झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर का स्वास्थ्य विभाग को अल्टीमेटम,कहा-सात दिन में व्यवस्था सुधारिये नहीं तो होगी कारवाई
झारखंड डेस्क
झारखंड में सरकारी अस्पतालों की स्थिति किसी से छुपी नही हैं। आज खुद वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर का शासकीय अस्पताल की बदहाली का सामना हो गया। अस्पताल की स्थिति देख वित्त मंत्री भड़क गये और उन्होंने अस्पताल प्रबंधन को जमकर फटकार लगा दी। मामला पलामू के मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल की है। वित्त मंत्री ने अस्पताल प्रबंधन को सात दिन का अल्टीमेटम दिया है।
राज्य के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर शनिवार को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पहुंचे, निरीक्षण के दौरान अस्पताल की बदहाली देख वो काफी नाराज हुए। अस्पताल में ना तो साफ सफाई थी और ना ही वार्ड में मरीजों के लिए कोई खास व्यवस्था थी। जिसके बाद वित्त मंत्री ने तीखी नाराजगी जताते हुए अस्पताल प्रबंधन को फटकार लगा दी।
वित्त मंत्री ने कहा कि सात दिन के भीतर अस्पताल की व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिये, अगर अव्यवस्था में सुधार नहीं हुआ, तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी। मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को सात दिनों के अंदर अस्पताल में व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया। अगर स्थिति नहीं सुधरी तो अधिकारी और कर्मचारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
डॉक्टरों और कर्मचारियों से कहा कि वे यूनिफॉर्म में रहें और नेम प्लेट भी लगाएं। बैठक में मंत्री ने मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल को क्षेत्र के लिए काफी मददगार बताया। उन्होंने कहा कि अस्पताल में इलाज के समुचित इंतजाम होने चाहिये। यहां लोग काफी उम्मीद से आते हैं। इलाज में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। साथ ही मंत्री ने एमएमसीएच में आयुष्मान भारत के तहत इलाज के निर्देश दिये।
मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि एमएमसीएच का नया भवन 31 दिसंबर 2025 तक तैयार करने को कहा गया है, जबकि अप्रैल से नए भवन में ओपीडी और इमरजेंसी शुरू करने को कहा गया है। एक सप्ताह में पूरी व्यवस्था दुरुस्त करने को कहा गया है, एक सप्ताह बाद वे फिर निरीक्षण करेंगे। अगर व्यवस्था नहीं सुधरी तो कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
Dec 29 2024, 11:56