.

दरअसल, प्रतिवर्ष हम और आप ये रिपोर्ट्स देखते और पढ़ते हैं कि मिलावटी दूध, मक्खन, दही और मेवा दुकानों में धड़ल्ले से बेचा जा रहा था. जहरीली मिठाइयां बेची जाती है. केमिकल युक्त आइसक्रीम हो या दूषित गोलगप्पा. इन्हें खाकर लोग न केवल बीमार पड़ते हैं बल्कि जान भी गंवा बैठते हैं. हर साल यही होता है. कार्रवाई के नाम पर दो-चार दुकानें सील की जाती है. कुछ लाइसेंस कैंसिल होते हैं. थोड़ा मुआवजा दिया जाता है और मामला खत्म. इस पर रोकथाम के लिए वो नहीं किया जा रहा जो किया जाना चाहिए.

खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाया जा रहा. बुनियादी समस्या ही हल नहीं की जा रही है. ये भी जेपीएससी का ही जिम्मा है. लेकिन, आप कहेंगे कि जेपीएससी का काम तो सरकारी पदों पर नियुक्तियां करना है, वो मिलावट कैसे रोकेगी? कन्फ्यूज मत होइए. हम आपको पूरी बात समझाते हैं.

फूड सेफ्टी ऑफिसर जांचते हैं भोजन की गुणवत्ता!

दरअसल, आप जो भोजन खा रहे हैं. वो शुद्ध और खाने लायक है या नहीं ये जांचना एफएसओ यानी फूड सेफ्टी ऑफिसर का काम होता है. इनकी नियुक्तियां करता है जेपीएससी माने झारखंड लोक सेवा आयोग.

प्रत्येक जिले में एक फूड सेफ्टी ऑफिसर होना चाहिए लेकिन, झारखंड में इनकी भारी कमी है.

वर्ष 2015 में माने 9 साल पहले झारखंड गठन के बाद पहली और आखिरी बार 24 फूड सेफ्टी ऑफिसर की बहाली की गई थी. इसके बाद से इस पद पर नियुक्तियां नहीं हुई. 2023 में 52 पदों पर भर्ती के लिए वेकैंसी निकाली गई थी लेकिन मामला 2 साल से लंबित है क्योंकि ये वर्ष 2025 है.

झारखंड में फूड सेफ्टी ऑफिसर के कई पद खाली हैं जिसका नतीजा ये हुआ है कि स्वीट्स शॉ़प, रेस्तरां और होटलों में धड़ल्ले से मिलावटी, बासी और जहरीला खाद्य पदार्थ बेचा जा रहा है. इस पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है. फूड सेफ्टी ऑफिसर का काम केवल खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करना ही नहीं होता है बल्कि वे उनका उत्पादन, प्रसंस्करण और भंडारण कैसे किया जा रहा है, इसकी भी निगरानी भी करते हैं.

खाद्य उद्योग के विकास के लिए जरूरी मानक और दिशा-निर्देशों का पालन करवाना भी फूड सेफ्टी ऑफिसर का काम होता है. इनके और भी बहुत जरूरी काम हैं जिनको आगे जानेंगे.

पहले यह जान लेते हैं कि फूड सेफ्टी ऑफिसर की भर्ती के लिए प्रक्रिया की शुरुआत कब की गई थी. इसे कितना वक्त बीत गया है? इतनी देरी क्यों हो रही है?

जून 2023 में बहाली के लिए निकाला गया था विज्ञापन

फूड सेफ्टी ऑफिसर यानी एफएसओ के 52 पदों पर बहाली के लिए 2 जून 2023 को जेपीएससी ने नोटिफिकेशन जारी किया था. 15 जून से 14 जुलाई 2023 तक आवेदन जमा कराया गया.

17 जुलाई तक परीक्षा शुल्क का भुगतान कर लेना था.

27 जुलाई तक जरूरी दस्तावेज आयोग के भेजने थे. ये सब होने के बाद जेपीएससी ने कहा कि 27 मई 2024 को परीक्षा होगी. 9 से 11 जून तक डॉक्युमेंट वैरिफिकेशन होगा. 10 से 12 जून के बीच इंटरव्यू होना था. 27 मई को परीक्षा ली गई. मॉडल आंसर की 5 जून 2024 को जारी किया गया. इस पर अभ्यर्थियों से 10 जून तक आपत्तियां मांगी गई.

ये सब होने के बाद आज तक फाइनल आंसर की जारी नहीं किया गया.

पूरी प्रक्रिया को संपन्न हुए तकरीबन 1 साल बीतने को है और अभ्यर्थी आज भी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. उनका धैर्य जवाब दे रहा है. यही वजह है कि जब बीते मंगलवार को जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए प्रदर्शन हुआ तो इसमें बड़ी संख्या में एफएसओ के अभ्यर्थी भी शामिल हुए और विरोध जताया.

फूड सेफ्टी ऑफिसर आपके लिए क्या काम करते हैं?

जाते-जाते जानिए कि फूड सेफ्टी ऑफिसर आपके लिए क्या काम करते हैं. ये खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं. खाद्य पदार्थ में किसी भी प्रकार की मिलावट करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करते हैं. खाद्य पदार्थों के उत्पादन, प्रसंस्करण और भंडारण के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन हो, यह सुनिश्चित करते हैं.

विषाक्त भोजन से होने वाली बीमारियों की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग की मदद करते हैं.

किसी खाद्य पदार्थ में मिलावट न सही लेकिन मेकिंग के दौरान इस्तेमाल की गई चीज अनहेल्दी तो नहीं है, इसकी भी जांच करते हैं. ये अधिकारी उपभोक्ताओं को विश्वास दिलाते हैं कि कौन सा खाद्य पदार्थ सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण है. अब आप जब भी फैमिली के साथ किसी रेस्तरां, होटल या फिर गोलगप्पे के ठेले में ही स्वादिष्ट भोजन का लुत्फ उठा रहे हों तो सोचिएगा कि क्या ये किसी खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी की नजरों से होकर गुजरा है. यदि नहीं तो भी सोचिएगा कि ऐसा क्यों है.

क्योंकि, अधिकारियों की भारी कमी है. जेपीएससी नई नियुक्तियां नहीं कर रहा.

हाईकोर्ट ने जेपीएससी से कई बार मांगी प्रगति रिपोर्ट

गौरतलब है कि पिछले साल दैनिक हिंदी अखबार प्रभात खबर में मिलावटी भोजन को लेकर एक रिपोर्ट छपी थी.

हाईकोर्ट ने इस खबर को संज्ञान में लिया और इसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया. फिर जेपीएससी और सरकार से सवाल किया कि आखिर क्यों खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही है. भोजन की गुणवत्ता की जांच करने वाले पदाधिकारी कहां हैं. उनकी नियुक्ति क्यों नहीं हो रही है. पिछले साल जुलाई में जब झारखंड हाईकोर्ट ने जवाब मांगा तो जेपीएससी ने कहा कि मॉडल आंसर की जारी किया जा चुका है. जल्दी ही रिजल्ट देंगे.

दिसंबर में दोबारा हाईकोर्ट ने यही सवाल किया.

एफएसओ बहाली प्रक्रिया की प्रगति रिपोर्ट मांगी तो आयोग ने कहा कि अध्यक्ष ही नहीं है. सही तो कहा है. 22 अगस्त 2024 से ही जेपीएससी अध्यक्ष का पद खाली है. 7 महीने बीतने को है. झारखंड में चुनाव हो गए. नई सरकार बन गई. मंत्रिमंडल का गठन हो गया और कई नियुक्तियां भी हो गई. बस जेपीएससी अध्यक्ष के लिए ही योग्य व्यक्ति नहीं मिल पा रहा है.

हो सकता है कि सरकार वाकई गंभीर हो

शायद सही अधिकारी की तलाश पूरी नहीं हुई हो. जेपीएससी और जेएसएससी के अतीत को देखते हुए हेमंत सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती हो. सारी बातें जायज है लेकिन मुश्किल वक्त की है. 7 महीने हो गये.

फूड सेफ्टी ऑफिस की नियुक्ति प्रक्रिया 2 साल से लंबित है. होली आने वाली है. अधिकारी नहीं होंगे तो मिठाइयों की

गुणवत्ता कौन जांचेगा.

आज 3.30 बजे रांची आ रही है महामहिम,एयरपोर्ट से सीधे राजभवन जाएगी,आज सुबह आठ से रात दस बजे तक शहर में बड़े वाहनों की रहेगी नो इंट्री

रांची. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज दोपहर 3.30 बजे रांची आएंगी। एयरपोर्ट से वे सीधे राजभवन जाएंगी, राष्ट्रपति कल बीआईटी मेसरा के कार्यक्रम में शामिल होंगी। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए राजधानी रांची में ट्रैफिक रूट में बड़ा बदलाव किया गया है। आज सुबह आठ से रात दस बजे तक बड़े वाहनों की नो इंट्री रहेगी। 

दोपहर तीन से शाम सात बजे तक शहर में छोटे मालवाहक वाहनों का प्रवेश वर्जित किया गया है। दोपहर तीन से शाम छह बजे तक कांके, रातू, काठीटांड़, दलादली, कटहल मोड़ की ओर से जाने वाले वाहन शहर से मेन रोड, लालपुर, कांटाटोली से होकर अपने गंतव्य तक जाएंगी। 

दोपहर साढ़े तीन से छह बजे तक एयरपोर्ट रोड, हिनू रोड, बिरसा चौक, अरगोड़ा चौक, सहजानंद चौक, बाइपास रोड, न्यू मार्केट चौक, हॉटलिप्स चौक, राजभवन मोड़ तक सड़क का कम से कम उपयोग करें। आज कांके रोड, रातू रोड, कटहल मोड़, काठीटांड़ की ओर से शहर की ओर आने वाले सभी वाहन कांके रिंग रोड, लालपुर चौक, कांटाटोली होते हुए शहर में प्रवेश कर सकते हैं।

परीक्षार्थियों और एयरपोर्ट जाने वालो के लिए एडवाइजरी

मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में शामिल होनेवाले छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि 15 फरवरी को मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में शामिल होनेवाले प्रथम पाली के छात्र छात्राओं को सुबह साढ़े 9 बजे तक अपने परीक्षा केंद्र पहुंच जाए. जबकि दूसरी पाली में शामिल छात्र छात्राओं को दिन के 12 बजे तक पहुंचने की अपील की गई है। वहीं, एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है।

 14 फरवरी को जिन लोगो की फ्लाइट शाम 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक की है वे एयरपोर्ट साढ़े 3 बजे तक पहुंच जाए। जबकि, 15 फरवरी को एयरपोर्ट जानेवाले जिन यात्रियों की फ्लाइट 11 बजे से डेढ़ बजे तक की है वो साढ़े 11 तक एयरपोर्ट पहुंचे जाएं, ताकि कि किसी भी यात्री को किसी तरह की परेशानी न हो।

कयास :पिछले 12 साल से चल रहे फरार सुरेश सिंह हत्याकांड के आरोपी शशि सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस रेस

धनबाद के कोयला कारोबारी रहे सुरेश सिंह हत्याकांड में एक दशक से अधिक समय से फरार चल रहे शशि सिंह पर गिरफ्तारी की तलवार फिर एक बार लटक गई है. सूत्र बताते हैं कि धनबाद पुलिस शशि सिंह की गिरफ्तारी के लिए तरीके में बदलाव किया है. शशि सिंह के समर्थक भी पुलिस के निशाने पर है. झरिया गोलीकांड के बाद धनबाद पुलिस एक बार फिर गिरफ्तारी के लिए सक्रिय हो गई है. अभी हाल ही में झरिया में विधायक रागिनी सिंह के कार्यालय के बाहर हुई फायरिंग में लगभग 12 साल से फरार शशि सिंह एक बार फिर चर्चा में आये हैं. सुरेश सिंह हत्याकांड का वह मुख्य आरोपी है. जानकारी के अनुसार एसएसपी ने शशि सिंह की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टास्क फोर्स बनाया है. इस टास्क फाॅर्स को विशेष जिम्मेवारी दी गई है. शशि सिंह के पिता सह बलिया (यूपी) के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रामधीर सिंह ,विनोद सिंह हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे है. बात सिर्फ सुरेश सिंह हत्याकांड के आरोपी होने की नहीं है. 

विधायक रागिनी सिंह के कार्यालय के बाहर फायरिंग में भी शशि सिंह का नाम आया है

विधायक रागिनी सिंह के कार्यालय के बाहर फायरिंग में भी शशि सिंह का नाम आया है. विधायक रागिनी सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद शशि सिंह और उसके एक साथी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. बताया जा रहा है कि शशि सिंह की जगह-जगह पर तलाश भी शुरू हो गई है. धनबाद से लेकर बलिया तक पुलिस तलाश रही है. पता चला है कि शशि सिंह के करीबियों की पुलिस सूची बना रही है. बता दें कि 7 दिसंबर 2011 को धनबाद में सुरेश सिंह की हत्या कर दी गई थी. यह हत्या तब हुई थी जब सुरेश सिंह धनबाद क्लब में आयोजित एक रिसेप्शन पार्टी में पहुंचे थे. आरोप है कि शशि सिंह ने सुरेश सिंह के नजदीक पहुंचकर कई फायरिंग की. सुरेश सिंह की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी. उसके बाद शशि सिंह क्लब परिसर से बाहर निकला और फरार हो गया. इस घटना के बाद धनबाद में हलचल मच गई थी. इसके पहले भी पुलिस ने शशि सिंह की गिरफ्तारी के प्रयास किये लेकिन उसे सफलता नहीं मिली. शशि सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस की भी किरकिरी होती रही है. 

कब और कैसे हुई थी विनोद सिंह की हत्या

विनोद सिंह हत्याकांड के बारे में बताया जाता है कि 15 जुलाई "1998 की उस सुबह को कतरास और धनबाद के लोग कभी भूल नहीं सकते है. विनोद सिंह के भाई दून बहादुर सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया था कि विनोद सिंह उस दिन कोल् डंप जाने के लिए अपनी नई एंबेसडर कार से निकले थे. कार चालक मन्नू अंसारी चला रहा था. पीछे-पीछे उनकी कार भी चल रही थी. सुबह 8:40 बजे वह लोग भगत सिंह चौक पर जैसे ही पहुंचे, एक सफेद रंग की मारुति कार ने दोनों गाड़ियों को ओवर टेक कर रोक दिया. मारुति से तीन लोग उतरे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग के बाद तीनों मारुति में बैठे और राजगंज की ओर भाग गए. दून बहादुर सिंह ने बताया था कि उन्होंने गोली चलाने वालों को अच्छे से देखा था. उसमें एक रामधीर सिंह और दूसरा राजीव रंजन सिंह थे. विनोद सिंह हत्याकांड में ही रामधीर सिंह को आजीवन कारावास की सजा हुई है.

नेताओ के इशारे पर लठैत व रंगदारों के बल पर कंपनी चलाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा : अरूप

धनबाद: निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने खरखरी दुर्गा मंदिर प्रांगण आयोजित भाकपा माले व बीसीकेयू की जनसभा में कहा उस समय लठैत व रंगदारों के बल पर कोलियरियों को चलाया जाता था।रैयत की जमीन को जबरन कब्जा कर माइनिंग व कम पैसे देकर लोगो को काम करवाता था।खरखरी हिलटॉप कंपनी की घटना बाघमारा तक ही सीमित नही रही,इतनी बड़ी घटना घटी की पूरे झारखंड सहित दिल्ली तक गूंजी।

कार्यक्रम से पूर्व शेख रहीम के नेतृत्व में भटमुड़ना से विधायक अरूप चटर्जी के साथ मोटरसायकिल जुलूस निकाला गया।संबोधित हलधर महतो,शेख रहीम,देवाशीष चटर्जी,अजय महतो,गोपाल महतो, जे के झा,बलदेव वर्मा,शेरव नवाव,मुक्तेश्वर महतो,शेख अनवर,शेख मन्नान,याकुब अंसारी, राजेश महतो ,कुलदीप महतो,सुभाष बाउरी आदि ने संबोधित किया।

झारखंड के वरिष्ठ साहित्यकार अशोक प्रियदर्शी को बिरसा मुंडा शिखर सम्मान, शेखर मल्लिक समेत ये 15 भी होंगे सम्मानित

रांची : झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति द्वारा हिंदी साहित्य, क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तीसरी बार राज्य के पुरोधाओं की स्मृति में स्मृति सम्मान-2025 देने की घोषण की गयी है.

 शिखर सम्मान के साथ उन युवा साहित्यकारों को सम्मानित किया जाएगा, जिनकी उम्र पचास वर्ष या उससे कम है और जिन्होंने उत्कृष्ट लेखन के साथ इस अभियान को गति देने में सक्रियता और सद्भाव प्रदर्शित किया है. अशोक प्रियदर्शी को बिरसा मुंडा शिखर सम्मान और शेखर मल्लिक को बिनोद बिहारी महतो स्मृति सम्मान दिया जाएगा. इनके अलावा अन्य भी सम्मानित किए जाएंगे.

सम्मानित होने वाले वरिष्ठ और युवा साहित्यकार

बिरसा मुंडा शिखर सम्मान-अशोक प्रियदर्शी, रांची को समग्र साहित्यिक अवदान के लिए बिनोद बिहारी महतो स्मृति सम्मान-शेखर मल्लिक, घाटशिला को उत्कृष्ट साहित्य लेखन के लिए

राधाकृष्ण स्मृति सम्मान-रश्मि शर्मा, रांची को कथा लेखन के लिए

डॉ रामदयाल मुंडा स्मृति सम्मान- रजनी गुप्ता, रामगढ़ को श्रेष्ठ लेखन के लिए

भारत यायावर स्मृति युवा सम्मान- सत्या शर्मा कीर्ति, रांची को समकालीन कविता के लिए

कॉमरेड महेंद्र प्रसाद सिंह स्मृति सम्मान-प्रणव प्रियदर्शी, रांची को साहित्य-पत्रकारिता के लिए

रघुनाथ महतो स्मृति सम्मान-डॉ सुभाष कुमार यादव, धनबाद को विधा-वैविध्य के लिए

सुशीला सामद स्मृति युवा सम्मान-सुजाता कुमारी को समकालीन कविता के लिए

सृष्टिधर महतो स्मृति युवा सम्मान- गुलांचो कुमारी, हजारीबाग को कुड़माली भाषा संस्कृति के साथ हिंदी में समसामयिक लेखन लिए

शिवनाथ प्रमाणिक स्मृति युवा सम्मान-नेतलाल यादव, गिरिडीह को खोरठा हिंदी कविता के लिए

जगन्नाथ महतो स्मृति युवा सम्मान-डॉ हराधन कोयरी, रांची को पंचपरगनिया साहित्य के लिए

पॉल जूझार सोरेन स्मृति युवा सम्मान-महेंद्र बेसरा दुमका को संथाली हिंदी कविता के लिए

डॉ डोमन साहू समीर स्मृति युवा सम्मान-रविशंकर शाह, देवघर को अंगिका हिंदी कविता के लिए

भाषामित्र सम्मान-संघमित्रा रायगुरु, रांची को उड़िया हिंदी परस्पर अनुवाद के लिए

नवल सृजन सम्मान-संतोष कुमार शर्मा रांची को नवलेखन के लिए

भाषामित्र सम्मान- चेतना झा, रांची को साहित्यिक पत्रकारिता के लिए

तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल

सम्मानों के साहित्यकारों का चयन तीन सदस्यीय निर्णायक मंडल द्वारा किया गया है. इस बार समिति के अध्यक्ष शिरोमणि महतो, महासचिव नीरज नीर, उपाध्यक्ष विनोद कुमार, राज विद्रोही और कोषाध्यक्ष अनिल किशोर सहाय निर्णायक हैं. अगले महीने झारखंड की राजधानी रांची में एक भव्य कार्यक्रम आयोजित कर सम्मान दिया जाएगा.

साहित्य अकादमी का गठन हो : शिरोमणि महतो

झारखंड साहित्य अकादमी स्थापना संघर्ष समिति के अध्यक्ष शिरोमणि महतो ने जानकारी दी है कि झारखंड में साहित्य अकादमी की स्थापना की दिशा में सरकार का ध्यान आकर्षित कर साहित्य अकादमी का गठन, पत्रिका और पुस्तक प्रकाशन के माध्यम से प्रदेश में साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देना समिति का उद्देश्य है.

झारखंड में शुरू होगा 24 फरवरी से बजट सत्र


हेमंत सोरेन ने सत्र के दौरान विभागों से संबंधित प्रश्नों का जवाब देने के लिए मंत्रियों के बीच बाँटा विभाग

झा.डेस्क 

झारखंड विधानसभा में 24 फरवरी से बजट सत्र शुरू हो रहा है. बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विभागों से संबंधित प्रश्नों का जवाब देने के लिए अपने पांच मंत्रियों के बीच विभाग का बंटवारा कर दिया है. मंत्रिमंडल निगरानी एवं समन्वय विभाग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है.

अब इन मंत्रियों की जिम्मेदारी होगी कि वो अपने विभागों के अलाव सीएम के विभाग से संबंधिक प्रश्न, ध्यानाकर्षण,निवेदन,याचिका,विधेयक, संकल्प आदि विधायी कार्यों का जिम्मा ले.

इन मंत्रियों को मिला ये विभाग

जिन मंत्री को जिम्मेदारी मिली उनकी बात करे तो. दीपक बिरूवा को कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग और मंत्रिमंडल विभाग सौंपा गया है.

चमरा लिंडा को महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग, रामदास सोरेन को विधि विभाग, सूचना एवं जन संपर्क विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी एवं ई-गवर्नें विभाग, योगेन्द्र प्रसाद को गृह,कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग , ऊर्जा विभाग,खान एवं भूतत्व विभाग और सुदिव्य कुमार को पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माम विभाग, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की जिम्मेदारी दी गई .

बता दें कि 24 फरवरी से 27 मार्च तक बजट सत्र होगा. सत्र के पहले दिन राज्यपाल का अभिभाषण और नए सदस्यों के शपथ ग्रहण का कार्यक्रम होगा. इसके बाद 25 और 27 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद-विवाद होगा.

जिसके बाद 28 फरवरी को हेमंत सरकार तीसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी और 3 मार्च को आगामी वित्तीय वर्ष का बजट पेश किया जाएगा.

झारखंड सरकार ने शब-ए-बारात पर कल 14 फरवरी को की छुट्टी की घोषणा


रांची। झारखंड सरकार ने शब-ए-बारात पर कल यानी 14 फरवरी को छुट्टी की घोषणा की है। इसका आदेश कार्मिक विभाग के संयुक्‍त सचिव आसिफ हसन ने 13 फरवरी, 2025 को जारी कर दिया।

कार्मिक विभाग ने जारी आदेश में कहा है कि अधिसूचना संख्या-6776, दिनांक-14.10.2024 द्वारा वर्ष 2025 में विभिन्न पर्व/अवसरों पर झारखंड राज्य सरकार के अधीन सभी कार्यालय के लिए अवकाश घोषित किया गया है।

उक्त अधिसूचना में आंशिक संशोधन करते हुए शब-ए-बारात के अवसर पर 14 फरवरी, 2025 (शुक्रवार) को कार्यपालक आदेश के तहत अवकाश घोषित किया जाता है।

कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग की अधिसूचना संख्या-6776, दिनांक 14.10.2024 को इस हद तक संशोधित समझा जाय।

धनबाद और रांची-हटिया से गुजरने वाली 10 ट्रेनें कैंसिल, जाने क्यों

धनबाद: झारखंड में रेल यात्रियों की परेशानी गुरुवार से बढ़ने वाली है। रेलवे ने 13 से 22 फरवरी तक 10 ट्रेनों के रद करने की घोषणा कर दी है। इनमें धनबाद होकर गुजरने वाली बर्द्धमान-हटिया मेमू के साथ महुदा होकर चलने वाली रांची-हावड़ा इंटरसिटी, बोकारो-रांची पैसेंजर समेत अन्य ट्रेनें शामिल हैं।

इसके साथ ही मालदा टाउन-सूरत एक्सप्रेस व रक्सौल-सिकंदराबाद स्पेशल अलग-अलग दिनों में मार्ग बदल कर चलेंगी। इस कारण रांची नहीं जाएगी। दक्षिण पूर्व रेल के रांची रेल मंडल के अंतर्गत चार लेन वाले सिरमटोली, सड़क सह रेल ऊपरी पुल निर्माण कार्य के लिए ब्लाक लिए जाने से ट्रेनें प्रभावित रहेंगी।

कैंसिल की गई ट्रेनें

 13503 बर्द्धमान-हटिया मेमू एक्सप्रेस 13 से 21 फरवरी तक रद

13504 हटिया-बर्द्धमान मेमू एक्सप्रेस 14 से 22 फरवरी तक रद

18628 रांची-हावड़ा एक्सप्रेस 13 से 22 फरवरी तक रद

 18627 हावड़ा-रांची एक्सप्रेस 13 से 22 फरवरी तक रद

 58034 रांची -बोकारो पैसेंजर 13 से 22 फरवरी तक रद

 58033 बोकारो-रांची पैसेंजर 13 से 22 फरवरी तक रद

 58663 हटिया-सांकी पैसेंजर 13 से 22 फरवरी तक रद

 58664 सांकी-हटिया पैसेंजर 13 से 22 फरवरी तक रद

 58665 हटिया-सांकी पैसेंजर 13 से 22 फरवरी तक रद

 58666 सांकी-हटिया पैसेंजर 13 से 22 फरवरी तक रद

इन ट्रेनों के बदलेंगे मार्ग

15 फरवरी को चलने वाली 13425 मालदा टाउन -सूरत एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग मूरी, रांची व राउरकेला के स्थान पर परिवर्तित मार्ग मूरी, चांडिल, सिनी व राउरकेला होकर चलेगी।

 18 को चलने वाली 07052 रक्सौल-सिकंदराबाद स्पेशल अपने निर्धारित मार्ग मूरी, रांची व राउरकेला के स्थान पर परिवर्तित मार्ग मूरी, चांडिल, सिनी व राउरकेला होकर चलेगी।

आयुष्मान योजना को लेकर हेमंत सरकार द्वारा किये गए बदलाव पर बाबूलाल मरांडी भड़के

उन्होंने कहा सरकार के इस अव्यवहारिक फैसला से ग्रामीणों को नहीं मिल पायेगा इस योजना से लाभ

झारखंड में आयुष्मान भारत योजना को लेकर सियासत छिड़ गई है. आखिर ऐसा क्या हुआ? हेमंत सोरेन ने क्या बदलाव किए है. और बाबूलाल मरांडी ने क्या कुछ प्रतिक्रिया दी है.

दरअसल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल ने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए पीएम मोदी को झारखंड सरकार के जारी किए गए नियम के बारे बताया. उनका कहना है कि झारखंड सरकार की एक अव्यवहारिक फैसले ने आमजनों के लिए समस्याएं पैदा कर दी है.

बाबूलाल मरांडी ने अपने ट्वीट में पीएम मोदी को टैग करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड की धरती से विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत की शुरुआत की थी, लेकिन अब झारखंड सरकार की एक अव्यवहारिक फैसले ने आमजनों के लिए समस्याएँ उत्पन्न कर दी हैं.

आयुष्मान भारत के तहत झारखंड सरकार ने नया नियम जारी किया है, जिसमें केवल 50 बेड (शहरी) और 30 बेड (ग्रामीण) वाले निजी अस्पताल ही योजना में शामिल होंगे.

इससे सैकड़ों छोटे अस्पताल बाहर हो जाएंगे, जिससे गरीब मरीजों को इलाज में दिक्कत होगी. खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां छोटे अस्पतालों पर निर्भरता ज्यादा है, मरीजों को महंगे और दूर के बड़े अस्पतालों में जाना पड़ेगा. इससे स्वास्थ्य सेवाएं गरीबों के लिए और सीमित हो जाएंगी.

हेमंत सोरेन को पुनर्विचार करने को कहा

इसके अलावे उन्होंने सीएम हेमंत सोरेन को भी टैग करते हुए लिखा कि इस निर्णय पर पुनर्विचार करें और इसे तुरंत वापस लें, ताकि कोई भी व्यक्ति आयुष्मान योजना के लाभ से वंचित न हो. अगर कहीं गड़बड़ी हो रही है, तो उसकी जांच कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई करें.

लेकिन ऐसा आदेश न दें जिससे किसी को आयुष्मान योजना के लाभ से वंचित होना पड़े. ये तो हो गई बात बाबूलाल मरांडी ने क्या कुछ कहा. अब आपको बताते है राज्य सरकार ने आयुष्मान भारत योजना के नियमों में क्या बदलाव करने जा रही है.

हेमंत सरकार ने नियम में किए ये बदलाव

मीडिया रिपोर्ट्स के माने तो झारखंड में आयुष्मान भारत मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना एवं अबुआ स्वास्थ्य योजना के तहत नई बीमा अवधि शुरू कर दी गई है. 10 फरवरी को राज्य में सूचीबद्ध सभी निजी और सरकारी अस्पतालों में पुरनी बीमा की अवधि के समाप्त होते ही इस योजना की नई बीमा अवधि लागू कर दिए जाएगी.

नए बीमा अवधि के दौरान राज्य के सभी पात्र लाभुक इसका लाभ ले सकेंगे और पहले की तरह सभी सूचीबद्ध निजी और सरकारी अस्पतालों में अपना निः शुल्क इलाज करा सकेंगे.

इतने लाख लाभुकों को मिलेगा लाभ

स्वास्थ्य विभाग एवं झारखंड स्टेट आरोग्य सोसाइटी के अनुसार राज्य के 66 लाख से अधिक लाल, पीला एवं हरा राशन कार्डधारी परिवार इस योजना का लाभ ले सकेंगे. साथ ही विभाग द्वारा नई बीमा अवधि से एचबीपी 2022 (हेल्थ बेनिफिट पैकेज) लागू किया गया है.

इसके अंतर्गत 534 नये पैकेज भी शामिल किए गये हैं एवं पुराने पैकजों की दर को संशोधित किया गया है. हेल्थ बेनिफिट पैकेज-2022 में प्रशासक देखभाल पैकेज (पैलिएटिव केयर पैकेज), उच्च अंत प्रक्रियाएं (हाई एंड प्रोसेस) जैसे बोन मैरो ट्रांसप्लांट और कोक्लियर इम्प्लांट सर्जरी आदि प्रक्रियाएं भी सम्मिलित की गई हैं.

झरिया में तेज रफ्तार कार ने चार लोगों को रौंदा, खड़ी दो कारों में भी मारी टक्कर,5 घायल


धनबाद: झरिया थाना क्षेत्र के उपर कुल्ली के पास तेज रफ्तार कार का कहर देखने को मिला.यहां एक तेज रफ्तार कार ने एक बाइक को जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर मारकर भागने के दौरान कार ने सड़क पर पैदल चल रहे चार राहगीरों को धक्का मार दिया. इसमें एक 9 साल का बच्चा भी शामिल है. इतने में भी कार नहीं रूकी और सड़क किनारे खड़ी दो कार में जोरदार टक्कर मार दी, जिससे वह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गयी. घटना के बाद क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गयी.

इधर घटना के बाद सभी घायलों को झरिया के एक निजी नर्सिंग होम ले जाया गया. जहां से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए धनबाद के एसएनएमएमसीएच अस्पताल में रेफर किया गया. 

घटना में घायल ऊपर कुली निवासी मोहम्मद मंजूर का 12 वर्षीय पुत्र बिट्टू गंभीर रूप से घायल हो गया है और उसकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है. जानकारी के अनुसार, बिट्टू को बेहतर इलाज के लिए रांची के हायर सेंटर रेफर किया जा रहा है.

वहीं घटना के बाद गुस्साए लोगों ने कार चालक और उसमें बैठे एक व्यक्ति को पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर दी. 

झरिया पुलिस मामले की सूचना पाकर तुरंत मौके पर पहुंची और किसी तरह वाहन चालक समेत दो लोगों को भीड़ के चंगुल से बचाकर निकाला पुलिस मामले की आगे की जांच में जुटी है।