सोनवानी की गिरफ्तारी पर मंत्री ओपी चौधरी का बड़ा बयान, कहा- कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की शह के बिना यह घोटाला संभव नहीं था…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी की गिरफ्तारी के बाद भाजपा को कांग्रेस पर हमला करना का मौका मिल गया है. वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने पीएससी घोटाले को लेकर कहा कि यह पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के शीर्ष नेताओं की शह के बिना संभव नहीं था. परीक्षा में धांधली कर युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले डबल इंजन सरकार में बख्शे नहीं जाएंगे.

बता दें कि पीएससी गड़बड़ी की जांच हाथ में लिए जाने के पांच महीने बाद सीबीआई ने सोमवार को पीएससी के तत्कालीन चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी के साथ बजरंग पावर एण्ड इस्पात लिमिटेंड के निदेशक श्रवण कुमार गोयल को गिरफ्तार किया था. आज दोनों को अदालत में पेश कर सीबीआई ने 14 दिन की रिमांड मांगी है.

सीबीआई की बड़ी कार्रवाई के बाद भाजपा के तमाम नेता कांग्रेस पर हमला करना शुरू कर दिया है. वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने अपरोक्ष तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर किए में अपने पोस्ट में लिखा है कि यह घोटाला कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की शह के बिना संभव नहीं था. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा की डबल इंजन वाली सरकार में दोषी बख्शे नहीं जाएंगे.

सोनवानी की गिरफ्तारी पर कांग्रेस का आरोप, सीएम साय ने किया पलटवार, कहा- कोर्ट में कर सकते हैं अपील…

रायपुर-  छत्तीसगढ़ पीएससी के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी की गिरफ्तारी पर कांग्रेस के आरोप पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें (कांग्रेसियों) लगता है कि फंसाया जा रहा है, तो वे कोर्ट जा सकते हैं, वहां अपील कर सकते हैं. 

बस्तर दौरे से लौटने के बाद रायपुर में पत्रकारों से चर्चा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कांग्रेस के आरोपों पर कहा कि मोदी की गारंटी पर विश्वास कर जनता ने हमें चुना. प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के बेटे-बेटियों से वादा किया था कि छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनती है तो पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई करेगी. कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा कि यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पीएससी घोटाले को हमने सीबीआई को सौंपा है. सीबीआई जांच कर रही है. कल ही पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष के साथ एक और व्यक्ति, जिन्होंने बेटे- बहू की नियुक्ति कराई थी, को गिरफ्तार गया है. यह सब प्रमाणित है. सीबीआई अपना काम कर रही है, कोई भी दोषी बख्शा नहीं जाएगा. उनके ऊपर कार्रवाई होगी.

बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक पर कांग्रेस के बयान पर मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह लोग तरह-तरह के तरीके से दुष्प्रचार करने का प्रयास कर रहे हैं. यह भी बताया है कि गर्मी में धान नहीं लगाना है. गर्मी में किसान धान लगाएंगे तो उन पर कार्रवाई होगी, जबकि शासन की ओर से ऐसा कोई निर्देश नहीं है.

उन्होंने कहा कि हम किसानों के हितैषी पार्टी वाली सरकार हैं. बीजेपी ने जितना सबको किसानों के हित में काम किया है, उतना किसी ने नहीं किया. फिर पेड़ काटने की बात कर रहे हैं, जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ. हमारी सरकार लगातार पेड़ लगा रही है. प्रधानमंत्री के आह्वान पर एक पेड़ मां के नाम हम 2-4 करोड़ पौधे लगा चुके हैं.

भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने राजधानी में डबल मर्डर को माना गंभीर, कहा- गृह मंत्री तत्काल कार्रवाई करें…

रायपुर-   राजधानी रायपुर में सामने आई डबल मर्डर की घटना को भाजपा के वरिष्ठ नेता व विधायक अजय चंद्राकर ने गंभीर बताते हुए कहा कि गृह मंत्री से निवेदन है कि तत्काल कार्रवाई हो. वहीं मृतक के पिता की बातों को अन्यथा नहीं लेने की बात कही. 

भाजपा नेता अजय चंद्राकर ने सीजी पीएससी गड़बड़ी पर तत्कालीन चेयरमैन टामन सोनवानी की गिरफ्तारी को लेकर कहा कि मामला न्यायालय में है, इसलिए मुझे ज्यादा नहीं बोलना चाहिए. कुछ लोगों की ज्वाइनिंग पर रोक है. अब सीबीआई की एंट्री हो चुकी है, कोई भी कथन किसी के भविष्य को प्रभावित कर सकता है.

वहीं रबी फसल पर धनेंद्र साहू के तुगलकी फरमान वाले बयान पर चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा कि उन्होंने स्वयं स्वीकार किया है कि मौखिक निर्देश दिए जा रहे हैं. खुद उनका का बयान मौखिक है. मैं उस जगह से आता हूं, जहां सबसे ज्यादा सिंचाई से खेती होती है. कहीं पर भी ऐसा फरमान जारी नहीं किया गया है. कांग्रेसी कहीं से भी बयान खोज के लाकर थोप देते है.

बहुचर्चित जग्गी हत्याकांड के छह आरोपियों को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत, पांच साल से अधिक समय काट चुके हैं जेल में…

रायपुर- बहुचर्चित रामावतार जग्गी हत्याकांड में आरोपी पूर्व पुलिस अफसर एएस गिल, वीके पांडेय और आरसी त्रिवेदी समेत छह लोगों को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है. इन आरोपियों को छह माह पहले दोबारा जेल में दाखिल किया गया था. सभी आरोपी पांच साल से अधिक समय तक जेल में बीता चुके हैं.

वकीलों ने बताया कि आरोपियों की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की बेंच ने सुनवाई के बाद मंगलवार को छह आरोपियों की जमानत के आदेश दिए हैं. अब आदेश की मूल प्रति रायपुर की अदालत में जमा की जाएगी, जिसके बाद आरोपियों की जेल से रिहाई के आदेश होगा.

बता दें कि जग्गी हत्याकांड में जमानत निरस्त होने के बाद पुलिसवालों समेत जग्गी हत्याकांड समेत सभी आरोपियों को वापस जेल दाखिल करने के आदेश दिए गए थे. इस आधार पर सभी ने इस साल जून महीने में कोर्ट में सरेंडर किया था, जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया था.

क्र.सं.अभियुक्त का नामधारा के तहत आरोप लगाया गया

1 चिमन सिंह120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

2 याह्या ढेबर120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

3 अभय गोयल120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

4 शिवेंद्र सिंह परिहार120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

5 फ़िरोज़ सिद्दीक़ी120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

6 विक्रम शर्मा (निधन)120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

7 विनोद सिंह राठौड़120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

8 राकेश कुमार शर्मा बाबू120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

9 अशोक सिंह 302/34, 427/34 IPC

10 संजय सिंह कुशवाह चुन्नू120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

11 राजू भदौरिया120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

12 रवीन्द्र 302/34, 427/34 IPC

13 नरसी शर्मा120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

14 सत्येन्द्र सिंह120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

15 विवेक सिंह भदोरिया120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

16 लल्ला भदौरिया धर्मेन्द्र सिंह120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

17 सुनील गुप्ता120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

18 अनिल पचौरी120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

19 हरिश्चंद्र120-बी(1), 302/34, 427/34 IPC

20 बुल्ठू एवं 193 IPC

21 सुरेश सिंह120-बी एवं 193 IPC

22 सूर्यकान्त तिवारी120-बी एवं 193 IPC

23 राकेश चंद्र त्रिवेदी120-बी, 193 और 218 IPC

24 वी.के.पांडेय120-बी, 193 और 218 IPC

25 अमरीक सिंह गिल120-बी, 193 और 218 IPC

26 सिंह120-बी, 302/34, 427 IPC और शस्त्र अधिनियम की धारा 25(1)(ए) और विकल्प में धारा 120-बी, 193/34 IPC के तहत

27 302/34, 427 IPC और विकल्प में धारा 120-बी और 193/34 IPC के तहत.

28 श्याम शर्मा120-बी, 302/34, 427 IPC और विकल्प में 120-बी और 193/34 IPC

29 विनोद 302/34 और 427 IPC और विकल्प में, धारा 120-बी और 193/34 IPC के तहत।

30 विश्वनाथ राजभर120-बी, 302-34, 427 IPC और विकल्प में धारा 120-बी और 193/34 IPC के तहत.

CGPSC घोटाला : 7 दिनों की सीबीआई रिमांड पर टामन सोनवानी और श्रवण गोयल
रायपुर-  सीजीपीएससी घोटाला मामले में गिरफ्तार CGPSC के पूर्व चेयरमैन टामन सोनवानी और बजरंग पॉवर इस्पात के डायरेक्टर एसके गोयल को सीबीआई ने आज कोर्ट में पेश किया. विशेष कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 25 नवंबर तक सीबीआई रिमांड पर सौंपा. 7 दिनों की रिमांड में सीबीआई आरोपियों से कई बिंदुओं पर पूछताछ करेगी. बता दें कि सीबीआई ने दोनों आरोपियों की 12 दिनों की रिमांड मांगी पर, लेकिन कोर्ट ने 7 दिनों की रिमांड की मंजूरी दी है.
जानकारी के मुताबिक, सीबीआई ने दोनों ही आरोपियों की 12 दिनों की रिमांड मांगी थी, लेकिन न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनते हुए सात दिनों की रिमांड की मंजूरी दी है. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के प्रत्येक गाइडलाइन का शब्दशह पालन किया जाएगा.
टामन सोनवानी के वकील गणेश गिरी गोस्वामी ने बताया कि सात दिनों की सीबीआई रिमांड दी गई है. हमने अपने पक्षकार की दलीलें रखी है. सीबीआई के आरोप पूर्णतः गलत है. न्यायालय ने दोनों पक्षों को सुनकर अपना फैसला सुनाया है. सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन का पालन रिमांड के दौरान करने के निर्देश दिए गए हैं. हमने सीबीआई के आरोपों को गलत बताया है. टामन सोनवानी की पूछताछ की प्रक्रिया वकील की मौजूदगी में होनी है. इस मामले पर अगली सुनवाई अगामी 25 नवंबर को होनी है.
बता दें कि CBI ने कुछ महीने पहले ही टामन सिंह सोनवानी के घर पर छापा मारा था, जिसके बाद अब उनकी गिरफ्तारी की गई है। सोनवानी पर चयन के एवज में अभ्यर्थियों से 45 लाख रुपये रिश्वत लेने का आरोप है। इसके अलावा, रायपुर की बजरंग पॉवर इस्पात कंपनी के डायरेक्टर एस.के गोयल को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि इस मामले में एसके गोयल की बहु और बेटे का CGPSC की परीक्षा में चयन हुआ था।
PCC चीफ बैज बोले – विधानसभा सत्र की तिथि बढाएं, CGPSC मामले की निष्पक्ष जांच हो, राजधानी में बढ़ते अपराध पर भी सरकार को घेरा…

रायपुर-     विधानसभा शीतकालीन सत्र को लेकर अधिसूचना जारी हो गई है. इस बार शीतकालीन सत्र की अवधि 4 दिन होने पर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधा है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा, विधानसभा सत्र की तिथि घोषित हो गई है. 4 दिन का समय काफी कम है क्योंकि मुद्दे ज्यादा हैं. जनता में सरकार के खिलाफ आक्रोश है. हम सड़क से लेकर सदन तक जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं. विधानसभा सत्र की तिथि बढ़ना चाहिए. हम इसकी मांग करते हैं. वहीं सीजीपीएससी मामले में बैज ने कहा, निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए. बदले की भावना से जांच नहीं होनी चाहिए.

रायपुर में डबल मर्डर मामले में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा, दीपावली के बाद ही 17 से अधिक घटनाएं हुई है. एक को पुरानी बस्ती में जिन्दा जलाया गया. विधानसभा क्षेत्र में डबल मर्डर का मामला आया है. अपराध पर सरकार का कोई कंट्रोल नहीं है. इनसे प्रदेश की कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है.

सीजीपीएससी मामले में बैज ने कहा – निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए

CGPSC मामले में टामन सोनवानी की गिरफ्तारी पर बैज ने कहा, कोई गड़बड़ी है तो निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए. जिस तरीके से सरकार ने विधानसभा चुनाव के दौरान राजनीतिक भावना से प्रेरित होकर पूरे सरकार को बदनाम करने का काम किया, अगर कोई वास्तव में गड़बड़ी है तो निश्चित रूप से निष्पक्षता से जांच होनी चाहिए, लेकिन राजनीतिक बदले की भावना से जांच नहीं होनी चाहिए. कांग्रेस का कार्यकाल ही नहीं, पिछले 15 साल में बहुत सारे गोलमाल हुए हैं. बहुत सारे अपने लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए इस तरीके का काम हुआ है. क्या सरकार पिछले 15 सालों को कभी जांच कराएगी? राजनीतिक बदले की भावना से काम नहीं होना चाहिए. अगर कोई दोषी है तो उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.

चोरों ने भगवान के घर को भी नहीं छोड़ा: राज कालिका मंदिर से माता के जेवरात और मुकुट सहित दान पेटी ले गए चोर, जांच में जुटी पुलिस

कोरबा-  जिले की पुलिस को इन दिनों चोर चुनौती देते नजर आ रहे है। जिले और शहर में लगातार रोजाना चोरी की वारदाते हो रही है, जिससे पुलिस की रात्रि गस्त पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। चोरों के हौसले इतने बुलंद है कि वह अब भगवान के घर को भी नहीं बक्श रहे है। ताजा मामला नगर पंचायत पाली से सामने आया है, जहां वार्ड क्रमांक एक मादन मुख्य मार्ग स्थित राज कालिका मंदिर पर चोरों ने धावा बोला और मंदिर में विराजमान मूर्तियों से मुकुट और जेवरात लेकर फरार हो गए, इस दौरान चोर अपने साथ दान पेटी भी साथ ले गए थे।

बता दें कि राज कालिका मंदिर में पंडित प्रमोद तिवारी रोज की तरह सोमवार की रात 9 बजे मंदिर के कपाट बंद कर घर चले गए थे, इसके बाद आज सुबह जब वह मंदिर पहुंचे तो मंदिर का ताला टूटा हुआ था और दरवाजा खुला हुआ था। जब उन्होंने अंदर जाकर देखा तो मंदिर के गर्भगृह का ताला भी टूटा हुआ था और गेट के पास में एक त्रिशूल पड़ा हुआ मिला। मंदिर के अंदर प्रवेश करने पर माता काली की प्रतिमा पर मुकुट नथनी सहित अन्य देवी देवताओं के मुकुट आदि गहने गायब मिले, इसके अलावा मंदिर की दान पेटी भी उसके स्थान पर नहीं मिली।

मंदिर में चोरी का पता लगने के बाद मंदिर के पुजारी ने तत्काल पाली पुलिस को घटना की जानकारी दी, इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस चोर को पकड़ने के लिए स्निफर डॉग को बुलाया। इस दौरान मंदिर के आसपास सर्चिंग की गई, तब मंदिर के पीछे कुछ दूरी पर खाली दान पेटी मिली। मंदिर से चोरी हुए मुकुट और जेवरात की कीमत करीब 2 लाख रूपये बताई जा रही है।

बीते 3 महीने में बढ़ी चोरी की वारदातें

गौरतलब है कि पाली क्षेत्र में बीते 3 महीने में छोटी-बड़ी चोरी की घटनाएं हो रही है, पहले तो चोर घरों और दफ्तरों को निशाना बनाते थे। अब चोरों ने मंदिर में भी हाथ साफ करना शुरू कर दिया है। लगातार चोरियों ने आमजन की नींद हराम कर दी है। वहीं पुलिस के हाथ अब तक खाली है, जिससे चोरों के हौसले बुलंद है।

Amity University में गुंडागर्दी : हॉस्टल में छात्रों पर चाकू से हमला और मारपीट, प्रबंधन की भूमिका पर उठे सवाल, NSUI ने दी चेतावनी

रायपुर-  राजधानी स्थित एमिटी यूनिवर्सिटी में हाल ही में हुई गुंडागर्दी की घटना ने विश्वविद्यालय प्रबंधन की भूमिका पर सवाल खड़े कर दिए हैं. तीन दिन पहले यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में चाकूबाजी, कट्टे के बल पर मारपीट और तोड़फोड़ की घटना हुई थी, जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है. छात्र नेताओं ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी प्रबंधन घटना को दबाने में लगा हुआ है और दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है. वहीं मामले में आज NSUI ने चेतावनी देते हुए प्रबंधन से जल्द कार्रवाई करने की मांग की है।

प्रशांत गोस्वामी ने बताया कि एक छात्र हमलावर गुंडों से इतना भयभीत था की अपनी जान बचाने के लिए वह हॉस्टल के द्वितीय माले से कूदने का प्रयास कर रहा था ताकि वह हथियारों से लैश गुंडों के हाथ न आए. एमिटी यूनिवर्सिटी में लगातार छात्र बिमलेश चौहान डायरेक्टर को बर्खास्त करने तथा दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते आए हैं. लेकिन एमिटी यूनिवर्सिटी द्वारा पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाया जा रहा है की वे अपना कंप्लेंट वापस ले.

मामले को लेकर एनएसयूआई ने एमिटी यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार सुरेश ध्यानी को ज्ञापन देते हुए मांग कि है की यदि अपराधियों के करीबी बिमलेश चौहान को यूनिवर्सिटी पद मुक्त करते हुए बर्खास्त नहीं करते हैं. साथ ही जिन छात्रों ने हथियार से हमला किया है उन्हें निलंबित नहीं करते तो एनएसयूआई उग्र प्रदर्शन करेगी.

लड़की को लेकर हुआ विवाद

बताया जा रहा है कि आरोपी छात्र ने पीड़ित को पहले एक लड़की से बात न करने की धमकी दी थी, जिसके बाद पीड़ित ने आपत्ति जताते हुए कहा कि मेरी दोस्त है, बात क्यों नहीं करूंगा. इसके बाद ही विवाद बढ़ गया और हिंसक रूप ले लिया.

रजिस्ट्रार ने कहा

यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार सुरेश ध्यानी ने कहा मामले को संज्ञान में लिया गया है. चार लोगों की जांच कमेटी गठित की गई है और तीन दिन में रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।

धान की रखवाली करने खेत गए किसान की हत्या, तीन दिन से नहीं पहुंचा था घर

तखतपुर-  धान की फसल रखवाली करने आए किसान की निर्मम हत्या का मामला सामने आया है. मृतक की शिनाख्ती मनोहर के रूप में हुई है. यह मामला तखतपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पकरिया का है. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है. फारेंंसिक टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच कर रही.

जानकारी के मुताबिक, किसान मनोहर धान की रखवाली के लिए रात में खेत आया था. गले में केबल तार कसकर उसकी हत्या की गई है. इस घटना के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई है. बताया जा रहा कि मृतक तीन दिनों से घर नहीं गया था. पुलिस मामले की जांच कर रही. इस मामले में एडिशनल एसपी अर्चना झा ने कहा, घटना की जांच की जा रही है. जल्द ही हत्यारे को पकड़ लिया जाएगा.

महिला थाने में बवाल : लव मैरिज के बाद पुलिस के सामने भिड़ गए दोनों पक्ष के लोग, जानिए पूरा मामला..

दुर्ग-    भिलाई के महिला थाने में सोमवार रात को लड़की और लड़का पक्ष ने जमकर बवाल काटा. दोनों पक्ष के लोग पुलिस के सामने ही आपस में भिड़ गए. दरअसल यह पूरा विवाद बालिग लड़की और लड़का के बीच प्रेम विवाह को लेकर है. लड़की का नाम शैवी ताम्रकार है. वो बीएसपी के अधिकारी स्वतंत्र ताम्रकार की बेटी है. उसने बीते 6 नवंबर को रायपुर निवासी आशुतोष देश पाण्डेय से प्रेम विवाह किया था.

बालिग शैवी भिलाई के एक स्कूल में पढ़ाती थी और आशुतोष उसी स्कूल में ड्राइवर का काम करता है. यह रिश्ता लड़की के घरवालों को मंजूर नहीं था इसलिए शैवी को भागकर शादी करनी पड़ी. जब शैवी स्कूल से आशुतोष के साथ भागी तो उसके बाद उसके माता-पिता ने नेवई थाने में बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी.

पुलिस लड़की की तलाश कर ही रही थी कि इसी दौरान लड़की और लड़का नेवई थाने पहुंचे. उन्होंने थाना प्रभारी आनंद शुक्ला को बताया कि वो भागे नहीं बल्कि उन्होंने रायपुर में आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह कर लिया है. लड़की और लड़का बालिग होने से थाना प्रभारी ने उनका बयान लिया और छोड़ दिया. इसके बाद एसडीएम दुर्ग के सामने भी दोनों के बयान दर्ज हुए. चूंकी मामले की शिकायत पिता ने थाने में की थी, इसलिए दोनों लड़का-लड़की को महिला थाने बयान के लिए बुलाया गया था. लड़की अपने पति और ससुर के साथ रायपुर के दो महिला अधिवक्ता के साथ बयान दर्ज कराने सोमवार शाम को पहुंचे थे. इसी दौरान वहां लड़की के माता-पिता और मामा व अन्य लोग आ गए.

लड़की ने अपने माता-पिता और मामा पर मारपीट का लगाया आरोप

महिला थाने में ही दोनों पक्षों के बीच बहस होने लगी. इससे भिलाई नगर थाना प्रभारी और पुलिस बल वहां पहुंच गया. लड़की शैवी का आरोप है कि वो अपने ससुर और पति के साथ बयान दर्ज करा ही रही थी कि अचानक उसके मामा, पापा और मां आए और गला पकड़कर उसे मारने लगे. उन लोगों ने उसके ससुर को भी मारा, जिससे उनका सिर फट गया और खून बहने लगा.

मामले की जांच की जा रही : थाना प्रभारी

महिला अधिवक्ताओं ने भी आरोप लगाया कि लड़की के परिजनों ने पुलिस की शह पर उनके साथ भी हुज्जतबाजी की. उनकी कालर पकड़ी. इसके बाद देर रात उन लोगों ने भिलाई नगर थाने में लिखित शिकायत दी है. टीआई प्रशांत मिश्रा का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी. शैवी के पिता स्वतंत्र ताम्रकार का कहना है कि उनकी बेटी एक अच्छे घर से पढ़ी लिखी और होशियार है. ऐसे में वो एक ड्राइवर लड़के से क्यों शादी करेगी. उनका कहना है कि उनकी बेटी को लड़का, स्कूल की प्रिंसिपल और उसके घर वालों ने गुमराह किया है.