काशी -प्रयागराज के बीच चलेंगी 320 से अधिक बसें, महाकुंभ की राह होगी आसान

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। वाराणसी रेलवे के साथ ही उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने भी प्रयागराज महाकुंभ के लिए कमर कस ली है महाकुंभ के दौरान वाराणसी से प्रयागराज के बीच 320 से अधिक बसें चलाने की योजना है वहीं प्रशिक्षित चालक और परिचालकों को लगाया जाएगा ताकि यात्रियों की यात्रा सुगम हो सके वाराणसी परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक परशुराम पांडेय ने बताया कि महाकुंभ के लिए 320 बसें चलाने की प्लानिंग की गई है इसमें कुछ नई बसों को भी शामिल किया जाएगा ।

इस माह के अंत तक नई बसें आने की उम्मीद है। ये बसें यात्रियों को गंतव्य तक ले जाएंगी उन्होंने बताया कि प्रशिक्षित चालकों और परिचालकों की भी नियुक्ति की जा रही है रोजगार मेला के जरिये 40 चालकों की नियुक्ति की गई इनकी संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है उन्होंने बताया कि वर्तमान फ्लीट के हिसाब से 250 चालक और 200 परिचालकों की जरूरत है ऐसे में चालकों और परिचालकों के खाली पदों को भरने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा उन्होंने कहा कि चालक परिचालक की नियुक्ति के लिए संबंधित डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक के यहां आवेदन करें उनका वाहन चलाने का टेस्ट होगा कंडक्टरों की भर्ती सेवायोजन पोर्टल के माध्यम से आनलाइन हो रही है।

महाकुम्भ 2025 में श्रद्धालुओं सुविधा के लिए टूर गाइड्स को किया जा रहा प्रशिक्षित

गुफरान खान

प्रयागराज/महाकुंभ 2025 प्रयागराज में पर्यटकों एवं तीर्थ यात्रियों की सुविधा हेतु गाइड ,वोटमैन, वेंडर्स, एवं टैक्सी ड्राइवरों को यातायात प्रशिक्षण कार्यक्रम मान्यवर कांशीराम पर्यटन प्रबंधन संस्थान लखनऊ द्वारा प्रयागराज में विकास भवन के सरस हॉल में महाकुम्भ में सरल सुगम यातायात हेतु पुलिस उपायुक्त यातायात नीरज पाण्डेय वा अपर पुलिस उपायुक्त कुलदीप सिंह के निर्देशन में यातायात निरीक्षक पवन कुमार पाण्डेय द्वारा यातायात के नियमों के बारे में जागरूक किया गया।

उनके द्वारा बताया गया की जो भी श्रद्धालु जिस भी मार्ग से आ रहे हो उन्हे सुगमता पूर्वक संगम या अन्य स्नान घाट तक पहुंचाए और मेले में वाहनों को चैराहों से उचित दूरी पर खड़ा होने के लिए उनके ड्राइवरों को बताए और स्नेहपूर्वक श्रद्धालुओं से चौराहे पर न खड़े होने को बताएं। मेले के निकटतम रेलवे स्टेशन के नाम वा दूरी की जानकारी अवश्य रखें साथ ही साथ क्षेत्र में ड्यूटी लगाई जाए उस सर्किल के एसएचओ,चौकी प्रभारी का नंबर जरूर सेव रखें मेले में किसी भी तरह के अफवाह को न फैलने दें जिससे भगदड़ की संभावना न होने पाए,यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति ,या कोई अप्रिय घटना घटित होती हैं तो आपने मोबाइल से अपना लाइव लोकेशन उच्च अधिकारियों को भेज कर डिटेल लिखकर अवगत कराएं। आपस के सहयोगी साथियों के साथ एक ग्रुप बना लें जो असुविधा हो आपस में समन्वय बनाए रखें, वसुधैव कुटुंबकम् सेवा भाव से मेले में जो भी नियम बनाए जाएंगे उसका पालन करें।

जिस घाट पर छमता से अधिक भीड़ हो उन घाटों पर न जाने के श्रद्धालुओ से अपील करें और प्रशासन का सहयोग करें असुविधा होने पर मदद भी लेते रहें और शालीनता पूर्वक पालन कराएं। दूर दूर से आने वाले श्रद्धालुओं के प्रमुख मार्ग का भी ध्यान रखें और उनकी भाषा से भी यह समझ लीजिए की ये व्यक्ति किस राज्य का होगा उसे उसी रूट के तरफ का रास्ता बताएं।हर रूट के वाहन पार्किंग की भी जानकारी याद रखने की आवश्यकता है अतिथि देवो भव की भावना से मेले में अपना योगदान दें।जो अपने सगे संबंधियों से बिछड़ गए हो उन्हे साउंड सिस्टम से पुकारा कराएं और भूले भटके शिविर में भेजवा दें,मेले के दौरान शहर के प्रमुख चैराहों के वर्तमान नाम से ही नाम लें जिससे लोगों को सही स्थान तक ले जाया जा सके, संदिग्ध व्यक्तियों के दिखने पर प्रशासन को सूचना दें, जिससे मेले में किसी भी प्रकार की असुविधा न होने पाए। आप सभी के अच्छे आचरण, ईमानदारी,प्रेम व्यवहार से ही मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के नजर में प्रायगराज की छवि उत्तम बन सकती हैं इसलिए आप सभी लोग प्रयागराज को मात्र मेले तक ही पर्यटन के केंद्र न बनने दें हमेशा था टूरिस्ट आए और जिससे प्रयागराज हमेशा टूरिस्ट का केंद्र बन जाए जिससे सभी को लाभ भी होगा। और देश विदेश में तीर्थराज प्रयागराज की अलग पहचान बनेगी। यह आयोजन असिस्टेंट प्रोफेसर प्रखर तिवारी के उपस्थिति में किया गया।जिसमें नितीश शुक्ल,प्रदीप दुबे, रजित कुमार,संदीप शुक्ल सतेंद्र कुमार उपस्थित रहे।

किसानों को जब तक खाद नहीं मिल जाती तब तक चलता रहेगा आंदोलन : पंकज प्रताप सिंह

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। भारतीय किसान यूनियन (भानु) क्रांति दल के बैनर तले अनिश्चित कालीन जनांदोलन की शुरूआत आज 9 दिसंबर को हो गई है। प्रयागराज के भाकियू (भानु) के जिलाध्यक्ष ने बताया कि जिले के यमुनापार में ऊअढ खाद के लिए किसान परेशान हैं अभी तक किसानों की बुआई नहीं हो पाई है जबतक किसानों तक खाद नहीं पहुंच जाती आंदोलन चलता रहेगा साथ में यमुनापार के क्रय केंद्रों पर बड़ी धांधली हो रही है किसानों की धान खरीद नही हो रही है और मीलरों का अंगूठा पूर्ण रूप से लग रहा है और किसान परेशान हैं 12 तारीख को हजारों की जनसंख्या में किसान के साथ भाकियू (भानु) की टीम गौहनिया से पदयात्रा के साथ डीएम कार्यालय की तरफ निकलेंगे अगर वहां भी नही सुनवाई हुई तो 13 तारीख को सभी किसान लखनऊ के लिए कूच करेंगे।

महाकुम्भ में भक्तों को वितरित होगा बड़े हनुमान मंदिर का महाप्रसाद

विश्वनाथ प्रताप सिंह

महाकुम्भनगर/प्रयागराज । महाकुम्भ में देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार स्पेशल प्रसाद मिलने जा रहा है। सीएम योगी के निर्देश पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की विशेष मुहिम शुरू होने जा रही है, जिसका लाभ सभी श्रद्धालुओं को मिलेगा। दरअसल, यहां सर्वाधिक मान्यता और पौराणिकता वाले मंदिरों में से एक लेटे हुए हनुमान मंदिर (बड़े हनुमान मंदिर) का महाप्रसाद इस बार महाकुंभ में आने वाले भक्तों को भेंट करने की योजना बनाई गई है। यही नहीं, बाघंबरी गद्दी और वन विभाग देश के सभी शंकराचार्यों को महाकुम्भनगर से निशानी के तौर पर चंदन और रुद्राक्ष के पौधे भी भेंट करने जा रहे हैं।

हरित वन के रूप में निखर रहा तीर्थराज

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुम्भनगर के प्रमुख चौराहों के साथ साथ यहां आने वाले प्रमुख राजमार्गों को भी प्राकृतिक रूप से सजाने संवारने का काम चल रहा है। डीएफओ प्रयागराज अरविंद कुमार यादव बताते हैं कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा के अनुरूप इस बार के महाकुम्भ को दिव्य, नव्य और भव्य बनाने की तैयारी चल रही है। इसके तहत कुल 149,620 पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। जिसमें 137,964 पौधे अभी तक लगाए भी जा चुके हैं। दूसरी तरफ, मुख्यमंत्री से सम्मानित सबसे कम उम्र के गंगा सेवक पर्यावरणविद् मानस चिरविजय सांकृत्त्यायन के अनुसार महाकुम्भ में भक्तों को लेटे हुए हनुमान मंदिर से महाप्रसाद के रूप में सप्त ऋषि वन के पौधे भेंट करने की तैयारी है।

कुछ अलग करने का फैसला

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने विशेष मुहिम शुरू की है, जिसमें बाघंबरी गद्दी और वन विभाग मिलकर काम कर रहे हैं। लेटे हुए हनुमान मंदिर, संगम तट, प्रयागराज के महंत एवं श्रीमठ बाघंबरी पीठाधीश्वर पूज्य बलवीर गिरी जी महराज ने इस बार देश विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को प्रसाद के रूप में विशेष तोहफा देने की योजना बनाई है। मंदिर का विशेष पौराणिक महत्व एवं श्रद्धालुओं के विशेष लगाव के कारण मंदिर की ओर से इस बार कुछ अलग करने का फैसला किया गया है। देश विदेश से आने वाले लोगों का उत्साह देखकर यह निर्णय लिया गया है।

महाकुम्भ बनेगा भव्यता का उदाहरण

प्रयागराज में वन विभाग के आईटी हेड आलोक कुमार पाण्डेय ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दुनिया के इस सबसे बड़े सांस्कृतिक समागम को अविस्मरणीय बनाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने विशेष रूप से निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री ने अफसरों से कहा है कि श्रद्धालुओं के लिए हर प्रकार की दिव्य और भव्य व्यवस्था की जाए। ताकि आने वाले समय में महाकुम्भ सभी के लिए एक उदाहरण बनकर उभरे।

ये हैं सप्तर्षि वाटिका के पौधे

तुलसी, अगस्त्य, चिचिड़ा (अपामार्ग), तुलसी, दूर्वा, बेल, शमी

बजरंग बली सभी संकटों के निदान दाता हैं : जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। बजरंग बली सभी संकटों के निदान दाता हैं यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने अपने प्रियजनों के बीच देवकुण्ड नाथ महादेव के प्रांगण में स्थित प्रभू बजरंग बली के मन्दिर में उनके प्रतिमा के सम्मुख माण्डा खास प्रयागराज में कही।संज्ञानित कराते चले कि जिला मंत्री अपने प्रियजनों के साथ देवकुण्ड नाथ महादेव के दर्शन हेतु माण्डा खास प्रयागराज पधारे थे।जिला मंत्री देवों के देव महादेव के अनन्य भक्तों में से एक हैं और अक्सर ही जिला मंत्री देवकुण्ड नाथ महादेव का दर्शन हेतु इधर आते जाते रहते हैं।

जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि प्रभू बजरंग बली सभी संकटों के निदान दाता हैं क्योंकि बजरंग बली सत्य एवं न्याय के मूलावतार हैं।प्रभू बजरंग बली को सत्य एवं न्याय बहुत ही प्रिय है जो व्यक्ति सत्य एवं न्याय के पथ पर निरन्तर चलता रहता है उस पर प्रभू बजरंग बली की कृपा निरन्तर बनी रहती है और जिस पर कृपा साक्षात् प्रभू बजरंग बली की हो उसका इस संसार में कोई भी बालबांका नहीं कर सकता।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि मनुष्य को मानव तन इसीलिए प्राप्त हुआ है कि वह सदा सत्य एवं न्याय के पथ पर चलते हुए दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति रुपी अनमोल रत्नों को अपने हृदय में अभिसिंचित करें तभी मनुष्य को मानव तन प्राप्त होना साकार होगा अन्यथा मनुष्य एवं जगत के अन्य प्राणी में कोई अन्तर नहीं है क्योंकि जगत के अन्य प्राणियों को ईश्वर द्वारा ऐसा कोई एहसास नहीं प्रदान किया गया है कि वे सत्य एवं न्याय को समझ या जान सके।

मनुष्य जानकार भी अनजान बना है और सत्य एवं न्याय से विमुख होने के कारण ही उसे संकटों का सामना करना पड़ता है।इस अवसर पर उपस्थित वरिष्ठ समाजसेवी एवं किसान नेता शिव शंकर सिंह(मुन्ना) ने कहा कि जिला मंत्री ने बहुत ही सुन्दर एवं सार्वभौमिक सत्य का वर्णन मानव जीवन के मूल पहलुओं पर किया है एवं प्रभू बजरंग बली के कृपा पात्र हेतु भी मनुष्य को बहुत ही सुन्दर एवं सत्यमय मार्ग का वर्णन किया है।वास्तव में मनुष्य को जिला मंत्री द्वारा सुझाए गए मार्ग का अनुशरण कर अपने मानव जीवन को परिपूर्ण करना चाहिए।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री के साथ वरिष्ठ समाजसेवी एवं किसान नेता शिव शंकर सिंह(मुन्ना),शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

प्रयागराज जिले में धान की कटाई के बाद जला रहे हैं पराली

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयाग राज / लाला पुर। पराली जलाने से हो रहा है कई तरह का नुकसान जिस पर सरकार अनजान। मामला जनपद प्रयागराज बारा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले कई गांव का है जहां पर धान कि कटाई के बाद पराली को जलाया जा रहा है जिससे वातावरण प्रदूषित हो रहा है साथ ही साथ इसका संरक्षण नहीं किया जा रहा है ।

इसकी वजह से काफी मात्रा मे प्रदूषण फैलता है साथ हि साथ चारा की भी समस्या हो जायेगी जिस पर सरकार ध्यान नही दे रही हैं

इस पराली का अगर एक व्यवस्थित जगह पर संरक्षण किया जाए तो आवारा जानवरों के लिए लाभदायक हो जाएगा और किसानों के लिए भी लाभदाई होगा सरकार इस पर नहीं उठा रही कड़े कदम कई जगहों पर देखा गया कि पराली को कटाई के बाद जला दिया जा रहा है यही पराली को अगर संरक्षित करके रखा जाए तो आवारा जानवरों से इससे काफी राहत मिलेगी और चारा कि दिक्कत भी दूर होगी ।

सत्य एवं न्याय के पथ पर चलना ही असली मानवता है : जिला मंत्री राजेश तिवारी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। ईश्वर का नित हृदय में चिंतन मंथन करते हुए सत्य एवं न्याय के पथ पर चलना ही असली मानवता है यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने वरिष्ठ समाजसेवी एवं ईश्वर परम भक्त गेंद पाण्डेय से उनके निज निवास तिसेन तुलापुर माण्डा प्रयागराज में कही।संज्ञानित कराते चले कि जिला मंत्री देवकुण्ड नाथ महादेव के दर्शन हेतु माण्डा खास जा रहे थे।उसी दरमियान समाजसेवी एवं किसान नेता शिव शंकर सिंह(मुन्ना) की प्रेरणा से जिला मंत्री की अभीष्ट मुलाकात वरिष्ठ समाजसेवी एवं ईश्वर परम भक्त श्री पाण्डेय से उनके निज निवास तिसेन तुलापुर माण्डा प्रयागराज में हुई।

जिला मंत्री वरिष्ठ समाजसेवी एवं ईश्वर परम भक्त श्री पाण्डेय से मिलकर अति प्रसन्नता जताते हुए अपने उद्बोधन में कहा कि ईश्वर का नित हृदय में चिंतन मंथन करते हुए सत्य एवं न्याय के पथ पर चलना ही असली मानवता है क्योंकि जब मनुष्य नित ईश्वर का चिंतन मंथन करता रहता है तो वह ईश्वर की प्रेरणा से सत्य एवं न्याय पथगामी बन जाता है और जब मनुष्य सत्य एवं न्याय पथगामी हो जाता है तब उसे दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति जैसे अनमोल रत्न उसके हृदय में उत्पन्न हो जाते हैं और ये ही गुण मनुष्य के मूल मानवता के गुण हैं। जिला मंत्री ने यह भी अवगत कराया कि वरिष्ठ समाजसेवी एवं ईश्वर परम भक्त श्री पाण्डेय महान ईश्वरभक्त के साथ ही साथ सत्य एवं न्याय पथगामी हैं और दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति श्री पाण्डेय के आत्मिक आभूषण हैं और यह सब श्री पाण्डेय को ईश्वर की निष्काम भक्ति से प्राप्त हुए हैं। जिला मंत्री ने आगे कहा कि मनुष्य ना तो इस जगत में कुछ लेकर आया है और ना ही कुछ लेकर जाएगा केवल खाली आया है और खाली हाथ ही जाएगा।

इस संसार में ना ही किसी को बैरी और ना ही किसी को अपना समझना चाहिए क्योंकि मनुष्य आता भी अकेले है और जाएगा भी अकेले ही।अत: मनुष्य को संसार के सभी प्राणियों से प्रेम करते हुए सदैव सत्य एवं न्याय के पथ पर चलना चाहिए तभी मानव का जीवन पूर्ण रुप से सफल होगा। इस अवसर पर उपस्थित समाजसेवी एवं किसान नेता श्री सिंह ने कहा कि जिला मंत्री ने मनुष्य के सफल जीवन हेतु बहुत ही सुन्दर एवं सार्वभौमिक सत्य तथ्यों को उपदेशित किया है।वास्तव में जिला मंत्री के उपदेशित वचनों को आत्मसाथ करते हुए इसी मार्ग पर चलकर मनुष्य अपने जीवन को सफल बना सकता है।इस साहित्यिक एवं आध्यात्मिक परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री के साथ वरिष्ठ समाजसेवी एवं ईश्वर परम कुमार गेंद पाण्डेय,समाजसेवी एवं किसान नेता शिव शंकर सिंह(मुन्ना),शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय,शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।

पीएम मोदी के आगमन से प्रयागराज पूरी तरह पलकें बिछाए इंतजार कर रहा : अनामिका चौधरी

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। प्रदेश मंत्री भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश एवं प्रभारी चंदौली ने अपने पदाधिकारियों संग संगम तट को साफ-सुथरा रखने के लिए वृहद स्वच्छता एवं सिंगल यूज पालीथीन मुक्त अभियान चलाया।

प्रात: काल से ही स्वयंसेवकों ने किला घाट से संगम नोज तक दूर दराज से आए स्नानार्थियों,तीर्थ यात्रियों एवं तट पर निवास करने वाले लोगों को संगम तट पर पालीथीन का प्रयोग न करने के लिए जागरूक किया।

अनामिका चौधरी ने संगम तट पर दुकानदारों,नाईं समाज,नाविकों एवं तीर्थ पुरोहितों को भी तट पर स्वच्छता और सिंगल यूज पालीथीन मुक्त के लिए संकल्प दिलाया।

स्वच्छता अभियान में अनामिका चौधरी के साथ नाईं समाज के अध्यक्ष राम कुमार शर्मा व महामंत्री दिलीप सेन के साथ सूरज शर्मा, दीपचंद शर्मा, चुन्नू शर्मा, साजन सेन, महावीर शर्मा, मदन सेन और गंगा विचार मंच प्रयागराज के पदाधिकारीगण जान्हवी निषाद, अरूण निषाद,अन्नू निषाद, प्रदीप कुमार,कौशल किशोर मिश्र, निखिल श्रीवास्तव,प्रभात श्रीवास्तव, सुधीर श्रीवास्तव, अशोक जायसवाल, मेजर सुनील निषाद आदि लोगों ने भाग लिया।

पर्यटन विकास की अपार सम्भावनाओं एवं प्राकृतिक सौन्दर्य को समेटे बड़ोखर में विकास का अभाव

विश्वनाथ प्रताप सिंह

बड़ोखर, प्रयागराज। पर्यावरण संरक्षण, पर्यटन विकास एवं ऐतिहासिक, प्राकृतिक धरोहरो को संरक्षित करने के उद्देश्य से आयोजित तृतीय विशाल पर्वतारोहण स्पर्धा रविवार को बड़ोखर गांव मे सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के शुरूआत में प्रकृति से जुड़े जल, जंगल, जमीन से सम्बन्धित पर्यटन, पर्यावरण एवं प्राकृतिक धरोहरो के संरक्षण-संवर्धन विषयों पर आधारित ज्ञान-विज्ञान की लिखित परीक्षा आयोजित की गई जिसमें विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं ने पतिभाग किया।

उक्त जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक यमुनापार विकास समिति के अध्यक्ष गजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रयागराज का यमुनापार क्षेत्र पर्यटन, प्राकृतिक सौन्दर्य एवं खनिज सम्पदा की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है तथा पर्यटन विकास की अपार संभावनाएं भी हैं परन्तु इस क्षेत्र में शासन-प्रशासन की अदूरदर्शिता के फलस्वरूप मौलिक सुविधाओ एवं अपेक्षित विकास का घोर अभाव है। ऐसे में शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया जाना आवश्यक है। वन विभाग के शैलेन्द सिंह उर्फ पप्पू सिंह

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कृषक शान्ति निकेतन इन्टर कालेज के प्रबन्धक लाल जितेन्द्र प्रताप सिंह ने रिबन काट कर पर्वतारोहण का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि के रूप में गांव की नई आवाज पत्रिका के सम्पादक विजय चितौरी एवं लाल सन्तोष प्रताप सिंह ने पर्वतारोहियों का उत्साहवर्धन किया।

विशिष्ट अतिथि के रूप में सहभागिता करने वाले राम निहोरा पाल, लखन प्रतापगढ़ी, उदयभान सिंह सचिव नेहरू युवा केन्द्र लखनऊ, जगदम्बा प्रसाद शुक्ल कवि साहित्यकार, मनीष तिवारी प्राचार्य, कमलेश सिंह, ज्ञानेंद्र कुमार सिंह, ने प्रतिभागियों को मैडल एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर लक्ष्मी नारायण पाल, पृथ्वी पाल सिंह, धर्म वीर कुशवाहा, विनोद कुमार विश्वकर्मा, राकेश कुशवाहा, निशा सिंह, गुलाब कली, सुमन शुक्ला, सन्तोष कुशवाहा, विद्यासागर आदि की सक्रिय सहभागिता रही।

कार्यक्रम का संचालन यमुनापार पर्यटन विकास समिति के अध्यक्ष सुरेश कुमार कुशवाहा ने किया जबकि शिवेन्द्र प्रताप सिंह, राम सहाय केशरी, सत्यम केशरी ने उत्साहवर्धन किया। वहीं यमुनापार विकास समिति के मंत्री सुनील केसरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

अब तक के सभी कुम्भ पर्वों से अधिक भव्य-दिव्य होगा प्रयागराज महाकुम्भ 2025: मुख्यमंत्री

विश्वनाथ प्रताप सिंह, प्रयागराज। विश्व के सबसे बड़े आध्यत्मिक-सांस्कृतिक समागम 'प्रयागराज महाकुम्भ' के औपचारिक शुभारंभ से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रयागराज को ₹7000 करोड़ से अधिक का उपहार भेंट करने जा रहे हैं। 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री का प्रयागराज दौरा प्रस्तावित है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री जी पावन त्रिवेणी संगम का पूजन कर नवनिर्मित भरद्वाज आश्रम कॉरीडोर और श्रृंगवेरपुर धाम कॉरीडोर का लोकार्पण करेंगे।

शनिवार को प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 13 दिसंबर के कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2019 के कुम्भ में राज्य सरकार ने अपने मद से 2406.65 करोड़ का व्यय किया था। पूरी दुनिया में इस महाआयोजन के प्रबंधन की प्रशंसा हुई थी। तीर्थयात्रियों की सुविधा और 'सनातन गर्व महाकुम्भ' की महत्ता के दृष्टिगत इस बार इसे और विस्तार दिया गया है। इस वर्ष महाकुम्भ के लिए राज्य सरकार की ओर से 5496.48 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है, जबकि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने अतिरिक्त 2100 करोड़ रुपये का सहयोग प्रदान किया है। बजट की कोई कमी नहीं है, इसलिए व्यवस्था में कहीं किसी प्रकार का अभाव नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि विभिन्न राज्यों की ओर से महाकुम्भ में अपने शिविर स्थापित करने के अनुरोध मिल रहे हैं, इस संबंध में यथोचित निर्णय तत्काल हो जाए। इसी प्रकार, महाकुंभ के दौरान ब्रह्मलीन होने वाले साधु-संतों की समाधि के लिए प्रयागराज में भूमि आरक्षित कर दी जाए। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 2019 कुंभ में कुल 5,721 संस्थाओं का सहयोग लिया गया था, जबकि महाकुंभ में लगभग 10 हजार संस्थाएं एक उद्देश्य के साथ कार्य कर रही हैं। 4000 हेक्टेयर में विस्तारित 25 सेक्टरों में बंटे महाकुंभ मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत सभी आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं।

12 किमी लंबाई के घाट, 1850 हेक्टेयर में पार्किंग, 450 किमी चकर्ड प्लेट, 30 पांटून पुल, 67 हजार स्ट्रीट लाइट, 1,50,000 शौचालय, 1,50,000 टेंट के साथ ही 25 हजार से अधिक पब्लिक एकोमडेशन की व्यवस्था की जा रही है। पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, बसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के विशेष स्नान पर्व पर सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष कार्ययोजना तैयार की गई है। मुख्यमंत्री  ने कहा कि महाकुम्भ में हर श्रद्धालु को अविरल-निर्मल गंगा में स्नान सुलभ हो, इसके लिए राज्य सरकार संकल्पित है। नदी में जीरो डिस्चार्ज सुनिश्चित किया जा रहा है।

जारी निर्माण परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सूबेदारगंज ब्रिज, हनुमान मंदिर (फेज-1) सभी चिह्नित 16 क्रिटिकल रोड से जुड़े कार्य, रिवर फ्रंट रोड, फाफामऊ-सहसो रोड, सभी 04 थीम आधारित गेट, 84 स्तंभ, मनकामेश्वर मंदिर और अलोपशंकरी मंदिर के अधूरे कार्य प्रत्येक दशा में 10 दिसंबर तक पूरे हो जाने चाहिए। मुख्यमंत्री ने जोर देते हुए कहा कि टाइमलाइन के दबाव में कार्य की गुणवत्ता से समझौता नहीं होना चाहिए।रेलवे के प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ में आने वाले तीर्थयात्री और पर्यटक काशी और अयोध्याधाम का भी दर्शन करने जाएंगे। इसके अलावा, चित्रकूट की ओर भी बड़ी संख्या में लोगों के जाने की संभावना है। ऐसे में इन पवित्र स्थलों को कनेक्ट करते हुए ट्रेनों की उपलब्धता की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ से जुड़ी तैयारियों के लिए डेडलाइन तय करते हुए निर्देश दिया कि 10 दिसंबर तक सारे काम पूरे कर लिए जाएं। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ विश्व को सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार कराने का सुअवसर है। यह स्वच्छता, सुरक्षा और सुविधा का मानक भी होगा। सीएम योगी ने निर्देश दिया कि महाकुम्भ को देखते हुए 7000 से अधिक बसें लगाई जाएंगी। यहां डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित किए जाएंगे। स्वच्छता पर जोर देते हुए सीएम ने निर्देश दिया कि 10 हजार कर्मचारियों की तैनाती कर यहां की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखा जाए।