*राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन, कुल 217943 वादो का रिकॉर्ड निस्तारण*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार आज दिनांक 14.12.2024 को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, प्रयागराज के तत्वाधान में जनपद न्यायालय, प्रयागराज व समस्त तहसीलों में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन प्रातः 10 बजे माननीय जनपद न्यायाधीश प्रयागराज श्री संतोष राय द्वारा दीप प्रज्जवलित करके किया गया।

राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 217943 वादो का निस्तारण किया गया। जनपद न्यायाधीश के द्वारा 3 वाद निस्तारित किए गए। फ़ौजदारी के कुल 19761 वादों का निस्तारण किया गया। पारिवारिक न्यायालय द्वारा कुल 60 वादो निस्तारण आपसी सुलह समझौते के आधार पर किया गया। प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय,प्रयागराज श्री बाल मुकुंद द्वारा 25 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया। मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण पीठासीन अधिकारी उत्तरी श्री राम कुशल द्वारा 249 वाद व मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण पीठासीन अधिकारी दक्षिणी श्री प्रदीप कुमार द्वारा 73 वादों का निस्तारण किया गया।

दिनेश कुमार गौतम सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण प्रयागराज के अथक प्रयास से मध्यस्थता केंद्र प्रयागराज में एक जोड़े के मध्य समझौता कराया गया जिसे माननीय जनपद न्यायाधीश प्रयागराज के समक्ष एक दूसरे को माला पहनाकर व मिठाई खिलाकर खुशी खुशी मध्यस्थता केंद्र से उज्ज्वल भविष्य की कामना के साथ विदा किया गया। राम प्रताप सिंह राणा अपर जनपद न्यायाधीश ईसी एक्ट के द्वारा विद्युत के 210 मामलों का निस्तारण किया गया।

शशि कुमार मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के द्वारा 6554 वाद, श्री अमित कुमार, रेलवे मजिस्ट्रेट के द्वारा 1308 वाद, श्रीमती दीक्षा वर्चुअल कोर्ट, ट्रैफिक के द्वारा कुल 7200 प्री लिटिगेशन वाद निस्तारित किए गए। राजस्व न्यायालयों के द्वारा कुल 132718 वादो का निस्तारण किया गया। बैंक के प्री लिटिगेशन के 1908 मामले में निस्तारित किए गए। रविकांत द्वितीय नोडल अधिकारी/एडीजे, लोग अदालत के निर्देशन में समस्त विभागों से समन्वय स्थापित कर लोक अदालत का सफल आयोजन किया गया।

*महाकुंभ 2025 के निमंत्रण के लिए बेंगलुरु में मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और नरेंद्र कश्यप ने उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से की भेंट*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होने वाले महाकुंभ के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा देशभर में व्यापक स्तर पर आमंत्रण भेजने की प्रक्रिया जारी है। इसी क्रम में आज उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना और पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप ने बेंगलुरु में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि के रूप में कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महाकुंभ 2025 का निमंत्रण पत्र, कुम्भ कलश, और कुम्भ प्रतीक चिह्न भेंट किया और मुख्यमंत्री सहित कर्नाटकवासियों को महाकुंभ में भाग लेने का न्योता दिया।

वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से बातचीत के दौरान महाकुंभ की पौराणिक, सांस्कृतिक, और आध्यात्मिक महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि महाकुंभ भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा का सबसे बड़ा प्रतीक है। यह आयोजन केवल स्नान और पूजन तक सीमित नहीं है, बल्कि यह 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' की भावना का जीवंत उदाहरण है। इस बार का महाकुंभ पहले से अधिक स्वच्छ, सुरक्षित, सुव्यवस्थित और भव्य होगा।

नरेंद्र कश्यप ने महाकुंभ की दिव्यता पर जोर देते हुए कहा कि महाकुंभ न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। यह आयोजन भारतीय सभ्यता के गौरव को पूरी दुनिया में पुनर्स्थापित करने का माध्यम है।

उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार से मुलाकात के बाद दोनों मंत्रियों ने बेंगलुरु स्थित पेरिस परिसर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कर्नाटक के निवासियों को महाकुंभ 2025 में आने का आमंत्रण दिया। मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक मेला नहीं, बल्कि एक ऐसा पर्व है जो सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक चेतना और राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहित करता है। प्रयागराज का त्रिवेणी संगम हमेशा से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्रतीक रहा है। हमें पूरा विश्वास है कि इस बार का महाकुंभ कर्नाटकवासियों के लिए भी विशेष होगा।

नरेंद्र कश्यप ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस आयोजन को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। हर कर्नाटकवासी को इस अद्वितीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन का साक्षी बनने के लिए आमंत्रित किया जाता है।

मंत्रियों ने बताया कि महाकुंभ 2025 को 'दिव्य, भव्य, और डिजिटल' बनाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने विशेष प्रबंध किए हैं। डेढ़ लाख शौचालय, 5000 यूरिनल, और 350 सामुदायिक शौचालय बनाए गए हैं। तीन लाख पौधों का रोपण और सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है। श्रद्धालुओं के लिए विशेष ऐप, क्यूआर कोड आधारित पास, और बहुभाषी डिजिटल साइनेज जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी। प्रयागराज को सात स्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा जाएगा, जिसमें 2750 सीसीटीवी कैमरों की निगरानी होगी। इस महाकुंभ में 10 हजार से अधिक संस्थाएं भाग लेंगी। 100 बेड का अस्पताल, 10 बेड के दो आईसीयू, और 3 लाख से अधिक लोगों को नेत्र कुंभ में मुफ्त चश्मे और दवा दी जाएगी।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री ने रामचरितमानस की चौपाई उद्धृत करते हुए कहा कि "'चार पदारथ भरा भंडारू, पुण्य प्रदेश देश अति चारू' – यह चौपाई प्रयागराज की महिमा को वर्णित करती है। कर्नाटक और उत्तर प्रदेश का हमेशा से सांस्कृतिक संबंध रहा है।

मंत्री नरेंद्र कश्यप ने महाकुंभ की पवित्रता और भव्यता का वर्णन करते हुए कहा कि महाकुंभ में स्नान केवल एक धार्मिक क्रिया नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा अनुभव है जो आत्मा को शुद्ध करता है। यह आयोजन भारत के कोने-कोने से आने वाले श्रद्धालुओं को जोड़ता है। हम चाहते हैं कि कर्नाटक के लोग भी इस अद्भुत आयोजन का हिस्सा बनें।

मंत्रियों ने बताया कि महाकुंभ अब केवल भारत का ही नहीं, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण आयोजन बन गया है। यूनेस्को ने इसे विश्व मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर घोषित किया है। इस बार 45 करोड़ से अधिक तीर्थयात्रियों के आने की संभावना है, जिसके लिए सभी व्यवस्थाएं पहले से की जा रही हैं।

*पाप और अत्याचार बढ़ने पर ईश्वर का होता हैं अवतरण-डॉ विशुद्धानंद जी महाराज*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- शनिवार को ग्राम चंद्रा लोहागरा में बजरंग बली के मंदिर प्रांगण पर चल रही भागवत कथा जिसका आयोजन बेशी परिवार की ओर से श्री विवेक मिश्र आनन्द मिश्र राजुल जिला उपाध्यक्ष प्रयागराज भारतीय किसान संघ काशी प्रांत उत्तर प्रदेश तथा ग्राम प्रधान चंद्रा संगीता नवनीत मिश्र द्वारा अपने पूज्य पिता स्व श्रीमान प्रभाकांत मिश्र की बरसी पर भागवत ज्ञान सप्ताह के चतुर्थ दिन कही।

पूज्य महाराज जी ने भगवान कृष्ण के जन्मोत्सव से जुड़ी तमाम रोचक प्रसंगों का सजीव दर्शन कराया इस अवसर पर क्षेत्र के तमाम गणमान्य नागरिकों के साथ भारी संख्या में बच्चे महिलाएं एवम् ग्रामीण जन ने कथा का अमृत पान किया। वरिष्ठ नागरिक जन में रामकैलाश सोनी देवी प्रसाद श्री चंद्र मणि मिश्र रामायण प्रसाद शुक्ला विश्वबंधु दुबे रामप्रसाद द्विवेदी अमर नाथ दुबे इंद्र जीत गर्ग रमाकांत ओझा शीला गर्ग ग्राम प्रधान नीबी पंकज शुक्ला नर्वदा सिंह पटेल कुल्लू आदिवासी बसंत लाल मिश्रा राहुल द्विवेदी अधिवक्ता अविनाश त्रिपाठी कपिल देव मिश्र ब्रह्मदेव मिश्रा प्रवीण मिश्रा विमलेश मिश्रा अनिल मिश्रा आदि क्षेत्रीय गणमान्य लोग मौजूद रहें।

*खबरें चलने के बाद भी अवैध तरीकों से संचालित गेस्ट हाउस, नहीं दिखा कोई असर*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज-जनपद के शंकरगढ़ क्षेत्र में अधिकारियों के अनदेखी के कारण अवैध तरीक से विवाह घर संचालित हो रहे हैं। जिससे जमकर राजस्व की चोरी हो रही है। क्षेत्र के नगर पंचायत शंकरगढ़ और ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध ढंग से संचालित गेस्ट हाउस को लेकर अधिकारी कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं।

ना पार्किंग,न फायर सिक्योरिटी न ही मेडिकल व्यवस्था है। इसके विपरीत नगर के सभी विवाह घर संचालित हो रहे हैं।

*बीजेपी नेता ने की कुंभ नगरी को नशा मुक्त घोषित करने की मांग

*विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने कहा कि प्रयागराज पूरा कुंभ क्षेत्र नशा मुक्त घोषित किया जाए। धार्मिक स्थानों में हर आयु वर्ग के महिला,पुरुष सर्व धर्म समाज के श्रद्धालु आते हैं इतने व्यापक दिव्य भव्य स्थानों का वातावरण वायुमंडल स्वच्छ सुंदर रखना हम सब का परम कर्तव्य है।

क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा कि नशे की संस्कृति युवा पीढ़ी को गुमराह कर रही है अगर यही प्रवृत्ति रही तो शरीर और दिमाग से स्वस्थ व्यक्ति नहीं मिलेंगे नशे की बढ़ती प्रवृत्ति के कारण हम एक स्वस्थ नहीं,बीमार राष्ट्र और समाज का ही निर्माण कर रहे हैं धूम्रपान के द्वारा होने वाली परेशानियों से लोगों को जागरूक होना ही पड़ेगा।

क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने आगे कहा कि आज जरूरत है कि देश का प्रत्येक नागरिक नशे से दूर रहें क्योंकि इसके साथ शारीरिक रूप से तो व्यक्ति कमजोर होता ही है साथ में मानसिक रूप से भी बेकार हो जाता है। उन्होंने कहा की सिगरेट,बीड़ी आदि नशीले पदार्थ देश के लिए गंभीर समस्या का कारण बन चुके है अंदर ही अंदर देश की जड़ों को खोखला कर रही है क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने अपने अभियान के उद्देश्य के बारे में बताया कि बचपन से यह सपना है कि वह नशे के विरुद्ध लड़ाई जारी रखें। उसे इस क्षेत्र में सामाजिक कार्य करने की वजह से कोई पुरस्कृत तो नहीं मिला किंतु पतविंदर सिंह ने 13 वर्ष की आयु से ही समाज सेवा आरंभ कर दी तथा नशा मुक्ति अभियान चला दिया इस क्षेत्र की उन्हें ऐसी धुन लगी कि वे लोगों को नशा न करने का पाठ पढ़ाने के लिए खाना-पीना भी भूल जाते है।

उन्होंने बताया कि नशा विरोधी अभियान के साथ-साथ जनसंख्या नियंत्रण, पर्यावरण संरक्षण,मतदाता जागरूकता,राष्ट्रीय एकता,पोलियो अभियान सहित कई लोक कल्याण,समाजसेवी कार्यो में भाग लिया क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सरदार पतविंदर सिंह ने बताया कि इसके अतिरिक्त उन्होंने दहेज विरोधी अभियान, एड्स जैसी लाइलाज बीमारी से बचने के लिए लोगों को जागरूक किया उन्होंने बताया कि इन सेवाओं के लिए उन्हें कई व्यक्तियों से बुरा भला भी सुनना पड़ा किंतु दृढ़ संकल्प ने उन्हें हार का सामना नहीं करने दियाl

*उपकरण पाकर खिले दिव्यांग बच्चों के चेहरे*

गुफरान खान

प्रयागराज- राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा उ०प्र० लखनऊ, एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रयागराज महादय के आदेश के क्रम में शनिवार को जनपद स्तरीय दिव्यांग शिविर (उपकरण वितरण) कैम्प का आयोजन गंगापार के समस्त विकास खण्डों का बी०आर०सी० बहादुरपुर में किया गया। मुख्य अतिथि अपर नगर मजिस्ट्रेट प्रथम संदीप कुमार तिवारी व खण्ड विकास अधिकारी कंचन सिंह यादव के द्वारा कार्यक्रम की शुरुवात किया गया। । कार्यक्रम में कुल 251 बच्चों के उपकरण वितरित किये जाने थे जिसमें सभी 251 बच्चों को ट्राई साइकि्ल़ व्हील चेयर, हियरिंग एड, कैलीपर्स, CP चेयर, रोलेटर बिट। वैशाखी - (रामानंद‌कुमार, एलिम्को कानपुर टीम आदि )वितरित किया गया।

मुख्य अतिथि द्वारा कहा गया कि शासन की योजनाओं से लाभार्थी को लाभ मिले इसके लिए हमरी स्तर से जो भी सहयोग की आवश्यकता होगी हम सदैव आप सबके साथ है। खण्ड विकास अधिकारी भविष्य में और अच्छा कैसे किया जा सकता है पर पूर्ण सहयोग देने का आश्वासन दिया गया । जिला समन्वयक मध्यान भोजन राजीव त्रिपाठी जी द्वारा शासन की मंशा के अनुरूप सभी दिव्यांग बच्चों को मुख्य धारा से कैसे जोड़ा जाए पर अपना वक्तव्य दिया गया। तथा दिव्यांग बच्चों को शिक्षा की मुख्या धारा से जोडने हेतु सभी योजनाएँ लाभ लेने हेतु अपील किया गया ।

जिला समन्वयक समेकित शिक्षा विकास पाण्डेय ने कहा गया की दिव्यांग बच्चे सामान्य बच्चो से किसी मामले में कम नहीं है उनके अभिभावकों को जागरुक करने की आवश्यकता है दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने की आवश्यकता है , एलिम्को टीम कानपुर से रामानन्द कुमार जी द्वारा बच्चों को उनके अनुसार उपकरण वितरण में सहयोग किया गया। कार्यक्रम की रूपरेखा स्पेशल एजुकेटरकमलेश कुमार, शुभ्रा श्रीवास्तव द्वारा किया गया कार्यक्रम को जनपद के समस्त स्पेशल एजुकेटर के सहयोग से किया गया। दिव्यांग बच्चे उपकरण पाकर अत्यंत प्रसन्न थे। दिव्यन्गता अभिशाप नहीं – विकास पाण्डेय,दिव्यांग बच्चो को उपकरण दिलाना पुनीत कार्य - राजीव त्रिपाठी,दिव्यांग बच्चो को भी शिक्षा की मुख्याधारा से जोड़े।

कार्यक्रम का आयोजन बी० आर० सी० बहादुरपुर में खण्ड शिक्षा अधिकारी बहादुरपुर की देख रेख में आयोजित किया गया। अरविन्द कुमार मिश्रा, राजेश कुमार मिश्र, आलोक राय, विपिन द्विवेदी आशुतोष सिंह आदि द्वारा विशेष सहयोग प्रदान किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से साकार हो रहा दिव्य, भव्य व डिजिटल महाकुम्भ का सपना : मुख्यमंत्री योगी


प्रयागराज। ठीक एक महीने बाद विश्व का सबसे बड़ा सांस्कृतिक, धार्मिक व आध्यात्मिक आयोजन, मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत तथा सनातन के महापर्व महाकुम्भ का शुभारम्भ होने जा रहा है। ऐसे में शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज आगमन तथा उनके द्वारा 5500 करोड़ की 167 परियोजनाओं के लोकार्पण के प्रति आभार जताते हुए प्रयागराज, प्रदेश व महाकुम्भ में आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु की ओर आभार व्यक्त किया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का आगमन मां गंगा-यमुना व सरस्वती की त्रिवेणी में पूजा-अनुष्ठान के साथ ही प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुम्भ की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह सम्पूर्ण सनातन धर्मावलम्बियों, देश व दुनिया के अंदर भारत के प्रति अनुराग रखने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्व रखता है।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण प्रधानमंत्री मोदी के कर-कमलों से होने जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से कुम्भ 2019 का सफल आयोजन हुआ था और अब महाकुम्भ के सफल आयोजन के लिए मिल रहे मार्गदर्शन के लिए हम सभी उनके प्रति कृतज्ञ हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के विजन की प्रशंसा करते हुए उनके नेतृत्व में किए गए प्रयास और सनातन धर्मावलम्बियों के हितों की रक्षा के साथ ही कुम्भ को लेकर स्थापित किए गए उच्च प्रतिमानों की पूर्ति को लेकर आभार जताया।

2019 ने सिखाया कुम्भ का आयोजन कैसे होना चाहिए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहली बार 2019 के प्रयागराज कुम्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा, मार्गदर्शन व आदेश पर सैंकड़ों वर्षों के बाद श्रद्धालुओं को अक्षय वट के दर्शन हुए थे। इस बार प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में अक्षयवट कॉरिडोर का भी उद्घाटन होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बड़े हनुमानजी जिनका अभिषेक करने के लिए मां गंगा प्रतिवर्ष आती हैं, उस बड़े हनुमान मंदिर के कॉरीडोर का लोकार्पण भी आज प्रधानमंत्री मोदी के कर-कमलों द्वारा होने जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सरस्वती कूप, जिसमें अदृष्य रूप में मां सरस्वती वास करती हैं और संगम पर गंगा-यमुना के साथ ही उनका संगम होता है, पहली बार 2019 के कुम्भ में ही श्रद्धालुओं को इस प्रवित्र सरस्वती कूप के दर्शन सुलभ हुए थे। सरस्वती कूप का यही भव्य रूप अब सरस्वती कॉरीडोर के रूप में लोकार्पण के जरिए सबके समक्ष होगा, सर्व सुलभ होगा। भगवान राम जब वनवास के लिए निकले थे तो सबसे पहले उन्होंने मैत्री का हाथ श्रृंगवेरपुर में निषादराज के समक्ष बढ़ाया था। योगी ने कहा, प्रधानमंत्री की प्रेरणा से यहां भगवान राम और निषादराज की 56 फुट ऊंची प्रतिमा व कॉरीडोर का लोकार्पण भी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा होने जा रहा है।

प्रभु श्रीराम के संकल्प की पावन धरती नए स्वरूप में है सबके सामनेमुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दुनिया के सबसे पहले गुरुकुलों में सम्मिलित तथा जिस आश्रम में रहकर भगवान राम ने आशीर्वाद प्राप्त करके ह्यनिसिचर हीन करउँ महि भुज उठाइ प्रन कीन्हह्ण यानी भूमि को राक्षसहीन करने का संकल्प लिया था, ऐसे महर्षि भारद्वाज के आश्रम के कॉरीडोर का लोकार्पण भी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया जा रहा है। कुम्भ कैसे होना चाहिए, कुम्भ भव्य भी हो, दिव्य भी हो, स्वच्छ भी हो, सुरक्षित भी हो, सुव्यवस्थित भी हो यह परिकल्पना प्रधानमंत्री मोदी ने 2019 कुम्भ में दी। इस बार महाकुम्भ भव्य-दिव्य व डिजिटल महाकुम्भ के रूप में कैसे होना है, यह भी प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से साकार हो रहा है।

महाकुम्भनगर का सपना हो रहा साकारमुख्यमंत्री योगी के अनुसार, प्रयागराज शहर, आसपास के जनपदों और दुनिया के सबसे बड़े अस्थायी शहर के तौर पर साकार हो रहा महाकुम्भनगर भी उनकी ही प्रेरणा का द्योतक है। प्रयागराज महाकुम्भ के शुभारम्भ की दृष्टि से हजारों करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शुभारम्भ हो रहा है। उन्होंने इस सम्पूर्ण कार्यक्रम को सफलता की ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए तथा प्रयागराज महाकुम्भ में स्वयंसेवक के तौर पर कार्य करने वाली टीम समेत समूचे प्रयागराज व उत्तर प्रदेश की जनता का आह्वान करते हुए एक महीने उपरांत शुरू हो रहे महाकुम्भ की सफलता को लेकर दृढ़ विश्वास जताया।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, खादी व ग्रामोद्योग मंत्री राकेश सचान, ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा, मत्स्य पालन मंत्री संजय निषाद, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह, प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष वीके सिंह, विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह व अन्य जन प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
प्रयागराज में जमुना क्रिश्चियन इंटरकॉलेज के मैदान में 55,000 वर्ग फीट में दुनिया की सबसे बड़ी रंगोली बनाई गई

गुफरान खान,प्रयागराज|विश्व की सबसे बड़ी रंगोली जमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भाविनी स्वयं सहायता समूह एवं भाविनी डे केयर के दिव्यांग बच्चों, महिलाओं द्वारा बनाये गए सामग्री जैसे जूट के बैग, शो पीस, दिये, मोमबत्ती, झोले, शगुन लिफाफा स्टॉल का किया निरीक्षण और किये गए कार्यों की करी सराहना l संस्था के बारे मे संस्था की सचिव पूनम सिंह ने संस्था मेँ होने वाले कार्यों क़ो विस्तार से बतायाl.

प्रयागराज पहुंचे प्रधानमंत्री, त्रिवेणी संगम में की पूजा-अर्चना
महाकुम्भ नगर (प्रयागराज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को तीर्थराज प्रयागराज की पावन धरा पर त्रिवेणी संगम में पूजा अर्चना कर 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होने जा रहे महाकुम्भ के सफल आयोजन की कामना की। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी की आरती कर वैश्विक कल्याण का भी संकल्प लिया। तीर्थ पुरोहितों ने वैदिक मंत्रों के बीच पूरा कार्यक्रम संपन्न कराया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने त्रिवेणी में अक्षत, चंदन, रोली, पुष्प और वस्त्र भी अर्पित किए। इससे पूर्व मोदी ने प्रमुख साधु संतों का आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे।



प्रधानमंत्री निषादराज क्रूज पर सवार होकर संगम नोज पर पहुंचे। किला घाट पर फ्लोटिंग जेटी से होते हुए वो क्रूज पर सवार हुए। व्हाइट कुर्ता-पजामा, ब्लू जैकेट, मैरून कलर की शॉल पहने प्रधानमंत्री ने क्रूज पर सवार होने के बाद डेक पर खड़े होकर यमुना की लहरों को निहारा। यहां से वह घूम-घूमकर पूरे क्षेत्र का अवलोकन भी करते नजर आए। इसके बाद रिवर क्रूज पर विहार का भी आनंद उठाया। संगम नोज पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने एक बार फिर उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने साधु-संतों से मुलाकात की और उनका अभिवादन किया। इस दौरान एक संत ने उन्हें मोतियों की माला भी भेंट की।

यहां से प्रधानमंत्री सीधे संगम नोज पर बने पंडाल में पहुंचे। यहां उपस्थित तीर्थ पुरोहितों ने उन्हें आसन ग्रहण कराया। प्रधानमंत्री के अगल-बगल में मुख्यमंत्री और राज्यपाल ने भी आसन ग्रहण किया। इसके बाद तीर्थ पुरोहितों के वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच मोदी ने पूजा-अर्चना की। तीर्थ पुरोहितों ने उनसे आचमन भी कराया। प्रधानमंत्री ने खड़े होकर त्रिवेणी का जलाभिषेक और दुग्धाभिषेक किया। प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने अक्षत, चंदन, रोली और पुष्पमाला के साथ ही त्रिवेणी में वस्त्र भी अर्पित किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने संगम आरती भी की। अंत में मोदी ने विशेष रूप से सजाए गए प्रांगण में फोटोशूट भी कराया। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह भी मौजूद रहे।
कुंभ में एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी : नरेन्द्र मोदी


महाकुम्भ नगर (प्रयागराज)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान 5500 करोड़ रुपये की 167 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान प्रधानमंत्री पूरी तरह से कुंभ के रंग में रंगे दिखे। उन्होंने संबोधन में कई श्लोक के जरिए प्रयागराज और कुभ की महिमा का बखान किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महाकुंभ से एकता का संदेश निकलेगा, भाषा, जाति और क्षेत्र का कोई भेद नहीं होगा। यहां सब एक होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर मुझे इस महाकुंभ का वर्णन करना हो तो मैं कहूंगा कि एकता का ऐसा महायज्ञ होगा जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में होगी। इस आयोजन की भव्य एवं दिव्य सफलता की शुभकामनाएं देता हूं। हमारा भारत पवित्र नदियों और तीर्थस्थलों का देश है। इन नदियों के प्रवाह की जो पवित्रता है, अनेकानेक तीर्थों का जो महत्व है, उनका संगम, उनका समुच्चय, संयोग, प्रभाव प्रताप प्रयाग है। यह केवल तीन पवित्र नदियों का संगम ही नहीं है।

श्लोक के साथ प्रधानमंत्री ने कहा कि जब सूर्य मकर में प्रवेश करते हैं सभी दैवीय शक्तियां प्रयाग में आ जाती हैं। प्रयागराज की प्रशंसा वेदों में भी किया गया है। उन्होंने प्रयाग के पवित्र स्थलों का जिक्र करते हुए गुणगान किया। यह वह धरती है जहां धर्म, अर्थ, कम और मोक्ष सुलभ है। मुझे आशीर्वाद है कि यहां बार-बार आने का सौभाग्य मिलता है। आज हमने लेटे हुए हनुमान जी का दर्शन किया। अक्षय वट का पूजन किया। इन दोनों स्थलों पर कॉरिडोर का निर्माण हो रहा है। यहां हजारों करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण हुआ है। आप सबको इसके लिए बधाई देता हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सैकड़ों साल की गुलामी का कालखंड रहा हो या कोई अन्य विपरीत परिस्थिति, आस्था का यह प्रवाह कभी नहीं रुका। यह इसलिए संभव हुआ है क्योंकि कुंभ में आना स्वत: चेतना की प्रेरणा से होता है। ऐसा संगम शायद ही दुनिया में कहीं मिलता है। यहां ज्ञानी, अज्ञानी, छोटे-बड़े, जातियों का भेद मिट जाता है। सब एक हो जाते हैं। इस बार भी यहां अलग-अलग राज्यों से करोड़ों लोग जुटेंगे। उनकी भाषा, मान्यताएं अलग हो सकती हैं लेकिन यहां सब एक हो जाएंगे। इसीलिए मैं कहता हूं कि यह एकता का महाकुंभ होगा। एक भारत श्रेष्ठ भारत की तस्वीर महाकुंभ पेश करता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ में देश की स्थिति परिस्थिति पर संत महात्माओं का जुटान होता है। वे बैठकर चर्चा परिचर्चा करते थे। समाज की समस्याओं का हल निकालने का संदेश देते थे। आज भी वह प्रवाह चल रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि कुंभ का इतना महत्व होने के बावजूद पहले की सरकारों में इस पर ध्यान नहीं दिया गया। श्रद्धालु कष्ट उठाते रहे लेकिन उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ा। उनका सनातन भारतीय संस्कृति से लगाव नहीं था। आज की डबल इंजन की सरकार संस्कृति और सभ्यता को महत्व देने वाली हैं। इसलिए हजारों करोड़ की परियोजनाएं संचालित की जा रही हैं। अयोध्या, वारणसी, लखनऊ, रायबरेली से कनेक्टविटी को बेहतर किया गया है। हमारी सरकार ने विकास के साथ-साथ विरासत को भी समृद्ध बनाने पर फोकस किया है। आज देश के अलग-अलग हिस्सों में बौद्ध सर्किट, रामायण सर्किट जैसे अन्य सर्किट विकसित किए जा रहे हैं। अयोध्या के विकास के हम सब साक्षी हैं। विश्वनाथ धाम, महालोक की चर्चा आज विश्व में है। प्रयागराज का विकास इसी का प्रतीक है। हमारा यह प्रयागराज निषादराज की भी भूमि है। भगवान राम के मर्यादा पुरुषोत्तम बनने में एक महत्वपूर्ण पड़ाव श्रृंगवेरपुर भी है। केवट ने अपने प्रभु को सामने पाकर उनके पैर धोए थे। इसमें भगवान और भक्त की मित्रता का संदेश है। श्रृंगवेरपुर धाम का विकास किया जा रहा है। भगवान राम और निषादराज की प्रतिमा आने वाली पीढ़ियों को संदेश देती रहेगी।

इसके अलावा प्रधानमंत्री ने कुभ की तैयारी में जुटे कर्मचारियों खासकर सफाई कर्मियों के प्रति अग्रिम आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के पुण्य में आप भी भागीदार बनेंगे। जैसे भगवान कृष्ण ने जूठे पत्तल उठाकर यह संदेश दिया था। आप ही हैं जो सुबह सबसे पहले उठते हैं और देर रात तक कार्य करते रहते हैं। वर्ष 2019 में इसलिए मैने आपके (सफाई कर्मियों) पैर धोकर अपनी कृतज्ञता व्यक्त की थी।

मोदी ने कहा कि यहां से आर्थिक गतिविधियों में तेजी आ जाती है। आमतौर पर इसकी चर्चा नहीं हो पाती। पूरे कुंभ के दौरान लोग आएंगे। नाविक साथियों, पूजा पाठ कराने वाले, व्यापारियों को आर्थिक रूप से समृद्धि मिलेगी। तमाम माध्यमों से अर्थव्यवस्था में गति आएगी। सामाजिक समरसता के साथ आर्थिक शक्ति भी मिलेगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जहां पर त्रेतायुग में प्रभु श्रीराम ने त्रिवेणी के दर्शन किए थे, आज उसी त्रिवेणी स्थल पर दुनिया के लोकप्रिय नेता नरेन्द्र मोदी का आगमन हुआ है। मै प्रयागराज और प्रदेश की जनता की तरफ से प्रधानमंत्री का स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। आज वह हजारों करोड़ की परियोजनाएं लेकर आए हैं। यह सभी सनातन धर्मावलंबियों के लिए खुशी का दिन है। प्रधानमंत्री मोदी आज अक्षय वट कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, ऋषि भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं का लोकार्पण कर रहे हैं। इस मौके पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य एवं ब्रजेश पाठक, जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चौधरी भूपेन्द्र सिंह समेत अन्य नेता भी मौजूद रहे।