यूपी ही नहीं कई राज्यों की पूरी कैबिनेट कर रही संगम स्नान की तैयारी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 13 जनवरी से प्रारंभ होने जा रहे प्रयागराज महाकुंभ में त्रिवेणी स्नान का पुण्य लाभ लेने के लिए पूरी दुनिया में अपूर्व उत्साह है। हर कोई प्रयागराज आने की तैयारी कर रहा है। देश के भीतर न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि कई अन्य राज्यों की पूरी कैबिनेट संगम स्नान करने की तैयारी कर रही है। अब तक 80% टेंट की बुकिंग हो चुकी है। हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड, बिल एंड मिलिंडा गेट्स फॉउंडेशन और आईआईटी जैसी संस्थाएं इस बार महाकुम्भ के विविध आयामों पर शोध-अध्ययन और डॉक्यूमेंटेशन करने जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के पोटेंशियल के प्रदर्शन और ब्रांडिंग का सर्वोत्तम समय मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ का यह अवसर उत्तर प्रदेश के पोटेंशियल के प्रदर्शन और ब्रांडिंग का सर्वोत्तम समय है। उत्तर प्रदेश को इसका लाभ उठाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा है कि सनातन भारतीय संस्कृति के इस सबसे बड़े उत्सव के सफल आयोजन में 'टीम यूपी' अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने को प्रतिबद्ध है। 12 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद तीर्थराज प्रयाग में महाकुम्भ के पहले स्नान में अब महज तीन दिन ही शेष हैं। इससे पहले दो दिवसीय दौरे पर प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा के दृष्टिगत न केवल मेलाक्षेत्र में हो रहीं तैयारियों का निरीक्षण किया, बल्कि प्रयागराज नगर और आस-पास के जिलों में इस संबंध में की जा रही तैयारियों की भी समीक्षा की। नवीन कार्यों का मुख्यमंत्री ने डिजिटली लोकार्पण भी किया बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रयागराज को आकर्षक स्वरूप देने वाले गंगा, यमुना व सरस्वती स्वागत द्वारों और नक्षत्र वाटिका साहित अनेक नवीन कार्यों का मुख्यमंत्री ने डिजिटली लोकार्पण भी किया।प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आइसीसीसी सभागार में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ व्यवस्था से जुड़े सभी विभागों से बारी-बारी उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी ली। पुलिस अधिकारियों से सुरक्षा और यातायात प्रबंधन से जुड़ी जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने इंटेलिजेंस को और बेहतर करने के निर्देश दिए, वहीं यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की आपातकालीन/आपदा की स्थिति में क्विक रिस्पॉन्स के लिए बेहतर प्रबंध होने चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी की तैनाती जिस सेक्टर में वह रात्रि विश्राम उसी सेक्टर में करे। सीएम ने लगातार पुलिस की गश्त बनाये रखने की जरूरत बताई क्राउड मैनेजमेंट पर जोर देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भीड़ का महाकुम्भ में भीड़ का भारी दबाव होना स्वाभाविक है। इसलिए क्राउड मैनेजमेंट की कार्ययोजना तैयार करके उसकी व्यवहारिकता का परीक्षण भी कर लिया जाए। उन्होंने दूसरे जिलों से प्रयागराज की ओर आने वाले मार्गों पर लगातार पुलिस की गश्त बनाये रखने की जरूरत बताई। पौष पूर्णिया से पहले दो दिनी विशेष स्वच्छता अभियान चलाए जाने के निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों से इसमें प्रतिभाग की अपील की। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रयागराज नगर हो अथवा मेला क्षेत्र, अतिक्रमण कहीं नहीं होना चाहिए। सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती हो गई मेलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि महाकुम्भ के लिए आवश्यक पुलिस बल की तैनाती की जा चुकी है। सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती हो गई है। अब तक सभी 30 पांटून पुल, सभी 626 साइनेज, 635 किमी चकर्ड मार्ग, पेयजल के लिए 503 किमी डीआईपी लाइन, 573 किमी जीआईपी लाइन, 5590 पेयजल स्टैंड पोस्ट, 200 किमी ड्रेनेज निकासी लाइन, 54700 स्ट्रीट लाइट, 173 किमी एचटी लाइन, 1310 किमी एलटी लाइन, 227 बिजली सब स्टेशन की स्थापना की जा चुकी है। इसी तरह, 100 बेड का एक, 25-25 बेड के दो, 20-20 बेड के चार व 60 बेड के बर्न यूनिट सहित प्रयागराज नगर के निजी एवं सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त बेडों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा चुकी है। शिविरों में शौचालयों की स्थापना का काम तेजी से पूरा कराया जाए जल निगम को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर श्रद्धालु को शुद्ध पेयजल और स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए। पेयजल पाइपलाइन जहां नहीं पड़ी है, वहां तत्काल व्यवस्था ठीक की जाए। तैयारियों पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री ने अवशेष कार्यों को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए मैनपॉवर बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सामुदायिक शौचालय, संस्थाओं के शौचालय, सरकारी विभागों के शिविरों में शौचालयों की स्थापना का काम तेजी से पूरा कराया जाए, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि इनकी सफाई नियमित रूप से हो जाए। निर्माणाधीन सड़क परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रायबरेली-प्रयागराज मार्ग का कार्य थोड़ा सा शेष है, इसे तेजी के साथ पूरा कर लें।
ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की प्रवेश मंगलम यात्रा के दर्शन को उमड़ा जन आस्था का सैलाब

महाकुम्भ नगर । प्रयागराज की धरती पर संगम तीरे बसे महाकुम्भ नगर में सनातन धर्म की सभी धाराओं और सम्प्रदाय का संगम हो रहा है। सनातन के ध्वज वाहक अखाड़ों के बाद अब शंकराचार्यों का प्रवेश भी महाकुम्भ नगर में हो गया है। कुम्भ क्षेत्र में ज्योतिष्पीठ के  शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी की प्रवेश यात्रा निकाली गई जिसमें हजारों संतो ने हिस्सा लिया।

प्रवेश मंगलम यात्रा के साथ शंकराचार्य का भी कुंभ क्षेत्र में हुआ प्रवेश

महाकुम्भ में जन आस्था के सबसे बड़े आकर्षण अखाड़ों के प्रवेश के बाद अब चारों पीठ के शंकराचार्यों के प्रवेश का सिलसिला भी शुरू हो गया है। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती की प्रवेश मंगलम यात्रा शहर के रामबाग से निकाली गई। पत्थरचट्टी राम बाग से शुरू हुई इस प्रवेश यात्रा में हजारों की संख्या में विभिन्न अखाड़ों के साधु संत और वेद बटुक ब्रह्मचारी भी शामिल हुए ।  प्रवेश मंगलम यात्रा में सबसे आगे शंकराचार्य की धर्म पताका और इसके पीछे आदि शंकराचार्य की सवारी चल रही थी। उनके पीछे शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती का भव्य रथ चल रहा था जिसमें सभी दिशाओं से आए मठों , महंत और श्री महंत और  संत मौजूद रहे।

सम्पूर्ण भारत की संस्कृति की दिखी झलक

शंकराचार्य की इस प्रवेश मंगलम यात्रा  में संपूर्ण भारत की संस्कृति जीवंत हो गई। प्रवेश यात्रा में उत्तर, दक्षिण और पूरब पश्चिम सभी दिशाओं की लोक संस्कृति और लोक संगीत की झलक भी देखने को मिली। उत्तराखंड, सिक्किम, राजस्थान, महाराष्ट्र और कर्नाटक से आए कलाकारों ने अपनी स्थानीय नृत्य कला और संगीत की प्रस्तुति  दी तो यात्रा में दक्षिण भारत और महाराष्ट्र से आए स्थानीय ड्रम बैंड की प्रस्तुति ने सबका दिल जीत लिया। महाराष्ट्र का शिवा ढोल बैंड में एक साथ कई दर्जन ढोल की थाप से आसपास का इलाका गूंज उठा। यात्रा में डमरू नृत्य में भी शिव भक्त जमकर झूमे नाचे।

गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के संकल्प को समर्पित रही प्रवेश मंगलम यात्रा

शंकराचार्य की प्रवेश मंगलम यात्रा का शहर के 108 स्थानों पर स्थानीय नागरिकों ने फूलों से स्वागत किया। प्रवेश यात्रा पत्थरचट्टी से मलाका,  सब्जी मंडी, मोती महल चौराहा, चमेलीबाई धर्मशाला, जानसेनगंज,चौक घंटाघर, बहादुर गंज, कीटगंज होते हुए बांध के रास्ते कुम्भ मेला में प्रवेश करते हुए शंकराचार्य शिविर में पहुंची। यात्रा में शामिल बोध गया मठ के स्वामी सत्यानंद गिरी का कहना है कि सभी संतो के बीच इस प्रवेश यात्रा के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए सभी लोग आएं। प्रवेश मंगलम यात्रा में कई रथों में भी इस संकल्प को व्यक्त करने वाले पोस्टर लगाए गए थे।
सीएम योगी ने सभी अखाड़ों के संतों के साथ किया भोजन, भेंट किए उपहार
महाकुम्भ नगर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज दौरे के पहले दिन साधु संतों के साथ रात्रि भोज किया और उन्हें उपहार भी भेंट किया। इस रात्रि भोज में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा के पूज्य संत उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री की ओर से आयोजित इस भोज के बाद सभी संतों को उपहार भी भेंट किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी संतों का भोज में सम्मिलित होने के लिए आभार भी जताया। इस अवसर पर सभी साधु संतों ने सीएम योगी को धन्यवाद दिया और महाकुम्भ के सकुशल और भव्य संपन्न होने की कामना की। संतों का सीएम योगी ने शॉल ओढ़ाकर किया सम्मान प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित रेडियो ट्रेनिंग हॉल में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा आयोजित इस रात्रि भोज कार्यक्रम में सभी अखाड़ों, खाकचौक, दंडीबाड़ा और आचार्यबाड़ा समेत प्रयागवाल के कुल 20 साधु संत सम्मिलित हुए। इनमें जूना, निरंजनी, उदासीन बड़ा, निर्मल,तीनों वैष्णव अखाड़े (निर्मोही, दिगंबर, निर्वाणी), अग्नि, आवाहन, अटल, आनंद, निरंजनी अखाड़े के पूज्य संत शामिल रहे। खाकचौक से महामंडलेश्वर संतोष दास (सतुआ बाबा) भी उपस्थित रहे। सीएम योगी के आग्रह पर आए इन साधु संतों को सात्विक भोजन परोसा गया। भोज में सम्मिलित संतों के अनुसार, निर्धारित जिसमें मूंग और अरहर की दाल, चने का साग, पनीर की सब्जी, आलू-मेथी सोया, मलाई कोफ्ता, मटर निमोना एवं मूंग का हलवा था। भोज के बाद मुख्यमंत्री ने सभी साधु संतों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनका आभार जताया। सीएम योगी के दौरे के बीच भी श्रद्धालुओं की सुविधा का रहा पूरा ध्यान महाकुम्भ की तैयारियों का निरीक्षण करने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को दो दिनी दौरे पर महाकुम्भनगर पहुंचे। सीएम के दौरे को लेकर प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए। पुलिस और खुफिया एजेंसियां पूरी तरह चौकस नजर आईं। हालांकि, इस दौरान श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम और बिना किसी समस्या के जारी रही। मुख्यमंत्री के दौरे के बावजूद संगम स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के न सिर्फ जाने दिया गया, बल्कि ये भी ख्याल रखा गया कि उन्हें किसी तरह की समस्या न हो। प्रशासन और पुलिस ने महाकुम्भ क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी मुख्यमंत्री के आगमन से पहले ही प्रशासन और पुलिस ने महाकुम्भ क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी। डीआईजी महाकुम्भ वैभव कृष्ण और एसएसपी महाकुम्भ राजेश द्विवेदी ने पुलिसकर्मियों को विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए थे। साथ ही श्रद्धालुओं की सहूलियत का भी ध्यान रखने के लिए कहा गया था। इसी को देखते हुए सीएम योगी के दौरान सुरक्षा और सुगमता दोनों का ख्याल रखा गया। सुरक्षा इंतजामों के बावजूद श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने पाई। जगह-जगह पुलिस की टीम ने निगरानी रखी पुलिस अफसरों ने यह पहले ही सुनिश्चित कर लिया कि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न होने पाए और वे सहज रूप से अपनी यात्रा पूरी कर सकें। जगह-जगह पुलिस की टीम ने निगरानी रखी और लोगों की सुविधाओं का ध्यान रखा, ताकि उनका महाकुम्भ अनुभव यादगार बने। सिर्फ उन्हीं स्थानों पर बैरीकेडिंग की गई, जहां से सीएम का काफिला निकलना था। इसके बाद सभी को उनके गंतव्य तक जाने के लिए छूट दी गई, जिससे श्रद्धालु अपनी तीर्थ यात्रा पूरी कर सके। बैरिकेडिंग और पुलिस की कड़ी निगरानी महाकुम्भ के दौरान पुलिस ने जगह-जगह बैरिकेडिंग की व्यवस्था की है। बाहर से आने वाले वाहनों की जांच के लिए पुलिस ने विशेष चेक पोस्ट लगाए हैं। सुरक्षा की स्थिति को देखते हुए बैरिकेडिंग पर पुलिस टीमों की संख्या बढ़ा दी गई है। पुलिस यहां हर संदिग्ध गतिविधि और व्यक्ति पर नजर रख रही है, ताकि किसी भी तरह की असामान्य घटना को रोका जा सके। खुफिया एजेंसियों की तैनाती और हाई अलर्ट खुफिया एजेंसियों को महाकुम्भ मेला क्षेत्र में विशेष रूप से अलर्ट किया गया है। संदिग्ध गतिविधियों और संदिग्ध व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखी जा रही थी। अधिकारियों ने सुनिश्चित किया कि किसी भी प्रकार की अनहोनी से पहले उसे रोका जा सके। पुलिस और खुफिया एजेंसियों के समन्वय से सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। साथ ही इसके लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
कुम्भ में मुक्त विश्वविद्यालय के जागरूकता शिविर का भूमि पूजन कल

्प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के महाकुंभ मेला क्षेत्र में अनंत माधव मार्ग सेक्टर 7 महाकुंभनगर स्थित दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर का भूमि पूजन 10 जनवरी को दोपहर 12:00 बजे कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम करेंगे। यह जानकारी देते हुए दूरस्थ शिक्षा जागरूकता शिविर के नोडल अधिकारी डॉ अनिल कुमार सिंह भदौरिया ने बताया कि शिविर के माध्यम से महाकुंभ क्षेत्र में दूरस्थ शिक्षा का प्रचार प्रसार किया जाएगा।

सामाजिक सेवा एवं शोध संस्थान के सभी सदस्य ग्रहणियों ने महाकुंभ में सेवा करने का लिया संकल्प

प्रयागराज। सामाजिक सेवा एवं शोध संस्थान के सभी सदस्य ग्रहणियों ने यह संकल्प लिया महाकुंभ में सेवा करना,कुंभ में यदि कहीं गंदगी देखें तो स्वयं साफ करना किसी को भूखा देखे तो भोजन कराए दें।किसी को ठंड लग रही हो तो उन्हें गर्म वस्त्र दें। यदि कोई स्नार्थीअस्वस्थ है तो उसकी दवाई दें। स्वच्छता का ध्यान रखना।यहाँ पर आकर हमें शांति उपासना करना स्वार्थ,इर्ष्या,द्वेष आदि अवगुणों का त्याग करना तट पर आकर स्वच्छता का ध्यान रखना।साबुन प्लास्टिक इत्यादि सामग्री इस्तेमाल न करना। गंदगी यहाँ पर नहीं करना है हमें पूरे विश्व को यहाँ अपने व्यवहार से संदेश देना है कि मानव मानव के लिए समर्पित है।पर्यावरण पश,पक्षी इत्यादि ध्यान रखना है।

गंगा तट को गंदा ना करें स्वच्छता का ध्यान दें धक्का न दे

आपस में सबको मिलजुल कर रहना निस्वार्थ भाव से अपने जीवन को ज्ञापन करना है।संस्था की अध्यक्षता डॉ रश्मि शुक्ला ने कहा कि हम सबका दायित्व है कि कुंभ में हमें सेवा करनी है संस्था द्वारा साबुन, सैनिटाइजर,टूथपेस्ट, मास्क, टूथब्रश,शैंपू,खाद्य सामग्री का वितरण होता रहेगा।मेला में यदि कोई खो जाए तो यथा स्थान पहुँचाने का कार्य किया जाएगा।आज हम लोग मानव उपयोगी सामग्री का वितरण कर रहे हैं यह गंगा माँ की कृपा है सभी भक्तों से निवेदन है कि गंगा तट को गंदा ना करें स्वच्छता का ध्यान दें धक्का न दे, यातायात के नियमों का पालन करें। यह डिजिटल कुंभ है इसलिए उन सभी सुविधाओं का उपयोग करें जो आपके मोबाइल में हैं। डिजिटल कुंभ का लाभ उठाऐंआई यहाँ पर देने के भाव से आइए चुराने के भाव से नहीं।

हिंदुत्व एक जीवन पद्धति है हिंदू धर्म जीवन जीने की एक कला

सब की सुविधा का ध्यान रखिए भगदड़ ना करिए।हिंदुत्व एक जीवन पद्धति है हिंदू धर्म जीवन जीने की एक कला है।व्यष्टि,सृष्टि,समष्टि एवं परमेष्ठी सब में एक ही आत्मा का साक्षात्कार करने वाली जीवन विद्या है।पंचतत्व,वन्य जीव पर्यावरण,पारिवारिक एवं सामाजिक मूल्यों का संस्कार देने वाला लाखों वर्षों से विकसित हुआ ऋषियों द्वारा अआविष्कृत तंत्र है।सौभाग्य है कि हम भारतवासी इस सनातन अविनाशी हिंदू धर्म एवं हिंदू संस्कृति के वारिस हैं।इस महान हिंदुत्व का मानवता के लिए पूरी दुनिया में प्रचारित प्रसारित करना हम सब लोगों का परम कर्तव्य है।जया, राजलक्ष्मी,अंजू,ज्योति,निधि,पूजा, आरती,नीलू,सोनम,अर्चना, मेघा जूही अन्नु,नीरजा,एकता,विनीता,श्रुति आदि ने हिंदू आध्यात्मिक एवं सेवा कुंभ में सभी ग्रहणियों ने सेवा कुंभ सेवा आरंभ की और गंगा आरती पूजन कर प्रसाद लेकर कार्यक्रम का समापन किया।

"महाकुंभ भूमि विवाद पर शिया धर्मगुरु मौलाना जावेद हैदर जैदी का बड़ा बयान

लखनऊ । प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू होने वाले महाकुंभ को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। कुंभ मेले के आयोजन स्थल की जमीन को 'वक्फ' संपत्ति बताने के दावों ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। इस मुद्दे पर अब लखनऊ के शिया धर्मगुरु मौलाना जावेद हैदर ज़ैदी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। "आफ़ताब-ए-मिल्लत" मौलाना जावेद हैदर जैदी ने कहा, "महाकुंभ हमारी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर का हिस्सा है।

ऐसी संपत्ति को विवादित बनाना न केवल अनुचित है, बल्कि इससे समाज में भ्रम और तनाव पैदा होता है। कुंभ के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जमीन सार्वजनिक उपयोग के लिए होती है और इसका मकसद लोगों को धार्मिक अनुभव प्रदान करना है। इसे लेकर राजनीतिक या धार्मिक विवाद खड़ा करना समाज के हित में नहीं है।" उन्होंने कहा कि "कुंभ में आने वाले श्रद्धालु इस जमीन को अपने साथ नहीं ले जाएंगे। वे यहां पूजा-अर्चना करके लौट जाएंगे। ऐसे विवाद समाज के विकास और सांप्रदायिक सौहार्द के खिलाफ हैं।"

मौलाना जावेद हैदर जैदी की अपील

मौलाना जैदी ने सभी समुदायों से अपील की कि वे इस मुद्दे पर संयम और शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि धार्मिक आयोजनों को विवाद का विषय नहीं बनाना चाहिए और किसी भी दावे को कानूनी और तथ्यात्मक आधार पर निपटाया जाना चाहिए।

मामले पर बढ़ता तनाव

महाकुंभ की जमीन को लेकर किए गए 'वक्फ' संपत्ति के दावों ने न केवल हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच, बल्कि राजनीतिक पार्टियों के बीच भी चर्चा को जन्म दिया है। कई धार्मिक और राजनीतिक नेता इस मामले पर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं। मौलाना जावेद हैदर जैदी के इस संतुलित बयान को समाज में विवाद को कम करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। उनकी इस अपील से उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में जल्द ही समाधान निकलेगा।

राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में जनवरी सत्र के प्रवेश शुरू

प्रयागराज । उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज ने सत्र जनवरी 2025 की प्रवेश प्रक्रिया को बुधवार को प्रारम्भ कर दिया। इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने प्रवेश संबंधी कार्यक्रमों की जानकारी से सुसज्जित एडमिशन ब्रोशर का भी विमोचन किया।

विश्वविद्यालय की सत्र जनवरी 2025 की प्रवेश प्रक्रिया का शुभारंभ करते हुए कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि विश्वविद्यालय ने इस बार प्रवेश प्रक्रिया को बहुत सरल एवं सुलभ बनाया गया है। छात्रों को आवेदन करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा।

यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार छात्रों को अपना आधार और मोबाइल नंबर लिंक करने के पश्चात ही प्रवेश प्रक्रिया संपादित की जाएगी। विश्वविद्यालय के दक्ष तकनीकी विशेषज्ञों ने इस प्रक्रिया को अत्यंत सरलीकृत कर दिया है जिससे छात्रों को फॉर्म भरने में किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रोफेसर सत्यकाम ने कहा कि विश्वविद्यालय जनवरी सत्र में सभी प्रवेश राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप करने को कृत संकल्पित है। डिजिटल क्रांति के इस कालखंड में मुक्त विश्वविद्यालय ने शिक्षार्थियों के सुविधा को ध्यान में रखकर प्रवेश की आॅनलाइन व्यवस्था सुनिश्चित की है। मुक्त विश्वविद्यालय गुणात्मक शिक्षा की आकांक्षा रखने वाले हर व्यक्ति तक उच्च शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए अग्रसर है।

विश्वविद्यालय ने जनवरी सत्र में 23 परास्नातक कार्यक्रमों, 8 स्नातक कार्यक्रमों, 10 जागरूकता कार्यक्रमों, 22 डिप्लोमा कार्यक्रमों तथा 48 प्रमाण पत्र कार्यक्रमों में प्रवेश प्रारंभ किया है। कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने प्रवेश के उद्घाटन सत्र में आॅनलाइन जुड़े हुए सभी 12 क्षेत्रीय केंद्रों प्रयागराज, लखनऊ, बरेली, आगरा, आजमगढ़, अयोध्या, झांसी, मेरठ, गाजियाबाद, कानपुर, वाराणसी तथा गोरखपुर क्षेत्रीय केंद्र के समन्वयकों को निर्देशित किया कि वह केंद्र पर आने वाले छात्रों की हर संभव सहायता करें जिससे उन्हें प्रवेश लेते समय किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही उन्होंने समन्वयकों से आधिकाधिक लोगों तक प्रवेश की जानकारी पहुंचाने के लिए विभिन्न सोशल मीडिया माध्यमों का उपयोग करने की सलाह दी। प्रोफेसर सत्यकाम ने आशा व्यक्त की कि सभी क्षेत्रीय केंद्र समन्वयकों के सहयोग से इस बार हम एक लाख की छात्र संख्या का लक्ष्य अवश्य पूरा कर लेंगे।

उद्घाटन सत्र में स्पॉट एडमिशन लेने वाले एम ए राजनीति विज्ञान प्रथम वर्ष के छात्र गोपीचरन यादव को कुलपति प्रोफेसर सत्यकाम ने अपने हाथों से पाठ्य सामग्री प्रदान की। गोपीचरन ने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुक्त विश्वविद्यालय की पाठ्य सामग्री स्तरीय होने के कारण उन्होंने दूरस्थ शिक्षा से पढ़ाई करने का निर्णय लिया। प्रारंभ में प्रवेश प्रभारी प्रोफेसर जयप्रकाश यादव ने आॅनलाइन प्रवेश प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी। आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन प्रकोष्ठ के निदेशक प्रोफेसर आशुतोष गुप्ता ने कुलपति का स्वागत तथा कुलसचिव कर्नल विनय कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर विभिन्न विद्या शाखाओं के निदेशक एवं प्रभारीगण उपस्थित रहे। उक्त जानकारी जनसंपर्क अधिकारी डा. प्रभात चन्द्र मिश्र ने दी।

डॉ यज्ञदत्त शर्मा शिक्षकों के सच्चे हितैषी थे डॉ बाबूलाल तिवारी‌

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। आज प्रयागराज झांसी स्नातक क्षेत्र के पूर्व विधान परिषद सदस्य डॉक्टर यज्ञदत्त शर्मा के प्रथम पुण्यतिथि का आयोजन आर्य कन्या पीजी कॉलेज मुट्ठीगंज प्रयागराज में आयोजित किया गया, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रयागराज झांसी क्षेत्र के शिक्षक विधायक डॉ बाबूलाल तिवारी जी रहे , श्री तिवारी ने कहा कि डॉक्टर यज्ञ दत्त शर्मा शिक्षकों के लिए अपना सारा जीवन समर्पित कर दिया शिक्षक हित के लिए हुए सदन के बाहर और भीतर हमेशा शिक्षकों की आवाज को बुलंद किया करते थे, कार्यक्रम की शुरुआत सर्वप्रथम डॉ यज्ञ दत्त शर्मा जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके श्रद्धा सुमन अर्पित कर किया गया, कार्यक्रम के आयोजक मलयज शर्मा जी ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ और शाल भेंट करके स्वागत किया, कार्यक्रम में प्रयागराज की पूर्व सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि डॉक्टर यज्ञदत्त शर्मा , आम स्नातक भाइयों अधिवक्ताओं तथा शिक्षकों के परम हितेषी थे यह हमेशा सदन के भीतर और बाहर संघर्षरत रहते थे, कार्यक्रम में पूर्व मंत्री राकेश धर त्रिपाठी जी ने डॉक्टर यज्ञदत्त शर्मा जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि डॉ यज्ञ दत्त शर्मा एक सहज सरल और सुलभ व्यक्ति थे।

मोहन धनराज आइडियल पत्रकार संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक होंगे

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज ।आइडियल पत्रकार संगठन का प्रयागराज में मजबूती के साथ विस्तार करते हुए आइडियल पत्रकार संगठन ने प्रयागराज दूरदर्शन केंद्र के निदेशक रहे मोहन धनराज जी को राष्ट्रीय संरक्षक मनोनीत किया है। प्रयागराज जिले के वरिष्ठ पत्रकार एवं दस अगुलिया हिंदी दैनिक के ब्यूरो प्रमुख उमाशंकर प्रजापति को उत्तर प्रदेश महासचिव के पद पर नियुक्त किया गया है।

इसी क्रम में जिले के वरिष्ठ पत्रकार शैलेश कुमार द्विवेदी को जिला अध्यक्ष प्रयागराज की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। इसी क्रम में वरिष्ठ पत्रकार अरविंद कुमार कुशवाहा को महानगर अध्यक्ष प्रयागराज एवं जमुना पार अध्यक्ष, प्रयागराज के वरिष्ठ एडवोकेट एवं पत्रकार अजीत भास्कर जी को संगठन में कानूनी सलाहकार सचिव उत्तर प्रदेश के पद पर मनोनीत किया गया है। जबकि वरिष्ठ पत्रकार विश्वनाथ प्रताप सिंह को जिला संगठन मंत्री के पद पर नियुक्त किया गया है ह्णसंगठन के मंडल अध्यक्ष प्रयागराज डॉ रामजी प्रजापति द्वारा यह भी बताया गया कि युवा एवं तेजतर्रार पत्रकार अभिषेक कुमार पांडे को कोराव तहसील उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं पर पत्रकार राम मूर्ति शुक्ला को कोराव तहसील का संगठन मंत्री नियुक्त किया गया है।

संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अजय कुमार मिश्र, संगठन के सभी राष्ट्रीय संरक्षक तथा सभी संगठन के राष्ट्रीय स्तर के पदाधिकारी गण, प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश प्रशांत शुक्ला, प्रदेश अध्यक्ष मध्य प्रदेश राहुल खंडेराव, छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष श्रवण यदु, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष विनोद मिश्रा, महाराष्ट्र से राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव सूर्यकांत कदम, केंद्रीय संपर्क प्रमुख लक्ष्मण आबा सूर्यवंशी, स्टेट हेड प्रदीप जी खंडारे, अजय उपाध्याय तथा सभी प्रदेशों के सदस्यों तथा पदाधिकारीयों द्वारा ओके सभी प्रयागराज के पदाधिकारियों एवं राष्ट्रीय संरक्षक को बधाई संदेश एवं शुभकामनाएं दी जा रही है। उत्तर प्रदेश के सभी जिला अध्यक्ष मंडल अध्यक्ष द्वारा भी राष्ट्रीय संरक्षक महोदय का स्वागत एवं सम्मान तथा सभी पदाधिकारी का संगठन में स्वागत किया जा रहा है।

प्रयागराज क्रांतिकारी पत्रकार साथियों का अभिनंदन व पत्रकार संगोष्ठी संपन्न

विश्वनाथ प्रताप सिंह

यमुनानगर (बारा)/ प्रयागराज । विकासखंड जसरा क्षेत्र स्थित ग्राम सभा सेहुंडा में आयोजित पत्रकार संगोष्ठी संपन्न हुई। इसी कड़ी में क्रांतिकारी पत्रकार परिषद प्रयागराज के नवनियुक्त जिलाध्यक्ष महेश प्रसाद त्रिपाठी एवं जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारीगण व सदस्यों का अभिनंदन करते हुए पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया गया।

कार्यक्रम में विभिन्न सम्मानित समाचार पत्रों के ब्यूरो चीफ,जिला मीडिया प्रभारी,एवं संवाददाता मौजूद रहे।वरिष्ठ पत्रकार आशीष मिश्रा ने कहा कि सभी लोग सामंजस्य स्थापित करते हुए अपनी कलम से समस्याओं पर आधारित खबरों का प्रकाशन करें। यह भी ध्यान रहे, कि आपकी खबरों से किसी गरीब परिवार का अहित न हो। आशुतोष त्रिपाठी ने बताया कि मैं महेश प्रसाद त्रिपाठी के साथ था, हूं और रहूंगा। सुमंत भार्गव ने बताया कि जिलाध्यक्ष जैसे महत्वपूर्ण पद पर आसीन होकर सभी सम्मानित साथियों के यथोचित सम्मान पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

नईम अहमद ने कहा कि सभी साथियों को अपने दायित्व का निर्वहन करते हुए संगठन को आगे बढ़ाने पर जोर देना होगा। नव नियुक्त जिलाध्यक्ष महेश प्रसाद त्रिपाठी ने कहा कि इस संगठन में जुड़े सभी साथी भी जिलाध्यक्ष से कम नहीं हैं। आप सभी के सहयोग से ही प्रयागराज में मजबूती प्राप्त हुई है। क्रांतिकारी पत्रकार परिषद में शामिल होने वाले सभी साथियों के सम्मान से कोई खिलवाड़ सहन नहीं होगा। शीघ्र ही एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी प्रयागराज से शिष्टाचार भेंट कर पत्रकारों की समस्याओं से रूबरू कराएगा।

इस दौरान वरिष्ठ पत्रकार सुमंत भार्गव,आशीष मिश्रा,आशुतोष त्रिपाठी,निर्भय शंकर द्विवेदी,नावेद खान,नईम अहमद, अनीश अहमद,दीपक पांडेय,दीपचंद शुक्ला, विधायक प्रतिनिधि नीरज केसरवानी, मयंक त्रिपाठी,मनोज मिश्रा, पवन पांडेय,सत्येन्द्र सिंह यादव,आलोक शुक्ला,विजय शुक्ला, सतीश द्विवेदी,राजू द्विवेदी,अंकित द्विवेदी,यादवेन्द्र सिंह यादव,रजनीकांत त्रिपाठी, हरिओम कुशवाहा,संजीत कुमार,अनिल त्रिपाठी एवं अंकित द्विवेदी सहित कई पत्रकार साथी मौजूद रहे।