रांची के खलारी थाना क्षेत्र में हो रही सीसीएल के लोहा चोरी का सीआईएसएफ ने किया पर्दाफाश, इस चोरी में अधिकारियों की संलिप्ता पर भी होगी जांच
झारखंड डेस्क
रांची के खलारी थाना क्षेत्र के एनके एरिया के शातिर तरीके से हो रही लोहा चोरी का भंडाफोड़ करते हुए CISF ने स्क्रैप लदा एक ट्रक पकड़ा है।
यह ट्रक जिस कंपनी का है, जो एनके एरिया में स्क्रैप उठाने का काम करती है। जांच के दौरान सीआइएसएफ ने एक रिमोटनुमा डिवाइस भी बरामद किया, जिसका इस्तेमाल कांटा घर पर गाड़ियों का वजन कम दिखाने के लिए किया जा रहा था।
सीआइएसएफ ने अंदेशा जताया है कि यह सिर्फ मामूली लोहा चोरी का मामला नहीं, बल्कि एक बड़े घोटाले का हिस्सा है। इस घटना के बाद सीआइएसएफ और सीसीएल के सुरक्षा अधिकारियों ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है।
CISF अधिकारियों का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद ही असली साजिश का खुलासा होगा। ट्रक और जब्त उपकरणों को खलारी पुलिस के हवाले कर दिया गया है। घटना के बाद सीसीएल के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
कोई भी अधिकारी इस मामले में बयान देने से बच रहा है। क्षेत्र में यह चर्चा तेज है कि सीसीएल के अधिकारियों की मिलीभगत से इस गोरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा था। इससे सीसीएल को करोड़ों रुपये के नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। लोग अंदेशा जता रहे हैं कि इसमें कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं।
ऐसे पकड़ में आया पूरा मामला
पिछले दो माह से उक्त कंपनी एनके एरिया के रोहिणी, पूर्णाडीह, केडीएच, डकरा से स्क्रैप उठाव कर रही है। चारों परियोजनाओं से अब तक लगभग 40 गाड़ी स्क्रैप की ढुलाई हो चुकी है। गुरुवार शाम केडीएच से छह चक्का ट्रक स्क्रैप लेकर केडीएच 3 नंबर कांटा में वजन कराने पहुंचा तो कांटा में गाड़ी चढ़ते ही वजन 42.705 टन कंप्यूटर व डिस्प्ले में दिखा।
इसके बाद वजन कम दिखने लगा और कुछ क्षण में 17.80 टन में स्थिर हो गया, जिससे वहां मौजूद सीआइएसएफ के जवानों को शक हुआ तो उन्होंने दोबारा कांटा पर वजन कराया। पुनः 42.705 टन डिस्प्ले पर दिखा।
बाद में संतुष्टि के लिए एरिया के पूर्णाडीह कांटाघर में भी लोहा लदा ट्रक का वजन कराया गया तो वहां भी 42.705 टन ही वजन दिखा। इसके बाद ड्यूटी पर तैनात जवान ने अपने उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी। जब जांच पड़ताल की गई तो स्क्रैप का काम देख रहे एक व्यक्ति के पाकेट से पांच रिमोटनुमा डिवाइस बरामद किए गए।
क्षेत्र के लोगों के बीच चर्चा है कि सीसीएल अधिकारियों की मिलीभगत से ही कंप्यूटर को हैक कर सीसीएल को करोड़ों रुपये का चूना लगाया जा रहा था। इस घटना के बाद सीसीएल के कोई भी अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं। कई अधिकारी फोन तक का जवाब नहीं दे रहे हैं।
Dec 29 2024, 22:06