सर्द हवाओं ने रांची समेत झारखंड के अधिकांश जिलों में ठिठुरन और बढ़ा दी,जानिए कैसा रहेगा मौसम का हाल
रांची: सर्द हवाओं ने रांची समेत झारखंड के अधिकांश जिलों में ठिठुरन और बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट दर्ज की गई।
नए साल के पहले दिन बुधवार को राज्य के 11 जिलों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से नीचे पहुंच गया। मौसम केंद्र के आंकड़े के अनुसार, गुमला का न्यूनतम पारा 6.1 डिग्री दर्ज किया गया। इधर, रांची का न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री और अधिकतम 21.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
राज्य के विभिन्न हिस्सों में सर्द हवा की औसत रफ्तार चार से पांच किमी प्रतिघंटा रही। आइए जानते हैं अगले तीन दिन प्रदेश का मौसम कैसा रहेगा।
मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को पश्चिम और उत्तरी दिशा से आनेवाली हवाओं का प्रवाह जारी रहा। वहीं कोल्हान क्षेत्र में सुबह के दौरान घना कुहासा छाया रहा। दृश्यता भी एक हजार मीटर की रही। रांची में पिछले 24 घंटों के दौरान न्यूनतम तापमान में डेढ़ डिग्री की कमी दर्ज की गई। वहीं जमशेदपुर का न्यूनतम तापमान 10.4 और मेदिनीनगर का 9.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राज्य में अधिकताम तापमान की बात करें तो सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान चाईबासा का 25.4 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार हवा की रफ्तार बढ़ने से अधिकतम तापमान भी सामान्य से नीचे रही।
राज्यभर में अगले तीन दिन ठंड कायम रहेगी : रांची मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, रांची समेत झारखंड के विभिन्न हिस्सों में सर्द हवाओं के कारण ठंड बढ़ी है। पिछले 24 घंटे की तुलना में तापमान काफी नीचे गिरा है। दिन का अधिकतम तापमान भी सामान्य से नीचे हैं। आनेवाले तीन दिनों के दौरान कनकनी वाली ठंड की स्थिति बरकरार रहने की संभावना है।
इसके बाद ही कुछ बदलाव के आसार हैं। अगले तीन दिनों तक रांची का न्यूनतम पारा 10 डिग्री के करीब रह सकता है।
देवघर, बोकारो समेत झारखंड के 10 शहरों में जानिए आज एलपीजी सिलेंडर की कीमत.
झारखंड में 2 जनवरी 2025 को एलपीजी सिलेंडर की न्यूनतम कीमत 842.50 रुपए और अधिकतम कीमत 862 रुपए है. आज हम आपको बताएंगे कि झारखंड के 10 बड़े शहरों में 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत कितनी है.
राजधानी रांची, जमशेदपुर, धनबाद और बोकारो समेत 10 जिलों के सिलेंडर के दाम क्या हैं, यहां जान लीजिए. रांची,
धनबाद, गिरिडीह, देवघर और बोकारो में 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर 860.50 रुपए में मिल रहे हैं. जमशेदपुर या पूर्वी सिंहभूम जिले के उपभोक्ता को यही सिलेंडर 842.50 रुपए में ही मिल रहा है. चाईबासा में एक सिलेंडर के बदले आपको 843.50 रुपए देने होंगे. हजारीबाग और कोडरमा 2 ऐसे जिले हैं, जहां एलपीजी सिलेंडर का उपयोग करने वालों को 14.2 किलो के सिलेंडर के लिए सबसे ज्यादा 862 रुपए चुकाने पड़ते हैं.
देवघर, बोकारो समेत झारखंड के 10 शहरों में जानिए आज एलपीजी सिलेंडर की कीमत.
झारखंड में 2 जनवरी 2025 को एलपीजी सिलेंडर की न्यूनतम कीमत 842.50 रुपए और अधिकतम कीमत 862 रुपए है. आज हम आपको बताएंगे कि झारखंड के 10 बड़े शहरों में 14.2 किलो के घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत कितनी है.
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धनबाद, गिरिडीह, देवघर और बोकारो में 14.2 किलो के एलपीजी सिलेंडर 860.50 रुपए में मिल रहे हैं. जमशेदपुर या पूर्वी सिंहभूम जिले के उपभोक्ता को यही सिलेंडर 842.50 रुपए में ही मिल रहा है. चाईबासा में एक सिलेंडर के बदले आपको 843.50 रुपए देने होंगे. हजारीबाग और कोडरमा 2 ऐसे जिले हैं, जहां एलपीजी सिलेंडर का उपयोग करने वालों को 14.2 किलो के सिलेंडर के लिए सबसे ज्यादा 862 रुपए चुकाने पड़ते हैं.
मंईयां सम्मान योजना’ की लाभुकों के लिए खुशखबरी. झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाले 2500 रुपए के वितरण की तारीख तय
* ‘मंईयां सम्मान योजना’ की लाभुकों के लिए खुशखबरी. झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना के तहत मिलने वाले 2500 रुपए के वितरण की तारीख तय हो गई है. हालांकि, कुछ महिलाओं के खाते में यह राशि पहुंच भी गई है, लेकिन इनकी संख्या बहुत कम है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन एकमुश्त 56 लाख महिलाओं के खाते में मंईयां सम्मान योजना के तहत 2500-2500 रुपए 6 जनवरी को ट्रांसफर करेंगे. यह कार्यक्रम 28 जनवरी को होने वाला था, लेकिन देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन की वजह से इस कार्यक्रम को टाल दिया गया है. अब 6 जनवरी को नामकुम के खोजाटोली मैदान से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस योजना की हर लाभुक के खाते में 2500 रुपए ट्रांसफर करेंगे. 26 और 27 दिसंबर 2024 को टेस्ट के तौर पर हर जिले की कुछ महिलाओं के खाते में मंईयां सम्मान योजना की राशि भेजी गई थी. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने की थी समीक्षा बैठक मंईयां सम्मान योजना की बढ़ी हुई राशि के वितरण की तैयारी जोर-शोर से चल रही थी. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी कर ली थी. निर्देश दिया था कि कार्यक्रम भव्य होना चाहिए. सभी जिलों से मंईयां सम्मान योजना की लाभुकों को लाने और ले जाने की व्यवस्था की जाए. रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने नामकुम स्थित खोजाटोली मैदान में जाकर तैयारियों का जायजा लिया था. पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए थे. मंईयां सम्मान योजना की राशि 1000 से बढ़कर हुई 2500 हेमंत सोरेन की सरकार ने झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 से पहले इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की थी. सरकार ने 18 से 50 साल तक की महिलाओं को 1,000 रुपए देना शुरू किया था. चुनाव के पहले सरकार ने वादा किया था कि फिर से सत्ता में लौटे, तो इस राशि को बढ़ाकर 2,500 रुपए कर देंगे. महिलाओं के वोट की बदौलत हेमंत सोरेन की सरकार लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में लौटी. अब सरकार अपना वादा पूरा कर रही है. मंईयां सम्मान योजना की लाभुकों के खाते में 1000 रुपये की बजाय ब 2500 रुपए ट्रांसफर करने जा रही है.
धनबाद कल 3 जनवरी को रणधीर वर्मा के शहादत दिवस पर महामहिम संतोष गंगवार करेंगे शिरकत
झा. डेस्क
धनबाद : झारखंड के महामहिम राज्यपाल संतोष गंगवार शहीद रणधीर वर्मा के 34वें शहादत दिवस पर आगामी 3 जनवरी को धनबाद शहर के रणधीर वर्मा चौक पर आयोजित कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इस बाबत राजभवन ने पुष्टि की है।
राज्यसभा के सदस्य दीपक प्रकाश इस कार्यक्रम में विशेष रुप से उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता धनबाद के सांसद ढुल्लू महतो करेंगे।रणधीर वर्मा मेमोरियल के अध्यक्ष किशोर कुमार ने जानकारी दी है.
धनबाद के विधायक राज सिन्हा, झरिया की विधायक रागिनी सिंह और बाघमारा के विधायक शत्रुध्न महतो की गरिमामयी उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम की शुरुआत कलाकारों के संगीतमय श्रद्धांजलि से शुरू होगी।
जांबाज आरक्षी अधीक्षक रणधीर वर्मा बैंक लूटने आए खालिस्तानी उग्रवादियों से मुठभेड़ में वीरगति पायी थी
उल्लेखनीय है कि धनबाद के जांबाज आरक्षी अधीक्षक रणधीर प्रसाद वर्मा धनबाद स्थित बैंक ऑफ इंडिया की हीरापुर शाखा को लूटने आए खालिस्तानी उग्रवादियों से मुठभेड़ में वीरगति पायी थी। परन्तु, दम तोड़ने से पहले तीन में से एक डकैत को मौके पर ही ढेर करके दूसरे को बुरी तरह जख्मी कर दिया था, जिसकी बाद में मौत हो गई थी। तीसरा डकैत अपनी पहचान छुपाने के लिए हथियार छोड़कर भाग खड़ा हुआ था, जिसे भीड़ ने पीछा करके पकड़ा और मार-मार कर मौत के घाट उतार दिया था।
शहीद रणधीर वर्मा की जिस आदमकद प्रतिमा के समक्ष शहादत दिवस मनाया जाता है उसका अनावरण सन् 1994 में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। शहादत दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अनेक केंद्रीय मंत्रियों से लेकर राज्य के मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा, रघुवर दास आदि शिरकत कर चुके हैं। पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल विष्णुकांत शास्त्री भी बतौर मुख्य अतिथि श्रद्धांजलि सभा में भाग ले चुके हैं।
अयोध्या भोजपुरी फ़िल्म महोत्सव 2025 में रंजन सिन्हा ने जीता बेस्ट PRO का अवार्ड,
भोजपुरी सिनेमा के ‘पीआरओ किंग’ के रूप में है मजबूत पहचान
भोजपुरी सिनेमा के जाने-माने जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) रंजन सिन्हा को एक बार फिर बेस्ट पीआरओ का अवार्ड से नवाजा गया है. यह सम्मान उन्हें अयोध्या महोत्सव में आयोजित अयोध्या भोजपुरी सिने अवार्ड 2025 में दिया गया. भोजपुरी सिनेमा में उनके उत्कृष्ट जनसंपर्क कार्य और इंडस्ट्री के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए बेस्ट पीआरओ के सम्मान से सम्मानित किया गया है.
3 बार मिल चुका है अवार्ड
यह पहला मौका नहीं है जब रंजन सिन्हा को यह सम्मान मिला है. इससे पहले उन्हें इस महोत्सव में 3 बार और यह अवार्ड दिया जा चुका है. इसके अलावा हर साल लगभग सभी प्रतिष्ठित फिल्म अवार्ड शो में उनको सम्मान मिलता रहा है. उनकी कामयाबी का सफर इस बात का प्रमाण है कि वे अपने क्षेत्र में अद्वितीय हैं. 20 वर्षों से इस इंडस्ट्री में जनसंपर्क का काम संभाल रहे रंजन सिन्हा अब तक 800 से अधिक फिल्मों और 4000 से अधिक गानों का प्रचार-प्रसार कुशलतापूर्वक कर चुके है.
रंजन सिन्हा ने जाहिर की खुशी
रंजन सिन्हा ने अपनी खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि, “यह सम्मान उन सभी निर्माता-निर्देशकों का है जिन्होंने मुझ पर भरोसा किया और अपनी फिल्मों के प्रचार-प्रसार की जिम्मेदारी मुझे सौंपी.” उन्होंने अयोध्या भोजपुरी सिने अवार्ड का आभार व्यक्त करते हुए इस अवार्ड को अपने काम और प्रयासों की पहचान बताया.
साउथ और बॉलीवुड फिल्मों में भी संभाल चुके पीआर का काम
बिहार के वैशाली जिले के राजापाकर प्रखंड के छोटे से गांव बिरना लखन सेन से निकलकर ख्वाबों की नगरी मुंबई तक का सफर आसान नहीं था. लेकिन मेहनत और समर्पण के दम पर रंजन सिन्हा ने भोजपुरी सिनेमा में अपनी पहचान बनाई. आज वे भोजपुरी इंडस्ट्री के सबसे भरोसेमंद पीआरओ में से एक हैं. वे न केवल मेगा स्टार मनोज तिवारी, रवि किशन, पवन सिंह, खेसारी लाल यादव, प्रदीप पांडे चिंटू, और अक्षरा सिंह जैसे दिग्गजों के पसंदीदा पीआरओ हैं, बल्कि साउथ और बॉलीवुड की फिल्मों के लिए भी जनसंपर्क का काम कुशलता से करते हैं.
कई बड़े म्यूजिक चैनलों की पीआर का काम संभाला
भोजपुरी सिनेमा के अलावा, रंजन सिन्हा बिहार के विभिन्न राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक आयोजनों में भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं. उन्होंने बिहार सरकार के कला संस्कृति एवं युवा विभाग द्वारा आयोजित कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों जैसे- प्रकाश पर्व, पटना फिल्म फेस्टिवल, गांधी पैनोरमा फिल्म फेस्टिवल, बाबू वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव और नेशनल बॉक्सकॉन कांफ्रेंस में भी पीआर का कार्य बखूबी किया. रंजन सिन्हा का योगदान केवल भोजपुरी इंडस्ट्री तक सीमित नहीं है. वे कई बड़े म्यूजिक चैनलों के पीआर का काम भी सफलता से संभाल रहे हैं. उनकी पहचान उनके गुणवत्तापूर्ण कार्य और भरोसेमंद व्यक्तित्व के कारण बनी है. यही वजह है कि उन्हें भोजपुरी सिने अवार्ड के अलावा भी कई बड़े पुरस्कार मिले हैं.
भोजपुरी सिनेमा में उनका योगदान अद्वितीय है. वे अपने काम को प्राथमिकता देते हैं और हर प्रोजेक्ट को उसकी मंजिल तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध रहते हैं. उनका कहना है, “मेरे लिए काम ही सब कुछ है. यह मेरा जुनून है और मैं इसे ईमानदारी से करता रहूंगा.” रंजन सिन्हा की सफलता की यह कहानी न केवल उनकी मेहनत की मिसाल है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि यदि आप अपने काम के प्रति समर्पित हैं तो सफलता आपके कदम चूमेगी. भोजपुरी इंडस्ट्री में उनकी अद्वितीय सफलता ने उन्हें एक ‘ब्रांड’ बना दिया है, जो आने वाले समय में और भी ऊंचाइयां छूने को तैयार है.
नववर्ष पर पाथरोल काली मंदिर में उमड़ा श्रद्धालुओं की भीड़, किये दर्शन पूजन
देवघर: नववर्ष के अवसर पर बुधवार को पाथरोल काली मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी रही. सुबह माता का पट खुलते ही पूजा अर्चना के लिए भक्तों का कतार लग गया.
भक्तों ने विधि विधानपूर्वक पूजा अर्चना करते हुए नये साल में अपने परिवार की सुख समृद्धि के लिए माता से प्रार्थना की. मां काली मंदिर परिसर में स्थित शिव-पार्वती, माता लक्ष्मी, राधा-कृष्ण, मां दुर्गा समेत अन्य देवी-देवताओं को भी भक्तों ने पूजा अर्चना की. पूजा के बाद लोगों ने लौहे से बने घरेलू उपयोग की सामग्री की खरीदारी लोगों ने किया.
इसके अलावा करौं प्रखंड क्षेत्र के गोसुवा स्थित शिव मंदिर समेत मधुपुर के राम मंदिर, पंचमंदिर, वाहे गुरु शिव मंदिर, माता बुढ़ैश्वरी, फोगो काली मंदिर आदि अन्य जगहों के मंदिरों में भी पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा.
नववर्ष पर जश्न में डूबा कोयलांचल, धनबाद के पार्कों और मॉल में उमड़ी लोगों की भीड़
धनबाद: नववर्ष के जश्न में बुधवार को पूरा कोयलांचल डूबा रहा. इस दौरान पार्कों से लेकर पिकनिक स्पॉट्स तक हर तरफ जश्न का माहौल था. 31 दिसंबर की शाम से ही पार्टी का दौर शुरू हो गया था. आज भी क्लबों और होटलों में पार्टी का दौर चलता रहा. पार्कों व पिकनिक स्पॉट में जबरदस्त भीड़ थी. लोगों ने वनभोज का लुत्फ उठाया, कई जगह जाम भी छलका.
बुधवार को बिरसा मुंडा पार्क में छह हजार से अधिक लोग पहुंचे. कुछ लोग घर से खाना लेकर आये थे तो कुछ लोग यहां पर वनभोज का लुत्फ उठाया. पिकनिक के साथ लोगों ने टॉय ट्रेन की सवारी की और झूले का आनंद लिया. बुधवार सुबह 10 बजे से ही पार्क में भीड़ जुटने लगी, जो शाम सात बजे तक रही. शाम छह बजे के बाद लोगों ने यहां लेजर म्यूजिकल फाउंटेन का लुत्फ उठाया. दूसरी ओर वाइल्ड वादी फ्लॉवर पार्क में भी लोगों ने खूब इंज्वाय किया.
रंग-बिरंगे फूलों के साथ सेल्फी ली और पक्षियों के साथ कुछ पल बिताये. जिपलाइन में रोमांच का अनुभव किया.
सेल्फी प्वाइंट बना बिरसा मुंडा पार्क
बिरसा मुंडा पार्क में फोटो खिंचवाने की होड़ लगी थी. झूले के साथ लेजर फाउंटेन तक में लोगों ने खूब सेल्फी ली और नववर्ष की यादों को संजो लिया.
सरकारी कार्यालयों व बाजार में सन्नाटा, मॉल में थी भीड़
नववर्ष को लेकर सरकारी कार्यालयों में छुट्टी जैसा माहौल था. नगर निगम में साहब के नहीं रहने के कारण कर्मचारियों में नये साल का खुमार चढ़ा रहा. यही हाल अन्य विभागों का भी था. इधर बैंक मोड़, पुराना बाजार, हीरापुर आदि बाजारों में भी सन्नाटा पसरा था जबकि मॉल में जबरदस्त भीड़ थी.
Jan 02 2025, 20:51