*खंभे, पेड़ नहीं हटे,90 करोड़ की 11 सड़कों का निर्माण फंसा* *3.75 मीटर के स्थान पर 5.50 मीटर चौड़ी होगी सड़क,पटरी भी बनाई जाएगी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में स्वीकृत 90 करोड़ की 11 सड़कों का निर्माण एस्टीमेट के फेर में फंस गया है। 3.75 मीटर की बजाए 5.50 मीटर चौड़ी होने वाली उक्त सड़क के आसपास खंभे एवं पेड़ हटाना है। जिसका वन विभाग और बिजली निगम से एस्टीमेट मांगा गया है। इससे करीब पांच महीने बाद निर्माण की शुरूआत नहीं हो सकी है। विभाग का मानना है कि दिसंबर के अंतिम सप्ताह एवं जनवरी के पहले सप्ताह तक सड़कें बननी शुरू हो जाएंगी। ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों की हालत दयनीय है। जर्जर सड़कों के कारण अक्सर लोग दुर्घटना का शिकार होते हैं। मानसून में इन सड़कों पर जलभराव के चलते राहगीरों को मुसीबत झेलनी पड़ती है। जिले के कई बार गड्ढा मुक्ति को लेकर अभियान भी चले, लेकिन उसमें सिर्फ लोक निर्माण विभाग से जुड़ी सड़कें शामिल रहीं।भदोही, औराई और ज्ञानपुर विधानसभा की तमाम सड़कों की हालत खराब है। पीएमजीएसवाई में पांच से आठ साल बाद ही सड़कें स्वीकृत होती हैं। एक दशक पहले बनी सड़कें अब जर्जर हो चुकी हैं, लेकिन अब इनके दिन बहुरने वाले हैं।मई-जून 2024 में केंद्रीय स्तर से 11 ग्रामीण सड़कों की दशा सुधारने के लिए 90 करोड़ स्वीकृत किया गया। इसमें पांच किमी से लेकर करीब आठ किमी लंबी सड़कें हैं। धीरे-धीरे पांच महीने गुजर गए, लेकिन अभी तक सड़कों का निर्माण शुरू नहीं हो सका। विभाग का कहना है कि इस बार बनने वाली 11 सड़कें 3.75 की जाए साढ़े पांच मीटर चौड़ी होंगी। जिससे सड़क के किनारे लगे पेड़ एवं खंभे आदि हटाए जाएंगे। जिसके लिए दोनों विभागों से एएएएस्टीमेट मांगा गया। वन विभाग और बिजली के एक डिविजन ने एएएएस्टीमेट दे दिया है। जल्द ही तकनीकी कमियों को पूर्ण कराकर निर्माण कराया जाएगा।पटरी समेत करीब दो मीटर सड़क चौड़ी होगी। दो विभागों से एएएएस्टीमेट मांगा गया है। जिसमें 90 फीसदी तक मिल चुका है। सड़क निर्माण की निविदा भी पूर्ण हो चुकी है। कुछ काम बाकी हैं, जिसे दिसंबर तक पूरा कराकर काम शुरू कराया जाएगा। एफडीआर तकनीकी से बनने वाली यह सड़कें पांच साल के लिए गारंटी पीरियड में रहेंगी। - एसपी मिश्रा, एक्सईएन ग्रामीण अभियंत्रण इन सड़कों का होना है निर्माण - गोपीगंज रोड से गरीबी का तारा वाया बैदाखास 9.400 किमी। - गोपीगंज मिर्जापुर रोड से जगरनाथपुर डेरवा मुलापुर बरजी 5.250 किमी। -जीटी रोड से बेलहुआ रोड वाया कुरमैचा सिकी चौरा, चौरा कला भैरो का पुरा विश्वनाथपुर 5.910 किमी। -जीटी रोड कलिजंरा से मानशाहपुर, जाजपुर, जंगीगंज, धनतुलसी रोड वाया डीघ की 4.100 किमी। - ज्ञानपुर लालानगर रोड से कलियापुर वाया भिदिउरा श्रीपुर पीएमजीएवाई रोड अकेलवा 7.750 किमी। - कृपालपुर बिठौली बार्डर से बसवापुर, भिखमापुर, सुरियावां, कलिजंरा रोड 6.200 किमी। - भदोही से उमरी रोड 6.10 किमी। - भदोही दुर्गागंज रोड विश्वकर्मा मंदिर से अजयपुर सनकडीह नगुला रोड 7.450 किमी। - नई बाजार सेंट मैरी स्कूल से छितौना पुल वाया रैमलपुर सोनहर रोड 5.825 किमी। - सुरियावां भदोही से चकिया छतरीपुर, मंगुना चौगुरा रोड 5.450 किमी। -सुरियावां-दुर्गागंज रोड छनौरा से पट्टी बेजाव कांतीरामपुर निदिउरा, अभिया सरायकंसराय रोड 5.250 किमी।
*सपा विधायक जाहिद बेग का 3 मंजिला मकान कुर्क भदोही में 2 करोड़ की संपत्ति जब्त ,एमपी - एम‌एल‌ए कोर्ट के आदेश पर की कार्रवाई*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बाल श्रम के संबंध में पंजीकृत आभियोग में फरार अभियुक्ता सपा विधायक जाहिद बेग की पत्नी सीमा बेग के विरुद्ध न्यायालय द्वारा बीएनएस की धारा-85 के तहत कुर्की का आदेश जारी किया गया था। उनके मलिकाना मोहल्ले में स्थित आवास पर भारी मात्रा में पहुंची पुलिस ने उनके तीन मंजिला इमारत को कुर्क करते हुए अभियुक्ता की संपत्ति को जब्त कर लिया गया। भदोही के सपा विधायक जाहिद बैंक के आवास पर 9 सितंबर को एक नाबालिक नौकरानी का शव फंदे पर लटकता हुआ मिला था जिस मामले में बाल श्रम अधिनियम का उल्लंघन करने पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। जिस मामले में विधायक जाहिद बेग नैनी जेल में तो बेटा वाराणसी जेल में बंद है। पत्नी फरार चल रही थी। सीमा बेग पत्नी जाहिद बेग निवासिनी मोहल्ला मालिकाना कोतवाली भदोही वांछित है। जो अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार फरार चल रही है। अभियुक्ता उपरोक्त के विरुद्ध न्यायालय द्वारा धारा-84 बीएनएस के तहत नोटिस निर्गत करते हुए नियत तिथि तक न्यायालय के समक्ष पेश होकर अपना पक्ष रखने के लिए आदेशित किया गया था। समयावधि पर अभियुक्ता हाजिर नहीं हुई है। पंजीकृत आभियोग में फरार अभियुक्ता सीमा बेग पत्नी जाहिद बेग के विरुद्ध न्यायालय द्वारा धारा-85 बीएनएस के तहत कुर्की का आदेश निर्गत किया गया था। न्यायालय द्वारा धारा-84 बीएनएस के तहत निर्गत नोटिस की अवहेलना के संबंध में उनके विरुद्ध अंतर्गत धारा-209 बीएनएस के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। न्यायालय के आदेश के अनुपालन में कोतवाली पुलिस ने नगर के मालिकाना मोहल्ले में स्थित उनके आलीशान तीन मंजिला इमारत को कुर्क करते हुए उनके संपत्ति को जब्त कर लिया।
*मांगलिक कार्यक्रमों का लग रहा रेला, सब्जियों के दामों में लगी आग उत्पादन कम तथा अधिक डिमांड के कारण हो रही दिक्कतें*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। ठंड सीजन होने के बाद भी आम आदमी की थाली से पौष्टिक सब्जियां इन दिनों गायब हैं। उसका बड़ा कारण इस साल एवं बेमौसम बारिश का होना तथा डिमांड अधिक एवं उत्पादन कम है। मांगलिक कार्यक्रमों के बीच अधिक मांग को बताया जा रहा है। रोज मर्रा की सब्जियों के दामों को सुनकर ही आम आदमी को ठंड में पसीने छूट रहे हैं। सरकार व प्रशासन से इस पर अंकुश लगाने की मांग की गई है। बात दें कि इन हिन्दू एवं मुस्लिम दोनों समाज में शादियों की धूम मची हुई है। मंडी से बाजारों में सभी पहुंचने के कुछ ही देर बाद गायब हो जाती है। किसान शिवराम यादव, लालचंद्र मौर्य ने बताया कि गह माह अक्टूबर में हुई बारिश के कारण सब्जियों के उत्पादन पर असर पड़ा था। इन दिनों बाजार में अधिक मांग है, जबकि उत्पादन कम कहा कि महंगी सब्जी का फायदा दुकानदार अधिक उठाने का काम करते हैं। किसानों को अधिक दाम नहीं मिल पाता है। उधर सब्जी विक्रेता रमेश ने बताया कि इन दिनों शादी विवाह का सीजन होने के कारण अधिक मांग है। जिससे दाम में वृद्धि देखी जा रही है। आलू -30 प्याज -50 टमाटर -50 अदरक -80 हरी धनिया -120 बैंगन -30 पालक -45 भिंडी-40 खीरा -50 हरी मटर -200 मूली -25 शिमला मिर्च -60 हरा मिर्च -100
*जिला चिकित्सालय में बनेगा सीसी रोड, बेहतर होगी व्यवस्था 22 लाख का प्रस्ताव तैयार कर भेजा गया*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही ‌। शासन को दो से ढाई लाख लोगों को स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने वाले जिला चिकित्सालय के मुख्य गेट से इमरजेंसी तक सीसी रोड बनाया जाएगा। अस्पताल प्रशासन की ओर से इसके लिए 22 लाख रुपए का प्रस्ताव तैयार कर जिला प्रशासन और शासन को भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद अस्पताल प्रशासन की ओर काम शुरू किया जाएगा। अस्पताल के मुख्य गेट से इमरजेंसी तक सीसी रोड का निर्माण कराया जाएगा। इसके अलावा रेलवे की तर्ज पर रोड के दोनों तरफ हरे रंग का टीन शेड लगाया जाएगा। इससे बारिश में बिना भीगे मरीज, इमरजेंसी , ओपीडी तक पहुंच कर समुचित उपचार करा सकते हैं। इसके लिए विभाग ने प्रस्ताव शासन को भेजा है। स्वीकृति मिलने पर काम शुरू किया जाएगा। बारिश के दिनों में मुख्यगेट , इमरजेंसी के पास पानी लग लग जाता है। इससे मरीज, तीमारदारों को परेशानी होता है। सीसी रोड बनने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी। इमरजेंसी के सामने पानी न लगे। इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। यहां इंटरलाॅकिंग लगाया गया है। सीएम‌एस डॉ राजेंद्र कुमार ने बताया कि सीसी रोड बनाने के लिए शासन को चार - पांच महीने पहले ही 22 लाख रुपए का प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलने के बाद मुख्य गेट से इमरजेंसी, ओपीडी, भवन तक सीसी रोड बनाया जाएगा।
*भुगतान के मामले की जांच करेंगी डीसी मनरेगा* *औराई के कंसापुर में वाराणसी की फर्म को हुआ है पांच लाख 30 हजार का भुगतान*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बिना काम कराए वाराणसी के फर्म को पांच लाख 30 हजार के भुगतान करने के मामले में सीडीओ डॉ. शिवाकांत शुक्ल ने जांच बैठा दी है। सीडीओ ने डीसी मनरेगा को प्रकरण की जांच सौंपी। सीडीओ ने एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। औराई ब्लॉक के कंसापुर गांव में नहर से लेकर भक्तापुर बॉर्डर तक 300 मीटर भूमिगत नाली का निर्माण कराया जा रहा है। जिसकी लागत करीब पांच लाख 30 हजार है। अभी वह काम पूर्ण नहीं हुआ है, लेकिन ब्लॉक से एक वाराणसी के फर्म को एफटीओ यानि फंड ट्रांसफर आर्डर बनाकर भुगतान कर दिया गया। मामले की पोल तब खुली जब ग्राम प्रधान शिवशंकर जायसवाल काम के भुगतान के सिलसिले में ब्लॉक पहुंचे। प्रकरण में भुगतान करते समय न तो सचिव और नही प्रधान के हस्ताक्षर लिए गए। ग्राम प्रधान ने इसकी शिकायत बीडीओ के साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय को पत्र भेजकर किया। दूसरी तरफ मामला प्रकाश में आने के बाद सीडीओ डॉ. शिवाकांत शुक्ल ने जांच टीम गठित करते हुए डीसी मनरेगा को जांच सौंपी है। सीडीओ डॉ. शिवाकांत शुक्ल ने बताया कि बिना काम कराए ही दूसरी फर्म को भुगतान का मामला गंभीर है। इसके जांच की जिम्मेदारी डीसी मनरेगा को सौंपी गयी है। जांच में कमी मिलने पर दोषियों पर कार्रवाई भी की जाएगी।
*भदोही में परिषदीय विद्यालयों में न‌ए सिरे से गठित होगी प्रंबध समिति* *शासन की ओर से 30 नवंबर तय की गई गठन की अंतिम तिथि*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत संचालित परिषदीय विद्यालयों में नए सिरे से विद्यालय प्रबंध समितियों का गठन किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव की ओर से दिए गए निर्देश के क्रम में बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कार्रवाई कराने में जुट चुका है। सभी खंड शिक्षाधिकारी व प्रधानाध्यापकों को निर्देश जारी कर दिया गया है। परिषदीय विद्यालयों में व्यवस्था संचालन को विद्यालय प्रबंध समिति का गठन किया जाता है। जिसके उपर विद्यालय की व्यवस्था से लेकर विद्यालय की कार्य प्रणाली का अनुश्रवग करना होता है। इसके साथ ही विद्यालय के विकास की योजना बनाने शिक्षक व बच्चों की विद्यालय में उपस्थिति, गुणवत्तापरक शिक्षा की व्यवस्था में सहयोग करने की भी जिम्मेदारी होती है।पूर्व में गठित समितियों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है। ऐसे में नए सिरे से गठन कराने का निर्देश जारी किया गया है। परिषदीय विद्यालयों में गठित होने वाली स्कूल प्रबंध समिति में कुल 15 सदस्य होंगे। इसमें 11 सदस्य के रूप में अभिभावकों को शामिल किया जाएगा। बाकी चार सदस्यों में विद्यालय के प्रधानाध्यापक, एएनएम. स्थानीय प्राधिकारी के निर्वाचित सदस्य और डीएम की ओर से नामित एक लेखपाल को शामिल किया जाएगा। नई कमेटी एक दिसंबर से कार्य करना शुरू करेगी।
*पछुआ बयार से पारा बहने से पारा लुढ़क कर हुआ 16 डिग्री*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। समय से पहले ही इस साल अच्छी ठंड की आमद देखने को मिल रही है। इसका कारण गत दिनों पहाड़ों में बर्फबारी तथा इन दिनों खेतों का किया गया जा रहा पलेवा है। उधर, रात में एक कंबल से अधिक की ठंड महसूस अभी से हो रही है। बाजारों में गर्म कपड़ों की दुकानें सज गई हैं। इतना ही नहीं,रजाई व गद्दा बनाने वालों ने गांवों की ओर रुख कर लिया है। बता दें नवम्बर के आगाज के साथ ही ठंड की आमद हो गई थी। इस साल अच्छी बारिश न होने के कारण ठंड कम पड़ने की उम्मीद थी। लेकिन इन दिनों रबी फसलों की बोआई को खेतों का पलेवा किया जा रहा है। इसके अलावा गत दिनों पहाड़ों पर बर्फबारी भी हुई थी। गत दिनों से जिले में पछुआ बयार 10 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बह रही है। ऐसे में ठंड की आमद हो गई है। ऐसे में मौसम के मिजाज को देखते हुए दुकानदार अपनी दुकानें सजानी शुरू कर दिए हैं। कालीन नगरी के मेन रोड, स्टेशन रोड,चौरी रोड, ज्ञानपुर रोड, कटरा बाजार में गर्म कपड़ों की दुकानें पटरियों पर सज जाती है। स्थानीय दुकानदारों के साथ ही बाजार से आए व्यापारी अच्छा साखा व्यापार भी कर लेते हैं। सुबह-शाम दुकानों पर ग्राहकों का रेला उमड़ता है। बड़ों, बुजुर्गों, महिलाओं बच्चों सभी के लिए अलग-अलग व डिजाइनिंग ऊनी कपड़े बाजार में पहुंचाना हो ग‌ए। दुकानदारों के उम्मीद है कि इस साल पिछले वर्ष की अपेक्षा बिक्री अधिक हो गई है।
*आज ज्ञानपुर उपकेंद्र के तीन फीडरों पर सात घंटे ठप रहेगी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही।विद्युत आपूर्ति आज विद्युत उपकेंद्र ज्ञानपुर से जुड़े ज्ञानपुर टाउन सहित अछवर व हास्टल फीडर की विद्युत आपूर्ति आज सुबह 10 शाम पांच बजे तक सात घंटे ठप रहेगी। इस दौरान फीडरों के अंतर्गत जर्जर तारों को बदलने के साथ ही उपकेंद्र के अंदर केबलिंग का कार्य किया जाएगा। उप खंड अधिकारी धीरेन्द्र प्रताप कौशल व अवर अभियंता अनिल कुमार यादव ने यह जानकारी दी है।
*भदोही में अब माॅडल गांवों में रखें जाएंगे सफाईकर्मी*
रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। जिले के माॅडल गांव में एक - एक सफाईकर्मी रखे जाएंगे। जिलाधिकारी विशाल सिंह से अनुमति मिलने पर पंचायती राज विभाग ने सभी ग्राम प्रधानों को पत्र लिखा है। जिसमें कहा गया है कि जिन-जिन गांवों में रिकवरी रिसोर्स सेंटर का निर्माण हो चुका है, वह सफाईकर्मी रुख सकते हैं। उन्हें राज्य वित्त से मनरेगा के बराबर पारिश्रमिक दिया जाए। स्वच्छ भारत मिशन के फेज - दो के तहत गांव को माॅडल बनाया जा रहा है। करीब दो साल से शुरू हुई मुहिम अब धीरे-धीरे अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ चुकी है। शुरुआत में पांच हजार से अधिक आबादी वाले 14 उसके बाद गंगा से सटे 47 गांव माॅडल बने। उसी क्रम में पांच हजार से कम आबादी वाली 302 ग्राम पंचायत में भी रिकवरी रिसोर्स सेंटर का निर्माण शुरू हुआ। जिले में कुल 546 ग्राम पंचायतों है। इनमें 250 से अधिक गांव माॅडल हो चुके हैं। सफाईकर्मी न होने से व्यवस्था को बेहतर बनाए रखना मुश्किल हो गया है।
*भदोही में बिना नक्शा दिए शुरू किया प्रोजेक्ट, नोटिस*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव
भदोही। भ्रष्टाचार के कारण अधूरे 100 शय्या अस्पताल को पूर्ण करने का काम शुरू हो गया है। करीब ढाई करोड़ से उसे पूरा कराया जा रहा है, लेकिन कार्यदायी संस्था की मनमानी के चलते अस्पताल प्रशासन को नक्शा उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है। जिसे लेकर संस्था को नोटिस जारी किया गया।करीब डेढ़ दशक पूर्व सौ शय्या अस्पताल की आधारशिला रखी गई। भ्रष्टाचार के कारण अस्पताल आधा अधूरा बनकर छूट गया। जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप से अस्पताल में ओपीडी समेत कुछ सेवाएं शुरू हो गईं, लेकिन कई सुविधाएं अभी नहीं मिल पा रही हैं। शासन के निर्देश पर कुछ माह पूर्व अधूरे कार्य को पूर्ण करने के लिए ढाई करोड़ जारी किए गए। संस्था ने काम भी शुरू करा दिए, लेकिन अस्पताल प्रशासन को अब तक संस्था ने नक्शा उपलब्ध नहीं कराया। नक्शा न होने के कारण तमाम बिंदुओं की जांच करने में अस्पताल प्रशासन असमर्थ है। काम कैसे चल रहा है, बिल्डिंग में कहां पर बिजली पॉइंट बनना है, कहां पर फैन का कनेक्शन होना है, कहां पर ओटी, ऑपरेशन कक्ष आदि तमाम बिंदुओं को नक्शा के जरिये देखा जा सकता है। हैंडओवर के दौरान होगी दिक्कत यदि अस्पताल प्रशासन को कार्यदायी संस्था नक्शा उपलब्ध नहीं कराती है। तो अधूरे बिल्डिंग पूर्ण होने के बाद उसे हैंडओवर को लेकर दिक्कत आ सकती है। क्योंकि उस समय नक्शा उपलब्ध कराना संस्था की मजबूरी होगी। उस समय संस्था के कार्यों की समीक्षा की गई तो तमाम तरह के प्रश्न चिह्न लग सकते हैं।