प्रधानमंत्री ने प्रयागराज में अक्षय वट की पूजा-अर्चना की

महाकुम्भ नगर (प्रयागराज)।। उत्तर प्रदेश में महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन, वैश्विक कल्याण, विश्व शांति, भारत के अरुणोदय व तीर्थराज प्रयागराज आकर पुण्य की डुबकी लगाने वाले करोड़ों भक्तों, सनातन शक्तियों के सामर्थ्य एवं अक्षय पुण्य की वृद्धि के उद्देश्य से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अक्षयवट की पूजा-अर्चना की। संगम नोज पर यजमान की भूमिका में संगम अभिषेक करने के बाद उन्होंने अक्षय वट के दर्शन किए।

अक्षय वट पर भी महाकुम्भ-2025 के सफल आयोजन के लिए बतौर यजमान भूमिका निभाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने अक्षय वट पर शीश नवाया, संकल्प लेकर अभिषेक किया और समस्त तीर्थों का आवाहन करते हुए सकल मंगलकामनाओं की पूर्ति के लिए आस्था का दीप जलाया। इसके उपरांत उन्होंने अक्षय वट की प्रदक्षिणा की और समस्त विश्व के कल्याण की कामना की। मोदी ने न केवल इस परमपावन तीर्थ पर पूजा-अर्चना की, बल्कि कॉरीडोर को लेकर हुए कार्यों का आवलोकन भी किया। उन्होंने विशेषतौर पर महाकुम्भ के अवसर पर यहां दर्शन करने आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन कराने को लेकर हुए प्रयासों की जानकारी ली और समस्त प्रक्रियाओं की विवेचना की।

अक्षय वट को तीर्थराज प्रयागराज के रक्षक श्रीहरि विष्णु के वेणी माधव का साक्षात स्वरूप माना जाता है। अक्षय वट को कॉरिडोर रूप में महाकुम्भ-2025 के पूर्व सुव्यवस्थित करने का कार्य मोदी के विजन और सीएम योगी के कुशल क्रियान्वयन में किया गया है। ऐसे में शुक्रवार को मोदी ने अक्षय वट का पूजन-अर्चन करने के साथ ही भारत के अक्षय पुण्य की वृद्धि और विश्वगुरु के तौर पर उद्भव को अक्षुण्ण बनाने की कामना की।

अक्षय वट को लेकर ऐसी मान्यता है कि इसकी जड़ों में सृष्टि निर्माता ब्रह्मा, मध्य भाग में वेणी माधव स्वरूप श्रीहरि विष्णु तथा अग्र भाग में महादेव शिव-शंकर का वास है। इनकी पूजा के साथ ही समुद्र मंथन से प्राप्त 14 रत्नों में कल्पवृक्ष के अंश के रूप में भी अक्षय वट की मान्यता है। पुराणों में प्राप्त उल्लेख के अनुसार सर्व सिद्धि प्रदान करने वाली आध्यात्मिक शक्ति के केंद्र के तौर पर प्रसिद्ध अक्षय वट ने मुगलकाल एवं अंग्रेजों के शासन में पराभव का दंश झेला, मगर इसके बावजूद वह अक्षुण्ण बना रहा और आज सनातन धर्म के ध्वजवाहक के तौर पर सकल विश्व में अपनी पहचान को पुख्ता कर रहा है। अक्षय वट के बारे में यह भी प्रसिद्ध है कि प्रभु श्रीराम लंका विजय के उपरांत अयोध्या लौटने से पूर्व पुष्पक विमान से आते हुए अक्षय वट के दर्शन किए थे। उनके साथ माता सीता और भ्राता लक्ष्मण भी थे और अक्षय वट पर इन तीनों के ही विग्रह का पूजन होता है। पीएम मोदी के साथ ही अक्षय वट पूजन-अर्चन प्रक्रिया में राज्यपाल और मुख्यमंत्री भी उपस्थित रहे।
संगम नगरी में कल गंगा पूजन करेंगे पीएम मोदी, विश्व को देंगे महाकुंभ का आमंत्रण

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज ।संगम की रेती पर अस्थायी तौर पर बसने वाले महाकुंभ नगर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को चार घंटे तक रहेंगे। इस दौरान वह गंगा पूजन के साथ दुनिया भर के लोगों को इस अध्यात्मिक नगरी में आने का आमंत्रण भी देंगे।

महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी तक चलेगा। प्रधानमंत्री शुक्रवार को गंगा पूजन के साथ इसकी शुरुआत करेंगे। प्रधानमंत्री विशेष विमान से करीब 11:25 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर उतरेंगे। वहां से हेलीकॉप्टर से अरैल जाएंगे। अरैल से निषादराज क्रूज से किला घाट आएंगे।

भाकियू (भानु) के द्वारा चार सूत्रीय मांगों को लेकर गौहनिया में किया गया धरना प्रदर्शन

विश्वनाथ प्रताप सिंह

गौहनिया, प्रयागराज । भारतीय किसान यूनियन (भानु) के बैनर तले गौहनिया ओवर ब्रिज बाईपास के नीचे आंदोलन का तीसरा दिन रहा जहां पर चार सूत्री मांगों को लेकर के सभी किसान साथी शांतिपूर्वक आंदोलन बैठे रहे तीसरे दिन अधिकारियों द्वारा माग पूरी होने पर बुद्धवार को धरना समाप्त किया गया जहां पर कृषि जिलाधिकारी किसानों के बीच में आकर के धान क्रय केंद्रों मे किसानों के धान तौल तेजी करने के लिए फटकार लगाए और सभी खाद्य केंद्रों में डीएपी खाद की उपलब्धता 24 घंटे के अंदर करवाने का वादा किए ।

वहीं तीसरी मांग तहसील बारा के अंतर्गत कई ग्राम सभा में सरकारी भूमि नवीन परती व बंजर भूमि पर भूमाफियाओं ने राजस्व के अधिकारियों की मिली भगत से कब्जा कर लिए हैं वही कौधियारा थाना द्वारा लाल पुष्प राज सिंह के मामले की जॉच कर कार्यवाही करने का वादा किया भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह तथा किसान क्रांति दल के जिला अध्यक्ष दीपक तिवारी द्वारा उपजिलाधिकारी बारा को कई बार अवगत करायें गये मामले को लेकिन अभी तक कोई उचित कार्रवाई नहीं हुई जब तक मांगे पूरी नहीं होगी किसान आंदोलन जारी रखेंगे धान क्रय केंद्र पर हो रही धांधली को लेकर भाकियू (भानु) के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन में पहुंचे डिप्टी आर्मो अविनाश चंद्र सागरवाल ने कहा किसानों को नही होगी कोई दिक्कत किसी भी क्रय केंद्र पर किसानों के साथ अभद्रता बर्दास्त नही की जाएगी।

केंद्र प्रभारियों के ऊपर होगी कड़ी कार्यवाही बोले किसानों की धान खरीदना सबसे बड़ी प्राथमिकता मौके पर प्रदेश महा सचीव डाक्टर बी के सिंह ' प्रदेश संगठन मंत्री राकेश सिंह, प्रदेश सचीव लाल पुष्पराज सिंह मण्डल प्रभारी मण्डल मिडिया प्रभारी ठाकुर कृष्णराज सिंह , मण्डल अध्यक्ष राम बाबु सिंह , मण्डल महासचीव अकुंश शुक्ला जिलाध्यक्ष पंकज प्रताप सिंह महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष सुमन अवस्थी ए पी पाण्डेय मण्डल महामंत्री नागेन्दर सिंह , रुबी बानो तहसील अध्यक्ष बारा राजकुश तिवारी मण्डल उपाध्यक्ष , शिवम सिंह जिला सचीव युवा मोर्चा , शिब्बू सिंह विनय सिंह युवा मोर्चा जिला मंत्री, जिला मिडिया प्रभारी विश्वनाथ प्रताप सिंह , सुग्रीम , घनश्याम गुडिया देवी तहसील उपाध्यक्ष करछना जिला मिडिया प्रभारी राजेन्द्र बहादुर सिंह वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश जिला महा मंत्री राकेश कुमार सिंह सावित्री देवी , फूलचन्द रूपा विश्वकर्मा तहसील अध्यक्ष , सुनील विश्वकर्मा मनोज विन्द , गुड्डी निषाद कमला देवी अमरावती लक्ष्मी , संगीता मुन्नी गुप्ता ब्रह्या नन्द जिला उपाध्यक्ष अनिल तिवारी असर्फी लाल सावित्री देवी के साथ सैकड़ो पदाधिकारी तथा सैकड़ो महिला पुरुष किसान कार्यकर्ता मौजूद रहे ।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रयागराज भ्रमण कार्यक्रम

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ कल 12 दिसम्बर, 2024 को मध्यान्ह 12ः00 बजे प्रयागराज आयेंगे। तत्पश्चात मुख्यमंत्री सेक्टर-1 में केन्द्रीय हॉस्पिटल, किला घाट जेटी, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम स्थल, अक्षयवट, हनुमान जी मंदिर कॉरिडोर, सरस्वती कूप का निरीक्षण करेंगे।

निरीक्षण के उपरांत मुख्यमंत्री परेड स्थित अस्थायी मेला कार्यालय में जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे। बैठक के उपरांत माननीय मुख्यमंत्री जी सलोरी ड्रेन जिओ ट्यूब विधि से शोधन कार्य, सेक्टर-20 में स्थापित अखाड़ा सेक्टर, गंगा रीवर फं्रट एवं छतनाग घाट का निरीक्षण करेंगे।

मुख्यमंत्री अपरान्ह 03ः05 बजे प्रयागराज से लखनऊ के लिए प्रस्थान करेंगे।

बस की टक्कर से युवक घायल अस्पताल में मृत्यु

विश्वनाथ प्रताप सिंह

कोरांव,प्रयागराज। थाना कोरांव क्षेत्र के ग्राम अल्हवा निवासी इंदल सिंह पटेल पुत्र हरिकृष्ण उर्फ झल्लर सिंह उम्र करीब बीस वर्ष एक प्राइवेट बस ने टक्कर मार दी। जिससे हालत उसकी नाजुक होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया था । कोरांव सरकारी अस्पताल में डाक्टरों ने उसे जिले के लिए रेफर कर दिया और इमरजेंसी वार्ड स्वरूप रानी अस्पताल में रात करीब साथी आठ बजे मौत हो गई।

बता दें कि इंदल सिंह बाइक से जा रहा था खजुरी में राजा के जिला के सामने बस से टकरा गया। पुलिस ने मौके पर पहुंच कर एंबुलेंस से अस्पताल भेजा। लाडो के नाम से बस को भागते समय ग्रामीणों ने पकड़ लिया। और अल्वा पेट्रोल पंप पर खड़ी करा दिया। बाप का एक लौता पुत्र है और बहन एक है जिसकी शादी हो चुकी है। इंदल सिंह की शादी अभी नहीं हुई है पैसे से झोला छाप डाक्टर भी है। मौत की खबर सुनते ही परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।

शिक्षा निदेशालय बना भ्रष्टाचार का सबसे बड़ा अड्डा-युवा मंच

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। सूबे के मुखिया भले ही प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की मुखालफत करने में कोर कसर नहीं छोड़ रहे लेकिन सरकार के नाक के नीचे बैठे आलाधिकारी धन उगाही से बाज नहीं आ रहे हैं ऐसा इसलिए कि अभी तक किसी भी ऐसे अधिकारी पर कोई कठोर कार्रवाई नहीं हुई जिससे भ्रष्टाचार व धन उगाही करने वालों को भय हो ,सरकार लीपापोती कर अपनी छवि साफ सुथरी बताने व प्रोपोगेंडा फैलाने में ही व्यस्त है।

प्रेस को जारी बयान में युवा मंच अध्यक्ष अनिल सिंह का कहना है कि शिक्षा निदेशालय में अधिकारियों से लेकर बाबू तक भ्रष्टाचार में संलिप्त हैं 12460 प्राथमिक शिक्षक भर्ती के अभ्यर्थियों से 2 से 3 लाख रुपए घूस मांगा जा रहा है जो घूस देता है उसकी फाइल ज्वाइनिंग के लिए स्वीकृति कर ली जाती है और जो पैसा नहीं दे रहे उन्हें यह कहकर वापस कर दिया जा रहा है कि शासन से अभी कोई निर्देश नहीं आया है सैकड़ों चयनित अभ्यर्थी निदेशालय का चक्कर लगा रहे है पर कोई सुनने वाला नहीं है।

श्री सिंह ने कहा कि अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के 2004 के विज्ञापन से चयनित शिक्षकों से भी पुरानी पेंशन का लाभ देने के लिए लगातार घूस मांगा जा रहा है जो घुस दे दिया उसकी पुरानी पेंशन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई और जिसने घूस नहीं दिया कार्य हो रहा है जल्द ही हो जाएगा कह कर घुमाया जा रहा है जबकि आदेश आए छ: महीने से ऊपर हो गये अधिकारी सही व स्पष्ट कहने से कतरा रहे हैं जिससे स्पष्ट है कि घूस लेने में उच्च अधिकारियों की भी मिली भगत है जिसकी जांच होनी चाहिए और जांच में यह सवाल पूछा जाए कि कुछ नाम चीन फाइलों पर ही कार्यवाही क्यों हुई जबकि एक साथ सभी फाइलें तैयार कर जिलेवार कार्यवाही करनी चाहिए थी।

किन्नर अखाड़ा की देवत्व यात्रा 14 दिसम्बर

प्रयागराज। किन्नर अखाड़ा की देवत्व यात्रा 14 दिसंबर शुक्रवार को जूना अखाड़ा के छावनी प्रवेश के साथ मौज गिरी मंदिर यमुना बैंक रोड,कीडगंज से शुरू होगी। इस दौरान जूना अखाड़ा के जुलूस के बाद किन्नर अखाड़ा का जुलूस रहेगा। किन्नर अखाड़ा की देवत्व यात्रा में सबसे आगे माता बऊचरा , फिर अखाड़ा का ध्वज और उसके बाद किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज का रथ रहेगा। इस रथ के पीछे किन्नर अखाड़ा के महामंडलेश्वर, मण्डलेश्वर, पीठाधीश्वर, महंत, श्रीमहंत सहित अन्य पदाधिकारी और बड़ी संख्या में शिष्यगण शामिल होंगे।

किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि किन्नर अखाड़ा का शिविर महाकुंभ के सेक्टर -16 संगम लोवर मार्ग के दाहिनी पटरी पर लग रहा है। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ में लगे शिविर में

10 जनवरी से कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। शिविर में पौष पूर्णिमा 13 जनवरी से लेकर महाशिवरात्रि 26 फरवरी तक प्रतिदिन पूजन, रूद्राभिषेक, हवन और सनातन धर्म को लेकर गोष्ठी सहित अन्य कार्यक्रम होगा। उन्होंने बताया कि शिविर में पौष पूर्णिमा 13 जनवरी लेकर 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक विशाल अन्नक्षेत्र चलता रहेगा जिसमें बड़ी संख्या में लोग प्रसाद ग्रहण कर सकेंगे। आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि शिविर में धार्मिक, सांस्कृतिक और समसामयिक विषयों पर संगोष्ठी होगी जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे।

किन्नर अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डा लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी महराज ने बताया कि शिविर में अर्ध आर्ट एण्ड कल्चर गैलरी बन रही है जिसमें पेण्टिंग, फोटोग्राफी गैलरी सहित अन्य का निर्माण हो रहा है। उन्होंने बताया कि शाम को प्रतिदिन सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा जिसकी प्रस्तुति देश के कोने-कोने से आने वाले किन्नर, ट्रांसजेंडर प्रस्तुत करेंगे। इसके क्यूरेटर दीपक भदौरिया है। उन्होंने बताया कि महाशिवरात्रि स्नान के बाद आभार यात्रा का आयोजन किया जाएगा जिसमें बड़ी संख्या में किन्नर संत, ट्रांसजेंडर और शिष्य शामिल होंगे।

प्रयागराज मण्डल के डीडीयू मुख्यालय में संरक्षा-सेमिनार का आयोजन

प्रयागराज। भारतीय रेलवे और उत्तर मध्य रेलवे के सबसे व्यस्ततम एवं अति महत्वपूर्ण मण्डलों में से एक प्रयागराज मण्डल एक महत्वपूर्ण अंग के रूप में अपना विशिष्ट योगदान देता आ रहा है। सुचारू रूप एवं दुर्घटना-रहित रेल परिचालन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से प्रयागराज मण्डल के संरक्षा विभाग द्वारा रेलकर्मियों को भी विभिन्न अभियानों के माध्यम से निरंतर जागरुक किया जाता है ।

इसी क्रम में आज प्रयागराज मण्डल के डीडीयू मुख्यालय के लोको पायलट मीटिंग रूम में रेलवे बोर्ड की संरक्षा-ड्राइव से सम्बंधित तथा संरक्षा-सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें विद्युत परिचालन विभाग के 25 रनिंग कर्मचारियों ने भाग लिया।सेमिनार में रेलवे बोर्ड की संरक्षा-ड्राइव के साथ-साथ निम्न विषयो पर क्रमवार चर्चा किया गया ।गाड़ी संचालन के दौरान भारी कोहरा, जर्क, लर्च एवं रेल फ्रैक्चर होने पर लोको पायलट द्वारा की जाने वाली कायवाही, सावधानियां तथा गाड़ी का संचालन । इंजन/गाड़ी की दुर्घटना होने पर लोको पायलट द्वारा की जाने वाली कार्यवाही एवं बगल वाली लाइन का वचाव । फ्लैट टायर की पहचान एवं फ्लैट टायर मिलने पर की जाने वाली कार्यवाही/ सावधानियां।

गाड़ी का संचालन के दौरान बिना झटके से गाड़ी चलाना एवं रोकना।. स्पाड (खतरे कि स्थिति में सिग्नल पार करना) होने का कारण एवं बचने का तरीका । इस संरक्षा सेमीनार में सहायक मण्डल संरक्षा अधिकारी, प्रेम प्रकाश त्रेहन एवं संरक्षा-सलाहकार चन्द्रिका प्रसाद ने लोको पायलटो एवं सहायक लोको पायलटो को विशेष प्रशिक्षण दिया। संरक्षा-सेमिनार के दौरान वरिष्ठ क्रू नियंत्रक रमन सिंह भी उपस्थित थे।

प्रशासनिक अधिकारियों व पुलिस अधिकारियों ने किया भ्रमण

विश्वनाथ प्रताप सिंह

महाकुम्भ 2025 के सकुशल एवं सुरक्षित आयोजन/तैयारियों व प्रधानमंत्री, भारत सरकार के जनपद प्रयागराज में प्रस्तावित आगमन के दृष्टिगत आज दिनांक 11-12-2024 को पुलिस आयुक्त प्रयागराज तरुण गाबा, मण्डलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत द्वारा संगम क्षेत्र में निर्मित केन्द्रीय चिकित्सालय, वी0वी0आई0पी0 घाट, प्रमुख मार्गों तथा कार्यक्रम स्थल का भ्रमण/स्थलीय निरीक्षण कर सर्वसम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। भ्रमण के दौरान अपर पुलिस आयुक्त प्रयागराज एन कोलांची, मेलाधिकारी विजय किरण आनंद, जिलाधिकारी प्रयागराज रविन्द्र कुमार मादड़व अन्य प्रशासनिक/पुलिस के अधिकारीगण मौजूद रहे।

बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार का अधिवक्ताओं ने किया विरोध

प्रयागराज। बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और नरसंहार को लेकर मंगलवार को प्रयागराज में भी जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। यहां उच्च न्यायालय के तमाम प्रदर्शनकारी अधिवक्ताओं ने आक्रोश रैली निकालते हुए बांग्लादेशियों का जमकर विरोध किया। हिन्दूओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर अधिवक्ताओं ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। अधिवक्ताओं की आक्रोश रैली न्यायविद हनुमान मंदिर हाईकोर्ट से प्रारंभ होकर सुभाष चौराहा सिविल लाइंस तक निकाली गई।

इस दौरान अधिवक्ता भारत माता की जय, जय श्री राम के जयकारे लगाते चल रहे थे। आक्रोश रैली के पश्चात अधिवक्ताओं की बड़ी सभा सुभाष चौराहा सिविल लाइंस में आयोजित हुई। नागरिक मंच प्रयागराज की ओर से बांग्लादेश में हिंदुओं और दूसरे अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही हिंसा के विरोध में डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। अपर महाधिवक्ता अशोक मेहता ने कहा कि बांग्लादेश में लंबे समय से हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है। नागरिकों पर हमले के साथ ही धार्मिक स्थलों प्राचीन मंदिरों को भी तोड़ा जा रहा है। उन्होंने सरकार से तत्काल मानवाधिकारों की रक्षा के लिए कदम उठाने की मांग की है। मुख्य स्थाई अधिवक्ता शीतला प्रसाद गौड़ शीतल ने कहा कि बांग्लादेश में लगातार हिंदू और अन्य अल्पसंख्यक लोगों पर वहां की सरकार की शह पर उत्पीड़न किया जा रहा है। बांग्लादेश में जीवन जीने की स्वतंत्रता पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। जिसके चलते हिंदुओं के मानवाधिकारों की रक्षा बहुत ही आवश्यक है। पूर्व शिक्षा अधिकारी दिव्य कांत शुक्ला ने कहा कि बांग्लादेशियों के खिलाफ सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए। कायस्थ पाठशाला के अध्यक्ष डॉ सुशील सिन्हा ने भी अपने विचार रखे।

मुख्य स्थाई अधिवक्ता मनोज कुमार सिंह ने कहा कि जल्द ही उत्पीड़न की घटनाएं बंद नहीं हुईं तो संपूर्ण समाज सड़कों पर उतर कर आंदोलन शुरू होगा। उन्होंने डीएम के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर केंद्र सरकार से बांग्लादेश पर कूटनीतिक दबाव बनाकर उत्पीड़न की घटनाएं रोकने, संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा स्वतंत्रता जांच कराने की मांग की है। आक्रोश रैली में अपर महाधिवक्ता अशोक मेहता डॉ राज बिहारी लाल, मनोज कुमार सिंह, शीतल, शिव कुमार पाल, डॉ सुशील कुमार सिन्हा, घनश्याम अग्रहरि, नरेंद्र कुमार श्रीवास्तव, डा अवधेश चन्द्र श्रीवास्तव, देशदीपक श्रीवास्तव, विजय शंकर प्रसाद, रविशंकर पाण्डेय, हरिमोहन श्रीवास्तव, शिव प्रकाश दुबे, मनीष द्विवेदी, ज्ञान प्रकाश अस्थाना, रंजन श्रीवास्तव, बृजेश कुमार श्रीवास्तव, सन्तोष कुमार निगम, हरिमोहन श्रीवास्तव, ओम आनंद, सत्य प्रकाश पाण्डेय, आशुतोष पाण्डेय, शिखा दीक्षित, पुष्कर मिश्रा, सर्वेश सिंह श्रीकांत केसरवानी, मेवा लाल गुप्ता, अमित कुमार दुबे, प्रशांत सिंह सोम, विवेक कुमार पाल, विजय पुरी, दुर्गेश तिवारी, जी पी सिंह, मुनेश कुमार उपाध्याय, मानव चौरसिया, अखिलेश मिश्रा, अरविंद कुमार मिश्रा, ज्ञान प्रकाश अस्थाना, गुरू प्रसाद मिश्रा, उमेश द्विवेदी, सौरभ श्रीवास्तव, उत्पल निषाद, अवधेश शुक्ला, गिरीश शुक्ल, प्रेम शंकर प्रसाद,

सुरेश वर्मा आदि रहे। सभा का संचालन अधिवक्ता अनिल कुमार पाण्डेय ने किया।