महाकुंभ में आएंगे राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री, जानें कौन कब लगाएगा आस्था की डुबकी
#maha_kumbh_pm_modi_president_draupadi_murmu_jagdeep_dhankhar_amit_shah_visit
भारच में लगने वाला महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम माना जाता है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजत महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। महाकुंभ में लगभग 45 करोड़ भक्तों के शामिल लेने की उम्मीद है। देश और दुनिया से लोग महाकुंभ में स्नान करने आ रहे हैं। महाकुंभ में तमाम बड़े नेता और हस्तियां पहुंच रही हैं। इस बीच खबर आ रही है कि महाकुंभ में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी जाएंगे। महाकुंभ में संगम स्नान के लिए PM मोदी 5 फरवरी को आएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 फरवरी तो उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 1 फरवरी को आएंगे। इससे पहले 27 जनवरी को गृह मंत्री अमित शाह संगम में स्नान करेंगे।

प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को पहुंचेंगे। उसी दिन दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए वोट भी डाले जाएंगे। इसलिए, प्रयाग से 'इंद्रप्रस्थ' साधने पर भी नजर होगी। पीएम पिछले महीने 13 दिसंबर को भी प्रयाग आए थे और महाकुंभ की तैयारियों और प्रयागराज के विकास से जुड़ी 5000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया था। इसके बाद भी मोदी महाकुंभ के प्रमुख आयोजनों और स्नान के दिन सक्रिय रहे हैं।

पीएम मोदी के अलावा देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ की साक्षी बनेंगी। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति 10 फरवरी को प्रयागराज पहुंचेंगी। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी महाकुंभ पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे। धनखड़ एक फरवरी को पवित्र स्नान करेंगे।

इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह 27 जनवरी को महाकुंभ का दौरा करेंगे। शाह के कार्यक्रम का शेड्यूल जारी हो चुका है। वह संगम स्नान, गंगा पूजा के बाद अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।

इन संभावित दौरों को देखते हुए प्रशासनिक अफसरों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सुरक्षा एजेंसियां भी नए तरीके से रिव्यू में जुट गई हैं। गंगा जल की रोज जांच कराई जा रही है। अब जांच टीम में एटीएस भी शामिल हो गए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, छात्रों को मेट्रो में छूट देने की मांग

#arvind_kejriwal_wrote_a_letter_to_pm_modi

दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। इसे लेकर राजनीतिक दलों ने चुनाव अभियान तेज कर दिया है। इस बीच आम आदमी पार्टी जनता को अपने पाले में करने के लिए एक से एक दांव चल रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने छात्रों के पक्ष में मांग उठाई। दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने चिट्ठी के जरिए मांग की है कि छात्रों को दिल्ली मेट्रो में 50% छूट हो।

अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा कि दिल्ली मेट्रो में केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों का हिस्सा है। ऐसे में छात्रों को दिल्ली मेट्रो में 50 फीसदी छूट मिले। केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों को इस पर होने वाला खर्च वहन करना चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि आप सरकार बस में स्टूडेंट्स के लिए फ्री बस यात्रा की योजना बना रही है।

छात्रों पर वित्तीय बोझ कम करने की मांग

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के स्कूल और कॉलेज के छात्रों से संबंधित एक महत्वपूर्ण मामले पर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षिक करने लिए यह पत्र लिखा है। स्टूडेंट अपने स्कूल-कॉलेज आने-जाने के लिए बड़े पैमाने पर मेट्रो पर निर्भर हैं। वे छात्रों पर वित्तीय बोझ कम करने के लिए दिल्ली मेट्रो में उनके लिए 50 प्रतिशत की रियायतें देने का प्रस्ताव रखते हैं।

चुनाव से पहले केजरीवाल का बड़ा कदम

दिल्ली में जब विधानसभा चुनाव बेहद नजदीक है, ऐसे में अरविंद केजरीवाल की छात्रों को मेट्रो किराए में छूट देने की मांग को बेहद अहम माना जा रहा है। दिल्ली में बड़ी संख्या में छात्र अपने कॉलेज जाने के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करते हैं, जिससे छात्रों को जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ता। छात्रों को अगर मेट्रो किराए में छूट मिल जाएगी तो उन छात्रों को बहुत फायदा होगा, जो कि आर्थिक तंगी के चलते डीटीसी की खचाखच भरी बसों में सफर करने पर मजबूर होते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी आज करेंगे ऑटो एक्सपो का उद्घाटन, 100 से ज्यादा मॉडल पेश होंगे

#pmmodiinauguratesbharatmobilityglobalexpo_2025

भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 का आयोजन 17 जनवरी से लेकर 22 जनवरी के बीच आयोजित होने जा रहा है। इसका आयोजन नई दिल्ली के भारत मंडपम में किया जाएगा। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।इसमें ऑटोमोबाइल, कंपोनेंट और तकनीकों से संबंधित 100 से अधिक नए उत्पाद लॉन्च होने की उम्मीद इस एक्सपो में आम लोगों को एक ही छत के नीचे अलग-अलग तरह के वाहन और गाड़ियों से जुड़ी हर चीज देखने को मिलेगी। नी इसमें वाहन विनिर्माताओं के साथ-साथ कलपुर्जा, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, टायर और ऊर्जा भंडारण बनाने वालों से लेकर वाहन सॉफ्टवेयर कंपनियों के उत्पाद देखने को मिलेंगे।इस बार एक्सपो की थीम सीमाओं से परे भविष्य के लिए ऑटो वैल्यू चेन में सहयोग को बढ़ाना है। या

दुनिया भर की कंपनियां होंगी शामिल

दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित भारत मंडपम, द्वारका में यशोभूमि और ग्रेटर नोएडा में इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में ऑटो एक्सपो सज गया है। करीब दो लाख वर्ग मीटर के दायरे में फैले भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में दुनिया भर की नामचीन ऑटोमोटिव और मोबिलिटी कंपनियां शिरकत कर रही हैं।

100 से ज्यादा नई गाड़ियां होंगी लॉन्च

ऑटो एक्सपो में देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की पहली इलेक्ट्रिक कार Maruti eVitara लॉन्च होने जा रही है। वहीं हुंडई मोटर इंडिया की क्रेटा इलेक्ट्रिक, टाटा मोटर्स की सिएरा ईवी, सफारी ईवी और हैरियर ईवी की भी झलक दिखने वाली है। इसके अलावा सुजुकी मोटरसाइकिल से लेकर हीरो मोटोकॉर्प, एमजी मोटर, मर्सडीज बेंज और ओलेक्ट्रा ग्रीन टेक जैसी बस कंपनी तक अपनी गाड़ियां यहां पेश करने वाली हैं।

100 से ज्यादा नए मॉडल होंगे पेश

इस बार का भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो काफी खास है क्योंकि इस बार यहां पर 100 से ज्यादा नए वाहनों को लॉन्च किया जाने वाला है। वहीं ऑटो कंपोनेंट्स से लेकर कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट, साइकिल और फ्यूचर मोबिलिटी टेक्नोलॉजी से जुड़े टोटल 9 एक्सपो एक साथ आयोजित हो रहे हैं।

समंदर में और शक्तिशाली हुआ भारत, पीएम मोदी ने देश को समर्पित किए आईएनएस सूरत, नीलगिरी और वाघशीर
#pm_modi_dedicates_made_in_india_three_warships
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को मुंबई स्थित इंडियन नेवी डॉकयार्ड पहुंचे। यहां उन्होंने नौसेना के तीन युद्धपोतों- आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरि और आईएनएस वाघशीर देश को समर्पित किया। नौसेना ने तीनों बड़े युद्धपोतों के शामिल होने को एक ऐतिहासिक अवसर करार दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक प्रमुख समुद्री शक्ति बन रहा है। भारत को विश्व में, विशेषकर ग्लोबल साउथ में एक विश्वसनीय और जिम्मेदार साझेदार के रूप में मान्यता मिल रही है। भारत विस्तारवाद के लिए नहीं, विकास के लिए काम कर रहा है।

*छत्रपति शिवाजी ने नौसेना को नया सामर्थ्य दियी-पीएम मोदी*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आर्मी दिवस के मौके पर आज भारतीय नौसेना डॉकयार्ड में तीन युद्धपोतों आईएनएस सूरत, आईएनएस नीलगिरि और आईएनएस वाघशीर को देश को समर्पित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज भारत की समुद्री विरासत नेवी के गौरवशाली इतिहास और आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए भी बहुत बड़ा दिन है। ये अभियान आगे भी जारी रहेगा। पीएम मोदी ने कहा कि देश में पहली बार एक डिस्ट्रॉयर, एक फ्रिगेट और एक सबमरीन को एक साथ कमीशन किया जा रहा है। सबसे गर्व की बात कि ये है तीनों युद्धपोत मेड इन इंडिया हैं। देश की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज ने नौसेना को नया सामर्थ्य और विजन दिया था। आज उनकी इस पावन धरती पर 21वीं सदी की नेवी को सशक्त करने की तरफ हम एक बड़ा कदम उठा रहे हैं।

*भारत विस्तारवाद नहीं- पीएम मोदी*
पीएम मोदी ने कहा,  आज भारत पूरे विश्व और खासकर ग्लोबल साउथ में एक भरोसेमंद और जिम्मेदार साथी के रूप में पहचाना जा रहा है। भारत विस्तारवाद नहीं, भारत विकासवाद की भावना से काम करता है। पीएम मोदी ने कहा, भारत ने हमेशा खुले, सुरक्षित, समावेशी और समृद्ध हिंद-प्रशांत क्षेत्र का समर्थन किया है, इसलिए जब तटीय देशों के विकास की बात आई तो भारत ने SAGAR का मंत्र दिया। SAGAR का मतलब क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास है।

*देश की जरूरतों को देखते हुए नए कार्य शुरू किए-पीएम मोदी*
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि हमारी सरकार का तीसरा कार्यकाल कई बड़े निर्णयों के साथ शुरू हुआ है। तेज गति से हमने नई नीतियां बनाई हैं, देश की जरूरतों को देखते हुए हमने नए कार्य शुरू किए हैं, देश के हर कोने, हर सेक्टर का विकास हो, इस लक्ष्य के साथ हम चल रहे हैं।
पीएम मोदी ने किया जेड मोड़ टनल का उद्घाटन, जानें कितना होगा फायदा

#pmmodiinauguratezmodmorhtunnelinsonamargjammukashmir

सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जेड मोड़ सोनमर्ग सुरंग सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र को समर्पित कर दिया। 2700 करोड़ रुपये की परियोजना का उद्घाटन करने के बाद, प्रधानमंत्री सुरंग का निरीक्षण करने और परियोजना अधिकारियों से बातचीत करने के लिए सुरंग के अंदर गए। उद्घाटन के समय केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला भी मौजूद थे।

मोदी ने निर्माण श्रमिकों से भी मुलाकात की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के गांदेरबल जिले के सोनमर्ग में जेड-मोड़ सुरंग का उद्घाटन करने के बाद निर्माण श्रमिकों से भी मुलाकात की, जिन्होंने इस इंजीनियरिंग उपलब्धि में उनके योगदान को स्वीकार करते हुए कठोर परिस्थितियों में सावधानीपूर्वक काम किया है। पिछले साल सितंबर-अक्तूबर में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद पीएम मोदी पहली बार जम्मू-कश्मीर की यात्रा पर हैं।

हम सोनमर्ग को विंटर डेस्टिनेशन के तौर पर प्रमोट करेंगे- उमर

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने टनल में आतंकवादी हमले में मारे गए सात लोगों का नाम लिया। उन्होंने कहा कि अगर मैं इनके नाम लिए बिना तकरीर शुरू करूं यह उनके लिए नाइंसाफी है। इन सबने इस टनल के निर्माण के लिए कुर्बानी दी, मैं ऐसी तंजीम से तालुक रखता हूं जिन्होंने 35 वर्षों में कुर्बानियां दी। पीएम साहब आपकी यहां मौजूदगी यह गवाही है जो लोग यहां शांति नहीं देखना चाहते उन्हें हम कामयाब नहीं होने देंगे। मेरी खुशकिस्मती है कि जब इसकी नींव का पत्थर रखा गया, तब भी मैं मुख्यमंत्री था और आज भी मैं हूं हम सोनमर्ग को विंटर डेस्टिनेशन के तौर पर प्रमोट करेंगे।

लद्दाख आवागमन की दिशा में एक बड़ा कदम

श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनी इस 6.5 किलोमीटर लंबी जेड-मोड़ सुरंग पूरे साल सड़क मार्ग से लद्दाख आवागमन की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। इस सुरंग को बनाने का काम मई 2015 में शुरू हुआ था और पिछले साल इसका निर्माण पूरा हुआ है। इस सुरंग को लद्दाख में देश की रक्षा जरूरतों के लिहाज से भी काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह सुरंग केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख को देश के बाकी हिस्से से भी जोड़ती है।इस सुरंग के शुरू हो जाने के बाद गगनगीर और सोनमर्ग के बीच निर्बाध रूप से संपर्क सुनिश्चित होगा और गर्मियों में लद्दाख की यात्रा भी पहले की तुलना में काफी आसान हो जाएगी।

2,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनी सुरंग

मध्य कश्मीर के गंदेरबल जिले में गगनगीर और सोनमर्ग के बीच दो-लेन वाली द्वि-दिशात्मक सड़क सुरंग 2,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाई गई है। आपात स्थिति के लिए समानांतर 7.5 मीटर चौड़ा रास्ता भी है। समुद्र तल से 8,650 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह सुरंग भूस्खलन और हिमस्खलन मार्गों को दरकिनार करते हुए लेह के रास्ते श्रीनगर और सोनमर्ग के बीच सभी मौसम में संपर्क को बढ़ाएगी।

PM मोदी और निखिल कामथ के बीच चौंकाने वाली बातचीत: 'मैं इंसान हूं, भगवान नहीं' – क्या है इसका गहरा अर्थ?

#modiisno_god

जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ की पीपल बाय डब्ल्यूटीएफ सीरीज़ पर पॉडकास्ट की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गलतियाँ होती हैं और उनसे भी गलतियाँ हो सकती हैं।"गलतियाँ होती हैं और मैं भी कुछ गलतियाँ कर सकता हूँ। पीएम मोदी ने श्री कामथ से कहा, "मैं भी इंसान हूं, भगवान नहीं।"

ज़ीरोधा के सह-संस्थापक ने पॉडकास्ट की शुरुआत में अपनी भाषा कौशल के बारे में अपनी आशंका भी साझा की, मज़ाक में अपनी "खराब हिंदी" का ज़िक्र किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि वे इंसान हैं और गलतियाँ करते हैं, लेकिन उनके किसी भी काम का कोई 'गलत इरादा' नहीं होता। ज़ीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ की WTF सीरीज़ पर अपने पॉडकास्ट की शुरुआत करते हुए, पीएम मोदी ने कहा कि इंसान गलतियाँ करने के लिए प्रवृत्त होते हैं, लेकिन यह गलत इरादे से काम करने की कीमत पर नहीं होना चाहिए।

"जब मैं मुख्यमंत्री बना, तो मैंने एक भाषण दिया जिसमें मैंने कहा कि मैं कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटूंगा और मैं अपने लिए कुछ नहीं करूंगा और मैं इंसान हूँ जो गलतियाँ कर सकता है, लेकिन मैं कभी भी बुरे इरादे से कुछ भी गलत नहीं करूंगा। यह मेरे जीवन का मंत्र है," पॉडकास्ट के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा। "हर कोई गलतियाँ करता है, जिसमें मैं भी शामिल हूँ। उन्होंने कहा, "आखिरकार, मैं एक इंसान हूं, कोई भगवान नहीं।"

पीएम मोदी का पॉडकास्ट डेब्यू

निखिल कामथ के साथ दो घंटे की खुलकर बातचीत में प्रधानमंत्री ने अपने जीवन और करियर के विभिन्न पहलुओं पर विचार किया। उन्होंने गुजरात में पले-बढ़े अपने बचपन, राजनीति में अपने सफर और अपने फैसलों को आकार देने में विचारधारा और आदर्शवाद के महत्व के बारे में जानकारी साझा की। पीएम मोदी ने नीति निर्माण और शासन की पेचीदगियों पर भी चर्चा की, वैश्विक संघर्षों पर चर्चा की और राजनीति में युवाओं की भागीदारी के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने विचारधारा पर आदर्शवाद के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि भले ही विचारधारा के बिना राजनीति नहीं हो सकती, लेकिन आदर्शवाद बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि गांधी और सावरकर के रास्ते अलग-अलग थे, लेकिन उनकी विचारधारा "स्वतंत्रता" थी। उन्होंने कहा, "आदर्शवाद विचारधारा से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। विचारधारा के बिना राजनीति नहीं हो सकती। हालांकि, आदर्शवाद बहुत जरूरी है।"

पीएम मोदी के पॉडकास्ट पर कांग्रेस का तंज, जयराम रमेश ने कहा-8 महीने पहले खुद को बताया था नॉन बायोलॉजिकल

#congress_leader_jairam_ramesh_take_a_dig_at_pm_modi_first_podcast

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जेरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपना पॉडकास्ट डेब्यू किया, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया गया है। अपने पहले पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने निखिल कामथ के कई सवालों का जवाब दिया है। प्रधानमंत्री के इस पॉडकास्ट पर कांग्रेस ने तंज कसते हुए इसे 'डैमेज कंट्रोल' बताया है। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर प्रधानमंत्री की इस बातचीत को लेकर निशाना साधा है।

पीएम मोदी ने पॉडकास्ट में कहा, ‘जब मैं मुख्यमंत्री बना, तो मैंने एक भाषण दिया था जिसमें मैंने कहा था, मैं कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटूंगा और अपने लिए मैं कुछ नहीं करूंगा और मैं इंसान हूं जो गलतियां कर सकता हूं, लेकिन मैं बुरे इरादों से कभी कुछ गलत नहीं करूंगा। यह मेरे जीवन का मंत्र है। हर कोई गलती करता है, जिसमें मैं भी शामिल हूं। आखिरकार, मैं एक इंसान हूं, कोई भगवान नहीं।

पीएम मोदी के इस बयान पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने रिएक्शन दिया है। राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने कहा, 'यह उसी व्यक्ति का बयान है जिसने 8 महीने पहले अपना 'नॉन-बायोलॉजिकल' स्टेटस घोषित किया था। यह स्पष्ट रूप से डैमेज कंट्रोल है।

बता दें कि पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें महसूस होता है कि वह जैविक नहीं बल्कि भगवान द्वारा भेजे गए हैं। उनकी यह टिप्पणी सुर्खियों में रही। इस टिप्पणी को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और विपक्षी नेताओं ने कई बार कोट किया और उनका मजाक भी उड़ाया। कांग्रेस ने उन्हें “गैर जैविक” और “दिव्य” कहा।

इटली की प्रधानमंत्री मेलोनी के साथ मीम्‍स, पॉडकास्ट में हंसते हुए क्‍या बोले पीएम मोदी?

#pm_modi_podcast_viral_video_question_on_italy_pm_giorgia_meloni

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी की दोस्ती अक्सर चर्चाओं में रहती है। मेलोनी ने कई मौकों पर पीएम मोदी के नेतृत्व और विजन की सराहना की है। वहीं, सोशल मीडिया पर दोनों को लेकर बनने वाले मीम्‍स भी खूब वायरल होते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल ही में जेरोधा के फाउंडर निखिल कामथ के साथ एक पॉडकास्ट में अपने ऊपर बने 'मेलोडी मीम्स' पर रिएक्ट किया। यह मीम्स इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ उनकी मुलाकात के बाद वायरल हुए थे। प्रधानमंत्री मोदी ने इन मीम्स पर हंसते हुए कहा कि वो तो चलता रहता है।

पीएम नरेंद्र मोदी के साथ पॉडकास्ट निखिल कामथ ने बड़े सहज तरीके से कई रोचक सवाल पूछे हैं। इसमें भी सबसे ज्यादा चर्चा इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से संबंधित सवाल की हो रही है। दरअसल, निखिल कामथ ने इंटरव्यू के दौरान पूछा, लोग इंटरनेट पर कहते हैं कि आपको इटली के बारे में बहुत कुछ पता है। यह सवाल दागकर निखिल मुस्कुराने लगे। कुछ सेंकेड रुके फिर बोले कि आप इसके बारे में कुछ कहना चाहेंगे। कामथ ने पीएम मोदी और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के 'मेलोडी मीम्स' को लेकर सवाल किया। पूछा कि क्या उन्होंने ये मीम्स देखे हैं, तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि वो तो चलता रहता है। पीएम मोदी ने आगे बताया कि वो ऑनलाइन चर्चाओं या मीम्स पर समय बर्बाद नहीं करते।

निख‍िल कामथ के साथ पॉडकास्‍ट में पीएम मोदी ने कहा, एक दौर वो भी था जब अमेर‍िकन सरकार ने मेरा वीजा रद्द कर द‍िया था। व्‍यक्‍त‍ि के रूप में मेरा अमेर‍िका जाना नहीं जाना, कोई बड़ी बात नहीं थी। लेकिन एक चुनी हुई सरकार के मुख‍िया का अपमान, ये मैं महसूस करता था। मुझे मन में कसक थी। क्‍या हो रहा है। कुछ लोगों ने झूठ चला द‍िया और दुन‍िया ने ये मान ल‍िया। इस तरह के निर्णय होने लगे। क्‍या ऐसे चलती है दुन‍िया। तभी मैंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था, मैं अब ऐसा ह‍िन्‍दुस्‍तान देखता हूं क‍ि दुन‍िया वीजा के ल‍िए लाइन में खड़ी रहेगी। पीएम मोदी ने कहा-ये 2005 का मेरा स्‍टेटमेंट है। आज 2025 है, देख लीजिए। मुझे द‍िख रहा है क‍ि अब समय भारत का है।

पोडकास्ट पर पीएम मोदी का डेब्यू, जानें किसे दिया पहला इंटरव्यू?

#who_is_nikhil_kamath_interview_pm_narendra_modi

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोडकास्ट की दुनिया में डेब्यू किया है। पीएम मोदी ने जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ अपना पहला पॉडकास्ट किया है। 'पीपल बाय डब्ल्यूटीएफ' शो में पीएम मोदी पहली बार किसी पॉडकास्ट में नजर आएंगे। जिसका एक ट्रेलर अभी सामने आया है। निखिल भारत के सफल एंटरप्रेन्योर की लिस्ट में शामिल है। साल 2024 फोर्ब्स के विश्व अरबपतियों की लिस्ट में वो शामिल थे।

निखिल कामथ ने पीएम मोदी के पहले पॉडकास्ट का एक टीजर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर किया है। यह टीजर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ लोग। एपिसोड 6 ट्रेलर मोदी।" इस टीजर में पीएम मोदी को कुछ दिलचस्प सवालों के जवाब देते हुए देखा जा सकता है। इस इंटरव्यू का ट्रेलर जमकर वायरल हो रहा है।

पोडकास्ट के 2 मिनट के ट्रेलर में पीएम से निखिल कामथ कह रहे हैं, मैं आपके साथ बैठ कर बाते कर रहा हूं इसमें मैं नर्वस फील कर रहा हूं। इस पर पीएम मोदी ने मुसकुराते हुए कहा, मेरे लिए यह पोडकास्ट पहली बार हो रहा है, पता नहीं यह कैसा जाएगा। पीएम मोदी ने भी सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर निखिल कामथ की पोस्ट पर रीपोस्ट कर लिखा, मुझे उम्मीद है कि आप सभी को इस में उतना ही आनंद आएगा, जितना हमें इसको आप के लिए तैयार करने में आया था।

निखिल कामथ ने बुधवार को एक पॉडकास्ट की क्लिप पोस्ट की थी, जिसमें वे एक अतिथि से सवाल पूछते नजर आ रहे थे। जवाब देने वाला व्यक्ति नहीं दिख रहा था, लेकिन यह एक बड़ा संकेत था कि जवाब देने वाले व्यक्ति पीएम मोदी ही थे। ऐसे में जब कामथ ने प्रधानमंत्री के चेहरे के साथ वीडियो शेयर किया तो लोगों को ज्यादा हैरानी नहीं हुई। बुधवार की क्लिप में कामथ अपने गेस्ट को कुछ साल पहले बेंगलुरु में हुई मुलाकात की याद दिलाते नजर आ रहे थे।

पीएम का इंटरव्यू लेते समय निखिल ने कहा कि माफ कीजिएगा अगर मेरी हिंदी अच्छी नहीं हुई। इस पर पीएम ने कहा कि हम दोनों की ऐसे ही चलेगी। इसी में पीएम कहते हैं कि एक भाषण में मैंने कहा था कि मैं भी मनुष्य हूं, मैं कोई देवता थोड़ी हूं।

निखिल कामथ ने पीएम मोदी से पूछा कि क्या राजनीति एक गंदी जगह है? इस पर भी पीएम मोदी ने सहजता से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होता तो वो कामथ के साथ नहीं बैठे होते। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राजनीति में अच्छे लोग आते रहने चाहिए। उन्हें महत्वाकांक्षाएं लेकर राजनीति में नहीं आना चाहिए, बल्कि एक मिशन लेकर आना चाहिए।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले पॉडकास्ट इंटरव्यू में बतौर पीएम अपने कार्यकाल, दुनिया के वर्तमान हालात और अपने व्यक्तिगत द्रष्टिकोण के साथ ही भारत के रुख और युवाओं की राजनीति में भागीदारी पर खुलकर बात की।

केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी, जाट समाज को लेकर लगाए गंभीर आरोप

#arvindkejriwalwrotelatterpm_modi

दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सभी पार्टियां पूरे दम ख़म के साथ मैदान में उतर चुकी है। खासकर बीजेपी और आम आदमी पार्टी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। आप का इरादा जहां सत्ता में वापसी पर है तो भाजपा किसी भी कीमत पर दिल्ली की गद्दी हासिल करना चाहती है। इन सबके बीच आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने दिल्ली के जाट समाज को केंद्र की ओबीसी लिस्ट में शामिल करने को लेकर चिट्ठी लिखी है। साथ ही केजरीवाल ने केन्द्र की मोदी सरकार पर जाट समाज को धोखा देने का आरोप लगाया है।

बीजेपी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप

केजरीवाल ने पत्र में लिखा, एक महत्वपूर्ण विषय पर 10 साल पहले आपका किया वादा आपको याद दिलाने के लिए यह पत्र लिख रहा हूं। दिल्ली के जाट समाज के कई प्रतिनिधियों से पिछले कुछ दिनों में मुलाकात हुई। इन सभी ने केंद्र की ओबीसी लिस्ट में दिल्ली के जाट समाज की अनदेखी किये जाने पर चिंता जाहिर की। जाट समाज के प्रतिनिधियों ने मुझे बताया कि आपने 26 मार्च 2015 को दिल्ली के जाट समाज के प्रतिनिधियों को अपने घर बुलाकर ये वादा किया था कि जाट समाज, जो दिल्ली की ओबीसी लिस्ट में है, उसे केंद्र की ओबीसी लिस्ट में भी जोड़ा जाएगा ताकि उन्हें दिल्ली में मौजूद केंद्र सरकार के कॉलेजों और नौकरियों में आरक्षण का लाभ मिल सके।

केजरीवाल ने लिखा है, फिर 8 फरवरी 2017 को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यूपी चुनाव से पहले चौधरी बीरेंद्र सिंह के घर पर दिल्ली और देश के जाट नेताओं की मीटिंग बुलाई और उनसे वादा किया कि स्टेट लिस्ट में जो ओबीसी जातियां हैं उनको केंद्र की लिस्ट में जोड़ा जाएगा। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में फिर भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा के आवास पर अमित शाह जाट नेताओं से मिले और उन्होंने फिर वादा किया कि दिल्ली के जाट समाज को केंद्र की ओबीसी लिस्ट में शामिल किया जाएगा लेकिन चुनाव के बाद इस पर कोई काम नहीं हुआ।

ओबीसी आरक्षण को लेकर केंद्र की नीतियों में कई विसंगतियां-केजरीवाल

केजरीवाल ने लिखा, ओबीसी आरक्षण को लेकर केंद्र की नीतियों में कई विसंगतियां हैं जिनकी तरफ मैं आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं। जैसे कि मुझे पता चला कि केंद्र की ओबीसी लिस्ट में होने की वजह से राजस्थान से आने वाले जाट समाज के युवाओं को दिल्ली यूनिवर्सिटी में ओबीसी आरक्षण का लाभ मिलता है, लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली के ही जाट समाज को दिल्ली यूनिवर्सिटी में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है क्योंकि आपकी सरकार ने दिल्ली में जाट समाज को ओबीसी आरक्षण होने के बावजूद उन्हें केंद्रीय ओबीसी लिस्ट में शामिल नहीं किया है। ये तो दिल्ली के जाट समाज के साथ धोखा है। और भाजपा की केंद्र सरकार पिछले 10 सालों से लगातार ये धोखा कर रही है। सिर्फ जाट समाज ही नहीं रावत, रौनियार, राय तंवर, चारण व ओड, इन सभी जातियों को दिल्ली सरकार ने ओबीसी दर्जा दिया हुआ है, लेकिन केंद्र सरकार इन जातियों को दिल्ली में मौजूद अपने संस्थानों में ओबीसी आरक्षण का लाभ नहीं दे रही है।

ओबीसी समाज के हजारों युवाओं के साथ अन्याय-केजरीवाल

दिल्ली के पूर्व सीएम ने आगे लिखा, दिल्ली में केंद्र सरकार की सात यूनिवर्सिटी हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी के दर्जनों कॉलेज हैं। दिल्ली पुलिस, एनडीएमसी, डीडीए, एम्स, सफदरजंग, राम मनोहर लोहिया जैसे केंद्र सरकार के कई संस्थानों में नौकरियां हैं जिनमें केंद्र सरकार के नियम लागू होते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की इस वादाखिलाफी की वजह से दिल्ली के ओबीसी समाज के हजारों युवाओं के साथ अन्याय हो रहा है। दिल्ली में जाट समाज व ओबीसी की 5 अन्य जातियों के साथ केंद्र सरकार का ये पक्षपातपूर्ण रवैया इन जातियों के युवाओं को शिक्षा और रोजगार के उचित अवसर हासिल नहीं होने दे रहा है। इसलिए केंद्र सरकार को तुरंत केंद्रीय ओबीसी सूची की विसंगतियों में सुधार कर दिल्ली में ओबीसी दर्जा प्राप्त सभी जातियों को केंद्र सरकार के संस्थानों में भी आरक्षण का लाभ देना चाहिये।

महाकुंभ में आएंगे राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री, जानें कौन कब लगाएगा आस्था की डुबकी
#maha_kumbh_pm_modi_president_draupadi_murmu_jagdeep_dhankhar_amit_shah_visit
भारच में लगने वाला महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समागम माना जाता है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजत महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। महाकुंभ में लगभग 45 करोड़ भक्तों के शामिल लेने की उम्मीद है। देश और दुनिया से लोग महाकुंभ में स्नान करने आ रहे हैं। महाकुंभ में तमाम बड़े नेता और हस्तियां पहुंच रही हैं। इस बीच खबर आ रही है कि महाकुंभ में राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री भी जाएंगे। महाकुंभ में संगम स्नान के लिए PM मोदी 5 फरवरी को आएंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 10 फरवरी तो उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ 1 फरवरी को आएंगे। इससे पहले 27 जनवरी को गृह मंत्री अमित शाह संगम में स्नान करेंगे।

प्रयागराज महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी 5 फरवरी को पहुंचेंगे। उसी दिन दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए वोट भी डाले जाएंगे। इसलिए, प्रयाग से 'इंद्रप्रस्थ' साधने पर भी नजर होगी। पीएम पिछले महीने 13 दिसंबर को भी प्रयाग आए थे और महाकुंभ की तैयारियों और प्रयागराज के विकास से जुड़ी 5000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण किया था। इसके बाद भी मोदी महाकुंभ के प्रमुख आयोजनों और स्नान के दिन सक्रिय रहे हैं।

पीएम मोदी के अलावा देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी महाकुंभ की साक्षी बनेंगी। सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रपति 10 फरवरी को प्रयागराज पहुंचेंगी। राष्ट्रपति के दौरे को लेकर तैयारियां भी शुरू हो चुकी हैं। इसके साथ ही उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ भी महाकुंभ पहुंचकर संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगे। धनखड़ एक फरवरी को पवित्र स्नान करेंगे।

इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह 27 जनवरी को महाकुंभ का दौरा करेंगे। शाह के कार्यक्रम का शेड्यूल जारी हो चुका है। वह संगम स्नान, गंगा पूजा के बाद अधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे।

इन संभावित दौरों को देखते हुए प्रशासनिक अफसरों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। सुरक्षा एजेंसियां भी नए तरीके से रिव्यू में जुट गई हैं। गंगा जल की रोज जांच कराई जा रही है। अब जांच टीम में एटीएस भी शामिल हो गए हैं।
अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखा पत्र, छात्रों को मेट्रो में छूट देने की मांग

#arvind_kejriwal_wrote_a_letter_to_pm_modi

दिल्ली में विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सियासी सरगर्मियां तेज हैं। इसे लेकर राजनीतिक दलों ने चुनाव अभियान तेज कर दिया है। इस बीच आम आदमी पार्टी जनता को अपने पाले में करने के लिए एक से एक दांव चल रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने छात्रों के पक्ष में मांग उठाई। दिल्ली के पूर्व सीएम और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने चिट्ठी के जरिए मांग की है कि छात्रों को दिल्ली मेट्रो में 50% छूट हो।

अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर कहा कि दिल्ली मेट्रो में केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों का हिस्सा है। ऐसे में छात्रों को दिल्ली मेट्रो में 50 फीसदी छूट मिले। केंद्र और दिल्ली सरकार दोनों को इस पर होने वाला खर्च वहन करना चाहिए। केजरीवाल ने कहा कि आप सरकार बस में स्टूडेंट्स के लिए फ्री बस यात्रा की योजना बना रही है।

छात्रों पर वित्तीय बोझ कम करने की मांग

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के स्कूल और कॉलेज के छात्रों से संबंधित एक महत्वपूर्ण मामले पर प्रधानमंत्री का ध्यान आकर्षिक करने लिए यह पत्र लिखा है। स्टूडेंट अपने स्कूल-कॉलेज आने-जाने के लिए बड़े पैमाने पर मेट्रो पर निर्भर हैं। वे छात्रों पर वित्तीय बोझ कम करने के लिए दिल्ली मेट्रो में उनके लिए 50 प्रतिशत की रियायतें देने का प्रस्ताव रखते हैं।

चुनाव से पहले केजरीवाल का बड़ा कदम

दिल्ली में जब विधानसभा चुनाव बेहद नजदीक है, ऐसे में अरविंद केजरीवाल की छात्रों को मेट्रो किराए में छूट देने की मांग को बेहद अहम माना जा रहा है। दिल्ली में बड़ी संख्या में छात्र अपने कॉलेज जाने के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करते हैं, जिससे छात्रों को जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ता। छात्रों को अगर मेट्रो किराए में छूट मिल जाएगी तो उन छात्रों को बहुत फायदा होगा, जो कि आर्थिक तंगी के चलते डीटीसी की खचाखच भरी बसों में सफर करने पर मजबूर होते हैं।