गया में विहाना डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर का पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह ने किया उद्घाटन, गरीब-असहाय लोगों को कम पैसे में होगा इलाज

गया शहर के एपी कॉलोनी स्थित हिंद ऑप्टिकल रोड नंबर 6 में विहाना डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च सेंटर हॉस्पिटल का उद्घाटन किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व मंत्री अवधेश कुमार सिंह एवं डॉक्टर एएन राय ने संयुक्त रूप से फीता काटकर उद्घाटन किया। 

विहान डायग्नोसिस एंड रिसर्च सेंटर के संचालक डॉक्टर शैलेंद्र कुमार एवं डॉक्टर पल्लवी प्रिया ने बताया कि इस अस्पताल में गरीब असहाय लोगों को कम पैसे में बेहतर इलाज किया जाएगा। किडनी से सम्बंधित ईलाज एवं किडनी में किसी तरह की समस्या है तो विहाना डायग्नोसिस एंड रिसर्च सेंटर हॉस्पिटल में आए। 

इस अस्पताल में आधुनिक मशीनों से लैस है। विभिन्न तरह कि जाँच की सुविधा है। उन्होंने आम लोगों से आग्रह किया कि इस अस्पताल में एक बार जरूर आए और इसका लाभ उठाएं। इस मौके पर उपस्थित डॉ मृत्युंजय कुमार, डॉ राम सेवक, डॉ आशीष प्रसाद, डॉ दिनानाथ डॉ सदानंद प्रसाद सिंह, डॉ नीरज कुमार एवं कई गणमान्य लोग उपस्थित थें।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

सुरेंद्र यादव के साढ़े तीन दशक पुराने किला में कैसे सेंधमारी, मनोरमा देवी ने सुरेंद्र यादव के किला को छीना, ऐसे हुई वोट बैंक में सेंधमारी

गया। बिहार के गया में बिहार उपचुनाव में राजद की करारी हार हुई है। सबसे ज्यादा चर्चा गया जिले के बेलागंज सीट की हो रही है। यहां एनडीए समर्थित जदयू की प्रत्याशी मनोरमा देवी ने राजद कैंडिडेट विश्वनाथ कुमार सिंह को हराकर जहानाबाद के सांसद सुरेंद्र यादव का किला छीन लिया। सुरेंद्र यादव बेलागंज से लगातार आठ बार विधायक रहे।

इस साल लोकसभा सांसद बनने के बाद जब सीट खाली हुई तो अपने बेटे विश्वनाथ कुमार सिंह को राजद के टिकट पर मैदान में उतारा। मगर उन्हें मनोरमा देवी से 21391 वोटो से हार झेलनी पड़ी। जदयू ने सुरेंद्र यादव के साढ़े तीन दशक पुराने किला में कैसे सेंधमारी, इसको लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। इसके अलावा राजद के माय समीकरण यानी मुस्लिम यादव वोट बैंक का भी बंटवारा हुआ। राजद के परपारंगत कुछ यादव वोटर जदयू की तरफ चले गए। 

वही प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी और एआई एमआईएम ने मुस्लिम वोट बैंक में सेंधमारी की कोई कसर नहीं छोड़ी। बता दे की बेलागंज में यादव वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं। इसके अलावा मुस्लिम सवर्ण और दलित वोटो की संख्या भी अच्छी खासी है। अंदर खाने से यह भी खबर है कि राजद प्रत्याशी विश्वनाथ कुमार सिंह को टिकट देने पर राजद के स्थानीय कार्यकर्ता सुरेंद्र यादव से नाराज थे, इसका भी चुनाव नतीजे में हार का कास लगाया जा रहा है।

सुरेंद्र यादव को पहले ही लग चुका था कि इस बार उपचुनाव में बेलागंज में जीत आसान नहीं होने वाली है यही कारण है कि खुद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव सुरेंद्र के बेटे विश्वनाथ कुमार सिंह के लिए चुनाव प्रचार करने बेलागंज पहुंचे। शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा ने भी यहां रैली की, मगर फिर भी राजद अपना किला बचाने में नाकाम रही। 

बेलागंज उपचुनाव रिजल्ट

मनोरमा देवी, जेडीयू - 73334

विश्वनाथ सिंह, आरजेडी- 51943

मो. अमजद, जन सुराज - 17285

जमीन अली हसन, AIMIM - 3533

नोटा - 5819

गया में हर्ष फायरिंग के बाद शादी का माहौल मातम में बदला, एक युवक की मौत, मौज-मस्ती और जश्न का महौल गम में बदला

गया। बिहार के गया में शादी का माहौल मातम में बदल गया। तिलक समारोह कार्यक्रम में हर्ष फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। दरअसल, जिले के टिकारी थाना क्षेत्र के खड़गपुरा गांव में शुक्रवार की रात तिलक समारोह के दौरान हुई हर्ष फायरिंग में 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई।

घटना रणजी पासवान के पुत्र के तिलक समारोह की है, जहां लड़की पक्ष के लोग आंगन में तिलक चढ़ाने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच, लड़के पक्ष की ओर से हर्ष फायरिंग शुरू कर दी गई। दुर्भाग्यवश, फायरिंग की चपेट में लड़की के ममेरे भाई कुंदन कुमार आ गए। 

कुंदन कुमार, जो जगदीशपुर गांव निवासी और पूर्व प्रमुख अनिल पासवान के पुत्र थे, गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में कुंदन कुमार को टिकारी अनुमंडलीय अस्पताल ले जाया गया, जहां प्रारंभिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए गया रेफर किया गया। हालांकि, गया पहुंचने से पहले ही कुंदन कुमार ने दम तोड़ दिया। 

मौज-मस्ती और जश्न के बीच अचानक हुई इस घटना ने परिवार को गम में डूबा दिया। तिलक की रस्म अधूरी रह गई और घर में मातम पसर गया। मौज-मस्ती और जश्न के बीच अचानक हुई इस घटना ने परिवार को गम में डूबा दिया। तिलक की रस्म अधूरी रह गई और घर में मातम पसर गया। 

घटना की जानकारी मिलते ही टिकारी थाना की पुलिस हरकत में आ गई और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल अस्पताल भेज दिया। पुलिस हर्ष फायरिंग में शामिल लोगों की पहचान कर रही है और आगे की कार्रवाई जारी है।

बिहार की सभी सीटों पर एनडीए को मिली जीत में 2025 की झलक हैः कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा

गयाः  युवा जदयू के जिलाध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने बिहार की 4 सीटों पर हुए उपचुनाव में मिली जीत को एनडीए के कार्यकर्तायो की जीत बताया है।

जदयू और एनडीए के तमाम कार्यकर्ताओं की मेहनत की बदौलत बेलागंज में मनोरमा देवी ने 34 वर्षों के गढ़ को ध्वस्त कर दिया है। सूबे की राजनीति पूरी तरह से विकास पर केंद्रित है। इसलिए जनता अब सिर्फ विकास चाहती है जाति और धर्म से अलग होकर अपना मतदान कर रही है इसबार के उपचुनाव उसकी मिसाल है।

उन्होंने यह भी कहा कि उपचुनाव नतीजे आने के पहले जिस तरह से इंडी गठबंधन के नेता अलग-अलग बयानबाजी करके लोगों को दिगभ्रमित कर रहे हैं उन्हें आज के नतीजों से सबक लेने की जरुरत है। जनता की अदालत में हवाबाजी करने वाले नेताओं बयान के बदले विकास के मुद्दे पर काम करने वाली पार्टी को पसंद कर रही है। 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी महागठबंधन चारों खाने चित हो जाएगी।

महाराष्ट्र और बिहार की सभी सीटों पर मिली प्रचंड जीत के बाद 2025 की पूरी रणनीति साफ नजर आने लगी है। 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए पूर्ण बहुमत से जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में बिहार विकास के पथ पर अग्रसर है और यह बात बिहार की जनता को अच्छी तरह से पता है।

जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी के पुत्र रॉकी यादव ने जनता का आभार जताया, 35 सालों में विकास नहीं दिखा, अब 10 महीना में दिखेगा

गया। बेलागंज विधानसभा से जदयू प्रत्याशी मनोरमा देवी को जीत होने के बाद उनके पुत्र रॉकी यादव गया कॉलेज गया मतगणना केंद्र पर पहुंचे।

गया कॉलेज गया मतगणना केंद्र पर पुत्र रॉकी यादव ने मीडिया से बात करते हुए बेलागंज क्षेत्र के जनता का आभार जताया। रॉकी यादव ने कहा समर्थन हमारा विश्वास के बदौलत थी। जनता ने अपार समर्थन देकर जीत दिलाई है। हमारी पार्टी और परिवार ने किसी के साथ छल नहीं किया। इसी का नतीजा है कि जनता ने विश्वास जताया। 

35 सालों का बेलागंज में लोगों को डरा कर झूठा राजा बनकर अपना राज करने का काम कर रहे थे, वह आज ढ़ह गया। जनता सब जान रही थी, सही मौका पर ही जनता ने सही जवाब दिया है। जनता के डिमांड पर ही हमारे माता मनोरमा देवी को कैंडिडेट बनाया गया था।

रॉकी यादव का कहना है कि हमारे पिता भी यह क्षेत्र से चुनाव लड़े थे। 35 सालों में विकास नहीं जो नहीं देखा था, वह अब 10 महीना में दिखेगा। हरेक एक काम को धरातल पर दिखाएंगे। जनता ने हमारा काम किया है अब जनता का काम हम करेंगे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

बिहार विधानसभा के उपचुनाव में गया जिले के इमामगंज और बेलागंज में बड़ा उलटफेर, मनोरमा देवी आगे और दीपा मांझी भी आगे, जानिए 10 राउंड तक

गया। बेलागंज के पूर्व विधायक और जहानाबाद के सांसद सुरेंद्र यादव के बेटे और बेलागंज से राजद प्रत्याशी विश्वनाथ कुमार सिंह पिछड़ गये हैं जबकि जदयू की मनोरमा देवी बढ़त बनी हुई है. 10 राउंड की गिनती के बाद मनोरमा देवी करीब 18927 वोटो से आगे चल रही है।

वही इमामगंज में गया के सांसद और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के खाली सीट पर उनकी बहू दीपा मांझी आगे दिख रही है और राजद के रोशन मांझी पीछे चल रहे हैं. 12 राउंड की गिनती के बाद रोशन मांझी से दीपा मांझी करीब 5563 वोटो से आगे चल रही है। 

सरकार के खिलाफ हमने लड़ा चुनाव, इंतजार किजिए खुद ही करियेगा अनाउंसमेंट : राजद प्रत्याशी विश्वनाथ यादव

गया शहर के गया कॉलेज गया में इमामगंज और बेलागंज विधानसभा के उपचुनाव का आज मतदान शुरू हो गया है। शनिवार को सुबह 8:00 बजे बेलागंज विधानसभा उपचुनाव से राजद प्रत्याशी विश्वनाथ यादव गया कॉलेज गया मतदान केंद्र पहुंचे।

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए राजद प्रत्याशी विश्वनाथ यादव ने कहा कि जितना लोगों ने प्यार और विश्वास जताया है। उसका एक छोटा सा आकलन है। वही, देखने के लिए पहुंचे हैं। कितने मार्जिन से जीत का सवाल होने पर राजद प्रत्याशी विश्वनाथ यादव ने कहा इंतजार कर लीजिए खुद ही आप अनाउंसमेंट करियेगा।

प्रशासन की व्यवस्था के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रशासन उनकी है लेकिन हम सरकार के खिलाफ चुनाव लड़ते हैं। प्रशासन ने हमारे सैकड़ो कार्यकर्ता नेता को पकड़ा। थाने में बंद कर टॉर्चर किया। हमारे इलेक्शन को भी डिस्टर्ब किया गया। परमिशन देने में भी कोताही किया गया। जिस बात का हम लोग उम्मीद नहीं करते थे वही हुआ लेकिन कोई बात नहीं आज वक्त आपका है।

गया के ब्रह्मसत तालाब में एक युवक ने लगाया छलांग, सीढ़ी के ऊपर चप्पल, टोपी और कपड़ा बरामद, शव की बरामदगी में जुटे पुलिस

गया। बिहार के गया से बड़ी खबर सामने आ रही है जहां विष्णुपद थाना क्षेत्र के ब्रह्मसत तालाब में एक युवक छलांग लगाने की बात सामने आयी है। युवक की छलांग लगाने की कुछ स्थानीय युवकों ने देखा और इसकी सूचना पुलिस को दी।

सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव के बरामदगी के लिए जुट गई। हालांकि अभी तक युवक की पहचान नहीं हो सका है। वही, ब्रह्मसत तालाब के सीढ़ी के ऊपर चप्पल, टोपी और कपड़ा मिले हैं। स्थानीय युवकों के मुताबिक युवक ने पहले तालाब में आकर चप्पल टोपी और कपड़े को उतारा, उसके बाद तालाब में छलांग लगा दिया, जिसके बाद वह नहीं निकला।

जब शक हुआ तो इसकी सूचना पुलिस को दी। इसके बाद मौके पर पुलिस पहुंची। युवक की तालाब में छलांग लगा देने की जानकारी होते ही आसपास के लोगों की भी भीड़ जुट गई और लोग तरह-तरह के आपस में चर्चाएं करने लगे। इस संबंध में विष्णुपद के थानाध्यक्ष से बात किया गया तो, बताया कि स्थानीय लोगों से ब्रह्मसत तालाब में युवक की डूबने की सूचना मिली है। सूचना के बाद जांच की गई है। गोताखोरों को इसकी सूचना दे दिया गया है। सुबह में गोताखोर युवक को ढूंढेगा। युवक के शव को बरामदगी के बाद पहचान की जायेगी।

दुकानदार से मारपीट कर अधमरा करने के मामले में 18 दिन बाद भी आरोपियों को पुलिस नहीं कर सकी गिरफ़्तार, SSP से पीड़ित ने लगाई न्याय की गुहार

गया ज़िले के महकार थाने की पुलिस मारपीट कर अधमरा करने वाले आरोपियों पर दर्ज प्राथमिकी के बाद भी गिरफ़्तार नहीं कर रही है। पीड़ित दुकानदार पिता-पुत्र शुक्रवार को गुहार लगाने वरीय पुलिस अधीक्षक कार्यालय को पहुंचा था।

नीमचक बथानी अनुमंडल के महकार थाना क्षेत्र के नदरा गांव के रहने वाले पीड़ित प्रमोद साव ने बताया। 4 नवंबर की रात मेरा पुत्र नीरज कुमार कुड़वा बाजार स्थित अपनी सिगरेट की होलसेल दुकान बंद करके घर को लौट रहा था। इसी बीच घात लगाए दर्जन भर अपराधियों ने लाठी-डंडे लोहे के रड से बीच रास्ते में घेरकर उसपर हमला कर दिया। उस तब तक मारते रहे जब-तक वो बेहोश ना हो गया हो। फ़िर उसे बेहोशी की हालात में अधमरा नहर में फेंक दिया। गनिमत रही कि पीछे से मेरा छोटा पुत्र भी आ रहा था।

फिर उसने स्थानीय लोगों की मदद से इलाज़ के लिए स्थानीय अस्पताल ले गया। घटना की जानकारी के बाद मैंने महकार पुलिस को फोन किया। पुलिस घटनास्थल पर भी आई और मामले में पीड़ित ने कई लोगों को नामजद और अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मारपीट कर अधमरा करने वाले आरोपियों में लड़ंकियां गांव के रहने वाले विनोद यादव का बेटा वीर कुंवर कुमार,रोहित कुमार पिता नामालूम व तीसरा बिजोपूर गांव का रहने वाला उमेश यादव का बेटा अनमोल कुमार समेत सात अज्ञात के विरुद्ध महकार थाने में केस दर्ज किया गया था। पीड़ित पक्ष का आरोप है कि दर्ज प्राथमिकी के बाद भी महकार थाना के थानाध्यक्ष गोपाल कुमार समेत केस के अनुसंधानकर्ता अजय सिंह का रवैया पीड़ित के प्रति ठीक नहीं है। उसने अपने आवेदन में पुत्र से 72 हजार रुपए छिनैती का भी जिक्र किया था।

परंतु उसके आवेदन को रद्द करते हुए थाना अध्यक्ष ने नए सिरे से आवेदन लिखवाया। लेकिन उक्त आवेदन में 72 हजार का जिक्र नहीं था। एसएसपी कार्यालय में दिए गए आवेदन में पीड़ित पक्ष ने थानाध्यक्ष गोपाल कुमार व अनुसंधानकर्ता अजय कुमार सिंह पर आरोपियों को नहीं पकड़ने का आरोप लगाया है। पीड़ित दुकानदार प्रमोद साव का कहना है कि मेरी दुकान कुड़वा बाजार में सिगरेट और गुटखा होलसेलर की है। आरोपियों ने घटना वाली संध्या 4 बजे दुकान पर जबरन सिगरेट मांगने आए थे।जब नहीं दिया तो इस तरह की घटना को अंज़ाम दिया है। कैसे उठाने की भी धमकी बराबर दे रहे हैं। 

पीड़ित के लिखित आवेदन के आधार पर जब महकार थानाध्यक्ष गोपाल कुमार से पूछा गया तो उन्होंने बताया। पीड़ित प्रमोद साव के पुत्र के साथ मारपीट की घटना हुई थी। मारपीट करने वाले आरोपी फरार है। फिर भी उन्हें जल्दी हीं गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

हमारी धरोहर, हमारी पहचान विषय पर निबंध,भाषण और स्लोगन प्रतियोगिता आयोजित, प्राचीन भारतीय एवं एशियाई अध्ययन विभाग करा रहा आयोजन

गया/बोधगया। सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जनमानस और विधार्थियों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्राचीन भारतीय एवं एशियाई अध्ययन विभाग, मगध विश्वविद्यालय, बोधगया द्वारा आयोजित विश्व धरोहर सप्ताह (19-25 नवंबर, 2024 मनाया जा रहा है। इसके अंतर्गत शुक्रवार को निबंध, भाषण एवं स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

जिसमें मगध विश्वविधालय के विभिन्न विभागों के छात्र-छात्राओं ( स्नातकोत्तर एवं पी.एच. डी कोर्सवर्क के छात्र-छात्राओं) ने भाग लिया। निबंध प्रतियोगिता के विषय "हमारी धरोहर, हमारी पहचान" पर छात्र-छात्राओं ने हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में लेखन किया और इस विषय पर अपने विचार प्रस्तुत किया। प्रतियोगिता के विजेताओं को समापन के दिन पुरुस्कृत किया जायेगा। इस कार्यक्रम से छात्र-छात्राओं में अपने सांस्कृतिक धरोहर के प्रति सम्मान की भावना का संचार होगा और धरोहर संरक्षण के लिए प्रेरित होगें।

इस कार्यक्रम का संचालन प्राचीन भारतीय एवं एशियाई अध्ययन विभाग के सहायक प्राध्यापकों द्वारा किया गया। इस अवसर पर विभागाध्यक्ष डॉ सत्येन्द्र कुमार सिन्हा सहित अन्य सहायक प्राध्यापक डॉ. अलका मिश्रा, डॉ. अनूप भारद्वाज, आलोक रंजन, शंकर शर्मा एवं डॉ. जन्मेजय सिंह उपस्थित रहें।