लखनऊ में डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को शारदा-रामनाथ कर्मयोगी सम्मान से सम्मानित, बौद्धिक जगत में खुशी की लहर
संजीव सिंह बलिया! तुलसी सभागार, ऐशबाग, लखनऊ में प्रसिद्ध समाजसेवी संस्था वसुन्धरा एन इनिशिएटिव के द्वारा आयोजित बौद्धिक विमर्श और सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर बलिया के ख्यातिलब्ध शिक्षाविद, दार्शनिक व अंतर्राष्ट्रीय वक्ता डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को उनकी गहन सारस्वत साधना और असाधारण शैक्षिक व दार्शनिक उपलब्धियों के लिए शारदा-रामनाथ कर्मयोगी सम्मान से सम्मानित किया गया।इस महत्वपूर्ण समारोह में वरिष्ठ आईएएस एवं महानिदेशक पीसीएफ डॉ. चंद्रभूषण त्रिपाठी, कर्नल मृदुल कुमार, उच्च न्यायालय लखनऊ के प्रधान न्यायपीठ सचिव महेंद्र अवस्थी, वरिष्ठ साहित्यकार सीमा मधुरिमा ने डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह, पुष्पहार, और अंगवस्त्र से अलंकृत किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने अपनी गूढ़ विद्वता से परिपूर्ण प्रेरणादायक व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसने सभी बुद्धिजीवियों का मनोबल बढ़ाया।डॉ. विद्यासागर उपाध्याय के इस सम्मान से विद्वतजन और समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है। इस उपलब्धि पर डॉ. सुनील ओझा, डॉ. गणेश पाठक, डॉ. जनार्दन राय, डॉ. जितेंद्र यादव, पवन कुमार तिवारी, अंकुश कुमार सिंह, दयाशंकर राम, निधि सिंह, रामदरस यादव क्रान्ति, पूनम गिरी, राहुल पाण्डेय, अरुण यादव, आकाश तिवारी, अजय कुमार उपाध्याय, वसंत पाण्डेय और नन्द जी नन्दा सहित अनेक विद्वान और समाजसेवी नेताओं ने हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई प्रेषित की है।यह सम्मान न केवल डॉ. विद्यासागर उपाध्याय की कृतियों व शिक्षण साधना का परिचायक है, बल्कि पूरे बलिया जिले और शिक्षा क्षेत्र के लिए गौरव का विषय भी है।
बिहार विधानसभा चुनाव: स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत देवघाट पर दीपोत्सव का आयोजन, सैकड़ों दीपों की रोशनी से देवघाट प्रांगण जगमगा उठा

“लोकतंत्र के इस महापर्व” में मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया

गया: बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2025 के अवसर पर स्वीप (SVEEP) कार्यक्रम के अंतर्गत आज विष्णुपद स्थित देवघाट पर दीपोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों दीपों की रोशनी से देवघाट प्रांगण जगमगा उठा और “लोकतंत्र के इस महापर्व” में अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया गया।

इस अवसर पर आयुक्त डॉ सफ़ीना एएन तथा जिला निर्वाचन पदाधिकारी शशांक शुभंकर द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। दीपोत्सव का उद्देश्य मतदाताओं में जागरूकता फैलाना और उन्हें लोकतंत्र के महापर्व मतदान में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना था। इस अवसर पर स्वीप टीम द्वारा मतदान के महत्व पर प्रकाश डाला गया और अधिकाधिक लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान करने की अपील की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुई। इसके बाद अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उपस्थित जनसमूह को मतदान के महत्व के बारे में जागरूक किया। वक्ताओं ने कहा कि मतदान न केवल अधिकार है बल्कि यह हर नागरिक का कर्तव्य भी है। लोकतंत्र की सशक्तता मतदाता की सक्रिय भागीदारी से ही संभव है।

दीपोत्सव के दौरान युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विद्यालयों और महाविद्यालयों के छात्रों ने “मतदान अवश्य करें” संदेश के साथ रंगोली, नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों ने संकल्प लिया कि वे स्वयं भी मतदान करेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत जिलेभर में लगातार जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि कोई भी पात्र मतदाता मतदान से वंचित न रहे। दीपोत्सव जैसे आयोजन समाज के हर वर्ग को जोड़ने और मतदान के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।

बीजेपी को तगड़ा झटका: पूर्व सांसद धीरेंद्र अग्रवाल ने जन सुराज पार्टी का दामन थामा, कल करेंगे नामांकन, गया नगर की जनता ऊब चुकी

गया: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मगध की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। बीजेपी को तगड़ा झटका देते हुए पूर्व सांसद धीरेंद्र अग्रवाल ने जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया।

पार्टी के जिला अध्यक्ष भवानी सिंह ने उन्हें सदस्यता ग्रहण कराई और साथ ही यह ऐलान भी किया कि धीरेंद्र अग्रवाल 20 अक्टूबर को गया सदर सीट से अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे। अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में धीरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि राज्य में इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है और जनता पारंपरिक राजनीति से ऊब चुकी है।

उन्होंने कहा कि जन सुराज अब केवल आंदोलन नहीं बल्कि एक जनभावना बन चुका है। बिहार में नई सोच और नई नीति वाली सरकार की जरूरत है, जो हर वर्ग के विकास की गारंटी दे सके। धीरेंद्र अग्रवाल बोले- किसानों, युवाओं, महिलाओं के लिए जन सुराज के पास ठोस योजना उन्होंने साफ कहा कि जन सुराज पार्टी किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए ठोस योजना लेकर मैदान में है।

हम सत्ता नहीं, बदलाव की राजनीति करने आए हैं. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का सिपाही था। 3 बार सांसद रह चुका हूं। अब मैने भाजपा से इस्तीफा देकर जनसुराज का दामन थामा है। उन्होंने कहा कि जब सांसद का पहली बार चुनाव लड़ रहा था राजनीति के धुरंधर कहा करते थे कि बनिया क्या चुनाव जीतेगा, लेकिन मैं एक बार नहीं बल्कि 3 बार सांसद रह चुका हूं. अब मैं भाजपा से इस्तीफा देकर जन सुराज का दामन थामा है.

उन्होंने कहा कि जब संसद की पहली बार चुनाव लड़ रहा था. राजनीति के धुरंधर कहा करते थे कि बनिया क्या चुनाव जीतेगा. लेकिन मैं एक बात नहीं बल्कि तीन बार सांसद बना इस बार भी जीतूंगा और शहर का विकास का मुद्दा प्रमुख है. शहर का आम आम जन की समस्या से त्रस्त है. उन्होंने कहा कि बीते आठ बार से विधायक बने चले आ रहे भाजपा के 9वी बार प्रत्याशी बनने वाले शहर को कुछ भी नहीं दिया उनके स्तर से कोई भी विकास का काम नहीं किया गया जो विकास होना चाहिए था. वह अभी नहीं हो सका है. गया नगर की जनता उनसे ऊब चुकी है.

बिहार में महागठबंधन से अलग हुई जेएमएम, छह सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की प्रक्रिया इस वक्त अपने चरम पर है। राज्य में चुनाव दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को होंगे। पहले फेज में 121 सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर थी, जिसके बाद नामांकन पत्रों की जांच और स्क्रूटनी चल रही है, जिसमें कई प्रत्याशियों के नामांकन रद्द भी हुए हैं। वहीं, दूसरे फेज में 122 सीटों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर है। एक तरफ चुनावी प्रकिया आगे बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ महागबंधन की रार थमने का नाम नहीं ले रही है।

जेएमएम ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही महागठबंधन में तकरार की कई बार खबरें सामने आई हैं। हालांकि कई नेताओं की तरफ से ये दावा किया गया कि सब कुछ ठीक है। पहले दौर की वोटिंग के लिए नामांकन खत्म हो चुका है और अब तक सीटों का बंटवारा नहीं हो पाया है। यही वजह है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। जेएमएम कुल 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने वाली है।

बिहार की इन सीटों पर चुनाव लड़ेगा जेएमएम

झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी बिहार में छह सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। भट्टाचार्य ने कहा, पार्टी ने बिहार चुनाव अपने दम पर लड़ने का फैसला किया है। वह छह विधानसभा सीट चकाई, धमदाहा, कटोरिया (सुरक्षित), मनिहारी (सुरक्षित), जमुई और पीरपैंती (सुरक्षित) पर चुनाव लड़ेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी बिहार में अधिक सीट पर चुनाव लड़ने पर विचार करेगी, भट्टाचार्य ने कहा, हम इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं, सीटों की संख्या बढ़कर 10 हो सकती है।

सकारात्मक जवाब नहीं मिला- मनोज पांडे

वहीं, महागठबंधन से अलग होने पर झामुमो नेता मनोज पांडे ने कहा हर पहलू पर बातचीत चल रही थी, लेकिन जब हमें सकारात्मक जवाब नहीं मिला और हमारी मांगी गई सीटों की संख्या भी नहीं दी गई। एक राजनीतिक दल के पास क्या विकल्प बचते हैं? इसलिए, हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।

क्या महागठबंधन को भुगतना होगा खामियाजा?

मनोज पांडे ने कहा कि हमें महागठबंधन में कम आंका गया है। जबकि पूरे देश ने हमारे नेता और हमारी पार्टी के करिश्मे को देखा है। हमने कैसे फासीवादी ताकतों को झारखंड में चुनाव हराया था। उन्होंने कहा कि बिहार के सीमावर्ती इलाकों में हमारी पार्टी का अच्छा-खासा दबदबा है। अगर हम एकजुट रहते, तो भारत गठबंधन और भी प्रभावशाली प्रदर्शन करता, लेकिन हमें नजरअंदाज कर दिया गया। इसलिए, महागठबंधन को इसके परिणाम भुगतने होंगे

कौन हैं साबिर अली जिन्हें जेडायू ने अमौर से उतारा, कभी मोदी की प्रशंसा पर पार्टी से निकाले गए

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बिहार में पूर्णिया की अमौर सीट अचानक से हाई प्रोफाइल सीट बन गई है। इसकी वजह बनें हैं, राज्यसभा के पूर्व सदस्य साबिर अली। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच जनता दल (यूनाइटेड) ने शनिवार को एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाते हुए राज्यसभा के पूर्व सदस्य साबिर अली को अमौर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि यही साबिर अली वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करने पर पार्टी से निष्कासित कर दिए गए थे।

आखिरी समय में जेडीयू का बड़ा फैसला

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करने पर 11 वर्ष पहले जनता दल यूनाइटेड (जद(यू)) से निष्कासित किए गए राज्यसभा के पूर्व सदस्य साबिर अली की फिर से पार्टी में वापसी हो गई है। साबिर अली को पार्टी ने शनिवार को अमौर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया। जेडीयू ने आखिरी समय में बड़ा फैसला लेते हुए पूर्णिया की अमौर सीट पर कैंडिडेट बदल दिया। पूर्णिया की अमौर सीट से पार्टी ने नामांकन की अंतिम तारीख से ठीक एक दिन पहले अपने घोषित प्रत्याशी सबा ज़फर का टिकट काट दिया है। जेडीयू ने अमौर से अपना प्रत्याशी बदल दिया। 

नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे साबिर

कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले, राज्यसभा में जेडीयू का चेहरा रहे साबिर अली आज फिर उसी पार्टी में लौट आए हैं, जहां से उन्होंने सियासत की शुरुआत की थी। राजनीति में उनका आगमन 2000 के दशक में हुआ और नीतीश कुमार के नेतृत्व से प्रभावित होकर उन्होंने जेडीयू जॉइन की। 

2008 में जेडीयू से पहुंचे राज्यसभा

जेडीयू ने उनकी मेहनत और प्रभाव को देखा और 2008 में उन्हें राज्यसभा भेजा गया। वहां वे 2008 से 2014 तक जेडीयू के चेहरे बने रहे। राज्यसभा में जेडीयू की आवाज बनकर उन्होंने पार्टी के मुद्दों को मजबूती से उठाया। साबिर अली मुस्लिम समुदाय में लोकप्रिय थे। सीमांचल और पूर्वी चंपारण में उनकी अच्छी पकड़ थी। लोग उन्हें एक मेहनती और प्रभावशाली नेता के रूप में जानने लगे। लेकिन, साबिर अली के चढ़ाव के बाद उतार का दौर भी आया।

पीएम मोदी की तारीफ के बाद सियासी पतन

बिहार के पूर्वी चंपारण में जन्मे साबिर अली को 2014 में ही पीएम मोदी की तारीफ करने के चलते जदयू ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। जेडीयू से निकाले जाने के बाद वे लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में चले गए और फिर वहां से भाजपा की ओर रुख किया। लेकिन उन पर लगे पुराने दाग साबिर अली पर भारी पड़े और फिर उन्हें बीजेपी ने भी कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी। दरअसल, कुछ भाजपा नेताओं ने सार्वजनिक रूप से उनके बयानबाज़ी पर सवाल उठाए। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्हें इंडियन मुजाहिदीन के यासीन भटकल से जोड़ने के आरोप लगे। 2014 में ही भाजपा उनकी एंट्री रोक दी गई। इन घटनाओं ने साबिर अली को सियासत के निचले पायदान पर ला दिया और वे कुछ समय के लिए गुमनामी में चले गए।

*बाल देखभाल संस्थाओं में दीपावली का पर्व बच्चों के साथ मनाने का निर्देश: लीना जौहरी*
लखनऊ। महिला कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को यह निर्देश जारी किया गया है कि वे आगामी 20 अक्टूबर 2025 को अपने-अपने जनपदों में संचालित बाल देखभाल संस्थाओं में आवासित बच्चों के साथ दीपावली का पर्व अपने परिवार सहित मनाएँ।

*अपर मुख्य सचिव, महिला कल्याण विभाग,  लीना जौहरी* ने अपने निर्देशों में कहा है कि यह बच्चे सामाजिक एवं आर्थिक रूप से विपरीत परिस्थितियों के कारण अपने परिवारों से अलग हैं और राज्य सरकार की संरक्षण व्यवस्था के अंतर्गत जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में इन बच्चों को परिवार के स्नेह, सान्निध्य और अपनत्व की विशेष आवश्यकता होती है।

प्रदेश में वर्तमान में महिला कल्याण विभाग के अधीन *दत्तक ग्रहण इकाइयाँ, शिशु गृह, बाल गृह, सम्प्रेक्षण गृह, विशेष गृह, प्लेस ऑफ सेफ्टी, आफ्टर-केयर संस्थाएँ तथा विशेष आवश्यकता वाले बच्चों हेतु बाल गृह* संचालित हैं। इन संस्थाओं में रह रहे बच्चे राज्य सरकार के संरक्षण में पूरी देखभाल, शिक्षा, पोषण और सुरक्षा प्राप्त करते हैं। श्रीमती जौहरी ने कहा कि दीपावली जैसे उत्सव के अवसर पर जब पूरा समाज अपने परिवार के साथ आनंद और उत्साह से यह पर्व मनाता है, तब इन संस्थाओं के बच्चे अपने परिवार की अनुपस्थिति को गहराई से महसूस करते हैं।

ऐसे में यदि प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि या स्वयंसेवी संगठन इन बच्चों के बीच पहुँचकर उनके साथ कुछ समय व्यतीत करें, मिठाईयाँ बाँटें या उन्हें उपहार दें, तो यह उनके जीवन में खुशी, अपनापन और आत्मीयता का संचार करता है।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बाल गृहों के बच्चे समाज की साझा जिम्मेदारी हैं। उनके भीतर आत्मविश्वास और स्नेह का भाव बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम समय-समय पर उनके साथ सहभागिता करें और उनके जीवन में उत्सवों के माध्यम से नई ऊर्जा का संचार करें।

उन्होंने जिलाधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे न केवल स्वयं अपने परिवार सहित इन गृहों में दीपावली मनाएँ, बल्कि अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी प्रेरित करें कि वे बाल देखभाल संस्थाओं में जाकर बच्चों के साथ त्योहार मनाएँ और इस पर्व को “बच्चों के प्रति समर्पित दीपावली” के रूप में मनाएँ।

महिला कल्याण विभाग का यह पहल प्रदेश में बाल कल्याण के क्षेत्र में संवेदनशील प्रशासनिक दृष्टिकोण को और सशक्त बनाएगा। दीपावली जैसे पर्व के माध्यम से संस्थाओं में रहने वाले बच्चों को समाज और शासन के स्नेह का प्रत्यक्ष अनुभव होगा, जिससे उनमें आत्मीयता, प्रसन्नता और नये उत्साह का संचार होगा।
मुठभेड़ के बाद नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को संतकबीरनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार

रमेश दूबे

संतकबीरनगर । पुलिस अधीक्षक जनपद संतकबीरनगर संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी खलीलाबाद अजय कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में जनपद संतकबीरनगर मे अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना कोतवाली खलीलाबाद श्री पंकज कुमार पाण्डेय द्वारा कार्यवाही करते हुए आज दिनाँक 19.10.2025 को दुष्कर्म की घटना से सम्बन्धित अभियुक्त बदरे आलम पुत्र मो0 अकरम खां निवासी मड़या थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर को आयुष्मान आरोग्य केंद्र, रौरापार से समय रात्रि 03:00 बजे गिरफ्तार किया गया ।

उक्त घटना से सम्बन्धित वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार कर थाना कोतवाली खलीलाबाद लाते समय उस्का खुर्द नहर की पुलिया के पास पहुंचने पर अभियुक्त द्वारा पेशाब करने की इच्छा जाहिर की गई जिसके उपरांत अभियुक्त द्वारा जेल जाने के डर से भागने की कोशिश की गई, गिरफ्तारी टीम द्वारा घेर कर लगातार सरेंडर करने को कहा गया जिसके उपरांत गिरफ्तारी टीम द्वारा फायर किया गया जिससे अभियुक्त के दाहिने पैर मे गोली लगी।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पताः-

बदरे आलम पुत्र मो0 अकरम खां निवासी मड़या थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर ।

बरामदगी का विवरणः-

01- 02 अदद एंड्रॉयड मोबाइल फोन।

घटना का विवरणः-

आज दिनाँक 18/19.10.2025 को उक्त घटना से सम्बन्धित वांछित अभियुक्त बदरे आलम पुत्र मो0 अकरम खां निवासी मड़या थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर को आयुष्मान आरोग्य केंद्र, रौरापार से गिरफ्तार किया गया, उस्का खुर्द नहर की पुलिया के पास पहुंचने पर अभियुक्त द्वारा पेशाब करने की इच्छा जाहिर की गई जिसके उपरांत अभियुक्त द्वारा जेल जाने के डर से भागने की कोशिश की गई, गिरफ्तारी टीम द्वारा रूकने के लिए कहा गया फिर भी अभियुक्त भागने लगा पुनः पुलिस टीम द्वारा रूकने अपनी गिरफ्तारी देने हेतु सरेंडर करने को कहा गया,लेकिन अभियुक्त अंधेरे का फायदा उठाकर भागने की फिराक में था, जिसके उपरांत गिरफ्तारी टीम द्वारा सरेंडर करने की हिदायत देने पर जब अभियुक्त नहीं रूका तो फायर किया गया जिससे अभियुक्त के दाहिने पैर मे गोली लगी । अभियुक्त उपरोक्त को समय करीब 03:00 बजे रात्रि को गिरफ्तार किया गया । उक्त अभियुक्त का इलाज जिला अस्पताल जनपद संतकबीरनगर में चल रहा है व अन्य विधिक कार्यवाही प्रचलित है ।

गिरफ्तार करने वाले अधिकारी / कर्मचारीगणः-*

1. प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली खलीलाबाद श्री पंकज कुमार पाण्येय, उ0नि0 श्री व0, उ0नि0 श्री राकेश कुमार, उ0नि0 श्री अशोक कुमार दुबे, का0 बलराम यादव, का0 जयराम यादव ।

रिफाइनरी में आग लगने से तीन लोग झुलस गए, डीएम एसपी के मौके पर पहुंचने पर राहत कार्य तेज हुआ

फर्रुखाबाद l बिल्डिंग के दौरान रिफाइनरी फैक्ट्री में भीषण आग कर्मचारी सहित तीन लोग झुलस गए उन्हें उपचार हेतु फर्रुखाबाद भिजवाया। कायमगंज फर्रुखाबाद मार्ग पर थाना नवाबगंज के ग्राम सादिकपुर के पास रिफाइनरी फैक्ट्री है जिसमें शनिवार की शाम लगभग 7:30 बजे के करीब वेल्डिंग करते समय अचानक आग लग गई देखते ही देखते आग ने बिकराल रूप धारण कर लिया l फैक्ट्री धू धू कर जलने लगी बताते हैं जब फैक्ट्री बुरी तरह से जलने लगी तो कुछ समय बाद यहां धमाके भी हुए संभवतः फैक्ट्री में रखे हुए गैस सिलेंडर को आग की चपेट में आ गए । रिफाइनरी फैक्ट्री में आग लगने की घटना में तीन लोगों के झुलसने का समाचार मिला जिसमें एक रवि कश्यप नाम के कर्मचारी ने बताया है कि सड़क से गुजर रहे लोग भी आग की लपटों की चपेट में आने से झुलस गया l

इस घटना के बाद आसपास क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल हो गया लोग घबराहट में भागने लगे जब सामने का नजारा देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई क्योंकि रिफाइनरी फैक्ट्री धू धू कर जल रही थी विकराल रूप धारण करने वाली आग की लपटे कई किलोमीटर दूर से देखी जा रही थी सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची घटना की जांच पड़ताल करने के बाद मुख्य मार्ग फर्रुखाबाद को अवरोध कर दिया l

इस घटना के बाद काफी देर तक मुख्य मार्ग पर जाम जैसे हालात रहे इसके बाद फर्रुखाबाद से दिल्ली जाने वाली बसों को हथियापुर से नवाबगंज होकर हजियापुर मार्ग से डायवर्ट किया गया l मौके पर उपस्थित हमारे संवाददाता ने जानकारी में बताया 7: 30 बजे के करीब अचानक रिफाइनरी फैक्ट्री में वेल्डिंग के दौरान आग लगी इस आग ने बिकराल रूप धारण कर लिया। इसके बाद पूरी फैक्ट्री धू धू कर जलती देखी जा रही थी कुछ समय बाद फैक्ट्री में धमाको की आवाज सुनी गई संभवत फैक्ट्री के अंदर रखे गैस सिलेंडरो के फटने से ही धमाके हुए धमाके इतने तेज़ थे आसपास का क्षेत्र दहल गया ।

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल करते हुए सूचना उच्च अधिकारियों को दी उच्च अधिकारियों की सूचना के बाद मौके पर अग्निशमन वाहन पहुंचा जिसने आग बुझाने का प्रयास किया वही समाचार लिखे जाने तक आग बुझाने जाने का प्रयास जारी था।

बिहार में नामांकन का कल आखिरी दिन, INDIA गठबंधन में सस्पेंस बरकरार, जानें कितने साथ-कितने अलग

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी होने वाली है, लेकिन INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. वहीं NDA ने लगभग अपने सभी मनमुटाव दूर कर लिए हैं और बिहार चुनाव में मजबूत नजर आ रही है.

वहीं INDIA गठबंधन के दलों में कई सीटों पर खींचतान जारी है. जिसकी वजह झारखंड के प्रमुख दल JMM ने इस गठबंधन को छोड़ दिया है. वहीं कुछ सीटों पर RJD और कांग्रेस में गंभीर तकरार है और दोनों ही अपने कैंडिडेट उतार सकते हैं.

JMM ने अलग रास्ता अपनाया

महागठबंधन INDIA में सहयोगी दलों के बीच सहमति बनाने की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, झारखंड के प्रमुख दल JMM ने इस गठबंधन को छोड़कर बिहार की छह सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इससे गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है. गठबंधन के नेता पहले नए साथियों को शामिल करने की जरूरत का हवाला दे रहे थे, लेकिन JMM के अलग होने से स्थिति और जटिल हो गई है

RJD और कांग्रेस में मनमुटाव

गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी RJD ने अपने उम्मीदवारों के टिकट बांटने शुरू कर दिए हैं, लेकिन अभी तक उसकी पूरी सूची सामने नहीं आई है. कई सीटों पर RJD ने अपने ही गठबंधन साथियों के उम्मीदवारों के खिलाफ टिकट दे दिए हैं, जिससे तनाव पैदा हो गया है. वहीं, कांग्रेस ने 48 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, और अब उसने पांच और सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. इनमें किशनगंज सीट भी शामिल है, जहां कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक को हटाकर AIMIM से आए एक नेता को टिकट दिया है. आरोप हैं कि कांग्रेस ने टिकट बेचे हैं, जबकि पार्टी नेता कह रहे हैं कि समझौता होने वाला है.

आठ सीटों पर आमने-सामने की आशंका

गठबंधन में समन्वय की कमी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कम से कम आठ सीटों पर एक ही गठबंधन के दो-दो उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से तीन सीटों पर RJD और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हो सकता है. वहीं, सत्तारूढ़ NDA में भी सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा। जद(यू) ने अंतिम समय में अमौर सीट पर अपना उम्मीदवार बदल दिया और पूर्व भाजपा नेता सबीर अली को टिकट दे दिया, जिन्हें 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण पार्टी से निकाला गया था.

कितनी सीटों पर लड़ रहे नितीश?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU, जो भाजपा के बराबर 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, ने आखिरी समय में अमौर से पूर्व राज्यसभा सांसद साबिर अली को मैदान में उतारने का फैसला किया, जहाँ से उसने पहले सबा ज़फ़र को उम्मीदवार बनाया था, जो 2020 की उपविजेता थीं और जिन्होंने पांच साल पहले भी भाजपा के चुनाव चिन्ह पर यह सीट जीती थी.

दिलचस्प बात यह है कि अली को 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण जद (यू) से निकाल दिया गया था, जिन्हें पार्टी सुप्रीमो अपना कट्टर विरोधी मानते थे. बाद में अली भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का महासचिव बनाया गया है.

NDA की मढ़ौरा सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं

सत्तारूढ़ गठबंधन को मढ़ौरा सीट पर भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, यहां केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार भोजपुरी अभिनेत्री से नेता बनीं सीमा सिंह का नामांकन पत्र तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया.

यह सीट अब पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक जितेंद्र कुमार राय के पक्ष में एकतरफा मुकाबले की ओर बढ़ती दिख रही है, जिन्हें सिर्फ जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार अभय सिंह ही चुनौती दे सकते हैं. हालांकि, पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने एक छोटी सी चूक पर अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया है.

संत श्री भरत बाबा मार्ग का लोकार्पण: प्रख्यात शिक्षाविद जवाहर सिंह की स्मृति को समर्पित, शिक्षा और विकास को मिली नई प्रेरणा
संजीव सिंह बलिया! संत श्री भरत बाबा मार्ग का लोकार्पण: जवाहर सिंह की स्मृति में शिक्षा और विकास को नई राह आज 17 अक्टूबर 2025 को संत श्री भरत बाबा मार्ग का लोकार्पण पूर्व प्रवक्ता स्वर्गीय जवाहर सिंह की स्मृति में भव्य समारोह के साथ सम्पन्न हुआ। राज्य सभा सांसद नीरज शेखर द्वारा विधिवत उद्घाटन के इस मौके पर उनके भाषण ने स्वर्गीय जवाहर सिंह के सामाजिक एवं शैक्षिक योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।सांसद नीरज शेखर ने कहा, “जवाहर सिंह जी ने शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में जो काम किया, वह इस मार्ग के जरिए सदैव लोगों के समक्ष उदाहरण बनकर रहेगा। यह सड़क क्षेत्र के विकास और युवाओं की बेहतर शिक्षा के लिए नया मार्ग प्रशस्त करेगी।”कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों में बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने कहा, “स्वर्गीय जवाहर सिंह जैसे व्यक्तित्व ने स्थानीय समाज में शिक्षा का जो मार्ग प्रशस्त किया, उससे हम सबको प्रेरणा मिलती है। संत श्री भरत बाबा मार्ग का निर्माण उनकी स्मृति में एक उपहार है जिससे क्षेत्र के लोग लंबे समय तक लाभान्वित होंगे।”प्रधान प्रतिनिधि हरि सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा, “यह सड़क न केवल क्षेत्र की भौतिक सम्पदा को बढ़ाएगी बल्कि हमारे बीच आपसी एकता और विकास की भावना को भी मजबूत करेगी। हम सभी को मिलकर स्वर्गीय जवाहर सिंह के सपनों को साकार करना है।”पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, खंड विकास अधिकारी शकील अख्तर अंसारी, शिक्षक शैलेन्द्र सिंह, तथा वरिष्ठ समाजसेवी राजेश सिंह भी उपस्थित थे। जवाहर सिंह के पुत्र राजेश सिंह ने अपने पिता के योगदान को याद करते हुए सड़क निर्माण में मदद करने वाले अपने मित्र धर्मेंद्र सिंह घुटुरी का आभार व्यक्त किया।ग्रामवासियों सहित जिले के माननीय लोग त्रिभुवन सिंह, सुरेश सिंह, चन्दन सिंह, सत्यम सिंह लाला आदि भी उपस्थित थे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे क्षेत्र की शिक्षा एवं विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।स्थानीय लोग उम्मीद जता रहे हैं कि संत श्री भरत बाबा मार्ग से निकट भविष्य में क्षेत्र की आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षिक विकास को नई दिशा मिलेगी। इससे क्षेत्र के युवाओं की पहुंच और अवसरों में वृद्धि होगी तथा स्थानीय गर्व और उत्साह का वातावरण बनेगा।
लखनऊ में डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को शारदा-रामनाथ कर्मयोगी सम्मान से सम्मानित, बौद्धिक जगत में खुशी की लहर
संजीव सिंह बलिया! तुलसी सभागार, ऐशबाग, लखनऊ में प्रसिद्ध समाजसेवी संस्था वसुन्धरा एन इनिशिएटिव के द्वारा आयोजित बौद्धिक विमर्श और सम्मान समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर बलिया के ख्यातिलब्ध शिक्षाविद, दार्शनिक व अंतर्राष्ट्रीय वक्ता डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को उनकी गहन सारस्वत साधना और असाधारण शैक्षिक व दार्शनिक उपलब्धियों के लिए शारदा-रामनाथ कर्मयोगी सम्मान से सम्मानित किया गया।इस महत्वपूर्ण समारोह में वरिष्ठ आईएएस एवं महानिदेशक पीसीएफ डॉ. चंद्रभूषण त्रिपाठी, कर्नल मृदुल कुमार, उच्च न्यायालय लखनऊ के प्रधान न्यायपीठ सचिव महेंद्र अवस्थी, वरिष्ठ साहित्यकार सीमा मधुरिमा ने डॉ. विद्यासागर उपाध्याय को सम्मान पत्र, स्मृति चिन्ह, पुष्पहार, और अंगवस्त्र से अलंकृत किया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ. विद्यासागर उपाध्याय ने अपनी गूढ़ विद्वता से परिपूर्ण प्रेरणादायक व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसने सभी बुद्धिजीवियों का मनोबल बढ़ाया।डॉ. विद्यासागर उपाध्याय के इस सम्मान से विद्वतजन और समाज में हर्ष की लहर दौड़ गई है। इस उपलब्धि पर डॉ. सुनील ओझा, डॉ. गणेश पाठक, डॉ. जनार्दन राय, डॉ. जितेंद्र यादव, पवन कुमार तिवारी, अंकुश कुमार सिंह, दयाशंकर राम, निधि सिंह, रामदरस यादव क्रान्ति, पूनम गिरी, राहुल पाण्डेय, अरुण यादव, आकाश तिवारी, अजय कुमार उपाध्याय, वसंत पाण्डेय और नन्द जी नन्दा सहित अनेक विद्वान और समाजसेवी नेताओं ने हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई प्रेषित की है।यह सम्मान न केवल डॉ. विद्यासागर उपाध्याय की कृतियों व शिक्षण साधना का परिचायक है, बल्कि पूरे बलिया जिले और शिक्षा क्षेत्र के लिए गौरव का विषय भी है।
बिहार विधानसभा चुनाव: स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत देवघाट पर दीपोत्सव का आयोजन, सैकड़ों दीपों की रोशनी से देवघाट प्रांगण जगमगा उठा

“लोकतंत्र के इस महापर्व” में मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया

गया: बिहार विधान सभा आम निर्वाचन 2025 के अवसर पर स्वीप (SVEEP) कार्यक्रम के अंतर्गत आज विष्णुपद स्थित देवघाट पर दीपोत्सव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सैकड़ों दीपों की रोशनी से देवघाट प्रांगण जगमगा उठा और “लोकतंत्र के इस महापर्व” में अधिक से अधिक मतदाताओं की भागीदारी सुनिश्चित करने का संदेश दिया गया।

इस अवसर पर आयुक्त डॉ सफ़ीना एएन तथा जिला निर्वाचन पदाधिकारी शशांक शुभंकर द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। दीपोत्सव का उद्देश्य मतदाताओं में जागरूकता फैलाना और उन्हें लोकतंत्र के महापर्व मतदान में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित करना था। इस अवसर पर स्वीप टीम द्वारा मतदान के महत्व पर प्रकाश डाला गया और अधिकाधिक लोगों से आगामी विधानसभा चुनाव में मतदान करने की अपील की गई।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुई। इसके बाद अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने उपस्थित जनसमूह को मतदान के महत्व के बारे में जागरूक किया। वक्ताओं ने कहा कि मतदान न केवल अधिकार है बल्कि यह हर नागरिक का कर्तव्य भी है। लोकतंत्र की सशक्तता मतदाता की सक्रिय भागीदारी से ही संभव है।

दीपोत्सव के दौरान युवाओं, महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। विद्यालयों और महाविद्यालयों के छात्रों ने “मतदान अवश्य करें” संदेश के साथ रंगोली, नुक्कड़ नाटक और सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं। कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों ने संकल्प लिया कि वे स्वयं भी मतदान करेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।

जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि स्वीप कार्यक्रम के अंतर्गत जिलेभर में लगातार जन-जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है ताकि कोई भी पात्र मतदाता मतदान से वंचित न रहे। दीपोत्सव जैसे आयोजन समाज के हर वर्ग को जोड़ने और मतदान के महत्व को जन-जन तक पहुँचाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।

बीजेपी को तगड़ा झटका: पूर्व सांसद धीरेंद्र अग्रवाल ने जन सुराज पार्टी का दामन थामा, कल करेंगे नामांकन, गया नगर की जनता ऊब चुकी

गया: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मगध की सियासत में बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। बीजेपी को तगड़ा झटका देते हुए पूर्व सांसद धीरेंद्र अग्रवाल ने जन सुराज पार्टी का दामन थाम लिया।

पार्टी के जिला अध्यक्ष भवानी सिंह ने उन्हें सदस्यता ग्रहण कराई और साथ ही यह ऐलान भी किया कि धीरेंद्र अग्रवाल 20 अक्टूबर को गया सदर सीट से अपना नामांकन पर्चा दाखिल करेंगे। अपने आवास पर आयोजित प्रेस वार्ता में धीरेंद्र अग्रवाल ने कहा कि राज्य में इस बार परिवर्तन की लहर चल रही है और जनता पारंपरिक राजनीति से ऊब चुकी है।

उन्होंने कहा कि जन सुराज अब केवल आंदोलन नहीं बल्कि एक जनभावना बन चुका है। बिहार में नई सोच और नई नीति वाली सरकार की जरूरत है, जो हर वर्ग के विकास की गारंटी दे सके। धीरेंद्र अग्रवाल बोले- किसानों, युवाओं, महिलाओं के लिए जन सुराज के पास ठोस योजना उन्होंने साफ कहा कि जन सुराज पार्टी किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए ठोस योजना लेकर मैदान में है।

हम सत्ता नहीं, बदलाव की राजनीति करने आए हैं. उन्होंने कहा कि मैं भाजपा का सिपाही था। 3 बार सांसद रह चुका हूं। अब मैने भाजपा से इस्तीफा देकर जनसुराज का दामन थामा है। उन्होंने कहा कि जब सांसद का पहली बार चुनाव लड़ रहा था राजनीति के धुरंधर कहा करते थे कि बनिया क्या चुनाव जीतेगा, लेकिन मैं एक बार नहीं बल्कि 3 बार सांसद रह चुका हूं. अब मैं भाजपा से इस्तीफा देकर जन सुराज का दामन थामा है.

उन्होंने कहा कि जब संसद की पहली बार चुनाव लड़ रहा था. राजनीति के धुरंधर कहा करते थे कि बनिया क्या चुनाव जीतेगा. लेकिन मैं एक बात नहीं बल्कि तीन बार सांसद बना इस बार भी जीतूंगा और शहर का विकास का मुद्दा प्रमुख है. शहर का आम आम जन की समस्या से त्रस्त है. उन्होंने कहा कि बीते आठ बार से विधायक बने चले आ रहे भाजपा के 9वी बार प्रत्याशी बनने वाले शहर को कुछ भी नहीं दिया उनके स्तर से कोई भी विकास का काम नहीं किया गया जो विकास होना चाहिए था. वह अभी नहीं हो सका है. गया नगर की जनता उनसे ऊब चुकी है.

बिहार में महागठबंधन से अलग हुई जेएमएम, छह सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की प्रक्रिया इस वक्त अपने चरम पर है। राज्य में चुनाव दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को होंगे। पहले फेज में 121 सीटों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर थी, जिसके बाद नामांकन पत्रों की जांच और स्क्रूटनी चल रही है, जिसमें कई प्रत्याशियों के नामांकन रद्द भी हुए हैं। वहीं, दूसरे फेज में 122 सीटों के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 20 अक्टूबर है। एक तरफ चुनावी प्रकिया आगे बढ़ रही है, वहीं दूसरी तरफ महागबंधन की रार थमने का नाम नहीं ले रही है।

जेएमएम ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ही महागठबंधन में तकरार की कई बार खबरें सामने आई हैं। हालांकि कई नेताओं की तरफ से ये दावा किया गया कि सब कुछ ठीक है। पहले दौर की वोटिंग के लिए नामांकन खत्म हो चुका है और अब तक सीटों का बंटवारा नहीं हो पाया है। यही वजह है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। जेएमएम कुल 6 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने वाली है।

बिहार की इन सीटों पर चुनाव लड़ेगा जेएमएम

झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पार्टी बिहार में छह सीट पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। भट्टाचार्य ने कहा, पार्टी ने बिहार चुनाव अपने दम पर लड़ने का फैसला किया है। वह छह विधानसभा सीट चकाई, धमदाहा, कटोरिया (सुरक्षित), मनिहारी (सुरक्षित), जमुई और पीरपैंती (सुरक्षित) पर चुनाव लड़ेगी। यह पूछे जाने पर कि क्या पार्टी बिहार में अधिक सीट पर चुनाव लड़ने पर विचार करेगी, भट्टाचार्य ने कहा, हम इस मामले पर चर्चा कर रहे हैं, सीटों की संख्या बढ़कर 10 हो सकती है।

सकारात्मक जवाब नहीं मिला- मनोज पांडे

वहीं, महागठबंधन से अलग होने पर झामुमो नेता मनोज पांडे ने कहा हर पहलू पर बातचीत चल रही थी, लेकिन जब हमें सकारात्मक जवाब नहीं मिला और हमारी मांगी गई सीटों की संख्या भी नहीं दी गई। एक राजनीतिक दल के पास क्या विकल्प बचते हैं? इसलिए, हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे।

क्या महागठबंधन को भुगतना होगा खामियाजा?

मनोज पांडे ने कहा कि हमें महागठबंधन में कम आंका गया है। जबकि पूरे देश ने हमारे नेता और हमारी पार्टी के करिश्मे को देखा है। हमने कैसे फासीवादी ताकतों को झारखंड में चुनाव हराया था। उन्होंने कहा कि बिहार के सीमावर्ती इलाकों में हमारी पार्टी का अच्छा-खासा दबदबा है। अगर हम एकजुट रहते, तो भारत गठबंधन और भी प्रभावशाली प्रदर्शन करता, लेकिन हमें नजरअंदाज कर दिया गया। इसलिए, महागठबंधन को इसके परिणाम भुगतने होंगे

कौन हैं साबिर अली जिन्हें जेडायू ने अमौर से उतारा, कभी मोदी की प्रशंसा पर पार्टी से निकाले गए

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बिहार में पूर्णिया की अमौर सीट अचानक से हाई प्रोफाइल सीट बन गई है। इसकी वजह बनें हैं, राज्यसभा के पूर्व सदस्य साबिर अली। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच जनता दल (यूनाइटेड) ने शनिवार को एक बड़ा राजनीतिक कदम उठाते हुए राज्यसभा के पूर्व सदस्य साबिर अली को अमौर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। दिलचस्प बात यह है कि यही साबिर अली वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करने पर पार्टी से निष्कासित कर दिए गए थे।

आखिरी समय में जेडीयू का बड़ा फैसला

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करने पर 11 वर्ष पहले जनता दल यूनाइटेड (जद(यू)) से निष्कासित किए गए राज्यसभा के पूर्व सदस्य साबिर अली की फिर से पार्टी में वापसी हो गई है। साबिर अली को पार्टी ने शनिवार को अमौर विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया। जेडीयू ने आखिरी समय में बड़ा फैसला लेते हुए पूर्णिया की अमौर सीट पर कैंडिडेट बदल दिया। पूर्णिया की अमौर सीट से पार्टी ने नामांकन की अंतिम तारीख से ठीक एक दिन पहले अपने घोषित प्रत्याशी सबा ज़फर का टिकट काट दिया है। जेडीयू ने अमौर से अपना प्रत्याशी बदल दिया। 

नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे साबिर

कभी नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाने वाले, राज्यसभा में जेडीयू का चेहरा रहे साबिर अली आज फिर उसी पार्टी में लौट आए हैं, जहां से उन्होंने सियासत की शुरुआत की थी। राजनीति में उनका आगमन 2000 के दशक में हुआ और नीतीश कुमार के नेतृत्व से प्रभावित होकर उन्होंने जेडीयू जॉइन की। 

2008 में जेडीयू से पहुंचे राज्यसभा

जेडीयू ने उनकी मेहनत और प्रभाव को देखा और 2008 में उन्हें राज्यसभा भेजा गया। वहां वे 2008 से 2014 तक जेडीयू के चेहरे बने रहे। राज्यसभा में जेडीयू की आवाज बनकर उन्होंने पार्टी के मुद्दों को मजबूती से उठाया। साबिर अली मुस्लिम समुदाय में लोकप्रिय थे। सीमांचल और पूर्वी चंपारण में उनकी अच्छी पकड़ थी। लोग उन्हें एक मेहनती और प्रभावशाली नेता के रूप में जानने लगे। लेकिन, साबिर अली के चढ़ाव के बाद उतार का दौर भी आया।

पीएम मोदी की तारीफ के बाद सियासी पतन

बिहार के पूर्वी चंपारण में जन्मे साबिर अली को 2014 में ही पीएम मोदी की तारीफ करने के चलते जदयू ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया। जेडीयू से निकाले जाने के बाद वे लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में चले गए और फिर वहां से भाजपा की ओर रुख किया। लेकिन उन पर लगे पुराने दाग साबिर अली पर भारी पड़े और फिर उन्हें बीजेपी ने भी कोई बड़ी जिम्मेदारी नहीं दी। दरअसल, कुछ भाजपा नेताओं ने सार्वजनिक रूप से उनके बयानबाज़ी पर सवाल उठाए। कुछ रिपोर्ट्स में कहा गया कि उन्हें इंडियन मुजाहिदीन के यासीन भटकल से जोड़ने के आरोप लगे। 2014 में ही भाजपा उनकी एंट्री रोक दी गई। इन घटनाओं ने साबिर अली को सियासत के निचले पायदान पर ला दिया और वे कुछ समय के लिए गुमनामी में चले गए।

*बाल देखभाल संस्थाओं में दीपावली का पर्व बच्चों के साथ मनाने का निर्देश: लीना जौहरी*
लखनऊ। महिला कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को यह निर्देश जारी किया गया है कि वे आगामी 20 अक्टूबर 2025 को अपने-अपने जनपदों में संचालित बाल देखभाल संस्थाओं में आवासित बच्चों के साथ दीपावली का पर्व अपने परिवार सहित मनाएँ।

*अपर मुख्य सचिव, महिला कल्याण विभाग,  लीना जौहरी* ने अपने निर्देशों में कहा है कि यह बच्चे सामाजिक एवं आर्थिक रूप से विपरीत परिस्थितियों के कारण अपने परिवारों से अलग हैं और राज्य सरकार की संरक्षण व्यवस्था के अंतर्गत जीवन यापन कर रहे हैं। ऐसे में इन बच्चों को परिवार के स्नेह, सान्निध्य और अपनत्व की विशेष आवश्यकता होती है।

प्रदेश में वर्तमान में महिला कल्याण विभाग के अधीन *दत्तक ग्रहण इकाइयाँ, शिशु गृह, बाल गृह, सम्प्रेक्षण गृह, विशेष गृह, प्लेस ऑफ सेफ्टी, आफ्टर-केयर संस्थाएँ तथा विशेष आवश्यकता वाले बच्चों हेतु बाल गृह* संचालित हैं। इन संस्थाओं में रह रहे बच्चे राज्य सरकार के संरक्षण में पूरी देखभाल, शिक्षा, पोषण और सुरक्षा प्राप्त करते हैं। श्रीमती जौहरी ने कहा कि दीपावली जैसे उत्सव के अवसर पर जब पूरा समाज अपने परिवार के साथ आनंद और उत्साह से यह पर्व मनाता है, तब इन संस्थाओं के बच्चे अपने परिवार की अनुपस्थिति को गहराई से महसूस करते हैं।

ऐसे में यदि प्रशासनिक अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि या स्वयंसेवी संगठन इन बच्चों के बीच पहुँचकर उनके साथ कुछ समय व्यतीत करें, मिठाईयाँ बाँटें या उन्हें उपहार दें, तो यह उनके जीवन में खुशी, अपनापन और आत्मीयता का संचार करता है।

अपर मुख्य सचिव ने कहा कि बाल गृहों के बच्चे समाज की साझा जिम्मेदारी हैं। उनके भीतर आत्मविश्वास और स्नेह का भाव बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम समय-समय पर उनके साथ सहभागिता करें और उनके जीवन में उत्सवों के माध्यम से नई ऊर्जा का संचार करें।

उन्होंने जिलाधिकारियों से अपेक्षा की है कि वे न केवल स्वयं अपने परिवार सहित इन गृहों में दीपावली मनाएँ, बल्कि अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी प्रेरित करें कि वे बाल देखभाल संस्थाओं में जाकर बच्चों के साथ त्योहार मनाएँ और इस पर्व को “बच्चों के प्रति समर्पित दीपावली” के रूप में मनाएँ।

महिला कल्याण विभाग का यह पहल प्रदेश में बाल कल्याण के क्षेत्र में संवेदनशील प्रशासनिक दृष्टिकोण को और सशक्त बनाएगा। दीपावली जैसे पर्व के माध्यम से संस्थाओं में रहने वाले बच्चों को समाज और शासन के स्नेह का प्रत्यक्ष अनुभव होगा, जिससे उनमें आत्मीयता, प्रसन्नता और नये उत्साह का संचार होगा।
मुठभेड़ के बाद नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपी को संतकबीरनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार

रमेश दूबे

संतकबीरनगर । पुलिस अधीक्षक जनपद संतकबीरनगर संदीप कुमार मीना के निर्देशन, अपर पुलिस अधीक्षक संतकबीरनगर सुशील कुमार सिंह के मार्गदर्शन व क्षेत्राधिकारी खलीलाबाद अजय कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में जनपद संतकबीरनगर मे अपराध एवं अपराधियो के विरुद्ध चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना कोतवाली खलीलाबाद श्री पंकज कुमार पाण्डेय द्वारा कार्यवाही करते हुए आज दिनाँक 19.10.2025 को दुष्कर्म की घटना से सम्बन्धित अभियुक्त बदरे आलम पुत्र मो0 अकरम खां निवासी मड़या थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर को आयुष्मान आरोग्य केंद्र, रौरापार से समय रात्रि 03:00 बजे गिरफ्तार किया गया ।

उक्त घटना से सम्बन्धित वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार कर थाना कोतवाली खलीलाबाद लाते समय उस्का खुर्द नहर की पुलिया के पास पहुंचने पर अभियुक्त द्वारा पेशाब करने की इच्छा जाहिर की गई जिसके उपरांत अभियुक्त द्वारा जेल जाने के डर से भागने की कोशिश की गई, गिरफ्तारी टीम द्वारा घेर कर लगातार सरेंडर करने को कहा गया जिसके उपरांत गिरफ्तारी टीम द्वारा फायर किया गया जिससे अभियुक्त के दाहिने पैर मे गोली लगी।

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम व पताः-

बदरे आलम पुत्र मो0 अकरम खां निवासी मड़या थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर ।

बरामदगी का विवरणः-

01- 02 अदद एंड्रॉयड मोबाइल फोन।

घटना का विवरणः-

आज दिनाँक 18/19.10.2025 को उक्त घटना से सम्बन्धित वांछित अभियुक्त बदरे आलम पुत्र मो0 अकरम खां निवासी मड़या थाना कोतवाली खलीलाबाद जनपद संतकबीरनगर को आयुष्मान आरोग्य केंद्र, रौरापार से गिरफ्तार किया गया, उस्का खुर्द नहर की पुलिया के पास पहुंचने पर अभियुक्त द्वारा पेशाब करने की इच्छा जाहिर की गई जिसके उपरांत अभियुक्त द्वारा जेल जाने के डर से भागने की कोशिश की गई, गिरफ्तारी टीम द्वारा रूकने के लिए कहा गया फिर भी अभियुक्त भागने लगा पुनः पुलिस टीम द्वारा रूकने अपनी गिरफ्तारी देने हेतु सरेंडर करने को कहा गया,लेकिन अभियुक्त अंधेरे का फायदा उठाकर भागने की फिराक में था, जिसके उपरांत गिरफ्तारी टीम द्वारा सरेंडर करने की हिदायत देने पर जब अभियुक्त नहीं रूका तो फायर किया गया जिससे अभियुक्त के दाहिने पैर मे गोली लगी । अभियुक्त उपरोक्त को समय करीब 03:00 बजे रात्रि को गिरफ्तार किया गया । उक्त अभियुक्त का इलाज जिला अस्पताल जनपद संतकबीरनगर में चल रहा है व अन्य विधिक कार्यवाही प्रचलित है ।

गिरफ्तार करने वाले अधिकारी / कर्मचारीगणः-*

1. प्रभारी निरीक्षक थाना कोतवाली खलीलाबाद श्री पंकज कुमार पाण्येय, उ0नि0 श्री व0, उ0नि0 श्री राकेश कुमार, उ0नि0 श्री अशोक कुमार दुबे, का0 बलराम यादव, का0 जयराम यादव ।

रिफाइनरी में आग लगने से तीन लोग झुलस गए, डीएम एसपी के मौके पर पहुंचने पर राहत कार्य तेज हुआ

फर्रुखाबाद l बिल्डिंग के दौरान रिफाइनरी फैक्ट्री में भीषण आग कर्मचारी सहित तीन लोग झुलस गए उन्हें उपचार हेतु फर्रुखाबाद भिजवाया। कायमगंज फर्रुखाबाद मार्ग पर थाना नवाबगंज के ग्राम सादिकपुर के पास रिफाइनरी फैक्ट्री है जिसमें शनिवार की शाम लगभग 7:30 बजे के करीब वेल्डिंग करते समय अचानक आग लग गई देखते ही देखते आग ने बिकराल रूप धारण कर लिया l फैक्ट्री धू धू कर जलने लगी बताते हैं जब फैक्ट्री बुरी तरह से जलने लगी तो कुछ समय बाद यहां धमाके भी हुए संभवतः फैक्ट्री में रखे हुए गैस सिलेंडर को आग की चपेट में आ गए । रिफाइनरी फैक्ट्री में आग लगने की घटना में तीन लोगों के झुलसने का समाचार मिला जिसमें एक रवि कश्यप नाम के कर्मचारी ने बताया है कि सड़क से गुजर रहे लोग भी आग की लपटों की चपेट में आने से झुलस गया l

इस घटना के बाद आसपास क्षेत्र में अफरा तफरी का माहौल हो गया लोग घबराहट में भागने लगे जब सामने का नजारा देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई क्योंकि रिफाइनरी फैक्ट्री धू धू कर जल रही थी विकराल रूप धारण करने वाली आग की लपटे कई किलोमीटर दूर से देखी जा रही थी सूचना के बाद मौके पर पुलिस पहुंची घटना की जांच पड़ताल करने के बाद मुख्य मार्ग फर्रुखाबाद को अवरोध कर दिया l

इस घटना के बाद काफी देर तक मुख्य मार्ग पर जाम जैसे हालात रहे इसके बाद फर्रुखाबाद से दिल्ली जाने वाली बसों को हथियापुर से नवाबगंज होकर हजियापुर मार्ग से डायवर्ट किया गया l मौके पर उपस्थित हमारे संवाददाता ने जानकारी में बताया 7: 30 बजे के करीब अचानक रिफाइनरी फैक्ट्री में वेल्डिंग के दौरान आग लगी इस आग ने बिकराल रूप धारण कर लिया। इसके बाद पूरी फैक्ट्री धू धू कर जलती देखी जा रही थी कुछ समय बाद फैक्ट्री में धमाको की आवाज सुनी गई संभवत फैक्ट्री के अंदर रखे गैस सिलेंडरो के फटने से ही धमाके हुए धमाके इतने तेज़ थे आसपास का क्षेत्र दहल गया ।

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल करते हुए सूचना उच्च अधिकारियों को दी उच्च अधिकारियों की सूचना के बाद मौके पर अग्निशमन वाहन पहुंचा जिसने आग बुझाने का प्रयास किया वही समाचार लिखे जाने तक आग बुझाने जाने का प्रयास जारी था।

बिहार में नामांकन का कल आखिरी दिन, INDIA गठबंधन में सस्पेंस बरकरार, जानें कितने साथ-कितने अलग

बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी होने वाली है, लेकिन INDIA गठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है. वहीं NDA ने लगभग अपने सभी मनमुटाव दूर कर लिए हैं और बिहार चुनाव में मजबूत नजर आ रही है.

वहीं INDIA गठबंधन के दलों में कई सीटों पर खींचतान जारी है. जिसकी वजह झारखंड के प्रमुख दल JMM ने इस गठबंधन को छोड़ दिया है. वहीं कुछ सीटों पर RJD और कांग्रेस में गंभीर तकरार है और दोनों ही अपने कैंडिडेट उतार सकते हैं.

JMM ने अलग रास्ता अपनाया

महागठबंधन INDIA में सहयोगी दलों के बीच सहमति बनाने की कोशिशें जारी हैं। हालांकि, झारखंड के प्रमुख दल JMM ने इस गठबंधन को छोड़कर बिहार की छह सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. इससे गठबंधन को एक बड़ा झटका लगा है. गठबंधन के नेता पहले नए साथियों को शामिल करने की जरूरत का हवाला दे रहे थे, लेकिन JMM के अलग होने से स्थिति और जटिल हो गई है

RJD और कांग्रेस में मनमुटाव

गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी RJD ने अपने उम्मीदवारों के टिकट बांटने शुरू कर दिए हैं, लेकिन अभी तक उसकी पूरी सूची सामने नहीं आई है. कई सीटों पर RJD ने अपने ही गठबंधन साथियों के उम्मीदवारों के खिलाफ टिकट दे दिए हैं, जिससे तनाव पैदा हो गया है. वहीं, कांग्रेस ने 48 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की थी, और अब उसने पांच और सीटों के उम्मीदवारों के नाम घोषित किए हैं. इनमें किशनगंज सीट भी शामिल है, जहां कांग्रेस ने अपने मौजूदा विधायक को हटाकर AIMIM से आए एक नेता को टिकट दिया है. आरोप हैं कि कांग्रेस ने टिकट बेचे हैं, जबकि पार्टी नेता कह रहे हैं कि समझौता होने वाला है.

आठ सीटों पर आमने-सामने की आशंका

गठबंधन में समन्वय की कमी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कम से कम आठ सीटों पर एक ही गठबंधन के दो-दो उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं. इनमें से तीन सीटों पर RJD और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला हो सकता है. वहीं, सत्तारूढ़ NDA में भी सब कुछ ठीक नहीं दिख रहा। जद(यू) ने अंतिम समय में अमौर सीट पर अपना उम्मीदवार बदल दिया और पूर्व भाजपा नेता सबीर अली को टिकट दे दिया, जिन्हें 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण पार्टी से निकाला गया था.

कितनी सीटों पर लड़ रहे नितीश?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी JDU, जो भाजपा के बराबर 101 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, ने आखिरी समय में अमौर से पूर्व राज्यसभा सांसद साबिर अली को मैदान में उतारने का फैसला किया, जहाँ से उसने पहले सबा ज़फ़र को उम्मीदवार बनाया था, जो 2020 की उपविजेता थीं और जिन्होंने पांच साल पहले भी भाजपा के चुनाव चिन्ह पर यह सीट जीती थी.

दिलचस्प बात यह है कि अली को 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करने के कारण जद (यू) से निकाल दिया गया था, जिन्हें पार्टी सुप्रीमो अपना कट्टर विरोधी मानते थे. बाद में अली भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का महासचिव बनाया गया है.

NDA की मढ़ौरा सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं

सत्तारूढ़ गठबंधन को मढ़ौरा सीट पर भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा, यहां केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार भोजपुरी अभिनेत्री से नेता बनीं सीमा सिंह का नामांकन पत्र तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया.

यह सीट अब पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक जितेंद्र कुमार राय के पक्ष में एकतरफा मुकाबले की ओर बढ़ती दिख रही है, जिन्हें सिर्फ जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार अभय सिंह ही चुनौती दे सकते हैं. हालांकि, पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी ने एक छोटी सी चूक पर अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए चुनाव आयोग को ज्ञापन दिया है.

संत श्री भरत बाबा मार्ग का लोकार्पण: प्रख्यात शिक्षाविद जवाहर सिंह की स्मृति को समर्पित, शिक्षा और विकास को मिली नई प्रेरणा
संजीव सिंह बलिया! संत श्री भरत बाबा मार्ग का लोकार्पण: जवाहर सिंह की स्मृति में शिक्षा और विकास को नई राह आज 17 अक्टूबर 2025 को संत श्री भरत बाबा मार्ग का लोकार्पण पूर्व प्रवक्ता स्वर्गीय जवाहर सिंह की स्मृति में भव्य समारोह के साथ सम्पन्न हुआ। राज्य सभा सांसद नीरज शेखर द्वारा विधिवत उद्घाटन के इस मौके पर उनके भाषण ने स्वर्गीय जवाहर सिंह के सामाजिक एवं शैक्षिक योगदान को याद करते हुए उनके आदर्शों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।सांसद नीरज शेखर ने कहा, “जवाहर सिंह जी ने शिक्षा और समाजसेवा के क्षेत्र में जो काम किया, वह इस मार्ग के जरिए सदैव लोगों के समक्ष उदाहरण बनकर रहेगा। यह सड़क क्षेत्र के विकास और युवाओं की बेहतर शिक्षा के लिए नया मार्ग प्रशस्त करेगी।”कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों में बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेंद्र नाथ सिंह ने कहा, “स्वर्गीय जवाहर सिंह जैसे व्यक्तित्व ने स्थानीय समाज में शिक्षा का जो मार्ग प्रशस्त किया, उससे हम सबको प्रेरणा मिलती है। संत श्री भरत बाबा मार्ग का निर्माण उनकी स्मृति में एक उपहार है जिससे क्षेत्र के लोग लंबे समय तक लाभान्वित होंगे।”प्रधान प्रतिनिधि हरि सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा, “यह सड़क न केवल क्षेत्र की भौतिक सम्पदा को बढ़ाएगी बल्कि हमारे बीच आपसी एकता और विकास की भावना को भी मजबूत करेगी। हम सभी को मिलकर स्वर्गीय जवाहर सिंह के सपनों को साकार करना है।”पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह, खंड विकास अधिकारी शकील अख्तर अंसारी, शिक्षक शैलेन्द्र सिंह, तथा वरिष्ठ समाजसेवी राजेश सिंह भी उपस्थित थे। जवाहर सिंह के पुत्र राजेश सिंह ने अपने पिता के योगदान को याद करते हुए सड़क निर्माण में मदद करने वाले अपने मित्र धर्मेंद्र सिंह घुटुरी का आभार व्यक्त किया।ग्रामवासियों सहित जिले के माननीय लोग त्रिभुवन सिंह, सुरेश सिंह, चन्दन सिंह, सत्यम सिंह लाला आदि भी उपस्थित थे। सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे क्षेत्र की शिक्षा एवं विकास में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।स्थानीय लोग उम्मीद जता रहे हैं कि संत श्री भरत बाबा मार्ग से निकट भविष्य में क्षेत्र की आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षिक विकास को नई दिशा मिलेगी। इससे क्षेत्र के युवाओं की पहुंच और अवसरों में वृद्धि होगी तथा स्थानीय गर्व और उत्साह का वातावरण बनेगा।