5 जनवरी को जैन युवा महासम्मेलन
अयोध्या धाम l श्री भगवान ऋषभदेव दिगम्बर जैन (बडी मूर्ति) मन्दिर रायगंज स्थित प्रागंण में भगवान ऋषभदेव की पंचामृत अभिषेक के साथ प्रारम्भ हुआ भगवान ऋषभदेव महामण्ड्ल विधान आठ दिवसीय कार्यक्रम के अन्तर्गत आज चौथे दिन गणधर वलय विधान सम्पन्न किया गया जिसमें गणधर भगवंतों के 48 अर्घ्य मण्डल पर भक्तिपूर्वक समर्पण किए जाते हैं 24 तीर्थंकरों के गणधर भगवंतों को उनके गुणानुवाद करते हुए मण्ड्ल पर अर्घ्य श्रीफल के साथ समर्पित किए जाते हैं। जैन समाज की सर्वोच्च साध्वी गणिनी प्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी ने बताया कि मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता स्वयं है वह जैसे कर्म करेगा उसी के अनुसार फल की प्राप्ति होती है मनुष्य का जन्म एक जंक्शन स्टेशन की तरह होता है। यहाँ से वहाँ किसी भी गति में चाहे नरक हो चाहे स्वर्ग हो चाहे पशु हो, सभी गतियों में अपने कर्मानुसार चला जाता है इसलिए हर व्यक्ति को सोच समझकर विवेक पूर्वक कार्य करना चाहिए। इसी शृंखला में श्री विजय कुमार जैन राष्ट्रीय मुख्य संयोजक ने बताया कि आगामी 5 जनवरी को अखिल भारतवर्षीय युवा परिषद का 49वाँ स्थापना दिवस राष्ट्रीय स्तर पर महासम्मेलन के साथ मनाया जा रहा है। जिसमें सारे देश में 350 से ज्यादा शाखाएँ कार्यरत हैं उनके सभी पदाधिकारी सदस्मृगण अयोध्या तीर्थ पर पधार रहे हैं कार्यक्रम के परामर्श प्रमुख जैनमन्दिर धर्मतीर्थ के पीठाधीश स्वस्तिश्री रवीन्द्रकीर्ति स्वामीजी के अनुसार लगभग सारे देश से 1000 से ज्यादा युवा पधार रहे हैं, कार्यक्रम में प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी का मार्गदर्शन एवं सानिध्य प्राप्त होगा मुख्य सानिध्म प्रदानकर्ता परमपूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी रहेंगी कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री डॉ. जीवन प्रकाश जैन जम्बूद्वीप हस्तिनापुर के द्वारा की जाएगी एवं इस राष्ट्रीय अधिवेश में अवार्ड समर्पण का कर्यक्रम भी है जिसमें तीन प्रकार के अवार्ड प्रदान किए जाएँगे आउटस्टैिंडग शाखा एक्सीलेंट शाखा, बेस्ट् शाखा के अवार्ड दिया जाएगा कार्यक्रम मुख्य रूप से सम्मिलित होने के लिए भारतवर्षीय तीर्थक्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जम्बूप्रसाद जी जैन गाजियाबाद (उ.प्र..) एवं विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश तीर्थक्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष श्री जवाहरलाल जी जैन सिकन्द्वाबाद एक्सपर्ट पैनल मेंबर अल्पसंख्यक आयोग भारत सरकार के प्रकाश चंद्र मोदी भाटापारा समाजसेवी शरद कासलीवाल दिल्ली होंगे। गणधर वलय विधान में महाराष्ट्र आए 250 श्रद्धालू भक्तों ने भक्तिपूर्वक नृत्मगान करते हुए पूजन सम्पन्न किया l गणधर भगवान वह होते हैं जो भगवान की वाणी को प्रचारित और प्रसारित करते हैं, जिससे सम्पूर्ण चराचर को भगवान की वाणी का ज्ञान होता है। भगवान को वाणी को सरल करके आगे प्रदान करते हैं, इसी शृंखला में मध्याह्न में गौतम गणधर वाणी पर पूज्य गणिनीप्रमुख श्री ज्ञानमती माताजी का मंगल प्रवचन हुआ एवं प्रज्ञाश्रमणी आर्यिका श्री चंदनामती माताजी कृतिकर्म सामायिक ध्यान आदि के ऊपर प्रवचन किया शाम को भगवान की मंगल आरती 108 दीपकों से सम्पन्न की गई एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न किया गया एवं महिला मण्ड्ल के द्वारा शांति भक्ति एवं प्रश्न मंच का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
Jan 03 2025, 18:42