ऊर्जा से भरे प्रतिभाशाली युवाओं के सहयोग से होगा विकसित छत्तीसगढ़ का निर्माण : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-     देश के लगभग 30 करोड़ बच्चे और युवा विभिन्न स्तरों पर शिक्षा प्राप्त कर रहें हैं। इस समूह के उज्जवल भविष्य के लिए गुणवत्ता भोजन, शिक्षा एवं सुविधाएं उपलब्ध कराना हम सभी की प्राथमिकता है। इसी को दृष्टिगत रखते हुए नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू कर पूरे देश में शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम खोले गए हैं, जिसमें डिग्री के साथ कौशल विकास को प्राथमिकता दी गई है। भारत को 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यह उद्गार राज्यपाल रमेन डेका एवं कुलाधिपति इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर ने विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में व्यक्त किये।

राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के 10 वें दीक्षांत समारोह में शामिल होने से पूर्व विश्वविद्यालय परिसर में स्थापित स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर उनका पुण्य स्मरण किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री राम विचार नेताम और इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजिनियरिंग एण्ड बायोटेक्नोलॉजी, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक डॉ. वांगा शिवा रेड्डी विशेष रूप से उपस्थित थे।

राज्यपाल रमेन डेका और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के सभागार में आयोजित भव्य एवं गरिमामय दीक्षांत समारोह में शैक्षणिक वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 तक उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को पदक एवं उपाधियां वितरित की गई। मेधावी विद्यार्थियों को 16 स्वर्ण, 18 रजत एवं 4 कास्य पदक प्रदान किए गए। साथ ही लगभग 4200 विद्यार्थियों को ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन और पी.एच.डी की उपाधि प्रदान की।

कार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन में राज्यपाल रमेन डेका ने उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आपने अपनी कड़ी मेहनत से अध्ययन कर ये मेडल प्राप्त किए हैं। आपके जीवन की यह अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धि है। मुझे पूरा विश्वास है कि आपने इस विश्वविद्यालय में जो शिक्षा प्राप्त की है, उसका उपयोग आप समाज एवं देश के कल्याण एवं विकास के लिए करेंगे तथा दूसरों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनेंगे। राज्यपाल रमेन डेका ने कृषि की महत्ता का उल्लेख करते हुए कहा कि दुनिया में युद्ध समाप्त होगा लेकिन खाद्य सामग्री की हमेशा जरूरत पड़ेगी। उन्होंने डॉ स्वामीनाथन के योगदानों का जिक्र किया श्वेत क्रांति से दूध के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब नीली क्रांति का दौर है और आज मत्स्य पालन में देश काफी आगे बढ़ चुका है। भूटान और ताइवान प्रवास के दौरान कृषि कार्य से जुड़े कुछ रोचक तथ्यों को साझा किया। उन्होंने कहा कृषि एक शानदार व्यवसाय है और इससे जुड़कर भी हम देश के विकास में अपना योगदान दे सकते है। कृषि में असीम संभावनाएं है और युवा पीढ़ी को इसे समझकर इससे जुड़ना होगा। उन्होंने जय जवान जय किसान जय विज्ञान का उल्लेख करते हुए कहा कि विज्ञान से जुड़कर ही हम कृषि को उन्नत बना सकते है।

श्री डेका ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2047 तक विकसित भारत की परिकल्पना प्रस्तुत की है एवं हम सबको इसे प्राप्त करने के लिए लगातार कार्य करना है। वर्तमान में हम सभी प्रकार के भोजन, अनाज, तिलहन, सब्जी, फल, दूध, मांस, मछली आदि के साथ लगभग 1000 मिलियन टन भोजन का उत्पादन कर रहे हैं। वर्ष 2047 तक इसे 1500 मिलीयन टन तक बढ़ाना होगा। यह एक चुनौतीपूर्ण कार्य है। बदलते मौसम एवं बाजार के उतार चढ़ाव से कृषि में जोखिम बढ़ गया है। श्री डेका ने विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों से आग्रह किया कि ऐसी तकनीक का विकास करें जिससे किसानों की लागत कम हो एवं आय बढ़े। हमें प्राकृतिक खेती एवं दलहन, तिलहन के उत्पादन पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश के कुल वर्कफोर्स की संख्या का 45 प्रतिशत भाग अभी भी कृषि में लगा हुआ है एवं इस वर्कफोर्स के जीवन यापन को ऊपर उठाने की जिम्मेदारी हम सभी की है। कम ऊर्जा की आवश्यकता वाले छोटे-छोटे कृषि यंत्र विकसित करे जिससे कृषि में लागत, मानव श्रम एवं विशेष रूप से महिलाओं की मेहनत कम हो सके। कृषि के क्षेत्र में लोगों को बनाए रखना आज एक बड़ी चुनौती है। कृषि कार्य को आसान बनाना एवं उनकी आय बढ़ाना हमारा प्रमुख उद्देश्य होना चाहिए।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान में भारत में सर्वाधिक जनसंख्या युवाओं की है। देश एवं प्रदेश की प्रगति में भी युवा शक्ति का भी उल्लेखनीय योगदान है। स्वामी विवेकानंद ने कहा था कि आप मुझे देश के 100 ऊर्जावान युवा दे दें, मैं देश के भविष्य को बदल दूंगा। आज भारत के पास ऊर्जा से भरी युवाओं की पीढ़ी है, निश्चय ही हम स्वामी विवेकानंद जी के सपनों को पूरा करने की दिशा में सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रहे है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वर्ष 2047 तक विकसित भारत के निर्माण का लक्ष्य रखा है और इसे पूरा करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं। विकसित भारत के साथ ही विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए हमने विजन डॉक्यूमेंट बनाया है। ऊर्जा से भरे प्रतिभाशाली युवाओं के बूते निश्चित ही हम विकसित छत्तीसगढ़ के सपनों को मूर्त रूप प्रदान करेेंगें।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि आधुनिक युग विज्ञान एवं तकनीक का युग है। आपने जो ज्ञान अर्जित किया है, उस ज्ञान एवं तकनीक का उपयोग समाज के हित में, देश एवं प्रदेश के विकास में करने की आवश्यकता है। छत्तीसगढ़वासियों की आकांक्षाओं और सपनों को पूरा करने के लिए पूर्ण समर्पण से कार्य करें और विकसित छत्तीसगढ गढ़ने में अपना बहुमूल्य योगदान दें। रायपुर में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के सहयोग से हम अपने प्रदेश में कृषि विकास को नई ऊंचाइयों पर स्थापित करेंगे। कृषि वैज्ञानिकों और उद्यमियों की सहभागिता से हम किसानों के जीवन को खुशहाल और समृद्ध बनाएंगे। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि एक वैज्ञानिक अपनी सोच और काम से देश को कितना बदल सकता है इसका उदाहरण कृषि वैज्ञानिक डा. एमएस स्वामीनाथन के जीवन में हम देख सकते हैं। डा. एमएस स्वामीनाथन जी ने देश में हरित क्रांति लाई। उन्होंने देश को खाद्य सुरक्षा के मामले में आत्मनिर्भर बनाया। जिससे अब भारत को विदेशों से गेंहूं आयात के लिए मुंह नहीं ताकना पड़ा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा कृषि क्षेत्र के विकास को अपनी सर्वाेच्च प्राथमिकता में रखा है। उन्होंने हमेशा नवाचारों, अनुसंधानों और उद्यमिता के विकास को प्रोत्साहित और प्रेरित किया है। हमारे युवा सकारात्मक ऊर्जा से भरे हैं। उनके पास नये विचार हैं। हमें उन्हें प्रोत्साहित करना है। सुविधाएं उपलब्ध करानी हैं और उनकी जिज्ञासाओं का समाधान करना है। मुझे इस बात की खुशी है कि विश्वविद्यालय कैंपस में इसके लिए बहुत अच्छा वातावरण आप लोगों ने उपलब्ध कराया है। जीवन में नई संभावनाओं को प्राप्त करने के लिए शिक्षा बेहद आवश्यक है। हमारा देश अपनी शिक्षा व्यवस्था की वजह से ही विश्व गुरु रहा है। हमें अपनी शिक्षा संस्थाओं को लगातार बेहतर करना होगा ताकि एक बार पुनः भारत वैश्विक शिक्षा का केंद्र बन सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा विभिन्न फसलों की 160 से अधिक किस्में और 100 से अधिक उन्नत कृषि तकनीक विकसित की गई है। दुनिया जलवायु परिवर्तन के खतरों से जूझ रही है और इसका सबसे अधिक असर कृषि क्षेत्र पर पड़ेगा। यह खुशी की बात है कि कृषि विश्वविद्यालय के अनुसंधान केंद्रों के वैज्ञानिक जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने वाले बीज तैयार कर रहे हैं। विश्वविद्यालय का बलरामपुर से लेकर सुकमा तक कृषि महाविद्यालय, अनुसंधान केन्द्र और कृषि विज्ञान केन्द्र का मजबूत नेटवर्क है जिनकी सहायता से विश्वविद्यालय छत्तीसगढ़ राज्य में कृषि विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि कृषि को राज्य की उन्नति का उत्प्रेरक मानते हुए इस विश्वविद्यालय को देश की दूसरी हरित क्रांति का अग्रदूत बनाने का संकल्प लें। अनुसंधान केंद्रों में हो रही अच्छी रिसर्च का पूरा लाभ के लिए इन्हें किसानों तक पहुंचाना होगा। छत्तीसगढ़ के कृषि विश्वविद्यालय में धान के 23,250 जर्मप्लाज्म हैं, जो कि विश्व में दूसरी नम्बर की सर्वाधिक संख्या है। इसके अतिरिक्त अन्य फसलों की लगभग 6000 किस्में विश्वविद्यालय में संग्रहित हैं। कृषि विश्वविद्यालय एक फसली क्षेत्र को बहुफसली क्षेत्र में परिवर्तित करने, खाद्य एवं पोषण सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में आय एवं रोजगार के अवसर बढ़ाने हेतु सतत् प्रयत्नशील है। इन सभी उपलब्धियों तथा उत्कृष्ट कार्यों के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति, वैज्ञानिक, छात्र तथा किसान भाई बधाई के पात्र हैं। इनके सतत् प्रयास से प्रदेश में खेती को नई पहचान मिली है।
समारोह के विशिष्ट अतिथि कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य कृषि के साथ-साथ उद्यानिकी के क्षेत्र में भी निरंतर प्रगति कर रहा है। नए अनुसंधान और तकनीक के माध्यम से किसान अपना उत्पादन बढ़ा रहे है और आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे है। समारोह में दीक्षांत भाषण इंटरनेशनल सेंटर फॉर जेनेटिक इंजीनियरिंग एण्ड बायोटेक्नोलॉजी, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक डॉ. वांगा शिवा रेड्डी ने दिया। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने दीक्षांत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया उन्होंने विश्वविद्यालय की गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर विस्तृत प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन कुलसचिव द्वारा किया गया। दीक्षांत समारोह में विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रबंध मण्डल तथा विद्या परिषद के सदस्यगण, प्राध्यापक, वैज्ञानिक, विश्वविद्यालय के अधिकारी, उपाधि तथा पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थी तथा उनके पालकगण उपस्थित थे।

नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशी के घर से मिली महाराष्ट्र ब्रांड की 2 पेटी शराब, भाई गिरफ्तार

महासमुंद-  जिले के तुमगांव नगर पंचायत अध्यक्ष पद के निर्दलीय प्रत्याशी बलरामकांत साहू के भाई के घर से कल देर रात आबकारी विभाग ने छापा मारकर महाराष्ट्र ब्रांड की 2 पेटी शराब बरामद की है. यह शराब के घर पीछे रखे पैरा के अंदर छिपाकर रखी गई थी.

तुमगांव नगर पंचायत में चुनावी सरगर्मी के बीच आबकारी विभाग को मुखबिर से अधिक मात्रा में शराब रखने की सूचना मिली. इस पर टीम ने नगर पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी बलराम कांत साहू के वार्ड नंबर 11, रामसागर पारा तालाब के पास स्थित घर पर छापामारा. छापे के दौरान बलरामकांत समेत उनके भाई आबकारी अधिकारियों से बहसबाजी करने पर उतारू हो गए. इस बीच साहू भाई अपने समर्थकों की भीड़ जुटाने लगे. आबकारी विभाग को इसकी सूचना तुमगांव पुलिस को देने की नौबत आ गई. फिर आबकारी विभाग की टीम ने पूरे घर की तलाशी ली.

बसंत साहू के बाड़ा में रखे पैरा की जांच करने पर वहां से 2 प्लास्टिक बोरी से 197 क्वार्टर, 17.7 बल्क लीटर महाराष्ट्र की देशी संत्रा शराब बरामद की गई. आबकारी विभाग ने आरोपी बसंत साहू के खिलाफ धारा 34 (1)क , 34 (2) , 59(क) एवं 36 के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया और न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया. शुक्रवार सुबह आबकारी टीम ने बलरामकांत साहू और उसके भाई बसंत साहू के घर पर फिर से छापामारा, लेकिन वहां से कुछ हाथ नहीं लगा. इसके बाद बलराम कांत अपने भाई को छोड़ने अफसरों को आफर दे रहे थे.

साड़ी का भी मिला बंडल, बिला होने पर नहीं किया जब्त

छापे के दौरान आबकारी विभाग को निर्दलीय प्रत्याशी बलराम कांत साहू के भाई बसंत साहू के घर पर 25 साड़ियों का बंडल भी मिला था, लेकिन बिल पेश किए जाने से साड़ी की जब्ती नहीं की गई. आबकारी विभाग का कहना है कि बसंत साहू का भाई बलराम कांत साहू तुमगांव नगर पंचायत से निर्दलीय उम्मीदवार है. यह शराब मतदाताओं को बांटने के लिए मंगाने की आशंका है. साड़ी का बिल होने के कारण उसे हमने जब्त नहीं किया.

महापौर प्रत्याशी पर जानलेवा हमला, जांच में जुटी पुलिस
जगदलपुर-   जगदलपुर के महापौर प्रत्याशी समीर खान पर जानलेवा हमला होने से इलाके में सनसनी फैल गई है. आम आदमी पार्टी के महापौर प्रत्याशी समीर खान अपनी स्कूटी से घर जा रहे, तभी अज्ञात हमलावारों ने उन पर हमला कर दिया और मौके से फरार हो गए. यह घटना शुक्रवार रात की है. समीर को गंभीर चोटें आई है. उन्हें 112 वाहन से हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. पुलिस मामले की जांच में जुटी है.
नौकरी के नाम पर बेरोजगारों से ठगी, आरोपी टामन सोनवानी के साले के बाद उसका सहयोगी गिरफ्तार…

रायपुर- नौकरी का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करने के मामले में CGPSC के पूर्व चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के साले देवेंद्र जोशी और उसकी पत्नी के बाद अब उनके सहयोगी को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी देवेंद्र जोशी का सहयोगी स्वपनिल दुबे रेलवे में काम करता है. 

सीजीपीएससी घोटाले में जेल बंद टामन सोनवानी के साले देवेंद्र जोशी और उसकी पत्नी झगीता जोशी को बेरोजगारों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने पर दो दिन पहले गिरफ्तार किया था. अब तक 20 लोगों से ठगी की जानकारी पुलिस के हाथ लगी है. पुलिस रिमांड में पूछताछ के दौरान देवेंद्र ने बताया कि ठगी के इस पूरे गिरोह में कई रेलवे और पुलिस के कर्मचारी भी शामिल हैं.

मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए देवेंद्र जोशी के सहयोगी रेलवे कर्मचारी स्वप्निल दुबे को भी गिरफ्तार किया है. सिविल लाइन थाना प्रभारी रोहित मालेकर ने बताया कि स्वप्निल दुबे को परसों गिरफ्तार करके कल कोर्ट पेश किया गया है. अभी आरोपी को जेल नहीं भेजा गया है. फिलहाल, पुलिस रिमांड पर लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. पूछताछ में और भी कई खुलासे हो सकते हैं.

जानकारी के अनुसार, पुलिस जांच में यह बात सामने आई कि देवेंद्र जोशी ने अपने जीजा समेत कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों से अपनी पहचान का हवाला देते हुए रिश्तेदारों से डेढ़ करोड़ रुपए की ठगी की है. वहीं जांच में यह बात भी सामने आई कि मामले में कई पुलिस कर्मचारियों के नाम सामने आने के बाद भी, उनके खिलाफ थाने में दर्ज FIR की जांच सुस्त पड़ी थी. अब सिविल लाइन थाना पुलिस ने आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

मुख्यमंत्री ने बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए कलेक्टरों को दिए दिशा निर्देश, राज्य स्तरीय रेपिड रिस्पांस टीम गठित

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राज्य में बर्ड फ्लू के प्रकरण की पुष्टि होने पर इसे गंभीरता से लेते हुए राज्य भर में बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं। राज्य में बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए रेपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। राज्य एवं जिला स्तर पर कंट्रोल रूम का गठन करते हुए सभी कलेक्टरों और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को एहतियाती कदम उठाने, सतर्कता बरतने और बायोसेक्युरिटी निर्देशों का पालन के निर्देश भी दिए गए हैं।

गौरतलब है कि प्रदेश के रायगढ़ जिले स्थित शासकीय कुक्कट पालन प्रक्षेत्र में बर्ड फ्लू (एवियन एनफ्लूएंजा) के मामले की पुष्टि हुई है। 30 जनवरी 2025 को कुक्कट पालन प्रक्षेत्र में बड़ी संख्या में पक्षियों की अकस्मिक मृत्यु की सूचना के बाद, पशु चिकित्सकों की एक टीम गठित की गई थी। जांच के बाद राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल ने 31 जनवरी 2025 को बर्ड फ्लू वायरस की पुष्टि की है।

संचालक पशु चिकित्सक सेवाएं के निर्देश पर बर्ड फ्लू के रोकथाम के लिए रायगढ़ जिले में प्रभावित कुक्कट पालन प्रक्षेत्र के 1 किलोमीटर क्षेत्र को इन्फेक्टेड जोन घोषित कर कुक्कट, अंडे, आहार और अन्य सामग्रियों का विनिष्टीकरण किया गया है। प्रभावित क्षेत्र के 1 से 10 किलोमीटर के दायरे को सर्वलेंस जोन घोषित कर पोल्ट्री और अंडे की दुकानों को बंद कर दिया गया है और सीरो सर्वलेंस कार्य शुरू कर दिया गया है। जिला प्रशासन रायगढ़ द्वारा कुक्कुट पालकों को भारत सरकार द्वारा निर्धारित दरों पर मुआवजा देने के निर्देश भी दिए गए हैं। रायगढ़ कुक्कुट प्रक्षेत्र में इन्फेक्टेड जोन से पोल्टी प्रोडक्ट की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी गई है। पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को पर्सनल प्रोटेक्शन इक्यूपमेंट किट का उपयोग भी करने कहा गया हैै।

संचालक पशु चिकित्सा सेवाएं द्वारा आम जनता से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, क्योंकि संक्रामित क्षेत्र में सभी आवश्यक कार्रवाई की जा चुकी है। पोल्ट्री उत्पादों का सेवन स्वच्छता और सावधानी से किया जा सकता है, क्योंकि ये पोषण से भरपूर होते हैं और कुपोषण दूर करने में मदद करते हैं। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया है कि राज्य के अन्य हिस्सों में बर्ड फ्लू के मामलों की कोई सूचना नहीं मिली है। एवियन एनफ्लूएंजा एक घातक संक्रामक रोग है, जो पक्षियों में फैलता है। हालांकि अब तक भारत में इस वायरस के मानवों में संक्रमण का कोई मामला नहीं देखा गया है। फिर भी वायरस के लक्षण और संक्रमण के जोखिम को लेकर सभी लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है।

केंद्रीय बजट भारत के सुनहरे भविष्य का दस्तावेज : मुख्यमंत्री विष्णु देव साय

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज संसद में पेश केंद्रीय बजट 2025-26 पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट से मोदी जी का वह वचन फिर से पूरा हुआ है कि जिन्हें कोई नहीं पूछता, उन्हे मोदी जी पूजते हैं। समाज के मध्यम वर्ग और श्रमिक वर्गों के उत्थान के लिए यह बजट ऐतिहासिक और क्रांतिकारी होगा। यह भारत के सुनहरे भविष्य का दस्तावेज है। स्वतंत्र भारत के इतिहास के चंद ऐतिहासिक बजटों में से यह एक है।

श्री साय ने कहा कि जो प्रावधान इस बजट में किए गए हैं वो केवल प्रधानमंत्री श्री मोदी ही कर सकते हैं। इस बजट ने सिद्ध कर दिया है कि आने वाला समय भारत का है और भारत का स्वर्णिम युवा युग शुरू हो गया है। भारत अब विश्व का नेतृत्व करेगा यह तय हो गया है।

आज पेश हुआ यह बजट एक ऐतिहासिक बजट है, जिसे भारत देश में हमेशा याद रखा जाएगा। देश के टैक्स पेयर और मध्यम वर्ग का सम्मान करते हुए मोदी सरकार ने एक ऐसा निर्णय लिया है जिसकी कल्पना भी लोगों को नहीं थी, पूर्व की सरकार में जहां 2 लाख रुपए की आय पर टैक्स लगता था, मोदी जी की सरकार में 12 लाख रुपए तक कोई टैक्स नहीं लगेगा।

किसानों के संबंध में प्रावधान -

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि मोदी सरकार ने इस बजट में किसानों के उत्थान के लिए दूरगामी नीतियाँ बनाई हैं। इस बजट में कृषि की उत्पादकता बढ़ाने, दालों के क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाने, किसानों के लिए यूरिया फैक्ट्री लगाने और किसान क्रेडिट कार्ड की लिमिट 3 लाख से बढ़ाकर 5 लाख करने के निर्णय किसानों की तरक्की के लिए मील का पत्थर साबित होंगे।

व्यापार उद्योग एवं रोजगार -

देश के व्यापार-उद्योग को बढ़ावा देने एवं बड़ी संख्या में रोजगार के सृजन के प्रावधान इस बजट में मौजूद हैं। एमएसएमई को लोन की सीमा 5 करोड़ से बढ़ाकर 10 करोड़ रूपए करने का निर्णय, स्टार्टअप के लिए 10 हजार करोड़ का फंड देने एवं अब मेक इन इंडिया के साथ मेक फॉर वर्ल्ड का अभियान भारत को विश्व गुरु बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक निर्णय साबित होगा। 22 लाख श्रमिकों के लिए लेदर स्कीम, एक करोड़ वर्कर्स को सामाजिक सुरक्षा और भारत को खिलौनों का ग्लोबल हब बनाने का निर्णय देश के युवाओं के लिए रोजगार के अनेकों अवसर पैदा करने जा रहा है।

स्वास्थ्य संबंधी निर्णय -

भारत के लोगों के स्वास्थ्य की चिंता करते हुए कैंसर व अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज की जीवन रक्षक दवाइयों को पूरी तरीके से टैक्स में छूट दे दी गई है, साथ ही कैंसर के लिए 200 केयर यूनिट भी बनाई जाएंगी।ऐसे संवेदनशील निर्णय पर हम मोदी सरकार का धन्यवाद करते हैं।

आधारभूत संरचना एवं छत्तीसगढ़ के लिए प्रावधान -

आधारभूत संरचना के लिए राज्यों को डेढ़ लाख करोड़ रुपए दिए जाने का निर्णय राज्यों की आधारभूत संरचना को मजबूत करने वाला प्रशंसनीय निर्णय है। साथ ही 1 लाख करोड़ का फंड अर्बन डेवलपमेंट के लिए मिलने से शहरों का विकास होगा।आदिवासी एवं दलित महिलाओं को 5 लाख तक के लोन का प्रावधान किया गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट देश के किसानों, युवाओं, महिलाओं को समर्पित बजट है। देश में रोजगार की नई संभावनाओं का सृजन होगा। भारत के विकसित भारत बनने की दिशा में इस बजट के प्रावधान बेहद मददगार साबित होंगे। देश की आधारभूत संरचना मजबूत होगी। देश के हर वर्ग के लिए बजट में प्रावधान है। यह भारत की आर्थिक स्थिति को मजबूत करने वाला बजट है। यह बजट भारत में निवेश की संभावनाओं को प्रबल करेगा और भारत की मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ की संभावनाओं को बल देगा।

आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रथम पुण्यतिथि पर डोंगरगढ़ में भव्य महा महोत्सव, उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और अरुण साव हुए शामिल

डोंगरगढ़-  आचार्य विद्यासागर महाराज की प्रथम पुण्यतिथि के अवसर पर डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरी तीर्थ में छह दिवसीय महा महोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत ध्वजारोहण के साथ की गई. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा ने श्रद्धांजलि अर्पित की और आचार्य विद्यासागर महाराज को नमन किया।

उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर छह दिवसीय महा महोत्सव के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आज पहुंचे हैं. यह तीर्थ क्षेत्र धार्मिक आस्था का केंद्र ही नहीं, बल्कि यहां शिक्षा, शिल्पकला और गौसेवा के माध्यम से समाजहित के कार्य भी हो रहे हैं, जिससे यह स्थल न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि देश-विदेश में प्रसिद्ध हो रहा है. उन्होंने आचार्य विद्यासागर जी महाराज के समाधि स्थल को प्रेरणा का केंद्र बताया.

कार्यक्रम में देशभर से बड़ी संख्या में जैन मुनि, आचार्यगण और श्रद्धालु पहुंचे हैं. आगामी दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा चंद्रगिरी तीर्थ में आचार्य विद्यासागर के आशीर्वाद लेने का उल्लेखनीय वृतांत भी है, जो 5 नवंबर 2023 को हुआ था. इस आयोजन में प्रदेश और देश के कई प्रमुख राजनेताओं के भी शिरकत करने की संभावना जताई जा रही है.

यह महा महोत्सव 6 फरवरी तक चलेगा, जिसमें धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियां आयोजित की जाएंगी.

छत्तीसगढ़ में पहली बार ‘भारत रंग महोत्सव’ : खैरागढ़ में जुटेंगे देश-विदेश के कलाकार, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो सकता है आयोजन

खैरागढ़-  छत्तीसगढ़ के कला प्रेमियों के लिए बड़ी खुशखबरी है. दुनिया के सबसे बड़े थिएटर फेस्टिवल ‘भारत रंग महोत्सव’ (भारंगम) के 25वें संस्करण का आयोजन इस बार पहले से भी ज्यादा भव्य हो रहा है. 28 जनवरी से 16 फरवरी 2025 तक यह उत्सव भारत के 10 प्रमुख शहरों के साथ-साथ नेपाल और श्रीलंका में भी आयोजित किया जा रहा है. खास बात यह है कि इस बार छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ को भी इस प्रतिष्ठित आयोजन की मेजबानी का अवसर मिला है.

कला और संगीत की विरासत के लिए प्रसिद्ध इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ पहली बार इस ऐतिहासिक महोत्सव का हिस्सा बनने जा रहा है. देश-विदेश के नामचीन थिएटर समूह यहां अपनी कला का जादू बिखेरेंगे, जिससे यह आयोजन न केवल खैरागढ़ बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व का विषय बनेगा.

खैरागढ़ में 4 से 9 फरवरी तक होगा "भारत रंग महोत्सव"

खैरागढ़ स्थित इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय के मंच पर 4 से 9 फरवरी 2025 तक थिएटर महोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें भारत और विदेशों के प्रमुख थिएटर ग्रुप्स अपने नाटकों का मंचन करेंगे. राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (NSD) द्वारा पहली बार छत्तीसगढ़ को इस प्रतिष्ठित फेस्टिवल की मेजबानी का अवसर दिया गया है. इस महोत्सव में रूस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, चेक गणराज्य, नेपाल, ताइवान, स्पेन और श्रीलंका सहित कई देशों के नाट्य दल भाग लेंगे. भारत के भोपाल, कोलकाता, असम, पुडुचेरी, मुंबई और पुणे से भी प्रसिद्ध थिएटर ग्रुप्स खैरागढ़ पहुंचेंगे, जिससे यह आयोजन और भी भव्य हो जाएगा.

गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो सकता है आयोजन

इस बार भारत रंग महोत्सव 2025 को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने की भी योजना बनाई गई है. इससे पहले 2024 में ‘जन भारत रंग परियोजना’ ने एक समान विषय पर सबसे अधिक नाट्य प्रस्तुतियां देकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाई थी. इस बार भी दुनियाभर के सात महाद्वीपों में बसे भारतीय कलाकार ऑनलाइन लघु नाट्य प्रस्तुतियां देंगे, जिससे यह महोत्सव वैश्विक स्तर पर ऐतिहासिक बन जाएगा.

भारत रंग महोत्सव की तैयारी में जुटा संगीत विश्वविद्यालय

NSD की ओर से खैरागढ़ को इस आयोजन का हिस्सा बनाए जाने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन पूरी तैयारियों में जुट गया है. विश्वविद्यालय का थिएटर विभाग इस महोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है. 4 से 9 फरवरी तक चलने वाले इस महोत्सव में हर शाम देश-विदेश के थिएटर ग्रुप्स विभिन्न नाटकों का मंचन करेंगे, जिससे खैरागढ़ एक नए सांस्कृतिक केंद्र के रूप में उभरेगा. यह महोत्सव न केवल थिएटर प्रेमियों के लिए, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए एक ऐतिहासिक अवसर साबित होगा.
बागी प्रत्याशियों पर गिरी गाज, कांग्रेस ने तीन नेताओं को पार्टी से किया निष्कासित

अंबिकापुर-  छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बागी प्रत्याशियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. सरगुजा जिले में निर्दलीय चुनाव लड़ रहे 3 कांग्रेसियों को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिया दिया है. जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता ने अशोक जायसवाल, अब्दुल रशीद और फिरोज को कांग्रेस से निष्काषित कर दिया है. ये तीनों कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी होने के बावजूद पार्षद का चुनाव लड़ रहे हैं.

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2024 : देश के टॉप 10 शहरों में 8वें स्थान पर रायपुर

रायपुर-   केंद्रीय वन, पर्यावरण और जल वायु परिवर्तन मंत्रालय ने स्वच्छ वायु सर्वेक्षण-2024 के परिणाम घोषित किए हैं. इसमें छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर को देश के टॉप 10 शहरों में 8वां स्थान मिला है. रायपुर को 177.5 स्कोर मिला है. वहीं सूरत देश में पहले स्थान पर है.

इस सर्वेक्षण में रायपुर ने टॉप 10 शहरों में अपनी जगह बनाते हुए 10 लाख से अधिक आबादी वाले 41 शहरों की स्पर्धा में आठवां स्थान अर्जित किया है. केंद्र सरकार द्वारा धूल मुक्त वातावरण, कचरे को जलाने की प्रवृति पर अंकुश, निर्माण व विध्वंस अवशेष के निपटान, वायु गुणवत्ता स्तर और जागरूकता गतिविधियों के प्रभावी संचालन जैसे कई मापदंडों के आधार पर यह सर्वेक्षण किया गया था.

इसलिए रायपुर को मिला 8वां स्थान

निगम कमिश्नर अबिनाश मिश्रा के अनुसार स्वच्छ वायु गुणवत्ता सुनिश्चित करने कलेक्टर एवं निगम प्रशासक डॉ. गौरव कुमार सिंह के निर्देश पर अंतर विभागीय समन्वय के आधार पर बीरगांव और रायपुर नगर निगम, पर्यावरण सरक्षण मंडल, सी एस आई डी सी, परिवहन, यातायात और पुलिस विभाग मिलकर काम कर रहे हैं. धूल कम करने निरंतर जल छिड़काव, बीटी व सीसी सड़क निर्माण, एंड टू एंड पेविंग, सी एंड डी प्रोसेसिंग प्लांट से निर्माण व विध्वंस अवशेष को पुनः उपयोगी बनाने के साथ ही वृक्षारोपण, कई नवाचारों पर इस बार फ़ोकस किया जा रहा है.

टॉप टेन शहरों में ये शहर शामिल

इसके अलावा यांत्रिक विधि से रात्रिकालीन सड़क सफाई का दायरा 152 किमी तक बढ़ाया गया है. प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों की जांच शुरू की गई है. जागरूकता कार्यकर्मों के लिए रणनीति आधारित आईईसी गतिविधियां भी संचालित की जा रही है. निगम कमिश्नर ने कहा कि इन सभी प्रयासों का लाभ इस सर्वेक्षण में रायपुर को मिला है. इस रैंकिंग में टॉप-10 शहरों में सूरत, जबलपुर, आगरा, लखनऊ, कानपुर, वडोदरा, इंदौर, भोपाल, विजयवाड़ा, अहमदाबाद और दिल्ली के नाम भी शामिल हैं.